केंद्र ने मदर टेरेसा की चैरिटी के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है : ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि केंद्र ने मदर टेरेसा की चैरिटी के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। मदर टेरेसा द्वारा स्थापित चैरिटी ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) पंजीकरण “न तो निलंबित किया गया है और न ही रद्द किया गया है।”

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, नयी दिल्ली/कोलकत्ता :

मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उसके किसी भी बैंक खाते को फ्रीज करने का आदेश नहीं दिया है। दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि केंद्र ने मदर टेरेसा की चैरिटी के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। मदर टेरेसा द्वारा स्थापित चैरिटी ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम पंजीकरण (एफसीआरए) “न तो निलंबित किया गया है और न ही रद्द किया गया है।”

इससे पहले ममता के आरोपों पर गृह मंत्रालय ने एक बयान में यह बताया कि उसने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के किसी खाते से लेनदेन को नहीं रोका है, बल्कि भारतीय स्टेट बैंक ने सूचित किया है कि संस्था ने खुद बैंक को खातों पर रोक लगाने का अनुरोध किया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने कहा है कि उसने मदर टेरेसा द्वारा स्थापित ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी MoC)’ के बैंक खातों को फ्रीज नहीं किया है। ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)’ ने जानकारी दी है कि संस्था ने खुद ही निवेदन भेजा था कि उसके बैंक खातों को फ्रीज कर लिया जाए। वहीं MHA ने कहा है कि ‘विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA)’ के तहत MoC ने अपने एप्लिकेशन को रिन्यू कराने के लिए याचिका डाली थी, लेकिन 25 दिसंबर, 2021 को उसे ख़ारिज कर दिया गया।

उक्त संस्था ने FCRA 2010 और FCRR 2011 (Foreign Contribution Regulation Rules) के तहत पात्रता को पूरा नहीं किया था, जिस कारण उसकी याचिका को रद्द किया गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वामपंथी दल CPI ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने क्रिसमस पर ईसाइयों पर हमला बोलते हुए MoC के बैंक खातों को जब्त कर दिया है। TMC (तृणमूल कॉन्ग्रेस) सुप्रीमो ने तो यहाँ तक दावा किया था कि 22,000 मरीज और कर्मचारी बिना भोजन और दवाओं के बेचैन हैं।

ममता बनर्जी ने कहा कि मानवता से जुड़े मुद्दों के साथ समझौता नहीं किया जाना चाहिए। हालाँकि, MHA ने ये भी बताया है कि संस्था ने अपनी याचिका रद्द होने की समीक्षा के लिए कोई निवेदन ही नहीं भेजा है। उसका रजिस्ट्रेशन अक्टूबर 2021 तक ही वैध था, लेकिन इस वैधता को 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ा दिया गया था। कुछ ‘प्रतिकूल इनपुट्स’ की तरफ केंद्र सरकार का ध्यान गया था, जिसके बाद ये निर्णय लिया गया था। MHA ने कोई अकाउंट फ्रीज नहीं किया, बल्कि सिर्फ रजिस्ट्रेशन की वैधता बढ़ाने की याचिका को रद्द किया।

कलकत्ता चर्च के पादरी डोमिनिक गोम्स ने बयान जारी कर के इसे ‘केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को क्रिसमस का क्रूर गिफ्ट’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा ने सभी साजोसामान, नींद और घर त्याग कर गरीब भारतीयों की सेवा करने का फैसला लिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर मानवीय सेवा के कार्यों के प्रति गलत रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये निर्णय त्रासदी का कारण बन सकता है। साथ ही उन्होंने धर्मांतरण के आरोपों को भी गलत बताया।

फरवरी 2020 में आरोप लगा था कि मदर टेरेसा द्वारा स्थापित ‘मिशनरी ऑफ चैरिटी’ कथित तौर पर बच्चों के ख़रीद-फरोख्त में लगी हुई है। जुलाई 2018 में ‘राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR)’ ने राँची स्थित एक ऐसे ही शेल्टर होम का दौरा किया था, जहाँ बड़ी गड़बड़ियाँ पाई गई थीं। 2015 से 2018 के बीच 450 गर्भवती महिलाएँ यहाँ भर्ती की गई थी। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इनमें से सिर्फ़ 170 बच्चों का ही रिकॉर्ड दर्ज थे। बाकी 280 शिशुओं के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई थी।

श्री जैनेन्द्र पब्लिक स्कूल में 26 दिसम्बर को वार्षिक उत्सव एवं नव वर्ष उत्सव आयोजन

‘पुरनूर’ कोरल, पंचकुला :

पंचकूला सेक्टर 1 स्तिथ श्री जैनेन्द्र पब्लिक स्कूल में 26 दिसम्बर को विद्यालय वार्षिक उत्सव एवं नव वर्ष उत्सव का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम विद्यालय में हर वर्ष आयोजित किया जाता है जिसमे विद्यालय के सभी विद्यार्थी एवं अध्यापक गण बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है और भिन्न भिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां पेश करते और इस बार भी कार्यक्रम इसी प्रकार हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थीयों द्वारा पेश की गई गणेश वंदना से हुई फिर दीप प्रज्वलन किया गया जो कि अमरनाथ, प्रेमचंद जैन, कांता रानी जैन और राजीव जैन द्वारा किया गया उसके पश्चात ध्वज आरोहण के लिए विद्यालय प्रधान मुकेश कुमार ‘बिट्टू’ सचिव विशाल जैन और उप प्रधान संजीव जैन आगे आये।

इस उत्सव में बच्चों ने न केवल सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश की बल्कि भिन्न भिन्न प्रकार के नाटक, नृत्य कलाएं कविताएं इत्यादि पेश किया और सभी विद्यार्थी, अध्यापक एवं विद्यालय की समस्त कार्यकारिणी ने काफी ज़ोर-शोर से यह उत्सव मनाया ।

चंडीगढ़ में ‘आआपा’ की जीत पर झूम उठे पंचकूला के आम आदमी

‘पुरनूर’ कोरल, पंचकुला :

इस बात से अब कोई भी अनजान नही की चंडीगढ़ के हालिया चुनाव में ‘ आआपा’ ने बाज़ी मार ली है।

बराबर की टक्कर दे रहे भाजपाई एवं कोंग्रेसियों पर जीत हासिल करके और खुद को चंडीगढ़ में स्थापित कर ‘ आआपा’ की सभी इकाइयों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है इनके स्थानीय सभी कार्यालयों में जीत का जश्न मनाया गया बाकयदा ढोल, नगाड़े पर नाचकर ज़ोर- शोर से अपनी जीत घोषित की और ऐसा नबी की चंडीगढ़ के चुनाव में जीत हासिल की तो जश्न उधर ही हुआ।

नही ऐसा बिल्कुल नही है बल्कि चंडीगढ़ में ‘आआपा’ के जीतने पर पंचकूला में भी आआपा इकाई द्वारा जश्न मनाया गया।

यह जश्न आआपा के हरयाणा सचिव योगेश्वर दत्त के घर मनाया गया जिसमें मुख्य रूप से जिला प्रमुख सुरेंद्र राठी मौजूद थे जिन्होंने खूब दत्त के साथ मिलकर खूब ज़ोर शोर से इस जीत का जश्न मनाया और साथ ही पंचकूला की पूरी ईकाई ने भी बढ़ चढ़ कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

पंजाब में भाजपा, कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव ढींढसा की पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे

सीटों के बंटवारे को लेकर तीनों दलों के दो-दो नेताओं की कमिटी बनाए जाने का ऐलान भी किया गया है, जो जल्द सीटों की संख्या और नाम पर चर्चा करेगी। जानकारी के मुताबिक कुल 117 सीटों में से बीजेपी आधे से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है और बाकी सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी जाएंगी। बीजेपी का फोकस शहरी और हिन्दू, दलित बहुल सीटों पर है। गठबंधन के औपचारिक एलान के समय शेखावत के साथ मौजूद कैप्टन और ढींढसा ने मुख्यमंत्री के सवाल पर चुप्पी साधे रखी। इसके अलावा चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव नतीजों में बीजेपी को लगे झटके और आम आदमी पार्टी की जीत को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर भी नेताओं ने कन्नी काट ली।

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़ :

पंजाब में भाजपा, कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव ढींढसा की पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इस तरह से तीन दल एक साथ मिलकर पंजाब के चुनावी समर में उतरने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को यह जानकारी दी। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह होम मिनिस्टर अमित शाह के घर पर पहुंचे थे। यहां मीटिंग में पंजाब में गठबंधन को लेकर फैसला हुआ। इस मीटिंग के दौरान जेपी नड्डा, पंजाब के प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे। इस मीटिंग में ही तीनों दलों के साथ लड़ने पर फैसला हुआ है। हालांकि भाजपा या कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से अभी सीटों को लेकर समझौते पर कोई फैसला नहीं हुआ है।

पंजाब के भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि आज तीनों दलों के प्रमुखों की बैठक हुई थी। इसमें सभी पार्टियों के 2-2 सदस्यों वाली एक कमिटी बनाने का फैसला हुआ है। यह समिति राज्य में सीट शेयरिंग और मेनिफेस्टो तैयार करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि तीनों दलों की ओर से एक साझा घोषणापत्र पंजाब को लेकर जारी किया जाएगा। बता दें कि पंजाब का विधानसभा चुनाव इस बार बहुकोणीय हो गया है। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी राज्य में मजबूत स्थिति में दिख रही है। इसके अलावा अकाली दल और बसपा गठबंधन में उतरे हैं। 

वहीं भाजपा, कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव ढींढसा की पार्टी मिलकर तीसरा मोर्चा बना चुके हैं। वहीं किसान संगठनों ने अपनी नई पार्टी बनाकर चुनावी समर में उतरने का फैसला लिया है। माना जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की पार्टी का बड़ा असर देखने को मिल सकता है।

गरीब बच्चों के साथ इस खास अंदाज में मनाया गया नया साल

पंचकुला :

नव वर्ष का जश्न शहर की  समाजसेवी   ने सोमवार को गरीब और जरूरतमंद बच्चों के संग मनाया. सामाजिक कार्यकर्ता अदिति बुद्धिराजा  ने सेक्टर 14 स्थित अपने लग्जरी सैलून हेयर रेजर्स  पर आसपास की बस्तियों में रहने वाले गरीब और जरूरतमंद बच्चों को बुलाया. अपने स्टाफ और अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इन बच्चों के लिए खास इंतजाम किए गए.

इन बच्चों के लिए  खानपान के अन्य सामानों के साथ उनके हेयर कट, मैनीक्योर / पैडीक्योर / ग्रूमिंग का  इंतजाम किया गया. बच्चे यह खास इंतजाम देख काफी उत्साहित हुए. बच्चों ने इस मौके पर संगीत की धुनों पर थिरककर अपने उत्साह का प्रदर्शन किया. बच्चों को खानपान का सामान देकर विदा किया गया और उन्हें शिक्षा के लिए जागरूक करने के साथ मदद का भी आश्वासन दिया गया.
सामाजिक कार्यकरता व एंटरप्रेन्योर अदिति  ने बताया कि अधिकांश बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर तबके से ताल्लुक रखते हैं. इनकी शिक्षा पर खास ध्यान दिए जाने की जरूरत है. नव वर्ष पर हमारा संकल्प है कि इन बच्चों की जितनी संभव होगी उतनी मदद की जाएगी. जिससे ये बच्चे शिक्षा और स्वालंबन के रास्ते पर आगे बढ़ सकें.

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 27 December

पंचकुला:

पंचकूला पुलिस नें किरायें पर टैक्सी कार को लूटने की वारदात को अन्जाम देनें वालें दो आरोपियो को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

  • दोनों आरोपियो नें 31 मार्च 2021 को ए.एम.एस हिन्दुस्थान पेट्रोल पम्प पर लूट की वारदात को अन्जाम दिया था         

                                पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा भा0पु0से0 के निर्देशानुसार प्रबंधक पुलिस थाना चण्डीमन्दिर निरिक्षक अरविन्द कुमार व उसकी टीम इन्चार्ज पुलिस चौकी रामगढ ए.एस.आई मुकेश कुमार द्वारा टैक्सी कार को लूट की वारदात को अन्जाम के मामलें में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान गुरमिन्द्र सिह उर्फ गुरविन्द्र सिह पुत्र जय सिह तथा बहादुर सिह पुत्र धर्मपाल वासी गाँव कदमा खुर्द जिला पटियाला पंजाब के रुप में हुई ।

घटना के मुताबिक दिनांक 16 नवम्बर 2021 को शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार पुत्र राजबीर सिहं वासी गावं मङौली खुर्द थाना शिवानी जिला भिवानी नें पुलिस चौकी बरवाला में शिकायत दर्ज करवाई कि वह टैक्सी कार चलाता है और उसके पास मारुति स्वीफ्ट डिजायर कार है और दिनांक 16 नवम्बर 2021 को अम्बाला कैन्ट रेलवे स्टेशन से तीन व्यकियो नें शिकायतकर्ता टैक्सी कार करकें बरवाला के लिये लेकर आयें ते जिन्होनें रास्तें में गाव सुल्तानपुर के पास एक व्यकित नें ड्राईवर की गर्दन पर पिस्तोल लगा दी और ड्राईवर को नीचें उतार दिया और तीन व्यक्तियो द्वारा कार को छीन कर भाग गयें जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा  392/34 भा.द.स. एण्ड आर्मस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी कार्यवाही करतें हुए दो आरोपियो को कल दिनांक 26 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया और आरोपियो को पेश अदालत दो  दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

पंचकुला:

प्रंबधक थाना नें ठीकरी पैहरा लगानें हेतु की अपील

  • ठीकरी पैहरा से कोई अपराधिक किस्म का व्यकित गावों में प्रवेश नही कर सकता
  • चोरी जैसी घटनाए भी कम होती है

                       पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा भा0पु0से0 के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में ग्रामीण क्षेत्र में अपराधो की रोकथाम हेतु थाना चण्डीमन्दिर, थाना रायपुररानी के क्षेत्र में गावों में ठीकरी पैहरा की लगाया गया है परन्तु कुछ गावों में ठीकरी पहरा नही लगाया जा रहा है । जिस सम्बन्ध में प्रंबधक थाना रायपुररानी निरिक्षक बच्चु सिह व प्रबंधक थाना चण्डीमन्दिर निरिक्षक अरविन्द कुमार द्वारा आमजन से अपील की जाती है कि वह पुलिस का सहयोग करें और अपनें अपनें गावों में ठीकरी पैहरा लगायें ताकि इससे अपराधिक किस्म का कोई अन्जान व्यकित गावों में प्रवेश नही कर सके और ताकि गावों में किसी भी प्रकार के अप्रिय घटना, चोरी इत्यादि ना हो और पुलिस के द्वारा अपनें अपनें अधीन क्षेत्र के गावों में लगायें गयें ठीकर पैहरा को समय समय पर  चैक भी किया जाता है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को होनें से रोका जा सकें ।

इसके अलावा प्रंबधक थाना चण्डीमन्दिर नें कहा कि हरियाणा राज्य में सरकार के आदेशानुसार नाईट कर्फ्यु रात्रि 11 बजें से लेकर सुबह 5 बजें तक दिनांक 05 जनवरी तक लागू किया गया है और रात के समय अनावश्यक तौर पर घर सें बाहर ना निकलें और कोविड-19 के तहत मास्क पहनना व सामाजिक दूरी की पालना करें

पंचकुला:

पंचकूला पुलिस नें आश्रम में लूट की वारदात  को अन्जाम देनें वाले 10 दस साल से फरार उदघोषित अपराधी को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

  • आरोपी को पेश अदालत दो दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

                                   पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा भा0पु0से0 के निर्देशानुसार प्रबंधक थाना पिन्जौर निरिक्षक रामपाल व उसकी टीम द्वारा दिनांक 19/20 अप्रैल 2010 की रात को रिषि आश्रम में मढावाला में लूट की वारदात को अन्जाम देनें के मामलें में कल दिनांक 26 दिसम्बर को सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचाऩ शीतल शान्सी उर्फ राजू पुत्र गुरदास वासी डेहा कालौनी सगंरुर पजांब के रुप में हुई । जानकारी के मुताबिक दिनांक 20 अप्रैल 2010 को पुलिस थाना पिन्जौर में शिकायत प्राप्त हुई कि कल दिनांक 19/20 अप्रैल की रात को करीब 2 बजें रिषी आश्रम मढावाला में करीब 15 आदमी आए और लोहें की राड के साथ मारनें लगें और आश्रम के अन्दर सें गुरू के कमरे की कुन्डी तोडकर अन्दर का दरवाजा खोला और गुरूजी को बान्धा और बाल खींचकर गला दबाया और लातो से मारने लगे कमरें की सारी अलामारिँया तोडकर सारी नकदी पैसें व मुर्ती तीन मोबाईल लूट कर लें गयें जिस बारें पुलिस थाना  में प्राप्त शिकायत पर धारा 395/412 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी तफतीश कार्यवाही करतें हुए उपरोक्त मामलें में 7 वे सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया गिरफ्तार कियें गयें आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।जिस मामलें में सलिप्त आरोपी उपरोक्त शीतल शान्सी उर्फ राजू पुत्र गुरदास वासी डेहा कालौनी सगंरुर पजांब को माननीय अदालत श्री राकेश सिह सी.जे.एम कोर्ट पचकुला द्वारा दिनांक 28.01.2011 को आरोपी को अदालत के आदेशो की उल्लंघना करनें पर उदघोषित अपराधी किया गया था जिस आदेशो के तहत पुलिस थाना पिन्जौर में अलग धारा 174-ए भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया और आरोपी को गिरफ्तार करकें पेश अदालत दो दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया । 

पंचकुला:

क्राईम ब्रांच पंचकूला नें हिरोईन के मामलें में आरोपी को किया काबू


                                   पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा भा0पु0से0 के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में अवैध नशीला पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही हेतु अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत क्राईम ब्रांच सैक्टर 19 पंचकूला नें अभियान के कडी कार्यवाही करतें हुए अवैध हिरोईन के मामलें में आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपियो की पहचान गोपी पुत्र सन्जीत वासी खडक मन्गौली जिला पंचकूला के रुप में हुई ।जानकारी के मुताबिक क्राईम ब्रांच सैक्टर 19 पंचकूला की टीम नें गस्त पडताल करतें हुए सैक्टर 14,15,16,10,5,माजरी चौक के पास मौजूद थे तभी घग्गर नदी के तरफ से एक व्यकित आता दिखाई दिया जो पुलिस पार्टी को देखकर तेज कदमों से पीछें की तरफ जानें लगा जिसको शक की बुनाह पर रोककर कर पुछताछ की गई जिसनें अपना नाम गोपी पुत्र सन्जीत उपरोक्त बतलाया जिसकी ताळाशी लेनें पर आऱोपी उपरोक्त के पास सें 3.45 ग्राम हिरोईन बरामद की गई । जो आरोपी कें खिलाप पुलिस थाना सैक्टर 07 पंचकूला में एन.डी.पी. एस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और आरोपी को मौका सें गिरफ्तार करकें पेश अदालत कार्यवाही की गई ।

मैं मांग करता हूं कि अंबाला में रक्षा उपकरण बनाने के लिए उद्योग स्थापित किए जाएं: कटारिया

आज संसद में बोलते हुए लोकसभा क्षेत्र अंबाला के लिए की मांग

डेमोक्रेटिक फ्रंट॰कॉम , चंडीगढ़ :

मैं आपका ध्यान अपने लोकसभा क्षेत्र अंबाला की ओर दिलाना चाहता हूं जिसके अंतर्गत दो कंटोनमेंट बोर्ड पंचकूला अंबाला छावनी पढ़ते हैं महोदय सामाजिक दृष्टि से अंबाला छावनी एयरफोर्स स्टेशन बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र है चीन व पाकिस्तान की सीमाओं की दूरी यहां से 200 या 300 किलोमीटर के लगभग पड़ती है जब भी भारत-पाकिस्तान व् भारत- चीन युद्ध हुआ l अंबाला एयरबेस को शत्रु ने हमेशा निशाना बनाना चाहा l महोदय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत में रक्षा उपकरण बनाने व् इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके ‘मेक इन इंडिया’ फॉर दी वर्ल्ड की नीव अपनाई है l महोदय पहले भी अंबाला में सेना के उपकरण बनते रहे हैं l अंबाला साइंस का समान बनाने में भी विश्व प्रसिद्ध है अब भारत रक्षा उपकरणों के मामले में आत्मनिर्भर की नींव पर कार्य कर रहा है l मैं मांग करता हूं कि अंबाला में रक्षा उपकरण बनाने के लिए उद्योग स्थापित किए जाएं।

सभी नतीजे घोषित, 14 आआपा के खाते में, भाजपा को मिली 12 सीटें, कांग्रेस तीसरे स्थान पर

भाजपा बहुत ही तसल्ली में है कि आआपा को 18 सीटें नहीं मिलीं। इसीलिए कोई आपदा नहीं आ पाएगी। मात्र 4 सीटें और चाहियेँ, क्या मुश्किल है? भाजपा के या फिर कॉंग्रेस के कुछ अनुभवी जीतने वाले आआपा में शामिल हो जाते हैं तो फिर? मात्र 4 लोग या फिर 6 अपने हाथ से कमल छोड़ झाड़ू थाम लेंगे? हारने वालों के मन में प्रश्न यह नहीं है हारने का विषय क्या है? चंडीगढ़ भाजपा का बहुत बड़ा फैसला होता रहा है। यूं कहें कि चंडीगढ़ बहुत बार केंद्र से अलग नहीं आता। केंद्र के फैसलों से आम जनता इतनी निराश है कि भाजपा के बड़े से बड़े प्रवक्ता के पास भी आम जनता की आफतों के कोई सुझाव नहीं हैं। अभी कल ही केंद्र का फैसला आम लोगों की जेब पर भारी रहेगा। पेट्रोल डीजल हो या फिर खाना और वस्त्र सब कुछ महंगा हो रहा है। बेरोजगार बढ़ रहा है। भाजपा और भाजपाई खुश हैं। हारना भी उन्हें कोई दुख नहीं देता। चलते रहो……

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं। 35 सीटों वाले निगम में इस बार आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आप को 14 सीटें मिली हैं। वहीं भाजपा दूसरे स्थान पर रही है। कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।  

35 सीटों के चुनाव परिणाम घोषित

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं। आम आदमी पार्टी 14 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को 12 सीटें, कांग्रेस को आठ और अकाली दल को एक सीट मिली है।  

वार्ड नंबर 2 से 11 वोटों से हारे कांग्रेस प्रत्याशी हरमोहिंदर लक्की भी दोबारा मतगणना की मांग को आगे आ गए हैं। वार्ड नंबर 4 से हारी बीजेपी प्रत्यशी सविता भी दोबारा मतगणना की मांग कर रही हैं। अभी मतगणना के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है।

आप बनी सबसे बड़ी पार्टी। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। पार्टी 14 सीटें जीत चुकी है। आखिरी दो सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। 

चण्डीगढ़ में इस बार त्रिशंकु नगर निगम !

35 में से 23 सीटों पर नतीजे आ चुके हैं। आम आदमी पार्टी ने बढ़त बनाए हुए हैं। 23 में से 10 सीटों पर आप ने कब्जा कर लिया है। 7 सीटों पर भाजपा और 5 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। अकाली दल की झोली में 1 सीट आई है।

Ward no. 29 – Aap – manaur

Ward no. 14 – Bjp – kuljeet singh sandhu

Ward no. 2 – bjp – maheshinder singh sidhu

Ward no.1 – Aap – jaswinder Kaur

Ward no. 5 – congress- darshana

Ward no.9 – Bjp- bimla Dubey

Ward no.13 – congress – Sachin galav

Ward no.17 – Aap – Daman preet Singh

Ward no. 21 – Aap – Jasbir Singh

Ward no.25 – Aap – Yogesh dhingra

Ward no. 33 – Bjp – kanwarjeet singh

Ward no. 26 – Aap – kuldeep kumar

Ward no. 30 – akali dal – hardeep singh

Ward no. 10 – congress – harpreet kaur babla

Ward no. 6 – bjp – sarbjit kaur

Ward no. 10 – congress – harpreet kaur babla

Ward no . 34 – congress – gurpreet singh

Ward no.22 – Aap – anju katyal

Ward no. 18 – Aap – taruna mehta

Ward no. 3 – Bjp – dalip Sharma

मन के आइने के पीछे क्या है?

मन को दर्पण कहा जाता है। लेकिन इस दर्पण के दूसरी तरफ क्या है? आज के स्पाॅट में सद्‌गुरु यही बता रहे हैं, साथ ही यह भी कि आखिर कैसे जाएं आइने के दूसरी तरफ।

एक अनुभव के रूप में समय हम सभी के लिए प्रासंगिक है क्योंकि हम सभी मरणशील हैं। शरीर, मन और भावनाओं के संदर्भ में आप खुद को जो भी समझते हैं, वह सब बस आपकी याद्दाश्त की उपज है। स्मृति के हर स्तर को चाहे वह विकासपरक हो, आनुवंशिक हो, चेतन हो, अवचेतन हो या अचेतन हो, समय के पैमाने से नापा जा सकता है। एक तरह से देखें तो सौरमंडल की भी अपनी स्मृति होती है, जो हर शरीर में प्रतिबिंबित होती है चाहे वह चेतन हो या अचेतन। इस तंत्र ने हर चीज को उसकी संपूर्णता में गढ़ा है।

चेतन होने का अर्थ है समय से परे जाना

अगर आप अपनी शारीरिक या मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं में पूरी तरह से डूबे हुए हैं, तो आप बस समय का प्रतिफल हैं। समय का प्रतिफल होने का मतलब है, बार-बार दुहराया जाने वाला होना, जिसमें आपकी वास्तविक प्रकृति कभी अभिव्यक्त नहीं हो पाएगी। यही वजह है कि आदियोगी के समय से हम चेतना की बात कर रहे हैं।

आपको याद रखना है कि आपकी कोई एक्सपायरी डेट भी है। ऐसे

में कोशिश करें कि अगला पल, अगला दिन, अगला साल बिना जीवन

को जाने न गुजरे। आप जीवन को भोजन, पानी, प्रेम या

मजे के जरिये नहीं जान सकते।

चेतना का अर्थ है समय के चक्रों से परे जाना या ऊपर उठना। आप बाहरी दुनिया के प्रति जागरूक हो सकते हैं, लेकिन आप इस बात को लेकर जागरूक नहीं हैं कि आप एक जीवन के रूप में यहां हैं। आप इस दुनिया व इसके लोगों का अनुभव तो करते हैं, लेकिन आपको खुद का कोई अनुभव नहीं है।

आपका मन और शरीर इस दुनिया और इसके लोगों की देन है। आपकी वास्तविक प्रकृति, आपके अनुभव में है ही नहीं, क्योंकि यह मन के दूसरी तरफ है। एक तरह से आपका मन दर्पण की तरह है। हो सकता है कि यह एक विकृत दर्पण हो, लेकिन फिर भी है तो दर्पण ही। आप दुनिया को देखते हैं, क्योंकि यह आपके मन में प्रतिबिंबित होती है। लेकिन मन खुद को कभी प्रतिबिंबित नहीं करता। ‘खुद’ से मेरा मतलब आपके शरीर या विचारों से नहीं है। आप अपने विचारों और भावनाओं को देख सकते हैं, उनका अवलोकन कर सकते हैं, लेकिन आप खुद का अवलोकन नहीं कर सकते, आत्म दर्शन नहीं कर सकते। आपके अस्तित्व को नहीं देखा जा सकता, इसे केवल महसूस किया जा सकता है। मन आपके आसपास की दुनिया को तो प्रतिबिंबित कर रहा है, लेकिन खुद को एक जीवन के रूप में अनुभव नहीं कर पा रहा है। इस दुनिया में अभी आपके लिए सबसे अहम चीज यह है कि आप यहां हैं।

जीवन का सार आईने की दूसरी तरफ है

अगर आपको खुद का कोई अनुभव नहीं है, अगर आपने जीवन को गहराई में जाकर स्पर्श नहीं किया है, तो अपने स्रोत का अनुभव करने का तो कोई सवाल ही नहीं है। आपने क्लाइडोस्कोप देखा है न? तो ज्यादातर लोग बस क्लाइडोस्कोप की तरह जीवन का अनुभव करते हैं, जो मन के आईने पर घटित हो रही हैं। वे लगातार अपनी स्मृति की खुदाई करने में व्यस्त रहते हैं। इस तरह वे कभी खुद को खुश करते हैं तो कभी दुखी करते हैं। आनंद हो या कश्ट, उसका स्रोत वही है, जो मन में घटित हो रहा है।

मन के आईने में जो कुछ भी हो रहा है, वह आपको जीवन भर या उससे भी ज्यादा समय तक उलझाए रखता है। वही विचार, वही भाव बार बार आते रहते हैं। आपको याद रखना है कि आपकी कोई एक्सपायरी डेट भी है। ऐसे में कोशिश करें कि अगला पल, अगला दिन, अगला साल बिना जीवन को जाने न गुजरे। आप जीवन को भोजन, पानी, प्रेम या मजे के जरिये नहीं जान सकते। उसे जानने का एकमात्र तरीका यही है कि आप आईने के दूसरी तरफ देखें। आईने के इस तरफ तो आपको केवल नाटक दिखाई देगा, जीवन का सार आपको नहीं मिलने वाला।

