चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल प्रदेश को ही अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करें: भाजपा

निकाय चुनावों में बंगाल का राजनैतिक परिदृश्य कोई भी भूला नहीं है, जहां प्रत्याशियों को नामकङ्कन पत्र दाखिल करने तक नहीं दिया गया था। वहीं चुनाव लड़ने वाले कई प्रत्याशी ममता-सुतों द्वारा मौत की घाट उतार दिये गए थे। जीतने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ता भाजपा से निष्कासित जीवन व्यतीत आर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के मामले में बंगाल का नाम केरल के बाद दूसरे नंबर पर है। पुलिस व्यवस्था वाहन्न इन मंतमाई के गुंडों का साथ देती है और खासकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर अक्सर धरणे प्रदर्शन के दौरान लाठीयान भाँजती है। वहीं बीरभूमी का इलाका घरेलू शस्त्र एवं आयुध निर्माण के लिए कुख्यात है और माना जाता है की इन सभी कारकों पर ममता का मंतमाई वरदहस्त है।

नई दिल्ली: BJP ने चुनाव आयोग जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी के बारे में दिए बयान की शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा आयोग से BJP ने पूरे पश्चिम बंगाल प्रदेश को ही अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की भी मांग की। BJP ने आयोग के सामने बंगाल में हिंसा की आशंका जताते हुए राज्य को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की अपील है। अपनी मांगों को लेकर BJP की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता आयोग दफ्तर पहुंचे थे।

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Union Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We’ve requested EC to take action against Rahul Gandhi for levelling unverified allegations against PM y’day in Ahmedabad, when the Model Code of Conduct is already in effect.4731:24 अपराह्न – 13 मार्च 2019182 लोग इस बारे में बात कर रहे हैंTwitter Ads की जानकारी और गोपनीयता

चुनाव आयोग के दफ्तर से बाहर आने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘चुनावों के मामले में पं. बंगाल का बहुत ही गंदा रिकॉर्ड रहा है। हाल ही में हुए लोकल बॉडी इलेक्शन्स में बंगाल में करीब 100 लोगों की हत्या की गई थी।’ उन्होंने कहा कि ‘हमने चुनाव आयोग से बंगाल में हिंसा की आशंका जताते हुए पूरे प्रदेश को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की मांग की। हमने बूथ केंद्रों पर केंद्रीय पुलिस बल तैनात करने की भी मांग की।’

Union Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We have conveyed to the EC that Bengal’s track record in free & fair election is very very deplorable. Recently, 100 people were killed during local body&gram panchayat polls.ANI@ANIUnion Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We have demanded that the state of West Bengal should be declared as super-sensitive state. We’ve also demanded that central forces should be deployed at all polling booths.2321:38 अपराह्न – 13 मार्च 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता100 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं

बता दें कि राहुल गांधी ने मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद में रैली में पीएम मोदी पर राफेल डील में अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने अंबानी की जेब में देश का पैसा डाला है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के बारे में जो बोला, इतना पैसा उसकी जेब में डाला। मैं तो वह दोहरा भी नहीं सकता। हमने इस बयान की शिकायत कर आयोग से संज्ञान लेने की अपील की है।’

Lecture on the Message of Guru Nanak in the Digital Age

Chandigarh March 13,

The department of English and Cultural Studies,Panjab University, Chandigarh in collaboration with the organising committee, constituted for celebrating the 550th birth anniversary of Shri Guru Nanak DevJi, conducted a lecture on the Relevance of the Message of Guru Nanak in the Digital Age, here today.

Prof. Karamjit Singh, Registrar, PU remarked how in current times of social inequality and distress, spreading the Guru’s message is ever more important. The basis of his message is to spread happiness, remove inequality and become awakened through regular reading of the Gurbani.

