Panchang

पंचांग, 26 नवम्बर 2021

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः मार्गशीर्ष़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः सप्तमी प्रातः 05.43 तक है, 

वारः शुक्रवार।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः आश्लेषा रात्रि 08.36 तक है, 

योगः ब्रह्म प्रातः काल 08.01 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः वृश्चिक,  चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.57,  सूर्यास्तः 05.20 बजे।

केजरीवाल के ब्यान के बावजूद आआपा के विधायक पंजाब कॉंग्रेस को थामने को आगे बढ़े

हाल ही में पंजाब के अमृतसर दौरे पर पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान देते हुए कहा था कि कांग्रेस के कई नेता आआपा में आने के लिए उत्सुक हैं, पर हम कांग्रेस का कचरा नहीं लेना चाहते। केजरीवाल ने कहा कि अगर हम कांग्रेस का कचरा लेना चालू कर दें तो मैं आपसे यह दावे के साथ कह सकता हूं कि कांग्रेस के 25 विधायक हमारे साथ आ जाएंगे। उनके 25 विधायक ही नहीं, 2-3 सांसद भी संपर्क में हैं और वह भी जुड़ जायेंगे। लेकिन आप में कांग्रेस के नेता जाएं या न जाएं पर कांग्रेस में आप के नेता जरूर जा रहे हैं| सिद्धू ने जगतार सिंह जग्गा को शामिल करने का गेम खेल आप को बड़ा झटका दे दिया है।

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़:

रूपिंदर कौर रूबी के बाद आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगना तय है। विधानसभा क्षेत्र रायकोट से विधायक जगतार सिंह जग्गा हिस्सोवाल जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने चल रहे विधानसभा सेशन के दौरान ही CM चरणजीत सिंह चन्नी की तारीफ की और अपनी पार्टी की आलोचना कर दी। इतना ही नहीं वह सदन में कांग्रेस के साथ ही बैठे थे।

मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने गुरुवार को विधानसभा में बिजली समझौतों के बारे व्हाइट पेपर पर अपने संबोधन में कहा कि पंजाब के लोगों को असल आम आदमी मिल गया है। उन्होंने विपक्ष से कहा कि आपसे अपील कि अगर वह समझते हैं तो इसका समर्थन करें। इस अपील पर विधानसभा क्षेत्र रायकोट से आम आदमी पार्टी के विधायक जगतार सिंह हिस्सोवाल उठे और सदन में कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में पंजाब को असल आम आदमी मुख्यमंत्री मिल गया है। आम आदमी पार्टी सिर्फ नाम की ही आम आदमी की पार्टी है। इसके बाद विधायक जगतार सिंह हिस्सोवाल ने मुख्यमंत्री चन्नी को जप्फी डालकर फैसले पर बधाई दी। इसके बाद वह कांग्रेस विधायकों के साथ ही बैठ गए, मगर बाद में विधानसभा के बाहर आकर कहा कि उन्होंने अभी पार्टी छोड़ने पर फैसला नहीं लिया है। जल्द ही इस बारे में फैसला लेंगे।

रूबी ने दो दिन पहले ही छोड़ी पार्टी

बठिंडा देहात से विधायक रुपिंदर कौर रूबी ने दो दिन पहले ही आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस जॉइन की। इसके बाद उन्होंने दावा किया था कि 3 से 4 विधायक और पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। अब उनका यह दावा सच होता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा घोषित नहीं होने से घमासान चल रहा है। इसी बीच मौजूदा विधायक ही पार्टी छोड़ रहे हैं और आप को विधानसभा चुनाव से पहले बड़े झटके लग रहे हैं।

खैहरा की पार्टी जॉइन कर चुके हैं हिस्सोवाल

आम आदमी पार्टी ने 2018 में सुखपाल सिंह खैहरा और कंवर संधू को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद खैहरा ने जनवरी 2019 में पंजाबी एकता पार्टी का गठन किया था। इस दौरान जगतार सिंह हिस्सोवाल समेत जगदेव सिंह कमालु, पीरमल सिंह खालसा, बलदेव सिंह और नाजर सिंह मानशहिया ने भी पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद 2021 में जगदेव कमालू और जगतार सिंह हिस्सोवाल ने दोबारा से पार्टी जवाइन कर कहा था कि ‘‘वह अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी से विधायक बने थे, कुछ कारणों और गलतफहमियों के कारण गुमराह हो गए थे। उन्होंने कहा, केजरीवाल सरकार और ‘आप’ नेताओं-वॉलंटियरों की सेवा से प्रभावित होकर यह कदम उठाया है। जग्गा ने कहा कि वह पार्टी में एक आम वॉलंटियर बन कर काम करेंगे।

पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ एक बार फिर ‘सिद्धू’

पंजाब विधानसभा चुनाव के पहले जो कुछ भी कांग्रेस में हो रहा है वह अपने आप में काफी रोचक है। पहले सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की खिलाफत कर उन्हें पद से हटाया और मुख्यमंत्री पद पर चन्नी को बैठाकर शांत हुए। फिर उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से सीएम चन्नी की भी शिकायत कर दी और इसके लिए अपना इस्तीफा तक दे दिया। बाद में नवजोत सिंह सिद्धू को समझाने पर वे समझ गए और वापस पंजाब आकर अपना पद स्वीकार कर दिया। अब एक बार फिर से सिद्धू ने सीएम चन्नी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खुले मंच पर सिद्धू ने पार्टी के मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है यदि ड्रग्स रिपोर्ट जारी नहीं की गई तो वह सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़ :

पंजाब में कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं है। एक बार फिर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।  । सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार ने नशे व बेअदबी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की तो वह राज्य सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल करेंगे।

सिद्धू ने कहा कि नशे की वजह से लाखों नौजवान बर्बाद हो गए हैं। लाखों लोग राज्य छोड़कर चले गए हैं जब राज्य के खजाने में पैसा है नहीं तो कहां से बड़ा अस्पताल और लड़कियों के लिए कॉलेज बनेगा। मैं सिर्फ पार्टी प्रधान हूं प्रशासनिक ताकत मेरे पास नहीं है, मैंने सीएम चन्नी से भी कह दिया है कि अगर जल्द बेअदबी जांच की रिपोर्ट सार्वजानिक न हुई तो वह भूख हड़ताल करेंगे।

बेअदबी और ड्रग्स मामले  को लेकर पंजाब एजी एपीएस देओल और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू में ठन गई थी। जिसे पर पंजाब के एडवोकेट जनरल को हटाना पड़ा। सिद्धू ने कहा था, ‘हमारी कांग्रेस पार्टी बेअदबी के मामलों में न्याय दिलाने के वादे के साथ सत्ता में आई थी, जिसमें देओल  मुख्य साजिशकर्ताओं/अभियुक्तों की तरफ से हाईकोर्ट में पेश हुए और हमारी सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।’

सिद्धू से टकराव की वजह से ही पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए अलग पार्टी बना ली। एजी और डीजीपी को हटाए जाने से लेकर विभाग बंटवारे में सिद्धू के दबाव के चलते कांग्रेस को किरकिरी झेलनी पड़ी। अब फिर से भूख हडताल की चेतावनी देकर  सिद्धू ने एक बार फिर चन्नी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। 

जनता के बीच पहुंची भारतीय जनता पार्टी, संकल्प पत्र के लिए जनता से मांगे सुझाव

  • शहर में छह जगहों से भाजपा ने शुरू किया “मेरा चंडीगढ़ मेरा सुझाव” अभियान
  • प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद, संजय टंडन, नगर निगम चुनाव की सह-प्रभारी इंदु गोस्वामी

चंडीगढ़:

भारतीय जनता पार्टी ने आगामी नगर निगम चुनाव के लिए शहर में “मेरा चंडीगढ़ मेरा सुझाव” अभियान शुरू कर दिया। वीरवार को शहर में छह जगहों से भाजपा ने इस अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत भाजपा के तमाम नेता व कार्यकर्ता लोगों से उनके सुझाव जानने के लिए लोगों के बीच पहुंचे।

