भूकंप के तेज झटके, काफी देर तक दिखा असर
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट चंडीगढ़ – 21 मार्च :
उत्तर भारत में अचानक भूकंप आया। इसका epic center अफगानिस्तान में है इसकी असर 7.7 बताया जा रहा है।
जारी है
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट चंडीगढ़ – 21 मार्च :
उत्तर भारत में अचानक भूकंप आया। इसका epic center अफगानिस्तान में है इसकी असर 7.7 बताया जा रहा है।
जारी है
इमरान खान ने अपने ट्वीट में कहा कि “अब यह साफ हो गया है कि मेरे सभी मामलों में जमानत मिलने के बावजूद, पीडीएम सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है। उनके दुर्भावनापूर्ण इरादों को जानने के बावजूद, मैं इस्लामाबाद और अदालत जा रहा हूं क्योंकि मैं कानून के शासन में भरोसा करता हूं। लेकिन बदमाशों के इस गिरोह की मंशा सबके सामने साफ होनी चाहिए। खान ने कहा कि अब यह भी साफ हो गया है कि लाहौर की पूरी घेराबन्दी यह सुनिश्चित करने के लिए नहीं थी कि मैं एक मामले में अदालत के सामने पेश होऊं, बल्कि इसका उद्देश्य मुझे जेल ले जाना था ताकि मैं हमारे चुनाव अभियान का नेतृत्व न कर सकूं।”
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 18 मार्च :
पाक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद पुलिस पूर्व पीएम इमरान खान को लाहौर के जमान पार्क स्थित आवास पर तोशखाना मामले में गिरफ्तार करने के लिए पहुंची है। जियो न्यूज के अनुसार, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने पहले 28 फरवरी को पीटीआई प्रमुख इमरान खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा कि इस्लामाबाद पुलिस पीटीआई प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए लाहौर में है।
Additional sessions judge Zafar Iqbal had issued the former prime minister's arrest warrant on February 28#GeoNews https://t.co/T8DN9MdFsK
— Geo English (@geonews_english) March 5, 2023
इस दौरान पुलिस की PTI कार्यकर्ताओं से भी झड़प हुई। पुलिस ने PTI वर्कर्स पर लाठीचार्ज किया है। इमरान ने ट्वीट कर कहा- पुलिस मेरे पीछे से घर पहुंची है। मेरी बीवी वहां अकेली है। ये कार्रवाई किस कानून के तहत हो रही है। ये सब नवाज शरीफ के प्लान का हिस्सा है।
इस्लामाबाद जाने के रास्ते में इमरान के काफिले की 3 गाड़ियां कल्लर कहार के पास आपस में टकरा गईं। बताया जा रहा है कि हादसा तेज रफ्तार की वजह से हुआ। यह जगह राजधानी से करीब 135 किमी दूर है। हादसे में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
हादसे के बाद पूर्व पीएम ने कहा- मुझे रोकने की कोशिश की जा रही है। वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं। ये सब लंदन प्लान का हिस्सा है। नवाज शरीफ की डिमांड है कि इमरान को जेल में डाला जाए। वे नहीं चाहते कि मैं किसी भी चुनाव में हिस्सा लूं। मैं कानून पर विश्वास रखता हूं इसलिए कोर्ट में पेश होने जा रहा हूं।
इस्लामाबाद में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने शहर में धारा 144 लगा दी है। पाकिस्तान के दूसरे शहरों से करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था के लिए इस्लामाबाद बुलाया गया है। जुडीशियल कॉम्प्लेक्स के पास मौजूद किसी गार्ड को भी कोई हथियार रखने की इजाजत नहीं है। वहां से गुजरने वाले सभी लोगों का ID कार्ड भी चेक किया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस ने इलाके में कंटेनर्स भी रखे हैं।
इससे पहले शुक्रवार को शाम करीब साढ़े 6 बजे इमरान खान लाहौर हाईकोर्ट पहुंचे थे। यहां कोर्ट ने उन्हें 9 केस में प्रोटेक्टिव बेल दे दी है। इस्लामाबाद में चल रहे 5 केस के लिए कोर्ट ने खान को 24 मार्च तक जमानत दी है। वहीं लाहौर में चल रहे 3 केस के लिए उन्हें 27 मार्च तक जमानत दी गई है। 14-15 मार्च को इमरान की गिरफ्तारी को लेकर जमान पार्क के बाहर PTI कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इसकी तहकीकात के लिए कोर्ट ने पुलिस को जमान पार्क जाने की इजाजत दी है।
