अब चंदामामा दूर के नहीं : प्रधान मंत्री

भारत चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह कामयाबी मिली है। अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार है। धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आएगा। इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा। इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे।

चंद्रयान-3 लैंडिंग से ठीक पहले वर्टिकल पोजिशन में आया। - Dainik Bhaskar
चंद्रयान – 3 लैंडिंग से ठीक पहले वर्टिकल पोजिशन में आया

सारीका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, बेंगलुरु/चण्डीगढ़ – 23अगस्त :

भारत ने इतिहास रच दिया है क्योंकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह को छू लिया है। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश और धरती के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है, जो अब तक अनछुआ था।

इस अभियान के तहत यान ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंच पाया था। चंद्र सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, लेकिन उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर नहीं हुई थी। ‘चंद्रयान 3’ की सफलता को लेकर देश भर में प्रार्थनाएँ हो रही थीं।

बता दें कि ISRO के ‘चंद्रयान 3’ का बजट मात्र 75 मिलियन डॉलर (615 करोड़ रुपए) ही था, जो अंतरिक्ष के विषय पर बनी हॉलीवुड की फिल्म ‘Interstellar’ (2014) के बजट से भी कम है। दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क ने भी इस पर टिप्पणी की है। बता दें कि ‘इंटरस्टेलर’ का बजट 165 मिलियन डॉलर था। एलन मस्क ने कहा है कि ये मिशन भारत के लिए काफी अच्छा है। बता दें कि ‘चंद्रयान 3’ को 14 जुलाई, 2023 को अंतरिक्ष के लिए लॉन्च किया गया था।

BRICS समिट में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लैंडिंग के कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े हुए थे। जहाँ ‘चंद्रयान 3’ के लैंडर का नाम विक्रम है, वहीं इसके रोवर का नाम प्रज्ञान है। बता दें कि इस मिशन के बारे में जानकारी ISRO के मुखिया रहे के सिवन ने 2020 में ही दे दी थी। उन्होंने बताया था कि जहाँ रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल में 250 करोड़ रुपए का खर्च आया है, वहीं वहीं लॉन्च सर्विस 365 करोड़ रुपए के खर्च से हुआ।

वहीं बता दें कि ‘चंद्रयान 2’ मिशन 978 करोड़ रुपए में पूरा किया था, लेकिन वो लैंड नहीं कर पाया था। उस दौरान भावुक के सिवन को सांत्वना देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो भी सामने आया था। जिस तरह से उन्होंने वैज्ञानिकों को ढाँढस बँधाया था, उसके बाद उनकी जम कर तारीफ़ हुई थी। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस उपलब्धि पर मुस्कुराते हुए नजर आए। इसके बाद उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया।

PM मोदी बोले- चंदा मामा के दूर के नहीं, एक टूर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा- यह क्षण भारत के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास, नई चेतना का है। अमृतकाल में अमृतवर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं।

नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया है। पहले कहा जाता था कि चंदा मामा बहुत दूर के हैं। एक दिन ऐसा आएगा कि बच्चे कहेंगे चंदा मामा बस टूर के हैं।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा- भारतीय वैज्ञानिकों ने इतिहास रच दिया। उन्हें बधाई। चंद्रयान की सफलता मानवता के लिए बड़ा पल है।

तब रूस के नाम हो जाता यह रिकॉर्ड
भारत से पहले रूस चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लूना-25 यान उतारने वाला था। 21 अगस्त को यह लैंडिंग होनी थी, लेकिन आखिरी ऑर्बिट बदलते समय रास्ते से भटक गया और चांद की सतह पर क्रैश हो गया।

चांद पर लैंडिंग में 41 दिन लगे

चंद्रयान-3 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को 3 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च हुआ था। इसे चांद की सतह पर लैंडिंग करने में 41 दिन का समय लगा। धरती से चांद की कुल दूरी 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है।

लैंडिंग के बाद अब क्या होगा?

  • डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा।
  • फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा।
  • पहिए चांद की मिट्‌टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे।
  • विक्रम लैंडर प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की। ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे।

हरियाणा में विश्व हिंदू परिषद की ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव, नूंह शहर में पसरा सन्नाटा, इंटरनेट बंद, धारा-144 लागू

घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई और हालात को काबू पाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए फायरिंग भी की। फायरिंग में तीन लोगों को गोली लगी है। वहीं पत्थरबाजी में कई घायल हुए हैं। इसके अलावा भीड़ ने पांच गाड़ियों में भी आग लगा दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव है और और कई जगहों से छिटपुट घटनाओं की खबर आ रही है। फिलहाल ज्यादातर बाजार बंद हो चुके हैं और लोग अपने घर जा चुके हैं।

Nuh: Fight between two groups, fierce stone pelting, sticks, poles and  firing, more than a dozen injured | नूंह : दो गुटों के बीच हुआ झगड़ा, जमकर  हुआ पथराव, लाठी, डंडे और फायरिंग, एक दर्जन से अधिक घायल | Hari Bhoomi

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 31  जुलाई :

हरियाणा के नूंह में एक बार फिर भारी हिंसा पनप उठी है। सोमवार को जब यहां से हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा निकली तो इस दौरान अचानक से बवाल हो गया। दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। धीरे-धीरे बवाल इतना ज्यादा बढ़ गया कि आगजनी भी शुरू हो गई. बवाल में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं हैं। कुछ गाड़ियां आग के हवाले भी की गई हैं। इसके साथ ही पथराव में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। पत्थरबाजों ने पुलिस फोर्स पर भी पथराव किया है। हालांकि, पुलिस फोर्स मौके पर तनावपूर्ण हालातों को संभालने में लगी हुई है। वहीं हालातों को देखते हुए मौके पर और पुलिस फोर्स की तैनाती की जा रही है। पुलिस के साथ-साथ प्रशासन के आला अधिकारी भी हालात काबू करने में लगे हैं।

