Krishnakumar Kunnath, 53, popularly known as KK, died

Krishnakumar Kunnath, 53, popularly known as KK, died while performing a concert on Nazrul Manch, Kolkata on 31st May 2022. He was a popular Indian playback singer. He was regarded as one of the most versatile singers of his generation.

Koral ‘Prnoor’, Demokretic Front, Kolkata/ Chandigarh :

Singer KK, who gave Indian music lovers many hits over the last three decades has died at 53. He gave a performance at Nazrul Mancha on Tuesday and later went to his hotel where he fell ill. He was brought to a hospital where he was declared dead.

KK was feeling unwell after reaching his hotel, following a performance at a concert in the evening where he sang for almost an hour, officials said.

He was taken to a private hospital in south Kolkata where doctors declared him brought dead, they said. “It’s unfortunate that we could not treat him,” a senior official of the hospital said.

Minister Arup Biswas said about KK’s death, “Singer Anupam Roy called me up and said he is hearing something bad from the hospital. Then I contacted the hospital. They said he was brought dead. Then I rushed to the hospital.”

KK released his first album, Pal in 1999. The singer-composer, whose real name was Krishnakumar Kunnath then focussed more on Bollywood than on his independent music, giving hits such as Tadap Tadap (Hum Dil De Chuke Sanam, 1999), Dus Bahane (Dus, 2005), and Tune Maari Entriyaan (Gunday, 2014). 

He was born in Delhi and was also known for his electric live shows. His Instagram page had been sharing updates from his concert in Kolkata as recently as eight hours ago.

Singer Harshdeep Kaur expressed shock at his death. “Just can’t believe that our beloved #KK is no more. This really can’t be true. The voice of love has gone. This is heartbreaking.” Actor Akshay Kumar wrote, “Extremely sad and shocked to know of the sad demise of KK. What a loss! Om Shanti.”

Filmmaker Srijit Mukerji wrote on Facebook, “In a state of total shock. Just met him last month for the first time and it seemed that we had known each other for years. The chatter wouldn’t just stop. And I was so moved to see the love he had for Gulzar saab. He said he stepped into the film world with Chhor aaye hum and sang it to him as a tribute. Farewell, my newest friend. Will miss you. I wish we could have had more sessions on music and food and cinema.”

धर्म संसद में महाभारत

भगवान हनुमान के जन्मस्थान तय करने को लेकर नासिक में मंगलवार को संतों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। एक संत ने कर्नाटक के संत गोविंदानंद पर मीडिया के माइक से मारने की कोशिश की। अंतत: शास्त्रार्थ से पहले चली तीन घंटे तक चर्चा में कोई समाधान नहीं निकला। धर्म संसद में ये बात तय तो नहीं हो पाई, लेकिन जो साधु-संत बातचीत के लिए इकट्‌ठा हुए थे, वे लड़ जरूर पड़े। नासिक के कालाराम मंदिर के महंत सुधीरदास और कर्नाटक के किष्किंधा के महंत गोविंदानंद सरस्वती के बीच झगड़ा हो गया। हालात यहां तक आ गए कि, महंत सुधीरदास ने गोविंदानंद सरस्वी को मारने के लिए रिपोर्टर का माइक छीन लिया। हालांकि, मारपीट शुरू होने से पहले हालात नियंत्रण में आ गए। इसके बाद धर्म संसद बिना किसी नतीजे के रद्द हो गई। धर्म संसद में नासिक, त्रयंम्बकेश्वर, कर्नाटक और सोलापुर के करीब 20-25 साधु-संत शामिल हुए थे।

नासिक, नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

ज्ञानवापी विवाद के बाद अब भगवान हनुमान जी के जन्मस्थान को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। मामले को सुलझाने के लिए महंत श्री मंडलाचार्य पीठाधीश्वर स्वामी अनिकेत शास्त्री देशपांडे महाराज ने 31 मई को नासिक में धर्म संसद बुलाई । स्वामी अनिकेत शास्त्री ने कहा कि धर्म संसद में देश भर के सभी साधु भगवान हनुमान की जन्मभूमि के संबंध में अपने विचार रखते और उसके बाद संसद में जो भी निर्णय होगा उसे सभी स्वीकार कराते। विशेष रूप से, कर्नाटक के एक संत ने दावा किया है कि भगवान हनुमान का जन्म नासिक के अंजनेरी में नहीं बल्कि किष्किंधा, कर्नाटक में हुआ था।

