नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस पी. सी. घोष भारत के पहले लोकपाल नियुक्त किए गए हैं. देश के पहले लोकपाल पी.सी. घोष को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को नियुक्त किया.एसएसबी की पूर्व प्रमुख अर्चना रामसुंदरम और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव दिनेश कुमार जैन को लोकपाल के गैर न्यायिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज पी. सी. घोष फिलहाल राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य हैं. मालूम हो कि लोकपाल की मांग को लेकर ही अन्ना हजारे की अगुवाई में बड़ा आंदोलन हो चुका है.
सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति पिनाकी चंद्र घोष को देश का पहला लोकपाल बनाए जाने की रविवार को सिफारिश की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, प्रख्यात कानूनविद मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने उनका नाम तय किया था और उसकी सिफारिश भी की थी.
लोकसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस सदस्य मलिकार्जुन खड़गे ने इस बैठक में भाग नहीं लिया था. वह भी समिति के सदस्य हैं. न्यायमूर्ति घोष (67) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के 2017 से सदस्य हैं. वह सर्वोच्च न्यायालय से 27 मई 2017 को सेवानिवृत्त हुए.
उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर 8 मार्च 2013 को पदभार ग्रहण किया था. लोकपाल सर्च कमेटी द्वारा सूचीबद्ध किए गए शीर्ष 10 नामों वह शामिल थे. न्यायाधीश घोष की सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने जुलाई 2015 में तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जे.जयललिता को नोटिस जारी किया था.
कर्नाटक सरकार द्वारा जयललिता व तीन अन्य को आय से अधिक संपत्ति के मामले में रिहा करने को चुनौती देने वाली एक याचिका पर यह नोटिस जारी किया गया था. वह पूर्व में कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रह चुके हैं और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं.
पिनाकी चंद्र घोष का जन्म कोलकाता में हुआ. वह कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिवंगत न्यायामूर्ति शंभू चंद्र घोष के बेटे हैं.
घोष, कलकत्ता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक हैं, उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक (एलएलबी) किया और कलकत्ता उच्च न्यायालय से अटॉर्नी-एट-लॉ प्राप्त किया. उन्होंने 30 नवंबर 1976 को बार काउंसिल ऑफ पश्चिम बंगाल में खुद को वकील के रूप में पंजीकृत कराया.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/judgeghosh-81_5.jpg455730Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-19 18:41:382019-03-19 18:41:40भारत को मिला पहला लोकपाल
नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार 17 मार्च 2019 को निधन हो गया. मनोहर पर्रिकर की छवि एक ईमानदार, सादगीपसंद और समर्पित नेता के रूप में रही थी. पर्रिकर ने गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार अपनी सेवाएं दीं. साथ ही पर्रिकर नवंबर 2014 से 13 मार्च 2017 तक केंद्र की मोदी सरकार में रक्षामंत्री रहे थे. शायद ही कोई नेता हो जिसके नाम से कोई विवाद न जुड़ा हो. ऐसे ही कुछ बयान मनोहर पर्रिकर ने भी दिए थे. आइए जानते हैं उनसे जुड़े कुछ ऐसे ही बयान…
असहिष्णुता पर कहा- ‘देश के खिलाफ बोलने वालों को सिखाएं सबक’ 2015 में देशभर में असहिष्णुता को लेकर लंबी बहस छिड़ गई थी. इस दौरान कई वैज्ञानिकों, लेखकों और फिल्म निर्माताओं ने असहिष्णुता के माहौल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए थे. इस बीच अभिनेता आमिर खान ने भी असहिष्णुता के मुद्दे पर अपनी पत्नी किरण राव के साथ बातचीत का हवाला देकर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि लगातार हो रही घटनाओं से वह चिंतित है और किरण ने सुझाव दिया कि उन्हें संभवत: देश छोड़ देना चाहिए.
इस बयान के सामने आने के बाद तत्कालीन रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने बिना आमिर का नाम लिए कहा था कि ‘एक अभिनेता ने कहा है कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती है. यह घमंड से भरा बयान है. ऐसे लोग, जो लोग देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें इस देश के लोगों द्वारा पाठ पढ़ाए जाने की जरूरत है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी को कहा था- ‘सड़ा हुआ अचार’ वर्ष 2009 में लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में लड़े गए लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मनोहर पर्रिकर ने आडवाणी को सड़ा हुआ अचार कहा था. कहा जाता है कि जिस समय नितिन गडकरी बीजेपी अध्यक्ष बने थे, उस समय पर्रिकर के नाम पर भी चर्चा की जा रही थी. कहा जाता है कि बीजेपी अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल पर्रिकर के आडवाणी को लेकर दिए गए बयान ने ही उन्हें इस दौड़ से बाहर कर दिया था. बता दें कि पर्रिकर काफी पहले से ही पीएम नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय राजनीति में लाने की पैरवी करते रहे हैं.
सर्जिकल स्ट्राइक को बताया था संघ की शिक्षा सितंबर, 2016 में उरी आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में 50 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया था. उस समय रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को जाता है. उन्होंने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे आरएसएस की शिक्षा है. उन्होंने यह भी कहा था कि अहमदाबाद में तो कम से कम कोई नहीं पूछेगा कि इस सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत दो.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/06/06_03_2018-manoharparrikar.jpg366650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-17 17:34:512019-03-17 17:34:53पर्रिकर के वह बयान जिनसे मची सियासी हलचल
जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूर्वी उत्तरप्रदेश की कमान संभाली तभी से वह राष्ट्र भर ए दौरों पर हैं। और तभी से कभी बिहार कभी उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात से वरिष्ठ नेता यहाँ तक की विधायक भी अपने पदों से इस्तीफा दे कर भाजपा का दामन पकड़ रहे हैं। अभी टॉम वादक्कन का मामला शांत भी नहीं हुआ था की शोभना शशिकुमार अपने पति और 13 अन्य सहित भाजपा में शामिल हो गईं। कांग्रेस के अपने को पुन:sथापित करने की राह में यह बड़ी रुकावट है। वहीं शशि थरूर के लिए भी यह अच्छी खबर नहीं है।
कोच्चि: कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन के भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर के मौसा-मौसी ने शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. थरूर की मां की बहन, सोभना शशिकुमार और उनके पति शशिकुमार तथा 13 अन्य लोग बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी के राज्य अध्यक्ष पी.एस. श्रीधरन पिल्लै ने सभी का पार्टी में स्वागत किया. थरूर के मौसा-मौसी ने कहा कि एक लंबे समय से वे भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा का अनुसरण कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 चुनावों के समर में कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. केरल में शशि थरूर कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक हैं. वह इस समय तिरुवनंतपुरम से सांसद है. बीजेपी की लंबे समय से इस सीट पर नजर है. इस बार भी वह उनके सामने अपना मजबूत उम्मीदवार उतार सकती है. एेसी भी चर्चा है कि हाल ही में मिजोरम के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाले कुम्मानम राजशेखरन यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. पद संभालने के 10 महीने के बाद ही उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था.
आरएसएस के निष्ठावान व्यक्ति माने जाने वाले और भाजपा की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख राजशेखरन (65) को केरल में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बेहतर मौका नजर आ रहा है. इस राज्य में पार्टी अभी तक अपना खाता नहीं खोल पायी है. भाजपा नेतृत्व ने उम्मीदवार सूची की घोषणा नहीं की है, लेकिन प्रदेश पार्टी के सूत्रों ने यहां कहा कि इसकी काफी संभावना है कि राजशेखरन बहुचर्चित तिरूवनंतपुरम सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. पार्टी राज्य में करीब छह सीटों पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है और यह सीट भी उनमें से एक है.
केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ने शुरू किया चुनावी अभियान, कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी तय नहीं केरल में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 23 अप्रैल को होना है और सत्तारूढ़ एलडीएफ ने इसके लिए सोशल मीडिया पर और घर-घर जाकर प्रचार शुरू कर दिया है. उधर, विपक्षी यूडीएफ तथा भाजपा नीत राजग अभी प्रत्याशियों के नामों पर माथापच्ची करने में जुटे हैं. माकपा नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने बहुत पहले उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. इस मोर्चे ने चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखें घोषित करने से पहले ही अपने उम्मीदवारों के नाम सार्वजनिक कर दिये थे. वाम मोर्चे के उम्मीदवारों ने मतदाताओं से व्यक्तिगत रूप से मिलना शुरू कर दिया है जबकि विपक्षी दल अभी चुनावी समर में उतरने की तैयारी ही कर रहे हैं.
माकपा की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर नजर भाकपा के वरिष्ठ नेता और तिरूवनंतपुरम सीट से एलडीएफ के उम्मीदवार सी दिवाकरन ने यहां एक स्थानीय मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आईं महिला श्रद्धालुओं से वोट मांगे. एलडीएफ ने अपने छह वर्तमान सांसदों और छह विधायकों को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है. मोर्चे ने इसके अलावा वरिष्ठ नेताओं और अनुभवी पार्टी सदस्यों को टिकटें दी हैं. अधिक से अधिक सीटें हासिल करना माकपा के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि लोकसभा चुनावों के नतीजों को उनकी तीन साल पुरानी सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के तौर पर देखा जाएगा.
सबरीमाला मुद्दे का कितना होगा असर विजयन को नतीजों के जरिये यह भी साबित करना है कि सबरीमला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश को अनुमति के उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने के उनके निर्णय को आम लोगों से समर्थन प्राप्त हुआ. विपक्षी कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे सबरीमला मुद्दे तथा विजयन के ‘‘अड़ियल रवैये’’ को उठाएंगे.
बीजेपी को खाता खुलने की उम्मीद इस बीच, खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, केपीसीसी प्रमुख एवं वर्तमान सांसद मुल्लापल्ली रामचंद्रन और वरिष्ठ नेता वीएम सुधीरन सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने लेाकसभा चुनाव लड़ने से अनिच्छा जाहिर की है जिससे कांग्रेसी नेतृत्व दुविधा में है. कांग्रेस नीत गठबंधन की चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों ने भी आशाएं बढ़ा दी हैं, जिनमें कांग्रेस नीत मोर्चे का केरल में शानदार प्रदर्शन का पूर्वानुमान लगाया गया है. भाजपा नीत राजग इस दक्षिणी राज्य में अपने उम्मीदवारों पर माथापच्ची करने में जुटा है. उसे इस बार केरल में खाता खुलने की उम्मीद है. वर्ष 2014 लोकसभा चुनावों में, केरल की कुल 20 सीटों में से कांग्रेस नीत यूडीएफ ने 12 जबकि माकपा नीत एलडीएफ ने आठ सीटें जीती थीं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/Hindu-Tharoor_d.jpg7201280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-15 17:33:032019-03-15 17:33:06थरूर के मौसा-मौसी और 13 अन्य ने उठाई केरल में कमल की ज़िम्मेदारी
नई दिल्ली : न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में गोलीबारी की घटना सामने आई है. शुक्रवार को यहां के हेगली पार्क इलाके की अल नूर मस्जिद समेत दो मस्जिदोंं में हमलावर ने गोलीबारी की है. न्यूजीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने इस हमले में 49 लोगों के मरने की पुष्टि की है. इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने इस गोलीबारी में 40 लोगों की मौत की पुष्टि की थी. इसमें करीब 48 लोग इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
प्रधानमंत्री ने इसेे देश का काला दिन बताया है. पीएम ने इसे आतंकी हमला माना है. उनके अनुसार ऐसा लगता है कि इस हमले की प्लानिंग पहले से की गई थी. दो वाहनों से विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं, जिन्हें निष्क्रिय किया गया है. पुलिस कमिश्नर माइक बुश के अनुसार चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. इनमें 1 महिला और तीन पुरुष हैं. हम पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हैं. पुलिस हमलावर को पकड़ने की कोशिश कर रही है जो अब भी सक्रिय है. शहर की घेरेबंदी कर दी गई है जिसके चलते कोई भी व्यक्ति शहर के अंदर या शहर से बाहर नहीं जा सकता.
उनके अनुसार क्राइस्टचर्च में अभी भी खतरा टला नहीं हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक माइक बुश ने कहा है कि मस्जिद में हुई गोलीबारी के बाद पुलिस ने कई वाहनों में विस्फोट के लिए रखी गई आईईडी को डिफ्यूज किया है. ऐसे में इसे बड़ी आतंकी साजिश कहा जा रहा है. वहीं पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से शहर की सभी मस्जिदों को बंद रखने का आदेश जारी किया है.
वहीं, गोलीबारी करने वाला बंदूकधारी एक दक्षिणपंथी चरमपंथी है, जिसके पास आस्ट्रेलिया की नागरिकता है. आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह जानकारी दी. मॉरिसन ने कहा कि क्राइस्टचर्च में ‘‘एक चरमपंथी, दक्षिणपंथी, हिंसक आतंकवादी’’ ने गोलीबारी की. वह आस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है. उन्होंने और जानकारी देने से इनकार कर दिया और कहा कि न्यूजीलैंड के प्राधिकारियों के नेतृत्व में जांच की जा रही है.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर ने कहा है कि क्रिकेट टीम पूरी तरह से सुरक्षित है. सभी खिलाड़ी अपने होटल में हैं. हम इन हालात पर नजर रखे हैं. हमारे सीईओ न्यूजीलैंड अथॉरिटी से संपर्क में हैं. बताया जा रहा है कि जिस वक्त मस्जिद में यह घटना हुई, उस समय बांग्लादेश की क्रिकेट टीम भी वहां मौजूद थी.
इस घटना के बाद शनिवार को बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच शुरू होने वाला क्रिकेट टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया है. यह टेस्ट मैच हेगली ओवल में खेला जाना था. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए मस्जिद में करीब 300 लोग मौजूद थे. न्यूजीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश के अनुसार पुलिस हमलावर पर काबू पाने के लिए पूरे प्रयास कर रही है. लेकिन हालात गंभीर हैं.
