Chandigarh Police arrested Rohit Singhla @ Monu R/o # 984, Village- Burail, Chandigarh from near Govt. School, Sector- 45, Chandigarh and recovered 127 gram Charas from his possession on 06.06.2019. A case FIR No. 130, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Crime Branch of Chandigarh Police arrested Dinesh @ Banti R/o # 447, Gali No. 2, PS- City Malout, Distt.- Mukatsar Sahib, Punjab from near Sector- 52/53 turn, Chandigarh and recovered 30 gram heroin from his possession on 06.06.2019. A case FIR No. 115, U/S 21 NDPS Act has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Chandigarh Police arrested Krishan Kumar R/o # 3227, Sector- 38/D, Chandigarh from near Anaj Bhawan Road, Sector- 39, Chandigarh and recovered 450 gram Ganja from his possession on 06.06.2019. A case FIR No. 156, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
MV Theft
A lady resident of Sector- 63, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Aviator Scooter No. PB-65S-1235 while parked near his residence on night intervening 03/04.06.2019. A case FIR No. 60, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Protection of Children Act 2015
A case FIR No. 72 U/s 75 & 9 J.J Act, 2015 has been registered in PS-Maloya, Chandigarh against one lady namely Neha Thakur R/o # 5115, Sector- 38, West, Chandigarh on the complaint of Tabshum Khan, District Child Protection Officer, Chandigarh regarding child labour from a boy child age about 12 years at # 5115, Sector- 38, West, Chandigarh on 28.05.2019. Child was rescued by WCHL and rehabilitated in Snehalaya, village- Maloya Chandigarh on 28.05.2019. Investigation of the case is in progress.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Chandigarh-Police-Coaching-in-Chandigarh.jpg319889Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-07 10:16:512019-06-07 10:16:54Police File Chandigarh
पंचकुला के आसपास मोरनी के इलाके में इंसान पहाड़ों को ही लील जाने में लगा हुआ है।
मेन पॉल, पंचकुला 6/6/2019
बढ़ती जनसंख्या, बढ़ती आवासीय समस्या और भोजन समस्याएँ हमारे सर पर मंडराती जा रहीं हैं। इन समस्याओं से निबटने के लिए हम अपने पर्यावरण को क्षति पहुंचाने से भी नहीं चूकते। जंगलों को साफ कर खेत बनाए जाते हैं, फिर उनही खेतों में हाउसिंग सोसाइटी बना दी जाती है ओर फिर उस आवासीय व्यवस्था ओ मूर्त रूप देने के लिए एफ़आर से प्रकृति से छेड़ छाड़ की जाती है। सबसे बड़ी प्रकृतिक लूट का डेरा है हरियाणा का मोरनी इलाका। यहाँ अवैध खनन द्वारा पहाड़ों के पहाड़ ही लील लिए गए हैं और प्रकृति का शोषण अभी भी जारी है। ताज़ा तरीन मामला गाँव खोल अलबेला का है।
खोल अलबेला में अवैध माइनिंग का कारोबार जोरों शोरों पर चल रहा है ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी इनको रोकने की कोशिश करता है और ना ही लोकल प्रशासन पंजाब एंड हरियाणा विलेज कोमल लैंड एक्ट 1961 के अनुसार पंचायत की जमीन माइनिंग को नहीं दे सकते और ना ही माइनिंग इसकी परमिशन दे सकता है और जो गांव ग्रीनलैंड जॉन और पैरा 5 एक्ट के अंदर आते हैं उनमें उन गांव में माइनिंग की परमिशन बिल्कुल भी नहीं हो सकती क्योंकि यह ग्रीन जोन है लेकिन ग्रीन जोन होने के बावजूद भी खेड़ा बसोला गांव जो कि वार्ड नंबर 4 के अंतर्गत पड़ता है नगर निगम के अंदर भी जोरों शोरों पर चल रही है अवैध माइनिंग
पोकलेन जेसीबी मशीनें गांव रामनगर खोली में बिना परमिशन के चल रही है अवैध माइनिंग बड़े जोरों शोरों पर चल रही है प्रशासन को गुहार लगाने के बावजूद भी अवैध माइनिंग बंद नहीं हो रही आखिर कौन करवा रहा है??? अवैध माइनिंग सरकार के आदेशों की अवहेलना हो रही है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/fee33d13-8b22-44f4-86b6-66ce10d81180.jpg1040780Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-07 07:14:072019-06-07 07:14:10पंचकुला में पैर पसारते अवैध खनन पर कोई लगाम नहीं
कश्मीर में पुलिस के हाथों से हथियारों का छीना जाना या उनके कब्जे से असले का चोरी हो जाना आम है। अब तो पुलिस वाले खुद भी हथियारों के साथ गायब होने लगे हैं। यह चिंता का विषय है। इन सभी वारदातों के तार कहीं न कहीं हिजबुल या दूसरे आतंकी संगठनों से जुड़े हैं।
नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर की वाची विधानसभा से पीडीपी के पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर के घर से सात एके-47 राइफल और पिस्टल चोरी करने के मामले में एनआईए ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी है. उल्लेखनीय है कि 28 सितंबर 2018 को हुई इस वारदात में एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ आदिल बशीर शेख, यवर अहमद डार और रफीक अहमद भट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. तफ्तीश के दौरान एनआईए ने 10 दिसंबर 2018 को आरोपी रफीक अहमद भट को गिरफ्तार कर लिया था. तफ्तीश के दौरान इस मामले में घाटी के मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू सहित हिजबुल मुजाहिद्दीन के अन्य आतंकियों को को जुड़ा पाया था.
आतंकियों की संलिप्ता सामने आने के बाद एनआईए को मिला था केस
एनआईए के अनुसार, वाची से विधायक एजाज अहमद मीर की सुरक्षा में तैनात जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ सात एके-47 राइफल और एक पिस्टल लेकर फरार हो गए थे. इस मामले में जम्मू और कश्मीर पुलिस ने 28 सितंबर 2018 को एफआईआर दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू की थी. इस मामले में आतंकियों का कनेक्शन आने के बाद 18 अक्टूबर 2018 को यह मामला एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया था. अएनआईए ने इस मामले में पहली सफलता आरोपी रफीक अहमद भट को गिरफ्तार कर हासिल की. पुलवामा निवासी रफीक अहमद भट की गिरफ्तारी 10 दिसंबर 2018 को की गई थी. गिरफ्तारी के बाद आरोपी रफीक अहमद भट ने इस मामले से जुड़े कई अहम खुलासे किए थे.
हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने रची थी यह साजिश
एनआईए की पूछताछ में रफीक अहमद भट ने खुलाया किया था कि इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी आदिब मंजूर है. आतंकी आदिब मंजून के कहने पर उसने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. उसने बताया कि वारदात के जरिए हासिल की गई सात एके-47 राइफल और पिस्टल को हिजबुल मुजाहिद्दीन के नए आतंकियों को मुहैया कराया गया था. उसने बताया कि साजिश के तहत उसने आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ मिलकर पीडीपी के पूर्व विधायक को आवंटित किए गए सरकारी आवास से इन हथियारों को चोरी किया था.
मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू ने आरोपियों को बनाया आतंकी
पूछताछ के दौरान रफीक अहमद भट ने खुलाया किया कि साजिश के तहत एसपीओ आदिल बशीर शेख सफाई के बहाने घर में दाखिल हुआ, जबकि दो अन्य आरोपी घर के बाहर कार में आदिल का इंतजार कर रहे थे. पूर्व विधायक के घर से हथियार हासिल करने के बाद उन्होंने इन हथियारों को अचान नामक गांव में छिपा दिया था. इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह एसपीओ आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी बन गया था. एनआईए के अनुसार, जांच में इस मामले में शोपियां निवासी सैयद नवीद बाबू और हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू उर्फ मोहम्मद बिन कासिम की भूमिका भी सामने आई थी. आतंकी रियाज नायकू ही वह शख्स था जो मामले के आरोपियों को आतंकी बनाया था.
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं मामले में आरोपी दो आतंकी
एनआईए के अनुसार, बीते दिनों सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में मामले के आरोपी यवर अहमद डार और आबिद मंजूर को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. इस मामले की चार्जशीट को जम्मू की स्पेशल एनआईए कोर्ट में दाखिल किया गया है. एनआईए इस मामले की मुख्य आरोपी और मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू की तलाश में जुटी हुई है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/391271-terr-jk.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 17:29:192019-06-06 17:29:33आतंकियों के लिए पूर्व विधायक के घर से AK-47 हासिल की गईं थीं
जहां दो दिन पहले कयास लगाए जा रहे थे भाजपा तेलंगाना से कांग्रेस के सारे विधायकों को अपने पाले में ले आएंगे वहीं आज कांग्रेस को करारा झटका देते हुए राज्य के 18 में से 12 विधायकों ने गुरूवार को विधानसभा के स्पीकर पोचरम श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन देकर मांग की कि उनके समूह का विलय केसीआर की अगुवाई वाली टीआरएस में कर दिया जाए. . जहां भाजपा प्रदेश में आपनी यथास्थिति बनाए हुए है वहीं कांग्रेस छटक कर चौथे अथवा 5वे स्थान पर चली गयी है।
हैदराबाद: तेलंगाना में कांग्रेस के दो-तिहाई विधायकों के सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) को आड़े हाथ लिया और उन पर विधायकों को ‘खरीदने’ का आरोप लगाया. रेड्डी ने यह भी कहा कि कांग्रेस अब ‘‘अदालतों और सड़कों पर लड़ाई लड़ेगी.’’ कांग्रेस को करारा झटका देते हुए राज्य के 18 में से 12 विधायकों ने गुरूवार को विधानसभा के स्पीकर पोचरम श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन देकर मांग की कि उनके समूह का विलय केसीआर की अगुवाई वाली टीआरएस में कर दिया जाए.
टीआरएस में कांग्रेस विधायक दल के विलय की मांग को लेकर एक दर्जन कांग्रेस विधायकों की स्पीकर से मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘केसीआर ने बारी-बारी से इन कांग्रेस विधायकों को खरीदा है. वे समूह नहीं हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर ‘‘ठेकेदारों से गलत तरीके से लिए गए अपने पैसे से इन विधायकों को खरीदते रहे हैं.’’
रेड्डी ने कहा कि जब भी कांग्रेस का कोई विधायक टीआरएस के पाले में गया तो कांग्रेस ने स्पीकर को उसे अयोग्य करार देने की याचिका दी. उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने वाले सभी विधायकों को उसी वक्त अयोग्य करार दे देना चाहिए था. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया, ‘‘वे खरीदते रहे और विधायकों की आखिरी खरीद आज सुबह हुई. वे कहते हैं कि वे एक समूह हैं और दो-तिहाई हैं.