धर्म संसद में ये बात तय तो नहीं हो पाई, लेकिन जो साधु-संत बातचीत के लिए इकट्‌ठा हुए थे, वे लड़ जरूर पड़े। नासिक के कालाराम मंदिर के महंत सुधीरदास और कर्नाटक के किष्किंधा के महंत गोविंदानंद सरस्वती के बीच झगड़ा हो गया।

हालात यहां तक आ गए कि महंत सुधीरदास ने गोविंदानंद सरस्वती को मारने के लिए रिपोर्टर का माइक छीन लिया। हालांकि मारपीट शुरू होने से पहले हालात नियंत्रण में आ गए। इसके बाद धर्म संसद बिना किसी नतीजे के रद्द हो गई। धर्म संसद में नासिक, त्रयम्बकेश्वर, कर्नाटक और सोलापुर के करीब 20-25 साधु-संत शामिल हुए थे।

दरअसल, नासिक के संतों ने पूछा कि गोविंदानंद सरस्वती किसके शिष्य हैं? तब उन्होंने जगतगुरु शंकराचार्य का नाम लिया। इस पर संत सुधीरदास पुजारी ने कहा कि वो तो कांग्रेस को समर्थन करते हैं। इस पर गोविंदानंद सरस्वती ने उंगली दिखाते हुए कहा कि आप उन्हें कांग्रेसी बोल रहे हैं। माफी मांगिए। इसके बाद सुधीरदास ने गोविंदानंद को मारने के लिए मीडिया का माइक उठा लिया। शास्‍त्रार्थ शुरू होने के पहले ही आसन और बैठने पर विवाद हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने गोविंदानंद सरस्वती को एक कमरे में ले जाकर बिठा दिया। महंत गोविंदानंद महाराज नासिक के त्रयंबकेश्वर में आए हुए हैं और अपनी बात को प्रमणित करने के लिए उन्होंने त्रयंबकेश्वर के स्वामी और संतों को शास्त्रार्थ की चुनौती दी है।

हनुमान जयंती के मौके पर कर्नाटक के किष्किंधा और आंध्रप्रदेश के TTD(Tirumala Tirupati Devasthanams) पहुंचा था और हनुमान जन्मस्थान को लेकर एक-एक तथ्य खंगाले थे। हम TTD इसलिए गए थे, क्योंकि वहां हनुमान जी के जन्मस्थान का न सिर्फ दावा किया गया है बल्कि एक बुकलेट भी पब्लिश कर दी गई है, जिसमें जन्मस्थान के प्रमाण दिए गए हैं। यहां TTD निर्माणकार्य भी शुरू करने वाला था, जिस पर आंध्रप्रदेश के हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है।

हालांकि हमें जो प्रमाण मिले थे, उसमें कर्नाटक के किष्किंधा का दावा ही ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है। यहां जन्म के 5 मजबूत प्रमाण मिले हैं। जिसमें गुफाएं, सुनहरा पर्वत, पत्थरों से बनी नगरी, पंपा नंदी, बालि-सुग्रीव किला शामिल है। 45 दिन पहले पब्लिश रिपोर्ट को हम दोबारा आपके साथ साझा कर रहे हैं।

रामानंद संप्रदाय से महंत विद्यादास यहां बीते 25 सालों से पूजन का जिम्मा संभाल रहे हैं। हनुमान जी के जन्म स्थान के बारे में पूछने पर उन्होंने कई प्रमाण दिए। तथ्यों को और ज्यादा टटोलने के लिए हम इतिहासकार, आर्कियोलॉजिस्ट और 20 सालों से भी ज्यादा समय से हंपी और किष्किंधा में रिसर्च कर रहे डॉ. शरणबसप्पा कोलकर के पास पहुंचे। वे कन्नड़ में बातचीत करते हैं, इसलिए हम अपने साथ एक बाइलिंगुअल को भी ले गए। डॉ. कोलकर के मुताबिक हनुमान जी की जन्मभूमि कर्नाटक में हंपी के पास स्थित किष्किंधा ही है।