नूंह में तिरंगा पार्क के पास ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव करते लोग।
नूंह में तिरंगा पार्क के पास ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव करते लोग।

सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया। दो गुटों में हुए टकराव के बाद तीन दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया।

इसमें कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। दो लोगों की गोली लगने से मौत की भी खबर है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई है, साथ ही पूरे जिले में धारा 144 लगाते हुए दो दिन के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।

ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई और देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया।

नूंह में अलवर-गुरुग्राम हाईवे पर कार में तोड़फोड़ करती भीड़।

सोमवार दोपहर को सबसे पहले तिरंगा पार्क के पास हिंसा भड़की जिसने देखते ही देखते पूरे नूंह शहर को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान पुराना बस स्टैंड, होटल बाइपास, मेन बाजार, अनाज मंडी और गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर एक के बाद एक गाड़ियां फूंक दी गई।

दोपहर तक 40 से ज्यादा वाहनों में आगजनी और तोड़फोड़ हो गई। इनमें कारों के अलावा बसें, बाइक, स्कूटी और दूसरे वाहन शामिल रहे। गाड़ियों में लगाई गई आग की वजह से नूंह शहर के आसमान में धुआं ही धुआं नजर आने लगा।

Haryana: हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो गुटों में हिंसक झड़प, स्थिति तनावपूर्ण
हरियाणा: उपद्रवियों ने कार में लगाई आग

शाम 5 बजे तक नूंह चौक पर सबसे ज्यादा तनाव बना रहा। पलड़ी रोड पर श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में भी तोड़फोड़ के बाद आगजनी की गई।

उधर हिंसा होते ही पूरे नूंह शहर की मार्केट बंद हो गई। सबसे पहले तिरंगा पार्क के आसपास के इलाके की दुकानें बंद हुईं। उसके बाद देखते ही देखते नूंह सिटी के मेन मार्केट के अलावा नया बाजार, गली बाजार और होडल बाइपास समेत शहर के दूसरे मार्केट भी दुकानदारों ने बंद कर दिए।

जिला प्रशासन ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए साथ लगते पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी जिलों से पुलिस की 10 कंपनियां बुला ली हैं।

गोहाना में पुलिस पर पथराव; वाहनों की हवा निकाली, पुलिस कर्मी घायल,  महेंद्रगढ़ में तनाव, जींद-भूना में रोड जाम | Agnipath Protest In Haryana-  Rohtak road at Julana in ...

ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा भड़कते ही आसपास के ग्रामीण इलाकों से अलग-अलग युवाओं के ग्रुपों ने नूंह शहर की तरफ कूच कर दिया। हथियारों से लैस इन लोगों ने रास्ते में आने वाले वाहनों में तोड़फोड़ की और लूटपाट मचाई। उपद्रवियों ने कई जगह पुलिस टीमों पर भी हमला किया। इनके उत्पात से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गए।

नूंह शहर में बवाल के बाद हालात इस कदर खराब हो गए कि व्यापारी भी खौफ में आ गए। नूंह अनाज मंडी में कुछ व्यापारियों से लूटपाट की बात सामने आई। हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।

CM मनोहर लाल खट्टर के OSD जवाहर यादव ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। आसपास के जिलों की पुलिस नूंह पहुंच चुकी है। लोगों से अपील है कि वह घरों से बाहर न निकलें ताकि असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की जा सके। आम लोग घर पर रहेंगे तो पुलिस-प्रशासन को दंगाइयों से निपटने में आसानी होगी।

उपद्रवियों ने पुलिस को भी नहीं बख्शा। उनके पथराव में नूंह पुलिस थाने के SHO ओमबीर सिंह भी लहूलुहान हो गए।
उपद्रवियों ने पुलिस को भी नहीं बख्शा। उनके पथराव में नूंह पुलिस थाने के SHO ओमबीर सिंह भी लहूलुहान हो गए।

बता दें कि एक दिन पहले ही गो रक्षक मोनू मानेसर ने इस यात्रा में अपनी टीम के साथ शामिल होने की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया था।

राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंची है। भरतपुर के SP मृदुल कच्छावाह ने इसकी पुष्टि की। हंगामा होने तक मोनू यात्रा में नहीं पहुंचा था।

हरियाणा में बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।

बता दें कि एक दिन पहले ही गो रक्षक मोनू मानेसर ने इस यात्रा में अपनी टीम के साथ शामिल होने की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया था।

राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंची है। भरतपुर के SP मृदुल कच्छावाह ने इसकी पुष्टि की। हंगामा होने तक मोनू यात्रा में नहीं पहुंचा था।

हरियाणा में बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा नूंह से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है।

सोमवार सुबह बजरंग दल और गौरक्षा दल ने हरी झंडी दिखाकर नूंह से यात्रा को रवाना किया।

संसद में I.N.D.I.A. अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है 

जब अंग्रेज भारत में आए उस समय हमारे देश को हिन्दुस्तान कहा जाता था। हालांकि ये शब्द बोलने में उन्हें परेशानी होती थी।जब अंग्रेजों को पता चला कि भारत की सभ्यता सिंधु घाटी है जिसे ‘Indus Valley’ वैली भी कहा जाता है, इस शब्द को लैटिन भाषा में INDIA कहा जाता है तो अंग्रेजों ने भारत को ‘INDIA’ कहना शुरू कर दिया।

मणिपुर के मुद्दे पर संसद में संसद में बढ़ता जा रहा है गतिरोध, केंद्र के  खिलाफ विपक्ष ला सकता है अविश्वास प्रस्ताव – Johar LIVE
  1. मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष
  2. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे सकता विपक्ष
  3. ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों की बैठक में लिया गया फैसला

सारिका तीवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली – 25 जुलाई :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (25 जुलाई, 2023) को भाजपा के संसदीय दल को संबोधित करने के दौरान विपक्ष के नए गठबंधन पर भी जम कर हमला बोला। बता दें कि विपक्ष ने यूपीए को अलविदा कहते हुए अपने गठबंधन का नाम ‘I.N.D.I.A’ रखा है, जिसे ‘इंडिया’ कह कर प्रचारित किया गया। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया है कि आतंकी संगठन ‘इंडियन मुजाहिदीन’ और आक्रांता अंग्रेजों की ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ के नाम में भी तो इंडिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) पर निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन पर पलटवार किया है। राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री इस गठबंधन को लेकर कुछ भी कहें, लेकिन हम ‘I.N.D.I.A’ है, जो मणिपुर को मरहम लगाने और हर महिला तथा बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेगा। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि यह विपक्षी गठबंधन मणिपुर में भारत की अवधारणा का पुनर्निर्माण करेगा।

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ को देश का अब तक का सबसे ‘दिशाहीन’ गठबंधन करार दिया और ईस्ट इंडिया कंपनी तथा इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा कि केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा  सकता।

भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ में शामिल कुछ विपक्षी दल लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस ला सकते हैं। मंगलवार सुबह ‘I.N.D.I.A.’ के घटक दलों की बैठक में नोटिस सौंपने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई।

दरअसल, संसदीय प्रणाली में नियम 198 के तहत यह व्यवस्था दी गई है कोई भी सांसद सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लोकसभा अध्यक्ष के दे सकता है। ठीक ऐसी ही व्यवस्था राज्यों में मामले में विधानसभा में की गई है। केंद्र या राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने का मतलब है कि अब मंत्री परिषद ने सदन में अपना विश्वास खो दिया है। सदन में बहुमत उसके पक्ष में नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार गिर जाती है। प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट को इस्तीफा देना पड़ता है। 

सूत्रों ने कहा कि संघर्षग्रस्त मणिपुर की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद में बोलने के लिए मजबूर करने के विभिन्न विकल्पों पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करने के लिए मजबूर करने का यह एक प्रभावी तरीका होगा। सूत्रों ने कहा कि मणिपुर पर सरकार को घेरने की विपक्ष की रणनीति राज्यसभा में भी जारी रहेगी। 

बता दें, 20 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के पहले मणिपुर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद संसद के दोनों सदनों (लोकसभा  और राज्यसभा) में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया।

विपक्ष पीएम मोदी से मणिपुर पर सदन में जवाब देने की मांग पर अड़ा है, जबकि सरकार का कहना है कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं करने दे रहा है। सत्र का तीन दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया।

जैन मुनि के अपहरण और हत्या के विरोध में ट्राईसिटी के जैन समाज ने किया आक्रोश प्रदर्शन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 22 जुलाई :

कर्नाटक में जैन आचार्य श्री  काम कुमार नंदी जी के अपहरण और हत्या के विरोध में जैन महासंघ ट्राईसिटी चंडीगढ़ के बैनर तले  चंडीगढ़  पंचकूला मोहाली, जीरकपुर और ट्राइसिटी के सकल जैन समाज द्वारा चंडीगढ़ में विराजित सभी जैन संत महाराजो के सान्निध्य में श्री दिग्म्बर जैन मंदिर सेक्टर 27 के बाहर विशाल धरना एवं  रोष प्रदर्शन का आयोजन किया गया। रोष प्रदर्शन के बाद जैन समाज के प्रतिनिधियों द्वारा प्रधानमंत्री,  केंद्रीय गृहमंत्री व कर्नाटक के मुख्यमंत्री को प्रेषित करने हेतु चंडीगढ़ वक प्रशासक एव राज्यपाल पंजाब बनवारीलाल पुरोहित को  ज्ञापन पत्र सौंपा। जिसमें जैन समाज द्वारा घटना की घोर निंदा करते हुए इस प्रकरण में लिप्त साजिशकर्ताओ व  दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने व जैन मुनियों की सुरक्षा की मांग की गई है।उक्त जानकारी देते हुए जैन महासंघ के संयोजक कैलाश चंद जैन व कार्यक्रम कॉर्डिनेटर धर्म बहादुर जैन ने बताया किइस अवसर पर दिगम्बर जैन मुनि अचार्य सुबल सागर जी महाराज ससंघ 15 पीछी, मुनि श्री विनय कुमार जी आलोक , मुनि श्री अभय कुमार जी, मुनि श्री पीयूष मुनि जी ठाणे 3, व मुनि श्री डॉ. इंदरजीत मुनि  महाराज साहब विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर धरना प्रदर्शन में जैन महासंघ ट्राइसिटी के संयोजक कैलाश चंद जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, मनोज जैन, दिगंबर जैन मंदिर सोसाइटी चंडीगढ़ के प्रधान नवरत्न जैन , महासचिव संत कुमार जैन, कैशियर राजा बहादुर सिंह जैन, जैन मिलन चंडीगढ़ के प्रधान धर्म बहादुर जैन , सदस्य रमेश जैन, करुण जैन, इंदर मल जैन, शांत कुमार जैन, नीरज जैन, अहिंसा सेवा समिति के महासचिव रजनीश जैन, सदस्य राजेंद्र प्रसाद जैन, आर.पी.जैन, एसएस जैन सभा सेक्टर 18 के प्रधान सुभाष चंद्र जैन महामंत्री,  सुकेश कुमार जैन, श्री आत्म वल्लभ जैन सोसायटी सेक्टर 28 के प्रधान सुशील जैन,महासचिव  प्रदीप जैन,  श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर के किशोरी लाल जैन, प्रदीप जैन, एसएस जैन सभा पंचकूला के प्रधान ईश कुमार जैन,एसएस जैन सभा मोहाली के प्रधान अशोक जैन  सहित बड़ी संख्या में  जैन समाज के सदस्यों ने ने हिस्सा लिया।

सिद्धारमैया ही बनेंगे कर्नाटक के CM

कांग्रेस कर्नाटक के इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला मीडिया के सामने आए और बोले कि 48 से 72 घंटे में कैबिनेट का गठन हो जाएगा। अभी कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बातचीत कर रहे हैं। इसी बीच यह बात सामने आई कि अब डीके शिवकुमार को मनाने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंप दी गई है। वे शाम को डीके से बात करेंगी। कर्नाटक में दूसरा फॉर्मूला तीन डिप्टी सीएम वाला सामने आया है। यानी किसी एक नेता को सीएम बनाया जाए और तीन डिप्टी सीएम बनाए जाएं। ये तीनों अलग अलग समुदाय से हों। लिंगायत समुदाय से एमबी पाटिल को डिप्टी सीएम बनाया जाए। इसके अलावा 21% आबादी वाले SC/ST समुदाय से जी परमेश्वर और 7 बार के पूर्व सांसद केएच मुनियप्पा को डिप्टी सीएम बनाया जाए। मुनियप्पा पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे हैं। माना जा रहा है कि इस फॉर्मूले से 2024 लोकसभा चुनाव में भी सियासी समीकरण साधने की कोशिश की जा सकती है।

डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया (फाइल फोटो)
डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, नई दिल्ली/चंडीगढ़ – 17 मई :

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम बनने पर अड़ गए हैं। अब सिद्धारमैया-डीके के साथ राहुल गांधी बैठक कर रहे हैं। सिद्धारमैया को सीएम बनाने का फैसला आलाकमान ले चुका है। इस मीटिंग में इस पर आखिरी मोहर लगेगी।

कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस आलाकमान अब तक किसी फैसले पर नहीं पहुंच पाया है। राज्य के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि नए सीएम को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच मंथन चल रहा है और एक या दो दिन के अंदर इसी घोषणा कर दी जाएगी। दरअसल सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के ज्यादातर नवनिर्वाचित विधायक सिद्धारमैया को कर्नाटक की कमान सौंपने के पक्ष में हैं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम पद से कम पर मानने को तैयार नहीं। उन्होंने एक बार फिर से साफ कर दिया है कि वह डिप्टी सीएम या फिर कोई मंत्री पद स्वीकार नहीं करेंगे और इस मसले के हल होने तक दिल्ली में डटे रहेंगे।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने इस बीच कर्नाटक में सीएम पद के लिए 50:50 का फॉर्मूला भी पेश किया। इस फॉर्मूले के तहत सिद्धारमैया और शिवकुमार सीएम की कुर्सी पर ढाई-ढाई साल के लिए बारी-बारी से बठेंगे। सूत्रों ने इस फॉमूले को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत सिद्धारमैया पहले ढाई साल के लिए सीएम बनेंगे। इस दौरान शिवकुमार डिप्टी सीएम का पद संभालेंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव तक के लिए वह कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी बन रहेंगे। फिर ढाई साल बाद डीके शिवकुमार सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे।

सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने बुधवार को राहुल गांधी से उनके घर जाकर मुलाकात की।
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने बुधवार को राहुल गांधी से उनके घर जाकर मुलाकात की।

आज सुबह दिल्ली में लिखी जा रही कर्नाटक सरकार की स्क्रिप्ट घंटे दर घंटे बदल रही है। डीके ने हाईकमान से कहा है कि लोकसभा की 20 से 22 सीटें वे जितवा सकते हैं।

सुबह खड़गे और राहुल गांधी के साथ डीके-सिद्धा की मीटिंग हुई थी, लेकिन एकराय नहीं बन सकी थी। फिलहाल बेंगलुरु में चल रहीं शपथ ग्रहण की तैयारियां रोक दी गई हैं। इससे पहले डीके ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।

‘‘जहरीले सांप’’ के बाद खड़गे के लिए प्रधान मंत्री मोदी अब ‘‘नालायक बेटा’’

मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘‘जहरीले सांप’’ से करने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार को अपने पिता को देश के सर्वोच्च अधिकारी के धारक को ‘‘नालायक बेटा’’ बताया। प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा,‘‘जब आप गुलबर्गा आए तो आपने बंजारा समुदाय को चिंता न करने के लिए कहा। आपने कहा कि दिल्ली में बनारस का बेटा बैठा है। प्रधानमंत्री ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया, लेकिन बेटा अगर ऐसा नालायक होगा तो घर कैसे चलेगा।” मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सफाई में कहा था, ‘‘यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है, अगर इसका गलत अर्थ निकाला गया और किसी को दुख पहुंचा तो मैं इसके लिए विशेष खेद व्यक्त करता हूं। ’’ उन्होंने ने आगे कहा कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी के लिए नहीं थी। अब उनका बेटा भी ऐसा हि कुछ कहेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष के पीएम मोदी पर जहरीले सांप के बयान के बाद बेटे ने कहा नालायक बेटा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को नालायक बताया

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) कलबुर्गी/नई दिल्ली – 01 मई :  

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘‘जहरीले सांप’’ कहने वाले बयान के बाद अब उनके बेटे प्रियांक खरगे ने प्रधानमंत्री को ‘नालायक’ कहा है। प्रियांक पूर्व मंत्री रह चुके हैं और इस बार कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षण के बारे में भ्रम पैदा किया था।

प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक चुनाव से पहले कलबुर्गी में पीएम मोदी की एक रैली के बाद उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मालखेड़ा में बंजारा समुदाय से बोलते हैं कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनका बेटा दिल्ली में बैठा हुआ है। लेकिन वो ऐसे नालायक बेटे का क्या करें। ऐसे नालायक बेटे के साथ अपना घर कैसे चलाएँ। प्रियांक खरगे ने कहा कि खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताकर पीएम ने बंजारा समुदाय के लिए ही आरक्षण की समस्या खड़ी कर दी।

भारतीय जनता पार्टी ने प्रियांक खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई है। कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी को नालायक बेटा कहकर प्रियांक खड़गे अपने पिता  मल्लिकार्जुन खड़गे से भी आगे निकल गए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने आगे कहा, “हम जो कह रहे हैं वह यह है कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया और आरक्षण को लेकर भ्रम पैदा किया। क्या बंजारा समाज के साथ अन्याय नहीं हुआ? शिकारीपुरा (शिवमोगा जिला) में येदियुरप्पा के घर पर पत्थर क्यों फेंके गए? कलबुर्गी और जेवरगी में बंद क्यों मनाया गया? आज आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति है।” 

सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे प्रियांक ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अपनी पिछली यात्रा के दौरान कहा था कि वह कोली समुदाय और कबालीगा और कुरुबा समुदायों के बेटे हैं। आज वह खुद को बंजारा समुदाय का बेटा कहते हैं।”

अपने कार्यकाल के अंत में, भाजपा सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया। सरकार ने कहा कि एससी (लेफ्ट) का आंतरिक आरक्षण अब छह प्रतिशत, एससी (राइट) का 5.5 प्रतिशत और अन्य एससी का 5.5 प्रतिशत है।

गहलोत के मंत्री के बेटे ने राहुल गांधी को बताया ‘पागल’ और ‘वो इटली को मातृभूमि मानते हैं’

राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विदेशी जमीन पर देश का अपमान करने का आरोप लगाया और राज्य में पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे जनता की समस्याओं से सरोकार नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया राहुल गांधी (gone Bonkers’) बौखला गए हैं। जो दूसरे देश की संसद में अपने देश का अपमान करते हैं। शायद वह इटली को अपनी मातृभूमि मानते हैं। विश्वेंद्र सिंह सबसे प्रसिद्ध कांग्रेस विधायकों में से एक थे, जिन्होंने 2020 में गहलोत प्रशासन के खिलाफ पायलट के साथ विद्रोह किया था। वो उस समय भी पर्यटन मंत्री थे, लेकिन पायलट के समर्थन में एक विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की कोशिश करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें हटा दिया था। बाद में, कांग्रेस नेतृत्व द्वारा कुछ बागियों को शांत करने में कामयाब होने के बाद उन्हें मंत्री के रूप में बहाल कर दिया गया।

'वो इटली को मातृभूमि मानते हैं'...गहलोत के मंत्री के बेटे ने राहुल गांधी को बताया सिरफिरा
मंत्री विश्वेंद्र सिंह के साथ उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह

राजवीरेंद्र वशिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ :
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यूनाइटेड किंगडम में भारत के खिलाफ टिप्पणी के लिए राजस्थान के मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे ने आलोचना की। राजस्थान के पर्यटन मंत्री के बेटे, अनिरुद्ध, जिन्हें कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का करीबी माना जाता है, ने कहा कि..

राहुल गांधी बौने हो गए हैं। दूसरे देश की संसद में अपने देश का अपमान कौन करता है? या शायद वह इटली को अपनी मातृभूमि मानते हैं।

राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा हमेशा के लिए सत्ता में नहीं रहने वाली पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिरुद्ध ने ट्वीट किया कि “क्या वे भारत में ये सब बकवास नहीं बोल सकते हैं? या वह आनुवंशिक रूप से यूरोपीय मिट्टी को पसंद करते हैं?”

अनिरुद्ध कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी हैं क्योंकि उन्होंने ट्विटर पर दिए गए परिचय में स्वयं को सचिन पायलट के विचारों को मानने वाला बताया है। उनके पिता विश्वेंद्र ने भी 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान पायलट के साथ अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ बगावत की थी। उस समय मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के भीतर एक गुट उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहा है।

कॉन्ग्रेस पार्टी के ऑफिशियल हैंडल से राहुल गाँधी की एक तस्वीर शेयर की गई थी। इस तस्वीर पर कटाक्ष करते हुए अनिरुद्ध ने लिखा – “हाँ, राहुल मानते हैं कि वे एक इटालियन हैं।”

लंदन में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में राहुल गाँधी ने कहा था कि बीजेपी हमेशा सत्ता में नहीं रहने वाली। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिरुद्ध ने लिखा कि क्या यह सब बकवास भारत में नहीं किया जा सकता था या राहुल गाँधी अनुवांशिक रूप से यूरोपीय मिट्टी को पसंद करते हैं?