उच्चतम न्यायालय ने कई मामलों में निर्णय दिया है कि स्पीकर को किसी राष्ट्रीय पार्टी का विलय क्षेत्रीय पार्टी में करने का अधिकार नहीं है.’’ तंदूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रोहित रेड्डी गुरूवार को कांग्रेस छोड़ने वाले 12वें विधायक रहे, जिससे दल बदलने वालों का संख्याबल बढ़ा और वे कांग्रेस विधायक दल के दो-तिहाई हो गए. इससे उन पर दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई नहीं हो सकेगी.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/Telangana-Congress-1-557x400.jpg400557Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 16:48:032019-06-06 16:48:06तेलंगाना में कांग्रेस को झटका
This is for the information of the candidates in particular and public in general that those candidates who had deposited their fee for PU – LL.B. (3 Year Course) Entrance Test- 2019 well in time but could not complete their forms online should contact the Dr. A.P.J. Abdul Kalam Computer Centre, Panjab University, Chandigarh to complete their forms upto 19th June 2019 till 4:00 P.M. The candidates should bring scanned photograph alongwith signature in Pen Drive alongwith a fine of Rs. 500/-. No further communication in this regard will be entertained there.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/panjab_university.jpg246500Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 16:23:542019-06-06 16:23:57Last chance for law aspirants to fulfill incomplete forms: PU
A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place on 05.06.2019.
This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.
Missing/Abduction
A lady resident of EWS Colony, Dhanas, Chandigarh, reported that his son age about 8 years was playing near Masjid, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh on 03.06.2019 and missing since then. A case FIR No. 72, U/S 363 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Theft
Atul Sachdev R/o # 3065, Sector-20D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s copper wires from 5 AC at his house # 3065, Sector-20/D, Chandigarh on night intervening 04/05-06-2019. A case FIR No. 69, U/S 379 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Munna R/o # 787, NIC, MM, Chandigarh alleged that unknown person stolen away 02 batteries from complainant’s E-Rickshaw parked near his house on 05-06-2019. A case FIR No. 113, U/S 379 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Later on one person Suraj R/o # 2085, Mauli Complex, Chandigarh (age -34 yrs) arrested in this case. Investigation of the case is in progress.
MV Theft
A lady resident of HBC, Dhanas, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No. CH01BL-7253 parked near Mela Ground, Sector-34, Chandigarh on 27-05-2019. A case FIR No. 129, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Accident
A case FIR No. 164, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the statement of Parvat Lal R/o # 1852, Ph-2, Ramdarbar, Chandigarh against driver of car No. CH01AR3566 namely Gurpreet Singh R/o # 613, Ph-6, Mohali, (PB) who hit to complainant’s Activa Scooter No. HR03H-9527 near light point, Sector-31/Ind. Area, Chandigarh on 01.06.2019. Complainant & pillion rider Keemti Lal got injuries and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Alleged person arrested and later on bailed out. Investigation of the case is in progress.
Criminal breach of trust
Amitabh Singh R/o SCF No. 301, Swastik Vihar, Zirkpur, Mohali (PB) reported that unknown person passenger of his auto taken his mobile phone for making call near H.No. 473, DMC, Chandigarh but he not returned back and took away his phone on 05.06.2019. A case FIR No. 71, U/S 406 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Chandigarh-Police-Coaching-in-Chandigarh.jpg319889Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 16:19:402019-06-06 16:19:44Police Files Chandigarh
कश्मीर यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक अंद्राबी चार साल पहले पाकिस्तानी झंडा फहराने और पाकिस्तानी राष्ट्रगान गाने के कारण सुर्खियों में आई थी. काश्मीर को सुलगाने में और वहाँ धार्मि सौहार्द बिगाड़ने में जितना हाथ काश्मीर के अलगाव वादी नेताओं का है उतना ही हाथ वहाँ के राजनेताओं और आम जनता का है। घाटी में आए दिन पत्थरबाजी, यवाओं का आतंकी कैंपों में जाना और अभिभावकों/ राजनेताओं का दलील देना कि घाटी में अवसरों कि कमी है, गले नहीं उतरता। 3.5 साल तक महबूबा मुफ़्ती कि सरकार थी उन्होने घाटी में रोजगार ए अवसरों के लिए क्या किया? बच्चों को पढ़ाने के लिए क्या किया? आज जब उनकी सरकार नहीं है तो उन्हे केंद्र सरकार धार्मिक सौहार्द बिगाड़ती नज़र आ रही है। महबूबा ओमर दोनों ही आज छती पीट पीट कर धार्मिक सौहार्द कि बात कर रहे हैं। जबकि उनकी रहनुमाई में आसिया अंद्राबी जैसे लोगों ने घाटी के अमन चैन को लील लिया है।
नई दिल्ली:कश्मीरी अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने खुलासा किया है कि वह पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी के जरिये लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के करीब आई. अधिकारी दुख्तारन-ए-मिल्लत नेता अंद्राबी का रिश्तेदार था. अंद्राबी के साथ ही दो अलगाववादी नेताओं से इन दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पूछताछ कर रही है. कश्मीर यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक अंद्राबी चार साल पहले पाकिस्तानी झंडा फहराने और पाकिस्तानी राष्ट्रगान गाने के कारण सुर्खियों में आई थी. अंद्राबी के इस कृत्य के पीछे हाफिज सईद को माना जाता है.
