इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 के शिव मानस मंदिर स्थित भगवान् चित्रगुप्त जी की मूर्ति की  स्थापना दिवस मनाये गए

डेमोक्रेटिक फ्रंट, संवाददाता, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़ की सामाजिक संस्था कायस्थ सभा, चंडीगढ़  ने आज इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 के शिव मानस मंदिर स्थित भगवान् चित्रगुप्त जी की मूर्ति की  स्थापना दिवस मनाई। कायस्थ सभा चंडीगढ़ के द्वारा आज भगवान् चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापना पूजा के अवसर पर इंडस्ट्रियल एरिया फेज दो स्थित शिव मानस मंदिर में विशेष समारोह का आयोजन किया गया जिसमे भगवान चित्रगुप्त जी की  मूर्ति और पुरे परिसर को सजाया गया, कार्यक्रम  की शुरुआत मंत्रोचारण, भजन एवं हवन के साथ हुई जिसमे चंडीगढ़ और आस पास के कायस्थ परिवार और श्रद्धालु विशेष रूप से आये हुए थे। जैसा की सभा के अध्यक्ष श्री जे पी श्रीवास्तव  ने बताया की इस अवसर पर विशेष पूजा की गयी और  पूजा के बाद प्रसाद वितरण और बाद में सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था।  इंडस्ट्रियल एरिया फेज दो स्थित शिव मानस मंदिर में इस समारोह में कायस्थ सभा चंडीगढ़  के कार्यकारणी के अध्यक्ष श्री जे पी श्रीवास्तव और कार्यकारणी के सभी सदस्य और परिवार के सभी लोग उपस्थित थे। 

पत्रकारिता में करियर के अवसर

पत्रकारिता के क्षेत्र में एक सफल करियर के रूप में किसी भी व्यक्ति को जिज्ञासु दृढ़ इच्छा शक्ति वाला, सूचना को वास्तविक, संक्षिप्त तथा प्रभावी रूप में प्रस्तुत करने की अभिरुचि रखने वाला, किसी के विचारों को सुव्यवस्थित करने तथा उन्हें भाषा तथा लिखित-दोनों रूपों में स्पष्ट रूप से अभिव्यक्त करने में कुशल होना चाहिए। दबाव में कार्य करने के दौरान भी नम्र एवं शांत चित्त बने रहना एक अतिरिक्त योग्यता होती है। जीवन के सभी क्षेत्रों से व्यक्तियों का साक्षात्कार लेते समय पत्रकार को व्यावहारिक, आत्मविश्वासपूर्ण तथा सुनियोजित रहना चाहिए। उसे प्रासंगिक तथ्यों को अप्रासंगिक तथ्यों से अलग करने में सक्षम होना चाहिए। अनुसंधान तथा सूचना की व्याख्या करने के लिए विश्लेषण कुशलता होनी चाहिए।

जसविंदर पाल शर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्री मुक्तसर साहिब पंजाब :

एक पेशे के रूप में पत्रकारिता इन दिनों जोर पकड़ रही है। सूचना का विस्फोट होता है। हम सूचना के तेज प्रवाह के साथ तेजी से बदलती दुनिया में रह रहे हैं। बड़ी संख्या में पत्रिकाएँ और पत्रिकाएँ सामने आई हैं। आज, हमारे पास समाचारों में व्यापार करने वाली कई समाचार एजेंसियां ​​हैं और देश में पत्रकारों के दो से अधिक संघ हैं। विभिन्न विश्वविद्यालयों में पत्रकारिता के नियमित पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। कई विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर स्तर पर मास कम्युनिकेशन को एक विषय के रूप में पेश किया जा चुका है। पत्रकारिता का पेशा अब बहुत सारे सक्षम और प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करता है।

                पत्रकारिता के लिए एक विशेष दिमाग की जरूरत होती है। एक पेशे के रूप में पत्रकारिता की पहली आवश्यकता समसामयिक घटनाओं या दिन-प्रतिदिन की घटनाओं में गहरी रुचि है। एक नवोदित पत्रकार को देश और विदेश में चल रहे राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक आंदोलनों को समझना चाहिए। उसे समसामयिक घटनाओं में सक्रिय रुचि लेनी चाहिए और उचित परिप्रेक्ष्य विकसित करने के लिए इतिहास और भूगोल की अच्छी समझ होनी चाहिए। वास्तव में एक पत्रकार को एक पढ़ा-लिखा और पढ़ा-लिखा व्यक्ति होना चाहिए। उसके पास एक अच्छी तरह से भंडारित दिमाग होना चाहिए। उसे जागना, सतर्क और सक्रिय रहना है। उसके पास एक ध्वनि स्मृति होनी चाहिए। उसके पास एक विश्लेषणात्मक दिमाग होना चाहिए।

                एक पत्रकार को समय-समय पर होने वाली घटनाओं के प्रति मौलिक सोच रखनी चाहिए। उसे घटनाओं की व्याख्या, व्याख्या और टिप्पणी करनी होती है। उसे विस्तार से पढ़ना चाहिए और तथ्यों को आत्मसात करना चाहिए। एक पत्रकार के पास करने के लिए एक महान कार्य है। उसे लोगों के सामने तथ्य पेश करने चाहिए। वह एक शिक्षक है। उसे जनमत बनाना और बनाना है। उसके पास सोचने का एक स्वतंत्र तरीका होना चाहिए। उसके पास अपने दृढ़ विश्वास का साहस होना चाहिए। उसे किसी या किसी संगठन के प्रति पक्षपाती या पूर्वाग्रही नहीं होना चाहिए। उसके पास मानव मन में अंतर्दृष्टि होनी चाहिए। उसे लोगों के बीच रहना चाहिए और उनके रहन-सहन का अध्ययन करना चाहिए। एक अच्छा पत्रकार अपने अंदर दिमाग और दिल के इन सभी गुणों को समेट लेता है।

एक पत्रकार को इस तथ्य को नहीं भूलना चाहिए कि उसे एक महत्वपूर्ण सामाजिक कर्तव्य निभाना है। जनता को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के संबंध में उचित रूप से शिक्षित करना उनका परम कर्तव्य है। साथ ही, उसे एक और सभी के सामने, दैनिक जीवन के तथ्यों को बिना पूर्वाग्रह या रुचि के प्रस्तुत करना होगा। वह जो लिख रहा है उससे अपने निजी पूर्वाग्रहों को दूर रखना होगा। उसे सत्ता में बैठे लोगों द्वारा शोषण किए जाने से बचना चाहिए। राजनीतिक दबदबे या धन की ताकत को किसी पत्रकार को किसी गुप्त मकसद से लिखने के लिए डराना या मजबूर नहीं करना चाहिए। इसके लिए बहुत साहस, दृढ़ विश्वास और देशभक्ति और मानवतावाद की सच्ची भावना की आवश्यकता होती है।

                पत्रकारिता आज युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए व्यापक अवसर प्रदान करती है। यह एक विकासशील और विस्तारित पेशा है। भारत में पत्रकारिता के पेशे का भविष्य बहुत अच्छा है। मल्टी-चैनल टीवी कार्यक्रमों के मद्देनजर, पत्रकारिता कई युवाओं के लिए एक बड़ा वादा रखती है और महिला बेईमान व्यक्तियों के लिए नहीं है। कुछ पत्रिकाएं तथ्यों को विकृत करती हैं और चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती हैं। वे निराधार अफवाहें फैलाते हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो बदनामी या गाली-गलौज पर पनपते हैं और वे अश्लीलता और अश्लीलता में आनंद लेते हैं। इसे “पीली पत्रकारिता” के रूप में जाना जाता है। अनुचित व्यवहार में लिप्त ऐसे पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वास्तव में एक पेशे के रूप में पत्रकारिता नए आधारों को तोड़ सकती है और इस क्षेत्र में कई युवा पुरुषों और महिलाओं को आकर्षित कर सकती है।

                पत्रकारिता एक नेक और चुनौतीपूर्ण पेशा है। लेकिन कुछ पत्रकार अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहते हैं। रचनात्मक लेखन में अच्छे उद्यमी युवा लड़के-लड़कियों को पत्रकारिता को पेशे या शौक के रूप में अपनाना चाहिए।

क्लब द्वारा रोपित प्रत्येक पौधे की संभाल की जाएगी : गुरदीप सिंह प्रधान

वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालावाली :

  एकता युवा क्लब ओढ़ा के नए सदस्य पूरे जोश और उत्साह के साथ गांव की साफ सफाई में जुटे हुए हैं। इसी कडी के तहत उन्होंने पुरानी अनाज मंडी में स्थित महाराजा अग्रसेन कम्युनिटी हाल की साफ सफाई की। कम्युनिटी हॉल के प्रांगण मे  घास फूस उगा हुआ था जिसे कल्ब सदस्यों ने पुरी मेहनत के साथ उखाड़ कर प्रांगण की सफाई की। उसके बाद कल्ब द्वारा फूलदार पौधे लगाए गए। क्लब के प्रधान गुरदीप सिंह ने बताया कि इस बरसात के मौसम में क्लब द्वारा सीएचसी सैंटर, सभी स्कूल, सरकारी कार्यालय व गांव की खाली जगहों पर पौधे लगाकर पूरे गांव को हरा भरा किया जाएगा। क्लब द्वारा रोपित प्रत्येक पौधे की संभाल भी क्लब सदस्यों द्वारा पूरी जिम्मेदारी से की जाएगी और किसी पौधे को सूखने नही दिया जायेगा।पौधारोपण के समय क्लब प्रधान गुरदीप सिंह, क्लब सदस्य गुरतेज सिंह, अजय बेरवाल, राकेश वर्मा, अजय कुमार, विक्रम शाह, मुकेश वर्मा, सुभाष कुमार, अनमोल, सुखराज सिंह और राकेश शर्मा आदि उपस्थित रहें। 

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 22 July 22

HCS परिक्षा को लेकर कडे सुरक्षा के प्रबंध, धारा 144 लागू :- डीसीपी पंचकूला

  • परिक्षा केन्द्रों पर करीब 400 पुलिस कर्मी तैनात

पंचकूला /22 जुलाई :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में लघु सचिवालय सेक्टर 01 पंचकूला में एससीएस परिक्षा में कडे सुरक्षा के प्रंबधो को लेकर मीटिंग आयोजित की गई । मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त नें बताया कि इस परिक्षा को लेकर नोडल अधिकारी एसीपी श्री राजकुमार कौशिक को नियुक्त किया गया है और इस संबध में पुलिस द्वारा परिक्षा को लेकर कडे सुरक्षा के इन्तजाम करते हुए 37 स्थानों के 48 परिक्षा केन्द्रो पर करीब 400 पुलिस कर्मियो को तैनात किया गया औऱ साथ ही महिला पुलिस कर्मी को तैनात किया गया ।

मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के आदेशानुसार परिक्षा के केन्द्र के चारो तरफ करीब 200 मीटर के दायरे में पाँच या पाँच से अधिक लोगो को इक्टठा होनें पर पर पांबदी लगाते हुए धारा 144 के तहत आदेश पारित किए गये है और 500 मीटर की दूरी क्षेत्र में कोई भी वाहन खडा होने की अनुमित नही है इसके अलावा पंचकूला क्षेत्र में दिनांक 24.07.2022 दिन रविवार को सुबह 6.00 बजे से लेकर शाम 6.00 बजे तक कोई भी कोचिंग सेन्टर या कोई फोटोस्टेट शॉप बंद रहेगी ।

पुलिस उपायुक्त नें मीटिंग के दौरान मौजूद एसीपी कालका मुकेश कुमार, विजय कुमार ( मुख्यालय) , राजकुमार रंगा (ट्रैफिक), सुरेन्द्र कुमार, किशोरी लाल तथा सभी थाना प्रबंधक व परिक्षा केन्द्र इन्चार्जो सबोंधित करते हुए कहा कि एचसीएस की परीक्षा को गम्भीरता से लेते हुए सचेत होकर डयूटी करें ।  इसके अलावा पुलिस वाहनों (पीसीआर, ईआरवी तथा पुलिस राईडर) द्वारा ज्यादा से ज्यादा मात्रा में मौजूद होकर पेट्रोलिंग की जायेगी ।   इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त के निर्दशानुसार कल दिनांक 23 जुलाई को पंचकूला क्षेत्र में सभी होटल ढाबो इत्यादि में ठहरनें वालों स्थानों पर चैंकिग की जायेगी । सदिंग्धता पाई जानें पर सख्त कार्रवाई अमल मे लाई जायेगी ।

इस संबध में पुलिस उपायुक्त नें बताया कि कुछ शरारती तत्व जो परिक्षा पहले आकर गडबडी करनें की कोशिश करते है इस प्रकार के शरारती तत्वो पर कडी निगरानी हेतु पुलिस द्वारा होटल/ढाबों में चैंकिग अभियान चलाया जायेगा । जिस अभियान के तहत होटल ढाबों में सभी ठहरनें व्यक्तियो बारे जांच व निगरानी करेगी ।

*इसके अलावा पुलिस उपायुक्त के आदेशानुसार कल आज दिनांक 22 जुलाई तथा 23 जुलाई को सभी पर्यवक्षण अधिकारी अपनें -2 अधीन क्षेत्र थाना में पुलिस प्लैग मार्च निकाला जायेगा ।*

*इस मीटिंग के दौरान अतं में पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र नें सख्त शब्दो में कहा की एचसीएस परिक्षा को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ धारा 188 के कानूनी कार्रवाई की जायेगी, चाहे कोई कर्मचारी या कोई भी व्यकित । परिक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही होगी । इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त नें एसीपी ट्रैफिक को ट्रैफिक व्यवस्था हेतु सुरक्षा के इन्तजाम करनें हेतु निर्दश दिए गये और परिक्षा केन्द्रो के बाहर करीब 500 मीटर की दूरी पर कोई वाहन को खडा करनें की इजाजत नही है ताकि किसी भी प्रकार से जाम की स्थिति पैदा या अन्य कोई ट्रैफिक व्यवस्था ना बिगडे ।*

KARYASHALA on CRISPR Genome Engineering started on 22th July 2022

Demokretic Front, Correspondent, Chandigarh July 22, 2022 :

KARYASHALA on CRISPR Genome Engineering: Hands-on Training State-of-Art Technology kick started on 22th July 2022 at Department of Biotechnology, Panjab University, Chandigarh. Around 50 delegates from different parts of the country attended the event. Professor Kashmir Singh, Chairperson of the Department welcomed the distinguish guests, speakers and participants and introduced the theme of workshop. The workshop was inaugurated by Chief Guest, Professor Raj Kumar, Hon’ble Vice-Chancellor, Panjab University, Chandigarh and Dr. Prabodh Kumar Trivedi, Director, CSIR-CIMAP, Lucknow was the Guest of Honour and Keynote Speaker.

Hon’ble Vice-Chancellor Professor Raj Kumar talked about the importance of implementing scientific technologies for the betterment of society in general. He focused on the concept of ‘lab-to-land’. He emphasized on the use of research endeavours in such a way that these translational research techniques can benefit mankind at a local level.   

Dr. Prabodh Kumar Trivedi presented his work on “Plant genome-editing: tool for functional genomics and crop improvement”, where he demonstrated his work primarily in the field of secondary plant metabolites and environmental biotechnology. He talked about how his group carried out silencing of various genes involved in flavonoid biosynthesis. In addition, he also demonstrated his excellent work featuring generation of nicotine-less Nicotiana plants. He demonstrated involvement of miR858 and associated miPEP in regulation of flavonoid biosynthesis and plant development. He also talked about genes and miRNAs for development of heavy metal tolerant plants.

Dr. Santosh Kumar Upadhyay talked about the basics of genome editing tools i.e., ZFNs, TALENs and CRISPR. He also talked about the limitations of ZFNs and TALENs and why the need for CRISPR/Cas systems arose. Further, the details of CRISPR components, designing of targets and its applications were also discussed. 

The highlights of the second half of the event were hands on training of basics of genome editing and applications, multiplexing and other advancement in CRISPR/Cas systems with participants. 

In all it was knowledge enriching experience for the students, informed Professor Kashmir Singh, organizing secretary of the symposium.

मार्केट सेक्टर 34ए चंडीगढ़ में 40 युवायों ने किया रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ 22 जुलाई 2022 :

विश्वास फाउंडेशन द्वारा आज शुक्रवार को चंडीगढ़ सेक्टर 34ए में पासपोर्ट ऑफिस के पास रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी पंजाब स्टेट ब्रांच चंडीगढ़ व यूटी चंडीगढ़ ने सहयोग किया। कैम्प सुबह 10 बजे शुरू हुआ ओर दोपहर 3 बजे तक चला।   

विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर में ब्लड बैंक जीएमएसएच सेक्टर 16 चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर सिमरजीत कौर गिल की देखरेख में 40 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया।

साध्वी नीलिमा विश्वास ने कहा कि रक्तदान महादान है। किसी जरुरतमन्द व्यक्ति को रक्त देकर उसकी जान बचाई जा सकती है। आमतौर पर लोगों की मानसिकता है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। ये भ्रामक जानकारी है। रक्तदान से कोई कमजोरी नहीं आती और सप्ताहभर में दिए गए खून कि आपूर्ति हो जाती है और नया खून शरीर में संचार हो जाता है। उन्होंने युवायों से अपील की है कि वो रक्तदान का संकल्प लें और जीवन में जरूर रक्तदान करें।

इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदाताओं को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी पंजाब स्टेट से राकेश कुमारी व चंडीगढ़ से सुशील कुमार एवं विश्वास फाउंडेशन से वरीन्द्र कुमार, साध्वी प्रीति विश्वास, मधु खन्ना, विशाल कुँवर व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।

दिल्‍ली सरकार की नई एक्‍साइज पॉलिसी पर बवाल, एलजी ने CBI जांच बैठाई

नई आबकारी नीति के जरिए दिल्‍ली सरकार शराब खरीदने का अनुभव बदलना चाहती थी। नई पॉलिसी में होटलों के बार, क्‍लब्‍स और रेस्‍टोरेंट्स को रात 3 बजे तक ओपन रखने की छूट दी गई है। वे छत समेत किसी भी जगह शराब परोस सकेंगे। इससे पहले तक, खुले में शराब परोसने पर रोक थी। बार में किसी भी तरह के मनोरंजन का इंतजाम क‍िया जा सकता है। इसके अलावा बार काउंटर पर खुल चुकीं बोतलों की शेल्‍फ लाइफ पर कोई पाबंदी नहीं होगी।

  • दिल्‍ली सरकार की आबकारी नीति पर टेढ़ी हुईं एलजी की नजरें
  • एलजी विनय कुमार सक्‍सेना ने सीबीआई जांच के आदेश दिए
  • चीफ सेक्रेटरी की रिपेार्ट में कई नियमों के उल्‍लंघन की बात
  • इसी रिपोर्ट के आधार पर हुई सीबीआई जांच की सिफारिश

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक और बड़ा झटका दिया है। उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद एलजी ने यह कदम उठाया है। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कई नियमों की अनदेखी की बात कही गई है। लाइसेंस बांटने में गड़बड़ी का आरोप लगा है।

केजरीवाल सरकार पर नई आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानों के टेंडर में गड़बड़ी का आरोप है। आरोप है कि नई आबकारी नीति में नियमों की अनदेखी करते हुए शराब की दुकानों के टेंडर दिए गए। 

एलजी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट के बाद सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। इसी महीने की शुरुआत में तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल सरकार पर जीएनसीटीडी एक्ट 1991, व्यापार लेनदेन नियम 1993, दिल्ली आबकारी नीति 2009 और दिल्ली आबकारी नियम 2010 के उल्लंघन का आरोप है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में दिल्ली के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें दावा किया गया था कि की GNCTD अधिनियम 1991, व्यापार नियमों के लेनदेन (TOBR)-1993, दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम-2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम-2010 का प्रथम दृष्टया उल्लंघन किया गया है। इसके अलावा एक्साइज पॉलिसी में नियमों को ताक पर रखकर शराब बेचने वालों को टेंडर बाँटे गए। शुक्रवार (22 जुलाई 2022) को अधिकारियों ने कहा कि इसी रिपोर्ट के आधार पर एलजी ने सीबीआई जाँच की सिफारिश कर दी है।

