केजरीवाल के राम लला के दर्शनों पर कोहराम क्यों?

“बाबरी के समर्थक, श्री राम मंदिर के विरोधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल अब चुनावों के चलते भगवान श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या जी जाने पर मजबूर हैं। केजरीवाल जी, सच में आप दोहरे चरित्र के धनी हैं।” कई लोगों ने दीवाली पर दिल्ली में पटाखों को प्रतिबंधित किए जाने के उनके फैसले की याद दिलाई। लोगों ने याद दिलाया कि यही AAP अयोध्या में राम मंदिर की जगह स्कूल और अस्पताल की बातें कर रही थी।

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़:

दिल्ली के मुख्यमंत्री के राम लला के दर्शन करने पर इतना कोहराम क्यों मचा है? क्या अरविंद केजरीवाल हिन्दू नहीं हैं? क्या उनके मन में हिन्दू धर्म के प्रति आस्था नहीं है? अंतिम प्रश्न का उत्तर तो स्पष्ट है ‘नहीं’। यदि उनके मन में प्रभू राम के प्रति आस्था होती तो वह अपनी नानी कि बात का उल्लेख न कर नानी को बताते कि प्रभु राम का अपने पैतृक निवास पर आने मार्ग प्रशस्त हुआ है। वह न तो अपनी नानी से मखौल करते न ही बाबरी विध्वंस पर राम मंदिर को लेकर तंज़ कसते।

अब दूसरा सवाल, बिना शक केजरीवाल हिन्दू हैं। उनके हर पहचान पत्र या फिर दूसरे सर्टिफिकटेस पर धर्म के स्थान पर हिन्दू ही लिखा है। ‘लिखा है’ असल में वह घोर धर्म निरपेक्ष हैं। निरपेक्ष : भाव० निरपेक्षी जिसे किसी चीज की अपेक्षा न हो। जिसे किसी की चिंता या परवाह न हो। जो किसी के अवलंब, आधार या आश्रय पर न हो। इनके धर्म पर प्र्शंचिन्ह नहीं लगाए जा सकते। बतौर मुख्यमंत्री इनके राज्य में रोहङियान मुसलमान सरकारी ज़मीन पर कालोनी बसा कर रहते हैं जिसे सरकारी अनुदान भी मिलता है। रोहङियान कौन ? अरे भाई रोहांगीयन मतलब बर्मा से अतिवाद के कारण दौड़ाए गए जिहाड़ी मुसलमान। वहीं पाकिस्तान से आए शरणार्थी हिंदुओं कि दिल्ली में रिहायश कि बात करें तो उनके पास बिजली तक कि सुविधा नहीं है। पानी व शोच कि तो क्या ही कहें। कारण बस इतना है कि हिन्दू शरणार्थी भाजपा के धन्यवादी हैं और रोहङियान आआपा के समर्थक। पर ढूँढने जाओ तो रोहङियान हैं कहाँ? अब सब भारतीय हैं। जय हो धर्म निरपेक्षता की।

अब कोहराम की बात करें, तो श्री राम मंदिर के खिलाफ सबसे मुखर आवाज़ मुसलमानों के बाद यदि किसी की थी तो वह अरविंद केजरीवाल की। इनहोने तो अपनी नानी के ब्यान को इतना भुनाया की मानो दिल्ली में ही राम मंदिर की लंका लग जाएगी। सर्वोच्च न्यायालय से मंजूरी के बाद इनहोने बड़े ज़ोर शोर से वहाँ मंदिर की अपेक्षा अस्पताल बनवाने की मांग रखी। यह बात दीगर है कियाह इन्हे भी मालूम था की वहाँ वहाँ मंदिर का ही पुनर्निर्माण होना था। बस वही धर्मनिरपेक्ष (मुस्लिम तुष्टिकरण) सीधी बात नो बकवास। हर समय हिन्दू आस्था को ठेस पहुंचाते इन धर्म निरपेक्ष लोगों को राजनैतिक लाभ के लिए जब मंदिर मंदिर जाते और वहाँ के पंडितों द्वारा पूजा अर्चना अथवा आरती कारवाई जाती है तो कोहराम मचता है।

5 Days Security Guard Training Program commences at PU

Chandigarh October 26, 2021

The Department of Defence and National Security Studies and Centre for Police Administration in collaboration with Human Resource Development Centre (HRDC) is organising a “Five Days Security Guard Training Program” for Panjab University security personnel from 26 – 30 October 2021 at Seminar Hall, Centre for Police Administration.

Dr Jaskaran Singh Waraich gave the introduction of the five day course and delivered the welcome address. He also highlighted the importance of training program to the security personnel to keep University campus safe.