14 मार्च को पुलिस और रेंजर्स की टीम इमरान खान को गिरफ्तार करने उनके लाहौर वाले बंगले पर पहुंची थी। उन्हें तोशाखाना मामले में अरेस्ट किया जाना था। लेकिन इमरान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पत्थर और लाठियों से हमला कर दिया था। इससे पुलिस इमरान को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, पुलिस और रेंजर्स की टीम 22 घंटे बाद खान के लाहौर वाले बंगले (जमान पार्क) से लौट गई थी। एक पुलिस अफसर ने कहा था- लाहौर में 15 से 19 मार्च तक पाकिस्तान सुपर लीग- सीजन आठ (PSL-8) के मैच कज्जाफी स्टेडियम में खेले जाने हैं। शहर में अफरातफरी और हिंसा का माहौल ना बने इसलिए हम गिरफ्तारी टाल रहे हैं।
दरअसल वरुण गांधी पिछले कई दिनों से सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं। भारत में जो विकास हुआ है वरुण गांधी ने इसका श्रेय पिछले सात दशक में सभी सरकारों को दिया है। लेकिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच से साझा करने से इंकार कर दिया है। वरुण गाँधी ने ट्वीट कर बताया, “मैंने ऑक्सफोर्ड यूनियन के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। भारत की राजनीति नियमित रूप से हमें अपनी नीतियों में सुधार के लिए समालोचना करने और रचनात्मक सुझाव देने का स्थान प्रदान करती है। भारत की पसंद और चुनौतियों को अंतरराष्ट्रीय जाँच के अधीन करना मेरे लिए एक अपमानजनक कार्य है।”
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 17 मार्च :
ये जो विदेशी विश्वविद्यालय हैं लगता है यह भारत विरोधी गतिविधियों का अड्डा बन गये हैं। कुछ समय पहले कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संबोधन के लिए आमंत्रित किया। राहुल गांधी ने कैंब्रिज में और लंदन के अन्य संस्थानों में जो भाषण दिये उससे भारत में बवाल खड़ा हो गया है। देखा जाये तो भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी ने जो साख कमाई थी उसे एक झटके में वह लंदन में लुटा आये। राहुल गांधी के भाषण के बाद भाजपा में असंतुष्ट नेता माने जा रहे और गांधी परिवार के सदस्य सांसद वरूण गांधी को संबोधन के लिए ऑक्सफोर्ड यूनियन संघ के अध्यक्ष मैथ्यू डिक ने आमंत्रित किया जिसे वरूण गांधी ने ठुकरा दिया।
I have declined the invitation for a debate at the Oxford Union.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 17, 2023
India's polity regularly offers us a space to critique & provide constructive suggestions to improve our policies.
Subjecting India’s choices & challenges to international scrutiny, for me, is a dishonourable act. pic.twitter.com/4XsZfV9vV4
बीजेपी लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है। इस बीच राहुल गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी ने यूके की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से ‘मोदी सरकार के प्रदर्शन’ पर बोलने को लेकर आए आमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है।
यह आमंत्रण ऑक्सफोर्ड यूनियन के अध्यक्ष मैथ्यू डिक के कार्यालय द्वारा ‘दिस हाउस बिलीव्स मोदीज इंडिया इज द राइट पाथ’ प्रस्ताव पर बोलने के लिए भेजा गया था। निमंत्रण को अस्वीकार करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस तरह के मुद्दों को “भारत के भीतर भारतीय नीति निर्माताओं” के लिए उठाया जाना चाहिए। वरुण ने कहा कि उनका मानना है कि विषय एक “पूर्वनिर्धारित निष्कर्ष के साथ” तय किया गया था।
Demokratic Front, Chandigarh – 01 March :
The Governor of the state of New Jersey, USA, Phil Murphy and First Lady Tammy Murphy joined the United Sikhs team at the Ukraine-Poland border, witnessing the specially designed tactical medical program and showering praise on the initiative.
