कॉंग्रेस ने आरजेडी और एनसीपी से बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए न आने की लगाई गुहार

NCP सुप्रीमो पवार को लिखे पत्र में भट्टाचार्य ने कहा, ‘मेरी जानकारी में आया है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कांग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार करने से बचते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूंगा।’

सरिया तिवारी, कोल्कत्ता/चंडीगढ़:

पश्चिम बंगाल कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार से सूबे में चुनाव प्रचार न करने की गुजारिश की है। उन्होंने ऐसी ही गुजारिश बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से भी की है।

दरअसल, पवार और तेजस्वी ‘स्टार कैंपेनर’ के रूप में पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने वाले हैं, जबकि कॉन्ग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के खिलाफ चुनाव मैदान में है। ऐसे में प्रदीप ने दोनों से गुजारिश की है कि यदि संभव हो तो दोनों नेता तृणमूल के लिए प्रचार करने से बचें।

‘प्रचार नहीं करेंगे तो आपका आभारी रहूँगा’

NCP सुप्रीमो पवार को लिखे पत्र में भट्टाचार्य ने कहा, “मेरी जानकारी में आया है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कॉन्ग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार करने से बचते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूँगा।”

‘सूबे में TMC से हमारी राजनीतिक लड़ाई’

वहीं, भट्टाचार्य ने तेजस्वी को लिखे पत्र में कहा है, “मुझे पता चला है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कॉन्ग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। हालाँकि पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में एक स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार न करने का फैसला लेते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूँगा।”

बता दें कि शरद पवार और तेजस्वी यादव दोनों ने ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को नैतिक समर्थन देते हुए उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने की बात कही है, जबकि क्रमशः महाराष्ट्र और बिहार में इन नेताओं का कॉन्ग्रेस के साथ गठबंधन है। बिहार में आरजेडी के साथ कॉन्ग्रेस और वाम का गठबंधन है तथा महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कॉन्ग्रेस एकजुट होकर सरकार चला रही है।

सद्दाम गद्दाफ़ी की चुनावी प्रक्रिया बता कर अपनी ही पार्टी का सच बता बैठे राहुल

राहुल ने यहां तक कहा कि सद्दाम हुसैन और गद्दाफी जैसे लोग भी चुनाव आयोजित कराते थे और जीत जाते थे. लेकिन तब ऐसा कोई फ्रेमवर्क नहीं था, उन्हें मिले वोट की रक्षा कर सके. राहुल अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष के साथ चर्चा कर रहे थे। इस दौरान राहुल ने कहा कि कि हमें किसी दूसरे देश की संस्था से लोकतंत्र को लेकर सर्टिफिकेट नहीं चाहिए लेकिन उन्होंने जो कहा, वो बिल्कुल सही है। भारत में इस वक्त जितना हमने सोचा है, हालात उससे ज्यादा बदतर हैं। राहुल इस ब्यान को देते समय अपनी ही पार्टी की पोल खोल रहे थे। पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जब उन्होने अपनी ही पार्टी के आंतरिक चुनाव लड़े थे तब ऊनके ही एक रिश्तेदार शहजाद पूनावाला ने उनके विरोध में नामांकन भरा था। आज शहजाद पूनावाला अपनी ही पार्टी से निकाल दिये गए। यही वह मॉडल है जिसकी चर्चा राहुल कर रहे थे। लें अपनी ही पार्टी के इस चरित्र को वह नहीं पहचान पाते। हर समय अभिव्यक्ति की आज़ादी पर अंकुश की बात कराते हैं, लेकिन उतनी ही आज़ादी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते गरियाते पाये जाते हैं, निर्भीकता से। क्या यह दोहरे माप दंड नहीं?

  • सद्दाम-गद्दाफ़ी इन्दिरा के थे अच्छे दोस्त सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए राहुल
  • चुनाव मतलब सिर्फ यह नहीं कोई जाए और बटन दबाकर मताधिकार का इस्तेमाल कर दे
  • साल 2016 से 2020 के बीच 170 से अधिक कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी छोड़ दी
  • नहीं दिख रहा दम, पांच चुनावी राज्यों में गठबंधन के सहारे चुनावी मैदान में कांग्रेस

सरीका, चंडीगढ़:/नयी दिल्ली:

राहुल गाँधी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को दिए अपने हालिया इंटरव्यू में भारतीय जनता पार्टी पर पर ये कहकर निशाना साधा कि सद्दाम हुसैन और मोहम्मद गद्दाफी ने भी तो चुनाव जीता था। केंद्र सरकार को लेकर कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सद्दाम हुसैन और गद्दाफी को भी वोट की जरूरत नहीं थी, उन्होंने सत्ता पर कब्जा करने के लिए चुनावी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया था।

दरअसल, कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने पिछले दिनों वी-डेम इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के हवाले से देश के लोकतांत्रिक न होने को लेकर दावे किए थे। इसी पर ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय ने उनकी टिप्पणी पर सवाल किए, जिसके जवाब में राहुल गाँधी ने उक्त बात कही।

हालाँकि, राहुल की बात पर गौर देने से पहले ये जानना दिलचस्प है कि जिस गद्दाफी का उन्होंने उदाहरण दिया, वह सन् 1969 में लीबिया में सैन्य तख्तापलट होने के कारण नेता चुना गया था। उसने शासन पाने के लिए ब्रिटिश समर्थित नेता इदरीस को सत्ता से उखाड़ फेंका था, न कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया से कुर्सी पर अधिकार पाया था।

इसी तरह से सद्दाम हुसैन को साल 2003 में अमेरिकी फोर्स ने पकड़ा था। साल 2006 में वह मानवता के विरुद्ध किए गए अपराधों का दोषी पाया गया था। इसके बाद उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।

अब जाहिर है कि ऐसे तानाशाहों का नाम लेकर राहुल गाँधी पूरे मामले में सिर्फ़ और सिर्फ विदेशी चीजों को घुसाकर अपनी बात को दमदार साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, इसके अतिरिक्त उनकी बातों का और कोई मतलब नहीं है।

इंटरव्यू के दौरान उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस और शिशु मंदिर सिर्फ़ भारत को तोड़ने के लिहाज से बने हैं और इनका इस्तेमाल जनता से पैसे लेने के लिए किया जाता है। एक और चौंकाने वाले बयान में उन्होंने दावा किया कि आरएसएस की विचारधारा और रणनीति मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहुड के समान है।

संसद सत्र में बंद हुए माइक वाली घटनाओं को उदाहरण देते हुए राहुल गाँधी मानते हैं कि भाजपा ने चुनावी प्रक्रिया का इस्तेमाल करके सत्ता हथियाई है। उनके मुताबिक, केंद्र के पास नए आइडिया के लिए कोई भी कोना नहीं है। सबसे हास्यास्पद बात यह है कि 5 लाख आईटी सेल सदस्यों को हायर करने के बाद कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष आरोप लगाते हैं कि भारत में फेसबुक का हेड भाजपाई है। वह गलत ढंग से चुनावी नैरेटिव को कंट्रोल करता है।

इस सब के बाद राहुल गांधी ट्रोल भी हुए:

एक दैनिक समाचार पत्र के अनुसार सोनिया गांधी के बेटे राहुल ने जिस सद्दाम हुसैन का हवाला दिया है, उसका भारत और खासकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से बेहतरीन संबंध था। साल 1975 में इंदिरा गांधी इराक गईं तो सद्दाम हुसैन ने उनका सूटकेस उठा लिया। अखबार के अनुसार इंदिरा गांधी जब रायबरेली से लोकसभा चुनाव वे हार गईं तो सद्दाम ने उन्हें इराक की राजधानी बगदाद में स्थाई आवास की पेशकश कर दी। इतना ही नहीं, सद्दाम के नेतृत्व वाली बाथ सोशलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशनों में शामिल हुआ करते थे। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स लताड़ लगा रहे हैं।

मोनु आत्महत्या या हत्या, पुलिस जांच में खामियाँ ?

ब्रेकिंग न्यूज़

मदन लाल,चंडीगढ़

चंडीगढ़ पुलिस के द्वारा मोनू के मर्डर केस को आत्महत्या में किया तब्दील मोनू की आत्महत्या जिस पंखे से दिखाई गई है वह आप पंखे को देखकर समझ सकते हो।

मोनू की हत्या उसकी पत्नी पिंकी, भाई विकास, मौसी बबीता मौसी का पति सोमपाल बा भतीजे मोनू ने की है।

इनहोने पहले मोनु को नशा देकर बेहोश किया उसके बाद गला दबाकर की हत्या कर दी, जैसे कि आप फोटो में देख सकते हैं कि मोनू की हत्या उसका गला दबाकर की गई है ना की फांसी लगाकर।

मोनू की हत्या की भनक उसके पड़ोसी तक को नहीं लगी और ना ही चंडीगढ़ पुलिस द्वारा किसी भी पड़ोसी का बयान दर्ज किया गया और ना ही मोनू की हत्या की कोई न्यूज़ अखबार या चैनल पर आई जिससे साफ साफ जाहिर होता है कि चंडीगढ़ पुलिस ने मोनू की हत्या को आत्महत्या में बदल दिया।

बबलू की माता कैला देवी को ना तो उसके पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दी जा रही है और ना ही उसके बेटे के मर्डर केस में दोषियों को गिरफ्तार किया जा रहा है अब देखना यह है चंडीगढ़ एसएसपी के द्वारा उस पर क्या कार्रवाई की जाती है

दिल्ली एलजी की शक्तियाँ बढ़ाता कानून और आम आदमी पार्टी(आआपा)

किसानों के आंदोलन का समर्थन करते – करते दिल्ली के मुख्यमंत्री आज फिर से धरणे – प्रदर्शन पर उतर आए हैं। यह सारी कवायद सत्ता बनाए रखने और उस ताकत को पुन: हासिल करने की है जिसे इस नए कानून ने तकरीबन – तकरीबन ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिस प्रस्तावित विधेयक में केंद्र सरकार की कैबिनेट ने जिन संशोधनों पर मुहर लगाई है, उनमें दिल्ली सरकार के लिए कमोबेश सभी विधायी और प्रशासनिक निर्णयों में उपराज्यपाल से सहमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है। कोई भी विधायी प्रस्ताव दिल्ली सरकार को 15 दिन पहले और कोई भी प्रशासनिक प्रस्ताव सात दिन पहले उपराज्यपाल को भिजवाना होगा। अगर उपराज्यपाल उस प्रस्ताव से सहमत नहीं हुए तो वे उसे अंतिम निर्णय के लिए राष्ट्रपति को भी भेज सकेंगे। अगर कोई ऐसा मामला होगा, जिसमें त्वरित निर्णय लिया जाना होगा तो उपराज्यपाल अपने विवेक से निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगे।

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सारिका तिवारी, नयी दिल्ली/ चंडीगढ़:

राजधानी दिल्ली में एक बार फिर एलजी बनाम मुख्यमंत्री की जंग शुरू हो चुकी है। पिछले कई सालों में अलग-अलग मुद्दों को लेकर एलजी और दिल्ली सरकार के बीच टकराव देखने को मिला, लेकिन इस बार केंद्र सरकार इसे लेकर एक बिल लाई है। जिसमें दिल्ली के उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाई गई हैं। संसद में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021) पेश होने के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार पिछले दरवाजे से अब दिल्ली पर शासन करना चाहती है। आइए जानते हैं क्या है ये नया संशोधन और इससे दिल्ली सरकार के अधिकारों पर क्या असर पड़ने वाला है।

केंद्र सरकार की तरफ से संसद में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021) पेश किया गया. जिसमें दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल की शक्तियों को लिखित तौर पर बताया गया है। बिल पेश होने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल के अलावा आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इसका जमकर विरोध किया और प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कीं। जिन्होंने इस संशोधन को लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ बताया।

क्या है राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021)?

