मोदी द्वारा विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पणसे अखिलेश बौखला गए हैं – भाजपा

सोमवार को पार्टी कार्यकर्ता से मुलाकात के बाद अखिलेश से जब ने पीएम मोदी के वाराणसी में कार्यक्रम को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि बहुत अच्छी बात है, वो जगह रहने वाली है, आखिरी समय में वहीं काशी में रहा जाता है। इसलिए प्रधानमंत्री को एक महीने के बजाय तीन महीने तक बनारस में रहना चाहिए।

डेमोक्रेटिकफ्रंट चंडीगढ़/लखनऊ:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया। सपा प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री एक महीना क्या 3 महीने तक बनारस में रहें। अच्छी जगह है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय में वहीं रहा जाता है। ये बातें अखिलेश यादव ने अपने पैतृक गांव सैफई में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहीं।

बतादें अपने इस द्वीट के बाद से ही यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ट्विटर पर लगातार ट्रोल हो रहे हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ। सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ। मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ।

अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘बाबा के धाम काशी विश्वनाथ धाम की दिव्यता एवं भव्यता को देख सारे ‘औरंगजेब’ बौखलाए हुए हैं!’

अखिलेश यादव की टिप्पणी पर योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया कि ‘जो भारतीय संस्कृति से प्रेरित होते हैं वो अपने दुश्मनों का भी बुरा नहीं सोचते, लेकिन जो जिन्ना संस्कृति से प्रेरित होता है वही इस प्रकार की भाषा बोल सकते हैं, तो अखिलेश जी के बारे में अब क्या बोलें वो तो जिन्ना संस्कृति से ही प्रेरित हैं।’

वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट करते हुए का कि काशी का ऐसा भव्य रूप देख कर अखिलेश यादव भौकला गए है। अगर कही जिन्ना की मूर्ति का लोकार्पण होता तो वह खुशी से झूम उठते और घर-घर मिठाई बाटते।

यूपी के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘एक तरफ आज पूरा देश काशी विश्वनाथ धाम का भव्य रूप देखकर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ जिन्नावादी मानसिकता से ओतप्रोत अखिलेश ये सब देखकर इतना बौखला गए हैं कि पीएम मोदी के लिए ऐसा घटिया बयान दे डाला,अखिलेश जी इसका जनता जवाब जरूर देगी।’

बीजेपी के नैश्नल सैक्रेटरी अरविंद मेनन ने अखिलेश यादव के बयान को शर्मनाक बताते हुए ट्वीट किया कि ‘हार तय देखकर आपका बौखलाना स्वाभाविक है परंतु उस बौखलाहट में मर्यादा तो न भूलें। प्रधानमंत्री के पद का न सही प्रधानमंत्री जी के उम्र का तो ख़्याल किया होता आपने।’

अखिलेश के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कड़ी नारजगी जताते हुए कहा कि एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव का ये बयान बेहद निंदनीय है, जिस तरह आज उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के संदर्भ में ये घृणित टिप्पणी करने का काम किया है, ये उनकी हताशा और बौखलाहट को दिखाने का काम कर रहा है।

त्रिपाठी ने कहा कि अखिलेश जब तक सत्ता में रहे तब अयोध्या के लिए मथुरा के लिए काशी के लिए उनका किस प्रकार का दुराग्रह रहा है, ये उत्तर प्रदेश की जनता ने देखा है, लेकिन आज जिस तरह प्रधानमंत्री के लिए उन्होंने जैसी टिप्पणी की है ये पूरे हिंदू समाज के लिए अपमानजनक है। राकेश त्रिपाठी ने कहा अखिलेश यादव को ये टिप्पणी महंगी पड़ेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। इस कॉरिडोर के निर्माण में करीब पौने तीन साल का वक्त लगा है। मार्च 2019 में पीएम ने इसका शिलान्यास किया। 2500 से अधिक मजदूरों और हाई लेवल मशीनरी के बल पर कॉरिडोर को करीब 2 साल 9 महीने में पूरा किया गया है।

गंगा आरती में शामिल हुए PM मोदी, साथ में योगी सहित कई CM रहे मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की सुबह काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। पीएम मोदी क्रूज से विश्वनाथ धाम पहुंचे और गंगा में डुबकी लगाने के बाद बाबा का जलाभिषेक किया। इसके बाद शाम में काशी की भव्य गंगा आरती में शामिल हुए। मोदी के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी गंगा आरती में शामिल हुए। आरती में शामिल होकर पीएम अभिभूत नजर आए।

डेमोक्रेटिकफ्रंट स्टाफ :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को एक भव्य समारोह में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन किया। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रतिष्ठित मंदिर के पास सड़कों पर नक्काशीदार लैम्प पोस्ट पर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें ‘इस परियोजना के दृष्टिकोण को साकार करने’ के लिए मोदी की तारीफ की गई है। परियोजना के वास्तुकार बिमल पटेल ने कहा है कि साइट को विकसित करते समय मंदिर की मूल संरचना से छेड़छाड़ नहीं की गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विवेकानंद क्रूज’ पर सवार होकर काशी के कई घाटों के सौंदर्य को रात के समय देखा। ‘अस्सी घाट’ पर माँ गंगा की महा आरती हुई। गंगा आरती का पूरा वीडियो यहाँ देखें:

जानिए आज काशी विश्वनाथ धाम मंदिर कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान क्या-क्या हुआ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी में गंगा नदी में ‘अलकनंदा क्रूज’ में सवार होकर भ्रमण किया। इस दौरान आसपास हजारों की संख्या में पक्षी विचरण कर रहे थे। पीएम मोदी ने इस दौरान हाथ हिला कर लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया। ललिता घाट से ‘अलकनंदा क्रूज’ चली, जो धीरे-धीरे गंगा घाट की तरफ आगे बढ़ी। इस दौरान घाटों की हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। अस्सी और मणिकर्णिका से लेकर दशाश्वमेव तक, वाराणसी में कई घाट हैं।

आधे घंटे से भी अधिक समय तक दोनों नेताओं ने ‘अलकनंदा क्रूज’ में यात्रा की। इस दौरान वहाँ सुरक्षा व्यवस्था भी काफी कड़ी रही। बता दें कि अब तक कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी का दौरा किया है। उन्होंने गंगा में घूमते हुए ही आसपास के विकास परियोजनाओं का भी अवलोकन किया और उनके बारे में जाना। वीडियो में आप देख सकते हैं कि गंगा नदी का पानी भी काफी स्वच्छ नजर आ रहा है। ‘अलकनंदा क्रूज’ से दोनों ही नेता संत रविदास घाट पर पहुँचे।

बता दें कि संत रविदास ने ही ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ वाली कहावत कही थी।

वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम मंदिर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में कई विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर भी पुष्प अर्पित की, जिनका वाराणसी के जीर्णोद्धार में अहम योगदान था। वाराणसी में नए कॉरिडोर के तहत कई भवन बनाए गए हैं, जिनका पीएम मोदी ने निरीक्षण किया। पीएम मोदी ने पूरे परिसर का दौरा किया।

वाराणसी में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई भवन बनाए गए हैं, जहाँ उन्हें विशेष सुविधाएँ मिलेंगी। गंगा नदी के चैनल की तरफ कई विशिष्ट भवन बनाए गए हैं। इस दौरान उन्होंने फिर से गंगा नदी के किनारों का दौरा किया और विकास परियोजनाओं को देखा। इस दौरान सीएम योगी उन्हें लगातार बताते रहे कि आम लोग दर्शन के लिए कैसे आएँगे और दिव्यांगों के लिए क्या खास व्यवस्थाएँ हैं। गंगा नदी के किनारे बनी नई सीढ़ियों से उतर कर दोनों नेताओं ने अवलोकन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा पर भी श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। ये प्रतिमा मंदिर परिसर में गंगा नदी के पास स्थापित की गई है। यहाँ आदि शंकराचार्य, भारत माता और अहिल्याबाई होल्कर – ये तीन प्रतिमाएँ हैं। आदिगुरु की ‘गंगा स्तुति’ काफी लोकप्रिय है। कहते हैं भगवान शिव ने उन्हें काशी में दर्शन देकर केदारनाथ जाने को कहा था। ऊपर से पीएम मोदी ने गंगा नदी तट का अवलोकन किया। दिव्यांगों के दर्शन के लिए अलग से एस्कलेटर बनेंगे।

इस दौरान आसपास अपने-अपने छतों पर खड़े लोग भी उन्हें देख रहे थे। इसके बाद पीएम मोदी अपनी गाड़ी से ललिता घाट की तरफ पहुँचे। इसके बाद उन्होंने लंका घाट से अलकनंदा क्रूज की तरफ प्रस्थान किया। ये वो जगह है, जहाँ माँ गंगा उत्तरवाहिनी, अर्थात अर्ध-चंद्राकर हो जाती है। कहा जाता है कि गंगासागर में जाने से पहले भगवान शिव से मिलने के लिए माँ गंगा ने ऐसा किया। वीडियो में ऊपर आप इन नए निर्माणों को देख सकते हैं। पीएम मोदी ने इससे पहले श्रम साधकों के साथ बैठ कर प्रसाद भी ग्रहण किया।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम मंदिर कॉरिडोर के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहाँ मौजूद साधु-संतों, नेताओं और आम जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि वो हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहाँ घर थे सभी का मैं अभिनंदन करते हैं। उन्होंने इन सबके साथ यूपी सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी अभिनंदन करते हुए कहा कि उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।

उन्होंने याद दिलाया कि कैसे आततायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए! औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। उन्होंने कहा कि जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है। बकौल पीएम मोदी, यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। और अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं।

