Monday, March 24
  • हरियाणा के मुख्यमंत्री से मां-बेटी ने की शिष्टाचार मुलाकात, संयुक्त राष्ट्र में आने का दिया निमंत्रण
  • 90 फीसदी विकलांग तेजस्वनी को भजन गायिका बनाने वाली मां को संयुक्त राष्ट्र करेगा सम्मानित
  • 07 मार्च को आयोजित होगा कार्यक्रम, हावर्ड यूनिवर्सिटी में तेजस्वनी सुनाएगी भजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 03 मार्च :

पंचकूला की 90 फीसदी विकलांग बेटी तेजस्वनी को भजन गायिका बनाने वाली मां हर्ष शर्मा को संयुक्त राष्ट्र आगामी 07 मार्च को सम्मानित करने जा रहा है। इसे लेकर मां-बेटी (तेजस्वनी और हर्ष शर्मा) ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर शिष्टाचार भेंट की। साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को संयुक्त राष्ट्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार करते हुए तेजस्वनी को अपना आशीर्वाद दिया। साथ ही उसके उज्जवल भविष्य की कामना भी की। 

हरियाणा के पंचकूला में रहने वाली 90 फीसदी विकलांग तेजस्वनी को भजन गायिका बनाने में उसकी मां हर्ष शर्मा की कई सालों की तपस्या शामिल है। जिन्होंने तेजस्वनी के साथ रहकर न केवल उसकी परवरिश की बल्कि उसे भजन गायिका बनाने में भी अहम भूमिका निभाई।

यही वजह है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महिला सशक्तिकरण का जीता जागता उदाहरण बन चुकी इस मां को संयुक्त राष्ट्र सम्मानित करने जा रहा है। यही नहीं बाकायदा संयुक्त राष्ट्र की इंडियन अबेंसी में तेजस्वनी को भजन गाने का अवसर मिलेगा। 37 वर्षीय तेजस्वनी शर्मा भजन गायिका है और वह अपनी कला के बल पर राष्ट्रपति अवार्ड भी हासिल कर चुकी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात के दौरान तेजस्वनी की मां हर्ष शर्मा ने बताया कि हरियाणा सरकार हर मोर्चे पर बेटियों को आगे बढ़ाकर उनका मान-सम्मान बढ़ा रही है।

आज केंद्र और हरियाणा सरकार की महिलाओं और बेटियों के प्रति सम्मानजनक सोच का ही नतीजा है कि बेटियां आगे आकर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि तेजस्वनी को भी सरकार विकलांग का दंश झेल रहे बच्चों से जुड़े कार्यक्रमों की ब्रांड अंबेस्डर बनाकर मुख्यधारा में लाने का प्रयास करे ताकि एेसे बच्चों और उनके परिवारों में ऊर्जा का संचार किया जा सके। 

फोटो: हरियाणा के मुख्यमंत्री को तेजस्वनी और उसकी मां हर्ष शर्मा 07 मार्च को संयुक्त राष्ट्र में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए।