विभागीय कलाकार गीतों व भजनों के माध्यम से सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए
रायपुररानी/बरवाला 20 नवम्बर:
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के द्वारा खंड रायपुररानी के गांव रामपुरा में आयोजित रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम में ग्रामीणों व किसानों को पराली / फाने न जलाने के प्रति जागरुक किया। इसके अलावा इस कार्यक्रम में मौजूदा केंद्रीय व हरियाणा सरकार की जन हितैषी योजनाओं का लाभ उठाने की ग्रामीणों से अपील भी की गई। डीआईपीआरओ परमजीत सैनी ने गांव की सरपंच कमलजीत को सरकार की चार साल की उपलब्धियों के विभागीय फोल्डर भी भेंट किया।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरों के दिशा निर्देशानुसार हर जिला में हर माह दो रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इस कड़ी में पंचकूला जिला के गांव रामपुर में आयोजित इस रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभागीय कलाकारों ने जहां गीतों, भजनों व वीडियो प्रोजेक्टर के माध्यम से ग्रामीणों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई, वहीं सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सितेन्द्र कुमार ने ग्रामीणों को फसल अवशेष न जलाने के प्रति जागरुक किया। अपने संबोधन में
एआईपीआरओ ने सरकार द्वारा किसानों व ग्रामीणों के हित में बिजली के दाम लगभग आधा करने, बाजरे की 1950 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीद, फसल अवशेष प्रबंधन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता ही सेवा अभियान, आयुष्मान भारत योजना सहित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों व विकास कार्यों की ग्रामीणों को जानकारी दी। उन्होंने लोगों को नशे से दूर रहने का भी आह्वान भी किया।
उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि किसान यह सोचकर फसलों के अवशेषों को आग लगा देते हैं कि यह अवशेषों के प्रबंधन का आसान तरीका है। लेकिन उसे इस बात का जरा भी अहसास नहीं होता कि जो यह कार्य कर रहा है, इससे पूरी मानव जाति को नुकसान होता है। फसल अवशेष जलाने पर निकलने वाला धुंआ जहरीला होता है, जोकि पर्यावरण को पूरी तरह से दूषित कर देता है। इस दूषित पर्यावरण के कारण लोगों को कई शारीरिक व मानसिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि प्रदेश सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन बारे योजना बनाई है, जिसके तहत किसान अनुदान पर कृषि यंत्र लेकर फसल अवशेष का उचित प्रबंधन कर सकता है। इसलिए किसान इस योजना का लाभ उठाकर न केवल पर्यावरण को दूषित होने से बचा सकते हैं, बल्कि इसे अपनी आय का स्रोत भी बना सकते हैं।
फौज से सेवानिवृत मुखत्यारा राम ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हुए ग्रामीणों से कहा कि सरकार ने ग्रामीणों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाएं चलाई हैं। योजनाओं का क्रियांवयन इस प्रकार से किया गया है, जिससे हर पात्र व्यक्ति को इनका लाभ पहुंचे। लोगों को चाहिए कि वे इन योजनाओं से अवगत होकर इनका लाभ उठाकर अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का काम करें। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में समान विकास कार्य किए जा रहे हैं। हर व्यक्ति प्रदेश सरकार की सबका साथ-सबका विकास नीति का कायम है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी तर्ज पर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सरकार विकासात्मक योजनाओं के साथ-साथ अनेक सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों के प्रति जन जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरुक कर रही है। इनमें बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान, स्वच्छता अभियान आदि शामिल हैं। इसके अलावा फसल अवशेष प्रबंधन को भी सरकार ने एक अभियान के रूप में लिया है। सरकार फसल प्रबंधन के लिए अनुदान पर कृषि संयंत्र उपलब्ध करवा रही है, ताकि किसान फसल अवशेषों को जलाने की बजाए इनका उचित निपटान करने के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी ले सकें।
विभाग के कलाकारों भजन पार्टी लीडर जगबीर सिंह एवं जुल्फकार अलि, सदस्य धर्मबीर आदि ने भजनों के माध्यम से बेटियों की कमी से समाज में पैदा होने वाली विसंगतियों की ओर ग्रामीणों का ध्यान खींचते हुए उनसे आह्वान किया कि वे बेटियों को बोझ न समझें और उन्हें जन्म लेने दें तथा शिक्षित होने के अवसर दें। यदि वे बेटियों को मौका देंगे तो वे निश्चित ही उनका मान बढ़ाएंगी। इस अवसर पर विभाग की ओर से सुखबीर ने प्रोजैक्टर के माध्यम से प्रदेश सरकार की योजनाओं व मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए संदेश को भी दिखाया गया। इस अवसर पर पालाराम, रमेश चंद, सुरेश पाल, बरखाराम सहित पंचायत सदस्य व गांव के आमजन भी मौजूद रहे।