उन्होंने कहा, “काशी शब्दों का विषय नहीं है, संवेदनाओं की सृष्टि है। काशी वो है- जहाँ जागृति ही जीवन है! काशी वो है- जहाँ मृत्यु भी मंगल है! काशी वो है- जहां सत्य ही संस्कार है! काशी वो है- जहाँ प्रेम ही परंपरा है।बनारस वो नगर है जहाँ से जगद्गुरु शंकराचार्य को श्रीडोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया। ये वो जगह है जहाँ भगवान शंकर की प्रेरणा से गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस जैसी अलौकिक रचना की।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “यहीं की धरती सारनाथ में भगवान बुद्ध का बोध संसार के लिए प्रकट हुआ। समाजसुधार के लिए कबीरदास जैसे मनीषी यहाँ प्रकट हुए। समाज को जोड़ने की जरूरत थी तो संत रैदास जी की भक्ति की शक्ति का केंद्र भी ये काशी बनी। काशी अहिंसा, तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है। राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य, रामानंद जी के ज्ञान तक चैतन्य महाप्रभु, समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद, मदनमोहन मालवीय तक कितने ही ऋषियों, आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है।”

पीएम मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के चरण यहाँ पड़े थे। रानी लक्ष्मी बाई से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद तक, कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी रही है। भारतेन्दु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद, पंडित रविशंकर, और बिस्मिल्लाह खान जैसी प्रतिभाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस स्मरण को कहाँ तक ले जाया जाए। पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा। ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का। अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं।

बकौल पीएम मोदी, हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है। हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं। चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं। आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से सँजो रहा है। यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं। उन्होंने खुशी जताई कि काशी से चुराई गई माँ अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लिए जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप है, हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है, इसलिए वो कुछ माँगना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वो अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहते हैं- स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। उन्होंने कहा कि गुलामी के लंबे कालखंड ने हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा कि हम अपने ही सृजन पर विश्वास खो बैठे। पीएम मोदी ने कहा, “आज हजारों वर्ष पुरानी इस काशी से, मैं हर देशवासी का आह्वान करता हूँ- पूरे आत्मविश्वास से सृजन करिए, इनोवेट करिए, इनोवेटिव तरीके से करिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “तीसरा एक संकल्प जो आज हमें लेना है, वो है आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने प्रयास बढ़ाने का। ये आजादी का अमृतकाल है। हम आजादी के 75वें साल में हैं। जब भारत सौ साल की आजादी का समारोह बनाएगा, तब का भारत कैसा होगा, इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान वहाँ मौजूद लोगों को सम्बोधित किया। उन्होंने इस दौरान काशी विश्वनाथ धाम मंदिर कॉरिडोर के भव्य स्वरूप को जनता को समर्पित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूँ, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूँ। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूँ।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है। भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहाँ आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है उन्होंने कहा कि आप यहाँ जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे। आपको यहाँ अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएँ भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने काशी में मौजूद साधु-संतों और लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का! ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का! ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का! भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का। उन्होंने कहा कि पहले यहाँ जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहाँ से सीधे विश्वनाथ धाम।

पीएम मोदी ने कहा, “काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है। जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है? आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है। आज विक्रम संवत 2078 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दशमी तिथि, एक नया इतिहास रच रही है। हमारा सौभाग्य है कि हम इस तिथि के साक्षी बन रहे हैं। मैं आज अपने हर उस श्रमिक भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूँ जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के विपरीत काल में भी, उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी अपने इन श्रमिक साथियों से मिलने का, उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है।”

उन्होंने कहा, “जब मैं बनारस आया था तब एक विश्वास लेकर आया था, विश्वास अपने से ज्यादा बनारस के लोगों पर था। आज हिसाब-किताब का समय नहीं है। तब कुछ ऐसे लोग भी थे जो बनारस के लोगों पर संदेह करते थे कि कैसे होगा, नहीं होगा, ये मोदी जी जैसे बहुत आकर गए। मुझे बहुत आश्चर्य होता था, लेकिन ये जड़ता बनारस की नहीं थी, वो राजनीति थी। लेकिन काशी तो, काशी है। काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है। जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है।”

वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम मंदिर कॉरिडोर के उद्घाटन के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता बताया। उन्होंने ‘नमामि शमीशान निर्वाण रूपं’ के साथ अपनी बात की शुरुआत की। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के दोनों उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश धर्म के अलावा राज्यपाल आनंदबेन पटेल भी मौजूद थीं। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज माँ गंगा प्रफुल्लित हैं, काशी के कोतवाल भैरव आह्वादित हैं और बाबा विश्वनाथ की कृपा हम पर बरस रही है।

उन्होंने कहा कि ये काशी का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहाँ से सांसद बना कर भेजा गया। उन्होंने कहा कि सभी संत प्रधानमंत्री नरेंद्र के स्वागत के लिए आह्वादित हैं, क्योंकि हजारों वर्ष की तपस्या आज सच हो रही है। उन्होंने कहा कि 1777-80 के बीच में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने बाबा विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में योगदान दिया, महाराजा रंजीत सिंह ने भी इसके लिए काम किया और आज पूज्य संत जनों ने आज अपनी आँखों से इसे भव्य और दिव्य बनते हुए देखा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ककाशी विश्वनाथ मंदिर में पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद परिसर में पौधारोपण किया। बता दें कि हिन्दू धर्म में वनस्पति को देवी मानते हैं। इसके बाद पीएम मोदी ने उन श्रमजीवियों पर पुष्प वर्षा की, जिनकी मेहनत से काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण संपन्न हुआ है। उन श्रमिकों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं भूले और उनसे बातें की। उन पर फूल बरसाए। साथ ही उनमें से कइयों से बात कर के हालचाल और नाम-पता भी पूछा।

इसके बाद उन्होंने सभी श्रमिकों के साथ बैठ कर फोटो भी खिंचवाई। इस दौरान हर-हर महादेव का उद्घाटन होता था। इस दौरान पुरोहितों ने उन्हें भेंट भी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ धाम मंदिर का एक स्वरूप भी उन्हें भेंट किया।

काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (13 दिसंबर, 2021) को वाराणसी पहुँचे। गंगा में डुबकी लगाने के बाद उन्होंने कलश में जल भरा, जिसके बाद मंदिर पहुँच कर आचार्यों की मौजूदगी में पूरे विधि-विधान से काशी विश्वेश्वर शिवलिंग की पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने गंगाजल, बेलपत्र और पुष्प लेकर पूजा-अर्चना की। जहाँ पुरोहित घंटी बजा रहे थे, वहीं पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ की आरती की। इस दौरान विश्व के कल्याण के लिए भी प्रार्थना की गई।

काशी में भगवा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में वहाँ के लोगों का भी कम योगदान नहीं है। वहाँ निर्माण के दौरान लगभग 500-600 घर हटाने पड़े, जिसके लिए लोगों ने स्वेच्छा से योगदान दिया और कोई केस-मुकदमा के बिना ही ये कार्य सफल हुआ। इसके उद्घाटन के लिए सोमवार (13 दिसंबर, 2021) को वाराणसी पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माँ गंगा की पूजा की। इसके बाद वो कपड़े बदल कर कलश में जल लेकर विश्वनाथ मंदिर पहुँचे, जहाँ जलाभिषेक किया।

जलाभिषेक के लिए जाते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुर्ता-धोती पहन रखी थी और एक गमछा रखा हुआ था। इस दौरान डमरू बजाते हुए पुरोहितों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान लगातार भक्ति गाने बज रहे थे और मंत्रोच्चार हो रहा था। इस दौरान सुरक्षा की काफी कड़ी व्यवस्था है और आसपास के सभी ऊँची जगहों पर पुलिस तैनात थी। बाबा विश्वनाथ धाम मंदिर में आचार्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भगवान शिव की पूजा संपन्न कराई।

काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए वाराणसी पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माँ गंगा में डुबकी लगाई और जलाभिषेक किया। इस दौरान पीएम मोदी को लाल वस्त्रों में नदी में डुबकी लगा कर मंत्रोच्चार करते हुए देखा गया। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों में माला और लोटा ले रखा था। इसके बाद पीएम मोदी ने मंदिर में जाकर अंजलि दी। मुख्य मंदिर परिसर में नया गलियारा बनाया गया है, जहाँ दीवारों में भगवा शिव से सम्बंधित श्लोक और इतिहास लिखा हुआ है।

इस दौरान पूरे काशी को सजाया गया है। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोग वहाँ उपस्थित थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उत्तर प्रदेश मत्रिमंडल के कई सदस्य इस कार्यक्रम में शामिल हैं। कहा जाता है कि काशी में ही भगवान विष्णु ने भी तपस्या की थी, जिसके बाद भगवान शिव के मस्तक हिलाने के कारण उनके कान से जो कर्णिका गिरी, उसे ही मणिकर्णिका कहा गया। काशी में ‘आनंद वन’ भी है, जिसके बारे में भगवान शिव ने कहा था कि ऐसी जगह विश्व में कहीं और नहीं होगी।

कांग्रेस-भाजपा के सैंकड़ों कार्यकर्ता तिवारी-हैप्पी के आज़ाद फ्रंट से जुड़े

कांग्रेस के कॉलोनी सेल प्रदेश उपाध्यक्ष व भाजपा की जिला कार्यकारिणी एवं मंडल पदाधिकारियों ने छोड़ी पार्टियां 

चण्डीगढ़ :

वार्ड नं. 9 के अंतर्गत पढ़ते मौली जागरां, पार्ट-2 सुंदर नगर में आजाद फ्रंट द्वारा नगर निगम चुनाव में  आजाद उम्मीदवार मनप्रीत कौर के समर्थन में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया जिसमे कांग्रेस एवं भाजपा के तकरीबन 250 कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देते हुए श्रीमती मनप्रीत कौर को समर्थन देने का ऐलान किया। इस मौके पर आजाद फ्रंट के संयोजक शशिशंकर तिवारी ने कहा कि आज जनता का   उत्साह देखते हुए वार्ड न. 9 से आजाद उम्मीदवार मनप्रीत कौर की जीत पक्की है। लोग भाजपा और कांग्रेस के झूठे वादों से तंग है। तिवारी ने कहा कि मनप्रीत कौर के जीतने के बाद वार्ड के रुके हुए कामों को प्राथमिकता के आधार पर कराएंगे। इस मौके पर पूर्व सरपंच गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने कहा की आप लोगों के सहयोग व आशीर्वाद एवं आपके बहुमूल्य वोट से मेरी पत्नी की जीत होती है तो गांव दड़वा की तरह पूरे वार्ड का विकास कराएंगे।

मनप्रीत कौर ने कहा कि पार्ट 2 मौली जागरां में सबसे पहले साफ-सफाई, सड़कों व पार्कों की हालत सुधारेंगे व डिस्पेंसरी और शिक्षा की समुचित व्यवस्था कराएंगे। कांग्रेस छोड़ने वालों में मुख्य रूप से कांग्रेस के कालोनी सेल प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष तिवारी, राजिंदर यादव, कृष्णा चौहान, डाक्टर उमेश, रजनी, ममता, दूधनाथ यादव आदि लोग थे जबकि भाजपा के जिला भाजपा कार्यकारणी सदस्य एवं वरिष्ठ भाजपा नेता दीप चंद यादव, भाजपा मण्डल अध्यक्ष चमन लाल, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष नूर मोहम्मद, गुलाब यादव, मण्डल सचिव अजय यादव व शिव मंदिर प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राम विजय यादव ने भी अपने साथियों के साथ पूरा समर्थन देने बड़ा ऐलान किया।  इस मौके पर मनप्रीत कौर के पक्ष में नारा लगा रहे थे :

  चलेगा बल्ला, उड़ेगी धूल।
      ना रहेगा पंजा, ना रहेगा फूल॥

दीपेंद्र हुड्डा ने पिछड़ा वर्ग की मांगों को किया समर्थन, कहा सड़क से लेकर संसद तक जोर-शोर से आवाज़ उठायेंगे – दीपेंद्र हुड्डा

         पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा ने अपनी मांगों के संबंध में सांसद दीपेंद्र हुड्डा को सौंपा ज्ञापन

         आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक हरियाणा विधानसभा में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठायेंगे – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 13 दिसंबर:

 आज सांसद दीपेंद्र हुड्डा से पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष प्रो. आर.सी. लिम्बा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मिला और हरियाणा सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग क्रीमीलेयर संबंधी 17 नवम्बर 2021 की अधिसूचना रद्द करवाने तथा सुप्रीम कोर्ट के इंदिरा साहनी फैसले के अनुरूप केन्द्र की तर्ज पर 1995 की पुरानी अधिसूचना को लागू कराने की मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल की बातों को विस्तार से सुनकर सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने उनकी मांगों को जायज बताया और अपना पूर्ण समर्थन देते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि इस मुद्दे को वो सड़क से संसद तक जोर-शोर से उठायेंगे साथ ही प्रदेश स्तर पर कांग्रेस विधायकगण आगामी विधानसभा सत्र में भी उनकी मांगों को प्रमुखता से रखेंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा को अपनी मांगों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा हरियाणा सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर 17 नवंबर 2021 को जारी अधिसूचना सुप्रीम कोर्ट के 24 अगस्त 2021 के फैसले की अवमानना है तथा तथ्यों को भ्रमित करने वाली है। सदस्यों ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा 17 नवंबर 2021 को ओबीसी क्रीमीलेयर से संबंधित अधिसूचना में क्रीमिलेयर की परिभाषा को आर्थिक आधार पर छह लाख तय किया है, जो पिछडा वर्ग के आम लोगों के हितों पर सीधा कुठाराघात है। साथ ही, 17 नवंबर 2021 की अधिसूचना माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा 24 अगस्त को रद्द की गई 2016 एवं 2018 की अधिसूचना का ही प्रतिरूप है जो सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना और केन्द्र सरकार के क्रीमीलेयर संबंधी नियमों का खुलेआम उल्लंघन भी है।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार निरंतर पिछड़ा वर्ग के खिलाफ अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक नीतियां बना रही है। जिसके कारण सम्पूर्ण पिछड़ा वर्ग में असंतोष एवं आक्रोश है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पिछले दिनों रोहतक में ओबीसी अधिकार पदयात्रा को से हरी झंडी दिखाई थी जो पूरे प्रदेश में जा रही है। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में कुलदीप केडी-रोहतक, राजबीर सैनी भूना, इंद्र सिंह जजनवाला, किशनलाल पांचाल, राजीव सैन, रमेश कुमार पांचाल, इंस्पेक्टर चंद्र सिंह पांचाल, इंद्रा पांचाल, चेतन आनन्द मधुबन, प्रवीण आनन्द, अमरजीत धीमान, सुरेश जोगी, जितेंद्र जांगड़ा आदि लोग मौजूद रहे।  

बापू धाम के नेता परवीन बंसल ने आप के येंकी कालिया को दिया समर्थन

चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी की लहर को देखते हुए कई नेता पार्टी के साथ जुड़ते जा रहे हैं। 2016 में बतौर आजाद उम्मीदवार चुनाव लड़ने वाले परवीन बंसल ने भी अपने समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी के वार्ड नंबर-3 से उम्मीदवार कमल कुमार  उर्फ येंकी कालिया को समर्थन देने का ऐलान कर दिया।  कमल कुमार को बापूधाम की जनता से काफी समर्थन मिल रहा है। कोरोना काल में उन्होंने जो जनसेवा के काम किए हैं, उसे देखते हुए लोगों का उन्हें भरपूर प्यार और आर्शीवाद मिल रहा है। येंकी ने कहा कि भाजपा के पार्षद दिलीप शर्मा ने 5 साल केवल अपने बारे में सोचा, उन्हें जनता की समस्याओं की कोई परवाह नहीं। इसलिए अब जनता ने भी उन्हें सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है। येंकी ने कहा कि अगर वे पार्षद चुने जाते हैं तो बापूधाम में विकास कार्यों को फिर से शुरू करवाएंगे।

जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव-2021 का दूसरा दिन

  • श्रीमदभगवद् गीता पर आधारित संगोष्ठी का किया गया आयोजन
  • संगोष्ठी में वक्ताओं ने श्रीमदभगवद् गीता तथा भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं के बारे में व्याख्यान किया व विभिन्न विषयों में गीता के महत्व की दी जानकारी

पंचकूला, 13 दिसंबर :

पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित जैनेन्द्र गुरुकुल स्कूल में आयोजित जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर 1 के तत्वावधान में श्रीमदभगवद् गीता पर आधारित संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे हिंदी व संस्कृत के विद्वानों ने गीता तथा भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं के बारे में व्याख्यान किया व विभिन्न विषयों में गीता के महत्व की जानकारी दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत दीप प्रज्वल्लन से हुआ। संगोष्ठी के पश्चात उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने संगोष्ठी में आये डॉक्टर राजीव रंजन, श्री राम दिया शास्त्री, श्री प्रकाश तथा श्री जितेंद्र को सम्मानित किया। संगोष्ठी का संचालन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पत्रकारिता एवं संचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डाॅ. अनिल कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉक्टर राजीव रंजन ने कहा कि कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को  गीता का दिव्य संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि हम उस महान देश के वासी हैं जिस देश में गंगा , यमुना और सरस्वती बहती हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि ये नदियों भगवान श्री राम और श्री कृष्ण जी के  जन्म की साक्षी बनी है। उन्होंने कहा कि एक ओर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हैं तो दूसरी ओर सभी तरह की कलाओं में निपुण श्री कृष्ण हैं । इस अवसर पर उन्होंने श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गीता उपदेश के बारे में विस्तार से बताया तथा गीता के मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया।

संगोष्ठी में श्री राम दिया ने गीता मंत्रोच्चारण से अपना संबोधन शुरू करते हुए सभी को गीतामय कर दिया। उन्होंने कहा कि हमें गीता में श्री कृष्ण के द्वारा निःस्वार्थ भाव से अपना कर्म करने और फल की इच्छा न करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि  हमें श्रीमदभगवद् गीता के माध्यम से श्री कृष्ण द्वारा दिये संदेश का अनुसरण करते हुए दूसरों की भलाई कर लिए कार्य करने चाहिए और बदले में किसी  चीज की इच्छा नही करनी चाहिए।

इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 1 से जितेंद्र ने  विद्यार्थी जीवन में गीता के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गीता के कुछ श्लोकों की सहायता से ही हम अपनी बुद्धि को स्थिर रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्याथी जीवन में स्थिर बुद्धि का बहुत महत्व है और गीता का मार्ग का अनुसरण करते हुए हम अपने जीवन का लक्ष्य के बारे में जान सकते हैं और उसे प्राप्त भी कर सकते हैं।

कुरूक्षेत्र से आये प्रकाश ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि गीता हमें लोकोपकार का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि गीता जयंती न केवल कुरूक्षेत्र और पंचकूला में बल्कि हर  जिला में और जहां-जहां श्रीमदभगवद् गीता का अनुसरण करने वाले रहते हैं, वहां गीता महोत्सव आयोजित कर इस पर्व को मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पवित्र ग्रंथ गीता की भारत में ही नही अपितु विदेशों में भी बहुत मान्यता है। अरस्तु का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि अरस्तु ने सिकंदर से कहा था कि जब वो भारत जाए तो वह उनके लिए श्रीमदभगवद् गीता ले कर आये और एक विद्वान को भी लेकर आये जो गीता के बारे में उन्हें ज्ञान दे सके।

