किंडरगार्टन ग्रेजुएशन डे का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 16 मार्च  :

 छोटे बीजों से लेकर खिलते फूलों तक का समय ” किंडरगार्टन ” एक जादुई समय है जिसमे   छोटे बच्चों में जिज्ञासा, रचनात्मकता और आजीवन सीखने की कला का विकास किया जाता है

बी.के.एम. विश्वास स्कूल मे आज  शैक्षणिक सत्र 2023- 24 किंडरगार्टन स्नातक समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आमंत्रित अभिभावकों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत माननीय डायरेक्टर साध्वी नीलिमा विश्वास जी व प्रधानाचार्य जी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
दीप प्रज्जवल के बाद प्रधानाचार्य द्वारा भाषण दिया गया जिसमें उन्होंने छोटे-छोटे स्नातक छात्रों के साल भर के अनुभवों को सांझा किया और सभी को सफलतापूर्वक सत्र  पूरा होने की बधाई दी। सभी बच्चों ने सबसे पहले मेडिटेशन की ।नर्सरी कक्षा के नन्हे – मुन्ने बच्चों ने अभिभावकों का स्वागत करते हुए नृत्य प्रदर्शन किया । उनके नृत्य प्रदर्शन ने माहौल को खुशनुमा व मनमोहक बना दिया। स्कूल की माननीय डायरेक्टर साध्वी नीलिमा विश्वास जी ने भी अपने भाषण के अंतर्गत सब बच्चों को किंडर ग्रेजुएट होने की बधाई दी । इसके उपरांत कक्षा नर्सरी , एल.के.जी  व यू.के.जी तक के सभी बच्चों ने  साल भर में सीखे विषयो पर कुछ पंक्तियां सुनाई।

 किंडरगार्डन सैक्शन के ग्रैजुएट्स अपनी स्मार्ट ग्रेजुएशन पोशाक पहन कर आत्मविश्वास से मंच पर चले। माननीय स्कूल डायरेक्टर व प्रधानाचार्य जी ने स्नातक प्रमाण पत्र देकर सभी छात्रों को सम्मानित किया साथ ही सभी छात्र व छात्राओं का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें गिफ्टस भी बांटे गए  । यह क्षण सभी के लिए खुशनुमा रहा।

यूआईएलएस, पीयू का 7वां नेशनल लॉ फेस्ट ‘आर्गुएन्डो’ शुरू   

  • देश के विभिन्न राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालयों और अन्य कानून संस्थानों की सोलह टीमें ले रहीं हैं भाग   
  • प्रथम जीके चतरथ मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता व चौथी  न्यायाधीश ए.एस. आनंद राष्ट्रीय मध्यस्थता एवं बातचीत प्रतियोगिता का भी हो रहा है आयोजन   

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 15 मार्च :

यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज (यूआईएलएस), पंजाब यूनिवर्सिटी का सातवां  नेशनल लॉ फेस्ट अर्गुएन्डो-2024 आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश के विभिन्न राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालयों और अन्य कानून संस्थानों की सोलह टीमे भाग ले रहीं हैं। पहले आयोजित ऑनलाइन सत्र में प्रारंभिक राउंड को पार करने के बाद टीमों ने क्वार्टर फाइनल राउंड में जगह बना ली है। प्रोफेसर श्रुति बेदी ने संकाय समन्वयकों, प्रोफेसर (डॉ.) पुष्पिंदर कौर, प्रोफेसर (डॉ.) जय माला, डॉ. सबीना सलीम और डॉ. वीरेंद्र नेगी के सहयोग से कार्यक्रम का संचालन किया। प्रोफेसर श्रुति बेदी ने  बताया कि 16 मार्च तक चलने वाला यह तीन दिवसीय आयोजन कानूनी चर्चा और प्रतिस्पर्धा के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेगा। इस दौरान यूआईएलएस द्वारा प्रथम जीके चतरथ मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता, चौथी  न्यायाधीश ए.एस. आनंद राष्ट्रीय मध्यस्थता एवं बातचीत प्रतियोगिता और राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी – ‘सिविलसेवी’-1.0  प्रतियोगिता की मेजबानी की जा रही है। 

डा एम् के सहगल को  एमिनेंट अम्बेडकराइट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 15 मार्च :