पुलिस कमिश्नर के अनुसार क्राइस्टचर्च में एक सक्रिय शूटर के कारण हालात गंभीर हो गए हैं. पुलिस ने एहतियातन क्राइस्टचर्च के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया है. साथ ही स्थानीय लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/ani111_1.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-15 13:12:362019-03-15 13:12:38क्राइस्टचर्च के गोलीकांड में 49 लोगों के मरने की ख़बर
आज तक सभी कांग्रेस के नेताओं को आतंकी, पाकिस्तानी अथवा देशद्रोही प्रेमी नेताओं के तौर पर जाना जाता था। ध्यान दिलाने अथवा आलोचना की स्थिति में कांग्रेस “निजी विचार” का सहारा ले कर कट लेती थी। कांग्रेस के अय्यर, दिग्विजय, सुरजेवाला इत्यादि सभी बड़े नेता कभी न कभी अपने उद्गारों से राष्ट्र की आत्मा को छलनी कर चुके हैं। हर बार कांग्रेस उन्हे किसी न किसी तरह से बचाती रही है। परंतु आज जब भाजपा ने राहुल गांधी की विडियो जारी की तो कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता चुप हैं। मुसीबत यह की पार्टी लाइन प्रकट हो गयी, निजी विचार का सहारा भी नहीं लिया जा पा रहा।
नई दिल्ली: चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही पक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों की बौछार शुरू हो गई है. दिल्ली में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एयर स्ट्राइक के जवाब में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, अजित डोवाल खुद मसूद अजहर जी को हवाई जहाज में बिठाकर कंधार लेकर गए थे. हालांकि वह यहां पर एक गलती कर गए. उन्होंने आतंकी मसूद अजहर के नाम के साथ जी लगाकर संबोधित किया. बीजेपी ने अब उनका ये वीडियो शेयर कर उन पर निशाना साधा है.
इसके साथ ही #RahulLovesTerrorists भी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए लिखा, राहुल गांधी और पाकिस्तान में क्या कॉमन है. दोनों ही आतंकियों से प्यार करते हैं. इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन को भी जी कहकर संबोधित किया था. अब कांग्रेस राहुल गांधी के इस बयान का बचाव कर रही है.
अब तय करना है कि गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या गोडसे का : राहुल राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला और कहा कि लोगों को तय करना है कि उन्हें गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या फिर गोडसे का हिंदुस्तान चाहिए. उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि इस लोकसभा चुनाव के बाद देश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, ‘पांच साल पहले देश में एक चौकीदार आया और कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आया हूँ, मेरा 56 इंच का सीना है. अब किसी से भी पूछ लीजिये चौकीदार क्या है तो वह बता देगा कि चौकीदार चोर है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कमाल है कि आप लोग देश के कोने-कोने में सच्चाई पहुंचा देते हो.
राहुल गांधी ने राफेल मामले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा, ‘हमने कुछ सवाल किए थे. चौकीदार संसद में डेढ़ घन्टे बोला, लेकिन अनिल अंबानी के बारे में नहीं बोला. प्रधानमंत्री आंख से आंख नहीं मिला पाए.’ उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले तीन प्रदेशों में चुनाव हुए। हमने वहां कहा कि मोदी जी ने झूठे वादे किए. हम आपसे झूठे वादे नहीं करेंगे और 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ किया. हमने दो दिन में यह काम कर दिया.’ गांधी ने कहा, ‘पुलवामा हमला जैश-ए मोहम्मद ने किया. इनकी पिछली सरकार ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा. कांग्रेस ने दो प्रधानमंत्री खोये हैं। हम किसी के सामने नहीं झुकते हैं.” उन्होंने कहा कि आप को तय करना है कि आप गांधी का हिंदुस्तान चाहते हैं या गोडसे का हिंदुस्तान चाहते है.? एक तरफ प्यार है और दूसरी तरफ नफरत है. गांधी ने दावा किया कि 2019 में कांग्रेस की सरकार आने वाली है. हम निर्णय ले चुके हैं कि हम न्यूनतम आय गारंटी देंगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के साथ भारत रोजगार सृजन के मामले में चीन से स्पर्धा शुरू कर देगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rahul-gandhi-1471718110.jpg431715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-11 15:12:592019-03-11 15:18:50राहुल के मन में आतंकियों के लिए सम्मान: भाजपा
–राज्य स्तरीय समारोह में राज्यपाल ने इस उपलब्धि के लिये उपायुक्त पंचकूला को 2 लाख रुपये के न्यूट्रिशन अवार्ड से किया सम्मानित
पंचकूला, 8 मार्च :
हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आज रेड बिशप पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश की 23 महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिये पुरस्कृत किया। उन्होंने पोषण स्तर में सुधार तथा घटते लिंगानुपात में सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले जिलों के उपायुक्तों को भी नकद न्यूट्रिशन अवार्ड से सम्मानित किया। पंचकूला जिला को पोषण स्तर सुधार में प्रथम पुरस्कार मिला है, जिसके लिये राज्यपाल ने पंचकूला उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह को 2 लाख रुपये का न्यूट्रिशन अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, सांसद रतनलाल कटारिया सहित प्रदेश व जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
पोषण स्तर सुधार में जहां पंचकूला को प्रथम पुरस्कार के लिये दो लाख रुपये का पुरस्कार मिला, वहीं प्रदेश में द्वितीय स्थान हासिल करने पर रेवाड़ी जिला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा को एक लाख रुपये तथा तीसरे स्थान प्राप्त करने पर कुरूक्षेत्र जिला के उपायुक्त एस0एस0 फुलिया को 50 हजार रुपये का न्यूट्रिशन अवार्ड देकर सम्मानित किया।
प्रदेश में घटते लिंगानुपात में सुधार के लिये उल्लेखनीय कार्य करने हेतू जींद के उपायुक्त आदित्य दहिया को पांच लाख रुपये का प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। इस क्षेत्र में दूसरा स्थान हासिल करने पर रेवाड़ी जिला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा को 3 लाख तथा महेन्द्रगढ़ जिला की उपायुक्त डाॅ0 गरिमा मितल को दो लाख रुपये के प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया।
राज्यपाल ने रेवाड़ी जिला की रेखा लक्ष्मी सिंह को सूचना प्रोद्यौगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिये एक लाख रुपये की राशि के कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार से, हिसार की श्रीमती कामजीत को ए0एम0एम0 नर्सिज एवं महिला एम0पी0 डब्ल्यू0 पुरस्कार, सोनीपत की नेहा गोयल को एशियन गेम में हाॅकी खिलाड़ी के रूप में मेडल जीतने के लिये, करनाल की सोनिया को भारतीय हैंडबाॅल टीम की कप्तान के रूप में, एशियन गेम में भाग लेने, शत-प्रतिशत दिव्यांग हिसार की एकता भयान को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, हिसार की कृष्ण देवी को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, चरखी दादरी की शुकन्तला देवी को महिला खिलाड़ी पुरस्कार, भिवानी की सरिता वार्डन को सरकारी कर्मचारी पुरस्कार, हिसार की एसोसिएट प्रोफैसर रेणुका गंभीर को सरकारी कर्मचारी पुरस्कार, फरीदाबाद की डाॅ0 अर्चना भाटिया को सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, पंचकूला की मिनाक्षी सिंगला को सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की शालू त्यागी सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की प्रवीण कुमारी को महिला उद्यमी पुरस्कार, पानीपत की श्रीमती शोभना को महिला उद्यमी अवार्ड, सोनीपत की श्रीमती मंजु पहल को नारी शक्ति पुरस्कार, सोनीपत की श्रीमती सुमन को नारी शक्ति पुरस्कार, रोहतक की पुनम आर्या को नारी शक्ति पुरस्कार, भिवानी की सविता को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, कुरुक्षेत्र की कर्मजीत कौर को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, कैथल की प्रवीण कुमार की आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की सुदेश को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार, सोनीपत की सुमन को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता पुरस्कार तथा बरवाला की सुमन बाला को आंगनवाॅडी कार्यकर्ता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन सभी को 21-21 हजार रुपये की राशि के पुरस्कार प्रदान किये गये।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/8-1.jpg5761024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-08 13:26:382019-03-08 13:26:40अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पोषण स्तर सुधार में पंचकूला जिला को प्रदेश में मिला प्रथम स्थान
उपायुक्त डाॅ. बलकार सिंह ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजकीय विद्यालयों के बच्चों के शिक्षा स्तर के सुधार के क्रियांवित सक्षम योजना के लिये बेहतर तालमेल के साथ मेहनत करें ताकि पंचकूला जिला को सक्षम जिला घोषित किया जा सके।
उपायुक्त आज लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाॅल में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय सम्मान समारोह में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। यह समारोह शिक्षा के क्षेत्र में मोरनी ब्लाॅक को सक्षम घोषित करने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। उपायुक्त ने इस ब्लाॅक के बच्चों के शिक्षा स्तर को सुधार कर प्रदेश के सक्षम खंडों में शामिल करने के लिये एस0डी0एम0 पंकज सेतिया, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सरोज व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये जिला शिक्षा अधिकारी एच0एस0 सैनी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती उर्मिला बांगड़, डाईट की प्रिंसीपल सुजाता राणा, जिला परियोजना समन्वयक उर्मिला देवी, मोरनी की खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती अंजु ग्रोवर, इसी खंड की बीआरसी मोनिका शर्मा, रायपुररानी के बीआरसी श्री धर्म, असिंदर कुमार और मोरनी की प्रिंसीपल अनिता को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर एस0डी0एम0 पंकज सेतिया ने बताया कि जिला के दो अन्य ब्लाॅक बरवाला व पिंजौर भी सक्षम योजना के मानदंड पूरा करने के नजदीक है और शीघ्र ही जिला को सक्षम जिला की श्रेणी में शामिल करने की उम्मीद जाहिर की। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सरोज ने इस योजना के जुड़े सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में एस.डी.एम. पंकज सेतिया, नगराधीश गगनदीप सिंह, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सरोज सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी व संबंधित कर्मचारी मौजूद रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/3-2.jpg10801920Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-06 14:06:052019-03-06 14:06:07जिला को सक्षम जिला बनाने में शिक्षा विभाग के अधिकारी बेहतर तालमेल से करे मेहनत-उपायुक्त
‘मैंगो पीपल इन बनाना रिपब्लिक.’ वाले रॉबर्ट वाड्रा को 19 तारीख तक जमानत मिल गयी है अब वह चुनावों की घोषणा तक बड़े आराम से अपनी संभावित चुनाव क्षेत्र में बेधड़क विचरण कर सकते हैं और तत्पश्चात वह एक उम्मीदवार बन आचार्संहिता की आड़ में जांच अजेंसियों को बड़े आराम से धता बता ते हुए चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के युवा मोर्चा ने उन्हे मुरादाबाद से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया है।
दिल्ली की एक कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शनिवार को रॉबर्ट वाड्रा की अंतरिम जमानत की अवधि को 19 मार्च तक बढ़ा दिया और निर्देश दिया कि जब कभी उनसे कहा जाए, वह जांच में शामिल हों.
एजेंसी ने दावा किया है कि वाड्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहे है और उनसे और पूछताछ किए जाने की जरूरत है. विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई वाड्रा को राहत दी और कहा कि गिरफ्तारी से दिए गए अंतरिम संरक्षण के आदेश सुनवाई की अगली तिथि तक जारी रहेंगे.
कोर्ट ने वाड्रा के करीबी और मामले के सह आरोपी मनोज अरोड़ा की गिरफ्तारी पर भी अगली सुनवाई यानी 19 मार्च तक रोक लगा दी और उन्हें जांच में शामिल होने के निर्देश दिए.
ईडी की तरफ से पेश हुए विशेष लोक अभियोजक डी पी सिंह ने कोर्ट को बताया कि वाड्रा ने मामले में सहयोग नहीं किया है. हालांकि वह जांच में शामिल हो गए हैं.
एजेंसी ने कहा कि आरोपियों से और पूछताछ किए जाने की जरूरत है और उन्हें 15 से 16 दिन का समय दिया जाए जिससे पूछताछ पूरी हो सके.
वाड्रा की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी ने हालांकि इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वाड्रा पहले ही जांच में शामिल हो गए थे और पूछताछ के दौरान उन्होंने सहयोग किया है.
कोर्ट ने कहा, ‘वकील ने बताया है कि रॉबर्ट वाड्रा जांच में शामिल हो चुके हैं और जांच के दौरान सहयोग कर रहे हैं. वकील ने कहा है कि वाड्रा जांच में शामिल होंगे और जब कभी जांच अधिकारी जांच में शामिल होने को कहेंगे, वह शामिल होंगे और सहयोग करने को तैयार हैं. तथ्यों और परिस्थतियों के अनुसार राबर्ट वाड्रा को आदेश दिया जाता है कि जब कभी जांच अधिकारी जांच में शामिल होने को कहें, वह इसके लिए तैयार रहें.’
ईडी ने कहा कि अरोड़ा से भी और पूछताछ किए जाने की जरूरत है. कोर्ट ने कहा, ‘दोनों पक्षों ने कहा है कि मामले को 15-16 दिनों के बाद सूचीबद्ध किया जा सकता है जिससे पूछताछ पूरी हो सके.’
वाड्रा ने लंदन के 12, ब्रायनस्टोन स्कॉयर में 19 लाख पाउंड कीमत की एक संपत्ति की खरीद में हुए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से जुड़े मामले में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी. संपत्ति पर मालिकाना हक कथित तौर पर वाड्रा का है.
एजेंसी ने इससे पहले कहा था कि उसे लंदन में वाड्रा की विभिन्न कथित नई संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है. इसमें 40 और 50 लाख पाउंड के दो घर, छह अन्य फ्लैट और अन्य संपत्तियां शामिल हैं.
वाड्रा ने अपनी अग्रिम जमानत याचिका में आरोप लगाया कि वह अवांछित, अन्यायपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण अपराधिक अभियोजन का सामना कर रहे हैं जो कि पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और कानून के तहत निर्धारित कारणों से इतर है.
