किसानों को नहीं होने देंगे कोई भी परेशानी: अनूप धानक

अनाज मंडी में फसल लाने से लेकर बेचने तक में किसानों को नहीं होने देंगे कोई भी परेशानी: पूर्व मंत्री अनूप धानक

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 12      अक्टूबर :

पूर्व मंत्री अनूप धानक ने शनिवार को उकलाना की नई अनाज मंडी का दौरा करते हुए धान फसल खरीद व्यवस्थाओं का गंभीरता से जायजा लिया। उन्होंने खरीद से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनाज मंडियों में फसल लाने से लेकर बेचने तक की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडी में फसल लेकर आने वाले किसानों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाए ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के धान व बाजरे के एक-एक दाने को खरीदा जाएगा इसके लिए सभी प्रकार के बंदोबस्त किए गए हैं।

इस दौरान पूर्व मंत्री अनूप धानक ने मंडी परिसर का दौरा करते हुए हर प्रकार की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने हर प्रकार की व्यवस्थाओं की जांच उपरांत संतोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर किसी किसान को कोई समस्या है तो तुरंत उसका समाधान करें। धान का एक-एक दाना सरकारी खरीद पर खरीदा जाए।

उन्होंने कहा कि अधिकारी खरीद के साथ-साथ धान के उठान पर भी विशेष ध्यान दें ताकि मंडी में किसी प्रकार की भीड़ न हो और किसानों को कोई परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि धान बिक्री व तुलाई के तुरंत बाद उसका उठान करवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान पूर्व मंत्री ने मण्डी में उपस्थित आढती व किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना व नियमानुसार समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि वे बिक्री के लिए मंडी में लाई जाने वाली धान को नमी रहित लेकर आए। मंडी में लाई गई धान को सुखाकर लाएं ताकि मंडी में निर्धारित मानदंडों को पूरा करने वाले धान की खरीद तुरंत प्रभाव से की जाए। इस अवसर पर संदीप धमीजा, रामफल नैन, सुरजीत ख्यालिया, धूप सिंह, शमशेर भूरिया, सतीश, संदीप खेरी, जगदीप कुंडू, राधिका गोदारा, जसवीर, जय सिंह, सुमित लितानी, विनोद कुमार, सतीश, रामदिया, परमाल, राजबीर बाबरिया, रन सिंह, राजा राम, निक्कू साहू आदि मौजूद रहे।

हम सभी को प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को खत्म करना  चाहिए

हम सभी को भ्रूणहत्या, प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को खत्म करना  चाहिए : डॉ. आशीष सरीन

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 12      अक्टूबर :

दशहरे के त्यौहार पर लोगों को रावण का दहन करने के साथ ही भ्रूणहत्या, प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को भी खत्म करना चाहिए। इन बातो का प्रगटावा  हिज़ एक्सीलेंट कोचिंग सेंटर एवं सेंट कबीर पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल चगरा के चेयरमैन एवं प्रख्यात समाज सेवी डॉ. आशीष सरीन ने पत्रकारों के साथ व्यक्त किया । 

उन्होंने कहा कि समाज से इन तीन बुराइयों को खत्म करना सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों का सम्मान करना भी बहुत जरूरी है।   उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या जैसी बुराई को भी समाज से उखाड़ फेंकना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में गंदगी भी एक प्रकार की बुराई है, इसे खत्म किये बिना लोग और देश आगे नहीं बढ़ सकते। आजकल हमारे लोगों में कई बुराइयां हैं, जिन्हें खत्म करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज हर कोई अपना काम जल्दी करवाने के लिए रिश्वतखोरी को प्राथमिकता देता है, जबकि हम भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नेताओं की आलोचना करते रहते हैं, लेकिन लोग अपना काम करवाने के लिए खुद रिश्वतखोरी का सहारा लेते हैं और अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देने को पहिल देते है ।  उन्होंने कहा कि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो विकास नहीं होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में 25 प्रतिशत लोग शिक्षा के अधिकार से वंचित हैं.  उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करके ही बेहतर समाज की नींव रखी जा सकती है। 

भोजपुरी गायकों के भजनों ने बांधा समां

पूर्वांचल जनहित महासंघ द्वारा आयोजित भव्य दुर्गा पूजा में पूर्वांचल की संस्कृति की झलक देखने को मिली