कांग्रेस सुधरती नहीं है, खुद तो डूबेगी ही, हमको भी डूबो देगी : प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा, “वैसे कांग्रेस के प्रति मेरा सम्मान बहुत है, लेकिन मौजूदा हालत पार्टी के लिए सही नहीं हैं।” निशाना साधते हुए प्रशांत ने कहा, “कांग्रेस पार्टी एक डूबती हुई नाव है।”  प्रशांत ने कहा, “2015 में बिहार में महागठबंधन का चुनाव कराया। 2017 में पंजाब चुनाव जीते। जगनमोहन रेड्डी के साथ आंध्र प्रदेश का इलेक्शन जीता। फिर अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली चुनाव जीता। 2021 में तमिनाडु और बंगाल इलेक्शन में विजय मिली। 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव हार गए। इसमें हम कांग्रेस के साथ थे।” इतना कहते ही प्रशांत ने हाथ जोड़ा और कहा, “इसके बाद तय कर लिया कि कांग्रेस के साथ काम नहीं करना है।”

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  • मैं 11 में से 10 चुनाव जीत गया, सिर्फ एक चुनाव में हार गया: प्रशांत किशोर
  • प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस ने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया
  • कांग्रेस सुधरती नहीं है, खुद तो डूबेगी ही, हमको भी डूबो देगी: प्रशांत किशोर

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, नई दिल्ली/चंडीगढ़ :  

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर हल्के अंदाज में निशाना साधते हुए कहा, “उन्होंने चुनाव जीतने का मेरा रिकॉर्ड खराब कर दिया।” सक्रिय राजनीति में जाने का संकेत दे चुके प्रशांत ने यह भी कहा कि अब वे देश की सबसे पुरानी पार्टी के साथ काम नहीं करेंगे। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने सोमवार को बिहार के वैशाली में कहा, “2011 से 2021 यानी 10 सालों तक, मैं 11 चुनावों से जुड़ा रहा और केवल एक चुनाव हार गया जो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ था। तब से, मैंने फैसला किया है कि मैं उनके (कांग्रेस) के साथ काम नहीं करूंगा क्योंकि उन्होंने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया है।”

उन्होंने आगे कहा , “कांग्रेस के लिए बहुत सम्मान है, लेकिन उसकी वर्तमान व्यवस्था ऐसी है कि खुद तो डूबेगी ही हमको भी डुबा देगी।” भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस और कई क्षेत्रीय दलों तक, विभिन्न विचारधाराओं के राजनीतिक दलों के साथ काम कर चुके चुनाव रणनीतिकार ने 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को विजयी बनाने में एक अहम भूमिका निभाने के बाद पेशेवर चुनाव सलाहकार के तौर पर काम बंद करने की घोषणा की थी।

प्रधान मंत्री से मतभेद

प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर कोई यंग लड़का है, उसे सरकारी नौकरी मिले तो ठीक है। उसे भी सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए। मान लीजिए आप सिंचाई के जानकार हैं या फिर हम पहले पब्लिक हेल्थ के विशेषज्ञ थे। हम तो सरकार में हैं नहीं, लेकिन अगर सरकार मौका दे तो हम दो साल के लिए यहां आकर काम कर सकें। इसी बात को लेकर पीएम मोदी से मेरा मतभेद हो गया।

पीके ने कहा कि 2015 में नीतीश कुमार मिले। इन्होंने कहा कि आप बिहार में आकर काम कीजिए। इसलिए बिहार विकास मिशन करके एक योजना शुरू की गई थीं। उसमें कुछ यंग युवकों को नौकरी मिली, लेकिन जितना मैं चाहता था, उतना नहीं हुआ। इसके बाद मैं भी यहां से चला गया। 2015 में बिहार में महागठबंधन का चुनाव कराया। 2017 में पंजाब का चुनाव जीते। 2019 में जगन मोहन रेड्डी के साथ आंध्र प्रदेश का चुनाव जीता। 2020 में केजरीवाल के साथ दिल्ली का चुनाव जीते। 2021 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल का चुनाव जीते। 2017 में एक चुनाव उत्तर प्रदेश हार गए। इसलिए तय कर लिया कि कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे।

प्रशांत किशोर बड़ा बयान - 'खुद तो डूबेगी ही, मुझे भी डुबो देगी कांग्रेस'

भाजपा से बंगाल में शर्त

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक तरह से बीजेपी से शर्त लग गई थी। हमने कहा था कि बीजेपी ना केवल हारेगी बल्कि 100 के नीचे रोक देंगे। नहीं रोक पाए तो काम छोड़ देंगे। चुनाव परिणाम आया तो 77 पर बीजेपी को रोक दिए। भगवान का आशीर्वाद है। जब मेरी बात सही हो गई तो सोचा कि इस फिल्ड में बहुत हो गया, अब कुछ नया करते हैं।