याचिका में कहा गया है कि वाड्रा के कार्यालय पर सात दिसंबर,2018 को छापा मारा गया इसलिए उन्हें गंभीर आशंका है कि उनकी स्वतंत्रता को जांच एजेंसी द्वारा कमतर किया जा सकता है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/1511259260_robert-vadra-petrol-pumps-surcharge.jpg379512Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-02 18:55:352019-03-02 18:55:38वाले रॉबर्ट वाड्रा को 19 तारीख तक जमानत मिली
पीएम श्रम योगी मानधन योजना के पंचकूला में अब तक 90478 रजिस्ट्रेशन-विजय दहिया
पंचकूला 2 मार्च:
सरकार ने असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों, श्रमिकों व कामगारों के लिए क्रियान्वित प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पैंशन योजना के राज्य स्तरीय कार्यक्र्रम को लेकर सैक्टर 4 स्थित श्रम भवन में श्रम आयुक्त विजय सिंह दहिया की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
श्रम आयुक्त श्री दहिया ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि इस योजना के शुभारम्भ अवसर पर सैक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी, पंचकूला के विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानंचद गुप्ता, सांसद रतन लाल कटारिया सहित अन्य मंत्री भी भाग लेंगें।
श्रम आयुक्त ने बताया कि अब तक प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना में पंचकूला में अब तक 90478 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं तथा अधिकारी निरंतर प्रयास कर रहे है। उन्होंने बताया कि जिला के लाखों लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस समारोह में मुख्यमंत्री पहले रजिस्ट्रेशन किए गए लाभपात्रों को योजना के प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगें। इसके अलावा योजना के सफल क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाने वाले एवं सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित करेंगें।
श्री दहिया ने कहा कि इन असंगठित क्षेत्र में पटरी विक्रेता, मिड डे मील वर्कर, सिर पर बोझ ढोने वाले ईंट भटठा मजदूर, धोबी, रिक्शा चालक, भूमिहीन मजदूर, चमड़े का काम करने वाले मजदूर, धोबी, हथकरघा श्रमिक एवं इसी तरह अन्य व्यवसाय करने वाले श्रमिक जिनकी मासिक आय 15 हजार रुपए से कम है। जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष है, ऐसे श्रमिक को ही इस योजना के तहत 60 साल की आयु के बाद 3 हजार रुपए की मासिक पैंशन प्रदान की जाएगी।
तत्पश्चात उन्हांने इन्द्रधनुष ऑडिटोरियम का दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उपायुक्त डा. बलकार सींहं, डीएलसी परमजीत ढूल, एसडीएम पंकज सेतिया, नगराधीश गगनदीप, के एस चहल, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी सतपाल शर्मा, एएलसी नवीन कुमार सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/lc2.jpg6421068Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-02 15:20:082019-03-02 15:20:11पीएम श्रम योगी मानधन योजना के पंचकूला में अब तक 90478 रजिस्ट्रेशन – विजय दहिया
इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान शुक्रवार को रिहा करेगा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश की संसद में इस बात की जानकारी दी है. 36 घंटे से पूरा देश अभिनंदन की सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहा था. अभिनंदन की 36 घंटे के अंदर ही भारत भेजने के ऐलान को मोदी सरकार की बड़ी कुटनीतिक सफलता के तौर पर देखा जा रहा है.
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने संसद को यह जानकारी दी कि वह भारतीय एयरफोर्स के विंग कमांडर को 1 मार्च यानी शुक्रवार को लौटा सकते हैं. इमरान खान ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए बातचीत की पहल के तौर पर मैंने अभिनंदन को रिहा करने का ऐलान किया है.’
पुलवामा हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने आतंकी कैंपों पर हमला किया था. जिसके बाद अगले ही दिन पाकिस्तान के दो से ज्यादा जेट भारतीय वायुसीमा में घुसे थे. कश्मीर के राजौरी सेक्टर के नौशेरा इलाके में पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया. इसी दौरान भारतीय एयर फोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन लापता हो गए थे.
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी कहा था कि अगर दोनों देशों में तनाव कम होता है तो भारत के पायलट को लौटने को तैयार हैं. पाकिस्तान के द्वारा एक भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को कैद में रखने के बाद देश के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था. देश में जगह-जगह विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किए जाने लगा.
अंतरराष्ट्रीय दबाव और भारत की जबरदस्त दबाव के आगे पाकिस्तान को आखिरकार झुकना पड़ा. इससे पहले भी साफ था कि जेनेवा एक्ट के तहत अभिनंदन को भारत को सौंपना पड़ेगा. पाकिस्तान ने कारगिल युद्ध के दौरान साल 1999 में पायलट नचिकेता को भी 8 दिनों के अंदर सोंप दिया था. पाकिस्तान को घायल अवस्था में अभिनंदन को इलाज मुहैया कराना और उसे सुरक्षित रखना भी अहम जिम्मेदारी थी.