Kuldeep Chahal, SSP Chandigarh Police in his inaugural speech motivated participants and also encouraged them to do their duty sincerely. He also highlighted the importance of efficiency and collective efforts of the security personnel to achieve their tasks. Moreover, he also shared his personal experiences of his student life in the University and his interaction with security personnel at Panjab University. SSP also suggested the security personnel to be more vigilant in their duties while also gathering information of anti-social elements in the campus.

Prof. Anju Suri talked about the importance of security personnel in providing security, strengthening and smooth functioning of the University.

Major Sandeep Sangwan (Retd), who is a pioneer in the field of private security and has vast experience in training private security personnel. He discussed the importance of regular training programs for the security personnel to keep them motivated to do their duties. He also highlighted the challenges faced by the security personnel during their duty and also gave few suggestions to overcome these challenges.

Prof. Promila Pathak highlighted the importance of training programs for the security personnel so that service-related skills of the security personnel can be honed. She also suggested that training program for the security personnel should be organized on the regular basis.

Capt. Kashmir Singh was also present at the event who will be the Chief Instructor of this five-day training program. The focus of the training programme will be on overall professional development of the participants from the University Security.

Dr Jaskaran Singh Waraich Chairperson, Department of Defence and National Security Studies and Dr Kuldeep Singh, Centre for Police Administration are the coordinators of the training program.

Those present in the inaugural session included Prof. Promila Pathak, Department of Botany, Prof. Anju Suri, Dean International Students and Prof. Anil Monga, Chairperson Centre for Police Administration, Sh. Vikram Singh, Chief Security Panjab University, Major Sandeep Sangwan (Retd), Director Olive Green Security.

The inaugural session ended with formal Vote of Thanks by Dr Kuldeep Singh.

डायनासोर के साथ सेलफ़ी

चंडीगढ़ 26 अक्टूबर:

जिनके साथ फैमिली सेल्फी लेती नजर आईं और बच्चे वीडियो भी बनाते नजर आए ये डायनासोर 8-10 अलग अलग परजाति के है जोकि बच्चो के लिए ज्ञानवर्धक भी है|ये डायनासोर नजर आए सर्कस ग्राउंड सेक्टर 17 में लगे दीवाली मेले में कोरोना का कहर कम होने के बाद लोगों में डर का माहौल भी खत्म नजर आ रहा है। लोग छुट्टी का मजा उठाने के लिए घर से मार्केटों एवं टूरिस्ट स्थानों पर जमकर घूम रहे हैं। सेक्टर-17 स्थित सर्कस ग्राउंड   में लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है। विशाल प्रांगण में लगे देश के कुछ  पहले रोबोटिक डायनासोर में से एक को देखना बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

इस रोबोटिक डायनासोर के बारे में जानने के लिए शहर के युवा, बुजुर्ग भी इच्छुक दिखाई दिए।यह डायनासोर असली नहीं, बल्कि रोबोटिक डायनासोर हैं। डायनासोर सभी के लिए सेल्फी का केंद्र बने हुए हैं। इन डायनासोर को देखकर जहां बच्चे एक बार तो डर जाते हैं, लेकिन दूसरे ही पल उनके साथ फोटो खिचवाने के लिए उत्साहित नजर आते हैं। डायनासोर चलता हुआ कई बार बच्चों को डरा भी देता है। कोविड के बाद पहली बार शहरवासियों के लिए दिवाली मेला सेक्टर 17 के सर्कस ग्राउंड में हुआ शुरू ,इस बार लंदन ब्रिज व रोबोटिक डायनासोर हैं  मुख्य आकर्षण , चंडीगढ़ ट्रेड एक्सपो 2021 में देश भर से कामगार  व ट्रेडर्स के स्टालस पर लेटेस्ट प्रोडक्ट डिसप्ले किये गए हैं,  शाम को मौसम सुहावना होते ही लोगों की भीड़ शुरू हो गयी ,मेले के आकर्षणों  में भूत बंगला , 360 डिग्री झूला , मैजिक शो शामिल है ,जानकारी दी आयोजक  सनी सिंह ने ।

        सर्कस ग्राउंड  में आयोजित ट्रेड महोत्सव का लुत्फ उठाने के लिए सप्ताहांत को लोगों ने परिवार सहित जाकर भरपूर मनोरंजन और खरीदारी की। नौकरी-पेशा लोग भी पहुंचे। देर शाम तक लोगों को आवाजाही बनी रही। महोत्सव में लगी तरह-तरह के सामान की स्टालों पर महिलाओं ने बर्तन, क्राकरी, हैंडीक्राफ्ट,वस्त्र साज-सज्जा के अनेक सामान खरीदे। मेला एक महीना चलेगा ।

प्रकृति दर्शन पर आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना हमारी प्रतिबद्धता- वन मंत्री

मोरनी की पहाड़िया प्राकृतिक जैव विविधता की धरोहर-कंवरपाल

पंचकूला, 26 अक्टूबर:

हरियाणा के वन, पर्यटन एवं शिक्षा  मंत्री कंवरपाल ने कहा कि प्रकृति दर्शन पर आधारित पर्यटन को बढावा  देना सरकार की प्रतिबद्धता है और मोरनी की पहाड़ियों पर प्रकृति की संपदा देखते ही बनती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा यहां की प्राकृतिक संम्पन्न्ता का प्रचार-प्रसार किया गया है, जिसके फलस्वरूप मोरनी में प्रकृति दर्शन करने आने वाले सैलानियों की संख्या में  रिकार्ड वृद्धि हुई है।

कंवरपाल आज वन विभाग हरियाणा द्वारा मोरनी हिल्स में कई श्रृृंखलाबद्ध शिलान्यास कार्यक्रम करने उपरांत प्रस्तावित फील्ड होस्टल एवं रेस्टाहाऊस स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले श्री कंवरपाल ने लाल मुनिया विश्राम गृृह व प्रस्तावित फील्ड हॉस्टल का शिलान्यास किया।  

उन्होंने कहा कि मोरनी क्षेत्र अदरक की पैदावार और मक्के की खेती, जैविक खेती का सबसे सुंदर उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा के अनुसार   प्रकृति ही ईश्वर का साक्षात रूप है।
इस अवसर पर वन मंत्री का स्वागत करते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी एस तंवर ने कहा कि प्रकृति शिक्षा हमारे समय की बड़ी आवश्यकता है। इस वर्ष 3 करोड़ पौधों को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा वन विकास, वन संरक्षण, वन सुरक्षा के साथ-साथ जीवन के सभी प्रगति क्षेत्रों में अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्यसंस्कृति का विकास किया जा रहा है।

कालका की पूर्व विधायक तथा बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष लतिका शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा मोरनी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से बिजली, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के दृृष्टि से उत्कृृष्ठ कार्य किये गए हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तरी क्षेत्र टी पी सिंह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दौर में मानव जाति को कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है और इससे निजात पाने का एक ही रास्ता है- ‘‘आओ लौट चले प्रकृति की ओर’’।

इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी श्री जगदीश चन्द्र ने कहा कि मोरनी की पहाड़िया विविध वन्य प्राणियों का आश्रय स्थल है इस क्षेत्र में विशेष रूप से लैपर्ड, चीतल, तीतर, सांभर, जंगली मूर्गा के साथ पक्षी जगत के असंख्य प्रजातियों का अद्भूत दर्शन किया जा सकता है।

इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री सुरेश दलाल, श्री के सी मीणा, डी एफ ओ मोरनी भूपेन्द्र राघव, अतिरिक्त डी एफ ओ अनीता, मुख्य प्रचार अधिकारी धर्मवीर सहित वन विभाग एवं नागरिक समाज के सैकड़ों नागरिक, शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।
इससे पूर्व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोरनी के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर मोरनी फॉयर कालेज सरेला के विद्यार्थियों पद्मदेव वर्मा के निर्देशन में अग्नि शमन अभियान के लिए विद्यार्थियों द्वारा वैज्ञानिक तरीके से आग बुझाने हेतु रोमांचक प्रस्तुति दी। 

ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਨਵੇਂ ਰਾਜਨੀਤਕ ਦਲ ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਹਿੱਤ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਗਠਨ

ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਹਿੱਤ ਪਾਰਟੀ ਬਣੇਗੀ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਓਬੀਸੀ ਵਰਗ ਦੀ ਆਵਾਜ : ਮਲਕੀਤ ਸਿੰਘ ਬੀਰਮੀ

ਚੰਡੀਗੜ  :

 ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਚੁਨਾਵਾਂ ਦੀ ਆਹਟ  ਦੇ ਨਾਲ ਹੀ ਇੱਕ ਨਵੇਂ ਰਾਜਨੀਤਕ ਦਲ ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਹਿੱਤ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਗਠਨ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਅਤੇ ਰਾਜ ਦੇ ਪੂਰਵ ਮੰਤਰੀ ਮਲਕੀਤ ਸਿੰਘ  ਬੀਰਮੀ ਨੂੰ ਸਰਵਸੰਮਤੀ ਵਲੋਂ ਇਸਦਾ ਪ੍ਰਧਾਨ ਚੁਣਿਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਅੱਜ ਇੱਥੇ ਚੰਡੀਗੜ ਪ੍ਰੇਸ ਕਲੱਬ ਵਿੱਚ ਆਜੋਜਿਤ ਇੱਕ ਪ੍ਰੇਸ ਕਾਨਫਰੰਸ ਵਿੱਚ ਮਲਕੀਤ ਸਿੰਘ ਬੀਰਮੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਹਿੱਤ ਪਾਰਟੀ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਓਬੀਸੀ ਦੀ ਆਵਾਜ ਬਣੇਗੀ । ਉਨ੍ਹਾਂਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਰਾਜ ਵਿੱਚ ਓਬੀਸੀ ਸਮਾਜ ਦੇ ਬਹੁਗਿਣਤੀ ਹੋਣ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ ਅਸੰਗਠਿਤ ਅਤੇ ਵੱਖਰੇ ਵਰਗਾਂ ਵਿੱਚ ਬੰਟਾ ਹੋਇਆ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪਛੜੇ ਵਰਗਾਂ ਲਈ ਬਣੀ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਦਾ ਫਾਇਦਾ ਨਹੀਂ ਮਿਲ ਰਿਹਾ ਹੈ ਅਤੇ ਓਬੀਸੀ ਸਮਾਜ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਹਕਾਂ ਵਲੋਂ ਵੰਚਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂਨੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹੋਏ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਰਾਜਨੀਤਕ ਤੌਰ ਉੱਤੇ ਪਛੜੇ ਹੋਣ, ਦਬੇ-ਕੁਚਲੇ,  ਪ੍ਰਤਾੜਿਤ ਅਤੇ ਸ਼ੋਸ਼ਿਤ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੇ ਹੋਏ ਇੰਸਾਫ ਲੈਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਦੇ ਮਕਸਦ ਵਲੋਂ ਇਹ ਸਮਾਜ ਇੱਕ ਰਾਜਨੀਤਕ ਮੰਚ ਉੱਤੇ ਇਕੱਠੇ ਹੋਇਆ ਹੈ। ਰਾਜ ਦੀ ਕਰੀਬ 35 ਸੰਸਥਾਵਾਂ,  ਜੋ ਕਿ ਸਮਾਜ ਦੇ ਵੱਖ=ਵੱਖ ਵਰਗਾਂ ਵਲੋਂ ਸੰਬੰਧ ਰੱਖਦੀਆਂ ਹਨ, ਨੇ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਬੈਠਕੇ ਇੱਕ ਨਵੀਂ ਰਾਜਨੀਤਕ ਪਾਰਟੀ ਗੰਢਿਆ ਕਰਣ ਦਾ ਫੈਸਲਾ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਕਰੀਬ ਇੱਕ ਸਾਲ ਤੱਕ ਇਸ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਦੀਆਂ ਬੈਠਕਾਂ ਦਾ ਦੌਰ ਚਲਦਾ ਰਿਹਾ ਅਤੇ ਗਹਨ ਸਲਾਹ ਮਸ਼ਵਰੇ ਦੇ ਬਾਅਦ ਉਨ੍ਹਾਂਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸਾਰੇ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਦਾ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਵਿਲਾ ਕਰਕੇ “ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਹਿੱਤ ਪਾਰਟੀ  ਦੇ ਬੈਨਰ ਤਲੇ ਪੰਜਾਬ  ਦੇ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਵਿਧਾਨਸਭਾ ਚੁਨਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਪੂਰੇ ਜੋਰ-ਸ਼ੋਰ  ਦੇ ਨਾਲ ਉੱਤਰਨ ਦਾ ਫ਼ੈਸਲਾ ਲਿਆ ਗਿਆ।

ਬੀਰਮੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੇ ਮਹਿਸੂਸ ਕੀਤਾ ਹੈ ਕਿ ਓਬੀਸੀ ਸਮਾਜ ਦੇ ਹਰ ਵਰਗ ਲਈ ਸਰਕਾਰੀ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਬਣਦੀਆਂ ਹਨ,  ਉੱਤੇ ਇਸ ਸਕੀਮਾਂ ਦਾ ਫਾਇਦਾ ਇੱਕ ਸੀਮਿਤ ਵਰਗ ਤੱਕ ਹੀ ਸਿਮਟ ਕਰ ਰਹਿ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਫਾਇਦਾ ਜਰੂਰਤਮੰਦੋਂ ਤੱਕ ਪੁੱਜਦਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਅਜਿਹੇ ਵਿੱਚ ਸਮਾਜ ਦੇ ਅੰਦਰ ਇਸ ਕਮੀ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕਰਣ ਲਈ ਅੱਜ ਇਸ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਗਠਨ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਤਾਂਕਿ ਓਬੀਸੀ ਸਮਾਜ ਦੇ ਹਰ ਵਰਗ ਨੂੰ ਬਰਾਬਰ ਫਾਇਦਾ ਪਹੁੰਚਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਸੰਸਥਾਵਾਂ  ਦੇ ਪਦਾਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੇ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਏਜੇਂਡਾ ਵੀ ਤਿਆਰ ਕੀਤਾ ਹੈ, ਜਿਨੂੰ ਕਾਫ਼ੀ ਛੇਤੀ ਹੀ ਸਾਰਵਜਨਿਕ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ।