एनआईए सूत्र ने कहा कि अंद्राबी का भतीजा पाकिस्तान सेना में कैप्टन रैंक का अधिकारी है. उसका एक अन्य करीबी रिश्तेदार पाकिस्तान सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में है. अंद्राबी के रिश्तेदार दुबई और सऊदी अरब में भी हैं जहां से वह फंड प्राप्त करती है और भारत के खिलाफ गतिविधियों में इस्तेमाल करती है.
एनआईए ने अंद्राबी के खिलाफ एक केस दर्ज किया है जिसके तहत जमात-उद-दावा के अमीर और लश्कर के मास्टरमाइंड सईद बड़े पैमाने पर अंद्राबी को फंड मुहैया कराते थे. यह धन पत्थरबाजों और हुर्रियत के समर्थकों में बांटे गए थे जिन्होंने श्रीनगर और घाटी के अन्य हिस्सों में सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किए. सूत्रों ने कहा कि अंद्राबी के अलावा मसरत आलम और शब्बीर शाह से भी एनआईए ने पूछताछ की.
तीनों अलगाववादी नेता अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं. इस केस के निगरानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कर रहे हैं जो घाटी में आंतकवादी घटनाओं पर केंद्र की रणनीति अमलीजामा पहना रहे हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/215160-jammu-and-kashmir123.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 03:10:242019-06-06 03:10:27आसिया अंद्राबी ने भारत में तबाही मचाने के लिए पाकिस्तान की मदद कबूली
अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ खासकर अफगानिस्तान और भारत में अलगाववादियों, नक्सलाइट लोगों की रुपए-पैसे और बाकी तरह से मदद करने और अपने यहाँ आतंक की पाठशालाएं चलाने से पाकिस्तान की माली हालत पस्त हो चुकी है। पाकिस्तान अपने रक्षा बजट में कटौती की बात कर रहा है। पाकिस्तान की फौज ने स्वेच्छा से फैसला लिया है, कि वो अगले वित्तीय वर्ष के रक्षा बजट में कटौती करेगी. पाकिस्तान की सेना के तीनों अंग,यानी थल सेना, वायु सेना और नौसेना, इस कटौती का बोझ उठाएंगे. पाकिस्तान की असली समस्या वहाँ की जहालत है, वहाँ रोजगार का एक ही साधन समझ में आता है और वह है ‘आतंक-वाद’। पाकिस्तान जब तक सेना के कब्जे में रहेगा और अपने नागरिकों की भलाई की सोचते हुए एक कल्याणकारी राज्य बनाने की ओर अग्रसर नहीं होगा तब तक वहाँ के हालात नहीं सुधरेंगे।
‘कंगाली’ के दरवाज़े पर खड़े पाकिस्तान के हालात इतने ख़राब हो गए हैं, कि पाकिस्तान की सेना अब कह रही है, कि हम कम पैसे में काम चला लेंगे. पाकिस्तान की फौज ने स्वेच्छा से फैसला लिया है, कि वो अगले वित्तीय वर्ष के रक्षा बजट में कटौती करेगी. पाकिस्तान की सेना के तीनों अंग,यानी थल सेना, वायु सेना और नौसेना, इस कटौती का बोझ उठाएंगे. पाकिस्तान के पास पैसे की इतनी कमी है कि वहां के Officers Rank के अधिकारियों की तनख्वाह नहीं बढ़ाई जाएगी. हालांकि, सैनिकों को इससे अलग रखा गया है. पाकिस्तान की सेना ने कहा है कि उसने बलोचिस्तान और क़बायली इलाक़ों के विकास के लिए रक्षा बजट में कटौती की है.