Mr.Rupinder Singh,primary speaker and senior associate editor with The Tribune, proceeded his lecture by establishing the revolutionary nature of Guru Nanak via his secular statements, challenges to existing religious order and promotion of religious harmony. At the time of Guru Nanak, sangat, pangat, and langar were established by the Guru as focal points for the framework of Sikhism. He forgave those who were intolerant and put them on the path of a pious life through ethical living and recitation of God’s name. In opposing the caste system, Mr. Singh expressed how the precursors of gurudwaras, dharamsals, were pivotal in using hunger as a leveller to overcome the unwillingness of the public to eat with lower castes. He reminded the members of the survival of langar or community kitchen at Sikh Day Parades, war zones, etc. He concluded his presentation with a summation of the digital presence of the Sikh community with aesthetic websites on Sikh culture and heritage such as SikhNet.com and SikhChic.com.

Mr. Singh’s words were significant to establish the applicability of the Guru’s teachings in the contemporary world. After his talk, there was a question and answer session. Research scholars raised important questions on how to imbibe Guru Nanak’s teachings in everyday life. Mr. Singh observed that by taking small steps of reading, understanding and practicing such teachings one can take inspiration from the Guru’s life.

Distinguished guests present were Prof. B. N. Goswami, professor emeritus, Prof. Deepti Gupta, the chairperson of the department, Prof. Sukhwinder Singh as well as faculty members and research scholars from different universities.

बीती रात एलओसी पर पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान के दो लड़ाकू विमान देखे गए भारत का राडार सिस्टम हाई अलर्ट पर

सारी दुनिया में अपने आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेन द्वारा किए गए सटीक हमले के बाद अपना एफ़-16 गँवाने पर भी पाकिस्तान चेत नहीं रहा, सीमावर्ती क्षेत्रों में उसकी सामरिक हलचल और हवाई बेबकीय भारत की राडार की नज़र से बचीं नहीं हैं, सेना उसके किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है।

नई दिल्ली: बीती रात एलओसी पर पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान के दो लड़ाकू विमान देखे गए. भारतीय एयर डिफेंस के रडार ने इन्हें डिटेक्ट किया. इस घटना के बाद भारत का राडार सिस्टम हाई अलर्ट पर है.

इससे पहले,  27 फरवरी को पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने जम्मू एवं काश्मीर में भारतीय सीमा का उल्लंघन किया था. भारतीय वायुसेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान का एक लड़ाकू विमान भी मार गिराया था. पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. सीमा पर संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन करने के कारण बुधवार को भारत ने सीमा पार व्यापार को रोक दिया. 

जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना द्वारा बिना किसी उकसावे के मोर्टार से गोले दागे जाने और छोटे हथियारों से फायरिंग कर संघर्षविराम के उल्लंघन के बाद बुधवार को सीमा पार व्यापार को रोक दिया गया. एलओसी व्यापार केंद्र के संरक्षक फरीद कोहली ने बताया कि चक्कन दा बाग में व्यापार सुविधा केंद्र पर मोर्टार से पांच गोले दागे गए, जिससे एक्सरे स्कैनर वाले कमरे सहित अन्य जगहों को नुकसान पहुंचा. 

उन्होंने कहा कि दिन में साढ़े 12 बजे के करीब गोलाबारी हुई. उस वक्त ट्रकों की जांच करने का काम लगभग पूरा हो चुका था. गोलाबारी में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन इससे केंद्र में तैनात लोगों में दहशत फैल गयी। हालांकि, मुख्य इमारत सुरक्षित है. कोहली ने बताया कि गोलाबारी के कारण दिन भर के लिए सीमा पार व्यापार को रोक दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि सुबह साढ़े 10 बजे कृष्णा घाटी में गोलाबारी शुरू हुई और बाद में पुंछ सेक्टर में भी गोलीबारी की गई. भारतीय सैनिकों ने कार्रवाई का माकूल जवाब दिया और अंतिम खबर मिलने तक गोलाबारी चल रही थी. 

आईसीसी द्वारा पाक की शिकायत खारिज

पुलवामा आतंकी हमले के बाद चहुं ओर से पिटाई करवा रहे पाकिस्तान को अभी अमझ नहीं आ रही। शाहिद अफरीदी पाकिस्तान का बड़बोला क्रिकेटर रांची में खेले गए भारत औस्ट्रालिया खेल के दौरान भारतीय टीम द्वारा पाहणी गयी भारतीय सेना की टोपी पर तंज़ कसते मिले। पाकिस्तान को यहाँ भी आईसीसी द्वारा प्रताड़ित किया गया।

नई दिल्ली: 

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के साथ रांची में खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में आर्मी कैप पहनी थी. इतना ही नहीं, अपनी मैच फीस राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान कर दी थी.  पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस पर आपत्ति जताते हुए आईसीसी से इसकी शिकायत की थी. पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने आर्मी कैप पहनने के मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ आईसीसी से कार्रवाई की मांग की थी. चौधरी ने भारतीय टीम पर खेल का ‘राजनीतिकरण’ करने का भी आरोप लगाया था. 

हालांकि, पाकिस्तान की शिकायत से भारतीय क्रिकेट टीम या बोर्ड को कोई नुकसान नहीं हुआ. आईसीसी ने साफ कहा कि भारतीय टीम को देश के सैन्य बलों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए सैनिकों जैसी टोपी पहनने की अनुमति दी गई थी. 

पाकिस्तान के ऑलराउंडर शाहिद अफ्रीदी ने टीम इंडिया द्वारा आर्मी कैप पहनने पर उसका मजाक उड़ाया. सोमवार को नेशनल स्टेडियम कराची में लाहौर कलंदर्स पर जीत दर्ज करने के बाद अफरीदी ने मीडिया से बातचीत करने के दौरान यह बात कही. पत्रकारों ने जब अफरीदी से प्रतिक्रिया लेनी चाहिए तो टीम के मैनेजर नदीम खान ने तत्काल हस्तक्षेप किया और पत्रकारों से क्रिकेट से संबंधित सवाल पूछने का आग्रह किया. पत्रकारों ने सवाल पर खेद जताया लेकिन इसी बीच अफरीदी ने हास्यपद टिप्पणी कर डाली. अफरीदी ने कहा, “कैप पहनी तो उतार भी दी.”

Embedded video

Shahid Afridi replies to the Indian team’s wearing of army caps against Australia #Cricket7836:40 PM – Mar 11, 2019215 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

उधर, भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने मंगलवार को इस पूरे मसले पर एक बार फिर भारत का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि टीम को जो सही लगा उसने वही किया और उनका यह कदम सेना के सम्मान के लिए था. भरत अरुण ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बुधवार को यहां होने वाले पांचवें और आखिरी वनडे मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जबाव में कहा, “हमने वही किया जो हमें लगा कि हमें देश के लिए करना चाहिए. सेना ने जो इस देश के लिए किया हमारा यह कदम उसके सम्मान के लिए था.” 

राहुल के मन में आतंकियों के लिए सम्मान: भाजपा

आज तक सभी कांग्रेस के नेताओं को आतंकी, पाकिस्तानी अथवा देशद्रोही प्रेमी नेताओं के तौर पर जाना जाता था। ध्यान दिलाने अथवा आलोचना की स्थिति में कांग्रेस “निजी विचार” का सहारा ले कर कट लेती थी। कांग्रेस के अय्यर, दिग्विजय, सुरजेवाला इत्यादि सभी बड़े नेता कभी न कभी अपने उद्गारों से राष्ट्र की आत्मा को छलनी कर चुके हैं। हर बार कांग्रेस उन्हे किसी न किसी तरह से बचाती रही है। परंतु आज जब भाजपा ने राहुल गांधी की विडियो जारी की तो कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता चुप हैं। मुसीबत यह की पार्टी लाइन प्रकट हो गयी, निजी विचार का सहारा भी नहीं लिया जा पा रहा।