ये अभियान सेक्टर-22, सेक्टर-17 प्लाजा, एलांते मॉल, खुड्‌डा लाहौरा, मलोया और मनीमाजरा से शुरू हुआ। इन जगहों पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन, मेयर रविकांत शर्मा, नगर निगम चुनाव की सह-प्रभारी इंदु गोस्वामी, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन और प्रदेश महामंत्री रामवीर भट्टी मौजूद थे। इन जगहों पर सभी नेताओं ने लोगों से मुलाकात की और उनके सुझाव जाने। लोगों ने भी भाजपा नेताओं को खुलकर समर्थन दिया और अपने सुझाव लिखकर बॉक्स में डाले।सेक्टर-22 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद अपने कार्यकर्ताओं के साथ उपस्थित थे। यहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उनके सुझाव लिए। सूद ने लोगों से कहा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व, सांसद, मेयर तथा सभी पार्षदो ने मिलकर चंडीगढ़ को विकास और सुशासन के मार्ग पर आगे ले जाने का कार्य किया है। चंडीगढ़ के विकास की यात्रा जनता के समर्थन से ही संभव हो सकी है। इसलिए उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने कीमती सुझाव उन्हें दें ताकि वे इन सुझावों को आगामी नगर निगम चुनाव के अपने संकल्प पत्र में शामिल करें।हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन सेक्टर-17 प्लाजा में मौजूद थे। यहां उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पढ़े-लिखे और समझदार लोगों का शहर है। यहां के लोगों के सुझाव हमारे लिए बेहद जरूरी हैं। इसलिए हम लोगों के बीच आए हैं। लोगों के सुझावों को पूरी अहमियत दी जाएगी।

नगर निगम चुनाव की सह-प्रभारी व राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी मलोया के फोर स्टोरी फ्लैट्स वाले एरिया में पहुंची। इंदु ने कहा कि मैं गरीबी में पली-बढ़ी हुई हूं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गरीबी बेहद करीब से देखी है। इसलिए उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, चाहें वह आवास योजना हो या फिर बेटियों के लिए शुरू की गई सुकन्या स्मृद्धि योजना हो। इंदु गोस्वामी ने कहा कि आपकी जो भी समस्या या सुझाव हों वे हमें लिखकर दें। इन सुझावों को संकल्प पत्र में शामिल किया जाएगा।  

मेयर रविकांत शर्मा अपने कार्यकर्ताओं के साथ एलांते मॉल के बाहर पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उन्हें इस अभियान के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने लोगों से सुझाव देने की अपील की। लोगों ने भी अपने कीमती सुझाव इस बॉक्स में डाले। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग खुद बताएं कि वे चाहते क्या हैं, उनकी क्या समस्याएं हैं।  इसी तरह पूर्व सांसद सत्यपाल जैन ने मनीमाजरा में लोगों से मुलाकात की और उन्हें इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जैन ने कहा कि हमारा विजन है कि अगले 5 सालों में चंडीगढ़ को विश्वस्तर का शहर बनाया जाएगा। इसलिए लोगों के सुझाव बेहद कीमती हैं। इसलिए इस महा अभियान की शुरुआत की गई है।

 भाजपा के प्रदेश महामंत्री रामवीर भट्‌टी खुड्‌डा लाहौरा पहुंचे। उन्होंने  कहा कि लोगों के जो सुझाव आएंगे उनसे भाजपा के विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा।

हमारी सरकार होती तो आज इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन जेवर में नहीं महम में हो रहा होता – दीपेंद्र हुड्डा

  • ·         सोनीपत की रेल कोच फैक्ट्री व बाढ़सा एम्स परिसर में बनने वाले मंजूरशुदा 11 संस्थान भी अभी तक पूरे हो चुके होते
  • ·         दुःख है कि हरियाणा का मंजूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट दूसरे प्रदेश भेज दिया गया, प्रदेश की वर्तमान सरकार ने कोई विरोध नहीं किया- दीपेंद्र हुड्डा
  • ·         काफी प्रयासों के बाद हजारों करोड़ की लागत से मंजूर करवाये महम इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हरियाणा के लाखों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिलता, उद्योग पनपते – दीपेंद्र हुड्डा
  • ·         तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मिलकर एअरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पालिसी-1997 में 150 किलोमीटर में दूसरे हवाईअड्डे का प्रावधान कराकर इसके बनने का रास्ता साफ कराया था – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 25 नवंबर :

 सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज कहा कि अगर हमारी सरकार होती तो आज इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन जेवर में नहीं महम में हो रहा होता। मुझे दुःख है कि काफी प्रयासों के बाद महम में मंजूर कराया हमारा एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के जेवर में चला गया और हरियाणा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। महम में ये एयरपोर्ट हिसार रोहतक तथा भिवानी तीनों जिलों के बीच में होता। इससे न केवल लाखों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलता, उद्योग पनपते अपितु ये हरियाणा के विकास में एक मील का पत्थर साबित होता। इतना ही नहीं, सोनीपत की रेल कोच फैक्ट्री व बाढ़सा एम्स परिसर में बनने वाले मंजूरशुदा 11 संस्थान भी अभी तक पूरे हो चुके होते। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने महम से सिर्फ हवाई अड्डा ही नहीं छीना बल्कि हरियाणा के लोगों से रोजगार का मौका भी छीन लिया।