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी सेना के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि रक्षा बजट से बचाई गई रक़म को बलोचिस्तान और क़बायली इलाक़ों में ख़र्च किया जाएगा. पाकिस्तान के अखबार The Express Tribune के मुताबिक, अगले वित्तीय वर्ष का अनुमानित रक्षा बजट एक लाख 27 हज़ार करोड़ पाकिस्तानी रुपए है. इस में पूर्व सैनिकों की पेंशन और स्पेशल सैन्य पैकेज में होने वाले खर्च शामिल हैं.
विकास के नाम पर बलिदान का दावा कर रही पाकिस्तान की फौज एक सच छुपा रही है. वो सच ये है कि पाकिस्तान के ख़ज़ाने में पैसे नहीं हैं. उसे अपना ख़र्च चलाने के लिए दुनिया भर से उधार मांगना पड़ रहा है. पिछले महीने जब पाकिस्तान ने क़र्ज़ के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से समझौता किया, तो उसे अपने ख़र्च घटाने की शर्त माननी पड़ी. जब से पाकिस्तान ने IMF से समझौता किया है, तबसे वहां लगभग हर चीज़ की क़ीमतें काफी तेज़ी से बढ़ी हैं.
पाकिस्तान में पेट्रोल 112 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर से ज़्यादा हो गया है. पाकिस्तान में दूध क़रीब 120 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर है. खाने-पीने के सामान और सब्ज़ियों के दाम आसमान छू रहे हैं. शेयर बाज़ार की हालत ख़राब है. Pakistan Stock Exchange के CEO ने बिना कारण बताए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. पाकिस्तान की सबसे बड़ी परेशानी ये है, कि वहां पर कोई विदेशी निवेश नहीं आ रहा है.
इस साल पाकिस्तान की विकास दर सिर्फ 2.9 प्रतिशत रहेगी. जबकि World Bank के मुताबिक़ अगले दो साल तक भारत की विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. दूसरी तरफ पाकिस्तान की स्थिति लगातार बिगड़ती चली जाएगी. World Bank की मानें तो साल 2020 तक पाकिस्तान में महंगाई दर साढ़े 13 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी.
पाकिस्तान की इस दुर्दशा के लिए काफी हद तक भारत की आक्रामक कूटनीति भी ज़िम्मेदार है. क्योंकि, पुलवामा हमले के बाद भारत ने एक साथ कई मोर्चों पर पाकिस्तान के खिलाफ अघोषित युद्ध का ऐलान कर दिया था. भारत ने पाकिस्तान से Most Favoured Nation का दर्जा वापस ले लिया था. Financial Action Task Force में पाकिस्तान की घेरेबंदी करके, उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने का दबाव भी भारत ने बनाया.