नई दिल्‍ली: चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही पक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों की बौछार शुरू हो गई है. दिल्‍ली में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एयर स्‍ट्राइक के जवाब में राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा, अजित डोवाल खुद मसूद अजहर जी को हवाई जहाज में बिठाकर कंधार लेकर गए थे. हालांकि वह यहां पर एक गलती कर गए. उन्‍होंने आतंकी मसूद अजहर के नाम के साथ जी लगाकर संबोधित किया. बीजेपी ने अब उनका ये वीडियो शेयर कर उन पर निशाना साधा है.

इसके साथ ही #RahulLovesTerrorists भी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए लिखा, राहुल गांधी और पाकिस्‍तान में क्‍या कॉमन है. दोनों ही आतंकियों से प्‍यार करते हैं. इससे पहले मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्‍व‍िजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन को भी जी कहकर संबोधित किया था. अब कांग्रेस राहुल गांधी के इस बयान का बचाव कर रही है.

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देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के लिए राहुल गांधी के मन में इतना सम्मान! #RahulLovesTerrorists5,2326:36 PM – Mar 11, 20194,226 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

अब तय करना है कि गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या गोडसे का : राहुल
राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला और कहा कि लोगों को तय करना है कि उन्हें गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या फिर गोडसे का हिंदुस्तान चाहिए. उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि इस लोकसभा चुनाव के बाद देश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, ‘पांच साल पहले देश में एक चौकीदार आया और कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आया हूँ, मेरा 56 इंच का सीना है. अब किसी से भी पूछ लीजिये चौकीदार क्या है तो वह बता देगा कि चौकीदार चोर है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कमाल है कि आप लोग देश के कोने-कोने में सच्चाई पहुंचा देते हो.

Afzal Guru ji : Randeep Pressconwala

Hafeez Saeed Saab: Digvijay Singh

Masood Azhar Ji: Rahul Gandhi

If they show so much respect in open then wonder what all they do in private. #RahulLovesTerrorists1,5967:34 PM – Mar 11, 20191,149 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

राहुल गांधी ने राफेल मामले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा, ‘हमने कुछ सवाल किए थे. चौकीदार संसद में डेढ़ घन्टे बोला, लेकिन अनिल अंबानी के बारे में नहीं बोला. प्रधानमंत्री आंख से आंख नहीं मिला पाए.’ उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले तीन प्रदेशों में चुनाव हुए। हमने वहां कहा कि मोदी जी ने झूठे वादे किए. हम आपसे झूठे वादे नहीं करेंगे और 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ किया. हमने दो दिन में यह काम कर दिया.’ गांधी ने कहा, ‘पुलवामा हमला जैश-ए मोहम्मद ने किया. इनकी पिछली सरकार ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा. कांग्रेस ने दो प्रधानमंत्री खोये हैं। हम किसी के सामने नहीं झुकते हैं.” उन्होंने कहा कि आप को तय करना है कि आप गांधी का हिंदुस्तान चाहते हैं या गोडसे का हिंदुस्तान चाहते है.? एक तरफ प्यार है और दूसरी तरफ नफरत है. गांधी ने दावा किया कि 2019 में कांग्रेस की सरकार आने वाली है. हम निर्णय ले चुके हैं कि हम न्यूनतम आय गारंटी देंगे.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के साथ भारत रोजगार सृजन के मामले में चीन से स्पर्धा शुरू कर देगा.

21 दिनों में 18 आतंकी हलाक, सेना ने अभियान किया तेज़

श्रीनगर: जम्‍मू-कश्‍मीर में सेना ने आतंकियों के सफाये के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है. रविवार को त्राल में हुए एक एनकाउंटर में सेना को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. इसमें सेना ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया. सेना का कहना है कि हम जम्‍मू-कश्‍मीर से जैश का सफाया करके रहेंगे. सेना के लेफ्ट‍िनेट जनरल केजेएस ढिल्‍लन ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, हमने पिछले 21 दिन में 18 आतंकियों को ढेर किया है. इनमें 6 आतंकी कमांडर थे. वहीं 8 अन्‍य पाकिस्‍तानी आतंकी शामिल हैं.

मारे गए आतंकियों में पुलवामा हमले का मास्‍टर माइंड मुदस्‍स‍िर खान भी शामिल था. त्राल में दूसरा आतंकी खालिद भी ढेर कर दिया गया. सेना ने साफ कर दिया है कि आतं‍क के खिलाफ उसकी ये कार्रवाई जारी रहेगी. सेना ने कहा है कि हम घाटी में जैश ए मोहम्‍मद को खत्‍म करने के करीब हैं. मारे गए 18 आतंकियों में से 8 प‍ाकिस्‍तान के हैं.

सेना के अनुसार, इस साल पाकिस्‍तान ने 400 से ज्‍यादा बार सीमा पार से फायरिंग की गई है. सेना के अनुसार, 2019 के पहले 70 दिनों में सफलतापूर्वक 44 आतंकियों का सफाया कर दिया. इनमें ज्‍यादातर जैश ए मोहम्‍मद के हैं. 2018 में पाकिस्‍तान की ओर से एलओसी पर 1629 सीजफायर की घटनाएं हुई हैं.

पाक‍िस्‍तानी कनेक्‍शन आया सामने
सेना और पुलिस की एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को संबोध‍ित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा,  जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदसिर खान 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले का मुख्य षड्यंत्रकारी था.कश्मीर के आईजी एस पी पाणि ने कहा कि मारे गये आतंकवादियों में से एक की पहचान ‘कोड खालिद’ के तौर पर की गई है, जो पाकिस्तानी माना जा रहा है. मुदसिर अहमद खान के मारे जाने से जैश-ए-मोहम्मद को जबर्दस्त झटका लगा है . 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदसिर अहमद खान कश्मीर में मुठभेड़ में मारा गया.

“NDA seeks your Blessings” Modi

‘We may belong to different parties but our aim must be the same- the development of India and empowerment of every Indian’

While the Election Commission of India announced the schedule for the 2019 Lok Sabha polls, Prime Minister Narendra Modi started his campaign on Twitter.

“Best wishes to the Election Commission, all those officials and security personnel who will be on the field, across the length and breadth of India assuring smooth elections. India is very proud of the EC for assiduously organising elections for several years,” he tweeted.

“In 2014, the people comprehensively rejected the UPA. There was unprecedented anger over the UPA’s corruption, nepotism and policy paralysis. India’s self-confidence was at an all-time low and the people of India wanted to rid the nation of such decay and pessimism.

“Wishing all political parties and candidates the very best for the 2019 Lok Sabha elections. We may belong to different parties but our aim must be the same- the development of India and empowerment of every Indian!

“The last five years have shown that with the blessings and participation of 130 crore Indians, what was earlier deemed impossible has now become possible. 2019 polls are about a spirit of confidence and positivity with which India is fulfilling the aspirations of its people.

“Today, the people of India know that it is possible to: Become the fastest growing economy. Give a befitting reply to terror. Eliminate poverty at a record pace. Make India Swachh. Remove corruption and punish the corrupt. Ensure inclusive and extensive development.

“Today: 50 crore Indians have access to good quality and free healthcare. 42 crore people of unorganised sector have access to old-age pension. 12 crore farmer households get yearly monetary support of Rs. 6000. Crores of middle class families are exempt from income tax.

“India is proud that: 2.5 crore families have electricity for the first time. 7 crore households have smoke-free kitchens. 1.5 crore Indians got their own homes. These, and many other instances show that with the right approach and futuristic policies, nothing is impossible!,” the Prime Minister tweeted through the @narendramodi handle.