ਇੱਕ ਸਵਾਲ ਦੇ ਜਵਾਬ ਵਿੱਚ ਬੀਰਮੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਓਬੀਸੀ ਦੇ ਇਲਾਵਾ ਹੋਰ ਵਰਗਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਬਣਦੀ ਨੁਮਾਇੰਦਗੀ ਦਿੱਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਉਨ੍ਹਾਂ ਪ੍ਰੀ-ਪੋਲ ਜਾਂ ਪੋਸਟ-ਪੋਲ ਗੱਠਜੋੜ ਦੀ ਸੰਭਾਵਨਾ ਤੋਂ ਵੀ ਇਨਕਾਰ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ।

अरुण सूद से मिल कर वार्ड नं. 7 से टिकट मांगी राम शब्द ने

अनिल दुबे तथा स्थानीय मंडल प्रधान भी हैं राम शब्द की दावेदारी के पक्ष में

चण्डीगढ़ :

चण्डीगढ़ नगर निगम चुनाव में नं. 7 से भाजपा नेता राम शब्द ने भी दावेदारी ठोक दी है। मौलीजागरां निवासी राम शब्द भाजपा के एससी मोर्चा के जिला अंबेडकर के सचिव हैं। उन्होंने स्थानीय भाजपा अध्यक्ष से मिलकर उन्हें एससी के लिए आरक्षित वार्ड नं. 7 से उम्मीदवार बनाने की मांग की है। उनके साथ यादव समुदाय में अच्छी पैठ रखने वाले लाल चंद यादव भी थे। अपने क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी राम शब्द, जो पलसोरा की मार्किट कमेटी, में महासचिव व विश्वकर्मा मंदिर कमेटी एवं रामलीला कमेटी के सदस्य भी है, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास तथा स्वच्छ भारत आदि अभियानों को लेकर अपने वार्ड में काफी सक्रियता से काम किया है और पतंजलि योग सेंटर में योग शिक्षक भी हैं। इसके अलावा समय-समय पर रक्तदान भी करते रहते हैं। राम शब्द के मुताबिक वे वर्ष 1993 से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं व मंडल सचिव आदि कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्थानीय पार्षद व पूर्व उप महापौर अनिल दुबे तथा स्थानीय मंडल प्रधान अरविंद सिंह भी उनकी दावेदारी के पक्ष में हैं व समर्थन दे रहें हैं। उन्होंने बताया कि टिकट मिली तो उनकी जीत पक्की है व जीतने के बाद वे अपने वार्ड को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए सब तरफ सीसीटीवी कैमरे फिट करवाएंगे। इसके अलावा अनिल दुबे के अधूरे कार्यों को भी पूरा कराने के साथ-साथ वार्ड नं. ७ का सोंदर्यकरण कराएंगे व यहां के पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार भी दिलवाएंगे।

देसी दवाओं के दुष्प्रभावों का भी आंकलन होना चाहिए : डॉ. राजीव कपिला

चण्डीगढ़ :

श्री धन्वंतरि आयुर्वेदिक कालेज एंड हॉस्पिटल, से.46 में फॉर्मको विजिलेंस इन एएसयू (आयुर्वेदिक, सिद्धा व यूनानी) ड्रग्स विषय पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख वक्त के तौर पर उपस्थित से. 28 स्थित आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में प्रभारी डॉ. राजीव कपिला, जो ड्रग कंट्रोलर भी हैं, ने कहा कि समय के साथ-साथ जागरूकता बढ़ने से देसी दवाओं की लोकप्रियता में भरी इजाफा हुआ है, इसमें कोई दो राय नहीं है, परन्तु फिर भी इन दवाओं के दुष्प्रभावों का भी आंकलन होना चाहिए। इसके अलावा इन दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों पर भी अंकुश लगाया जाना चाहिए। इस अवसर पर श्री धन्वंतरि कॉलेज सोसाइटी के डायरेक्टर डॉ. नरेश मित्तल व डॉ.  ठाकुर भी मौजूद रहे।

‘हलाल बक्षणम निशिधम’ बोर्ड लगाने पर केरल कि तुशरा अजित पर मुस्लिम भीड़ का जानलेवा हमला

केरल की एक महिला तुषारा अजीत ने अर्नाकुलम में एक रेस्टोरेंट खोला और चूंकि वो हिन्दू है इसलिए अपने रेस्टोरेंट के बाहर बोर्ड लगा या नो हलाल और आज एक भीड़ ने इनके ऊपर जानलेवा हमला किया लेकिन मीडिया में एकदम सन्नाटा अब कोई और सहिष्णुता और संविधान की बात नहीं कर रहा है? अब दहने सुनने की बात है कि केरल कि वामपंथी सरकार अपने राज्यों में हिंदुओं पर खाने पीने को लेकर भी धार्मिक उन्माद फैलाने को बढ़ावा देगी। इसी भोजनालय कि दूसरी शाखा भी नहीं खोलने दी जा रही, कारण यह हिन्दू पद्धति से भोजन पकाने और परोसने नहीं देंगे। राहुल गांधी ने भी अमेठी से दौड़ कर केरल कि वायनाद सीट भी इसीलिए चुनी थी ‘मुस्लिम तुष्टीकरण’

केरल में इन दिनों एक मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर भी इस खबर की खूब चर्चा हो रही है। पूरा मामला एक रेस्तरां में परोसे जा रहे नॉन हलाल खाने से जुड़ा हुआ है। खबरों के अनुसार केरल के एर्नाकुलम जिले में इसी साल की शुरुआत यानीकि 15 जनवरी, 2021 में एक नॉन-हलाल रेस्तराँ खोला गया। इस रेस्तरां को खोलने वाली महिला तुशारा अजीत पर जानलेवा ​हमला किया गया है। तुषारा पर सोमवार 25 अक्टूबर 2021 को हमला किया गया। दावा किया जा रहा है कि सिर्फ नॉन हलाल डिश सर्व करने से केरल के कुछ कट्टरपंथी नाराज थे और उन्होंने ही महिला पर जानलेवा हमला किया है।

श्रीमती तुशारा पलारीवट्टोम में नंदुस किचन नामक अपने रेस्तराँ में केवल नॉन-हलाल खाना सर्व करवाती हैं। रेस्तराँ के उद्घाटन के दौरान उन्होंने उसके बाहर एक बैनर लगवाया था, जिसमें लिखा था, “नॉन-हलाल, हलाल बक्षणम निशिधम (हलाल भोजन यहाँ प्रतिबंधित है)।” उस दौरान कई मुसलमानों ने नॉन-हलाल रेस्तराँ को चलाने पर आपत्ति जताई थी।

रिपोर्ट बताती है कि तुशारा को अपने नॉन-हलाल रेस्तराँ की दूसरी ब्रांच खोलने के लिए इस्लामवादियों से धमकियाँ मिल रही थीं। ठीक उसी तरह जैसे उन्हें पहली बार ब्रांच खोलने पर मिल रही थी। इस्लामवादी नॉन-हलाल बोर्ड लगाने के खिलाफ धमकी दे रहे थे। श्रीमती तुशारा ने अपने फेसबुक लाइव में यह भी कहा कि उनकी रेस्तराँ में नॉन-हलाल खाना परोसने और उसके बाहर इसका पोस्टर लगाने की वजह से उन्हें बेरहमी से पीटा गया।

हमले की निंदा करते हुए केरल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने ट्वीट किया, ”श्रीमती तुशारा अजीत पर हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हलाल होटल के लिए न मानने पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के एक समूह ने महिला उद्यमी पर बेरहमी से हमला कर दिया। कक्कानाड में जो हुआ वह तालिबानी कार्य से कम नहीं है। मैं केरल के लोगों से हलाल का बहिष्कार करने की अपील करता हूँ।”

@lotophagus हैंडल से एक ट्विटर यूजर ने लिखा: “तुषारा अजित ने पिछले साल केरल में पहला नॉन-हलाल होटल शुरू किया था। आज वह अस्पताल में है, दूसरी ब्रांच खोलने की कोशिश करने पर जिहादियों ने उन पर हमला कर दिया।” ट्विटर यूजर के अनुसार, बदमाशों के खिलाफ आत्मरक्षा में रेस्तराँ कर्मचारियों द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद केरल पुलिस तुशारा की तलाश कर रही है”।

गौरतलब है कि एर्नाकुलम के इस रेस्तराँ को तुशारा ने जनवरी 2021 में शुरू किया था। उन्होंने बताया था कि जब इसे शुरू किया गया था कई मुस्लिमों ने उनके इस विचार का विरोध किया था, लेकिन उन्होंने सभी की बातें सुनने के बाद भी अपने इस आइडिया पर काम किया। उन्होंने कहा था, “मुस्लिमों ने लगातार कहा कि ये सब ठीक नहीं है। जब भी हिंदू कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, मुस्लिम हस्तक्षेप जरूर करते हैं।”

एर्नाकुलम के इस रेस्तराँ में तमाम ग्राहक बिना किसी आपत्ति के खाना खाने आते हैं। इसके आधार पर महिला कहती हैं, “जिन्हें मेरे नॉन-हलाल कॉन्सेप्ट से आपत्ति नहीं है उनका मैं स्वागत करती हूँ और जिन्हें परेशानी है, उनके पास यहाँ न आने का विकल्प है।”

इसे पूर्णतया मुस्लिम तुष्टीकरण नहीं तो और क्या कहेंगे कि मुस्लिमों द्वारा घायल स्त्री को पकड़ने (गिरफ्तार) करने के लिए पुलिस ऊतावली है कारण उसके साथी कर्मचारियों ने प्रतीकार किया था जिसमें कुछ हमलावर घायल हो गए थे।

असम में पटाखों के निषेध पर होगी समीक्षा : मुख्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि राज्य प्रदूषण नियंत्रण निकाय ने पटाखों की बिक्री और जलाने पर बैन सरकार के परामर्श के बिना लगाया था और अब ‘लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए” इसकी समीक्षा की जा रही है। बता दें, असम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रविवार को अधिसूचना जारी कर दीवाली, छठ और क्रिसमस के दौरान पटाखों की बिक्री और उनके जलाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। जबकि ग्रीन पटाखों की मंजूरी दी गई थी। इसके लिए समय सीमा तय की गई थी कि दिवाली के दौरान रात 8 बजे से रात 10 बजे तक, छठ पर शाम 6 से 8 बजे तक और क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर 11.55 से 12.30 बजे तक पटाखे जलाए जा सकते हैं।

कोलकत्ता/नयी दिल्ली:

असम के सीएम और भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि बोर्ड द्वारा जारी प्रतिबंध लोगों को दिवाली पर पटाखे फोड़ने से रोकता है। इस संबंध में नए सिरे से उपाय की समीक्षा करने पर जोर देते हुए सीएम हिमंता सरमा ने एक ट्वीट में कहा कि, “असम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कथित तौर पर सरकार के साथ किसी भी परामर्श के बिना पटाखों और अन्य की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। हमने इस पर ध्यान दिया है। लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पूरे मामले की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है।”

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि इस पूरे मामले की समग्र रूप से ताज़ा समीक्षा की जा रही है और इस दौरान जनभावनाओं को भी ध्यान में रखा जा रहा है। बता दें कि ‘असम पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड’ ने ‘ग्रीन क्रैकर्स’ के अलावे सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। उसने कहा था कि ‘नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT)’ के दिशानिर्देशों के अनुरूप ही दीवाली से पहले ये फैसला लिया गया है।

आदेश में कहा गया था कि अगली अधिसूचना जारी होने तक ये तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा। इसका अर्थ था कि हिन्दू त्योहारों के मौसम में पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा। वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने का हवाला देते हुए ये आदेश जारी किया गया था। PCB के अध्यक्ष अरूप कुमार मिश्रा ने बताया था कि सभी एसपी और डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिख कर बोर्ड ने इस आदेश का पालन करवाने को कहा है।

साथ ही राज्य की पुलिस को निर्देश दिए गए थे कि वो पटाखों की सप्लाई पर रोक लगाए। अवैध रूप से पटाखे बेचने वालों को सज़ा दिलाने की बात भी कही गई थी। बोर्ड ने कहा था कि वो सिर्फ सलाह और दिशानिर्देश ही जारी कर सकता है, ऐसे में ये पुलिस-प्रशसान के ऊपर है कि वो पटाखे बेचने वालों को गिरफ्तार करे। साथ ही बोर्ड ने रोज की कार्रवाई का ब्यौरा भी तलब किया था। ‘ग्रीन क्रैकर्स’ फोड़ने के लिए भी दीवाली के दिन बस 2 घंटे का समय दिया गया था।

पटाखों के शोर को दबाने के लिए ‘शमी’ के नाम पर खेल रहे मुस्लिम कार्ड

हिंदुस्तान पर पाकिस्तान ने एक छोटी सी जीत क्या हासिल की कि भारत में पाकिस्तान परास्त लोग और मीडिया मुखर हो उठा, कुछ कलाम से तो कुछ पटाखों से। इस सब में खिलाड़ियों कि मनोदशा कोई जानने कि कोशिश कर रहा है। बेटी आई• सी• यू• मे थी, बाप ने कहा पहले भारत को मैच जितवा लूंगा तब उसे देखने जाऊंगा , 6 विकेट निकाल कर अकेले मैच जितवाकर फिर बेटी से मिलने जाता है! क्यूंकी उसके लिए देश पहले था! और आज उसी मोहम्मद शमी को पाकिस्तान भेजा जा रहा है। यह वह जाहिल हैं जिनके बाप- दादा ने कभी गेंद और बल्ला भी नही पकड़ा होगा! 2021 जून विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल याद है ना ? पूरी टीम मे सिर्फ यही अकेला लड़ रहा था! प्रदर्शन के नाम पर नही धर्म के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है। मोहम्मद शमी की बेटी आयरा की सरस्वती पूजा करते हुए तस्वीर देख कर इस्लामी कट्टरपंथियों ने उन पर निशाना साधा था। पत्नी के साथ तस्वीर पर उनका मुस्लिम होने का सर्टिफिकेट रद्द किया गया था। शिवलिंग की तस्वीर लगाने पर कट्टर मुस्लिमों ने ही उन्हें ट्रोल किया था। एकदिन खामोश रहने वाले भी इसकी जद मे आयेंगे।

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, स्पोर्ट्स डेस्क – चंडीगढ़ :

क्रिकेट में हिंदुस्तान कि हार के बाद आए पाकिस्तानी मंत्री के ब्यान ” यह इस्लाम कि गैर इस्लामी मुल्क पर फतेह है” के बाद तो भारत के कई हिस्सों में पटाहे फोड़े गए मानो पाकिस्तान ने सच्म्च हिंदस्तान पर फतह हासिल कर ली है ओर अब यहाँ (भारत में) इस्लामी राज आ गया है। भारत के कई हिस्सों में इस्लामी कट्टरपंथियों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। देर रात पटाखे फोड़े गए। राष्ट्रीय राजधानी में भी आतिशबाजी हुई। पूर्व सलामी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने इसकी आलोचना की। लेकिन, लिबरल गिरोह विशेष मोहम्मद शमी को ढाल बना कर ले आया और कहने लगा कि मुस्लिम होने की वजह से उन्हें ‘गद्दार’ कहा जा रहा है।इन पाकिस्तान परस्तों पर तंज़ करते हुए पूर्व क्रिकेटर सहवाग और गौतम गंभीर ने तीखे तंज़ किए जिससे यहाँ का लिबरल मीडिया बौखला गया।

मोहम्मद शमी को किसने निशाना बनाया? कितने लोगों ने उनकी आलोचना की? ये कोई नहीं बता रहा। सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा आलोचना कप्तान विराट कोहली की हुई है, मैच हारने के बाद से। रोहित शर्मा भी निशाने पर रहे हैं। तो इसका मतलब क्या है कि विराट और रोहित को हिन्दू होने की वजह से निशाना बनाया गया? लिबरल गिरोह के लॉजिक में दम नहीं है। पटाखों का शोर दबाने के लिए मोहम्मद शमी का नाम लाया गया है।

अभी तो भला मोहम्मद शमी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं और उन्हें प्लेयिंग इलेवन में भी जगह मिली। वहीं एक अन्य तेज़ गेंदबाज शार्दुल ठाकुर बाहर बैठे हुए हैं। लेकिन, एक समय ऐसा भी था जब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोईन खान ने 2015 विश्व कप के समय आरोप लगाया था कि मजहब की वजह से मोहम्मद शमी को श्रीलंका के विरुद्ध प्लेयिंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। उस मैच में यजुवेंद्र चाहल को भी आराम दिया गया था।

आज मोहम्मद शमी का नाम लेकर ‘मुस्लिम कार्ड’ खेला जा रहा है, ताकि देश के कई हिस्सों में भारतीय टीम की हार के जश्न में पटाखों से जो आतिशबाजी हुई है, उसकी चर्चा न हो। लेकिन, इन्हीं इस्लामी कट्टरपंथियों ने कभी मोहम्मद शमी का मुस्लिम होने का सर्टिफिकेट रद्द कर दिया था। उनकी बेटी आयरा की सरस्वती पूजा करते हुए तस्वीर देख कर इस्लामी कट्टरपंथियों ने उन पर निशाना साधा था और मूर्तिपूजा से दूर रहने को कहा था।

इस्लामिक कट्टरपंथियों ने इस तस्वीर को देख शिकायत किया था कि भारत के मुस्लिम उनके जैसे मुस्लिमों के कारण धीरे-धीरे हिंदू बन रहे हैं। शमी से पूछा गया था कि जब वे मुस्लिम हैं, तो आखिर उनकी बेटी हिंदू कैसे हो गई। इसके अलावा उनसे उनके नाम के आगे से मोहम्मद हटाने की सलाह भी दी गई थी। 2018 में शमी को नए साल की शुभकामनाएँ देने के लिए शिवा लिंगम की तस्वीर लगाने पर घेरा था। साथ ही उन्हें उनकी पत्नी के साथ फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर डालने के लिए भी ट्रोल किया जा चुका है।

गाली तो वीरेंद्र सहवाग को दी जा रही है, क्योंकि उन्होंने भारत की हार का जश्न मनाने वालों और पटाखे फोड़ने वालों से एक सवाल पूछ दिया कि दीवाली पर पटाखों के प्रतिबंध का ढोंग क्यों रचा जाता है? इतनी सी बात पर उन्हें ‘नाजी गंदगी, भाजपा का मॉडल, घृणा फैलाने वाला कीड़ा’ और न जाने क्या-क्या कहा गया। प्रशंसकों के निशाने पर तो पूरी भारतीय टीम है, केवल मोहम्मद शमी नहीं। विराट कोहली की तो लगातार आलोचना हो रही है।