यह सब करने के कई तरीके हैं। एक आसान सा तरीका यह है कि आप ईशा क्रिया करें। जब आप कहते हैं कि मैं शरीर नहीं हूं, जब आप कहते हैं कि मैं मन नहीं हूं, तो असल में आप यह कह रहे होते हैं कि मैं स्मृति की उपज नहीं हूं। मैं तमाम चीजों का ढेर नहीं हूं। मैं निश्चित रूप से उससे कहीं ज्यादा हूं। आपकी जीवंतता मूल स्रोत से आती है, जो आपके मन के आईने के दूसरी तरफ है।

अनुभव आत्म तत्व पैदा करता है

मैं चाहता हूं कि आप लगातार कोशिशें करें। आप अभी जहां भी हैं, अपनी आंखें बंद करें और देखें कि क्या आप वाकई यहां हैं। विचार और भाव वहां है, शरीर वहां है, लेकिन क्या आप वहां हैं ? इसका अनुभव करने के लिए आप कुछ आसान से तरीके अपना सकते हैं। सदियों से ऐसी परंपरा रही है कि जो कोई भी आध्यात्मिक होना चाहता है, वह लंबे समय के लिए भोजन त्याग देता है।

आपको याद रखना है कि आपकी कोई एक्सपायरी डेट भी है। ऐसे में कोशिश करें कि अगला पल, अगला दिन, अगला साल बिना जीवन को जाने न गुजरे। आप जीवन को भोजन, पानी, प्रेम या मजे के जरिये नहीं जान सकते।

इसकी वजह खुद को तड़पाना नहीं है। जब आप वास्तव में भूखे हैं और आप बैठ जाएं तो आप महसूस करेंगे कि आपके और आपके शरीर के बीच में एक तरह का भेद है। इसके बाद जब आप भोजन का पहला निवाला खाते हैं, तो आपको एक सुखद अहसास होता है, जो आपके पूरे शरीर में फैल जाता है। इसी तरह अगर आप बहुत प्यासे हैं और आपको पानी का एक गिलास मिल जाए तो आपका पूरा शरीर प्रफुल्लित हो उठता है।

इस सुखद अहसास को महसूस करें। यह कोई पेट भरने या प्यास बुझने का मामला नहीं है, यह अनुभव की सुखदता है, जो आपके भीतर से पैदा होती है। मन अनुभव का चुनाव तो करता है, लेकिन यह अनुभव का कारण नहीं बन सकता। आपके भीतर कुछ होता है, जिसे आप ‘आत्म’ कहते हैं, यही अनुभव पैदा करता है।

कैसे जाएं आईने के दूसरी तरफ?

इस संदर्भ में दो पहलू हैं – संवेदना ओर अनुभूति। इंद्रिय सुख असली चीज नहीं है क्योंकि इंद्रियां अनुभव पैदा नहीं करतीं।

आप अभी जहां भी हैं, अपनी आंखें बंद करें और देखें

कि क्या आप वाकई यहां हैं। विचार और भाव वहां है,

शरीर वहां है, लेकिन क्या आप वहां हैं ? इसका अनुभव करने के लिए

आप कुछ आसान से तरीके अपना सकते हैं।

मान लीजिए आपने एक गिलास पानी पिया। प्यास बुझ रही है, शरीर को ठंडक मिल रही है, लेकिन आप सिर्फ इसी संवेदना को महसूस न करें। अहम है उस सुखद अहसास को महसूस करना, जो एक गहरे स्तर पर घटित होता है।

ऐसी चीज को चुनें जो आपके भीतर सुखदता पैदा करती है, चाहे वह हवा हो, सांस हो, पानी हो, भोजन हो या ऐसी ही कोई और चीज। भले ही कुछ सेकंड के लिए सही, सुखदता के इस अनुभव के साथ ठहरें और इस दौरान इस सुखदता को बिना किसी विचार या भाव के महसूस करें। धीरे-धीरे आप आईने की दूसरी तरफ की ओर जाने लगेंगे। ज्ब वक्त गुजरता है तब आप अपनी स्मृति और वक्त की उपज होते हैं। संध्या या रूपांतरण के समय एक खास किस्म का अंतराल आता है, एक खास शून्यता पैदा होती है, जिससे परे जाना है। संध्या काल ऐसा ही मौका है। आपके अपने सिस्टम के लिए सबसे अहम रूपांतरण का जो समय होता है वो है – जब आप सोते हैं और जब आप जागते हैं। इस रूपांतरण में एक छोटा सा अंतराल होता है। हम इस अंतराल का इस्तेमाल करना चाहते हैं।

जब आप जागते हैं तो एक खास किस्म का सुख आपके पूरे शरीर में फैल जाता है। अगर आप उस पल और पूरे दिन उसी सुखद अहसास के साथ रहें, आपका मन सुख में डुबा रहेगा। अगर आपका मन आपके लिए सुखद चीजें करता है, तो आप भी अपने आस पास की दुनिया के लिए सुखद चीजें करते रहेंगे। ठीक इसी तरह से जब आप सोने वाले होते हैं, सुख आपके पूरे शरीर में फैलता है। अगर आप इस सुखद अहसास को गौर से महसूस करें तो आप देखेंगे कि आपकी नींद की क्वालिटी शानदार हो गई है, आपको सपने आने बंद हो गए हैं क्योंकि आप आईने की दूसरी तरफ हैं।