गौरतलब है कि नई आबकारी नीति 2021-22 को पिछले साल 17 नवंबर से लागू किया गया था, जिसके तहत दिल्ली को 32 जोन में बाँटा गया था। इसके तहत शहर भर में 849 दुकानों के लिए निजी बोलीदाताओं को खुदरा लाइसेंस दिए गए थे। शहर के गैर-पुष्टि क्षेत्रों में स्थित होने के कारण कई शराब की दुकानें नहीं खुल सकीं। उन्होंने बताया कि नगर निगमों ने ऐसे कई ठेकों को सील कर दिया है।

मुश्किल में पड़ सकते हैं मनीष सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट में उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। इसमें इस बात का खुलासा किया गया है कि नई आबकारी नीति के जरिए कोरोना का बहाना बनाकर लाइसेंसिंग फीस को माफ कर दिया गया था। आरोप है कि दिल्ली सरकार ने शराब कारोबारियों को टेंडर प्रक्रिया के जरिए 144.36 करोड़ रुपए का लाभ पहुँचाया है।

तिलमिला गई आम आदमी पार्टी

CBI जाँच की सिफारिश होते ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी तिलमिला गई है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक कार्रवाई करने का आरोप लगाया। भारद्वाज ने कहा, “सीएम केजरीवाल की देश भर में बढ़ती प्रतिष्ठा पंचायत चुनाव में भी केंद्र के लिए खतरा बन गई है। हम कह रहे हैं कि पंजाब की जीत के बाद बीजेपी की केंद्र सरकार हमसे डरी हुई है। आने वाले दिनों में पूछताछ शुरू की जाएँगी।”

AAP नेता ने आरोप लगाया, “अब 2016 की स्थिति आने वाली है। हमें रोकने के लिए सीबीआई, आयकर, ईडी द्वारा पूछताछ शुरू की जाएगी। हमारे काम में बाधा डालने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद अब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को टार्गेट किया जा रहा है।”

दिल्‍ली में शराब के दीवानों के लिए क्‍या बदल चुका है?

  • हर दुकान पर वॉक-इन जैसा अनुभव। इसी मकसद से दुकान की डिजाइनिंग।
  • ग्राहकों को दुकान के बाहर भीड़ लगाने की इजाजत नहीं।
  • हर ग्राहक दुकान के भीतर आएगा, शराब चुनेगा और दुकान के भीतर ही लेन-देन पूरा होना चाहिए।
  • दुकानों में क्‍लोज्‍ड ग्‍लास डोर होना चाहिए, एयर-कंडीशंड और रोशन की पर्याप्‍त व्‍यवस्‍था होनी चाहिए।
  • हर दुकान में और आसपास सुरक्षा के पर्याप्‍त इंतजाम हों।

किन बातों की इजाजत नहीं?

  • दुकान को लेकर आसपास के लोगों की कोई बड़ी शिकायत नहीं आनी चाहिए।
  • दुकान के चलते आसपास रहने वालों को कोई समस्‍या न हो।
  • ग्राहकों को कोई खास ब्रैंड खरीदने के लिए न कहा जाए।
  • दुकान के बाहर किसी तरह की ब्रैंडिंग नहीं होगी।
  • एक वार्ड में शराब की अधिकतम 27 दुकानें

कनाडा के काउंसल जनरल  पैट्रिक हेबर्ट ने की जॉन्स एमयूएन के  दूसरा संस्करण की टैगोर से शुरआत

  • अगले तीन दिन सेंट जॉन्स हाई स्कूल में जुटेंगे 400 स्टूडेंट्स 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

सिल्वर फ़र्न एजुकेशन कंसल्टेंट्स द्वारा आयोजित विंडसर विश्वविद्यालय द्वारा समर्थित जॉन्स एमयूएन का दूसरा संस्करण आज टैगोर थिएटर, चंडीगढ़ में उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ। इस समारोह में चंडीगढ़ में कनाडा के महावाणिज्य दूत श्री पैट्रिक हेबर्ट मुख अतिथि रहे । हर्षित समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ-साथ सम्मानित अतिथियों द्वारा सूचनात्मक और मूल्यवान भाषणों के साथ हुई, जिसमें विंडसर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ शामिल थे और सेंट जॉन्स हाई स्कूल के उत्साही छात्रों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया गया था।

सम्मेलन के दूसरे संस्करण में देश भर के 50 से अधिक स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 400 प्रतिनिधियों ने भागीदारी की । उद्घाटन समारोह के पूरा होने के बाद, सेंट जॉन्स हाई स्कूल में विभिन्न समिति सत्र शुरू हुए जो एमयूएन के लिए कार्यस्थली  है। जॉन्स एमयूएन के लिए आईसीजे, यूएनजीए SOCHUM, लोकसभा और यूएनएससी जैसी 7 समितियां बनाई गई हैं। अगले तीन दिनों के दौरान समितियां संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों, शरणार्थी संकट, यूक्रेन-रूस युद्ध और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी। सम्मेलन का आदर्श वाक्य “क्रांति के लिए विकास” है।

सम्मेलन के कार्यकारी बोर्ड को क्लैट पॉसिबल के पेशेवरों द्वारा भी प्रशिक्षित किया गया है जो कानून से संबंधित शिक्षा के शिक्षक हैं। क्लैट पॉसिबल के अकादमिक संकाय को कई राष्ट्रीय स्तर के एमयूएन को सुविधाजनक बनाने का व्यापक अनुभव है। क्लैट पॉसिबल ने प्रतिनिधियों की अधिकतम भागीदारी और सूचनाओं के प्रभावी आदान-प्रदान को सुनिश्चित करने के लिए संचार के सही चैनल स्थापित करने के साथ-साथ सम्मेलन की मर्यादा को सुव्यवस्थित करने में बहुत योगदान दिया है।

सम्मेलन अब अगले दो दिनों में व्यापक घंटों के विचार-विमर्श के लिए तत्पर है, जहां प्रतिनिधि आमने-सामने होंगे, विजेताओं की घोषणा 24 जुलाई को की जाएगी और इसके बाद कार्यक्रम का समापन होगा।

नकली महिला कर्नल हुई गिरफ्तार, ये साजिश रच रही थी

मनप्रीत कौर को अदालत ने 23 दिसंबर 2020 को भगोड़ा करार दे दिया। पुलिस को मनप्रीत कौर के बारे में पता चला था कि वह जालंधर में है। इसके बाद चौकी प्रभारी जसवीर ने तुरंत प्रभाव से कार्यवाही करते हुए मनप्रीत को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी कैंट बबन दीप ने बताया महिला को जज के सामने पेश किया गया था और उसे जेल भेज दिया गया है।

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर :

सेना की नकली कर्नल बन कर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली महिला को जालंधर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला की पहचान भोगपुर के गांव बैहराम सरिश्ता निवासी मनप्रीत कौर पत्नी तरलोक सिंह के रूप में हुई है। मनप्रीत सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करती थी।

महिला को जालंधर हाइट्स पुलिस चौकी के प्रभारी जसवीर चंद जस्सी व स्टाफ ने काबू किया है। मनप्रीत कौर ने एक युवती जसमीन कौर को बताया था कि वह सेना में कर्नल है। सेना में कैशियर के पद रिक्त हैं और उनकी भर्ती निकली है। यदि वह चाहे तो एक पद पर उसे फिट करवा देगी। मनप्रीत कौर ने जसमीन से नियुक्ति करवाने की ऐवज में 7 लाख रुपए मांगे।पैसे मिलने के बाद वह जसमीन को बहाने बनाती रही कि शीघ्र ही उसे कॉल लैटर आ जाएगा। उसकी नौकरी फाइनल हो गई है, लेकिन जसमीन को जब महीनों गुजरने के बाद भी कोई कॉल लैटर नहीं आया, जसमीन कौर को जब पता चला कि मनप्रीत कौर ने उसके साथ धोखाधड़ी की है तो उसने उसके खिलाफ उच्च पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी, जिसकी जांच किए जाने के बाद थाना सदर की पुलिस ने मनप्रीत कौर के खिलाफ शिकंजा कसा है। मनप्रीत कौर को अदालत ने 23 दिसम्बर 2020 को भगौड़ा करार दे दिया था। ए.सी.पी. कैंट ने बताया कि आरोपी महिला की गिरफ्तारी के बाद उसे माननीय अदालत में पेश किया गया है।