उन्होंने बताया कि 2014 से लगातार वे संसद समेत हर फोरम पर आवाज उठाते रहे कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के समकक्ष मंजूरशुदा महम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हर हाल में हरियाणा में ही स्थापित किया जाए। लेकिन, हरियाणा की वर्तमान सरकार ने इसे दूसरे प्रदेश भेजे जाने का कोई विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि क्या विकास पर हरियाणा का हक नहीं है। क्या एक भारत, श्रेष्ठ भारत में हरियाणा का नाम नहीं आना चाहिए।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के विकास के लिये कई बड़े महत्वपूर्ण और प्रोजेक्ट मंजूर करवाए थे, जिन्हें या तो बंद कर दिया गया या फिर उन्हें यहाँ से छीनकर अन्य प्रदेशों में भेज दिया गया। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि हरियाणा से एक एक कर सारे प्रोजेक्ट जाते रहे और प्रदेश की भाजपा सरकार अपने मुंह पर ताला लगाये बैठी रही। उन्होंने यह भी जोड़ा कि या तो सरकार सो रही है या डरी हुई है, नहीं तो प्रदेश से ड्रीम प्रोजेक्ट जाते रहें और सरकार सोई पड़ी रहे ये कैसे हो सकता है। आज जन-जन की समझ में एक बात आ गयी है कि इस सरकार को हरियाणा के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। हरियाणा के लोगों का विश्वास तोड़कर बने इस अनैतिक गठबंधन का लक्ष्य केवल झूठ और लूट है।

उन्होंने बताया कि बढ़ते एयर ट्रैफिक को देखते हुए 16 दिसंबर 2009 को कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने हरियाणा में दूसरे एयरपोर्ट को स्थापित करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को दिया था। जिसे काफी प्रयासों के बाद मंजूर कराया गया था। दीपेन्द्र हुड्डा ने महम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की प्रस्तावना से लेकर सैद्धांतिक मंजूरी मिलने तक का तिथिवार ब्यौरा दिया और बताया कि हरियाणा, दिल्ली और पूरे एनसीआर क्षेत्र की जरुरत को देखते हुए महम में 16 दिसंबर 2009 को हुड्डा सरकार द्वारा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रस्तावित किया गया था। जिसके साईट प्लान में तीन जिलों – रोहतक, भिवानी और हिसार की भूमि शामिल थी। लेकिन एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पालिसी-1997 में मौजूदा हवाईअड्डे के 150 किलोमीटर की दूरी के दायरे में दूसरे हवाई अड्डे की स्थापना में अड़चन आने के कारण दीपेन्द्र हुड्डा ने खुद 29 अप्रैल, 2011 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी से मिलकर इस अड़चन को दूर कराया। जिसके बाद 15 अक्टूबर, 2011 को प्रस्तावित साइट के लिए रक्षा मंत्रालय ने एयरफोर्स से सम्बंधित डिफेन्स क्लीरन्स प्रदान कर नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सूचित किया गया। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया की एक्सपर्ट टीम ने नवम्बर 2013 में अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में महम की प्रस्तावित इंटरनेशनल एअरपोर्ट साईट को हरी झण्डी दी। अगस्त 2009 से लेकर जनवरी 2014 तक, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया से मंजूरी दिलाने के बाद एएआई 2013 प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार यह प्रस्तावित हुआ था कि 2018 में जब इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर ट्रैफिक सैचुरेट होगा तो उसके लिये नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट महम में स्थापित किया जायेगा।

India has not only become self-sufficient in food grains but is also meeting the demand of other countries- Gian Chand Gupta

  • Various welfare schemes have been implemented by the Government for poor and needy 
  • Benefit of schemes is being given directly to the beneficiaries by using information technology.

Panchkula, November 25:

Haryana Vidhan Sabha Speaker, Sh. Gian Chand Gupta said that India has not only become  self-sufficient in food grains but is also meeting the demand of other countries. Under the dynamic leadership of Prime Minister, Sh Narendra Modi, several schemes have been implemented for the welfare of the poor and needy and the benefit of these schemes is being given directly to the beneficiaries by using information technology.