The couple paid an official visit to Lviv Oblast in western Ukraine on February 17, 2023, in the course of which they met Governor of Lviv Oblast Maksym Kozytskyy, Mayor of Shehyni Oksana Pavusko, and Chief of staff of the Governor of Lviv Oblast Roman Kynazev. They subsequently joined the United Sikhs team – including President Balwant Singh, Director Hardayal Singh, and youth volunteer coordinators Prabhleen Kaur, Daler Kaur, and Jasleen Kaur – at the Ukraine-Poland border. They witnessed a live demonstration of the tactical medical program for civilians conducted by United Sikhs medical operations trainer Norman Bart.
“It’s been a year since Russia invaded Ukraine, wreaking unimaginable suffering and devastation across swathes of the country. The efforts by United Sikhs stand out like a beacon of hope amidst the bleakness of this unfolding tragedy. Particularly commendable is the ingenious tactical medical program. By training ordinary civilians, it has the potential to save countless lives in serious conflict zones,” said Phil Murphy.
“Everything we do at United Sikhs is inspired by the idea of recognizing the whole human race as one. Even since war broke out in Ukraine, our teams of volunteers have been on the ground evacuating people to safety, providing relief supplies, building bomb shelters, and basically doing everything to stand by the Ukrainian people in their hour of need. Our emergency medical training program is the latest and most unique initiative aimed at saving maximum lives in battle zones with no access to emergency care,” ” explained Hardyal Singh. Given the escalating conflict, United Sikhs, in November 2022, launched a first-ever ‘train-the-trainer’ program in which 50 Ukrainian civilians were given tactical medical training. The program was designed with the idea of enabling civilians to offer basic treatment to other civilian victims of war, increasing their odds of survival in hostile environments. The training program includes arranging the right medical equipment, treating fractures and wounds, evacuating the injured, and offering protection against hypothermia, among others.
As Russia’s full-scale invasion of Ukraine touches the one-year mark, the conflict shows no signs of abating. With at least 8,000 non-combatants confirmed killed, 13,300 injured, and millions displaced since the outset of the war, Ukraine may well be in the throes of an unprecedented humanitarian crisis.
UNITED SIKHS has incessantly been at work in Ukraine since February 2022, spearheading humanitarian efforts in various directions, from rescuing individuals and distributing essential supplies – food, water, clothing, and medication – to extending pro bono legal services to people in need.
Founded in 1999, United Sikhs is a UN-affiliated, Department of Public Information-associated NGO headquartered in New York. The organization has a global presence with chapters across 5 continents and primarily works around three areas, namely – Humanitarian Aid (Sikh Aid), International Civil & Human Rights Advocacy (ICHRA), and Community Education and Empowerment Development (CEED).
विश्व हिन्दी परिषद के महासचिव डाॅ. विपिन कुमार 12 वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि मण्डल में बतौर वक्ता के रूप में आमंत्रित
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 11 फरवरी
12 वें विश्व हिंदी सम्मेलन विदेश मंत्रालय द्वारा फ़िजी सरकार के सहयोग से 15-17 फरवरी ,2023 तक फ़िजी में आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन का मुख्य विषय “हिंदी-पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम मेधा तक ” है। सम्मेलन का आयोजन स्थल देनाराऊ आइलैंड कन्वेंशन सेंटर, नांदी, फिजी है। पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 1975 में नागपुर, भारत में आयोजित किया गया था। तब से, विश्व के अलग-अलग भागों में, ऐसे 11 सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है। इस सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि मण्डल में विश्व हिन्दी परिषद के महासचिव डाॅ. विपिन कुमार को बतौर वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है डाॅ. विपिन कुमार के संबोधन का विषय “‘ मीडिया और हिन्दी का विश्व बोध’ ” है।
सम्मेलन स्थल पर हिंदी भाषा के विकास से संबंधित कई प्रदर्शनी लगाई जाएंगी। सम्मेलन के दौरान शाम को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, नई दिल्ली द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
दैनिक सम्मेलन-समाचार पत्र (सम्मेलन-समाचार), सम्मेलन-स्मारिका और शैक्षिक सत्रों में हुई चर्चाओं और सुझावों के आधार पर एक सम्मेलन रिपोर्ट भी प्रकाशित की जाएगी। परंपरा के अनुरूप सम्मेलन के दौरान भारत एवं अन्य देशों के हिंदी विद्वानों को हिंदी के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए “विश्व हिंदी सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा।
विश्व हिन्दी परिषद हिन्दी के संवर्द्धन के लिए अपने स्तर पर पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में संवाद, समन्वय और सामंजस्य स्थापित कर हिन्दी का प्रचार-प्रसार विभिन्न कार्यशालाओं और गोष्ठियों के माध्यम से करती आ रही है। ऐसे कार्यक्रमों में मुख्य वक्ता रूप में राष्ट्रवादी हिन्दी विद्वानों को व्याख्यान एवं पुरस्कार के लिए आमंत्रित किया जाता है। विश्व हिन्दी परिषद राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को और विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को आयोजन करती आ रही है। विश्व हिन्दी परिषद बहुत ही सशक्त एवं व्यवस्थित तरीके से पूरे भारत में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए दृढ़ संकल्पित है।
डाॅ. विपिन कुमार, (पी.एच.डी.) प्रख्यात स्तंभ लेखक एवं राष्ट्रवादी विचारक हैं। विश्व हिन्दी परिषद के महासचिव के रूप में संस्था का सफल नेतृत्व कर रहे हैं। इन्होंने 20 से अधिक वर्षों से हिन्दी साहित्य एवं राष्ट्र भाषा की पूरे समर्पण के साथ सेवा तथा प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर पर अनेक सम्मेलनों में विभिन्न दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। कार्पोरेट कार्यालयों एवं विभिन्न मंत्रालयों में अतिथि वक्ता के रूप में आमंत्रित एवं हिन्दी भाषा में व्याख्यान दिए हैं। आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में हिन्दी के कार्यक्रमों के अतिथि वक्ता रहे हैं। नेहरू युवा केन्द्र संगठन, भारत सरकार के विभिन्न राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक युवा महोत्सव को संबोधित किया है। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित हिन्दी कार्यक्रमों में अतिथि वक्ता के रूप में सेवा दी है।
डाॅ. विपिन कुमार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न आनुषांगिक संगठनों में विभिन्न दायित्वों का सफल निर्वहन किया है। विश्व हिन्दी परिषद के विभिन्न दायित्वों का निर्वाहन करते हुए हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु हिन्दी दिवस समारोह, विश्व हिन्दी दिवस समारोह एवं कवि सम्मेलनों का सफल आयोजन करते आ रहे हैं। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन एवं भारतीय कला संस्कृति संगम जैसे दर्जनों सामाजिक सांस्कृतिक संस्थाओं से सक्रिय जुड़ाव एवं सार्थक उत्थान की दिशा में लगे हुए हैं।डाॅ. विपिन कुमार की पुस्तक ‘‘हिन्दी और समाज’’ सबका साथ, सबका विकास पुस्तक – विश्व हिन्दी परिषद द्वारा प्रकाशित हुई है। हिन्दी दिवस पत्रक एवं विश्व हिन्दी पत्रक का नियमित प्रकाशन करते हैं। दैनिक जागरण में नियमित छपे आलेखों का संग्रह कर सम्पूर्ण योग पुस्तक का प्रकाशन एवं प्रख्यात योग गुरु स्वामी रामदेव जी द्वारा विमोचन हुआ है। मानव संसाधन विकास विभाग, बिहार सरकार द्वारा बिहार की माध्यमिक विद्यालयों के लिए पूर्व राष्ट्रपति महामहिम डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की पांच पुस्तकों के साथ डाॅ. बिपिन कुमार की पुस्तक माइन्ड पावर मेमोरी की अनुशंसा हुई है।
डाॅ. विपिन कुमार को भारतीय विश्वविद्यालय परिसंघ एवं विश्व हिन्दी विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘विश्व हिन्दी सेवा सम्मान’’ – 2017 मिला है। स्वर्णिम भारत निर्माण द्वारा हिन्दी के क्षेत्र में सम्मान – 2017, साहित्य पुष्प सम्मान – 2012, डाॅ. रामधारी सिंह दिनकर सम्मान – 2005, हिन्दी साहित्य सेवा सम्मान – 2004 इत्यादि सम्मान प्राप्त हुए हैं।
एक ओर जहां अमेरिका ने मनीष सीसोदिया को दुनिया का और भारत का सबसे अधिक होनहार शिक्षा मंत्री माना वहीं भगवंत मान ने सिंगापुर जैसे देश में मुखयाध्यापकों को मनीष सीसोदिया से अधिक तेजस्वी होने भेजा। अब अमरीका भी सिंगापुर के बारे में तारीफ करेगा। एक बात और अरविंद केजरीवाल ने शिक्षकों को फिनलैंड भेजना था लेकिन भगवंत मान ने सिंगापूर की शिक्षा व्यवस्था को फिनलैंड से भी अधिक अच्छा माना।
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