यह पहली बार नहीं है जब कॉन्ग्रेस नेता और मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह के ट्वीट से विवाद खड़ा हो गया हो और कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसकी आलोचना की हो। इसके पहले भी अनिरुद्ध के ट्वीट ने भरतपुर इलाके में बड़ा विवाद खड़ा किया था। अनिरुद्ध ने दिसंबर 2022 में ब्रिटिश शासन की 1935 में प्रकाशित किताब ‘द इंडियन स्टेट्स’ का उल्लेख करते हुए लिखा था कि भरतपुर रियासत के सिनसिनवार जाट जादौन राजपूतों के वंशज हैं।

अनिरुद्ध सिंह की इस बात को लेकर बहुत हंगामा हुआ। जाट महासभा की बैठक में इस बात को खारिज कर दिया गया था। जाट महासभा ने सिनसिनवार जाटों को श्री कृष्ण का वंशज बताते हुए यदुवंशी जाट क्षत्रिय करार दिया था।

बताया जाता है कि अनिरुद्ध और उनके पिता विश्वेन्द्र सिंह के संबंध भी अच्छे नहीं हैं। मई 2021 में अनिरुद्ध ने अपने पिता पर शराब का सेवन करने और माता के प्रति हिंसक होने का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि 6 हफ्तों से वे अपने पिता के संपर्क में नहीं हैं। अनिरुद्ध ने खुद को मदद करने वाले अपने दोस्तों के कारोबार को नष्ट करने का आरोप भी अपने पिता पर लगाया था। अनिरुद्ध खुद को सचिन पायलट का समर्थक मानते हैं।

अनिरुद्ध ने पुलवामा हमले के शहीद जवानों के परिवार के साथ राज्य की कांग्रेस सरकार के व्यवहार पर भी टिप्पणी की। शहीदों के परिजन अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी, शहीद की मूर्ति स्थापित करने सहित अन्य मांगों को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ धरने दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह हमेशा के लिए जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी को ऐसे मामलों की परवाह नहीं है – उन्हें लगता है कि ये मामले उनके इतालवी संचालकों को परेशान करने के लिए बहुत तुच्छ हैं! विश्वेंद्र सिंह ने अपने बेटे अनिरुद्ध की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

“मजबूरी में गौ-मांस खाने वालों की भी हो सकती है घर वापसी”, होसबोले बोले- विश्व गुरु बनकर भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व

                   राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि भारत में 600 से अधिक जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं और भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें उकसाने का काम किया था। इस पर गोलवलकर गुरुजी ने कहा कि वह हिंदू हैं। ऐसे में हम अगर वसुधैव कुटुंबकम की दिशा में अगर काम कर रहे हैं तो उनके लिए दरवाजे बंद नहीं कर सकते। दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि यहां तक कि जिन लोगों ने मजबूरी में गोमांस खाया है, हम उन्हें इस वजह से छोड़ नहीं सकते। हम उनके लिए दरवाजे बंद नहीं करा सकते। यहां तक कि उनकी हम अभी भी घर वापसी करा सकते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निंबाराम और सह-कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निंबाराम और सह-कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले

कोरल’पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ जयपुर – 02 फरवरी :

                        राजस्थान के जयपुर में इन दिनों संघ का कार्यक्रम चल रहा है, इसमें शिरकत करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले भी पहुंचे हुए हैं। यहां उन्होंने कहा कि भारत में गौ-मांस खाने वालों की भी घर वापसी हो सकती है, क्योंकि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति जन्म से हिंदू है।

                        होसबोले ने कहा कि संघ न तो दक्षिणपंथी है और न ही वामपंथी है, बल्कि वह राष्ट्रवादी है। उन्होंने कहा कि लोग अपने मत एवं संप्रदाय का पालन करते हुए संघ के कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘संघ कठोर नहीं है, बल्कि लचीला है।” उन्होंने कहा कि संघ को समझने के लिए दिमाग नहीं दिल चाहिए। उन्होंने अगली पीढ़ी के कल्याण के लिए पर्यावरण की रक्षा करने पर बल दिया। होसबाले ने कहा कि देश में लोकतंत्र की स्थापना में आरएसएस की अहम भूमिका रही है।

                        उन्होंने कहा, ‘भारत में 600 से अधिक जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं। हम हिंदू नहीं हैं। भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें उकसाने का काम किया था। इस पर गोलवलकर जी ने कहा कि वे हिंदू हैं। उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा पर काम करते हैं। किसी ने मजबूरी में गौ मांस ही क्यों न खाया हो, किसी कारण से वे चले गए तो दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं। आज भी उसकी घर वापसी हो सकती है।’

                        होसबोले ने कहा, ‘भारत हिंदू राष्ट्र है, क्योंकि इस देश को बनाने वाले हिंदू हैं। कुछ लोग कहते हैं कि वेद पुराण में हिंदू नहीं हैं, लेकिन वेद पुराण में ऐसा भी नहीं कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि सत्य और उपयोगी बातों को स्वीकार करना चाहिए। डॉ. हेडगेवार इस व्याख्या में नहीं पड़े कि हिंदू कौन हैं। भारत भूमि को पितृ भूमि मानने वाले हिंदू हैं, जिनके पूर्वज हिंदू हैं, वे लोग हिंदू हैं। जो स्वयं को हिंदू माने, वो हिंदू है। जिन्हें हम हिंदू कहते हैं, वो हिंदू हैं।’

होसबोले के स्पीच की बड़ी बातें, कहा- संघ सभी मतों और संप्रदाय को एक मानता है

  • संघ न तो दक्षिणपंथी है, और न ही वामपंथी: संघ न तो दक्षिणपंथी है, और न ही वामपंथी है। बल्कि राष्ट्रवादी है। संघ भारत के सभी मतों और संप्रदायों को एक मानता है। ऐसे में सभी के सामूहिक प्रयास से ही भारत विश्व गुरु बनकर दुनिया का नेतृत्व करेगा। संघ ने हर दर्द को सहा और कहा, एन्जॉय द पेन।
  • राष्ट्र जीवन के केंद्र बिंदु पर संघ है: आज राष्ट्र जीवन के केंद्र बिंदु पर संघ है। संघ व्यक्ति निर्माण और समाज निर्माण के कार्य करता रहेगा। समाज के लोगों को जोड़कर समाज के लिए काम करेगा। आज संघ के एक लाख सेवा कार्य चलते हैं। संघ एक जीवन पद्धति और कार्य पद्धति है। संघ एक जीवन शैली है और संघ आज एक आंदोलन बन गया है। हिंदुत्व के सतत विकास के आविष्कार का नाम RSS है।
  • संघ को समझने के लिए दिमाग नहीं दिल चाहिए: संघ को समझने के लिए दिमाग नहीं, दिल चाहिए। केवल दिमाग से काम नहीं चलेगा, क्योंकि दिल और दिमाग बनाना ही संघ का काम है। यही वजह है कि आज संघ का प्रभाव भारत के राष्ट्रीय जीवन में है। देश में लोकतंत्र की स्थापना में RSS की भूमिका रही। ये बात विदेशी पत्रकारों ने लिखी थी।’
  • संघ छपता है तो अखबार बिकता: तमिलनाडु में मतांतरण के विरुद्ध हिंदू जागरण का शंखनाद हुआ था। जब पत्रकार संघ के कहने से खबर तक नहीं छापते थे, लेकिन आज संघ छपता है तो अखबार बिकता है। देश में संघ के सैकड़ों लोगों की हत्याएं हुईं, पर कार्यकर्ता डरे नहीं हैं। संघ सिर्फ राष्ट्र हित में काम करने वाला है और हम नेशनलिस्ट हैं।

                        इस कार्यक्रम में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा, अशोक परनामी और प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया भी मौजूद थे।

बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने किया गठबंधन का एलान

                        2019 के विधानसभा चुनाव में भी प्रकाश आंबेडकर ने दलित-मुस्लिम गठजोड़ बना कि पार्टी ने कांग्रेस-एनसीपी के वोट काटे थे, जिससे बीजेपी को फायदा हुआ था।  साल 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रकाश आंबेडकर की पार्टी की करीब 10 निर्वाचन क्षेत्रों में एक लाख से ज्यादा वोट पड़े थे। तब प्रकाश आंबेडकर की पार्टी का गठबंधन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से था। तब दलित-मुस्लिम गठजोड़ बना था और एआईएमआईएम के खाते में औरंगाबाद सीट गई थी। 

उद्धव ठाकरे - फोटो : Social Media
  • उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर आए साथ
  • BMC चुनाव के लिए VBA के साथ गठबंधन की घोषणा
  • MVA गठबंधन में अब VBA भी शामिल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/मुंबई – 23 जनवरी :

                        आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ हाथ मिलाया है। हालांकि निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन इस कदम को इस संकेत के तौर पर देखा जा रहा है कि उद्धव की सेना ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सोमवार दोपहर दोनों पार्टियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटनाक्रम का ऐलान किया।

                        उद्धव ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हम संविधान को अक्षुण्ण रखने के लिए एक साथ आए हैं।’ इस दौरान उन्होंने प्रकाश अंबेडकर के साथ मंच साझा किया। गौरतलब है कि उद्धव की महा विकास अघाड़ी सरकार को जून में एकनाथ शिंदे नेतृत्व वाले विद्रोही सेना गुट द्वारा गिरा दिया गया था। MVA गठबंधन के बारे में बात करते हुए, प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस और एनसीपी उनकी वीबीए पार्टी को सहयोगी के रूप में भी स्वीकार करेंगे। अंबेडकर ने ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भी भाजपा सरकार पर हमला किया।

                        वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की जयंती पर शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए का गठबंधन महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया बदलाव लाएगा। इस कदम से राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कुछ पार्टियों ने अपने सहयोगियों को कम करने और खत्म करने की कोशिश की, लेकिन राजनीतिक दल की जीत का फैसला करना लोगों पर निर्भर है। हमारे देश की इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कोई नहीं बदल सकता है।

                        पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी तक चुनाव की कोई घोषणा नहीं हुई है। मैं देशद्रोहियों (शिंदे गुट) को चुनाव कराने की चुनौती देना चाहता हूं। अगर उनमें (शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी में) दम है तो उन्हें चुनाव की घोषणा करनी चाहिए। 

                        इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने आरएसएस प्रमुख पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत मस्जिद गए तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? जब बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? वे जो कुछ भी करते हैं वह सही है और जब हम कुछ करते हैं, तो हम हिंदुत्व छोड़ देते हैं, यह सही नहीं है। 

