आतंकियों के लिए पूर्व विधायक के घर से AK-47 हासिल की गईं थीं

कश्मीर में पुलिस के हाथों से हथियारों का छीना जाना या उनके कब्जे से असले का चोरी हो जाना आम है। अब तो पुलिस वाले खुद भी हथियारों के साथ गायब होने लगे हैं। यह चिंता का विषय है। इन सभी वारदातों के तार कहीं न कहीं हिजबुल या दूसरे आतंकी संगठनों से जुड़े हैं।

नई दिल्‍ली: जम्‍मू और कश्‍मीर की वाची विधानसभा से पीडीपी के पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर के घर से सात एके-47 राइफल और पिस्‍टल चोरी करने के मामले में एनआईए ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी है. उल्‍लेखनीय है कि 28 सितंबर 2018 को हुई इस वारदात में एनआईए ने जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के एसपीओ आदिल बशीर शेख, यवर अहमद डार और रफीक अहमद भट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. तफ्तीश के दौरान एनआईए ने 10 दिसंबर 2018 को आरोपी रफीक अहमद भट को गिरफ्तार कर लिया था. तफ्तीश के दौरान इस मामले में घाटी के मोस्‍ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू सहित हिजबुल मुजाहिद्दीन के अन्‍य आतंकियों को को जुड़ा पाया था.

आतंकियों की संलिप्‍ता सामने आने के बाद एनआईए को मिला था केस 

एनआईए के अनुसार, वाची से विधायक एजाज अहमद मीर की सुरक्षा में तैनात जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के एसपीओ सात एके-47 राइफल और एक पिस्‍टल लेकर फरार हो गए थे. इस मामले में जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस ने 28 सितंबर 2018 को एफआईआर दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू की थी. इस मामले में आतंकियों का कनेक्‍शन आने के बाद 18 अक्‍टूबर 2018 को यह मामला एनआईए को स्‍थानांतरित कर दिया गया था. अएनआईए ने इस मामले में पहली सफलता आरोपी रफीक अहमद भट को गिरफ्तार कर हासिल की. पुलवामा निवासी रफीक अहमद भट की गिरफ्तारी 10 दिसंबर 2018 को की गई थी. गिरफ्तारी के बाद आरोपी रफीक अहमद भट ने इस मामले से जुड़े कई अहम खुलासे किए थे.

हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने रची थी यह साजिश

एनआईए की पूछताछ में रफीक अहमद भट ने खुलाया किया था कि इस मामले का मुख्‍य साजिशकर्ता हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी आदिब मंजूर है. आतंकी आदिब मंजून के कहने पर उसने जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के एसपीओ आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. उसने बताया कि वारदात के जरिए हासिल की गई सात एके-47 राइफल और पिस्‍टल को हिजबुल मुजाहिद्दीन के नए आतंकियों को मुहैया कराया गया था. उसने बताया कि साजिश के तहत उसने आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ मिलकर पीडीपी के पूर्व विधायक को आवंटित किए गए सरकारी आवास से इन हथियारों को चोरी किया था.

मोस्‍ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू ने आरोपियों को बनाया आतंकी

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पूछताछ के दौरान रफीक अहमद भट ने खुलाया किया कि साजिश के तहत एसपीओ आदिल बशीर शेख सफाई के बहाने घर में दाखिल हुआ, जबकि दो अन्‍य आरोपी घर के बाहर कार में आदिल का इंतजार कर रहे थे. पूर्व विधायक के घर से हथियार हासिल करने के बाद उन्‍होंने इन हथियारों को अचान  नामक गांव में छिपा दिया था. इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह एसपीओ आदिल बशीर शेख और यवर अहमद डार के साथ हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी बन गया था. एनआईए के अनुसार, जांच में इस मामले में शोपियां निवासी सैयद नवीद बाबू और हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू उर्फ मोहम्‍मद बिन कासिम की भूमिका भी सामने आई थी. आतंकी रियाज नायकू ही वह शख्‍स था जो मामले के आरोपियों को आतंकी बनाया था.

सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं मामले में आरोपी दो आतंकी

एनआईए के अनुसार, बीते दिनों सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में मामले के आरोपी यवर अहमद डार और आबिद मंजूर को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. इस मामले की चार्जशीट को जम्‍मू की स्‍पेशल एनआईए कोर्ट में दाखिल किया गया है. एनआईए इस मामले की मुख्‍य आरोपी और मोस्‍ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू की तलाश में जुटी हुई है.

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