        Gupta was addressing the gathering at a programme organized by the Regional Office of Food Corporation of India (FCI) , Sector 4 as part of ‘Azadi Ka Amrit Mahotsav’ here today.

Gupta said that to commemorate the completion of 75 years of India’s independence, ‘Azadi Ka Amrit Mahotsav’ is being celebrated across the country under which various programmes are being organized. While thanking the Prime Minister, Sh Narendra Modi , he said that besides rights and duties of the citizens, the Prime Minister has laid special emphasis on making the people ‘Atamnirbhar’ .

        The Vidhan Sabha Speaker said that there was a time when India had to import food grains  to meet the demand, but today India has not only become self-sufficient in food grains but is also fulfilling the demand of other countries. The Food Corporation of India was established in the year 1965 and since then the Corporation has been providing food grains to the poor and needy at reasonable prices, which is a commendable work.
Sh Gupta said that various schemes have been implemented by the Government for the poor and needy people, including Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana, Antyodaya Anna Yojana, Pradhan Mantri Ujjwala Yojana, distribution of essential commodities to BPL families at subsidized rates. The benefits of these schemes are being given directly to the beneficiaries, he added.

While referring to Covid-19, Sh Gupta congratulated Prime Minister, Sh Narendra Modi for his efforts to control the spread of Covid in the country. He said that in a country with a population of about 130 crore, it was difficult to control this  disease in such a short time. He said that though the cases of Corona have been reduced significantly yet it is not completely over. Therefore, the people should remain  cautious and follow the guidelines issued by the government from time to time.

Sh Gupta said that November 26 is celebrated as Constitution Day. The Day also apprises the people about their fundamental and constitutional rights. Sh Gupta said that on Constitution Day, people should take a pledge to also discharge their duties sincerely besides the fundamental rights and contribute towards the progress of the country.
Earlier, the Deputy General Manager, Food Corporation of India, Panchkula, Pradeep Singh said that since its inception in 1965, the FIC has been working for the welfare of the farmers and for the benefit of the consumers. 

Among those present on this occasion   included Deputy General Manager (Accounts) Food Corporation of India , Panchkula Ashish Kumar, BJP leader Yogendra Sharma, Councilor Harendra Malik and employees and officers of FCI.

अनुचेद 370 भारत सरार फिर से लगाए तभी काश्मीर भारत के साथ रहेगा – महबूबा मुफ़्ती

महबूबा मुफ़्ती के लिए भारत सबका नहीं बल्कि सिर्फ ‘गोडसे’ का देश दिख पड़ता है। महबूबा ने कहा, ”जम्मू कश्मीर के लोग गोडसे के भारत के साथ नहीं रह सकते। हम महात्मा गांधी का भारत चाहते हैं, भारतीय संविधान से हमें मिली हमारी पहचान और सम्मान वापस चाहते हैं तथा मैं आश्वस्त हूं कि उन्हें ब्याज के साथ इसे लौटाना पड़ेगा। ”उन्होंने कहा इतहिास गवाह है कि किसी भी शक्तिशाली राष्ट्र ने बंदूक के दम पर लोगों पर शासन नहीं किया है। उन्होंने कहा, ”आप कश्मीर को लाठी या बंदूक के दम पर नहीं रख सकते…महाशक्ति अमेरिका अपनी ताकत के बल पर अफगानिस्तान में शासन करने में नाकाम रहा और उसे वहां से जाना पड़ा।”

सारीका तिवारी, चंडीगढ़/श्रीनगर:

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बोल बुधवार को फिर बिगड़ गए। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर कश्मीर को अपने साथ जोड़े रखना है तो अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल कर कश्मीर मसले का हल करना होगा। आज जम्मू प्रांत के नील, बनिहाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता अपनी पहचान आैर सम्मान की वापसी सूद समेत वापसी चाहती है।

उन्होंने कहा कि हम महात्मा गाँधी का भारत चाहते हैं, इसीलिए, जम्मू कश्मीर के लोग ‘गोडसे के हिंदुस्तान’ में नहीं रह सकते। महबूबा मुफ़्ती ने लोगों को एकजुट रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा संविधान ने दिया था, जिसके समर्थन में संघर्ष है। उन्होंने ये भी कहा कि लोग अपनी ‘पहचान एवं सम्मान’ की सुरक्षा के लिए अपनी आवाज़ मुखर करें। बनिहाल के नील गाँव में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।

महबूबा मुफ़्ती ने इस दौरान कहा, “हमारी किस्मत का फैसला महात्मा गाँधी के भारत के साथ किया था, जिसने हमें अनुच्छेद 370 दिया, हमारा अपना संविधान और झंडा दिया। हमलोग गोडसे के साथ नहीं रह सकते। अगर वो हमारी हर चीज छीन लेंगे तो हम भी अपना फैसला वापस ले लेंगे। उन्हें सोचना होगा कि अगर वो अपने साथ जम्मू कश्मीर को रखना चाहते हैं तो उन्हें अनुच्छेद-370 को वापस बहाल करना होगा और कश्मीर मुद्दे का समाधान करना होगा।”

उन्होंने अफगानिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी को लाठी या बंदूक के बल पर ज्यादा दिनों तक नहीं रखा जा सकता है। बकौल महबूब मुफ्ती, अमेरिका को महाशक्ति होने के बावजूद अफगानिस्तान से निकल कर जाना पड़ा और वहाँ ताकत के बल पर शासन करने की उसकी कोशिश नाकाम हो गई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से वार्ता की बात करने पर उन्हें देशद्रोही करार दिया जाता है, जबकि वही लोग तालिबान से बात कर रहे यहीं अरुणाचल प्रदेश में ‘गाँव बसाने वाले’ चीन से बात कर रहे।

इससे पहले महबूबा मुफ़्ती ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “कृषि कानूनों को निरस्त करने का निर्णय और माफी एक स्वागत योग्य कदम है, भले ही यह चुनावी मजबूरियों और चुनावों में हार के डर से उपजा हो। विडंबना यह है कि जहाँ भाजपा को वोट के लिए शेष भारत में लोगों को खुश करने की जरूरत है, वहीं कश्मीरियों को दंडित और अपमानित करना उसके प्रमुख वोट बैंक को संतुष्ट करता है

Student Sensitization Session at Panjab University

The Placement Cell of the Department of Economics in collaboration with Central Placement Cell Panjab University, Chandigarh organised a Student Sensitization Session, today.

Prof. Amandeep Singh Marwaha encouraged students to make their own decisions towards their future and follow their dreams. He also enlightened students on how to plan their career.

Dr. Smita Sharma, TPO, Department of Economics  invited  the Alumni Guests – Ms. Harleen Batra and Ms. Mridul Mehndiratta who shared their experiences in the corporate job market, and what mistakes students make and how they can improve themselves. While Ms. Harleen Batra gave students an insight into the corporate world, Dr. Mridul guided the students on indispensability of online platforms like LinkedIn. The sessions covered various aspects of technical and interpersonal skills needed to plan a successful career.

The highly interactive sessions covered the multidimensional aspects of a career as a student of economics which had multiple queries from the students which were appropriately addressed.

Prof. Meena Sharma, Honorary Director, Central Placement Cell and   Dr Amrita Shergill, Chairperson, Department of Economics, were also present during the session.

Webinar on Communal Harmony in India at PU

NSS in collaboration with University School of Open Learning (USOL) and the Centre for Medical Physics, Panjab University Chandigarh celebrated the communal harmony week by organizing a webinar.

Prof. Devinder Singh, Chairperson, Department of Law and SVC, PU was the distinguished speaker of the webinar entitled “COMMUNAL HARMONY IN INDIA”. He mentioned that, Indians are Live example of communal harmony. India is a blessed nation, as it is birth place of many religions. The diverse culture is our religion and it is our strength, and also it is rare feature of a society. Indian respects every religion and state follows positive secularism. He explained the meaning of communal harmony by giving example of the paintings in the Indian constitution.

Dr. Vivek Kumar, Chairperson, Centre for Medical Physics told that peace can only exist between communities once the importance of communal harmony is understood and thanked the audience in the end.

Earlier, NSS Programme officer Dr. Richa Sharma (USOL) welcomed the participants and introduced the speaker to the audience. Prof. Madhurima Verma (USOL), Dr. Shankar Sehgal (UIET), Dr. Naveen Kumar (UIAMS) and NSS Programme officers attended the event. Approx. 95 faculty members and students attended the webinar.