एनजीटी की टीमें वापस जाते ही प्रशासन पर हावी हुआ खनन माफिया

दक्षिणी व उत्तरी हरियाणा से मार्च में रवाना हो गई थी एनजीटी की टीमें 
कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

प्रदेश में हो रहे अवैध खनन तस्करों पर कार्रवाई के लिए लगाई गई एनजीटी की टीमें प्रदेश से मार्च में हटा दी गई थी। उसके बाद निरंतर खनन माफिया प्रशासन पर हावी होता नजर आया है। प्रदेश में कई जगह खनन विभाग व पुलिस टीमों के बीच खनन माफिया की झड़प होने की घटनाएं सामने आती रही। सबसे बड़ी घटना नुंह में डीएसपी को डंपर के नीचे कुचलकर हत्या करने से प्रदेश में हावी हो रहे खनन माफिया की चर्चाएं पड़ोसी राज्यों तक चर्चा का विषय बनी हुई है।

पर्यावरण प्रेमी अंकुश, अशफाक, महबूब व विकास ने बताया कि प्रदेश में अवैध खनन को रोकने के लिए लगाई गई एनटीटी की टीमें खनन माफिया के खिलाफ निरंतर कार्रवाई कर रही थी। खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए लगाई गई एनजीटी की टीमों ने खनन माफिया पर सख्ती से नकेल कसी थी और खनन माफिया पर करोड़ों रुपए का जुर्माना लगाकर सरकार के राजस्व को भी रिकॉर्ड फायदा पहुंचाया था। एनजीटी टीमें लगातार पिछले कई साल से कार्य कर रही थी। प्रदेश में एक टीम उत्तरी हरियाणा तो दूसरी टीम दक्षिणी हरियाणा में कार्य कर रही थी। दोनों टीमों की कार्रवाई से बड़े से बड़ा खनन माफिया बिलों में जा घुसे थे। टीमों की ताबड़तोड़ कारवाई से प्रदेश में अवैध खनन का खेल पूरी तरह से सिमट कर रह गया था। एनजीटी की टीमों की कार्रवाई से प्रदेश में बड़े से बड़ा माफिया सकते में आ गया था।

इसके साथ ही भूतपूर्व माइनिंग डायरेक्टर आईपीएस अमिताभ ढिल्लों की कार्रवाई भी अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ काबिले तारीफ कर रही थी। आईपीएस अमिताभ ढिल्लो ने प्रदेश में अवैध खनन से जुडे करोड़ों रुपए के घोटाले को भी उजागर किया था। भूतपूर्व मॉइनिग डायरेक्टर अमिताभ ढिल्लों व एनजीटी टीमों की जुगलबंदी ने प्रदेश में खनन माफियाओं को नाकों चने चबा रखे थे। आईपीएस अमिताभ दिलों के मॉइनिग डायरेक्टर पद से हटते ही कुछ समय बाद इसी वर्ष मार्च में खनन माफिया पर कार्रवाई कर रही एनजीटी की टीमों को भी हटा दिया गया। जिसका फायदा खनन माफिया ने उठाया और अपनी मनमर्जी से अवैध खनन करते करते उनके हौसले इतने बुलंद हो गए कि छोटे-मोटे कर्मचारी तो क्या बड़े-बड़े अधिकारियों को भी ट्रकों के नीचे कुचलने लगे। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि जब एनजीटी द्वारा लगाई गई टीमों ने खनन माफिया पर जमकर नकेल कसी हुई थी। सरकार को दोबारा से खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए एनजीटी की टीमों को प्रदेश में पहले की तरह ही लगाना चाहिए ताकि अवैध खनन माफिया पर नकेल कसी जा सके और पर्यावरण भी बचा रहे।