द्नेश बजाज के नामांकन रद्द होने के साथ ही माकपा – काँग्रेस में राहत की सांस
पश्चिम बंगाल की पांच राज्यसभा सीटों पर छह उम्मीदवार के उतरने से मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. मौजूदा विधायकों की संख्या के आधार पर चार सीट पर टीएमसी की जीत पक्की है और पांचवीं सीट जीतने के लिए तृणमूल ने अंतिम समय में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दिनेश बजाज को मैदान उतारकर बड़ा दांव खेला था, लेकिन दिनेश बजाज के स्त्यपन पत्र का नोटरी द्वारा स्त्यापित न होना ही उनके नामांकन खारिज होने का कारण बना। कॉंग्रेस – माकपा के लिए यह एक बड़ी राहत भरी खबर है।
कोलकाता.
पश्चिम बंगाल से राज्यसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार दिनेश बजाज का नामांकन निर्वाचन अधिकारी ने रद्द कर दिया है क्योंकि उनका हलफनामा उपयुक्त प्रारूप में नहीं था. बजाज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्यसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मेरा नामांकन रद्द कर दिया गया है क्योंकि मेरा हलफनामा नोटरीकृत नहीं था.’’
बजाज का नामांकन खारिज होने के बाद CPI-कांग्रेस के एक उम्मीदवार का निर्वाचिन तय
पश्चिम बंगाल से राज्यसभा की पांच सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव है. बजाज का नामांकन खारिज होने के बाद तृणमूल कांग्रेस के चार और माकपा-कांग्रेस गठजोड़ के एक उम्मीदवार का निर्वाचित होना पक्का माना जा रहा है.
दिनेश बजाज ने अंतिम क्षणों में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भरा था पर्चा
इससे पहले पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने दिनेश त्रिवेदी, अर्पिता घोष, मौसम नूर और सुब्रत बख्शी को उम्मीदवार बनाया है. पार्टी के पूर्व विधायक दिनेश बजाज ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अंतिम क्षणों में पर्चा भरा और उन्हें पार्टी समर्थन मिल सकता है. पार्टी के अंदर मौजूद लोगों ने यह जानकारी दी.
हालांकि, वहां विपक्ष के नेता अब्दुल मनन ने आरोप लगाया कि बजाज को तृणमूल कांग्रेस ने पांचवीं सीट पर माकपा-कांग्रेस के आमराय से तय किये गये उम्मीदवार बिकास रंजन भट्टाचार्य को हराने के लिए उतारा है.
राज्यसभा चुनावों के नतीजों के लिए 26 मार्च को होगी मतगणना
राज्यसभा की 55 सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव में उच्च सदन के उप सभापति हरिवंश, राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और भाजपा में कुछ ही दिन पहले शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं, कई उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित होने वाले हैं. चुनाव संपन्न होने के एक घंटे बाद मतगणना भी 26 मार्च को ही होगी.
हर दो साल पर होने वाले इस चुनाव के लिए नामांकन भरने का अंतिम दिन शुक्रवार था. राज्यसभा (Rajya Sabha) के मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में विभिन्न तारीखों को समाप्त होने के चलते 17 राज्यों में इन 55 सीटों में 51 सीटें रिक्त हुई हैं. जबकि चार अन्य सीटें सदस्यों के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई हैं