इस अवसर पर एसडीएम श्रीमती ऋचा राठी, महाविद्यालय के अध्यापक तथा काफी संख्या में स्कूलों व महाविद्यालय के छात्र भी उपस्थित थे।

वार्ड नंबर-22 में चल रही अकाली दल की लहर

 चंडीगढ़:

शिरोमणि अकाली दल की वार्ड नंबर-22 से उम्मीदवार रीमा महाजन को इलाके के लोगों का काफी समर्थन मिल रहा है। रविवार को अकाली दल की ओर से सेक्टर-32 में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। रीमा महाजन के पति जगदीप महाजन पहले आम आदमी पार्टी में थे लेकिन अब वे अकाली दल में शामिल हो चुके हैं। जगदीप महाजन ने कहा कि आप में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है। जबकि कांग्रेस व भाजपा से लोग तंग आ चुके हैं। इसलिए अब यहां शिरोमणि अकाली दल की लहर नजर आ रही है।

वार्ड 32 : मुकेश गोयल को युवाओं का मिल रहा है अपार समर्थन

चण्डीगढ़ :

नगर निगम वार्ड नंबर 32 (से. 44 व 51) से भाजपा से बागी होकर लड़ रहे आजाद उम्मीदवार मुकेश कुमार गोयल को स्थानीय युवाओं के मिल रहे समर्थन से प्रतिद्वंदी  उम्मीदवार भी हैरान-परेशान हो रहें हैं। आज प्रचार के लिए हैंड बिल जारी करते हुए मुकेश गोयल ने अपने साथियों के साथ घर-घर जाकर व्यक्तिगत संपर्क की शुरुआत की। प्रात: पार्कों में सैर कर रहे बुजुर्गों से समर्थन मांग कर आशीर्वाद प्राप्त किया। से. 44 की मार्केट में मार्केट कमेटी द्वारा आयोजित सुंदर कांड पाठ मे सम्मिलित हुए तथा हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर उपस्थित भक्तजनों ने मुकेश को शुभकामनाएं दी।

चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन ने राम सिंह बराड़ के नेतृत्व में राज्यपाल से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

  • पत्रकार पैंशन 20 हजार व उम्र 55 वर्ष करने, कोरोना काल में शहीद पत्रकारों के परिजनों को 10 लाख व नौकरी देने, सभी पत्रकारों को कैशलेस मेडिकल सुविधा, जिला व उपमंडल पर पत्रकारों को आवास सुविधा देने की मांग
  • टोल प्लाजा पर छूट व विज्ञापन नीति पारदर्शी बना छोटे व मंझोले अखबारों को नियमित विज्ञापन देने की मांग

चण्डीगढ, 13 दिसंबर:

चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन (रजि.) के एक प्रतिनिधिमंडल ने यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राम सिंह बराड़ के नेतृत्व में हरियाणा के राज्यपाल महामहिम श्री बंडारू दत्तात्रेय से हरियाणा राजभवन चंडीगढ़ में मुलाकात कर हरियाणा के पत्रकारों की मांगों को लेकर एक मांगपत्र सौंपा। इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन से संबंधित चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन (रजि.) के प्रतिनिधिमंडल में आईजेयूूू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एसएन सिन्हा के अलावा आईजेयू के राष्ट्रीय महासचिव बलविंदर जम्मू, चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन के चेयरमैन बलवंत तक्षक, चंडीगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं यूनियन के सदस्य नलिन आचार्य, यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमति निशा शर्मा, महासचिव सुरेंदर गोयल, सचिव अभिषेक, सदस्य विनोद कश्यप के अलावा पीसीजेयू के महासचिव प्रीतम सिंह रूपाल, पीसीजेयू चंडीगढ़ यूनिट के अध्यक्ष जय सिंह छिब्बर व महासचिव बिंदू सिंह और कार्यकारिणी सदस्य आतिश गुप्ता शामिल थे।

सीएचजेयू अध्यक्ष राम सिंह बराड़ ने महामहिम राज्यपाल महोदय को पत्रकारों की मांगों बारे विस्तार से जानकारी दी और करीब एक घंटा बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में इस चली बैठक में महामहिम राज्यपाल ने पत्रकारों की समस्याओं व मांगों को बेहद ध्यानपूर्वक व विस्तार से सुना। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि पत्रकारों की मांगों में कोरोना काल में शहीद हुए पत्रकारों को कोरोना योद्धा मानते हुए सभी शहीद पत्रकारों के परिवारों को 10-10 लाख रूपए की आर्थिक मदद व एक-एक पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी देने, पत्रकार पैंशन योजना में बढ़ौतरी करके इसे 20 हजार रूपए महीना करने, मान्यता के नियमों को सरल बनाने व बड़े कस्बों के पत्रकारों को भी मान्यता देने, प्रदेश स्तरीय प्रेस मान्यता कमेटी का गठन करने, पैंशन के लिए पत्रकारों की आयु सीमा 60 साल से कम करके 55 साल करने, पत्रकारों का 60 वर्ष की उम्र से पहले दुर्घटना, कैंसर, किसी लाइलाज बीमारी अथवा अप्राकृतिक कारण से निधन होने पर उम्र की सीमा शर्त हटाकर उनके परिवार को पेंशन सुविधा देने, गैर- मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी पैंशन सुविधा देने, सभी पत्रकारों को कैशलैस मेडिकल सुविधा के कार्ड प्रदान करने और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी कैशलेस मेडिकल सुविधा दिए जाने की मांग शामिल है।