“Guided by ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’, NDA seeks your blessings again. We spent the last five years fulfilling basic necessities that were left unfulfilled for 70 long years. Now, time has come to build on that and create a strong, prosperous & secure India. PhirEkBaarModiSarkar,” he adds.

लोकतंत्र के महाकुम्भ के लिए आचार संहिता लागू, 7 चरणों में होंगे चुनाव

विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने भी ली अधिकारियों की बैठक। हरियाणा के सभी उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से खट्टर ने की विडियो कॉन्फ्रेंस के मधायम से मीटिंग। मुख्यमंत्री योगी ने भी विभिन्न बोर्ड के चेयर पर्सन और अधिकारियों की ली बैठक चुनावी प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने के लिए राष्ट्र एवं राज्य स्तर के अधिकारी लामबंध। लाउड स्पीकरों की अनावश्यक इस्तेमाल पर चुनाव आयोग की रोक का विद्यार्थियों और अभिभावकों ने किया स्वागत

चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस बार 7 चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल, दूसरे चरण की 18 अप्रैल, तीसरे चरण की 23 अप्रैल, चौथे चरण की 29 अप्रैल, पांचवे चरण की 6 मई, छठे चरण की 12 मई और सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को होगी. और 23 मई को मतगणना होगी.

चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है.

पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटें, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटें, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटें, चोथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटें, पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटें, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटें और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होगा.

पहले चरण में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, केरल, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान, दादरा-नागर हवेली, दमन-दीव, लक्षदीप, दिल्ली, पांडिचेरी में मतदान होंगे.

कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा में दो चरणों में मतदान होंगे. असम और छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होंगे. झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में चार चरणों में मतदान होगा. जम्मू कश्मीर में पांच चरणों, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव होंगे.

पहले चरण में 11 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की 25, असम की पांच, बिहार की चार, छत्तीसगढ़ की एक, जम्मू कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, मणिपुर की दो, मेघालय की दो, नगालैंड की एक, मिजोरम की एक, तेलंगाना की 17, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की पांच, पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर मतदान होगा.

दूसरे चरण में 18 अप्रैल को असम की पांच, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की तीन, जम्मू कश्मीर की दो, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 10, मणिपुर की एक, ओडिशा की पांच, तमिलनाडु की 39, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल की तीन और पुदुच्चेरी की एक सीट पर वोट डाले जाएंगे.

तीसरे चरण में 23 अप्रैल को असम की चार, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की सात, गुजरात की 26, गोवा की दो, जम्मू कश्मीर की एक, कर्नाटक की 14, केरल की 20, महाराष्ट्र की 14, ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की पांच, दादरा एवं नगर हवेली की एक, दमन व दीव की एक सीट पर वोटिंग होगी.

सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘परीक्षा, त्योहारों और कटाई के मौसम को ध्यान में रखकर तारीख पर फैसला किया गया है. इस चुनाव में 90 करोड़ वोटर्स मताधिकार का प्रयोग करेंगे.’

साथ ही उन्होंने कहा, ‘EVM पर इस बार उम्मीदवारों की तस्वीर होगी. सभी मतदान केंद्रों पर इस बार VVPAT का इस्तेमाल होगा. साथ ही इस बार लोकसभा चुनाव में डेढ़ करोड़ युवा पहली बार वोट डालेंगे.

उन्होंने ये भी बताया कि, ‘1590 पर फोन कर और SMS के जरिए वोटर, वोटिंग लिस्ट में अपना नाम चेक कर सकते हैं. कुल 10 लाख बूथों पर वोट डाले जाएंगे. देशभर में आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी और किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.  लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर नजर रखी जाएगी और समय-सीमा के अंदर की उसके इस्तेमाल की इजाजत होगी.’

इसके साथ ही सभी संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे और वेबकास्टिंग होगी. सभी बड़ी घटनाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी. आयोग ने कहा कि उम्मीदवारों को अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी. साथ ही कुछ राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं. इसके साथ ही साथ चुनाव में ईवीएम की जीपीएस ट्रैकिंग भी की जाएगी. संवेदनशील इलाकों में CRPF की तैनाती भी की जाएगी.