प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा की शुरुआत करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रघुवंश प्रसाद सिंह के पैतृक निवास पहुंचे। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर जन सुराज यात्रा की शुरुआत की। जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। प्रशांत किशोर महनार में रघुवंश प्रसाद सिंह के घर पहुंच कर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। प्रशांत किशोर ने यहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी संवाद किया। प्रशांत किशोर छात्र छात्राओं के साथ भी संवाद किया और जन सुराज की सोच से अवगत कराया।

एक अन्य कार्यक्रम में प्रशांत किशोर सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के चैनपुर गांव पहुंचे जहां, दिव्यांग कल्याण संघ के अध्यक्ष जसवीर सिंह से मुलाकात की। प्रशांत किशोर वैशाली के 4 दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार को उनके दौरे का पहला दिन रहा। अगले 3 दिन दिन वह अन्य प्रखंडों और गांवों में जा कर समाज में अच्छा कार्य करने वाले लोगों से मुलाकात करेंगे और उनको जन सुराज की सोच से अवगत कराएंगे।

कृषि विज्ञान केंद्र पंचकूला द्वारा गांव मौली में धान की सीधी बिजाई पर किसान प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन

फसलों में सिंचाई जल की उपयोग क्षमता बढ़ाने के लिए एक नाली छोड़कर एकांतर (अल्टरनेट) सिंचाई करना, स्प्रिंकलर (फुहार) सिंचाई, टपक सिंचाई आदि विधियों  साधनों का प्रयोग फसल की कतारों के बीच अवरोध परत (मलच) का उपयोग आदि तरीके काम में लाए जाने चाहिए। पौध संरक्षण : रोगों और कीड़ों की बहुतायत आधुनिक और लगातार कृषि की देन है।

  • प्रशिक्षण शिविर में किसानों को कम लागत में खेती व सिंचाई करने के बताये तौर तरीके

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 31 मई :

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र पंचकूला द्वारा केंद्र की इंचार्ज डॉ श्रीदेवी के दिशा निर्देशन में गांव मौली ब्लाक रायपुररानी में धान की सीधी बिजाई पर किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।

 इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर गुरनाम सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि यह क्षेत्र बाजरा मक्का, मूंगफली, सब्जी व फल इत्यादि के लिए उपयुक्त है। उन्होंने बताया कि यहां की कृषि केवल बरसात और ट्यूबेल पर निर्भर है, इसलिए पानी की अहमियत को समझते हुए किसानों को कम पानी वाली फसलों का उत्पादन करना चाहिए। उन्होंने किसानों को बताया कि खर्च कम करने के उद्देश्य और मजदूरों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए धान की सीधी बिजाई करनी चाहिए, इससे पानी की बचत होती है।

बागबानी विशेषज्ञ राजेश राठौर ने फसल विविधीकरण पर जोर देते हुए बताया कि परंपरागत खेती को छोड़कर फल-फूल, सब्जी, मशरूम व शहद उत्पादन आदि को भी अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के उद्देश्य से किसानों को पहल करते हुए अपनी पद्धति को सुधारना होगा। सिंचाई को आधुनिक तौर-तरीकों के लिये जैसे टपका सिंचाई, फवारा सिंचाई व मिनी सिंचाई प्रणाली आदि को अपनाना चाहिए। मिट्टी और जलवायु के अनुसार ऐसी फसलें, जिन्हें कम पानी की जरूरत होती है और जो जल्दी पककर तैयार हो जाती हैं, उनका चुनाव करना चाहिए। उन्होंने बताया कि बीज, खाद व दवाइयों पर होने वाले खर्च को कम करना चाहिए।

21,247 farmers of the district Panchkula received more than Rs 4 crore under Pradhan Mantri  Kisan Samman Nidhi

  • Haryana Vidhan Sabha Speaker, Gian Chand Gupta and MP Rattan Lal Katari interacted with the beneficiaries of various schemes
  • It is the responsibility of the officers to ensure that the beneficiaries get  benefits of schemes on time-Gupta

Koral ‘Prnoor’, Demokretic Front, Panchkula, May 31 :

Prime Minister, Narendra  Modi today digitally transferred more than Rs 21 thousand crore to the bank accounts of more than 10 crore farmers of the country as 11th instalment of  Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana  during the ‘Garib Kalyan Sammelan’ at Shimla today. This also includes more than Rs 4 crore to 21,247 farmers of the district Panchkula. On this occasion, the Prime Minister also interacted with the beneficiaries of various centre government schemes through video conferencing. The event organized under the Azadi Ka Amrit Mahotsav was telecast live in all districts of the country.