बिल में जिस लाइन पर सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है और आआपा जिसे सीधे लोकतांत्रिक तौर पर चुनी हुई सरकार पर हमला बता रही है, वो है- “राज्य की विधानसभा द्वारा बनाए गए किसी भी कानून में सरकार का मतलब उपराज्यपाल होगा.” ये विधेयक के सेक्शन 21 के सब सेक्शन-2 में बताया गया है। इसीलिए मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया का कहना है कि केंद्र सरकार अब दिल्ली में एलजी को ही सरकार बनाने जा रही है। इसके अलावा संशोधन विधेयक में जो विवादित मसले हैं, उनमें –

  • “कोई भी मामला जो विधानसभा की शक्तियों के दायरे से बाहर है”, उसमें एलजी की मंजूरी लेनी होगी. इसका सीधा मतलब है कि उपराज्यपाल को अब एडिशनल कैटेगरी के बिलों पर रोक लगाने की शक्ति और अधिकार दिया गया है। यहां एलजी की शक्तियों को बढ़ाने का काम किया गया है।
  • राज्य सरकार को खुद या फिर उसकी कमेटियों को राजधानी के रोजमर्रा के प्रशासनिक मामलों में कोई भी नियम बनाने या फिर फैसला लेने से पहले उपराज्यपाल से मंजूरी लेनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इस अधिनियम के तहत उस फैसले को शून्य माना जाएगा।
  • मंत्री परिषद या किसी मंत्री को किसी भी फैसले से पहले और उसे लागू करने से पहले एलजी के पास फाइल भेजनी होगी, यानी उनकी मंजूरी लेनी होगी।सभी तरह की फाइलों को पहले एलजी को भेजा जाएगा और उनकी राय जरूरी होगी।

इस बिल में कहा गया है कि ये विधायिका (लेजिस्लेचर) और कार्यपालिका (एग्जिक्यूटिव) के बीच तालमेल को और ज्यादा बेहतर करने का काम करेगा। साथ ही ये विधेयक उपराज्यपाल और चुनी हुई सरकार की जिम्मेदारियों को भी परिभाषित करने का काम करेगा, जो दिल्ली में शासन के संवैधानिक नियमों के तहत है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया था अहम फैसला

बीजेपी के तमाम नेता इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ जोड़कर देख रहे हैं। दिल्ली सरकार बनाम एलजी की जंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 4 जुलाई 2018 को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने इस फैसले में कहा गया था –

  • दिल्ली में चुनी हुई सरकार को जमीन, पुलिस और कानून व्यवस्था के अलावा सभी मामलों पर फैसला लेने का अधिकार है। मंत्रिमंडल जो फैसला लेगा, उसकी सूचना उपराज्यपाल को देनी होगी।
  • कैबिनेट का हर मंत्री अपने मंत्रालय के लिए जिम्मेदार है। हर राज्य की विधानसभा के दायरे में आने वाले मुद्दों पर केंद्र सरकार जबरन दखल अंदाजी न करे, संविधान ने इसके लिए पूरी स्वतंत्रता दी है।
  • दिल्ली में विधानसभा तीन मसलों को छोड़कर बाकी सभी चीजों को लेकर कानून बना सकती है। कैबिनेट और विधानसभा को ये अधिकार है। एलजी के पास तीन मुद्दों को लेकर एग्जीक्यूटिव पावर है. इन्हें छोड़कर बाकी सभी मुद्दों की एग्जीक्यूटिव पावर दिल्ली सरकार के पास हैं।
  • अगर किसी मामले में एलजी और मंत्री के बीच मतभेद है और ये रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस है तो इस मामले में एलजी दखल दे सकते हैं। हर मुद्दे पर ऐसा नहीं होगा. मंत्री और मंत्रालय को एलजी के पास जरूर बिल या कानून की कॉपी भेजनी होगी। लेकिन जरूरी नहीं है कि इस पर एलजी की स्वीकृति हो।
  • दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि दिल्ली की स्थिति बाकी राज्यों से अलग है. अराजकता की कोई जगह नहीं, सब अपनी जिम्मेदारी निभाएं. उपराज्यपाल मनमाने तरीके से दिल्ली सरकार के फैसलों को रोक नहीं सकते।

यानी इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि एलजी के पास दिल्ली सरकार के हर फैसले को पलटने का अधिकार नहीं है। साथ ही ये भी बताया था कि हर फैसले पर जरूरी नहीं है कि एलजी की स्वीकृति हो. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने तब कहा था कि, एलजी को चुनी हुई सरकार की कैबिनेट की सलाह माननी चाहिए। अरविंद केजरीवाल सरकार ने तब इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया था। कुल मिलाकर इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने ये बता दिया था कि दिल्ली में बॉस चुनी हुई सरकार को ही माना जाएगा।

एलजी और दिल्ली सरकार में कब-कब हुआ टकराव?