फिर भी, पाकिस्तानी सेना ने अपने खर्चों में ख़ुद से कटौती की, तो सोशल मीडिया पर उसकी तारीफ़ होने लगी. लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा, कि रक्षा बजट घटाने के बाद भी पाकिस्तान की सेना कंगाल नहीं होगी।क्योंकि, पाकिस्तान में सेना ही देश चलाती है. वहां के बड़े उद्योग भी सेना ही संचालित करती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में पाकिस्तान, हथियारों पर खर्च करने वाला 20वां सबसे बड़ा देश था. 2018 में पाकिस्तान ने जो पैसा हथियारों पर खर्च किया, वो उसकी GDP के 4 प्रतिशत के बराबर था. 2018 और 2019 में पाकिस्तान का रक्षा बजट 66 हज़ार 500 करोड़ रुपये का है. सबसे बड़ी बात ये है, कि पाकिस्तान अपने सालाना बजट में 18 प्रतिशत से ज़्यादा पैसा रक्षा पर खर्च करता है. जबकि पाकिस्तान का शिक्षा बजट, उसके कुल बजट का सिर्फ 2 प्रतिशत है. पाकिस्तान के सालाना बजट में स्वास्थ्य का हिस्सा 1 प्रतिशत से भी कम होता है.
अगर कोई देश प्रगति करना चाहता है, तो उसे स्वास्थ्य और शिक्षा पर ज़्यादा खर्च करना चाहिए. रक्षा पर कम. लेकिन पाकिस्तान में बिल्कुल उल्टा होता है. वैसे रक्षा बजट में पाकिस्तान की सेना कितनी कटौती करेगी, ये नहीं बताया गया है. लेकिन, पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भारत के मीडिया को ज़रुर कोसा है.
उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के रक्षा बजट के आंतरिक विषय को भारत का मीडिया ग़लत तरीके से पेश कर रहा है. अपने Tweet में मेजर जनरल गफ़ूर ने भारत को धमकी भरे लहज़े में चेतावनी दी है. और कहा है, कि भारत ये ना भूले कि 27 फरवरी 2019 को यही पाकिस्तानी फौज थी. और यही रक्षा बजट था. आपको याद होगा, 26 फरवरी को बालाकोट हवाई हमले के बाद, पाकिस्तान की वायुसेना ने 27 फरवरी को भारतीय वायुसीमा में घुसपैठ की थी, जिसका भारत ने कड़ा जवाब दिया था और पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था. लेकिन, आसिफ गफूर ने ये भी कहा है, कि पाकिस्तान की सेना के पास क्षमता भी है. और जवाब देने की योग्यता भी है. और मुद्दा रक्षा बजट का नहीं है. बल्कि पाकिस्तान की सेना की काबिलियत का है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता का ये Tweet बताता है, कि रक्षा बजट में कटौती के नाम पर पाकिस्तान शायद कुछ छुपाने की कोशिश कर रहा है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/11/imran-khan-begging-cover.jpg7001200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 02:40:242019-06-06 02:40:26रक्षा बजट में कटौती से नहीं सुधरेंगे पाकिस्तान के हालात
नई दिल्ली: उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का अमेरिका में निधन हाे गया. वह अमेरिका में फेंफड़े की बीमारी का इलाज करा रहे थे. उनकी मौत के बाद उत्तराखंड में तीन दिन का राजकीय अवकाश घोषित कर दिया गया है. गुरुवार को सभी सरकारी दफ्तरों और स्कूलों का अवकाश रहेगा.
प्रकाश पंत कुछ दिन पहले ही इलाज के लिए अमेरिका गए थे. इससे पहले उनका इलाज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में हुआ था. हालांकि उनकी बीमारी के बारे में बहुत स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई थी.
खुद मुख्यमंत्री संभाल रहे थे चार्ज प्रकाश पंत की बीमारी के बाद उनके विभाग को खुद उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत संभाल रहे हैं. पंत के पास विभाग संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, वित्त, आबकारी, पेयजल एवं स्वच्छता, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग की जिम्मेदारी थी.
उनके निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, उत्तराखंड में मेरे सहयोगी एवं प्रदेश के वित्तमंत्री श्री प्रकाश पंत जी का अमेरिका में इलाज के दौरान स्वर्गवास होने का समाचार पा कर स्तब्ध भी हूँ और व्यथित भी. प्रकाश जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत एवं अपूर्णीय क्षति है; उनके निधन से हमारा तीन दशक पुराना साथ यादों में रह गया.