          In the same series, a district level programme was organized at PWD Rest House, Sector-1 Panchkula where Haryana Vidhan Sabha Speaker, Sh Gian Chand Gupta and former Union Minister of State and MP Ambala Lok Sabha Sh Rattan Lal Kataria interacted with the beneficiaries of various schemes and also took feedback from them. Deputy Commissioner, Sh  Mahavir Kaushik and Mayor Municipal   Corporation, Sh  Kulbhushan Goyal were also present on the occasion.

          It is the responsibility of the officers to ensure that the beneficiaries get benefits of schemes on time

Gupta said that it is the endeavor of Prime Minister, Sh Narendra Modi that the person standing last in the queue get the benefit of various welfare schemes first so as to bring them in the mainstream and also to enhance their standard of living. He said that the Government has implemented several schemes for the welfare and poor and those belonging to poor sections of the society, but many beneficiaries remained deprived of the benefit due to lack of information. It is the responsibility of the officers of the concerned department to ensure that the eligible beneficiaries get the benefits of the schemes on time so that the aim with which the Government has implemented the schemes for the welfare of poor welfare could be achieved, he added.

Gupta asked the concerned officers to ensure that the eligible beneficiaries do not have to make frequent rounds of offices to get the benefit of schemes. For this, the beneficiaries should be informed about the scheme and documents required for availing the benefit of the schemes during the first visit. After submitting the necessary documents, the concerned officers should ensure giving the eligible person, the benefit of scheme,  within the time prescribed under the Right to Service Act .

          MP Rattan Kataria said that under the leadership of Prime Minister Narendra Modi, several schemes have been implemented by the Central Government for the welfare of the poor and weaker sections of the society.

           On this occasion, Additional Deputy Commissioner Manita Malik, Chief Executive Officer of Zila Parishad Gagandeep Singh, CTM Gaurav Chauhan, Additional Chief Executive Officer of Zila Parishad Pulkit Malhotra, BJP District President Ajay Sharma, General Secretary Virender Rana, officers of various departments were also present.

राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 26 के प्रथम वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह (उन्नयन)का हुआ आयोजन।

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला,31मई :

भारत की स्वतंत्रा के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की श्रंखला में राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 26 के प्रथम वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह (उन्नयन) के अवसर पर आज हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष  ज्ञानचंद गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। 

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा सरकार की सोच है कि शिक्षा के स्तर को और अधिक बेहतर किया जाए ताकि हरियाणा प्रदेश के बच्चे खेलों की तरह शिक्षा में भी ख्याति अर्जित कर देश व प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश में 135 संस्कृति स्कूल खोले गए हैं, जिनकी ओर निजी स्कूलों के बच्चे भी आकर्षित हो रहे हैं और वहां दाखिला ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 26 में 10वीं कक्षा तक 1700 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। स्कूल के 12वीं तक अपग्रेड होने के उपरांत इस स्कूल के बच्चे जिले के अन्य सार्थक तथा संस्कृति माॅडल स्कूलों से शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ जाएंगे।उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री एक महीने बाद निफ्ट का उदघाटन करेंगे। इसके अलावा राजकीय पोलिटैक्निक एवं मल्टी स्किल सेंटर सेक्टर 26 यह दो बड़े संस्थान हैं, जिनका लाभ पंचकूला ही नहीं प्रदेश के दूसरे जिलों और अन्य प्रदेशों को भी होगा।इस अवसर पर राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 26  की प्रिंसीपल नीलम शर्मा ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत किया।

स्कूल के विद्यार्थी जतिन ने ‘हर की धरती हरियाणा’ रागनी के माध्यम से दर्शकों की तालियां बटोरी। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने रागनी से खुश होकर जतिन को 1100 रूपए की राशि उपहार स्वरूप भेंट की। इस अवसर पर स्कूल की छात्राओं ने हरियाणवी नृत्य पेश किया।

नौ स्थलों में आयोजित होंगे खेलो इंडिया यूथ गेम्स

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला,31मई :