लेकिन केंद्र सरकार जो विधेयक लाई है, उसमें उपराज्यपाल की शक्तियों को बढ़ाया गया है और सीधे ये कहा गया है कि सभी फाइलों को पहले एलजी के पास से गुजरना होगा। यानी अगर ये संशोधन विधेयक पारित हो जाता है तो एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाम एलजी के बीच एक बड़ी लड़ाई देखने को मिल सकती है। अब लड़ाई का जिक्र हुआ है तो एक नजर पिछले कुछ बड़े विवादों पर भी डाल लेते हैं, जिनमें एलजी और दिल्ली सरकार में टकराव देखने को मिला था।

  • कोरोना महामारी के बाद कई मसलों को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी भिड़े थे। अनलॉक प्रक्रिया के दौरान ट्रायल के तौर पर होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने के दिल्ली सरकार के फैसले को एलजी ने पलट दिया था।
  • दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में 80 फीसदी आईसीयू बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने के फैसले को भी एलजी ने मंजूरी नहीं दी थी. इसके अलावा जब कोरोनाकाल में बाहरी लोगों की बजाय दिल्ली के लोगों को प्राथमिकता की बात आई तो भी एलजी ने फैसले पर रोक लगा दी थी।
  • दिल्ली सरकार ने कम लक्षण वाले कोरोना मरीजों को जब होम क्वारंटीन में रखने का फैसला किया था, तो एलजी ने इसे पलटते हुए सभी मरीजों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रहने का आदेश दिया, विवाद के बाद फिर आदेश वापस लिया गया।
  • नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगाए थे और दिल्ली पुलिस के वकीलों का पैनल खारिज कर दिया था. सरकार ने खुद का पैनल बनाया, लेकिन एलजी ने उसे खारिज कर दिया।
  • इससे पहले एंटी करप्शन ब्यूरो में अधिकारियों की नियुक्ति के मामले में भी एलजी और दिल्ली सरकार में टकराव देखा गया, एलजी ने सरकार की नियुक्तियों को खारिज कर कहा कि एंटी करप्शन ब्यूरो के बॉस वो हैं और दिल्ली सरकार इन अधिकारियों की नियुक्ति नहीं कर सकती।

विधेयक पर क्या कह रही है दिल्ली सरकार

सिसोदिया ने कहा कि अगर हर फाइल एलजी को ही भेजनी होगी और सरकार का मतलब एलजी है तो फिर ये लोकतांत्रिक होने का ढ़ोंग क्यों किया जा रहा है। क्यों चुनाव कराए जा रहे हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरी तरह उलट दिया है। वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है, इसीलिए अब दिल्ली पर शासन करने के लिए वो बिल लेकर आई है और सरकार की शक्तियां छीनने की कोशिश कर रही है।

आआपा की तरफ से बताया गया है कि अब केंद्र के इस विधेयक के खिलाफ पार्टी नेता सड़कों पर उतरेंगे। बुधवार 17 मार्च को मुख्यमंत्री केजरीवाल और पार्टी के तमाम विधायक और मंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 17 मार्च

पचंकूला पुलिस नें हत्या के मामलें में आरोपी को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

                      पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस चौकी मढावाला की टीम नें लडाई –झगडा के दौरान हत्या करनें कें मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान अच्चे मांझी पुत्र झलाए वासी गांव रसूलपुर मलमल थाना रूणी सेहतपुर जिला सीतामढ़ी बिहार हाल  सीतोमाजरी पिन्जौर के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता उमेश मांझी पुत्र बुझान मांझी वासी गांव रसूलपुर मलमल उम्र 40 वर्ष बयान किया कि गांव कौना (मड़ावाला) में बीजमान नादाब के लकड़ी के गोदाम में मेहनत मजदूरी करता हूं शिकायतकर्ता की मौसी का बड़ा लड़का सुदीश मांझी गांव सीतो माजरा में गौरव शर्मा के लकड़ी के गोदाम पर काम करता था ।जो गांव के रहने वाले प्रमोद ने जो मेरे मौसेरे भाई सुदीश के साथ ही गोदाम पर काम करता है ने विरेंद्र के फोन पर सुबह बताया कि सुदीश खत्म हो गया है जो उस समय में विरेंद्र के साथ ही था तो हम सब इकट्ठा होकर गौरव शर्मा के लकड़ी के गोदाम पर आ गए जो हमने देखा कि सुदीश मांझी के चेहरे पर काफी चोटें लगी हुई थी जो मृत अवस्था में गोदाम के कमरे में पड़ा हुआ था जो मेरे भाई सुदीश मांझी के साथ हमारे ही गांव के कुछ लोग अक्सर रात के समय शराब पीते थे जो पहले भी अक्सर शराब पीकर आपस में लड़ते झगड़ते रहते थे मुझे शक है कि उन्होंने ही शराब पीकर लड़ाई झगड़ा करके मेरे भाई सुदीश मांझी की हत्या की है नाम पता ना मालूम व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए जिस बारे पुलिस चौकी मढावाला पिन्जौर में शिकायत प्राप्त होनें पर धारा 302 भा.द.स के तहत पुलिस थाना पिन्जौर में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें की जाँच पुलिस चौकी मढावाला के द्वारा अमल में लाते हुए कल दिनाक 16.03.2021 को आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया ।

अपहरण करनें वाले आरोपी को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस थाना चण्डमन्दिर की टीम नें अपरहरण के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान जसप्रीत सिह पुत्र चाँद सिह वासी छोटा जडवाला जिला फिरोजपुर पंजाब के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक अपहरण करनें वाले व्यकित की पत्नि वासी पचंकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पति को  ONLINE काम करते है कम्पनी के प्राडक्ट सेलिंग का काम करते है  जो शिकायतकर्ता को पता लगा कि जिसके साथ वह काम कर रहे है वह  गलत आदमी है । जो शिकायतकर्ता व उसके पति नें FRAUD करने वाली VIDEO बनाई थी । और हमनें YOUTUBE पर UPLOAD किया था । जो हिमान्शु नाम का व्यकित शिकायकर्ता के पति को  मिलनें आया जो अचानक वही पर 2.30 बजे के करीब इक्बाल मली यादविन्द्र् बरार और साथ में कुछ और व्यक्ति थे जिनके पास गाड़ी नीले रंग की गाड़ी वा एक I-20 जो शिकायक्रता के पति को मारपीट करके गाड़ी में बिठाकर जबरदस्ती ले गए । जिस बारे पुलिस थाना चण्डमन्दिर में शिकायत प्राप्त होनें पर धारा 323,365,34 IPC & 25-54-59 आर्म एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी जाँच पडताल करते हुए कल दिनाक 16.03.2021 को आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया ।  व आरोपी  से वारदात के समय प्रयोग की गई दो गाडी को बरामद करके कार्यवाही की गई ।

मकान की रजिस्ट्री बारे धोखाधडी  के मामलें में आरोपी को लिया रिमाण्ड पर

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस थाना सैक्टर 05 पंचकूला की टीम नें मकान की रजिस्ट्ररी बारे धोखाधडी करनें के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विश्वानाथ गोयल उर्फ चान्द गोयल पुत्र जगदीश वासी रेलवे रोड यमुनानगर के रुप में हुई  ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता सुखदेव सिंह पुत्र श्री अनूप सिंह, वासी विशाल कालोनी, जगाधरी नें दिनाक 25.10.2018 को बर खिलाफः- 1. अमित कुमार पुत्र स्व. हरिओम, निवासी सैक्टर 29बी, चण्डीगढ  2. उमेश सिंगला पुत्र श्री राजेन्द्र पाल, निवासी कृष्णा मार्किट यमुनानगर, 3. मुखराम नम्बरदार, गांव नग्गल मोगीनन्द, पंचकुला, 4. रणबीर सिंह पुत्र श्री लक्षमण सिंह, निवासी सैक्टर 20बी, चण्डीगढ, 5. ब्रांच मैनेजर एल.आई.सी. हाउसिंग फाईनैंस लि0 अम्बाला । 6. सन्दीप कुमार, निवासी यमुनानगर, के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई कि शिकायतकर्ता नें मकान नं. 1493, प्रार्थी ने बजरिया रजिस्टरी नम्बर 5437 दिंनाक 29/07/2005 को एक मनजीत सिंह पुत्र श्री नारंग सिंह पुत्र मन्सा सिंह से खरीद किया था तथा रजिस्टरी के बाद प्रार्थी ने इन्तकाल नम्बर 3161 भी अपने हक मे मन्जूर व तसदीक करवा लिया था और तभी से प्रार्थी उपरोक्त मकान का मालिक व काबिज है । जो कि उपरोक्त मनजीत सिंह पुत्र नारंग सिंह की मृत्यु दिंनाक 29/08/2005 को हो गई थी । कि पिछले दिनों एल.आई.सी. हाउसिंग , फाईनैंस लिं. अम्बाला के अधीकारी प्रार्थी के मकान पर आए और प्रार्थी को कहा कि इस मकान का मालिक दोषी नं. 2 उमेश सिंगला है तथा दोषी नं. 2 ने हमारे से कई लाख रुपये लोन लिया हुआ है अतः यह मकान कुर्क होगा जिसपर प्रार्थी ने उनको बताया कि मैं अकेला प्रार्थी ही इस मकान का मालिक व काबिज हुं। दोषी नं. 2 का इस मकान से कोई ताल्लुक वास्ता ना है। 5. यह कि इसके बाद प्रार्थी ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि किसा नामालुम व्यक्ति ने उपरोक्त मन्जीत सिंह पुत्र नारंग सिंह बनकर दोषी नं. 1 के हक मे एक मुख्तयारनामा आम नम्बर 445, दिनांक 06/07/2011 पंचकुला तहसील में धोखाधडी व जालसाजी करके तसदीक करवा लिया था । इसमें दोषी नं. 3 व 4 ने आपस में साजबाज झूठी गवाही दी हुई है उसके बाद दोषी नं. 1 ने उपरोक्त मेरे मकान को दोबारा से बिना किसी मलकियत व धोखाधडी से दोषी नं. 2 के हक में बजरिया रजिस्टरी नम्बर 3134 दिनांक 21/07/2011 को जगाधरी तहसील में रजिस्टरी करवाकर बेच दिया है, तथा उसके बाद दोषी नं. 5 से साजबाज होकर धोखाधडी से प्रार्थी के मकान पर लोन ले लिया । जिसमें दोषी नं. 6 सन्दीप गारंटर है जिनको ऐसा करने का कोई अधिकार ना था । जिस बारे पुलिस थाना सैक्टर 05 पचंकूला में उपरोक्त आरोपियो के खिलाफ धोखाधडी व जालसाजी के तहत धारा 419,420,467,468,471,120-B IPC पुलिस थाना सैक्टर 05 पचंकूला में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें के जाँच के अनुसार कल दिनाक 16.03.2021 को उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया है।

पचंकूला पुलिस नें चाकू से जानलेवा हमला करनें के मामलें में आरोपी को किया गिरफ्तार                      

