ज्योतिष शास्त्र के स्टूडेंट्स के लिए खास प्रशिक्षण होगा चुनावों
भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर होगी भविष्यवाणी
चंडीगढ़ 29
ज्योतिष महा सम्मेलन में ,राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ज्योतिषाचार्य जी. डी. वशिष्ठ ,अनिल वात्स ,एच .एस रावत , पंडित लेखराज ,पी .पी. एस राणा ,मदन गुप्ता स्पाटू , रविंद्र भंडारी , अक्षय तथा इसके इलावा देश भर से प्रमुख ज्योतिषी इस सम्मेलन में भाग लेंगे ।इस सम्मेलन के आयोजक संगठन के सी ई ओ डॉ रजनीश सूद व् चेयर पर्सन डॉ बविता अग्रवाल है। इस सम्मेलन को करवाने का मुख्य उद्देश्य- ज्योतिष शास्त्र के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है ।क्योंकि वही ज्योतिष का भविष्य है। ज्योतिष भारत की नस नस में है, भारत की संस्कृति है, भारत की धड़कन है ।*भारतीय ज्योतिष* ना केवल भारत में अपितु समूचे विश्व में एक मार्गदर्शक का कार्य करता है। जब भी विश्व में कोई घटना घटित होती है ,कोई महामारी आती है ,तो समूचा विश्व महामारी के भविष्य को लेकर चिंतित रहता है तथा उसके लिए भारत की तरफ देखता है। भारतीय ज्योतिषियों की तरफ से की गई भविष्यवाणियां बहुत सार्थक मानी जाती है। विद्यार्थियों को विशेष तौर पर इस मंच पर इन सभी मुख्य अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया जाएगा। भारत के लगभग ढाई सौ से तीन सौ ज्योतिषी होटल सनबीम चंडीगढ़ में इकट्ठा होंगे ।सुबह से शाम तक ज्योतिष के विभिन्न विषयों पर चर्चा चलेगी। मुख्य रूप से ज्योतिष का रोगों से क्या लेना देना है ,बड़े-बड़े लोगों के ज्योतिषीय कारण व निवारण देश की अर्थव्यवस्था, राजनीतिक भविष्य सभी को लेकर चर्चा होगी। यह सभी विषय कहीं ना कहीं समाज से जुड़े हुए हैं। ना केवल जुड़े हुए हैं ,अपितु समूचे समाज इन्हीं विषयों के इर्द-गिर्द घूमता है और हर एक व्यक्ति जीवन में प्रतिदिन कहीं ना कहीं किसी न किसी कारण वश इनकी चर्चा में अवश्य आता है ।चाहे वह देश का आर्थिक रूप हो ,चाहे वह राजनीतिक हो, इन पर चर्चा की जाएगी। श्री पवन कुमार गोयल बताएंगे कि राजनीति में किसी भी चुनाव में जीतने के लिए वास्तु किस प्रकार से मदद कर सकती है या किसी भी चुनाव में हार का कारण वास्तु कैसे हो सकती है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/IMG-20211129-WA0031.jpg10801080Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 13:01:462021-11-29 13:02:05ज्योतिष के महा सम्मेलन में देश भर से रविवार 5 दिसम्बर को प्रमुख ज्योतिषी पहुंचेंगे
Professor Emeritus Jitendra Mohan of Panjab University Chandigarh was awarded ICONIC award for his contribution in research in Health Psychology.
He delivered the keynote address during the 6th International Conference of the INDIAN Academy of Health Psychology held from 26-28, November 2021 at Gautam Buddha University, Noida, UP, INDIA. He emphasised on the interplay of biological, cultural and psychological factors in Health.
Professor Randeep Guleria Director AIIMS New Delhi was the chief guest and Professor Anand kumar of Kaashi Vidyapeeth presided over the event.
In the background of the Covid 19 pandemic it was deliberated to take preventive measures.
More than 400 delegates participated in this multidisciplinary conference. In a path breaking style the scientists and medical professionals stressed upon unified action of all concerned.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/Jitendra-Mohan.jpg281227Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 12:48:252021-11-29 12:48:30PU Emeritus Professor receives ICONIC Award in Health Psychology
शुक्रवार को पंचकुला में नवीन जयहिन्द गाय का गोबर, गौमूत्र व् सूटकेस लेकर हरियाणा लोक सेवा आयोग पहुंचे । नवीन जयहिन्द ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि आज वे चेयरमैन को गाय का गोबर व् गौमूत्र भेंट करके ही वापिस जायेंगे। जयहिन्द ने कहा कि सरकार 30 लाख युवाओं की फिरकी ले रही है । रेट लिस्ट बताएं और युवाओं की परेशानी खत्म करें। सूटकेस में सरकार है और सूटकेस में सरकारी नौकरी है। आयोग के ऑफिस में करोड़ों रूपये की डीलिंग हो रही है। गरीबों का पैसा खाने से बेहतर है कि सरकार गोबर खा ले।
जयहिन्द ने कहा कि अनिल नाग कांग्रेस राज में नाग था और इस सरकार में अजगर हो गया है। बिना किसी मंत्री या बड़े अधिकारी की सह के बिना इतना बड़ा घोटाला नही होता सकता है | अगर सरकार के मुखिया ईमानदार है तो जांच में इतनी ढील क्यों है और नागर द्वारा लिए गये 2 मंत्रियों व् अधिकारीयों के नाम सार्वजनिक क्यों नही कर रहे है। न तो पिछली सरकार के दौरान हुए घोटालों की जांच के नाम पर सिर्फ बयानबाजी है लेकिन कार्यवाही हवा में हो रही है।
पैसे बरसाए तो , पुलिस हुई लाचार
नवीन जयहिन्द व् उनके साथ पहंचे युवाओं ने करीब 1 घंटे तक सरकार व् आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजे की व् पैसे भी बरसाए लेकिन पुलिस लाचार बनकर खड़ी रही। आप अध्यक्ष नवीन जयहिंद के नेतृत्व में यहां पहुंचे आप कार्यकर्ताओ ने आयोग के कार्यलय के बाहर जमकर हंगामा किया। इस दौरान आयोग के कर्मचारी व अधिकारी अपने अपने कैबिन के दरवाजे बंद करके बैठ गए।
जयहिन्द ने कहा कि सरकार दलालों को खत्म कर सीधे रेटलिस्ट जारी करें, जिससे सरकार को नुकसान न हो, साथ ही प्रदेश के युवा भी अपना वक्त तैयारी में बर्बाद न करके वो पैसे का इंतजाम करें कि उन्हें जमीन बेचनी है , प्लाट बेचने है या कर्जा लेना है | नौजावानो को भी समझना होगा की अकेले किताब उठाने से नौकरी नही मिलेगी , इस सरकार के खिलाफ लठ उठाने पड़ेंगे |
जयहिन्द ने यह भी कहा कि एचपीएससी का वसूलीगैंग एक राज्य में नही बल्कि कई राज्यों में फैला हुआ है |
इस मौके पर विशाल खुब्बर, सोएब आलम, अनूप संधू, परवीन हुड्डा, अमरपाल आर्य, प्रिया शर्मा, मनोज राठी हरपाल क्रांति , पियूष बूरा, अनिल हिन्दुस्तानी, सुशील मेहता, बीर सिंह, बिट्टू, सतीश, बाबूराम, रजय, जिले सिंह, जवाहर गोयल, सुनील, विक्रांत गोयत, महेंद्र राठी रामफल, विनोद सहित सैकड़ों युवा मौजूद रहे |
गोबर फैंककर बोले अच्छा होता चेयरमैन खा लेते गोबर ठेठ हरियाणवी अंदाज में राजनीति करने के लिए मशहूर नवीन जयहिंद ने शुक्रवार को एचपीएससी कार्यालय में जब गोबर के गोस्से फैंके तो सभी हैरान रह गए। जयहिंद ने कहा कि हरियाणा में अक्सर कहावत है कि बुरा काम करने वाले के लिए कहा जाता है कि यह काम करने से अच्छा होता गोबर खा लेते।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/WhatsApp-Image-2021-11-29-at-3.31.24-PM.jpeg9001600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 12:31:242021-11-29 12:32:02जयहिंद समर्थकों ने एचपीएससी स्टाफ को किया नजरबंद
ये वही सांसद हैं जिन्होंने पिछले सत्र में किसान आंदोलन एवं अन्य कई मुद्दों के बहाने संसद के उच्च सदन में खूब हंगाम मचाया था। उस दौरान इन सांसदों ने उप-सभापति हरिवंश पर कागज फेंका था और सदन के कर्मचारियों के सामने रखी टेबल पर चढ़ गए थे। इन सांसदों पर कार्रवाई की मांग की गई थी जिस पर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को फैसला लेना था। आज जब संसद सत्र फिर से शुरू हुआ तो सभापति एम. वेंकैया नायडू ने अपना फैसला सुना दिया। ध्यान रहे कि राज्यसभा में इन विपक्षी सांसदों का बेहद अमर्यादित व्यवहार का जिक्र करते हुए सभापति भावुक हो गए थे। इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि सभापति इस संबंध में कोई कड़ा और बड़ा फैसला लेंगे।
सारिका तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :
राज्यसभा ने अपने शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और तृणमूल सांसद डोला सेन सहित अपने 12 सदस्यों को मौजूदा सत्र के बाकी बचे दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। इनके खिलाफ सदन के मानसून सत्र में अनुशासनहीनता के आरोप में यह कार्रवाई की गई है।
प्रियंका चतुर्वेदी और डोला सेन के अलावा सोमवार को निलंबित किए गए सांसदों में एलाराम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनॉय विश्वम, टीएमसी के शांता छेत्री और शिवसेना के अनिल देसाई शामिल हैं।
राज्यसभा से निलंबन को लेकर सांसद प्रियंका चतुर्वेदी काफी नाराज दिखीं और उन्होंने कहा कि सदन में उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। शिवसेना सांसद ने कहा, “जिला कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमारा पक्ष नहीं लिया गया।
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने भी निलंबन को अनुचित बताया है। उन्होंने कहा, “यह निलंबन ना केवल अनुचित बल्कि अन्यायपूर्ण है। हंगामा करने वालों में दूसरे दलों के अन्य सदस्य भी शामिल थे, लेकिन अध्यक्ष ने मुझे निलंबित कर दिया। पीएम मोदी जैसा चाहते हैं वैसा ही कर रहे हैं क्योंकि उनके पास भारी बहुमत है।
राज्यसभा द्वारा जारी निलंबन सूचना में कहा गया है कि सांसदों ने 11 अगस्त को मानसून सत्र के आखिरी दिन अपने हिंसक व्यवहार और सुरक्षाकर्मियों पर ‘जानबूझकर हमले’ कर अभूतपूर्व कदाचार कर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/12rajyasabha.jpg360540Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 12:14:092021-11-29 12:14:49राज्य सभा के 12 सांसद निलंबित
Department of Community Education and Disability Studies (Panjab University, Chandigarh) organized a webinar today with the theme of ‘Intervention and Teaching Strategies for Children with Neuro-Development Disabilities’. In this webinar Dr. Hemant Keshwal (Assistant Professor, National Institute for the Empowerment of Persons with Intellectual Disabilities, (Divyajan) NIEPID, Regional Centre, Noida. U.P. India) was the Resource Person. Dr. Navleen Kaur (Chairperson) and Dr. Md. Saifur Rahman (Assistant Professor) introduced the resource person to the Participants. The participants were the students of B.Ed. Special Education semester I & III along with research scholars of the Department of Community Education and Disability Studies.
The webinar started with broadly four types of Neuro-Developmental disabilities i.e. Autism Spectrum Disorder (ASD), Attention Deficit Hyper-activity Disorder (ADHD), Learning Disability (LD) and Specific Learning Disorder (SLD). He was also presenting some illustrations in between the lecture for making lecture more interesting and interactive. He also explained what the symptoms to identify such disorders. In his lecture he emphasized more on early assessment and the role of parents and teachers become very important to deal with child’s problem. He also elaborated upon the various assessment tools that are available for identification of these problems. Further he also provide interventions that can help in solving the issues related to Neuro-Developmental Disabilities. He is of the opinion that technology can contribute in a greater way to help the child in learning process. At the end of the webinar there was open discussion, in which all participants were taking part actively. The participants were very curious to know about the new knowledge about the concepts of developmental disabilities. It was completely an interactive session. Participants seems very enthusiastic throughout the session. They suggested that department should organize more session on regular basis.
Assistant Professor Dr. Saifur Rehman gave vote of thanks. All faculty members of the department were also present in the webinar.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/Press-note-3-Photos-2.png10801920Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 11:33:212021-11-29 11:33:44Webinar at CEDS, PU
अल्केमिस्ट अस्पताल पंचकूला ने अंगदानी निपुन जैन के परिवार को सम्मानित किया
अंग दान करके पांच लोगों को नया जीवन दिया
36 वर्षीय निपुन जैन के परिवार ने अंग दान करके पंचकूला में इतिहास रचा
पंचकूला, 29 नवंबर:
अल्केमिस्ट अस्पताल पंचकूला ने 36 वर्षीय सूचना टेक्नोलॉजी माहिर निपुन जैन के परिवार को सम्मानित किया, जिनकी दिमाग की नाड़ी फटने के कारण मौत हो गई थी। तथा परिवार ने उसके अहम अंग दान करने का फैसला किया था। निपुन जैन के अंग दान करने से 5 लोगों को नया जीवन मिला है। अस्पताल मैनेजमेंट ने जैन परिवार द्वारा दिखाए हौंसले तथा बहादुरी को सलाम करते हुए एक सम्मान चिन्ह भेंट किया।
इस सम्मान समारोह में किडनी विभाग के प्रमुख डा. एस.के. शर्मा, सीनियर कंस्लटेंट डा. नीरज गोयल, नेफ्रोलॉजी के सीनियर कंस्लटेंट डा. रमेश कुमार, न्यूरो के माहिर डा. गौरव जैन तथा न्यूरो सर्जन डा. मनीष बुद्धिराजा शामिल थे।
इस अवसर पर संबोधन करते हुए डा. नीरज गोयल ने बताया उन्होंने अल्केमिस्ट अस्पताल पंचकूला में ट्राईसिटी की पहली ऐसी ट्रांस्प्लांट सर्जरी की, जिसमें एक मृतक व्यक्ति के अहम अंग जरूरतमंद मरीजों को लगाकर नया जीवन दिया गया। उन्होंने बताया कि ऐसा पीजीआई चंडीगढ़ के डाक्टरों की मदद के साथ संभव हो सका। डा. गोयल ने बताया कि 31 अक्तूबर को अल्केमिस्ट अस्पताल पंचकूला में निपुन जैन नामक मरीज आया, जिसको ब्रेन हैमरेज के कारण दिमागी तौर पर मृतक घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से सारी कागजी कार्रवाई मुकम्मल करके मृतक के परिवार की सहमती से प्राइवेट क्षेत्र में पहली ट्रांस्प्लांट की कार्रवाई थी, जहां अंगदानी एक मृतक (कैडेवर) था।
डा. गोयल ने बताया कि पीजीआई चंडीगढ़ के डाक्टरों के साथ बातचीत के बाद अल्केमिस्ट अस्पताल पंचकूला से लेकर पीजीआई चंडीगढ़ तक सुरक्षित (ग्रीन) कॉरीडोर बनाया गया तथा चंडीगढ़ पुलिस की मदद के साथ पूरा रास्ता खाली करवाया गया, ताकि तेजी से अंग पीजीआई के दाखिल लाभपात्रियों के पास पहुंच सकें। डा. एस.के.शर्मा ने इस अवसर पर संबोधन करते हुए कहा कि भारत में अंगों की उपलब्धता न होने के कारण हर वर्ष 5 लाख लोगों की जान चली जाती है। उन्होंने बताया कि निपुन जैन की एक किडनी, पैनक्रियास तथा आंखें जरूरतमंद को ट्रांस्प्लांट करके नया जीवन दिया गया। उन्होंने कहा कि 1.8 लाख मरीजों को किडनी ट्रांस्पलांट की जरूरत होती है, परंतु भारत में हर वर्ष सिर्फ 6000 ट्रांस्पलांट ही संभव हो पाते हैं।
उन्होंने बताया कि 130 करोड़ की आबादी होने के बावजूद हमारे देश में 10 लाख (एक मिलियन) आबादी के पीछे 0.08 अंग दानी मिलते हैं, ऐसा जागरूक की कमी के कारण है। नेफ्रोलॉजी के सीनियर कंस्लटेंट डा. रमेश कुमार ने बताया कि भारत जीवंत लोगों से किडनी ट्रांस्पलांट के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है तथा जहां 95 प्रतिशत किडनी जीवंत लोगों से ट्रांस्प्लांट किए जाते हैं, जबकि कैडेवर (मृतक) से सिर्फ 5 प्रतिशत किडनी ट्रांस्पलांट किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि निपुन जैन के परिवार द्वारा अंग दान करने संबंधी लिया गया फैसला मानवता की सेवा में सर्वोत्तम कार्य है। वह निपुन के परिवार की सच्ची श्रद्धा भावना को दिल से सलाम करते हैं।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/1-Alchemist-Hospital-min-scaled.jpg17072560Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 11:24:582021-11-29 11:25:201.8 लाख मरीजों को किडनी ट्रांस्पलांट की जरूरत, भारत में हर वर्ष सिर्फ 6000 ट्रांस्पलांट ही संभव: डा. एस.के. गोयल
अपने घोटालों को छिपाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार पर बेतुके आरोप लगा रही है मौजूदा सरकार- हुड्डा
अगर भर्ती घोटालों में सरकार संलिप्त नहीं तो जांच से संकोच क्यों- हुड्डा
जिन लोगों पर भर्ती घोटाले का आरोप लगाते हैं, उन्हीं के समर्थन से सरकार चला रहे हैं मुख्यमंत्री- हुड्डा
कृषि को लाभकारी बनाने के लिए स्वामीनाथन के C-2 फार्मूले पर MSP दे सरकार- हुड्डा
‘MSP थी, है और रहेगी’ का नारा देने वाली सरकार को कानून बनाने से संकोच क्यों- हुड्डा
29 नवंबर, चंडीगढ़:
पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा जानकारी दी है कि 12 दिसंबर की दिल्ली रैली के चलते 11 को नूंह में होने वाले ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। 12 तारीख को हमारी पार्टी कांग्रेस की दिल्ली में महंगाई के खिलाफ बड़ी रैली है। इसलिए अब 26 दिसंबर को नूंह में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम होगा। हुड्डा ने कहा कि इस कार्यक्रम से पहले और दूसरे पड़ाव में करनाल और जींद में सफल आयोजन हो चुके हैं। बड़ी तादाद में लोग अपनी समस्याएं लेकर विपक्ष के समक्ष पहुंच रहे हैं। इन तमाम मुद्दों और समस्याओं को पार्टी की तरफ से विधानसभा में उठाया जाएगा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज एक बयान जारी करते हुए कहा कि एचपीएससी और एचएसएससी में भ्रष्टाचार चरम पर है। बावजूद इसके सरकार उच्च स्तर पर बैठे लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। इस सरकार के मेरिट और पारदर्शिता वाले दावे की पोल खुल चुकी है। दोनों ही चीजें नोटों में बिक रही है। एचपीएससी घोटाले में 23 नवंबर को कोर्ट की टिप्पणी से भी स्पष्ट है कि सरकार सही तरीके से पूरे मामले की जांच नहीं कर रही है। इसलिए आयोग के चेयरमैन को बर्खास्त कर हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अगर इस घोटाले में सरकार की भागीदारी नहीं है तो उसे जांच से संकोच नहीं करना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि असली मुद्दे से भटकाने और अपने घोटालों को दबाने के लिए मौजूदा सरकार पूर्ववर्ती सरकार पर बेतुके आधारहीन आरोप लगा रही है। जबकि, कांग्रेस कार्यकाल के दौरान किसी भर्ती पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। सिर्फ तकनीकी आधार पर कुछ भर्तियों को रद्द किया गया। वहीँ दूसरी ओर मौजूदा सरकार में ताबड़तोड़ घोटालों की वजह से एक के बाद एक भर्तियों को रद्द करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि जिन लोगों पर मुख्यमंत्री भर्ती घोटाला करने का आरोप लगाते हैं, आज उन्हीं के समर्थन से सरकार चला रहे हैं।
तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने दोहराया कि यह देर से लिया गया दुरुस्त फैसला है। अब सरकार को किसानों के बाकी मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए और कृषि को लाभकारी बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिए मुख्यमंत्रियों की वर्किंग कमिटी का अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कई सिफारिशें की थी। इनमें से एक थी स्वामीनाथन आयोग के सी2 फार्मूले पर किसानों को एमएसपी देना। हुड्डा ने याद दिलाया कि देश में सबसे पहले उनके पिताजी स्वर्गीय श्री रणबीर सिंह हुड्डा ने 23 नवंबर, 1948 में एमएसपी की मांग उठाई थी, जिसे बाद में अमलीजामा पहनाया गया। अब सरकार को इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए एमएसपी गारंटी का कानून बनाना चाहिए। तभी कृषि एक लाभकारी व्यवसाय बन सकता है।
हुड्डा ने पूछा कि ‘एमएसपी थी, है और रहेगी’ का नारा देने वाली सरकार को कानून बनाने में आखिर क्या दिक्कत है? साथ ही हुड्डा ने आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को खारिज करने और शहीद किसानों के परिवारों को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग भी दोहराई।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/BSH_Chd-1.jpeg7961600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 11:19:312021-11-29 11:20:0011 की बजाय 26 दिसंबर को नूंह में होगा ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम- हुड्डा
A one-week web faculty training school under the initiative of UGC Networking Resource Centre (UGC-NRC), on “Attaining Quality Excellence in Drug Delivery Development & Research: Emerging Trends, Tools & Techniques in Pharmaceutics & Biopharmaceutics” from November 29 to December 04, 2021 was inaugurated today via Cisco WebEx at the University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS), Panjab University, for pharma faculty and researchers across the country.
A total of 68 participants were selected among over 80 applicants for training, hailing from various Colleges/Universities, representing 19 different states of India. The training school intends to apprise and update the young participants among faculty and researchers on diverse scientific and professional vistas of the pertinent domain of Pharmaceutics and Biopharmaceutics, and to provide them a constructive milieu for exploring and exploiting the advanced approaches and appliances in the aforesaid pharmaceutical fields.
Professor Indu Pal Kaur, Chairperson, UIPS and Programme Coordinator, UGC-NRC, welcomed the participants and Chief Guest, and briefed them about the achievements of UIPS and UGC-NRC programs.
Professor Bhupinder Singh Bhoop, Course Coordinator, summarized about the course content to the participants, introduced the keynote speaker and conducted the proceedings of the event. Dr Gurpal Singh is the Joint Course Coordinator.
Professor Surjit Singh, Director, Post Graduate Institute of Medical Education & Research (PGIMER), Chandigarh, was the Chief Guest and shared his words of wisdom. He congratulated UIPS on being the premier and highly rated department of the Panjab University and delightedly shared the cordial and synergistic relation of PGI and UIPS.
Professor Dulal Panda, Director, National Institute of Pharmaceutical Education & Research (NIPER), Mohali, Punjab was the Keynote Speaker and delivered the Keynote Address on “Cancer Chemotherapy: Potential Role of Drug Delivery.” Professor Panda gave an overview of microtubule structural diversity originating from tubulin heterogeneities, and how cancer cells use those heterogeneities to acquire resistance against clinical agents. Citing an existing successful attempt of Maytansine, he pondered on the need to formulate and develop new drug delivery system to counter the developed resistance. Further, he encouraged the participants to adopt Tubulin core as an emerging area by sharing research findings of potent delivery system of microtubule -destabilizing nanocomplexes for hepatocellular carcinoma cells.
Professor V. R. Sinha, Dean of University Instruction, Panjab University, presided over the event and shared his Presidential remarks. He appreciated the efforts of coordinators telling that course would be an ideal opportunity for the novitiate scientists to gain familiarity with diverse conceptual and practical aspects, ranging widely from laboratory research to its industrial commercialization.
Subsequent sessions included a lecture by Professor S P Vyas, Drug Delivery Research Laboratory, Department of Pharmaceutical Sciences, Dr. Harisingh Gour University, Sagar, Madhya Pradesh on “Nanomedicine-Based Strategies for Purpose Specific Drug Delivery: Options and Opportunities.” The post-lunch session covered informative talks by Professor Vandana Patravale, Professor of Pharmaceutics, Department of Pharmaceutical Sciences and Technology, Institute of Chemical Technology, Mumbai, Maharashtra on “Computational Pharmaceutics: A Changing Paradigm in Drug Delivery” and “Nanotechnology-Based Drug Products: Regulatory Intervention” by Dr Amita Sarwal, Pharmaceutics Division, University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University, Chandigarh.
UIPS is the first and the only Pharmacy Institute in the country selected by MHRD for creating UGC Networking Resource Centre to promote and foster research and academics in the field of Pharmaceutical Sciences by training young pharma trainers, selected across the nation.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/11/Press-note-2-Keynote-Address.jpg7581164Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-11-29 10:45:552021-11-29 10:45:59National Pharmacy Teachers Training Programme Begins at PU
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