पंचकूला 25 नवंबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्र मोहन ने आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार पिछड़े वर्गों के हितों से खिलवाड़ और उनकी आशाओं और आकांक्षाओं पर कुठाराघात करने पर आमादा है : चन्द्र मोहन


पंचकूला 25 नवंबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री  चन्द्र मोहन ने आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार पिछड़े वर्गों के हितों से खिलवाड़ और उनकी आशाओं और आकांक्षाओं पर कुठाराघात करने पर आमादा है इस लिए  मण्डल आयोग की रिपोर्ट में लागू आरक्षण के ‌प्रावधान का उल्लघंन करके भारतीय संविधान की ‌परम्पराओं का उल्लघंन कर रही है‌ और पिछड़े वर्गों के बच्चों के भविष्य को ग्रहण लगाने पर आमादा है।
     चन्द्र मोहन ने, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल किया है कि जब केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार पिछड़े वर्गों के लिए निर्धारित परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपए प्रति वर्ष है तो मुख्यमंत्री को इससे क्या परेशानी है। वह भारत के संविधान से ऊपर नहीं हो सकते हैं। हरियाणा सरकार प्रदेश में पिछड़े वर्गो के लिए नौकरियों  और दाखिले में क्रीमीलेयर की आय की सीमा  को  8 लाख रुपए से कम करके 6 लाख रुपए करने  के बारे में नोटिफिकेशन जारी कर चुकी हैं। इस नोटिफिकेशन के माध्यम से उनके अधिकारों पर डाका डाला गया है। इस फैसले से लाखों  युवाओं के सपने धराशाही हो जायेंगे और उनके  भविष्य से खिलवाड़  और अन्याय  तथा सरकार की तानाशाही का जवाब पिछड़े वर्गों के लोग आने वाले विधानसभा चुनाव में देंगे।
      उन्होंने याद दिलाया कि पिछड़े वर्गों के हितों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल ने जो कदम उठाए उसका कोई भी सानी नहीं है। पिछड़े वर्गों के लिए प्रदेश में मण्डल आयोग की रिपोर्ट  के आधार पर 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का श्रेय चौधरी भजनलाल को जाता है और इसके साथ ही पिछड़े वर्गों को नौकरियों और दाखिले में पूरा आरक्षण दिया गया। हरियाणा में चौधरी भजनलाल के शासनकाल से पहले पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण 5 प्रतिशत था उन्होंने इसे बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया था और फिर मण्डल आयोग की रिपोर्ट लागू करके इसे 27 प्रतिशत किया गया।
      उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में भाजपा-जजपा की सरकार प्रदेश के लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करके समाज के आपसी ताने-बाने को खण्डित करके आपस में वैमनस्य की भावना पैदा करना चाहती है, लेकिन प्रदेश की जनता बड़ी समझदार है और इस सरकार के  इरादों और चालबाजी को भी भली-भांति समझ चुकी है और जनता इनके सरकार के नापाक इरादों को कभी भी सफल नहीं होने देगी।
     चन्द्र मोहन ने याद दिलाया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय, क्रीमीलेयर के मामले में हरियाणा सरकार को पहले भी फटकार लगा चुका है और न्यायालय द्वारा  हरियाणा सरकार द्वारा 17 अगस्त 2016 और 28 अगस्त 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन को 26 अगस्त 2021 को  रद्द किया जा चुका है। इससे बड़ी विडम्बना और क्या हो सकती है कि एक और केन्द्र सरकार पिछड़े वर्गों के लिए क्रिमीलेयर के अन्तर्गत आने वाले  पिछड़े वर्गों की वार्षिक आय 8 लाख रुपए प्रति वर्ष से बढ़ाकर 10 या 12 लाख प्रति वर्ष करने के बारे में गंभीरता से विचार कर रही है वहीं दूसरी ओर खट्टर सरकार नौकरियों और दाखिले में पिछड़े वर्गों के युवाओं का रास्ता रोक कर तानाशाही का परिचय दे रही है। इस अक्षम्य अपराध के लिए देश की जनता उन्हें कभी भी माफ़ नहीं करेगी।
      उन्होंने मांग कि है कि इन वर्गों के साथ कोई अन्याय ना हो इसको रोकने के क्रीमीलेयर के अन्तर्गत आने वाली आय को 8 लाख रुपए प्रति वर्ष ही रखा जाए अन्यथा पिछड़े वर्गों के लोग आक्रोश से ग्रसित हो कर सड़कों पर उतरने के लिए विवश और लाचार होगें और इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।