प्रकाश पंत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ विधानसभा से 2002 से 2007 में निर्वाचित हुए थे. बजट सत्र के दौरान विधानसभा में बजट पेश करते हुए प्रकाश पंत की तबीयत बिगड़ गई थी, इसके बाद वह पूरा बजट भाषण नहीं पढ़ पाए थे. उस समय उनका बजट सीएम रावत ने पूरा किया था.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/Prakash-Pant.jpg461615Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 01:42:482019-06-06 01:42:51प्रकाश पंत नहीं रहे
जयपुर महानगर के पुलिस थाना अशोक नगर मे रिपोर्ट दर्ज कराने गये वकील के साथ किये दुर्वयव्हार को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय मे दायर याचिका पर जयपुर पलिस कमिश्नर आनन्द श्री वास्तव को दोपहर एक बजे न्यायालय मे तलब किया !
न्यायालय के आदेश पर पुलिस कमिश्नर मंगलवार को न्यायालय मे उपस्थित हुये तथा न्यायलय को बताया कि उक्त घटना मे संलिप्त पुलिस कर्मियो को अशोक नगर थाना से हटा दिया है तथा न्यायलय को आश्वासन दिया कि भविष्य मे वकिलो के साथ ऐसा व्यवहार नही होगा! जिस पर अदालत ने कहा कि वो आगामी 7 जून तक बताये कि थानो मे वकीलो की आवाजाही पर उनकी क्या गाइडलाइन है, वकील आफिसर आफ द कोर्ट है।
यह अन्तरिम आदेश अवकाशकालीन न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने वकील भारत यादव की याचिका पर दिये!
प्रार्थी पक्ष की ओर से अदालत मे मे दायर याचिका मे कहा गया कि प्रार्थी वकील दो अन्य लोगो के साथ पुलिस थाना अशोक नगर मे कोई मामला दर्ज कराने गये तो वहां उपस्थित ए एस आई मदनलाल ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया गालिया दीं तथा मारपीट की उसके बाद मदनलाल के कहने पर उप निरिक्षक बग्गा राम ने भी उसके साथ धक्का मुक्की की तथा फर्जी मुकदमा बनाकर जेल मे बन्द कर दिया !
याचिका पर सुनवाई के दौरान दोपहर एक बजे पुलिस कमिश्नर को हाजिर होने को कहा तथा न्यायालय के आदेश की पालना मे पुलिस कमिश्नर दोपहर एक बजे न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुये! !
न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने कमिश्नर को हिदायत देते हुये कहा कि पुलिस और वकील एक ही सिस्टम का हिस्सा है और वकील आफिसर आफ द कोर्ट है ऐसे मे पुलिस का ऐसा बर्ताव वकीलो के साथ सही नही ! तथा आगामी पेशी 7 जून को पुलिस थाने मे वकीलो की आवाजाहि की गाइड लाइन बताये जिससे भविष्य मे ऐसी घटनाएं वकीलो के साथ न हो ! इस पर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियो को उक्त थाने से हटा दिया गया है और अदालत को आश्वस्त किया कि भविष्य मे ऐसी घटना नही होगी!
प्रार्थी पक्ष वकील भारत यादव की तरफ से डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सुनील शर्मा, महासचिव गजराज सिंह राजावत, महेन्द्र शाण्डिल्य,दिनेश पाठक, अखिलेश पारीक व अन्य वकीलो ने पैरवी की तथा सरकार की ओर से राजकीय अधिवक्ता राजेन्द्र यादव,लक्ष्मण मीणा,शेरसिंह महला ने पैरवी की
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/06/f4c37f3a-8adb-4ea8-9b02-a23b5be5c802.jpg255417Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-06-06 01:27:352019-06-06 02:48:20भविष्य मे वकीलों से नही होगा दुर्व्यवहार – पुलिस कमिश्नर
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