डा एम् के सहगल को राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिये एमिनेंट अम्बेडकराइट  अवॉर्ड से डी ऐ वी कॉलेज फॉर गर्ल्स  में सम्मानित किया गया। यह अवार्ड कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय स्तर दो दिविसय सेमिनार के दौरान दिया गया। कार्यक्रम के दौरान जिला यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोरा मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित रहे । साथ सेशन अतिथि के रूप में मेयर मदन चौहान उपस्थित रहे ।  सेमिनार का आयोजन आई सी एस एस आर, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ व् डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स, यमुनानगर के मानव अधिकार विभाग  और अर्थशास्त्र विभाग के सहयोग द्वारा किया गया । सेमिनार का विषय  “डॉ. बी. आर. अंबेडकर और उनका दर्शन: समावेश, समानता और गरिमा” रहा । यह सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने विशिष्ट व्यक्तियों को दिया गया जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, दृढ़ता और दूरदर्शी दृष्टि से अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की और सभी महत्वाकांक्षी युवको के लिए एक उदाहरण स्थापित किया। सम्मान प्रदान करने का उद्देश्य प्रतिष्ठ व्यक्तियों  के योगदान के लिए उनकी सराहना करना है जिन्होंने अपने क्षेत्र में एक अलग ही पहचान बनाई और अच्छा काम किया है और अपनी कड़ी मेहनत से समाज उत्थान का कार्य किया है। डा. सहगल यमुनानगर जगाधरी मैनेजमेण्ट एसोसिएशन के प्रेजिडेंट पद को सुशोभित करते है  जो आईमा से एफिलिएटेड हैं।  वह शिक्षा के साथ-साथ समाजसेवा की गतिविधियों के साथ भी  मजबूती से जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपने गुणात्मक विस्तार के बल पर कई संस्थान विकसित किए हैं। उनकी सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी उन्हें जिला यमुनानगर की विशिष्ट शख्शियत बनाती है जो समाज में शिक्षा को  बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

डा एम् के  सहगल ने कहा कि  अवार्ड का मिलना सम्मान की बात है जिससे उन्हें भविष्य में और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने अपने सन्देश में बताया कि बाबा साहेब बचपन से ही बुद्धिमान और पढ़ाई में अच्छे थे, इसलिए उन्होंने जात-पात की जंजीरों को तोड़ अपनी शिक्षा पूरी की ।  बाबा साहब ने शिक्षा के संबंध में जो संदेश दिया था, उस पर चल कर ही समाज का और देश का उत्थान संभव है। बाबा साहब के बनाए संविधान से देश की अखंडता सुरक्षित है। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए की हमें अन्याय के विरुद्ध चुप नहीं बैठना चाहिए बल्कि उसका खुलकर विरोध करना चाहिए। हमें समाज में प्रचलित कुरीतियों को आँख बन्द करके अपनाने के बजाय उनका विरोध करना चाहिए। व्यक्ति अपनी योग्यता एवं क्षमता से ही उच्च पद प्राप्त करता है एवं सम्मान पाता है।

इस अवसर पर डा एम् के सहगल, देवी दास, दिलप्रीत कौर, डा मीनू जैन, डा कृष्ण कुमार , डा घनश्याम देव, प्रोफेसर एमानुएल नाहर, अवतार सिंह, अनीता मोदगिल व कई गण्यमान्य लोग मोजूद रहे।

शिक्षा के भविष्य की कल्पना : दिमाग और नवाचार का एक अभिसरण

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 14 मार्च    :

एडुवर्स समिट सीरीज़ को नई दिल्ली में अपने आगामी कार्यक्रम, एडुवर्स समिट इंडिया 2024 की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। जेडब्ल्यू मैरियट एयरोसिटी में 30 और 31 अगस्त को होने वाला यह शिखर सम्मेलन शैक्षिक क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होने का वादा करता है। परिदृश्य, दुनिया भर से विचारशील नेताओं, नीति निर्माताओं, शिक्षकों और एडटेक नवप्रवर्तकों को एक साथ लाना। इसकी जानकारी एडुवर्स समिट सीरीज़ के ग्लोबल इवेंट्स के कार्यकारी निदेशक अविनव शर्मा और डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन्स अंशुल नंदा ने दी।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिनव शर्मा और अंशुल नंदा ने बताया कि एडुवर्स समिट सीरीज़ के ग्लोबल इवेंट्स के पहले दिन- विचारों की एक सिम्फनी शिखर सम्मेलन एक उद्घाटन समारोह और “वैश्विक शिक्षा में उभरते रुझान” पर एक मुख्य भाषण के साथ शुरू होगा, जो दो दिनों की विचारोत्तेजक चर्चा और आगे की सोच वाले समाधानों के लिए मंच तैयार करता है। उपस्थित लोग पैनल चर्चा में भाग लेंगे जो शिक्षा उत्कृष्टता के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर चर्चा करेंगे और नीतिगत नवाचारों का पता लगाएंगे जो भविष्य के शैक्षिक ढांचे को तैयार कर रहे हैं।