बराड़ ने बताया कि यूनियन की अन्य मांगों में हरियाणा के पत्रकारों के लिए चंडीगढ़ व पंचकूला में सरकारी आवास का कोटा बढ़ाने और जिला व उपमंडल स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को भी चंडीगढ़ की तर्ज पर सरकारी आवास की सुविधा प्रदान करने, पत्रकारों की सहकारी आवास समितियों को प्रदेश मुख्यालय, जिला, उपमंडल व ब्लॉक मुख्यालय पर प्राथमिकता के आधार पर शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों अथवा हाऊसिंग बोर्ड कलोनियों में जमीन व प्लॉट अलॉट करने, मान्यता प्राप्त पत्रकारों को बस यात्रा की सुविधा पर लगाई किलोमीटर सीमा समाप्त करने और प्रदेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टोल से छूट देने और प्रदेश सरकार की विज्ञापन नीति को पारदर्शी बनाया जाए व छोटे और मंझोले समाचार पत्रों को भी नियमित रूप से विज्ञापन दिए जाने की मांग भी शामिल है। यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि महामहिम राज्यपाल महोदय का पत्रकारों की मांगों के प्रति बेहद साकारात्मक रूख रहा।


ड्राईविंग करतें समय मोबाईल फोन का इस्तेमाल ना करकें खुद को और दुसरो को रखें सुरक्षित :- ट्रैफिक इन्सपेक्टर यशदीप सिह

पंचकूला :

                                 ट्रैफिक पंचकूला इन्सपेक्टर यशदीप सिह नें पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जानकारी देते हुए बताया कि मोबाईल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है चाहें बच्चें हो, युवा हो या बुजुर्ग हर कोई किसी ना किसी स्तर पर मोबाईल फोन का इस्तेमाल करतें है फोन पर बात करना, चेट सें बात करना और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना, जैसें ट्रैंड हो । जो कि कुछ लोग अपना जान की परवाह कियें बिना गाडी चलातें समय फोन पर बात करते रहतें है लेकिन वह ऐसा करकें खुद की जान से खिलवाड कर ही रहें है और साथ ही साथ आसपास से गुजरनें वालें लोगो के लिए जान का खतरा बन रहें है :-

 इस सम्बन्ध में ट्रैफिक इन्सपैक्टर नें कहा कि गाडी ड्राईव करतें समय मोबाईल फोन का इस्तेमाल करनें से बचें । क्योकि ड्राईव करतें समय अक्सर मोबाईल का प्रयोग करनें सें ध्यान बदल जाता है जिसकी वजह सें सडक दुर्घटना का शिकार हो जातें है और कुछ सडक दुर्घटना ड्राईव करतें समय मोबाईल का प्रयोग करनें सें होती है । ड्राईविंग करतें समय मोबाईल फोन पर बात करनें के साथ साथ किसी भी तरह से मोबाईल का इस्तेमाल करनें से बचें ।  क्योंकि जब आप ड्राइव करते समय फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपका ध्यान गाड़ी नहीं रहता । ऐसे में किसी भी हादसे के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाते हैं ।

इसके अलावा जानकारी देते हुए बताया कि ड्राईविग करतें समय मोबाईल का प्रयोग करनें पर मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत 5000/- रुपयें की जुर्माना राशि है अगर कोई व्यकित ड्राईविग करतें समय मोबाईल का प्रयोग करता पाया गया तो उसके खिलाफ मोटर व्हीकल अधिनियम 1988 के तहत कार्यवाही की जायेगी ।

1.      हेडफोन से म्यूजिक सुनने से बचें ।

2.      वाहन चलाते समय कभी भी हेड फोन आदि तेज आवाज में न प्रयोग करें और न ही कार के अन्‍दर के स्‍पीकरों को तेज आवाज में सुने ।

3.      ड्राईविंग करतें समय किसी भी तरह सें मोबाईल का प्रयोग करनें बचें (अगर कोई इमरजैंसी हो तो गाडी साईड में रोककर मोबाईल का प्रयोग करें ।

ट्रैफिक पुलिस पंचकूला के आमजन से अपील है कि ट्रैफिक नियमों की पालना करकें खुद को औऱ दुसरों को सुरक्षित रखें औऱ पुलिस का सहयोग करें ।