पेट्रोल 55 और डीजल 50 रुपए लीटर मिलेगा: गडकरी


केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय एथेनॉल बनाने के लिए पांच प्लांट लगा रहा है, एथेनॉल लकड़ी और नगर निगम के कचरे से बनाया जाएगा’


पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बायोफ्यूल के उपयोग का तरीका सुझाया है. गडकरी ने कहा, मैं 15 वर्षों से कह रहा हूं कि किसान और आदिवासी बायोफ्यूल बना सकते हैं. जिससे हवाई जहाज तक उड़ सकता है. हमारी नई तकनीक से बनी गाड़ियां किसानों और आदिवासियों द्वारा बनाए गए एथेनॉल से चल सकती हैं.

इसी के साथ उन्होंने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों का भी जिक्र किया. सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, हम पेट्रोल और डीजल के आयात पर 8 लाख करोड़ रुपए खर्च करते हैं. पेट्रोल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. डॉलर की तुलना में रुपए की कीमत घट रही है.’

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ANI

एथेनॉल है पेट्रोल-डीजल का विकल्प

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय एथेनॉल बनाने के लिए पांच प्लांट लगा रहा है. एथेनॉल लकड़ी और नगर निगम के कचरे से बनाया जाएगा. इसके बाद डीजल की कीमत 50 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल का विकल्प 55 रुपए प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा.’

दरअसल पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि हुई है. और फिलहाल पेट्रोल और डीजल के दाम अब तक के सबसे उच्चतम कीमत पर पहुंच गए हैं. इसके चलते सोमवार को कांग्रेस ने बंद का आयोजन भी किया था.

No CM face till party gets ‘majority’ says Kiran Choudhary

Photo by R.K.


State Congress CLP leader, MLA from Tosham Constituency said that there is no Chief Minister face in the party till date. While responding to media persons regarding her being in the same races she did not deny her stake. At the same time she ruled out any polarisation in the party. She said that all the party leaders are conveying the party policies to the masses in their respective areas and ways.

While criticising the anti masses policies of BJP, Kiran said that the prices of petrol and other products varies according to the local government policies which imposes taxes on fuels. as and when the Govt. of India raises tax rates on fuels the oil companies in India also increase the price of petrol to recover losses and maintain marginal profits in the oil business in India.  The fear linked to the rise of petrol prices in India are never ending.  Do we blame crude oil for these steep price hike? Or is the root cause something different?  The answer lies in the fact that while crude oil continues to remain cheaper, the taxes levied by the State and Central Govts. which are actually for the ever rising petrol prices. Since May, 2014, there has been successive increase in the excise duty.  Data reveals that as of November, 2014, there has been a 54% increase in the excise duty on petrol.

Kiran along with  Hooda and other MLAs going to Vidhan Sabha Photo by Rakesh shah

Daily prices revision of petrol has begun 16th june this year. It has been observed that the price rise has happened gradually. As petrol does not fall under GST, the price of it varies across States. However, when considering the cost and freight prices alongwith the excise duty, dealer commission, applicable VAT etc., it has been found that the taxes on petrol sums up to be more than its actual cost. Although, presently crude oil has become much cheaper compared to what it had been way back in 2014, it is that collective taxes levied by the State and the Central Govts., that has caused the petrol price to rise to what it had been in 2014,  the highest till date. despite promises from the Govt. regarding rolling back the taxes, the prices of petroleum products have increased many folds.

people were brought from various distts. to mark political presence of ‘the Mahagathbandhan’ photo by R.K.

Relentless rise in prices of petrol and diesel is not inevitable because the price is built up by excessive taxes on petrol and diesel. If taxes are cut, prices will decline significantly. Rising oil prices have direct bearing in India’s inflation and fiscal indicators in the Indian Economy.

To give relief to common people the petrol and diesel should be brought within the ambit of GST and also reduce state VAT and Central Excise and taxes on fuel so that petrol diesel prices are reduce by Rs. 10/15 per liter.

Students protest against ‘dress code’ notice at PU girls hostel

Chandigarh: September 9, 2018: Students of Panjab University, Chandigarh, especially girls, lodged a strong protest against the “dress code notice” put up on the notice board of the Mata Gujri Girls Hostel 1 on PU campus. The notice had cited that girl students should be properly dressed while going to common room, dining hall and hostel functions failing which a fine would be imposed by the warden. This had irked students on the university campus.