सोशल मीडिया पर प्रचार करने के पहले भी राजनीतिक पार्टियों को इजाजत लेनी होगी. साथ ही सोशल मीडिया पर प्रचार का खर्च भी चुनाव के खर्च में जुड़ेगा. इसके साथ ही पेड न्यूज पर नजर रखने के लिए एक कमिटि का गठन किया जाएगा.

सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चुनाव आयुक्त ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर में आम चुनाव के साथ नहीं होगा विधानसभा चुनाव.

जम्मू कश्मीर विधान सभा के चुनावों पर चुनाव आयोग का मत है की सुरक्षा कारणों से विधानसभा चुनावों को फिलहाल लोक सभा चुनावों के साथ नहीं किया जा रहा

आईएसआई का गहरा नाता है जमात-ए-इस्लामी के साथ

नई दिल्ली : हाल में प्रतिबंधित और जम्मू कश्मीर में सक्रिय संगठन जमात-ए-इस्लामी जम्मू कश्मीर का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ गहरा संपर्क बना हुआ था और वे लोग नई दिल्ली में कार्यरत पाकिस्तान के उच्चायोग के साथ सतत संपर्क बनाये हुये थे ताकि वे राज्य में पृथकतावाद को बढ़ावा दे सके. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हुर्रियत कांफ्रेंस में जमात-ए-इस्लामी के सबसे अहम सदस्य सैयद अली शाह जिलानी हैं. एक वक्त में प्रतिबंधित संगठन उन्हें जम्मू कश्मीर के ’अमीर-ए-जिहाद’ (जिहाद के प्रमुख) कहता था. 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी कि इस संगठन ने पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के साथ गहरे ताल्लुकात बना लिये थे ताकि वह कश्मीरी युवाओं को हथियार उपलब्ध कराने, प्रशिक्षण देने और शस्त्र आपूर्ति के लिए साजोसामान मुहैया करा सके. उसके नेता पाकिस्तान के नयी दिल्ली स्थित उच्चायोग में संपर्क बनाये हुये थे. 
खुफिया सूत्रों के अनुसार, जमात-ए-इस्लामी अपने स्कूलों के नेटवर्क का इस्तेमाल कश्मीर घाटी के बच्चों में भारत विरोधी भावनाएं भरने और फैलाने का काम करती थी. वह अपने संगठन की छात्र शाखा (जमीयत-उल-तुल्बा) के सदस्यों को ‘जिहाद’ करने के लिए आतंकी संगठनों में जाने के लिए प्रोत्साहित करती थी. 

हूरियत और हिजबूल मुजाहिद्दीन के पीछे जमात-ए-इस्लामी का ही दिमाग है

अधिकारी ने बताया कि यह चौंकाने वाली बात नहीं है कि घाटी में आतंकवाद के ढांचे का जमात के कट्टर कार्यकर्ताओं के साथ गहरा संबंध दिखता है. 

इस संगठन से जुड़े कई ट्रस्ट हैं जो पुरातनपंथी इस्लामी शिक्षा को फैलाने के लिए स्कूल चलाते हैं. इसकी एक युवा शाखा है और वह अपनी दक्षिणरपंथी विचारधारा फैलाने के लिए कई तरह के प्रकाशन भी करती है. यह संगठन 1945 में जमात-ए-इस्लामी हिंद के एक हिस्से के तौर पर बनाया गया और राजनीतिक विचारधारा में आये मतभेदों के चलते 1953 में यह संगठन उससे अलग हो गया. यह चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का विरोध करती है और विधि द्वारा के स्थापित सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करती है.