ताऊ देवी लाल स्टेडियम के साथ साथ चंडीगढ़ दिल्ली, अंबाला और शाहबाद में दस दिनों तक आयोजित होंगें 25 प्रतिस्पर्धायें अगामी चार जून से शुरु होने वाली दस दिवसीय खेलो इंडिया यूथ गेम्स को पंचकुला स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम के साथ साथ चंडीगढ़, दिल्ली, अंबाला और शाहबाद भी संयुक्त रुप से मेजबानी करेगा।इस आयोजन के दौरान पूरे देश भर से 8500 से अधिक एथलीट्स भाग लेंगे जो कि पांच स्वदेशी खेलों सहित 25 प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेंगें।खेलो का सेंट्रल वैन्यू पंचकूला सेक्टर 3 स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम है जिसमें एथलेटिक्स के सभी इवेंट्स आयोजित होंगें। स्टेडियम में नवनिर्मित तीन मल्टी परपस हाल्स में कबड्डी, हैंडबाल, कुश्ती, मुक्केबाजी, वॉलीबॉल और बास्केटबॉल होंगें। परिसर में स्थित क्रिकेट ग्राउंड में भव्य हैंगर स्थापित कर छह स्वदेशी खेल – खो खो, गत्का, थंगता, कलारिप्पयाट्टू, मल्लखंब और योगासन आयोजित किये जायेंगें।बेडमिंटन हाल में बेडमिंटन और टेबल टेनिस की स्पर्धाऐं आयोजित होंगीं।

ताउ देवी लाल स्टेडियम के साथ चंडीगढ़ स्थित पंजाब युनिवर्सिटी संयुक्त रुप से फुटबाल की मेजबानी करेगा । युनिवर्सिटी में फुटबाल के लीग मुकाबले खेले जायेंगें जबकि सेमीफाईनल और फाईनल मैच ताउ देवी लाल स्टेडियम में आयोजित होंगें।इसी तरह हाकी के मुकाबले भी दोनो स्थलों पर आयोजित किये जायेंगें। लड़कों के लीग मैच शाहबाद स्थित मारकेंडेश्वर हाकी स्टेडियम में आयोजित होंगें जबकि लड़कियों के लीग मैच ताउ देवी स्टेडियम मैच आयोजित होंगें। दोनों वर्गो के सेमीफाईनल और फाईनल मुकाबले ताउ देवी लाल स्टेडियम में करवायें जायेंगें।

पंचकूला में ही अन्य आयोजन स्थलों में कुछ ओर मुकाबले करवाए जायेंगें। सेक्टर 14 स्थित गवर्नमेंट गल्र्स कालेज के सभागार में वेटलिफ्टिंग आयोजित कराई जाएगी जबकि सेक्टर 6 स्थित जिमखाना क्लब में टेनिस मुकाबले होंगें। पर्यटन विभाग के रेड बिशप हाल में जूडो के मुकाबले होंगें।

पंजाब युनिवर्सिटी को फुटबॉल के साथ साथ तीरंदाजी की भी मेजबानी सौंपी गई है।देश की राजधानी नई दिल्ली भी दो प्रतिस्पर्धाओं की मेजबानी करेगा जिसके अंतर्गत डा करनी सिंह शूटिंग रेंज में शूटिंग निशानेबाजी और साइकिलिंग ट्रैक इवेंट वेलोड्रोम में होगा। साइकिलिंग का रोड इवेंट पंचकूला में ही आयोजित होगा। अंबाला को दो प्रतिस्पर्धाओं की मेजबानी सौंपी गई है जिसमें वार हीरोज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जिम्नास्टिक्स और स्विमिंग आयोजित होगी।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रांगण में एनडीपीएस और जे.जे.एक्ट कार्यशाला का हुआ आयोजन।

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला,31मई :

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय प्रांगण में नारकोटिक ड्रग्स और साईकोट्रोपिक पदार्थ तथा किशोर न्याय अधिनियम पर पंचकूला जिले के सभी जांच अधिकारियों एवं पैनल अधिवक्ताओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य दण्डाधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती समप्रीत कौर ने बताया कि इस कार्यशाला में पैनल अधिवक्ता तरूण गुप्ता ने नारकोटिक ड्रग्स और साईकोट्रोपिक पदार्थ तथा पैनल अधिवक्ता पीयूष गोयल ने किशोर न्याय अधिनियम पर विस्तार से जानकारी दी गई।

उन्होंने बताया कि दोनो अधिवक्ताओं ने वहां उपस्थित सभी श्रोताओं के साथ इंटरैक्शन भी किया तथा सभी के सवालों का विस्तार से जवाब दिया। इस कार्यशाला में लगभग 22 जांच अधिकारियों तथा पैनल अधिवक्ताओं ने भाग लिया।