इंटरविविंग कल्चर्स एंड एजुकेशन विषय पर दूसरे दिन विचारों के क्रॉस-परागण के लिए एक अवसर प्रस्तुत करेगा। क्योंकि पैनल चर्चा “पाठ्यचर्या में क्रॉस-सांस्कृतिक अनुभवों को एकीकृत करने” और वैश्विक शैक्षिक परिदृश्य की जटिलताओं पर ध्यान केंद्रित करती है। गतिशील वैश्विक परिदृश्य के लिए अनुकूली शैक्षिक नीतियों को तैयार करने पर एक विशेष फायरसाइड चैट अगले दशक के लिए रणनीतियों की पेशकश करती है।

अभिनव शर्मा ने आगे कहा कि नई दिल्ली में एडुवर्स समिट सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है; यह एक गठबंधन है जहां शिक्षा के क्षेत्र में सबसे प्रतिभाशाली दिमाग यह परिभाषित करने के लिए एकत्रित होते हैं कि सीखना क्या हो सकता है और क्या होना चाहिए। हम एक शैक्षिक क्रांति के शिखर पर हैं, और यह शिखर सम्मेलन वह जगह है जहां हम होंगे परिवर्तन की चिंगारी प्रज्वलित करें।

अनुभवात्मक शिक्षण और नैतिक नेतृत्व इंटरैक्टिव सत्र जैसे “शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का निर्माण” प्रतिभागियों को सहयोग करने और शिक्षा में नए रास्ते बनाने के लिए व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगा। “शिक्षा में नैतिक नेतृत्व” पर एक समर्पित विशेषज्ञ वार्ता भविष्य के शिक्षकों को आकार देने में सत्यनिष्ठा और मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डालती है।

पायनियर्स के लिए एक मंच शिखर सम्मेलन के एक्सपो और नेटवर्किंग सत्र शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी लोगों के लिए अपने अभिनव समाधान प्रदर्शित करने के लिए बेजोड़ अवसर पेश करते हैं। मंच उत्साही बातचीत, रणनीतिक साझेदारी और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए तैयार है जो वैश्विक शिक्षा के भविष्य को आकार देगा।

एडुवर्स समिट इंडिया 2024: प्रभाव शैक्षिक नवाचार की चौड़ाई और गहराई को कवर करने के लिए डिज़ाइन किए गए एक व्यापक एजेंडे के साथ, एडुवर्स समिट इंडिया 2024 अनगिनत शैक्षिक प्रक्षेप पथों को प्रभावित करने के लिए खड़ा है। 

एडुवर्स समिट इंडिया 2024: प्रभाव शैक्षिक नवाचार की चौड़ाई और गहराई को कवर करने के लिए डिज़ाइन किए गए एक व्यापक एजेंडे के साथ, एडुवर्स समिट इंडिया 2024 अनगिनत शैक्षिक प्रक्षेप पथों को प्रभावित करने के लिए खड़ा है। नीति निर्माताओं से लेकर एडटेक स्टार्टअप तक, प्रत्येक भागीदार कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि और सार्थक कनेक्शन के साथ रवाना होगा।

GCG 42 में कला एवं शिल्प की दो दिवसीय कार्यशाला

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 09 मार्च    :

स्नातकोत्तर राजकीय कन्या महाविद्यालय सैक्टर ४२ चण्डीगढ़ में प्राचार्या प्रो निशा अग्रवाल जी के कुशल निर्देशन में चित्रकला विभाग के प्रमुख श्री विनोद कुमार के मार्गदर्शन में पिडिलाइट उद्योग द्वारा प्रायोजित कला एवं शिल्प की दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।इस कार्यशाला में नामवर कलाकार डॉ. बलजिंदर सिंह गिल ने शिरकत करते हुए बच्चों को कला और शिल्प की बारीकियाँ बताते हुए हस्तनिर्मित कला और दर्पण सजाना,  जूट के बैग्स की रंगीन कलाकारी,  मोबाइल के कवर्स को सजाना, वन स्ट्रोक पेंटिंग इत्यादि सम्बन्धी कलाओं पर विस्तृत चर्चा भी की और बच्चों को प्रशिक्षण देते हुए उन्हें कुछ नमूने बनाकर भी दिखाए।और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित भी किया। इस कार्यशाला में कुल 50 छात्राओं ने भाग लिया। विभाग के प्रमुख श्री विनोद कुमार ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद ज्ञापित किया और इस कार्यशाला के सफल होने में सभी को मुबारकबाद दी और आगे भी ऐसे नये-नये विषयों पर कार्यशालाएँ करवाने की बात रखी ताकि भविष्य में बच्चे और आगे बढ़ सकें।

प्लस प्वाइंट पाठशाला स्कूल में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 09 मार्च    :

देवों के देव महादेव भोलेनाथ का पर्व महाशिवरात्रि महोत्सव मंदिरों के साथ स्कूलों व अन्य संस्थाओं में धूमधाम व श्रद्धापूर्वक मनाया गया।इस बीच क्षेत्र की शिक्षा क्षेत्र में प्रसिद्ध संस्था प्लस प्वाइंट पाठशाला उचाना में महाशिवरात्रि पर्व स्कूली बच्चों ने धूमधाम व श्रद्धापूर्वक मनाया।इस अवसर पर भगवान शिव परिवार से संबंधित झलकियां और कार्यक्रम बहुत ही खूबसूरत ढंग से पेश किए गए। स्कूल की छात्रा रिद्धि सयोकंद ने भगवान शिव परिवार से संबंधित अपनी एक विशेष आइटम पेश कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और उपस्थित लोगों तालियां बजाने पर मजबूर हो गए।इस अवसर पर प्लस प्वाइंट पाठशाला स्कूल की प्रिंसिपल ने देवों के देव महादेव भोलेनाथ की महिमा और उनके परिवार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा के साथ साथ हमारी भारतीय संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए। 

वर्मीकम्पोस्टिंग प्रौद्योगिकी पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 07 मार्च    :

पीजीजीसीजी-11 महाविद्यालय, चंडीगढ़ के प्राणीशास्त्र विभाग ने निदेशक उच्च शिक्षा, चंडीगढ़ प्रशासन के तत्वावधान में 7 मार्च, 2024 को विभिन्न गतिविधियों का संचालन करके उद्यमिता के लिए वर्मीकम्पोस्टिंग प्रौद्योगिकी (60 घंटे, 3 क्रेडिट पाठ्यक्रम) पर कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक जागरूकता गतिविधि का आयोजन किया। दरअसल यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की एक पहल थी। कॉलेज की प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अनिता कौशल इस अवसर की मुख्य अतिथि थीं। डॉ. दलीप कुमार, रजिस्ट्रार, एमिटी यूनिवर्सिटी, मोहाली, डॉ. कामना बरकतकी, निदेशक, सेंट्रल पोल्ट्री डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, चंडीगढ़, श्री मदन शर्मा, संस्थापक, ग्लोबल एपियरी, श्री रमेश (प्रधान जी), गौशाला, सेक्टर-45, चंडीगढ़, श्री लाल चंद (गुशाला, मोहाली), डॉ. संगीता मेहतानी और डॉ. मधुरिमा शर्मा, एल्यूमिना, पीजीसीजीसी-11, चंडीगढ़ समारोह के सम्मानित अतिथि थे। स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए पोस्टर मार्किंग, नारा लेखन, कविता लेखन, भाषण लेखन, वीडियो निर्माण और रंगोली निर्माण जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और उन्हें वर्मीकम्पोस्टिंग के लाभों के बारे में जागरूक किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार लक्ष्मी देवी मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट (पंजीकृत) द्वारा प्रायोजित किए गए थे। डॉ. दलीप कुमार ने सुश्री सना खान का उदाहरण देकर स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. कामना बरकतकी ने उद्यमिता में कौशल विकास की भूमिका पर जोर दिया। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) अनिता कौशल ने सभी छात्रों को बधाई दी और उन्हें उद्यमिता के लिए एकजुट होने के लिए प्रेरित किया। प्रिंसिपल प्रो. (डॉ.) अनीता कौशल ने छात्रों के बीच कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के लिए समन्वयकों, डॉ. उमेश भारती और डॉ. रवनीत कौर द्वारा किए गए प्रयासों को स्वीकार किया। घटनाओं के परिणाम थे:

पोस्टर बनाना-
प्रथम पुरस्कार – समीक्षा बोध (एम.एससी. द्वितीय प्राणीशास्त्र)
द्वितीय पुरस्कार- अदिति शर्मा (बीसीए-द्वितीय)
तृतीय पुरस्कार- अंकिता (बी.एससी. द्वितीय मेडिकल)

नारा लेखन-
प्रथम पुरस्कार-जसप्रीत कौर (एम.एससी. द्वितीय प्राणीशास्त्र)
द्वितीय पुरस्कार- कीर्ति (बी.एससी. III मेडिकल)
तृतीय पुरस्कार- मुस्कान सांगवान (बीएससी प्रथम मेडिकल)

कविता लेखन
प्रथम पुरस्कार-ज़िया अख्तर (बी.एससी. I मेडिकल)
द्वितीय पुरस्कार- काशवी (बी.एससी. I मेडिकल)
तृतीय पुरस्कार- अंजलि (बी.एससी.II मेडिकल)
सांत्वना पुरस्कार- मीनाक्षी (एम.एससी. I जूलॉजी)

भाषण लेखन
प्रथम पुरस्कार – कोमल (एम.एससी. I जूलॉजी)
द्वितीय पुरस्कार- गीतांजलि (एम.एससी. प्रथम प्राणीशास्त्र)
तृतीय पुरस्कार- रमनदीप कौर (एम.एससी. द्वितीय प्राणीशास्त्र)

वीडियो बनाना
प्रथम पुरस्कार – प्रियांशी (बी.एससी. I मेडिकल)
द्वितीय पुरस्कार- सीरत राणा (बी.एससी. I मेडिकल)
तृतीय पुरस्कार- हिमानी (एम.एससी. द्वितीय प्राणीशास्त्र)

रंगोली बनाना
प्रथम पुरस्कार – गीतांजलि एवं अलका सैनी
द्वितीय पुरस्कार-अंकिता और आकांक्षा
तृतीय पुरस्कार-ममता एवं सुशील

नेतृत्व, जिम्मेदारी और आत्मविश्वास की भावना के साथ काम करना सीखने जैसे कौशल सिखाते हैं खेल : डॉ. आभा सुदर्शन 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 06 मार्च    :

सेक्टर 46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज की 41वीं वार्षिक एथलेटिक मीट का आज महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने शुभारम्भ किया। उन्होंने कॉलेज का झंडा फहराया और मीट के उद्घाटन की घोषणा की। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा मार्च पास्ट के साथ हुई। अपने संबोधन में डॉ. सुदर्शन ने स्वस्थ दिमाग और स्वस्थ शरीर के विकास में खेल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। खेलों के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि खेल नेतृत्व, जिम्मेदारी और आत्मविश्वास की भावना के साथ काम करना सीखने जैसे कौशल सिखाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को अपने व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए खेलों में भाग लेना चाहिए। स्पोर्ट्स मीट में छात्रों ने विभिन्न खेल गतिविधियों जैसे 5000 और 10000 मीटर दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद, भाला फेंक, डिस्कस थ्रो, शॉट पुट, धीमी साइकिल दौड़ और रस्साकशी आदि में सक्रिय भागीदारी देखी। इस मौके पर डीन डॉ. राजेश कुमार, वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह, डॉ. राजिंदर कौरा, प्रमुख, शारीरिक शिक्षा विभाग, डॉ विशव गौरव और सुश्री सुनीता आदि मौजूद थे।

जीजीडीएसडी कॉलेज में टेडेक्स के नौवें संस्करण में वक्ताओं ने दिए सफलता के मंत्र


डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 05 मार्च    :

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में टेडेक्स जीजीडीएसडी कॉलेज का नौवां संस्करण “क्वेस्ट फॉर कोशिएंट” थीम पर आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने सफलता के सार को फिर से परिभाषित किया। इस कार्यक्रम में बहुआयामी गायिका, रैपर और टेलीविजन हस्ती जैस्मिन सैंडलास, जीवन प्रशिक्षक और स्वास्थ्य प्रेमी कोमल नारंग, रोडीज़ कॉफ़ीहौज़ एंड चिका लोका बाय सनी लियोन के सह-संस्थापक साहिल बवेजा, क्रूज़ और बेस्टएलप्रांप्ट.कॉम के नवोन्वेषी पारस मदान, पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट व कंटेंट क्रिएटर, सीए साक्ची जैन, उल्लेखनीय कंटेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर जसप्रीत द्योरा  और ऑफ-ड्यूटी, बे-सिक, निकसि स्किनकेयर के सह-संस्थापक और एक अनुभवी मार्केटिंग विशेषज्ञ मदीना एस खान जैसी प्रसिद्ध हस्तियों ने छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा के भाषण से हुई, जिन्होंने निरंतर सीखने और अनुकूलन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रभाव संचार, मनोरंजन, कार्य और शिक्षा के माध्यम से हमारे दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को महत्वपूर्ण रूप से आकार देता है। जीजीडीएसडी सोसायटी की प्रेसिडेंट वैशाली शर्मा ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि विशेषज्ञों के अनुभवों से छात्र प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि कृतज्ञता सार्थक परिवर्तन लाने के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक के रूप में कार्य करती है, जो प्रत्येक व्यक्ति के भीतर प्रगति और परिवर्तन की अपार संभावनाओं को प्रज्वलित करती है।

कार्यक्रम की शुरुआत मनमोहक कथक प्रदर्शन के साथ हुई, जिसने सांस्कृतिक विसर्जन और बौद्धिक उत्तेजना के लिए मंच तैयार किया। अंतराल की शुरुआत हर्षित लाइव बैंड की मनमोहक धुनों से हुई, जिन्होंने अपनी संगीत प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। एमसीएम के डांस ग्रुप आवेग की आश्चर्यजनक प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सौ से अधिक लोगों की उपस्थिति के साथ  इस कार्यक्रम ने प्रेरणा की किरण के रूप में काम किया। उपस्थित लोगों को किट प्रदान की गईं, जो कार्यक्रम के स्थायी प्रभाव का प्रतीक थीं।

खालसा कॉलेज, मोहाली ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया

  • समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम, उनका सम्मान जरूरी: डा. हरीश कुमारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 05 मार्च    :

खालसा कॉलेज (अमृतसर) आफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज, फेज 3ए में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम में विशेष रूप से पहुंची सांस्कृतिक संरक्षणवादी, संगीतकार, सामाजिक प्रभावक सुनैनी शर्मा, गर्ल्स राइज फॅार मोहाली संस्था की फाउंडर उपिंदरप्रीत कौर गिल, प्रसिद्ध नाटककार, डायरेक्टर, एक्टर गुरिंदर एस मकना, सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद सुरजीत कौर, समाज सेवी तथा पूर्व डीपीआर मोहाली डॉ उमा शर्मा को कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ हरीश कुमारी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम है, उनका सम्मान बेहद जरूरी है। हर क्षेत्र में उनकी जबरदस्त कामयाबी पर हमें गर्व करना चाहिए।

कार्यक्रम की शुरुआत महिलाओं पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन के साथ हुई। जो कि ‘माये नी मैं किन्नू आखा’ विषय पर था, जिसे सभी ने खूब सराहा।

कार्यक्रम के दौरान गर्ल्स राइज फॅार मोहाली संस्था की फाउंडर उपिंदरप्रीत कौर गिल ने इस अवसर पर कहा कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें महिलाओं ने अपनी पहचान नहीं बनाई है। महिलाएं राष्ट्र और हमारे समाज के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण धुरी हैं। उन्होंने कहा कि पुरुषों द्वारा महिला सशक्तिकरण को स्वीकार करना आज की जरूरत है। गुरिंदर एस मकना ने कहा कि कला से जुड़े लोग हमेशा समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। भारत में महिलाओं ने कला में उल्लेखनीय योगदान दिया और उनके योगदान को सभी कलात्मक इलाकों में सराहा गया।

सुनैनी शर्मा ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास वहां की महिलाओं की शिक्षा में निहित है। महिलाएं स्वयं में एक पूर्ण चक्र हैं, जो कुछ भी सही है उसके लिए लड़ने के लिए उसके पास अपनी क्षमता है। आज महिला न केवल अपने स्वयं के अधिकारों की रक्षा करती है, बल्कि दूसरों के अधिकारों की भी कीमत और रक्षा करती है। 

इस अवसर पर सुरजीत कौर ने महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला।  डॉ उमा शर्मा ने  महिला की सुरक्षा और आत्मसम्मान की बात पर जोर दिया। 

कार्यक्रम का समापन पर प्रिंसिपल डॉ. हरीश कुमारी ने आए हुए सभी मेहमानों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।