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस चौकी सैक्टर 16 के इन्चार्ज उप0नि0 सुशील कुमार  व उसकी टीम नें कल दिनाक 16.03.2021 को राजीव कालौनी के पार्षद को चाकु से वार करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मोनू उर्म 20 साल पुत्र नन्हु राम वासी मौली जाँगरा चण्डीगढ हाला कुण्डी सैक्टर 20 पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनाक 14.03.2021 को पंकज पुत्र दलबीर वासी सैक्टर 10 पचंकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि जो उस वार्ड मे राजीव कालोनी सैक्टर 17 पंचकुला दफ्तर में राजीव कालोनी से लोगों की समस्यायें जानने के लिये जाता रहता था । कल दिनाक 14.03.2021 को वह अपनी माता व आंटी के साथ गया तो रास्ते में स्वीटस ढाबा के पास से कुछ खाने के लिए रुका जब वह मोहन ढाबा से वापिस दफतर की तरफ कुछ ही दुर चला था । तो सामने से एक्टिवा पर आ रहे राहुल पुत्र गुलाब वासी राजीव कालोनी ने मेरा रास्ता रोक लिया और मुझे गाली देकर कहने लगा कि तु पार्षद क्या बना तुने सारे काम करवाने का ठेका ले लिया है क्या । जो काम हम कर रहे है तु उसे किसी भी कीमत पर बंद नही करवा सकता ।  मैने उसे कहा कि मैं कोई भी गलत काम कालोनी में नही होने दुंगा तो उसने तुरंत मेरी गर्दन पकडी और मेरे सिर को उसकी एक्टिवा में दे मारा और उसके बाद उसने एक्टिवा स्टार्ट की और कहा कि अभी रूक मैं तुझे पार्षद बनने का मजा चखाता हुं और यह धमकी देकर वह मौका से भाग गया। उसके बाद मैं अपने आफिस में पहुचने के बाद मैने पहले से लिये हुये समोसे को टेबल पर रखा ही था और मैं कुर्सी पर बैठा ही था कि मेरे दफतर में मोना अपने हाथ में पकडे हुये तेजधार हथियार लम्बें चापड को पकड कर मेरे दफतर में आया और आते ही मोना ने ललकारा मारा कि आज तुझे तेरी पार्षदगिरी का मजा चखाता हूं और तेरी गर्दन काट कर ले जाउंगा ओैर कहा कि तु कौन होता है हमारा नशा बेचने का काम रूकवाने वाला जो मैने उससे कहा कि भाई मैं तेरे ही नहीं मैं चाहता हुं कि पुरी राजीव कालोनी में गलत काम जो भी कर रहा है वह सभी के सभी उस गलत काम को करना बंद कर दे । मेरा इतना कहना ही था कि उसने अपने हाथ में पकडे हुये तेजधार हथियार चापड ( मीट काटने वाला हथियार) से जान से मारने की नियत से मेरे सिर पर जोरदार वार किया । जैसे ही मैने बचने की कोशिश की तो वह चापड मेरे सिर पर बाईं तरफ लगा। जिससे मुझे गहरी चोट लग गई । उसके बाद उसने दोबारा जान से मारने की नियत से मेरी गर्दन पर वार किया तो मैने तुरंत अपना बायां हाथ से बचाव किया जिसके कारण मेरे बायें हाथ पर व चितली उंगली पर गहरी चोट लग गई। उसके बाद मेरे दफतर मे मौजुद मेरी माता सुदेश व आंटी माया ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो उसने दोबारा से चापड को मेरी बाई गाल पर मारने की कोशिश की पर नही लगा जो मोना उपरोक्त ने मेरे उपर चापड से जान से मारने की नियत से हमला करके उपरोक्त चोटें पहुचाई है। जो मोना उपरोक्त जब मुझे चोटें मार कर मौका से भाग गया तो जब आस पास के लोगों को पता चला कि मोना ने मुझे बतौर पार्षद होते हुये चापड से जान लेवा हमला किया है जिस बारे पुलिस चौकी सैक्टर 16 में शिकायत प्राप्त पर ततपर्ता से कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपियो सहित अन्य 8-10 लोगो के खिलाफ धारा 323/324/341/452/307/506/120बी भा0द0स0 के तहत पुलिस थाना सैक्टर 14 पचंकूला में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी जाचँ इन्चार्ज उप0नि0 सुशील कुमार पुलिस चौकी सैक्टर 16 नें उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया है । जो आरोपी कल माननीय अदालत में पेश किया जायेगा ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला नें गर्वमैन्ट कालेज बरवाला में सडक सस्कार यात्रा पर ट्रैफिक के नियंमों की पालना करने बारे किया जागरुक

                       पहिवहन विभाग पंचकूला के सहयोग से पुलिस विभाग के सानिध्य में सचिव आर टी ए के संयोजन में आज गर्वमेंन्ट कालेज बरवाला में नाट्य प्रस्तुति यमराज जीवन दान योजना डाट काम एवं विमर्श का आयोजन किया गया। विमर्श में हिस्सेदारी करते हुए टै्फिक इंचार्ज पंचकूला श्री सुखदेव ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों के पालन करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो नियम बनाये है वह हमारे भले के लिए है इसलिए यातायात नियमों का पालना न किसी से डर से न करके अपनी जान बचाने के लिए करें क्योकि व्यक्ति का जीवन बहुत ही अनमोल है।

          विमर्श में हिस्सेदारी करते हुए संस्कृत कर्मी श्री राजीव रंजन ने कहा कि नाटक सम्प्रेक्षण का माध्यम है। हमें आशा नहीं बल्कि विश्वास है कि इन नाटकों के मंचन से सच सुनने की आदत डालेगी। नाटक एक पापुलर मीडिया है जो समाज अखबार नहीं पढ़ सकता है यानि अक्षर ज्ञान से वंचित है वह समाज भी सांस्कृतिक नवजागरण का माध्यम बनता है।

          परिवहन विभाग के असिस्टेन्ट आर टी ओ श्री मुकेश सहरावत ने कहा कि नाटकों के संवाद ग्रामीण समुदाय को ध्यान में रखकर किया गया है। क्योकि सड़क का उपयोग शहर से लेकर गांव तक के लोग करते हैं। नाटक के द्वारा सामुदायिक जागरूकता का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नुक्कड़ माध्यम में मंचित यह नाटक लोगों से यातायात के नियमों के पालन हेतु अपील करता है।

          अध्यक्षता करते हुए कालेज की प्राचार्य डा बीना यादव ने कहा कि हमें खुशी है कि इस नाटक का मंचन हमारे परिसर में किया जा रहा है इससे हमारे कालेज के विद्यार्थी सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होंगें। उन्होंने कहा कि कलाकार जिस सरल तरीके से यातायात नियमों को अपने संवाद में समाहित किये हैं हमें उम्मीद है कि निश्चित रूप से इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगें।