इंडो एथलेटिक्स सोसायटी के नेतृत्व में पुणे से हम्पी तक हेरिटेज राइड सफलतापूर्वक संपन्न 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 22 दिसंबर  :

            स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में भारत में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्था इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी ने पिछले साल पुणे से कन्याकुमारी तक 1600 सौ किलोमीटर की दूरी  साइकिलों से सफलतापूर्वक तय की थी। स्वतंत्रता और इस वर्ष इसने अमृत जयंती वर्ष मनाने के लिए पुणे से हम्पी तक 600 किलोमीटर की दूरी पूरी की है।इसके लिए एक बार फिर आई.ए.एस.की 75 साइकिलें पुणे से हम्पी के लिए साइकिल पर रवाना हुई । उद्यमी अन्ना बिरादर, एफ.डी.सी.लिमिटेड के संदीप कुलकर्णी, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के मुख्य अभियंता ,इंडो एथलेटिक्स सोसायटी के नितिन वानखेड़े सर, प्रकाश शेटबाले,अजीत पाटिल,गणेश भुजबल, गजानन खैरे और अमृता पाटिल ने हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की।

 पुणे से हम्पी की दूरी तीन दिनों में तय की गई। पुणे से मोहोल – 240 किमी,

 मोहोल से बीजापुर – 150 किमी,

 बीजापुर से हम्पी – 220 किमी,

             बीजापुर में गोल घुमट और इब्राहिम रोजा का दौरा किया गया। हम्पी में तीन दिन रहे और विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया।पूरे हम्पी क्षेत्र में ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी ली गई।इस राइड में पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, मावल और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के साइकिल प्रेमियों ने भाग लिया।  सभी लोगों ने 600 किलोमीटर से अधिक की दूरी साइकिल से तय की। यात्रा के दौरान भिगवां में भिगवान साइक्लिस्ट क्लब ने शर्बत और जलपान प्रदान किया, सोलापुर मौली राजे मंगल कार्यालय एम.आई.डी.सी. सोलापुर के वरिष्ठ अभियंता अशोक मागर सर ने स्वप्निल लोढ़ा द्वारा टेंभुरनी में सभी सुविधाएं प्रदान कीं।  साडू श्री संचेती, वैभव गायकवाड़, मारुति गाडेकर सर,मनोज चोपड़े, सचिन सावंत ने सिरप प्रदान किया। सोलापुर शहर के पास रॉयल साइकिल साइकिल क्लब ने पानी और पोहे प्रदान किए।  संस्थापक सदस्य गजानन खैरे ने कहा कि कोर्ति स्थित रेवनसिद्ध मंदिर में महाप्रसाद का आयोजन किया गया जबकि बीजापुर स्थित अन्ना बिरादर के होटल में ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई.

             इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी से गिरिराज उमरीकर, अजीत गोरे, संदीप परदेशी, रमेश माने, श्रीकांत चौधरी, सुशील मोरे, अमित पवार,प्रतीक पवार, नितिन पवार, सुधाकर तिलकर, अविनाश चौगुले,रवि पाटिल, अमृता पाटिल, पूनम रणदिवे,मंगेश पुणे से सवारी हम्पी को दाभाडे, शिवाजीराव काले, स्वप्निल लोढ़ा, दर्शन वाले, हनुमंत शिंदे, गणपत मसल, अभिजीत सरवाडे,रमेश सेन्चा,प्रवीण पवार, धानाजी गोसावी,अभय खाटावकर, दत्तात्रय मेंदुगड़े, राहुल जाधव, मंगेश भुजबल,सुजीत मेनन,माधवन स्वामी, वाल्मीक अहिरराव,  देवीदास खुर्द,अमित काडे,शीतल कुमार चौहान,अनिल पिंपलकर,डॉ.अजीत कुलकर्णी,विवेक सिंह, चैतन्य वज़रकर,अमित कुमार, सुबोध मेडिसीकर,प्रसाद सागरे, संदीप परदेशी, हेमंत डंगट, पंजाबराव इंगले, नरेश चड्ढा,अभिजीत रोडे, तानाजी मांगडे  , संतोष तोंपे,सचिन तोंपे, उमेश सुर्वे,श्रेयस पाटिल, विवेक कडू, सुनीलजी चाको, प्रशांत जाधव, मदन शिंदे, अजीत पुरोहित, ईश्वर जामगांवकर,सागर शिरभाटे,बालाजी जगताप,दीपक उमरंकर, दत्तात्रेय आनंदकर, योगेश तवारे, योगेश कौशिक और अन्य  साइकिल चालकों ने भाग लिया। इंडो एथलेटिक सोसाइटी ने दस वर्षों में भक्ति शक्ति साइक्लोथॉन, घोरवाडेश्वर बाइक और हाइक, पुणे से पंढरपुर साइकिल वारी, पुणे से शिवनेरी दुर्गवारी, नवरात्रि रन, पुणे से गेट ऑफ इंडिया सहित सौ से अधिक सामाजिक गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया है। संस्थान को विभिन्न स्थानीय निकायों से कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। नवरात्रि रन, पुणे से गेट ऑफ इंडिया तक विभिन्न सवारी सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं, संगठन को विभिन्न स्थानीय निकायों से कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।  खेलों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता पैदा करने में संस्था हमेशा आगे रहती है।  स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में भारत में उल्लेखनीय कार्य करने में इंडो एथलेटिक्स सोसायटी हमेशा अग्रणी रही है।