ज्यादातर लोग केवल इंद्रिय सुख को ही जानते हैं। वे उस सुख के बारे में जागरूक नहीं होते, जो उनके भीतर कहीं गहरे में है। आमतौर पर ध्यान आदि करने के लिए आंखें बंद करके बैठने को बोला जाता है। ऐसा इसीलिए है कि आईने को बिंब नहीं मिले, उसकी सतह पर पड़ने वाली बातें कम हो जाती हैं। अगर लंबे समय तक ऐसी कोई फालतू बातें नहीं मिलेंगी, तो मन किसी भी चीज को प्रतिबिंबित नहीं करेगा। फिर आईने की दूसरी तरफ जाना आसान होगा। आप अभी जो महसूस कर रहे हैं, वह केवल प्रतिबिंब ही है। वास्तविकता तो आइने के दूसरी तरफ है। जो दूसरा पक्ष है, वह वक्त और स्थान का उपज नहीं है। सब कुछ अभी और यहीं है। पूरा का पूरा जगत यहीं है, यह एक आसान सा तरीका है, लेकिन चूंकि आप अपने मनोवैज्ञानिक नाटक में ही व्यस्त हैं, आप जीवन को पूरी तरह से खो देते हैं। चूंकि जीवन को खो दिया जाता है, इसलिए वह लोगों को बार-बार के चक्रों से दंडित करता रहता है।

जीवन को शक्तिशाली तरीके से अनुभव करें

दुनिया में सबसे अहम यह है कि आप जीवन का एक शक्तिशाली अनुभव लें। अभी आप जीवन को छोड़कर सब कुछ अच्छी तरह से जानते हैं। हर आती जाती सांस के साथ, हर कदम के साथ, आप बैठते हैं तब, आप खाते हैं तब, आप पीते हैं तब, आपके पास एक तरह की सुखदता को महसूस करने का मौका होता है, जो आपके पूरे शरीर में फैली होती है। इस सुखदता को इंद्रियों के स्तर पर नहीं, बल्कि गहराई में जाकर महसूस करने की जरूरत है।

ज्यादातर लोग इस अनुभव के प्रति जागरूक नहीं होते क्योंकि उनका मनोवैज्ञानिक नाटक, उनके भाव, उनके विचार इस पर पूरी तरह से हावी हो जाते हैं। हम जो शक्तिशाली क्रियाएं आपको बताते हैं, उनका मकसद आपको मन के आईने की दूसरी तरफ ले जाना होता है जिससे आप जीवन का स्वाद ले सकें। ऐसा जीवन समय की देन नहीं है, वह स्मृति की भी देन नहीं है और न ही कुछ चीजों का संग्रह है। वह जीवन का आधार है। जीवन और जीवन के स्रोत में कोई फर्क नहीं है। जीवन ही जीवन का स्रोत है। इस जगत में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इस जगत और जगतकर्ता का अस्तित्व अलग अलग हो। जीवन और ईश्वर के बीच का फर्क सिर्फ इंसानी मन में होता है।

जीवन किसी भी कष्ट को जानता ही नहीं

आप जिस भी कष्ट से गुजर रहे हैं, वह आपका खुद का बनाया हुआ है। गहराई में मौजूद जीवन परेशानी जैसी किसी चीज को जानता ही नहीं है। परेशानी इंद्रियों के स्तर पर हो सकती है। कई बार यह मन के स्तर पर होता है।

आप जिस भी कश्ट से गुजर रहे हैं, वह

आपका खुद का बनाया हुआ है। गहराई में मौजूद जीवन

परेशानी जैसी किसी चीज को जानता ही नहीं है। परेशानी इंद्रियों के स्तर पर हो सकती है।

कई बार यह मन के स्तर पर होता है।

एक बार अगर आप आईने की दूसरी तरफ चले जाएं, तो जो कुछ भी होता है, वे सब ऊपरी तरंगें हैं। जब आप इस बात को अनुभव कर लेते हैं तो आप एक जीवन के भक्त बन जाते हैं। आज दुनिया में इसी चीज की जरूरत है। ईश्वर, जो दूसरों का जीवन लेने को आतुर है, उसके भक्त बनने के बजाय लोगों को जीवन का भक्त बनना चाहिए, जो इस जगत के स्रोत को मूर्त रूप देता है। अगर आप ध्यान दें, आप पाएंगे कि मन एक विशाल और रंगीन ब्यौरा बना रहा है। जीवन भी लगातार अपना खुद का ब्यौरा तैयार कर रहा है। आपको उसके संपर्क में आने की जरूरत है। इसे जानने के लिए जीवंतता सबसे अहम पहलू है। अगर आप एक पल पर अधिकार कर लें, तो आप इस पूरे जगत पर अधिकार कर लेते हैं। अगर आप एक पल को हासिल कर लें तो पूरा जगत आपके पहलू में आ जाता है।