          संचालन करते हुए रणवीर सिंह ने कहा कि हम पूरी निष्ठा से कोशिष करेंगें कि हमारे कालेज के विद्यार्थी सड़क पर ऐसा कोई व्यवहार न करें जो किसी हादसे का कारण बनें। इस अवसर वड़ी संख्या में विद्यार्थी/शिक्षक/पुलिस विभाग के कर्मचारी/परिवहन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहें।

क्राईम ब्रांच पचंकूला नें 24 ग्राम अफीम सहित आरोपी को किया काबू ।

                      पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया क्राईम ब्रांच पचंकूला नें अवैध नशे के विरुध कडी कार्रवाई की जा रही है । समाज का सबसे बडा दुश्मन नशा है जिसके खिलाफ पचंकूला पुलिस नें कमर कसी हुई है । जिसके तहत क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला के इन्चार्ज निरिक्षक अमन कुमार व उसकी टीम नें 24 ग्राम अफीम सहित आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिऱफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विशवाम शर्मा पुत्र मन्गत राम वासी स्वृति ग्रीन जीरकपुर के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनाक 16.03.2021 को क्राईम पचंकूला सैक्टर 26 की टीम नें नशे के तशकरो व अपराधो की रोकथाम हेतु गस्त पडताल करते हुए बरवाला,रायपुररानी क्षेत्र मे बढ रही चोरी की वारदातो के मध्यनजर बराये गस्त पडताल वा नाका बन्दी वा लाईट व्हीकल चैकिग बस अड्डा बरवाला के नजदीक लाईट की रोशनी मे गांव बतौड से डेराबस्सी की तरफ जाने वाले साधनों को चैक कर रहे थे तभी गांव बतौड की तरफ से एक मोटरसाईकिल सवार व्यक्ति तेज रफ्तार से आता दिखाई दिया । जिसको हाथ मे ली हुई टोर्च का इशारा करके रोकने की कोशिश की । जो मोटरसाईकिल सवार व्यकित ने सामने खडी पुलिस पार्टी वा सरकारी गाडी के ऊपर जल रही लाल नीली बत्ती को देखकर पुलिस पार्टी से लगभग 15-20 कदमो की दुरी पर मोटरसाईकिल रोक कर वापिस मोडने लगा । जो मोटरसाईकिल एक दम झटके के साथ बंद हो गई जिसको गलत व्यकित का शक होने पर पुलिस कर्मचारियो की टीम नें मोटरसाईकिल सवार व्यकित को काबू किया और काबू करके उस व्यकित का नाम पता पुछा तो जिसने अपना नाम विश्वम शर्मा पुत्र मगत राम शर्मा वासी गांव बापौडा थाना सदर भिवानी जिला भिवानी हाल टावर सावित्री ग्रीन VIP रोड जिरकपुर जिला मौहाली बतलाया । जिस पर शक की बुनाह पर आरोपी से एक सफेद रंग का मोमी पोलोथीन मिला जिसको खोलकर चैक करनें पर काले रंग का प्रदार्थ दिखाई दिया । सुघँकर व अनुभव के आधार पर अफीम मालुम हुई । जिसका कुल वजन 24 ग्राम हुआ । जो आरोपी के खिलाफ धारा 18-61-85 NDPS ACT के तहत मामला दर्ज करके आरोपी को नशीले पदार्थ सहित गिरफ्तार करके कार्रवाई की गई ।

उपचुनावों के लिए हुई समीक्षा बैठक

पंचकूला 17 मार्च

                           भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार आहूजा ने आज अपने कार्यालय में संभावित कालका उपचुनाव के मद्देनजर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।बैठक में कोविड-19  के चलते  एक हजार से ज्यादा मतदाता वाले 81 मतदान केंद्रों पर  सहायक मतदान केंद्र बनाने और 11 मतदान केंद्रों के परिवर्तन करने को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में बीजेपी कांग्रेस जे जे पी, सी पी एम्, बी एस पी और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 81 सहायक मतदान केंद, 11 मतदान केंद्रों के परिवर्तन पर सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने अपनी सहमति जताई।
बैठक में एसडीएम कालका राकेश संधू, सीटीएम शरणजीत कौर, तहसीलदार  विक्रम सिंह, डीडीपीओ विकास और विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

नारी शक्ति का सही सम्मान नए भारत की पहचान : निताशा

शहर के वार्ड 13 में की महिला चौपाल

सतीश बंसल, सिरसा:

भारतीय नारी शक्ति मंच की संस्थापक एवं राजकीय जिला कष्ट निवारण समिति की सदस्य निताशा राकेश सिहाग ने कहा कि राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता है, जब उसका हर नागरिक सशक्त हो। इसमें भी महिलाओं की भूमिका ही सबसे आगे है। वे महिला चौपाल कार्यक्रम के तहत शहर की सिरसा रोड पर स्थित वार्ड 13 में महिलाओं को संबोधित कर रही थी। कहा कि परिवार में एक मां के रूप में महिला अपनी यह भूमिका अदा करती है। राष्ट्र निर्माण में उसके इस योगदान का लंबा इतिहास रहा है। यह कहते हुए उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबन के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने के लिए प्रेरित किया। कहा कि सरकार के स्वालंबन की योजनाओं ने देश की महिलाओं को सशक्त बनाया है और महिलाएं देश के विकास में भागीदार बनी हैं। भारत में नारी का स्थान सर्वोच्च रहा है और सेना, खेल पुलिस, शिक्षा, देश सेवा जैसे आज कोई भी क्षेत्र महिलाओं के योगदान से अछूता नहीं है। नारी शक्ति का सही सम्मान नए भारत की पहचान बन चुका है। यहां निताशा ने महिलाओं से उनकी समस्याएं भी जानी। मौके पर रानी, राज कौर, जसवीर कौर, संतोष, कुलविंद्र कौर, जसविंद्र कौर, सावित्री देवी, भारती, ज्योति देवी, सुमित्रा देवी आदि मौजूद थी।

सरकार की दमनकारियों नीतियों पर भड़के इंश्योरेंस कर्मचारी -एक दिन की हड़ताल कर जताया विरोध, मोदी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी


सिरसा।
 (सतीश बंसल):

 निजीकरण एवं दमनकारी नीतियों के चलते सरकार के खिलाफ नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के मंडलीय कार्यालय, सिरसा के समक्ष  चारों सार्वजनिक बीमा कंपनियों की संयुक्त रूप से हड़ताल की गई, जिसमें मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रधान विनोद गुंबर ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांगो में निजीकरण का विरोध, लम्बित वेतन वृद्धि, पारिवारिक पेंशन एवम नई पेंशन नीति की जगह पुरानी पेंशन को बहाल किया जाना मुख्य मांगे थी। उन्होंने कहा कि सरकार सभी सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपने जा रही है, जिसका आम लोगों को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना होगा। सरकार की सभी सामाजिक योजनाएं जो लोगों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने हेतु लागू की जाती है उनका क्रियान्वन इन सार्वजनिक उपक्रमो द्वारा  ही किया जाता है  और इनके निजीकरण होने से आम लोग इन सामाजिक योजनाओं से वंचित हो जाएंगे। इस दौरान सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने सरकार की गलत नीतियों के विरोध में सामूहिक रूप से विरोध किया। कर्मचारियों को संगठन नेताओं मक्खन लाल गोयल, गीता राम, गुरबक्श मोंगा, महेंद्र शर्मा, कृपा शंकर त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।

किसानों के लिए दि आढ़तियान एसोसिएशन सिरसा ने दिए 51 हजार रुपये

सतीश बंसल, सिरसा :

दिल्ली मे चल रहे किसान आंदोलन मे लंगर व दूध की सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहब सिरसा के बाबा अजीत सिंह जी कार सेवा वालों द्वारा चलाई जा रही है। उस में टिकरी बॉर्डर पर चल रहे लंगर में रसोई गैस के सिलेंडर की आपूर्ति के लिए आढ़ती किसान आंदोलन फंड से 51000 रुपए का सहयोग दिया गया। प्रधान हरदीप सरकारिया ने कहा कि देश का अन्नदाता आज सड़कों पर है और देश की राजधानी दिल्ली में आंदोलन कर रहा है। ऐसे में देश के हर नागरिक को इस आंदोलन का समर्थन करते हुए आर्थिक सहयोग रूपी आहुती भी डालनी चाहिए। इस मौके पर कश्मीर कंबोज, अमर सिंह भाटीवाल, कीर्ति गर्ग, सुखजिंद्र सिंह बराड़, छिंद्रपाल सिंह, अनिल खौथ, जीत सिंह, राजेश बांसल (बिट्टू), कुलवंत सिंह बराड़, नरेंद्र सिंह धींगड़ा, अमृतपाल सिंह, मीत बठला, पूर्ण चंद और एसोसिएशन मैंनेजर नरेंद्र सेठी ने गुरुद्वारा चिल्ला साहब सिरसा मे पहुंच कर बाबा जगतार सिंह और बाबा नरेंद्र सिंह को सहयोग रूप 51 हजार रुपए दिये। बाबा जगतार सिंह ने मौजूद सभी पदाधिकारियों व आढ़तियों को सरोंपे व प्रसाद देकर सम्मानित किया। सभी ने लंगर का प्रसाद ग्रहण किया।  

Police Files, Chandigarh – 17 March

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 17. 03. 2021

17.03.2021

Action against Gambling/satta

          Chandigarh Police arrested Keshav Ram R/o # 2035, Village Burail, Chandigarh while he was playing satta near Surya Hotel, Village Burail, Chandigarh on 16.03.2021. Total cash Rs. 1980/- was recovered from his possession. In this regard a case FIR No. 42, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

          Davinder Pal Singh R/o # 2038, Sector-21C, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Bullet M/Cycle No. PB10-GL-8432 while parked near his house on 12.03.2021. A case FIR No. 12, U/S 379 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

          Subhash Chandel R/o # 371/11, New Colony Road, Khuda Lahora, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Honda Twister M/Cycle No. CH01-AK-8594 while parked near # 182, Sector-38A, Chandigarh on 15.03.2021. A case FIR No. 72, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

          Ankush Vinayak R/o # 2852, Sector-37C, Chandigarh reported that unknown person stole away 4 wheels of his Alto Car No. CH01-AP-7747 while parked near Community Center, Sector-37D, Chandigarh on 16.03.2021. A case FIR No. 73, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Obstruction in duties of public servant

A case FIR No. 26, U/S 186, 323, 341, 511 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh on the complaint of Sandeep Marshal for Secretary O/o Haryana Vidhan Sabha Secretariat, Sector-1, Chandigarh alleging therein that MLA’s of Punjab namely S. Sharanjit Singh, S. Bikram Singh Majithia, S. Baldev Singh Khaira, Sh. Sukhwinder Kumar, S. Harinderpal Singh Chandumajra, S. Kanwarjit Singh Barkandi, S. Manpreet Singh Ayali, S. Gurpartap Singh Wadala, Sh. Narinder Kumar Sharma along with others persons tried to attack and misbehave and interrupt the official press briefing of Hon’ble CM Haryana on 10.03.2021. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 41, U/S 279, 337, 427 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh against driver of Swift car No. CH-01BZ-6345 namely Ashutosh Vig R/o # 5820, MHC, Mani Majra, Chandigarh which hit to Auto No. CH-32(T)-9968 and also wall of Entry Gate, PS-Manimajra, Chandigarh on 15.03.2021. Auto driver along with three passengers got injured and admitted in Hospital. Alleged person arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.