डेमोक्रेटिक फ्रंट, डेराबस्सी,  12 अक्टूबर:

श्री दुर्गाष्टमी के अवसर पर डेराबस्सी में पूर्वांचल जनहित महासंघ द्वारा फोकल प्वाइंट पर आयोजित दुर्गा पूजा में पूर्वांचल संस्कृति और भक्ति की झलक देखने को मिली। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटे, जिन्होंने भोजपुरी गायक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजनों का आनंद लिया और माता रानी की आराधना की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जीरकपुर और डेराबस्सी के पूर्व विधायक एनके शर्मा, मौजूदा विधायक कुलजीत सिंह रंधावा, मनप्रीत सिंह बन्नी संधू, टोनी राणा, और हरजिंदर सिंह रंगी उपस्थित रहे।

बिहार से आए प्रसिद्ध भोजपुरी गायकों ने भक्ति के रंग में रंगी प्रस्तुति से माहौल को भक्तिमय बना दिया। गायक चंदन यादव, अर्चना राज, रानी सिंह, छोटू राजा, और जय प्रकाश जिद्दी ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए। भोजपुरी भजनों के माध्यम से इन कलाकारों ने हजारों भक्तों का मन मोह लिया और पूरे कार्यक्रम में भक्ति और आस्था का संचार किया। उनकी मधुर आवाज़ और भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

अनिल विज को हरियाणा कैबिनेट में दी जाएँ बड़ी ज़िम्मेवारी : वीरेश शांडिल्य 

36 बिरादरी के नेता अनिल विज को भाजपा हाईकमान हरियाणा से जाट- नॉन जाट शब्द के खात्मे की मुहिम चलाने के लिए कहे : शांडिल्य

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 11     अक्टूबर :

विश्व हिन्दू तख्त व ब्राह्मण महापंचायत के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर हरियाणा में 1966 के बाद लगातार भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने पर बधाई दी और साथ ही पत्र में कहा कि 1966 में हरियाणा बना था और हरियाणा में जाति के आधार पर पंडित भगवत दयाल मुख्यमंत्री नहीं बने थे वह काब्लियत के आधार पर व 36 बिरादरी के भाई चारे के आधार पर पंडित भगवत दयाल हरियाणा के पहले सीएम बने थे। नवरात्रों में भाजपा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा में स्पष्ट बहुमत मिला अब मोदी, नड्डा व मोहन भागवत हरियाणा में जाट, नॉन जाट शब्द को हटाकर हरियाणा को 36 बिरादरी के भाईचारे बनाने की पहल करें। ब्राहामण महापंचायत व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख जो देश में आतंकवाद के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने वाला चेहरा हैं और देश की एकता और अखंडता के लिए वीरेश शांडिल्य ने 26 जुलाई 2002 को दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक आतंकवाद के खिलाफ आतंकवाद विरोधी रथ यात्रा निकाली थी राष्ट्रद्रोहियों व आतंकवादियों को ललकारती यह पहली रथ यात्रा हरियाणा से वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में दिल्ली से जम्मू कश्मीर गई। वीरेश शांडिल्य ने भारत के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रहित में अनेक फैसले लिए और अब हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की लगातार सरकार बनने पर एक बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा को जाट, नॉन जाट मुक्त करते हुए हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा देते हुए इस जहर को खत्म करें। 

वीरेश शांडिल्य ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि हरियाणा से जाट, नॉन जाट के जहर को पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री व अंबाला छावनी से सातवीं बार विधायक बने अनिल विज खत्म कर सकते हैं क्योंकि गृह मंत्री होते हुए अनिल विज ने 36 बिरादरी की खुले दरबार लगाकर सुनवाई की उनके दरवाजे पर जात पात नहीं इंसानियत पूजी जाती थी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 15 अक्तूबर को अनिल विज को ऐसा कैबिनेट में पद दिया जाए जिससे

हरियाणा की 36 बिरादरी का सिर गर्व से ऊपर हो और अनिल विज को यह जिम्मा दिया जाए कि 2029 के चुनावों तक 36 बिरादरी को हरियाणा में एक किया जाए, एक मंच पर लाया जाए जैसे दसवें गुरू गोबिंद सिंह ने अलग अलग समुदाय के लोगों को 5 प्यारों के रूप में सजाया फिर उन्हीं के जूठे बांटे में खुद अमृत छक कर गुरू गोबिंद राय से गुरू गोबिंद सिंह बने वह छुआछूत ऊंच नीच खत्म किया। वीरेश शांडिलय ने मोदी, नड्डा व मोहन भागवत को पत्र में लिखा कि हरियाणा में अनिल विज को इतनी बड़ी जिम्मवारी दी जाए कि हरियाणा में अनिल विज जाट, नॉन जाट को ही नहीं बल्कि जात पात के जहर को खत्म कर दें।

डाॅ. रामनिवास ‘मानव’ को  मिला अनूठा सम्मान

चेन्नई में राष्ट्रीय अनुवाद कार्यशाला में डाॅ. रामनिवास ‘मानव’ को  मिला अनूठा सम्मान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  11 अक्टूबर:

शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की स्वायत्तशासी संस्था सीआईसीटी, चेन्नई (तमिलनाडु) द्वारा राष्ट्रीय अनुवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें अंग्रेजी, नेपाली, संस्कृत, हिंदी, उर्दू, उड़िया, तमिल, कन्नड़, कश्मीरी, डोगरी, राजस्थानी, ढूंढाड़ी, अवधी, बघेली, ब्रज, कच्छी आदि भारतीय भाषाओं और बाईस राज्यों के लगभग तीन दर्जन प्रमुख विद्वानों और अनुवादकों ने भाग लिया। महान तमिल कवि तिरुवल्लुवर द्वारा रचित और तमिल वेद कहे जाने वाले ‘तिरुक्कुरल’ ग्रंथ पर केंद्रित इस भव्य 7-दिवसीय संगोष्ठी में हरियाणवी भाषा-विशेषज्ञ के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ. रामनिवास ‘मानव’ ने सहभागिता की तथा ‘तिरुवल्लुवर द्वारा रचित ‘तिरुक्कुरल’ : परिचय, प्रतिपाद्य एवं प्रदेय’ विषय पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. ‘मानव’ ने, हरियाणवी भाषा के स्वरूप और स्थिति की चर्चा करते हुए, शब्द और उच्चारण साम्य के आधार पर तमिल से उसकी तुलना की। कार्यशाला के अंत में सीआईसीटी के निदेशक डॉ. आर. चंद्रशेखरन, कुलसचिव डॉ. आर. भुवनेश्वरी, आयोजक डॉ. अलगुमुथू वी. और भाषा-समन्वयक डॉ. एम. गोविंद राजन द्वारा डॉ. ‘मानव’ को  प्रमाण-पत्र, तिरुवल्लुवर की प्रतिमा और साहित्य तथा अन्य सम्मान-प्रतीक भेंटकर सम्मानित किया गया। 

सवाल तो पत्रकारिता की साख का है

मैने अपने पत्रकारिता के बहुत लंबे जीवन में बहुत से चुनाव कवर किए हैं। इस आधार पर मैं दावे से कह सकता हूं कि जनता की नब्ज़ टटोलना कोई बड़ी बात नहीं। ऐसा नहीं है की उन दिनों में कोई गलती होती नहीं थी, लेकिन सभी पत्रकार गलती नहीं करते थे। कोई इक्का दुक्का साथी या अखबार करता था। और इस तरह की गलती की कोई माफी नहीं होती थी। अक्सर लोगों की नौकरी चली जाती थी।

वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन सिंह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  10    अक्टूबर :

लोकतंत्र में तो चुनाव आते रहते हैं जाते रहते हैं। कभी एक पार्टी जीत हासिल करती है कभी दूसरी। नेताओं के अपने दावे होते हैं। चुनावी नतीजों के आने तक सभी दल अपनी अपनी जीत को पक्का बताते हैं। ऐसे दावे करना उनकी ज़रूरत, उनका अधिकार और उनका फर्ज़ भी है। गलियों, मुहल्लों, चाय की दुकानों पर भी लोग अटकलें लगाते रहते हैं। विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता और उनसे सहानुभूति रखने वाले आपस में बहस करते आम देखे जा सकते हैं। लेकिन चौथे स्तंभ को तो बहुत ही जिम्मेदारी से काम लेना होता है। उसका हाथ मतदाता की नब्ज़ पर होना लाज़िम है।

छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बाद हरियाणा और जम्मू- कश्मीर में जिस तरह पत्रकारों की फजियत हुई है वह चिंता का विषय है। जिस तरह से हारी हुई पार्टी को आत्ममंथन की ज़रूरत होती है उसी तरह से आज देश के मीडिया को भी आत्ममंथन की ज़रूरत है। लोग पत्रकारिता का मज़ाक उड़ा रहे हैं। हम सभी पर लतीफे गढ़े जा रहे हैं। मैं यह कतई नहीं कह रहा कि कोई भी विश्लेषण शतप्रतिशत सही होना चाहिए। उसमें थोड़ी बहुत कमी रह जाती है। लेकिन पत्रकारों के अनुमानों के पूरी तरह विपरीत नतीजे तो हम सभी पत्रकारों के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

मैने अपने पत्रकारिता के बहुत लंबे जीवन में बहुत से चुनाव कवर किए हैं। इस आधार पर मैं दावे से कह सकता हूं कि जनता की नब्ज़ टटोलना कोई बड़ी बात नहीं। ऐसा नहीं है की उन दिनों में कोई गलती होती नहीं थी, लेकिन सभी पत्रकार गलती नहीं करते थे। कोई इक्का दुक्का साथी या अखबार करता था। और इस तरह की गलती की कोई माफी नहीं होती थी। अक्सर लोगों की नौकरी चली जाती थी। अखबार की इज्ज़त का बहुत ध्यान रखा जाता था। हालांकि 90 के दशक से इसमें कुछ गिरावट आनी ज़रूर शुरू हुई थी पर मामला इस हद तक नहीं था। उन दिन वे पत्रकार जिनका अनुमान गलत निकलता था अक्सर यह बहाना बनाते थे कि रातो रात लोग बदल गए।
खैर उन बातों का अब कोई औचित्य नहीं। सवाल यह है कि अब क्या किया जाए। छत्तीसगढ़ में, मध्यप्रदेश में और अब हरियाणा में सभी के अनुमान धरे रह गए। बहुत पहले कभी एसिस्ट पोल करने वाले साहब तो यहां तक कह रहे थे कि हरियाणा में कांग्रेस की आंधी है, बस देखना इतना है कि यह हवा है, तूफान है या सुनामी है। उधर जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी थी।

आज हम सभी पत्रकारों को अपनी साख बचाने के लिए सोचना होगा। पुराने पत्रकारों की बजाए युवा पीढ़ी के कलमकारों को इस पर मनन करने की ज़रूरत है। यह सही है कि आज पत्रकारिता बहुत कठिन हो गई है। सत्ता के गलियारे सभी को अपनी ओर आसानी से खींच लेते हैं। नौकरियां भी पक्की नहीं रही हैं। मालिकों का सीधा हस्तक्षेप अखबारों और न्यूज़ चैनलस में हो गया है। मालिकों को राजसभा लुभाने लगी है।संपादक का पद महज औपचारिक रह गया है। इन हालात में पत्रकारों का काम बहुत कठिन हो गया है। पर कलम को ज़िंदा रखना बहुत ज़रूरी है।

आज सवाल पत्रकारिता की साख का है।

अनिल विज को सातवीं बार विधायक चुने जाने पर बधाई : वासु रंजन शांडिल्य

अनिल विज को सातवीं बार विधायक चुने जाने पर बधाई देने पहुंचे हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 10 अक्टूबर :

हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को आज विजय दशमी से 24 घंटे पूर्व उन्हें सातवीं बार अंबाला छावनी से विधायक चुने जाने पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य अपने साथियों व अपने छोटे भाई आवाज-ए-हिन्दुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत तहलका टीवी के प्रमुख शिव रंजन के साथ जाकर बधाई दी और मां दुर्गा की प्रतिमा व माता की चुनरी भेंट की और अंतिम नवरात्रे की भी एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने बधाई दी। 

वासु रंजन ने कहा कि अनिल विज निरोग रहे, दीर्घायु रहे और हरियाणा के अंतिम नागरिक की आवाज बनें और उन्हें न्याय दें। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य जो शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर अंबाला की जनता की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ रहें हैं आज अनिल विज को हरियाणा में भाजपा हाईकमान ऐसा पुरस्कार दे जिससे हरियाणा की पौने 3 करोड़ जनता भाजपा का एहसान न भुला सके। 