On Sunday, SFS submitted a memorandum demanding that the notice be taken down. As part of the protest call, newly-elected PUCSC president Kanupriya met the hostellers following which, the warden removed the notice and addressed grievances mentioned in the memorandum. “Such rules represent a very derogatory mindset of the authorities. Moral policing has no place on Panjab University campus,” said Kanupriya. Former MP Pawan Kumar Bansal has also condemned the notice.

चंडीगढ़ से लाल डोरे का आतंक खत्म: शर्मा

Photo by Rakesh Shah

आज दिनांक 08/09/2018 को प्रेस क्लब चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता करके अविनाश सिंह शर्मा, “ चंडीगढ़ की आवाज “ ने बताया कि पिछले 50 वर्षों से चंडीगढ़ के गांवों (फैदा, धनास, कैंबवाला, खुड्डा अली शेर, खुड्डा लाहौरा, खुड्डा  जस्सू, सारंगपुर, किशनगढ़, बहलाना, दरिया, मौली जगरा, माखन माजरा, रायपुर कलां, रायपुर खुर्द और हल्लो माजरा आदि) में लाल डोरे के नाम पर पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट 1952 के तहत गांव वासियों के बने मकानों पर बुलडोजर चलाए जा रहे थे । यह भाजपा – कांग्रेस नेताओं के इशारों पर उत्पीड़न की राजनीति हो रही थी । भाजपा-काग्रेस के हर चुनाव का मुद्दा लाल डोरा होता था | “ चंडीगढ़ की आवाज “ ने चुनावी मेनफेस्टो के लाल डोरे की बड़ी समस्या का हाई कोर्ट के माध्यम से पूरा कर दिया है | ग्राम फैदा निवासी राज कुमार एवं अन्यो प्रेस कांफ्रेंस में साथ बैठ कर बताया कि अविनाश सिंह शर्मा की बदौलत हम लोगो का मकान बचा और न्याय मिल सका | लाल डोरे का आतंक चंडीगढ़ के गांवों से खत्म हो गया है | इसी के साथ लाल डोरे के बाहर रहने वाले लोगो को पक्की राहत मिल गई | चंडीगढ़ के ग्राम फैदा में सैकड़ों ग्रामवासियों को पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट 1952 के तहत अप्रैल 2016 को  नोटिस आया था । सैकड़ों ग्रामवासियों ने लिखित जिम्मेदारी अविनाश सिंह शर्मा को अपनी पैरवी लिए  दिया था | अविनाश सिंह शर्मा, फैदा ग्रामवासियों की पैरवी  के लिए लैंड ईकयूजेशन जज के सामने लिखित जवाब के साथ पेश हुए थे । अविनाश सिंह शर्मा ने जवाब में पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट चंडीगढ़ के अंदर लागू नहीं होता ये स्पष्ट रूप से लिखा था ।  सुनवाई के बाद कोई नोटिस नहीं आया था | फिर अचनाक  22 मार्च 2017 से चंडीगढ़ प्रशासन के लोग मकान तोड़ने की बात करने लगे थे । और एडवाइजर का आदेश बता रहे थे । 23 मार्च 2017 को लिखित पत्र के साथ एडवाइजर से अविनाश सिंह शर्मा मिले थे और 27/03/2017 सूचना अधिकार 2005के अंतर्गत डिप्टी कमिश्नर चंडीगढ़ से ग्राम फैदा की कार्रवाई की प्रति मांगी थी । जिस के बाद 30/03/2017 को ग्राम वासियों को डिमोलिशन की प्रति भेजी गई थी । चंडीगढ़ की आवाज अविनाश शर्मा के मदद से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता मोहनलाल सगगर ने दिनांक 05/04/2017 को राजकुमार एवं ग्राम वासियों का रिट CWP-7426-2017 हाई कोर्ट ऑफ़ पंजाब एंड हरियाणा में फाइल करवाया । कोर्ट का खर्च “ चंडीगढ़ की आवाज “ ने उठाया । जस्टिस ने 07/04/2018 को अधिवक्ता की दलीलों को सुनने के बाद स्टे आर्डर दिया था । उसी के आधार पर और भी पीड़ितों को लाल डोरे पर स्टे मिला । 29/08/2018 को अधिवक्ता मोहनलाल सगगर की दलीले सुनने के बाद माननीय जस्टिस सूर्यकांत , जस्टिस  सुदीप अहलुवालिआ ने अपने फैसले में स्पष्ट रूप से लिखा है । कि चंडीगढ़ के अंदर पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट 1952 लागू नहीं होता है । जो पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई हुआ वह गलत है । क्योंकि जगह चंडीगढ़ यूनियन टेरिटरी के अंदर है । चंडीगढ़ प्रशासन के डेमोलेशन नोटिस ( पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट 1952 नोटिस ) को खारिज कर दिया ।  हाई कोर्ट के आर्डर के बाद अब किसी भी ग्राम में बुलडोजर नहीं चलेगा | हाई कोर्ट के फैसले से ग्राम ( फैदा,खुडा अली शेर, कैंबवाला, किशनगढ़, धनास, खुड्डा अली शेर, खुड्डा लाहौरा, खुड्डा जस्सू, सारंगपुर, किशनगढ़, बहलाना, दरिया, मौली जगरा, माखन माजरा, रायपुर कलां, रायपुर खुर्द और हल्लो माजरा आदि)  से लाल डोरे का आतंक खत्म हो गया |

इस संबंध में चडीगढ की आवाज के महामंत्री, कमल किशोर शर्मा, ने सवाल उठाते हुए दोनेा दलो के नेताओ से आम जनता की कचहरी में आकर उनके सवालो के जवाद देने की मांग करते हुए दोनेा पार्टीयो के नेताओं पर सवाल दागे जिनमें मुख्त: पेरीफेरी कंट्रोल एक्ट 1952 जोकि चंडीगढ़ में लागू नहीं होता परंतु भाजपा-काग्रेस के नेताओं ने पता होने के बावजूद भी वर्षो से लोगों के घरो पर बुलडोजर क्यों चलवा रहे थे। उन्होने पुछा कि क्या लोगो को इंसाफ लेने के लिए हर बार माननीय हाई कोर्ट ही जाना होगा ? उन्होने कहा कि या तो यहां के भाजपा-काग्रेस के राजनेता अनपढ़, एवं नासमझ है, या वो आज तक लोगो को दुखी करने की राजनीति करते आ रहे है, आज दोनो पार्टीयों के नेताओ को अपना स्पष्टीकरण देना चाहिऐ ।

मोदी सरकार नहीं, मुनाफाखोर कम्पनी चला रहे हैं, देश के गरीब कभी माफ़ नहीं करेंगे – सुरजेवाला

समालखा की अनाज मंडी में आयोजित बदलाव रैली में बत्तौर मुख्यातिथि पहुंचे कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य व कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला


– भाजपा का नारा सबका साथ सबका विकास, अब बन गया है देश प्रदेश का विनाश और भाजपा का विकास
– पद प्राप्ति नहीं व्यवस्था परिवर्तन की है यह बदलाव रैली
– भाजपा ने पेट्रोल डीजल पर टैक्स लगाकर 52 महीने में 11 लाख करोड़ लूटे


समालखा, 09 सितम्बर 2018
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज व पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री खट्टर पर जोड़ी को देश के इतिहास में सबसे बड़े किसान विरोधी क़रार दिया है।
यहाँ समालखा की अनाज मण्डी में पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष संजय छौक्कर द्वारा आयोजित बदलाव रैली में जनसभा में उमड़ी भारी भीड़ के बीच सुरजेवाला ने मोदी व खट्टर सरकार को निशाने पर लेते हुए सुरजेवाला ने कहा कि आज पूरे हरियाण प्रांत और पूरे देश के अंदर पीठ और पेट एक करके मिट्टी से सोना पैदा करने वाला किसान व उसके साथ काम करने वाला मजदूर पीडि़त, व्यथित और आंदोलित है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बनी थी तो नरेन्द्र मोदी ने कुरूक्षेत्र में एक जलसे के दौरान किसानों को वायदा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर उनको फसल लागत का 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। जब सरकार बनी तो मोदी व खट्टर सरकार ने इस वायदे को भूलाकर किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया। उन्होंने कहा कि यहां तक ही नहीं केन्द्र सरकार ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी खट्टर के चार साल में किसानों को बेहाल कर दिया गया है। मोदी और खट्टर सरकार द्वारा इससे बड़ा अन्याय किसान के साथ क्या हो सकता है कृषि मूल्य आयोग का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि धान का समर्थन मूल्य 2340 रु प्रति क्विंटल होने के बाद भी किसानों को 1750 रु प्रति क्विंटल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार द्वारा पिछले 6 महीने में डीएपी की कीमत 25 प्रतिशत बढ़ा दी गई है। 1091 रु से 1290 रु प्रति 50 किलो के बैग पर बढ़ा दिए। इसके अतिरिक्त यूरिया के कट्टे का वजन 50 किलो से घटाकर 45 किलो बढ़ाते हुए रेट में बढ़ोत्तरी कर दी व इसके साथ ही बीज,बिजली, सिंचाई के साधनों के रेट बढ़ा दिए।

सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 22 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 6 हजार 700 करोड़ रुपया दिया गया। 14 हजार करोड़ रुपये देश की 5 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि निजी कंपनी मुनाफा योजना होना चाहिए था।

भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। भाजपा ने पेट्रोल व डीज़ल पर भारी टैक्स लगाए, जिसके चलते डीज़ल व पेट्रोल आज भी उसी भाव में मिल रहा है,जब कच्चे तेल की कीमतें दोगुना हुआ करती थीं। सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 16 मई 2014 को पेट्रोल के भाव 71 रु प्रति लीटर और डीजल के भाव 55.49 रु प्रति लीटर थे लेकिन आज साढ़े 4 साल के बाद पेट्रोल के भाव 81.75 रु और डीजल 74.17 रु प्रति लीटर की बढोत्तरी करके भाजपा इस देश पर कुठाराघात कर रही है और इतना ही नही जब कांग्रेस का राज था तब डीजल पर 9.25 प्रतिशत और पेट्रोल पर21.5 प्रतिशत वैट था लेकिन आज खट्टर सरकार ने डीजल पर 17.25 प्रतिशत और पेट्रोल पर 5 प्रतिशत की बढोत्तरी के साथ 26.25 प्रतिशत की बढोत्तरी करने के साथ पेट्रोल पर 212% और डीजल पर 443% अतिरिक्त टैक्स लगाकर भाजपा ने इस प्रदेश के लोगों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साईज डयूटी लगाकर इस देश की जनता से 11 लाख करोड़ रुपए और खट्टर सरकार 18 हजार करोड़ रुपए वसूल रही है। यही भाजपा व कांग्रेस की सोच का फर्क है। भाजपा द्वारा ट्रैक्टर एवं अन्य सभी उपकरणों पर12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 18 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5600 करोड़ रुपया दिया गया। 14हजार 800 करोड़ रुपये देश की 7 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि प्राइवेट मुनाफा योजना व किसान शोषण योजना होना चाहिए था।

सुरजेवाला ने कहा कि आज भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 46 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। रादौर, यमुनानगर, शाहबाद के किसानों का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसानो के आलू के 25 पैसे के भाव पर जब किसान खट्टर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हैं तो उस विरोध का जवाब खट्टर सरकार द्वारा उन्हें पुलिस की लाठियों और गोलियों से दिया जाता है। आज खट्टर सरकार ने इरादाएकत्ल के मुकद्दमे के 47 किसानों को जेल में बंद कर रखा है। क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार?इसलिए बदलाव की जरूरत है।
सुरजेवाला ने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जब देश के 12 उद्योगपतियों का 2 लाख 83 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया तो 62करोड़ किसान मजदूरों का 2 लाख करोड़ रु क्यों नही माफ हो सकता।क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार?इसलिए बदलाव की जरूरत है। सुरजेवाला ने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो कांग्रेस पार्टी ने इस देश के किसानों का 72 हजार करोड़ रु कर्जा माफ किया और अब कांग्रेस सरकार बनते ही गरीब किसान खेत मजदूर का 1 लाख तक का कर्जा माफ किया जाऐगा।

कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही समलाखा में किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए एक शुगर मिल का निर्माण करवाया जाएगा और जिसके शिलान्यास का पत्थर भी संजय छौक्कर की रहनुमाई में संपन्न होगा। इस अवसर पर युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय छौक्कर, पूर्व मंत्री बचन सिह आर्य, महिला कांग्रेस अध्यक्षा सुमित्रा चौहान, पूर्व मंत्री राजकुमार वाल्मीकि, पूर्व विधायक अनिल धन्तौडी, पूर्व विधायक फूलसिंह वाल्मीकि, पूर्व विधायक ए सी चौधरी, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, पूर्व मंत्री सुलतान जडौला, सतबीर भाणा, भूपेन्द्र फौगाट, ईश्वर नैन, सज्जन सिंह ढुल, सुरेश गुप्ता, जितेन्द्र कुंडू, जगदीश मंडोली, शालिका, कर्मबीर मायना, नाहर सिंह संधू, अनंत दहिया, दीपक देशवाल, सुरेश युनिसपुर, सुधीर गौतम, दिलबाग ढांडा, रोहताश बेदी, रोहित मान, शेर सिंह निलोखेड़ी, जगदीश खरखौदा, राजेश बडौली, विद्या रानी दनौदा, रामनिवास सुरजाखेड़ा, बिल्लू चंदाना, अमन चीमा, धर्मबीर कौलेखां, सत्येन्द्र मोर, मोम्म्दी बेगम, वीणा देशवाल आदि कांग्रेस के नेताओं ने भी संबोधित किया।

Congress to hold ‘Badlav Rally’ at Samalakha

file foto

Bhupinder Singh Boora (Bhupi) today informed  media persons about upcoming rally in Samalakha. He said that, “A huge rally named ‘बदलाव रैली’ shall be held at 11.30 AM on Sunday, 9th September, 2018 at New Anaj Mandi, Samalkha, Panipat.”

The rally being convened by Shri Sanjay Chhokar shall be addressed by Chief Guest Shri Randeep Singh Surjewala, MLA Kaithal & Incharge Communication, AICC. He added

अग्रवाल समाज के व्यक्ति विवाह-शादियों में पहली मिलनी महाराजा अग्रसैन जी के नाम पर ले – बजरंग गर्ग 

पंचकूला :

अग्रोहा विकास ट्रस्ट अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की बैठक लेने के उपरांत अग्रवाल भवन में पत्रकार वार्ता में कहा कि अग्रवाल विकास ट्रस्ट द्वारा पंचकूला में 4 नवंबर 2018 को उत्तरी भारत का 13 वां युवक-युवती परिचय सम्मेलन का भव्य आयोजन संस्था के प्रधान सत्यनारायण गुप्ता के नेतृत्व में किया जाएगा। जिसमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, यूपी, राजस्थान व उत्तराखंड के अलावा देश भर से अग्रवाल युवक-युवती परिवार सहित भारी संख्या में भाग लेंगे। युवक-युक्तियों के परिचय फार्म भरवाने के लिए हर राज्य में अलग-अलग स्थान बनाए गए है। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि परिचय सम्मेलन के माध्यम से युवक-युवतियों को एक ही मंच पर मनचाहा वर-वधु मिलने में आसानी होती है। जबकि पंचकूला में परिचय सम्मेलन के माध्यम से लगभग अब तक 5000 परिवारों के रिश्ते हो चुके हैं। इतना ही नहीं इन रिश्तो के माध्यम से फजूल खर्चों पर रोक लगती है। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने समाज के व्यक्तियों से अपील की है कि वह विवाह- शादियों में पहली मिलनी महाराजा अग्रसेन जी के नाम की ली जाए व मिलनी चांदी व सोने की बजाए पहले की तरह कागज के रुपए की ले। श्री गर्ग ने कहां की देश की विकास व तरक्की में अहम भूमिका वैश्य समाज की है। जिन्होंने राष्ट्रीय व जनता के हित में मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल, गौशाला, धर्मशाला, मंदिर, स्कूल, पियाऊ आदि संस्थाएं देश के गांव व शहरों में बना कर सेवा कार्यों में जुटा हुआ है। इतना ही नहीं केंद्र व प्रदेश की हर सरकारों को चलाने व देश के विकास कार्यों के लिए भी सबसे ज्यादा धन टैक्स के रूप में राजस्व देकर सरकार को पूरा सहयोग कर रहा है। मगर जो सहयोग केंद्र व प्रदेश की सरकारों से वैश्य समाज को मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा हैं। जिसके कारण आज देश का वैश्य समाज का परिवार रात-दिन व्यापार में पिछड़ता जा रहा है। जो समाज के साथ-साथ देश के हित में नहीं है। क्योंकि वैश्य समाज व्यापार व उद्योग के माध्यम से लाखों बेरोजगारों को रोजगार देकर बेरोजगारी को काफी हद तक कम करने में अपनी अहम भूमिका पूरे देश में निभा रहा हैै। राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार को देश की तरक्की, वैश्य समाज व व्यापारियों के हित में नई-नई योजना बनाकर ज्यादा से ज्यादा सुविधा व रियायते देनी चाहिए। ताकि देश में पहले से ज्यादा व्यापार व उद्योग को बढ़ावा मिल सके। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि बिना राजनीति के सामाजिक व धार्मिक कार्य पूरे करने में बड़ी भारी दिक्कतें समाज में आती है। श्री गर्ग ने कहा कि समाज के युवाओं से समाज व राष्ट्र के हित में आगे आकर ज्यादा से ज्यादा राजनीतिक में भागीदारी सुनिश्चित करें। इस मौके पर अग्रवाल विकास ट्रस्ट जिला प्रधान सत्यनारायण गुप्ता, संरक्षक कुसुम गुप्ता, उप प्रधान मनोज अग्रवाल, मनोज कुमार अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, वरिष्ठ उपप्रधान प्रमोद जिंदल, सेक्रेटरी बी एम गुप्ता, राकेश गोयल, रामनाथ अग्रवाल, सचिव विपिन बिंदल, नरेंद्र जैन, वीरेंद्र गर्ग, कृष्ण गोयल, नरेश सिंगला, रामचरण सिंगला, विवेक सिंगला, राजेश जैन, इंद्र गुप्ता, सेक्रेटरी सचिन अग्रवाल, महिला अग्रवाल विकास ट्रस्ट प्रधान उषा अग्रवाल, कोषाध्यक्ष स्नेह लता गोयल, पी आर ओ रोहित आदि प्रतिनिधी भारी संख्या में मौजूद थे।

फोटो बाबत – अग्रोहा विकास ट्रस्ट अग्रोहा धाम व व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग पत्रकार वार्ता करते हुए।

पहले दिन शोक प्रस्ताव के बाद विधान सभा स्थगित

photo by Rakesh Shah


चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी, जींद से इनेलो विधायक हरी चंद मिड्ढा, शहीद सैनिकों समेत कुल 15 शोक प्रस्ताव पेश करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। 8 व 9 सितंबर को अवकाश रहेगा। 10 सितंबर को दोपहर बाद सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी।

photo by Rakesh Shah

इस बार सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं, क्योंकि विपक्ष सरकार को एसवाईएल, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के लिए विधेयक सहित अन्य मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना रहा है। कांग्रेस दूसरी विपक्षी पार्टी इनेलो के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकती है। बता दें कि पहले मानसून सत्र 17 अगस्त से शुरू होना था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

Anil Vij photo by Rakesh Shah

 

 

 

Capt. Abhimanu photo by Rakesh Shah

Latika Sharma photo by Rakesh Shah

इन छह मुद्दों पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव।

1. बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और रोडवेज कर्मचारियों पर एस्मा लगाते हुए दमनात्मक कार्रवाई।
2. बदतर होती स्वास्थ्य सेवाएं।
3. नदी और पहाड़ों में अवैध खनन।
4. आवारा पशु और गोशालाओं में गोवंश की मौत।
5. स्कूलों में खराब होता शैक्षणिक माहौल।
6. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान।

 

Abhay Choutala & INLO group photo by Rakesh Shah

इन मुद्दों पर काम रोको प्रस्ताव लाएगा इनेलो
1. सोनीपत के विद्यालय की छात्रओं से यौनाचार।
2. 8 सितंबर के हरियाणा बंद के दौरान सरकार की नाकामियों पर पूरे प्रदेश से मिले फीडबैक पर चर्चा।
3. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद सतलुज-यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) का निर्माण शुरू नहीं होने का मुद्दा।
4. दादूपुर नलवी नहर की जमीन को डि-नोटिफाई करने का फैसला वापस लेते हुए नहर को पूरा कराने की मांग।
5. व्यापारियों पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) और नोटबंदी की मार।
6. ई-ट्रेडिंग और इंस्पेक्टरी राज से व्यापारियों का शोषण।
7. फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर भाजपा की पांच रैलियों पर सवाल।
8. बिगड़ी कानून व्यवस्था और नशे का बढ़ता कारोबार।

Gian Chand Gupta

Kiran Choudhry photo by Rakesh Shah

 

Two day Special progamme organised by Pracheen kala Kendra in collaboration with Sangeetam at Tagore Theatre

Photos of Two day Special progamme organised by Pracheen kala Kendra in collaboration with Sangeetam at Tagore Theatre

Dr. Samira performing in special prog at Tagore

 

Dr. Shobha performing in special prog at Tagore

 

Prerna Shrimali performing in special prog at Tagore

 

सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से महंगाई के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा

आज हरियाणा विधानसभा सत्र की शुरुआत पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला।

सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से महंगाई के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा।

सुरजेवाला ने कहा कि महंगाई से त्रस्त देश की जनता की आवाज को बुलंद करने के लिए कांग्रेस 10 सितंबर को देशव्यापी #भारत_बंद करेगी।