सफाई का काम देखने वाली लायन कंपनी को नगर निगम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया

विनिड कुमार तुषवार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़ के दक्षिणी सेक्टरों में सड़कों आदि पर सफाई का काम देखने वाली लायन कंपनी को नगर निगम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीते रोज इस कंपनी के तहत काम करने वाले एक सफाई कर्मी राजेश टांक ने कथित रुप से समय पर वेतन मिलने के चलते आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद आज सुबह सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद अब निगम कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।

लॉयन कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया है कि इसके खिलाफ प्रबंधन अनुबंध की शर्तों व कानूनी प्रावधानों के तहत उचित कार्रवाई क्यों न की जाए। इसमें अनुबंध रद्द किए जाना तक शामिल है। 7 दिनों में नगर निगम ने कंपनी से जवाब मांगा है। बता दें कि लॉयन कंपनी की सेवाओं में कथित रुप से कमी को उजागर करते हुए विपक्ष लंबे समय से अनुबंध रद़्द करने की मांग करता आ रहा है। इसके बावजूद इसी वर्ष अप्रैल से अनुबंध निगम ने आगे बढ़ा दिया था।

चंडीगढ़ नगर निगम के मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ(एमओएच) ने लॉयन सर्विसेज लिमिटेड, नई दिल्ली को यह कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह शहर के दक्षिणी सेक्टरों में GIS आधारित मैनुअल और मशीन आधारित सफाई को लेकर किए गए प्रबंधन अनुबंध को उचित रुप से लागू करने के संबंध में है।

अनुबंध की शर्तों की पालना नहीं हो रही: एमओएच

निगम ने कहा है कि संबंधित क्षेत्रों के एसएस/सीएसआई/एसआई की ओर से लॉयन सर्विसेज के काम-काज को लेकर सूचना प्राप्त हुई है। वहीं कथित रुप से सैलरी न दिए जाने के चलते एक कर्मी द्वारा आत्महत्या कर ली गई। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। वहीं सेवाओं में कई कमियां और तरह की लापरवाही बरते जाना सामने आया है। ऐसे में पाया गया है कि प्रबंधन अनुबंध की सच्ची भावना से पालना नहीं की जा रही है। यह अनुबंध के नियमों और शर्तों की उल्लंघना है।

सफाई कर्मियों को यह सामान देने की रिपोर्ट नहीं

निगम ने कहा है कि क्लास 4 कर्मियों को 2 किलो सरसों के तेल, डेटॉल साबुन की 6 टिक्कियां (125 ग्राम) तथा 2 किलो गुड़ महीने में देने के संबंध में मासिक रिपोर्ट पेश नहीं की गई। इनमें हैल्पर,स्वीपर, बुश कटर ऑपरेटर और मजदूर शामिल हैं। अनुबंध के क्लॉज 2.4(डी) के तहत यह ज़रुरी है।

कर्मियों के बीमे पर भी लापरवाही

वहीं ऑपरेटर यह सुनिश्चित करने में नाकाम रहा है कि इसके अंतर्गत काम करने वाले सभी कर्मी कम से कम प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (जीवन बीमा योजना), प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना(दुर्घटना बीमा योजना) तथा आयुष्मान भारत(सेहत बीमा योजना) या नगर निगम द्वारा अनुबंध के क्लॉज के अंतर्गत की गई सिफारिश के तहत किसी भी अन्य बीमा योजना में कवर हैं।

सफाई कर्मियों की सेहत जांच तक नहीं करवाई

इसके अलावा पहले तीन महीनों में अंत तक कर्मचारियों की कोई स्वास्थय जांच नहीं करवाई गई। इस संबंध में कोई रिपोर्ट भी पेश नहीं की गई। यह क्लॉज के तहत ज़रुरी है। इसके अलावा कर्मचारियों का वेतन भी लायन कंपनी को अपने फंड से निकाल कर देना था। यह हर महीने की 7 तारीख तक दे दिया जाना चाहिए था। यह भी नहीं दिया गया। वेतन न मिलने के चलते एक कर्मी द्वारा आत्महत्या करने की घटना से यह साफ है।