 वासु रंजन शांडिल्य जो वीरेश शांडिल्य के बेटे हैं उन्होंने कहा कि उनका परिवार पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के साथ 1990 से जुड़ा हुआ है और अनिल विज ने गृह मंत्री के रूप में जो हरियाणा में गर्मी, सर्दी, धूप, बरसात कुछ न देखी आधी आधी रात तक अंबाला में खुले दरबार लगाकर लाखों लोगों की पीड़ा को सुना, हल किया यही कारण है कि आज अंबाला छावनी में सातवीं बार अनिल विज विधायक चुने गए। उन्होंने कहा कि अनिल विज के नेतृत्व में अंबाला भय व भ्रष्टाचार मुक्त रहा। 

 एडवोकेट वासु रंजन ने कहा कि जल्द ही पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का अंबाला शहर निवास पर भव्य स्वागत होगा और अनिल विज को हरियाणा रतन से नवाजा जाएगा। इस मौके पर वासु रंजन व उनकी टीम व शिव रंजन ने अनिल विज का मुंह मीठा करवाया और कहा कि मास का लीडर व जनप्रिय नेता कैसे बना जाता है यह कोई अनिल विज से सीखे।

मिस लिंडी कैमरन सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में हुई नतमस्तक

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त मिस लिंडी कैमरन सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में हुई नतमस्तक

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 09      अक्टूबर :

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त मिस लिंडी कैमरन आज सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक होने पहुंचीं। इस बीच उन्होंने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में गुरबाणी कीर्तन सवरण किया। वह लंगर श्री गुरु रामदास जी भी  गए, जहां उन्होंने लंगर सेवा की। श्री दरबार साहिब के सूचना केंद्र में शिरोमणि कमेटी के महासचिव भाई राजिंदर सिंह मेहता ने उन्हें सचखंड श्री हरमंदिर साहिब का स्वर्ण मॉडल और पुस्तकें देकर सम्मानित किया। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने यात्रा पुस्तिका में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए उल्लेख किया है कि “श्री हरमंदिर साहिब सिख धर्म का केंद्रीय तीर्थ है जहां आज लाखों तीर्थयात्रियों में से एक को माथा टेकना अच्छा लगा। यह एक सुन्दर एवं मनमोहक पूजा स्थल है। उन्होंने सम्मान के लिए आयोजकों को भी धन्यवाद दिया। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के उप सचिव  जसविंदर सिंह जस्सी, सूचना अधिकारी अमृतपाल सिंह और  रणधीर सिंह आदि मौजूद थे.

विधायक घनश्याम दास ने लगाई जीत की हैट्रिक

  • जनसेवक के रूप में यमुनानगर को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाएंगे – घनश्याम दास अरोड़ा
  • विधायक घनश्याम दास ने लगाई जीत की हैट्रिक, रोड शो निकाल लोगों को जताया आभार
  • शहरवासियों ने फूलों की मालाएं पहनाकर व पुष्प वर्षा कर विधायक का किया स्वागत, तीसरी बार जीतने पर दी बधाई

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 09      अक्टूबर :

हरियाणा आम विधानसभा चुनाव की मंगलवार को मतगणना हुई। यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की। उन्हें कुल 73185 मत प्राप्त हुए। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी रमन त्यागी को 50748 व इनेलो प्रत्याशी दिलबाग सिंह को 36067 मत मिले। 22437 मतों के अंतर से जीत की हैट्रिक लगाने के बाद विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने अपना आशीर्वाद देने के लिए जनता का आभार जताया। जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने जनता का धन्यवाद करने के लिए शहर में रोड शो निकाला। रोड शो चुनाव कार्यालय से शुरू होकर वर्कशॉप रोड, शहीद भगत सिंह चौक से होते हुए रेलवे रोड व अन्य मार्गों से होते हुए प्यारा चौक, नेहरू पार्क से होते हुए विधायक घनश्याम दास के आवास पर समाप्त हुआ। इस दौरान शहरवासियों ने फूल मालाएं पहनाकर व पुष्प वर्षा का उनका स्वागत किया और जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर हरियाणा व यमुनानगर की जनता ने फिर मुहर लगाई है। इस ऐतिहासिक जीत पर वे यमुनानगर वासियों व बीजेपी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हैं। ये लोगों का प्यार और आशीर्वाद है, जो उन्होंने उन पर विश्वास कर तीसरी बार जनसेवक बनने का मौका दिया। वह जनसेवक के रूप में यमुनानगर को विकास की ऊंचाइयों की तरफ ले जाएंगे। भाजपा ने चुनाव से पहले जो संकल्प लिए थे, उन्हें जरूर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस की बात को नकारा है, जनता ने ऐसा संदेश दिया है कि मोदी सरकार की जो नीतियां हैं उसे जनता ने स्वीकार किया है।

तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार है : पवन खेड़ा

हरियाणा में चुनाव हुआ है जिसके नतीजे अस्वीकार्य है,जिन मशीनों में हमारे नतीजे 99% थे उनमें हमारे नतीजे हारने वाले आए और जिस मशीनों को नहीं छेड़ा गया उसमें हम जीत रहे हैं। तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार है, हम सारी शिकायतें इकट्ठा कर रहे हैं, हम ये सब शिकायत चुनाव आयोग के पास लेकर जाएंगे और वहां पर अपनी शिकायत दर्ज करेंगे। : कांग्रेस नेता पवन खेड़ा

  • जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव
  • आर्टिकल 370 हटने के बाद से पहली बार हुए चुनाव
  • हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा
  • कांग्रेस ने हरियाणा के नतीजों को स्वीकार करने से इनकार किया
  • कांग्रेस ने हरियाणा में ईवीएम और काउंटिंग सिस्टम पर उठाए सवाल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 08      अक्टूबर :

कांग्रेस का हरियाणा जीतने का सपना अब चकनाचूर हो गया है। बीजेपी एक बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है। बीजेपी हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाएगी। हरियाणा में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाकर कांग्रेस और अन्य दलों को चौंका दिया है। दरअसल एग्जिट पोल के नतीजों में कांग्रेस को भारी सीटों के साथ सरकार बनाने की स्थिति में दिखाया गया था। लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। हरियाणा में भगवा रंग फिर चढ़ गया है। उधर हरियाणा में बीजेपी की जीत के साथ ही देश का सियासी पारा हाई हो गया है। कांग्रेस अपनी हार की ठींकरा हमेशा की तरह ईवीएम पर ही फोड़ रही हैं।

हरियाणा में हाई वोल्टेज प्रचार अभियान चलाने और अरविंद केजरीवाल को ‘हरियाणा की मिट्टी का बेटा’ के रूप में पेश करने के बावजूद, आम आदमी पार्टी को इस हिंदी भाषी राज्य में भारी निराशा हाथ लगी है। हरियाणा चुनाव नतीजों के अब तक के रुझान में आआपा का खाता भी खुलता हुआ नहीं दिख रहा है। उसके लगभग सभी उम्मीदवार चौथे नंबर या उससे भी पीछे चल रहे हैं और इस बात की पूरी संभावना है कि अपनी जमानत भी न बचा पाएं।

‘कांग्रेस लगातार झूठ फैलाने का काम कर रही थी लेकिन जनता ने उनकी बात को नकारा… सरकार की जो काम करने की नीतियां हैं, जो उपलब्धियां हैं उसे जनता ने स्वीकार किया… यह अपने-आप में एक रिकॉर्ड बना है क्योंकि हरियाणा में किसी पार्टी की तीसरी बार सरकार नहीं बनी थी। भाजपा ने हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाई है।’ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर

जम्मू-कश्मीर का चुनाव काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहला विधानसभा चुनाव है। 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था।

जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे मंगलवार को आ गए। केंद्रशासित प्रदेश में 10 साल बाद हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 और कांग्रेस 6 सीटें जीत गईं। सीपीएम को भी एक सीट मिली। जम्मू रीजन में 28 सीटें जीतकर बीजेपी अब मुख्य विपक्षी दल बन गई है। पीडीपी को सिर्फ तीन सीटें मिली। पहली बार आआपा ने भी एक सीट जीतकर खाता खोला। निर्दलीयों के खाते में 6 सीटें आईं।