आम आदमी पार्टी(आ.आ.पा. ) की सरकार द्वारा पंजाबियों को दी एक और गारंटी को पूरा किया जा रहा है। इस बारे खुद सी.एम. मान ने ट्वीट करके जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया कि ट्रेनिंग के लिए प्रिंसिपल के पहले बैच को सिंगापुर भेजा जा रहा है। हमारी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की गारंटी लेकर आई थी और दिन-रात एक करके इस मिशन पर लगे हुए है।
दिल्ली की तर्ज पर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार भी राज्य के शिक्षकों को बेहतर ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजेगी। राज्य के 36 सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों का पहला बैच ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा जाएगा। राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य की भगवंत मान सरकार राज्य के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा व्यवस्था देने के अपने वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री मान गुरुवार को एक बार फिर लाइव हुए और पूरी होने जा रही एक और गारंटी की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री मान ने बताया कि पंजाब के 36 प्रिंसिपल 4 फरवरी को सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। यह अध्यापक 6 फरवरी से 10 फरवरी तक सिंगापुर में प्रोफेशनल टीचर ट्रेनिंग सेमिनार का हिस्सा बनेंगे। जहां यह पढ़ाने के लेटेस्ट तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। 11 फरवरी को यह सभी प्रिंसिपल सिंगापुर से वापस लौटेंगे।
मुख्यमंत्री मान का कहना है कि यह प्रिंसिपल 11 फरवरी के बाद वापस लौट अपने अध्यापकों व टीचर्स के साथ अपना सिंगापुर का अनुभव सांझा करेंगे। इस दौरान वह अपने अध्यापकों को लेटेस्ट तकनीकों के बारे में बताएंगे और अपनी पढ़ाने के तरीकों में भी बदलाव करेंगे।
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि इससे पहले भी आप सरकार पंजाब में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए प्रयास कर रही है। सबसे पहले पेरेंट्स टीचर्स मीट आयोजित की जा रही हैं। जिसमें अध्यापक बच्चों के माता-पिता से मिलते हैं और उन्हें बच्चों की प्रोग्रेस के बारे में बताते हैं। इसके अलावा अध्यापकों को भी पता चलता है कि उनका स्टूडेंट स्कूल के बाद क्या करता है।
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि इसके साथ ही हम स्कूल ऑफ एमिनेंस भी लेकर आ रहे हैं। जिसमें बच्चों के पढ़ाई के साथ-साथ उनके हुनर, रूची व पसंद को जाना जाता है। हुनर की पहचान के बाद उसे और अच्छा बेहतर बनाने के लिए उसकी क्षेत्र में ट्रेनिंग दी जाएगी।
संपूर्ण विषय (ओपन स्कूल सहित), री अपीयर, अतिरिक्त विषय तथा कारगुजारी बढ़ाने के लिए कैटिगरी के अधीन परीक्षाएं देने वाले 10वीं कक्षा के परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 25 अप्रैल 2023 से 6 मई 2023 तक तथा 12वीं कक्षा के परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 25 अप्रैल 2023 से 9 मई तक करवाई जाएंगी।
वहीं, दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है लेकिन इस समय शिक्षकों को फिनलैंड भेजेने के लिए आ.आ.पा. का LG के साथ तनाव चल रहा है। बता दें कि इस मामले को लेकर हाल में दिल्ली के डिप्टी सीएम ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह स्कूल के टीचर्स को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने के आ.आ.पा. सरकार के प्रयासों को रोकने के मकसद से ‘गंदी राजनीति’ कर रही है।
तकनीकी दिक्कत के कारण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें प्रभावित हो रही हैं, पेरिस और मैड्रिड के यात्रियों ने अमेरिका की अपनी यात्रा रद्द होने की शिकायत की है। अमेरिकी हवाईअड्डों से उड़ान भरने वाली कम से कम 500 उड़ानों में देरी होने की सूचना मिली है। कुछ यात्रियों ने लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट के रनवे पर घंटों फंसे रहने की शिकायत की। प्रभावित अमेरिकी हवाईअड्डों की बढ़ती सूची में न्यू यॉर्क में जेएफके हवाईअड्डा, टाम्पा, फिलाडेल्फिया, इंडियानापोलिस, होनोलूलू, रोनाल्ड रीगन वाशिंगटन और जैक्सनविले शामिल हैं। एफएए ने कहा कि वह इस मुद्दे को ठीक करने की कोशिश कर रहा था।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :
संयुक्त राज्य अमेरिका में तकनीकी खराबी के चलते सभी फ्लाइट्स की उड़ान पर रोक लगा दी कई है। इससे हजारों लोग फंस गए हैं। कई रिपोर्टों के मुताबिक फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के हुए कंम्प्यूटर सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी के चलते पूरे संयुक्त राज्य की फ्लाइट्स को अनिश्चितकाल के लिए उड़ान भरने से रोक दिया गया है। जिसके चलते हजारों लोग फंसे हुए हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक अमेरिका में उड़ानें फिर से शुरू हो रही हैं, लेकिन कंप्यूटर की समस्याओं के कारण 1000 से अधिक उड़ानों में देरी के बाद हवाईअड्डों को समय पर वापस आने में कुछ समय लग सकता है।
फ्लाइट ट्रैकिंग कंपनी फ्लाइटअवेयर के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका के अंदर और बाहर जाने वाली करीब 1,100 से अधिक उड़ानें लेट हुईं और 90 से अधिक फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया। वहीं, द एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम कमांड सेंटर ने यात्रियों को इसमें लंबी देरी के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है। साथ ही कमांड सिस्टम से यह भी स्वीकार किया है कि फिलहाल इस समस्या का कोई समाधान नहीं है।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटवेयर ने दिखाया कि बुधवार सुबह 5.31 बजे से 400 से अधिक उड़ाने अमेरिका के भीतर या बाहर देरी से चल रही हैं। एफएए ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि उनके तकनीशियन वर्तमान में सिस्टम को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि, इसमें कितना समय लगेगा, इसे लेकर अभी तक कुछ जानकारी नहीं दी गई है। इस खराबी के दूर होने के बाद सभी फ्लाइट्स को एक निश्चित क्रम में दोबारा उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी।
भारत में अमेरिका की उड़ान सेवाओं को कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत के सभी हवाईअड्डों पर परिचालन सामान्य है। अभी तक यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के सिस्टम में गड़बड़ी के बीच भारत से अमेरिका जाने वाली उड़ानों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि 22 दिसंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 153 तक गिरे हैं और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.14% तक हो गई है। चीन समेत दुनिया के कई देशों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच भारत सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर कोरोना के मौजूदा स्थिति पर पैनी नजर रखने की बात कही है। कोरोना की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। प्रधानमंत्री उच्च अधिकारियों की इस बैठक में कोरोना से संबंधित स्थिति की समीक्षा करेंगे साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए किए गए इंतजामों का भी जायजा लेंगे। आपको बता दें कि कल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की अपील की थी।
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और सभी राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिव शामिल हुए। इस दौरान कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ाई के एक्शन प्लान पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 पर एक उच्च-स्तरीय बैठक में भीड़ भरे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोमिक सीक्वेंसिंग का आग्रह किया। उन्होंने कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लोगों के लिए ‘एहतियात खुराक’ को प्रोत्साहित करने पर भी ज़ोर दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि 22 दिसंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 153 तक गिरे हैं और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.14% तक हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर संपूर्ण कोविड बुनियादी ढांचा, उपकरण, प्रक्रियाओं और मानव संसाधन के मामले में तैयारियों के उच्च स्तर बने रहे। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बताया गया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल के बेड के संबंध में पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी है।
इस बीच यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु ने भी कोरोना पर समीक्षा बैठकें बुलाई। दूसरी तरफ संसद में आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया देश में कोरोना के हालात को लेकर बयान दिया।
#WATCH | PM Narendra Modi reviews the situation related to #COVID19 in the country at a high-level meeting pic.twitter.com/Ql1KvMSIFL
— ANI (@ANI) December 22, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन और अमेरिका सहित कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक की थी। विश्व के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के बढ़ते मामलों के परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बैठक से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसू ने कहा कि चीन में जोखिम के आकलन के लिए उनके संगठन को स्थिति की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या और आईसीयू की जरूरतों पर विस्तृत जानकारी चाहिए। उन्होंने चीन से अनुरोध किया है कि वह संगठन को सभी आंकड़े उपलब्ध कराए।