सत्येंद्र जैन को 9 जून तक हिरासत में भेजा, अरविंद केजरी वाल ने इसे एक सियासी चाल बताया

मनी लॉन्ड्रिंग बड़ी मात्रा में अवैध पैसे को वैध पैसा बनाने की प्रक्रिया है। सीधे शब्दों में कहें तो ब्लैक मनी को वाइट करने को मनी लॉन्ड्रिंग कहते हैं। ब्लैक मनी वो पैसा है, जिसकी कमाई का कोई स्रोत नहीं होता, यानी उस पर कोई टैक्स नहीं दिया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ऐसा लगता है कि पैसा किसी लीगल सोर्स से आया है, लेकिन वास्तव में पैसे का मूल सोर्स कोई आपराधिक या अवैध गतिविधि होती है। धोखेबाज इस प्रोसेस का इस्तेमाल अवैध रूप से इकट्ठा पैसे को छिपाने के लिए करते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो मनी लॉन्ड्रिंग पैसे के सोर्स को छुपाने की प्रोसेस है, जो अक्सर अवैध गतिविधियों जैसे ड्रग्स की तस्करी, भ्रष्टाचार, गबन या जुए से मिलता है। यानी अवैध तरीके से मिले पैसे को एक वैध स्रोत में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को ही मनी लॉन्ड्रिंग कहते हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए ड्रग डीलर से लेकर बिजनेसमैन, भष्ट अधिकारी, माफिया, नेता तक करोड़ों से लेकर अरबों रुपए तक के फ्रॉड करते हैं। भाजपा से हर राज्य में बुरी तरह हारे हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने जैन के मामले पर गौर किया है। यह पूरी तरह से फर्जी और राजनीति से प्रेरित है।

Satyendar Jain: Arvind Kejriwal's Man Friday or Tainted Politician?
  • अरविंद केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई को फर्जी करार दिया
  • यह सत्येंद्र जैन के खिलाफ धोखाधड़ी है : अरविंद केजरीवाल
  • हम कट्टर देशभक्त हैं :केजरीवाल
  • मैंने खुद उनके कागजात देखे हैं :अरविंद केजरीवाल
  • उन पर लगे आरोप फर्जी हैं :केजरीवाल
  • सतेन्द्र जैन की राजनीति को देखते हुए गिरफ्तार किया गया है : अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली(ब्यूरो)  

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का बचाव किया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी की कार्रवाई को फर्जी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि यह सत्येंद्र जैन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला है। हम कट्टर देशभक्त हैं, सिर कटा सकते हैं लेकिन देश के साथ कभी विश्वासघात नहीं कर सकते। मैंने खुद उनके कागजात देखे हैं। उन पर लगे आरोप फर्जी हैं। उन्हें राजनीति को देखते हुए गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, ईडी ने रविवार को सत्येन्द्र जैन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद आज उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को 9 जून तक ईडी की कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है।

वहीं, कल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बचाव करते हुए कहा था कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को आठ साल पुराने ‘फर्जी’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है, क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं और भाजपा को वहां चुनाव हारने का डर है। सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सत्येंद्र जैन के खिलाफ आठ साल से एक फर्जी मामला चलाया जा रहा है. अभी तक कई बार ईडी बुला चुकी है। बीच में कई साल ईडी ने बुलाना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के चुनाव प्रभारी हैं। ’’

सतेंद्र जैन पर कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेन-देन का आरोप है। ईडी की तरफ से तुषार मेहता ने कोर्ट को जानकारी दी कि फरवरी 2015 से मई 2017 के बीच पैसों का लेनदेन किया गया। ईडी ने कहा कि हमारे पास यह जानकारी भी है कि कैसे हवाला में पैसा लगाया गया और दिल्ली से कोलकाता पैसा कैसे भेजा गया। जिन फर्जी कंपनियों का सहारा लिया है, वह कोलकता से संबंधित हैं।

इससे पहले अप्रैल में भी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी, जिसके बाद दिल्ली भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आआपा (आम आदमी पार्टी) सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दिया और जैन को बर्खास्त करने की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद से ही भाजपा और अन्य पार्टियों आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो गई हैं। 