बता दें कि कारगिल ऑपरेशन के दौरान भी हमारा एक मिग दुर्घटना का शिकार हो गया था. पायलट विमान को छोड़ने के दौरान पैराशूट अनियंत्रत होकर पाकिस्तान के इलाके में उतर गया था. पाकिस्तान ने फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता को बंदी बना लिया था. भारत ने रेडक्रॉस और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निचकेता को छुड़ाने की कोशिशें तेज कर दी थीं. इसके दबाव में पाकिस्तान को झुकना पड़ा.
हालांकि, दूसरी गुरुवार दोपहर तक अभिनंदन की सकुशल वापसी को लेकर देश में कई तरह की बातें चल रही थीं. सुरक्षा मामलों के कई जानकारों का मानना था कि कारगील युद्ध के दौरान कैप्टन सौरभ कालिया के साथ जो हुआ क्या उसमें जिनेवा संधि का पालन हुआ था? उस देश से कितनी उम्मीद रखी जाए, जिसने सौरभ कालिया के साथ घिनौना वर्ताव किया था? लेकिन, भारत सरकार ने पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव जबरदस्त स्तर पर बना रखा था. ऐसे में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को 36 घंटे के अंदर ही अभिनंदन को भारत को सौंपना पड़ा.
कुछ जानकारों का मानना था कि जेनेवा कन्वेंशन घोषित युद्ध पर लागू होता है. इसलिए पाकिस्तान द्वारा पकड़ा गया हमारा पायलट युद्ध बंदी नहीं कहलाएगा. ऐसे में सवाल यह उठ रहा था कि अभिनंदन के साथ पाकिस्तान किस तरह का सलूक करेगा और कर रहा है?
अभिनंदन की गिरफ्तारी के बाद देश के कई हिस्सों में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी और पुतला दहन किया जाने लगा. देश की प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी केंद्र सरकार से मांग करनी शुरू कर दी कि वह पाकिस्तान पर दबाव बना कर विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी कराए.
बॉलीवुड और टीवी कलाकारों ने भी अभिनंदन की सकुशल घर वापसी को लेकर लगातार ट्वीट्स कर रहे थे. अभिनेत्री निम्रत कौर ने कहा कि, ‘विंग कमांडर अभिनंदन के परिवार और प्रियजनों को मजबूती और ताकत मिले. इस कठिन घड़ी में राष्ट्र की प्रार्थना और आत्मा उनके साथ है. आशा करती हूं कि प्रतिष्ठित अधिकारी शीघ्र ही भारत की धरती पर वापस आएंगे.’ वहीं, सुष्मिता सेन ने कहा है कि, ‘हम सभी विंग कमांडर अभिनंदन की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.’
सेलिना जेटली ने कहा कि, ‘भारत की मंगलवार को कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी और किसी भी नागरिक को चोट नहीं आई थी और किसी भी सैन्यकर्मी को निशाना नहीं बनाया गया था. लेकिन पाकिस्तान ने जो किया वो युद्ध का कार्य किया. उन्होंने सैन्य कर्मियों को निशाना बनाया, जबकि कोई भी युद्ध नहीं चाहता. पाकिस्तान ने तनाव को बढ़ा दिया है. विंग कमांडर अभिनंदन की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना.’
दूसरी तरफ बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी के संवाद कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को उन पर निशाना साधा था. कांग्रेस ने कहा था कि जब देश वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी के लिए व्याकुल है तो उस वक्त प्रधानमंत्री सत्ता में बने रहने के लिए व्याकुल हैं.
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘देश जाबांज, विंग कमांडर अभिनंदन की अविलंब सुरक्षित वापसी को व्याकुल है और प्रधान सेवक सत्ता वापसी के लिए.’
सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में कहा, कांग्रेस ने गुरुवार को होने वाली महत्वपूर्ण CWC की बैठक व रैली को रद्द कर दिया. देश और सब दल सशस्त्र सेनाओं के साथ हैं, पर मोदीजी वीडियो कांफ्रेंसिंग का रिकॉर्ड बनाने को बेचैन हैं.’
राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि अभिनंदन की सकुशळ वापसी ही मोदी सरकार के बढ़ते हैसियत का प्रमाण है. शुक्रवार को जब अभिनंदन की वापसी होगी तो विपक्षी दलों के प्रश्नों ता जवाब मिल जाएगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.png00Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-03-01 13:50:172019-03-01 13:50:20अभिनंदन की वापीसी मोदी की बढ़ती लोकप्रियता का नतीजा है
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