जमात पाकिस्तान से संचालित हिज्बुल मुजाहिदीन के डर का इस्तेमाल करती थी और अपने सदस्यों और ट्रस्ट के पैसों की मदद से काम काज चलाती थी ताकि जमीनी स्तर पर उसकी पकड़ बनी रहे. इससे वह कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों को लिए उर्वर जमीन मुहैया कराती थी और उनकी मदद के लिए प्रोत्साहन देने, नयी भर्तियां, आश्रय और छिपने की जगह और कूरियर वगैरह का काम करती थी. 

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जमात के कट्टरपंथी पृथकतावादी तत्वों के अग्रिम मोर्चे की तरह काम करते थे और ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के गठन और साथ ही हिज्बुल मुजाहिदीन के पीछे उनका ही दिमाग था. इसके अलावा ये कट्टरपंथी आतंकी समूहों के साथ मिलकर पृथकतावादी गतिविधियों को बढ़ावा देने का काम भी करते थे. 

इसके तार विदेशों में भी फैले हुये थे जहां से ये पैसों का इंतजाम भी करती थी. इसके रिश्ते जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान, जमात-ए-इस्लामी पीओके, जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश के साथ थे. यह घाटी में धार्मिक वैमनस्य भी फैलाती थी ताकि इस्लाम धर्म के उदारवादी पंथों के साथ तनाव उत्पन्न हो सके. 

केंद्र सरकार ने 28 फरवरी को इस संगठन को प्रतिबंधित कर दिया था. पर इससे पहले इस संगठन को दो बार प्रतिबंधित किया जा चुका है. पहली बार 1975 में राज्य सरकार ने दो साल के लिए और दूसरी बार 1990 केंद्र सरकार ने तीन साल के लिए प्रतिबंध किया था.

संयुक्त राष्ट्र में हफीज सईद की याचिका हुई नामंज़ूर

पाकिस्तान की इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार ने अपील का विरोध नहीं किया. उसका दावा है कि प्रतिबंधित आतंकवादियों और उनके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है

संयुक्त राष्ट्र में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल संयुक्त राष्ट्र नेआतंकी हाफिज सईद की वो अपील खारिज कर दी है जिसमें उसने कहा था कि उसका नाम प्रतिबंधित लोगों की सूची से हटा दिया जाए. संयुक्त राष्ट्र ने जमात-उद-दावा सरगना सईद का नाम प्रतिबंधि लोगों सूची से हटाने से इनकार कर दिया. सईद ने इसके लिए अपील की थी. यह जानकारी सरकार के सूत्रों ने गुरुवार को दी.

यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध समिति को पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने का नया अनुरोध प्राप्त हुआ है. पुलवामा हमले में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के चालीस जवान शहीद हो गए थे.

सईद की अपील को खारिज करने का संयुक्त राष्ट्र का फैसला, आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सह-संस्थापक, भारत द्वारा उसकी गतिविधियों के बारे में ‘अत्यधिक गोपनीय जानकारी’ सहित विस्तृत सबूत प्रदान करने के बाद आया. संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा (JuD) के प्रमुख सईद को 10 दिसंबर, 2008 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा मुंबई के भयानक हमलों के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे.

सईद ने 2017 में लाहौर स्थित लॉ फर्म मिर्जा और मिर्जा के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र के साथ एक अपील दायर की थी. सूत्रों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस तरह के सभी अनुरोधों की जांच करने के लिए नियुक्त स्वतंत्र लोकपाल डैनियल किफर फासीति ने सईद के वकील को सूचित किया है कि उनके अनुरोध की जांच के बाद यह निर्णय लिया गया है कि आतंकियों की सूची में सईद का नाम रहेगा.

पाकिस्तान की इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार ने अपील का विरोध नहीं किया. उसका दावा है कि प्रतिबंधित आतंकवादियों और उनके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. पिछले महीने, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र में जेएम प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए नई अपील दखिल की. पाकिस्तान के विदेश मंत्री के मुताबिक मसूद पाकिस्तान में ही रह रहा है.