केजरीवाल ने कहा कि मैंने जैन के मामले पर गौर किया है। यह पूरी तरह से फर्जी और राजनीति से प्रेरित है। उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि हमें न्यायपालिका पर भूरा भरोसा है। जैन सत्य के मार्ग पर चल रहे हैं और पाक साफ साबित होंगे। बता दें कि, पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले जनवरी में ही केजरीवाल ने कहा था कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि ईडी द्वारा सत्येन्द्र जैन को गिरफ्तार किया जा सकता है।

ईडी की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 2017 के एक मामले पर आधारित है, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि ‘आप’ नेता और उनकी पत्नी पूनम जैन ने फरवरी 2015 और मई 2017 के बीच ₹1.47 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी। यह उनकी आय के ज्ञात स्रोतों के दोगुने से भी अधिक थी। 

पंजाब सरकार से पूछा, किस आधार पर वीआइपीज की सुरक्षा वापस या कम की ? उच्च न्यायालय ने पूछा

पंजाब सरकार द्वारा पिछले कुछ दिनों से राज्य में सुरक्षा प्राप्त लोगों की सुरक्षा वापस लेने की चलाई जा रही मुहिम पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने सवाल खड़े किए हैं। हाई कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब करते हुए पूछा है कि किस आधार पर सुरक्षा वापस ली जा रही या कम की जा रही है।

कोरल’पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट,चंडीगढ़ :  

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद VIP लोगों की सिक्योरिटी घटाने के मुद्दे पर घिरी आम आदमी पार्टी की अगुवाई वाली पंजाब सरकार से पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने जवाब तलब किया है। पंजाब के पूर्व डिप्टी CM और अमृतसर सेंट्रल के पूर्व कांग्रेसी विधायक ओम प्रकाश सोनी ने इस मुद्दे पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए भगवंत मान सरकार को नोटिस जारी करते हुए 2 जून को रिकॉर्ड और रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश के जिन 424 VIP लोगों की सुरक्षा घटाई, उनमें ओपी सोनी भी शामिल थे। सरकार ने सोनी की सुरक्षा में तैनात 25 सुरक्षाकर्मियों को हटा लिया। सोनी ने इसके खिलाफ पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाई है।

कोर्ट ने शनिवार को पंजाब के 424 सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों की जो सुरक्षा वापस लेने और उसके बाद उनकी सूची सार्वजनिक होने पर नाराजगी जताते हुए पूछा है कि यह सूची सार्वजनिक आरटीआइ या अन्य कारण से हुई इसकी भी कोर्ट को जानकारी दी जाए।

कोर्ट ने शनिवार को पंजाब के 424 सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों की जो सुरक्षा वापस लेने और उसके बाद उनकी सूची सार्वजनिक होने पर नाराजगी जताते हुए पूछा है कि यह सूची सार्वजनिक आरटीआइ या अन्य कारण से हुई इसकी भी कोर्ट को जानकारी दी जाए।

कोर्ट को बताया गया कि दिल्ली के सीएम जिनका पंजाब में कोई घर नहीं है उनको पंजाब सरकार की तरफ से जेड कवर की सुरक्षा दी गई है। पंजाब से सांसद राघव चड्ढा को भी जेड कवर की सुरक्षा दी गई है, जबकि उनको कोई खतरा नहीं है। पंजाब सरकार केवल पिक एंड चूज की नीति पर चल कर सुरक्षाकर्मी हटा रही है।

पूर्व विधायक वीर सिंह लोपोके।

भगवंत मान सरकार के सिक्योरिटी घटाने और वापस लेने के फैसले के खिलाफ अकाली नेता और पूर्व मंत्री वीर सिंह लोपोके भी कोर्ट पहुंच गए। लोपोके ने अपनी याचिका में लिखा कि उनकी सुरक्षा को भगवंत सरकार ने वापस ले लिया। इससे उनकी जान को खतरा बन गया है। अदालत ने लोपोके की याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार को निर्देश दिए कि लोपोके को तत्काल सुरक्षा दी जाए।

भगवंत मान की सरकार ने विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी भी घटा दी थी। सरकार ने उनके 4 गनमैन में से 2 वापस ले लिए। सिक्योरिटी घटाए जाने के अगले ही दिन मूसेवाला की हत्या कर दी गई। ऐसे में भगवंत मान सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। पंजाब के लोगों में उसे लेकर जबर्दस्त गुस्सा है। विपक्षी दलों के नेता भी सिक्योरिटी वापस लेने के बाद ऐसे लोगों की रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं।