मेरी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी, हम अगला चुनाव भी जीतेंगे: सीएम एकनाथ शिंदे

शिंदे ने कहा, “शरद पवार एक बड़े नेता हैं, लेकिन वह जो कुछ भी कहते हैं वह तथ्य के बिल्कुल विपरीत होता है। इसलिए हमारे शासन के 2.5 साल पूरे करेंगे, अगली बार हमारे पास 200 विधायक होंगे, 100 हमारे और 100 बीजेपी के।” सदन के दो दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन राज्य विधानसभा में महत्वपूर्ण फ्लोर टेस्ट जीतने के तुरंत एक प्रेस वार्ता में शिंदे ने यह बात कही। मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,  “हम मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में देखेंगे।”

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, नई दिल्ली:  

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना कार्यकाल पूरा करने और भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में अगला चुनाव जीतने का शनिवार को भरोसा जताया। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र मंत्रिपरिषद के विस्तार के बारे में निर्णय अगले सप्ताह मुंबई में लिया जाएगा।

शुक्रवार रात राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे शिंदे और फडणवीस ने शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की, जिसमें सत्ता साझेदारी की व्यापक रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र मंत्रिपरिषद के विस्तार के बारे में निर्णय अगले सप्ताह मुंबई में लिया जाएगा।

शुक्रवार रात राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे शिंदे और फडणवीस ने शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की, जिसमें सत्ता साझेदारी की व्यापक रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया।

शिंदे ने अपने पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे के मध्यावधि चुनाव कराने के आह्वान को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि राज्य सरकार मजबूत है और 288 सदस्यीय विधानसभा में उसे 164 विधायकों का समर्थन है, जबकि विपक्ष के पास सिर्फ 99 विधायक हैं।

संवाददाता सम्मेलन में जब फडणवीस से उपमुख्यमंत्री पद पर उनकी ‘‘पदावनति’’ को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के नाखुश होने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इसके विपरीत पार्टी कार्यकर्ता खुश हैं कि 2019 में उनके साथ हुए ‘‘अन्याय’’ को सुधारा गया है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता खुश हैं क्योंकि स्वाभाविक सहयोगी भाजपा और शिवसेना ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को हटाकर सरकार बनाई है। फडणवीस ने कहा, ‘‘यह बिल्कुल स्पष्ट है। मुख्यमंत्री नेता हैं। हम इस सरकार को सफल बनाने की दिशा में काम करेंगे।’’

इनरव्हील क्लब मोहाली सिम्फनी ओर सोहना हॉस्पिटल ने मिलकर मैमोग्राफी जांच शिविर लगाया

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 9 जुलाई :

इन्नर व्हील कल्ब मोहाली सिम्फनी डिस्ट्रिक 308 मोहाली द्वारा सुहाना हॉस्पिटल मोहाली के साथ मिलकर मैमोग्राफी जांच शिविर  होमलैंड हाइट्स मोहाली के परिसर में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक लगाया गया यह जांच शिविर महिलाओं में बढ़ती ब्रेस्ट कैंसर की समस्याओं को देखते हुये क्लब ओर सोहन हॉस्पिटल ने मिलकर यह महत्वपूर्ण जांच शिविर लगया गया।

इस अवसर पर महिलाओं ने अपनी सेहत के प्रति जागरूकता दिखाई और  मेमोग्राफी कराने के लिये होमलैंड हाईट्स मोहाली के आस पास की लगभग 36 महिलाओं ने  जांच शिविर में भाग लिया। यह जांच शिविर  सोहना हॉस्पिटल के डॉक्टर सोनिया ढाका, डॉक्टर हिमानी बिजल्वाण के साथ पंखुरी कपूर सीनियर मैनेजर  , भूपिंदर सिंह कैम्प इंचार्ज  हॉस्पिटल स्टाफ की के देख रेख में हॉस्पिटल के बस में  लगाया गया ओर डॉक्टरों द्वारा जांच कर सही सलाह भी दी गई। इसअवसर पर क्लब की ओर से सभी डॉक्टरों को ओर हॉस्पिटल स्टाफ को मोमेन्टो दे कर समानित किया गया  और इस अवसर पर क्लब के सभी सीनियर मेम्बर्स साथ ही क्लब की  सब से छोटी मेंबर सानिया और अमिता का भी विशेष सहयोग रहा।

अवसर पर होमलैंड हाइट्स की प्रेजिडेंट मनवीर कौर, कल्ब की प्रेजिडेंट आशा शूद, सेक्रेटरी विजय सूद,ट्रेज़र अमिता अरोड़ा, एडिटर संगीता अग्रवाल, आई एस ओ रंजनदीप  और मेंबर्स सानया, अनिता सूद, साधना मालिक,ज्योति, आदर्श,किरण, नेहा,राज शर्मा,सरिता,रेवा मेहता, बलजीत,समस्त क्लब मेम्बर्स ओर  होमलैंड हाइट्स मेसर्स उपस्थित रहे इस अवसर पर प्रेसिडेंट ने सभी का धन्यवाद किया और उपस्थित सभी मेम्बरों ओर डॉक्टरों के हॉस्पिटल स्टाफ को दोपहर का भोजन  और रिफेरश्मेन्ट भी दिया गया

सेवा निवृत्त ईओ पृथ्वीराज जाखड़ के पुत्र का अतिक्रमण नगरपालिका ने तोड़ा

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़  8 जुलाई, 2022  : 

समाज कल्याण विभाग भवन के पीछे व्यावसायिक योजना में नरेन्द्र जाखड़ सूरतगढ़  के आवंटित भूखण्ड संख्या 56 के स्वीकृत क्षेत्र के अतिरिक्त बाहरी क्षेत्र में अनाधिकृत कब्जा अवैध निर्माण मिलने पर वह अतिक्रमण नगरपालिका ने तुड़वा दिया।

नगरपालिका के अतिक्रमण रोधी दस्ते द्वारा विभागीय रिपोर्ट के आधार पर अवैध निर्माण को चिन्हित कर ध्वस्त कर दिया गया।  मौके पर पालिका स्वच्छता निरीक्षक जयप्रकाश लीगरी, मोहनलाल सहायक स्वच्छता निरीक्षक, श्री मनिन्द्र सारसर जमादार व श्रीकृष्ण जमादार मय स्टाफ उपस्थित रहे।

नरेंद्र जाखड़ सेवानिवृत्त ईओ पृथ्वीराज जाखड़ के पुत्र हैं। पृथ्वीराज जाखड़ नगरपालिका सूरतगढ़ में भी दो तीन बार ईओ रह चुके हैं और वर्तमान में आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं।

पृथ्वीराज जाखड़ व आप के कुछ कार्यकर्ताओं ने नगरपालिका में उपस्थित होकर  ईओ विजयप्रतापसिंह के समक्ष पालिका की कार्यवाही को रंजिश पूर्ण बताया।

यहां गौर करने वाले तथ्य ये हैं कि बाजारों में नालों पर बने पक्के अतिक्रमण हटाने की मांग के बावजूद नगरपालिका हटा नहीं रही है।

नगरपालिका को बाजारों के अतिक्रमण भी तुरंत हटवाने चाहिए।

बाहुड़ा यात्रा: घर लौटे भगवान जगन्नाथ

बाहुड़ा यात्रा हुई संपन्न, बलभद्र और सुभद्रा संग श्री जगन्नाथ मौसी के घर से लौटे वापस

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 9 जुलाई :

उत्कल सांस्कृतिक संघ जगन्नाथ मंदिर सेक्टर 31 स्थित गुंडीचा मंदिर से नौ दिन के बाद भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ बाहुड़ा कर श्री मंदिर लौटे।  तुलसी व चन्दन जल का छिड़काव कर रथ के चारों ऑर झाडू लगाकर छेरा पोंहरा का रस्म अदा किया। वहीं, पुजारी गौतम पंडा, मिहिर मिश्र, संतोष द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण कर पूजा विधि संपन्न की। इस दौरान घंटा, झाल, शंख और ‘हरि बोल’ के उच्चारण के बीच देवताओं को गुंडिचा मंदिर से बाहर लाया गया और उन्हें  ‘पहंडी’  जुलूस के जरिए रथ पर ले जाया गया।

घर लौटे भगवान जगन्नाथ

बता दें कि बहुदा यात्रा 12 वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह में भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की वापसी का प्रतीक है, जिसे नीलाद्री बीज कहा जाता है।

उत्कल सांस्कृतिक संघ के सांस्कृतिक सचिव अनिल मालिक के अनुसार हेरा पंचमी की एक परंपरा में भगवान को ढूंढ़ते हुए देवी लक्ष्मी गुंडिचा मंदिर जाती हैं। यहां किसी बात से गुस्सा होकर भगवान के रथ का एक पहिया तोड़कर श्रीमंदिर चली आती हैं। द्वादशी पर श्रीमंदिर में लक्ष्मी जी के निर्देश से द्वैतापति दरवाजा बंद कर देते हैं फिर भगवान जगन्नाथ लक्ष्मी जी को मनाकर मंदिर में प्रवेश करते हैं।

भक्तों को दर्शन देने के बाद मौसी के घर रुके थे प्रभु

पारंपरिक कथानुसार भगवान औषधीयुक्त काढ़ा पीकर स्वस्थ होते और भक्तों को दर्शन देने मंदिर से निकलते हैं। इसके बाद देर रात अपनी मौसी के यहां पहुंचते है। यहां भगवान करीब 8 दिनों तक मौसी के घर रहने के बाद वापस मंदिर लौटते हैं।

9 जुलाई को भगवान की मंदिर में वापसी हुई। ज्ञात हो कि 24 जून को स्नान करने के बाद भगवान बीमार हो गए थे, इसके बाद स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए काढ़ा पिलाया गया। 30 को स्वस्थ हुए और 1 जुलाई को दर्शन के लिए मंदिर से बाहर निकले थे और भक्तों ने रथयात्रा पर्व मनाया। मंदिर में कल भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र के सोना वेश दर्शन की तयारी चल रही है। 

निद्रा में रहेंगे भगवानमांगलिक कार्यों पर ब्रेक

मौसी के घर से वापस भगवान मंदिर के गर्भगृह में विराजित होंगे। इसके बाद वे निंद्रा में रहेंगे। बता दें कि वे जब तक निंद्रा में रहेंगे मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। इसके लिए उनके उठने का इंतजार करना होगा। भगवान देव उठानी एकादशी के दिन उठेंगे। उसी दिन से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।

इस अवसर पर विशेष तौर पर संस्था के वाइस चेयरमैन एसके भुयान व अध्यक्ष एसएस पटनायक उपाध्यक्ष ब्रजा कुमार, सुशांत कुमार नायक, अरुण कुमार, सह सचिव बसंत कुमार दास, सदस्य पीएन मलिक, दिवाकर जी, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार मौजूद रहे।

हम दर्शन करने आए हैं, करके ही लौटेंगे; बादल फटने की घटना के बाद भी श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार

पंचतरणी के बाद 39 लाेगाें के जत्थे से आगे निकलकर शुक्रवार की शाम चार बजे ये 9 लाेग गुफा के पास पहुंच गए थे। स्नान के बाद अमित कुमार, सुजीत पांडेय, राजीव पांडेय, दिलीप कुमार, पप्पू कुमार साथ शाम छह बजे बाबा की आरती में शामिल हुए। उन्होंने बताया, “मैंने अपनी आंखाें के सामने सैलाब में श्रद्धालुओं काे बहते देखा है। भंडारे में खा रहे कई श्रद्धालु सैलाब में बह गए। बड़ी-बड़ी चट्टानें बह रही थीं। कई कैंप तबाह हाे गए। उनकी संख्या कितनी हाेगी यह कहना मुश्किल है।”

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्रीनगर/चंडीगढ़:

भारी बारिश के बीच शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे गुफा के पास बादल फटा। पहाड़ की ढलानों से पानी और गाद की मोटी धारा घाटी की ओर बहने लगी। तीर्थस्थल के बाहर बेस कैंपों में पानी घुस गया। इसमें दर्जनों टेंट और कई सामुदायिक रसोई क्षतिग्रस्त हो गईं। यहां तीर्थयात्रियों को भोजन परोसा जाता है। रातभर रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन चलता रहा। इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई है। दर्जनों लापता हैं। इस त्रासदी के बाद अमरनाथ यात्रा स्‍थगित कर दी गई है। 30 जून से इसकी शुरुआत हुई थी।

अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद भी आधार शिविरों में टिके बाबा बर्फानी के भक्तों का हौसला डिगा नहीं है। हालांकि हादसे की विभीषिका ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया है। इसके बावजूद उनका भरोसा कायम है। वे कहते हैं कि बाबा ने इतनी दूर बुलाया है तो अब दर्शन भी करवाएंगे। 

महाराष्ट्र के पुणे से आए गणेश ने कहा कि हादसे ने उन्हें हिला कर रख दिया है परंतु भरोसा है बाबा सब ठीक करेंगे। कोई भी हादसा हमारा मनोबल कमजोर नहीं कर सकता। हम दर्शन करने आए हैं और बाबा के दर्शन करके ही जाएंगे। 

भंडारा लगाने वाली टीम के सदस्य राकेश कुमार ने कहा कि हादसे से कुछ समय पहले ही मैं गुफा से नीचे आया था। हादसे के बाद से मन काफी दुखी है। भोलेनाथ मृतकों की आत्मा को शांति दे। नोएडा से आए रितेश का कहा है कि हमें भोले बाबा ने बुलाया है। उनके दर पर माथा टेके बिना वापस नहीं लौटेंगे। सुरक्षा बल और सरकारी मशीनरी घायलों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं और खराब हुए रास्ते को ठीक कर रहे हैं। 

ओडिशा से आए सुरेंद्र बताते हैं कि हादसे से एक मिनट पहले ही मैं वहां से निकला था। इसलिए मेरी जान बच गई। घटनास्थल पर काफी भगदड़ मची थी। मां-बाप से जुदा हुई एक बच्ची रो रही थी। सुरक्षा बलों ने उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बाकी घायलों को भी आगे के टेंटों में सुरक्षित लाया गया।  

बता दें कि इस हादसे में अब तक 16 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। करीब 40 लोग लापता और 50 से अधिक घायल हुए हैं। सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ीं कई टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।

ਜ਼ੀਰਕਪੁਰ ਵਿੱਚ 35 ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਖੂਨਦਾਨ ਕੀਤਾ

ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਸਮਵਾੱਦਾਤਾ, ਡੈਮੋਕ੍ਰੇਟਿਕ ਫਰੰਟ, ਜ਼ੀਰਕਪੁਰ 9 ਜੁਲਾਈ 22 :

ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਅਤੇ ਇੰਡੀਅਨ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੋਸਾਇਟੀ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਸ਼ਾਖਾ ਮੋਹਾਲੀ ਵੱਲੋਂ ਸਾਂਝੇ ਤੌਰ ਤੇ ਮੈਟਰੋ ਸਟੋਰ ਦੇ ਬਾਹਰ ਅੰਬਾਲਾ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਰੋਡ ਤੇ ਖ਼ੂਨਦਾਨ ਕੈਂਪ ਲਾਇਆ ਗਿਆ। ਕੜਾਕੇ ਦੀ ਗਰਮੀ ਅਤੇ ਬਾਰਿਸ਼ ਦੇ ਕਾਰਨ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਖੂਨ ਦੀ ਕਮੀ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਇਹ ਕੈਂਪ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ। ਬਲੱਡ ਬੈਂਕ ਐਮ ਕੇਅਰ ਹਸਪਤਾਲ ਬਲੱਡ ਸੈਂਟਰ ਵੀਆਈਪੀ ਰੋਡ ਜ਼ੀਰਕਪੁਰ ਦੀ ਟੀਮ ਨੇ ਡਾ: ਕਾਰਤਿਕ ਅਗਰਵਾਲ ਦੀ ਦੇਖ-ਰੇਖ ਹੇਠ 35 ਯੂਨਿਟ ਖ਼ੂਨ ਇਕੱਤਰ ਕੀਤਾ। ਇਹ ਕੈਂਪ ਸਵੇਰੇ 10:30 ਵਜੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਕੇ ਸ਼ਾਮ 3:30 ਵਜੇ ਤੱਕ ਚੱਲਿਆ।

ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਦੀ ਜਨਰਲ ਸਕੱਤਰ ਸਾਧਵੀ ਨੀਲਿਮਾ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਪਹਿਲਾਂ ਲੋੜ ਪੈਣ ’ਤੇ ਖੂਨਦਾਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਸੀ। ਹੁਣ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਅਜਿਹੇ ਹਨ ਜੋ ਜਨਮ ਦਿਨ ਅਤੇ ਵਿਆਹ ਦੀ ਵਰ੍ਹੇਗੰਢ ‘ਤੇ ਵੀ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਖੂਨਦਾਨ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਦਾਨ ਹੈ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਮਨੁੱਖ ਨਾ ਤਾਂ ਜਾਤ ਦੇਖਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਧਰਮ। ਇਹ ਮਨੁੱਖ ਲਈ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਪਵਿੱਤਰ ਕਾਰਜ ਹੈ। ਸਾਡੀ ਸੰਸਥਾ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਹੈ ਕਿ ਖੂਨ ਦੀ ਕੋਈ ਕਮੀ ਨਾ ਰਹੇ। ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਕੇ ਹੀ ਅਸੀਂ ਲੋੜਵੰਦਾਂ ਦੀ ਜਾਨ ਬਚਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ।

ਕੈਂਪ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿੱਚ ਸਮੂਹ ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ, ਯਾਦਗਾਰੀ ਚਿੰਨ੍ਹ ਅਤੇ ਤੋਹਫੇ ਦੇ ਕੇ ਸਨਮਾਨਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਡਾਕਟਰ ਪ੍ਰੇਮ ਨਾਥ ਬਾਂਸਲ, ਤਾਰਾ ਚੰਦ ਘਈ, ਸੰਦੀਪ ਪਰਮਾਰ, ਬ੍ਰਿਜ ਮਹਾਜਨ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪਤਵੰਤੇ ਵੀ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।

डॉ. पवन कुमार शर्मा हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष निर्वाचित

रविंद्र तलवाड़ स्टेट चीफ कमिश्नर एवं चेयरमैन एवं डॉ. अनिल पाठक, डॉ. विभा रे, जसपाल सिंह व प्रिंसिपल पूजा प्रकाश उपाध्यक्ष नियुक्त  

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ :

हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स की राष्ट्रीय कार्यकारिणी 2022- 25 के चुनाव सर्वसम्मति से संपन्न हुए जिसमें डॉ. पवन कुमार शर्मा को प्रधान, उपप्रधान के पद के लिए डॉ. अनिल पाठक, डॉ. विभा रे, जसपाल सिंह और प्रिंसिपल पूजा प्रकाश को सर्वसम्मति चुना गया। रविंद्र तलवाड़ को स्टेट चीफ कमिश्नर एवं चेयरमैन,  वी बी कपिल स्टेट  कमिश्नर स्काउट, मधु बहल स्टेट कमिश्नर गाइड, प्रवीन कुमार स्टेट ऑर्गेनाइजिंग कमिश्नर, गुरदीप खोखर स्टेट ट्रेजरर, डॉ विनोद कुमार राज्य सचिव, प्रकाश चंद्र शर्मा ज्वाइंट सेक्रेट्री  स्काउट सेक्शन, सरिता ज्वाइंट सेक्रेट्री गाइड सेक्शन, पुष्पराज स्टेट ट्रेनिंग कमिश्नर, स्टेट ऑर्गेनाइजिंग कमिश्नर प्राइस अनुजा शर्मा, प्रदीप शुक्ला स्टेट ऑर्गेनाइज कमिश्नर स्काउट, ज्योति अनुजा स्टेट हेड क्वार्टर कमिश्नर गाइड , अंजू स्टेट हेड क्वार्टर कमिश्नर गाइड, हिमानी शर्मा स्टेट हेड क्वार्टर कमिश्नर गाइड और अनुराधा को स्टेट हेड क्वार्टर कमिश्नर गाइड चुना गया। स्टेट चीफ कमिश्नर एवं चेयरमैन रविंद्र तलवाड़ ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अर्बन के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र पर भी बल दिया जायेगा। बढ़ते प्रौद्योगिकी युग में नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है।  स्टेट और नेशनल लेवल पर और अधिक को – ओर्डिनेशन बढ़ाया जायेगा। चंडीगढ़ के राज्य सचिव डॉ विनोद कुमार ने स्काउटिंग और गाइडिंग के कार्यशैली पर अपने विचार रखते हुए कहा कि उनके राज्य में हिंदुस्तान स्काउट्स एंड  गाइड्स को आशावादी विचारों के कारण पब्लिक द्वारा सराहा  रहा है। ज्वाइंट सेक्रेट्री  स्काउट सेक्शन प्रकाश चंद्र शर्मा  ने उपस्थित सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।  

भ्रष्टाचारी धनेश अदलखा का मुख्यमंत्री का नाम लेकर लाचार फार्मासिस्टों को धमकाता था – राजेश‌ कौशिक

  • मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे हैं धनेश अदलखा को बचाने की कोशिश
  • फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज होने के बावजूद नहीं की जा रही गिरफ्तारी
  • स्वास्थ्य मंत्री ने निलंबन के लिए फाइल भेजी, अब तक मुख्यमंत्री ने नहीं किए हैं फाइल पर साइन
  • फार्मेसी काउसिल को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल में
  • धनेश अदलखा ने सैकड़ों आवेदकों की नौकरियां छीनी, लाइसेंस ना बनने के कारण नहीं कर पाए आवेदन -सत्यवान
  • मुझे कई बार लगवाए चक्कर, जब पैसे की डील हुई, तब तैयार हो गया लाइसेंस बनाने के लिए
  • मुझे ऑफिस में बहुत धमकाया था और आत्महत्या के लिए कर दिया था मजबूर- पवन कुमार
  • फार्मेसी काउंसिल सेक्टर 14 पंचकूला कार्यालय में धनेश अदलखा द्वारा रखी गई प्राइवेट महिला कर्मचारी ने बुला कर मुझसे मांगे थे 70000 रुपए-ईश्वर
  • हाई कोर्ट के सेटिंग जज से करवाई जाए फार्मेसी काउंसिल भ्रष्टाचार मामले की जांच- केसी गोयल

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 9 जुलाई

मेरा मुख्यमंत्री के ड्राइंग रूम तक आना जाना है, मैं कोई भी काम जब चाहूं मुख्यमंत्री से करवा सकता हूं, मुख्यमंत्री और उनके सभी ओएसडी मेरी बात कभी नहीं टाल सकते, तुम मेरा जो बिगाड़ सकते हो बिगाड़ लो। मैं जो चाहूंगा, वही मुख्यमंत्री करेंगे। यह धमकियां हर उस आवेदक को हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के भ्रष्टाचार के आरोपी धनेश अदलखा देते थे, जिसने हरियाणा राज्य से बाहर  से 12वीं या फार्मेसी की हो। यह बात शनिवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता के दौरान हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वाले झज्जर निवासी राजेश कौशिक ने कही। राजेश कौशिक ने बताया कि पिछले कई सालों से हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचार चल रहा था, लेकिन जब मुख्यमंत्री ने धनेश अदलखा को मार्च 2019 में हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल का प्रधान बना दिया, तो उसके बाद भ्रष्टाचार कई गुना बढ़ गया। हर उस आवेदक से रुपए मांगे जाने लगे जिसने हरियाणा से बाहर 12वीं या फार्मेसी की हो। 

रिश्वत का पैसा भी इतना कि एक आम फार्मासिस्ट अदा ना कर पाए। एक रजिस्ट्रेशन के 70000 रुपए से लेकर 200000 रुपए तक वसूले जाने लगे। धनेश अदलखा ने सोहन लाल के साथ मिलकर इसे एक व्यवसाय बना लिया और हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के कार्यालय को दुकान बनाते हुए सैकड़ों लाइसेंस भेज कर करोड़ों रुपए कमाए। किसी का लाइसेंस बिना रुपए लिए नहीं बनाया। जो कोई मंत्री या किसी बड़े राजनेता से इन्हें फोन करवा लेता था, तो उनका लाइसेंस बन जाता था, अन्यथा किसी का भी लाइसेंस बनवाने के लिए रुपए देने पड़ते थे। इनका लालच इतना बढ़ गया था कि फार्मेसी काउंसिल के सदस्यों को भी नहीं बख्शा। 

इसी के चलते राजेश कौशिक और सत्यवान ने हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो को शिकायत दी थी जिसके बाद 2 जुलाई 2022 ट्रैप लगाकर चौकसी ब्यूरो ने उपप्रधान सोहन लाल कंसल और दलाल सुभाष अरोड़ा को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्यमंत्री के दबाव के चलते विजिलेंस ने काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा को अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने बताया कि काउंसिल के सदस्य भी किसी का लाइसेंस बनवाने के लिए आए, तो उनसे भी रुपयों की मांग की जाने लगी। जिसका प्रमाण हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री को दी गई शिकायतें हैं, जिसमें उन्होंने लिखा है कि एक लाइसेंस के लिए 50,000 से 80,000 रुपए लिए जा रहे हैं । जबकि यह रेट बहुत कम बताया गया । 

बाहरी राज्यों से 12वीं या फार्मेसी करने वालों से धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल ने 70000 रुपए से लेकर 200000 रुपए तक लिए। राजेश कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल धनेश अदलखा को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका स्पष्ट प्रमाण है कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने धनेश अदलखा को निलंबित करने के लिए फाइल मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास भेजी है, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री ने धनेश अदलखा, सोहनलाल कंसल और राजकुमार वर्मा को निलंबित करने के लिए आई फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए। जबकि धनेश अदलखा की जब अपॉइंटमेंट हुई थी, तो फाइल पहुंचने के आधे घंटे बाद मुख्यमंत्री ने फाइल साइन करके वापस भेज दी थी।

राजेश कौशिक और शिकायतकर्ता सत्यवान ने कहा कि हम कोई भी राजनीतिक लोग नहीं हैं। हम मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं। फार्मासिस्ट भाई बहनों की रोटी फार्मेसी लाइसेंस से चलती है, यदि हमारे पास लाइसेंस नहीं होगा, तो हम ना तो दुकान कर सकते हैं, ना ही किसी के पास नौकरी। धनेश  अदलखा के पास सैकड़ों बार हजारों आवेदक आए, जिन्होंने उसके पास रोते-रोते गुहार लगाई कि हमारी फाइल निकाल दो। हम कोई फर्जी नहीं है, हमारा कसूर यही है कि हम दूसरे राज्य से पढ़ कर आए हैं, लेकिन भारत में रहने वाले नागरिक को क्या जिस राज्य में रहता है, वहीं से पढ़ना जरूरी है? लेकिन उसने कभी हमारी बात नहीं मानी और हमें धमकाता रहा । मजबूरी में अपना परिवार पालने के लिए फार्मासिस्ट भाई बहनों ने धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल को रिश्वत दी। 

विजिलेंस द्वारा अभी तक केवल काउंसिल के उपप्रधान सोहनलाल कंसल और एक दलाल को ही पकड़ा गया है, जबकि धनेश अदलखा और राजकुमार वर्मा खुलेआम घूम रहे हैं। वह मुख्यमंत्री से विजिलेंस पर दबाव बनवा रहे हैं ताकि उन्हें केस में से बाहर निकाला जाए, क्योंकि उन दोनों का नाम दर्ज एफआईआर में सबसे ऊपर है। सत्यवान ने कहा कि धनेश अदलखा ने फार्मेसी काउंसिल में जमकर भ्रष्टाचार किया, जिसके बारे में हर किसी को पता है, लेकिन उसके मुख्यमंत्री से सीधे संबंध होने के कारण किसी ने उस पर कभी हाथ नहीं डाला और आज भी यही हो रहा है, उसे गिरफ्तार करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। 

पवन कुमार ने बताया कि मैं अपने लाइसेंस के लिए बहुत तंग हो चुका था। मुझे कई बार कार्यालय में बुलाकर धनेश अदलखा ने बेइज्जत किया। काउंसिल के सदस्यों और कर्मचारियों के सामने मेरे साथ बदसलूकी की। मुझे मुख्यमंत्री का नाम लेकर डराने की कोशिश की। मेरे परिवार की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है। मैं धनेश अदलखा से तंग आकर आत्महत्या तक करने के लिए मजबूर हो गया था। मैंने अपनी एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर डाल दी थी, जिसमें मैं आत्महत्या के लिए तैयार था, लेकिन इसी बीच पुलिस ने मेरे घर आकर मुझे आत्महत्या करने से रोक दिया था और धनेश अदलखा को नोटिस देकर पुलिस थाने बुलाया था। आज तक धनेश अदलखा कभी पुलिस थाने नहीं आए और पुलिस कर्मी वह अधिकारियों को मुख्यमंत्री से फोन करवा कर मामले को रफा-दफा कर दिया। पवन के मुताबिक धनेश ने कहा था कि मुख्यमंत्री कार्यालय में जितने भी ओएसडी हैं, सब मेरे साथ हैं । मुख्यमंत्री के बेडरूम तक मेरी एंट्री है, मुझे कोई नहीं रोक सकता , मैं जो चाहे कर सकता हूं। 

ईश्वर ने बताया कि फार्मेसी काउंसिल कार्यालय से मुझे एक महिला कर्मचारी का फोन आया कि आपका लाइसेंस बनाना है। आप आकर अपने दस्तावेज जमा करवा जाओ। मैंने इस महिला कर्मचारी से कहा कि पहले तो आप लोगों ने मुझे लाइसेंस बनाने के लिए मना कर दिया था, अब लाइसेंस कैसे बना दोगे? ईश्वर ने कहा कि इस महिला कर्मचारी ने अपना नाम निशु बताया था और कहा था कि प्रधान धनेश अदलक्खा ने आदेश दिए हैं कि इनका लाइसेंस बना दो, जिसके बाद मैं हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के सेक्टर 14 कार्यालय में पहुंचा, वहां पर मैंने कर्मचारियों से पूछा कि मुझे निशु मैडम ने फोन किया था, वह कौन है? तो उन्होंने बताया कि वह धनेश अदलखा की प्राइवेट कर्मचारी हैं, जिनका काउंसिल से तो कोई लेना देना नहीं है, लेकिन धनेश अदलक्खा की सारी डील वही करती हैं । 
कर्मचारियों ने मुझे निशु के पास भेज दिया । निशु ने मुझे कहा कि आप की फाइल बन जाएगी, लेकिन इसके लिए आपको 70000 रुपए देने पड़ेंगे। मैंने उससे बोला कि मेरे पास तो इतना पैसा नहीं है। इसके बाद इस महिला कर्मचारी ने कहा कि यदि पैसे नहीं हैं, तो आपको अंदर करवा देंगे, क्योंकि आपने छत्तीसगढ़ बोर्ड से पढ़ाई की है। मैंने उसे पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ बोर्ड से पढ़ाई करना जुर्म है, तो उसने कहा कि मुझे तो चेयरमैन साहब के आदेश हैं या तो पैसे देकर रजिस्ट्रेशन करवा लो या फिर जेल की हवा खाने के लिए तैयार रहो। मैंने पैसे देने से इंकार कर दिया, तो निशु ने वहीं से सेक्टर 14 पुलिस थाने में फोन करके पुलिस को बुला लिया, जिसके बाद पुलिस भी मुझे अपने साथ ले गई। मैंने पुलिस को लिखित में शिकायत दी, जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
हरियाणा राज्य फार्मेसी कौंसिल के पूर्व प्रधान कृष्ण चंद्र गोयल ने बताया कि मार्च 2019 के बाद फार्मेसी काउंसिल एक निजी दुकान बन कर रह गई। काउंसिल में  धनेश अदलखा, सोहनलाल कंसल , अरुण पराशर और राजकुमार वर्मा ने मिलकर सैकड़ों बच्चों से रिश्वत ली। रजिस्ट्रेशन के नाम पर 70,000 से लेकर 2,00000 रुपए तक रिश्वत ली गई। मैं लगातार मामले को उठाता रहा, लेकिन हर बार मुख्यमंत्री कार्यालय से इनको बचा लिया जाता। इतना ही नहीं पूर्व रजिस्ट्रार डॉ परविंदर जीत सिंह ने भी मामले को उठाया। उन्होंने अपनी चिट्ठी में आदेश दिए कि चेयरमैन धनेश अदलखा के किसी फाइल पर साइन की आवश्यकता नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय से धनेश अदलखा ने डॉक्टर परविंदर जीत सिंह को हटाने के आदेश जारी करवा दिए। इतना ही नहीं जिन बच्चों ने इन्हें रिश्वत का पैसा नहीं दिया , उनको आज तक फार्मेसी का लाइसेंस जारी नहीं किया गया। हजारों बच्चे इन दोनों की रिश्वतखोरी के कारण नौकरी लगने से रह गए। इस मामले की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जानी चाहिए ताकि पूरे प्रकरण में शामिल भ्रष्टाचारियों का भंडाफोड़ हो सके।

श्री श्याम परिवार चैरिटेबल ट्रस्ट , जरूरतमंद लोगों के लिए, किसी वरदान से कम नहीं  : अनिल सिंगला   

पंचकुला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला :  

      यह श्री श्याम बाबा की,  अपने बच्चों पर अनंत कृपा है कि,  उनके कृपा पात्र भारतवर्ष में ही नहीं अपितु विदेशों में भी     असंख्य की तादाद में है। यही कारण है आज श्याम प्रेमी अपनी हर छोटी बड़ी, खुशियों को श्री श्याम रंग में रंग कर  मानना चाहते हैं। इसका साक्षात प्रमाण उस समय देखने को मिला जब एक श्री श्याम प्रेमी  अनिल सिंगला  ने अपना जन्म दिन , बहुत ही सहज तरीके से, पंचकूला सेक्टर 14 श्री श्याम परिवार चैरिटेबल ट्रस्ट में  जाकर मनाया। इस श्याम प्रेमी परिवार ने जन्म दिवस पर, बड़े होटल में  होने वाले खर्चे  रोककर उसी पैसे 31000 को ट्रस्ट में दान करके मनाया,अपने जन्म दिवस पर , श्री श्याम बाबा का आशीर्वाद लेकर अनिल सिंगला ने कहा कि उनके लिए यह सबसे बड़े सौभाग्य की बात है,  कि उन्हें श्री श्याम बाबा का आशीर्वाद मिला, उनके जन्म दिवस पर इससे बड़ा कोई अन्य उपहार नहीं हो सकता।

      उन्होंने अन्य श्री श्याम प्रेमी परिवार से आग्रह करते हुए कहा कि,  वे अपने घर की छोटी बड़ी खुशियों को किसी बड़े होटल में ना जाकर, वे किसी भी ट्रस्ट या किसी जरूरतमंद की मदद करके मनाए। उन्होंने कहा कि ये सब तो श्री श्याम बाबा ही करते हैं , वे तो नामत्र एक मध्यम हैं। आपको बता दें कि श्री श्याम परिवार ट्रस्ट पंचकूला में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आकर अपना इलाज कराते हैं। इस ट्रस्ट में रोगियों से रजिस्ट्रेशन के 11 रुपए एवं 11 रुपए दवाई के  लिए जाते हैं। यही नहीं , इस ट्रस्ट में , बाजार से कई गुना  कम दरों पर ,  रोगियों के टेस्ट भी किए जाते हैं। अपनी सेवा भाव से इस ट्रस्ट ने बहुत कम समय में ही  बहुत बड़ी ख्याति प्राप्त कर ली है।

मेडिटच वेलनेस कंपनी ने लगाया भंडारा 

पंचकुला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला :  

आज की नई पीढ़ी में परोपकार एवं धर्म की  भावना जागृत करने के उद्देश्य से मेडिटच वेलनेस कंपनी की तरफ से 15 वा भंडारे का आयोजन करवाया गया। भंडारे का वितरण पंचकूला औद्योगिक क्षेत्र फेज 2 में किया गया। कंपनी के चेयरमैन अमिताभ रुंगटा ने कहा की आज के दौर में युवा पीढ़ी को अपने धर्म के प्रति जागृत करने एवं उनमें सामाजिक सेवा की भावना उत्पन्न करना बहुत जरूरी है।

युवाओं को सही मार्गदर्शन ना मिलने के कारण वे अपने धर्म से विमुख होते जा रहे हैं । यही कारण है आज के युवाओं में उग्रपन , मानसिक तनाव, करुणा भाव की कमी देखने को मिल रही है। अमिताभ रुंगटा ने युवा पीढ़ी से आग्रह करते हुए कहा कि सभी युवाओं को समाज एवं धर्म के लिए कुछ न कुछ अवश्य करना चाहिए। इस मौके पर अनुपमा रुंगटा , चैतन्य रुंगटा , प्रगति रुंगटा ,दीपाली रुंगटा , अमिताभ रुंगटा ,  सत्यनारायण गुप्ता, पवन गुप्ता, सुखपाल सिंह ,सुरेन्द्र सिंगल , कुलवंत सिंह, गौतम भाटिया, मोहन यादव, निधि, अवदेष मिश्रा, वंदना, शिव कुमार वर्मा  ने भी भंडारे में सेवा की।