भारत-चीन विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई। शाह ने कहा कि कॉंग्रेस अपने निजी संबंधों को बनाने के लिए सुरक्षा परिषद की सदस्यता को भेंट कर दी है, राजीव गांधी फाउंडेशन 2005-06 में फाउंडेशन ने पैसे लिए। गृहमंत्री ने कहा कि भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। हमारे जवानों ने 8 की रात को और 9 की सुबह को जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी भूमि की रक्षा की।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ नयी दिल्ली :
तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। 9 दिसंबर को तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में भारत-चीन के बीच झड़प के मुद्दे को लेकर विपक्ष की तरफ से हंगामे पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि लोकसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। उन्होंने इस पूरे हंगामे के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। साथ ही कांग्रेस के चीन से संबंध होने का आरोप लगाते हुए राजीव गांधी फाउंडेशन पर भी टिप्पणी की। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सैनिकों के साथ आमना-सामना के दौरान चीनी सैनिकों ने एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सका।
उन्होंने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही गृह मंत्री ने कहा कि “भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया गया है। भारतीय सैनिकों ने झड़प के दौरान अपार बहादुरी दिखाई और कुछ ही समय में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया।”
#WATCH | Today there is a BJP government in the country. As long as our govt is there no one can capture even an inch of land. I salute the valour shown by our Indian Army troops on the intervening night of December 8-9 (in Arunachal Pradesh): Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/hsBTJv8dcN
— ANI (@ANI) December 13, 2022
उन्होंने भारतीय सैनिकों की वीरता की सराहना की। शाह ने कहा कि “मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं… जब तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में है, कोई भी हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता है।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि 2005, 2006 और 2007 में चीनी दूतावास द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन (RFG) के बैंक खातों में भारी मात्रा में धन ट्रांसफक किया गया था।
Press byte by HM Shri @AmitShah in Parliament, New Delhi. https://t.co/AlvkV0ysuR
— BJP (@BJP4India) December 13, 2022
“मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद, मैं कांग्रेस की चिंता को समझ गया। प्रश्न राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के बारे में था।”
उन्होंने आगे उल्लेख किया कि 7 जुलाई 2011 को आरजीएफ को विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जकार नाइक से 50 लाख रुपये मिले।
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 07 दिसंबर :
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि थलसेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस.राजू 8 से 10 दिसम्बर 2022 तक मलेशिया की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान थलसेना उप प्रमुख देश के वरिष्ठ सैन्य एवं नागरिक नेतृत्व के साथ अनेक बैठकों के माध्यम से भारत और मलेशिया के बीच उत्कृष्ट रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाएंगे।
थलसेना उप प्रमुख मलेशियाई सेना के उप प्रमुख और मलेशियाई सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ से मुलाकात करेंगे,जहां वह आपसी हित के मुद्दों पर परस्पर विचार साझा करेंगे। वह मलेशियाई इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज के सीईओ के साथ व्यापक चर्चा में भी शामिल होंगे।
9 नवम्बर 2022 को थलसेना उप प्रमुख संयुक्त ‘अभ्यास हरिमऊ शक्ति‘ की विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधियों का गवाह बनेंगे और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।थलसेना उप प्रमुख की यह यात्रा दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करेगी और रणनीतिक मुद्दों पर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय एवं सहयोग के एक प्रेरक के रूप में कार्य करेगी।
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