परिवार मिलन उत्सव का आयोजन

पंचकूला:

कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था ‘संस्कार भारती की पंचकूला इकाई के द्वारा दिनांक 20.11.21 को शाम 4 बजे भारत विकास परिषद भवन, सेक्टर-12 ए, पंचकूला के प्रांगड़ में परिवार मिलन उत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं ध्येय गीत के साथ किया गया। इस समारोह में संस्कार भारती, पंचकुला के सभी सदस्यों ने सपरिवार भाग लिया। यह उत्सव संस्कार भारती द्वारा वर्ष भर में प्रमुख रूप से आयोजित किए जाने वाले छह प्रमुख उत्सवों में से एक है। इस उत्सव को मानने का उद्देश्य सभी परिवारों में आपसी प्रेम और सौहार्द को पैदा करना होता है। उत्सव में संस्कार भारती परिवार के सदस्यों में श्री ब्रजमोहन अग्रवाल, श्रीमती संतोष गर्ग, श्री अनिल गुप्ता, श्री सतीश अवस्थी, श्रीमती निशा अवस्थी, श्रीमती राजी लक्ष्मी गोपालकृष्णन तथा अन्य महिलाओं व बच्चों द्वारा देशभक्ति के गीत, पारंपरिक लोकगीत, कविताएं, चुटकुले, तथा संदेश प्रद गीतों पर आधारित नृत्य की प्रस्तुतियां हुई।

कार्यक्रम का विशेष आकर्षण आशियाना के 12 बच्चों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत पर आधारित नृत्य रहा। जिसकी सभी उपस्थित दर्शकों ने भरपूर सराहना कर उनका उत्साह बढ़ाया। उन्हें सामूहिक रूप से 3300 रुपए की राशि इनाम स्वरूप प्रदान की गई। मुख्य अतिथि श्री नवीन शर्मा, सह उत्तर क्षेत्र प्रमुख, संस्कार भारती ने बच्चों में भारत की संस्कृति के प्रति उनका उत्साह देखकर उनकी सराहना करते हुए कहा कि हमारे समाज के यही बच्चे देश का भविष्य हैं जो आगे चलकर अपने देश की पहचान बनकर उसे एक नई दिशा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि संस्कार भारती संस्था संस्कारों के संवर्धन का मंच है,जो देश की नई पीढ़ी को विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा भारतीय संस्कृति व देश प्रेम की प्रेरणा देती है तथा कला, संगीत, नृत्य, रंगोली, साहित्य व नाटक इत्यादि कार्यक्रमों द्वारा भारत की संस्कृति के संवर्धन के लिए प्रयासरत रहती है।

मुख्य अतिथि ने संस्कार भारती के उद्देश्यों और परिवार मिलन उत्सव के आयोजन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। संस्था के अध्यक्ष सुरेश गोयल जी ने भी सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों की तारीफ की तथा इसी तरह अपनी संस्कृति के जुड़ते हुए आगे बढ़ते रहने के लिए उत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती पारुल कनोत्रा तथा संकलन श्रीमती मीनू अलावदी एवं पूनम गोयल के निर्देशन में किया गया।

पंचकूला इकाई के मंत्री सतीश अवस्थी ने सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में संस्था के अन्य पदाधिकारी सुब्रमण्यम गोपालकृष्णन, वेद प्रकाश गोयल, जोगिंदर अग्रवाल, अनिल गुप्ता, सुरेश कुमार, श्री राजेश सिवाच, श्रीमती राजी लक्ष्मी गोपालकृष्णन, श्रीमती भारती शर्मा, श्री दीपक गोयल, श्री अश्वनी सचदेवा, श्री नरेश चौधरी तथा श्रीमती अनुपम अग्रवाल जी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन वंदेमातरम गीत के साथ किया गया।

panchang

पंचांग, 22 नवम्बर 2021

नोटः आज सौभाग्य सुन्दरी व्रत है। अगहन माह में तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत किया जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित यह व्रत सौभाग्‍य और सौंदर्य प्रदान करता है। इस व्रत के प्रभाव से संतान और सुखद दांपत्य जीवन का आशीष प्राप्त होता है। मान्यता है कि जो भी स्त्री इस व्रत का पालन करती है उनके सुहाग की रक्षा माता पार्वती करती हैं।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः मार्गशीर्ष़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः तृतीया रात्रिः 10.28 तक है, 

वारः सोमवार।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः मृगशिरा प्रातः 10.44 तक है, 

योगः साध्य प्रातः काल 06.44 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः वृश्चिक  चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.53,  सूर्यास्तः 05.21 बजे।

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि भारत सरकार की ओर से श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर तीन कृषि कानूनों को रद करने का एलान एक बढि़या फैसला है

कृषि कानून वापस लिए जाने पर अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने की पीएम मोदी की तारीफ। कहा कुछ ग्रुप सिखों को सरकार और हिंदुओं से लड़ाने की कर रहे थे साजिश। मोदी के फैसले से उनके मंसूबे नाकाम।

नरेश शर्मा भारद्वाज, जललनधर :

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि भारत सरकार की ओर से श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर तीन कृषि कानूनों को रद करने का एलान एक बढि़या फैसला है। वहीं प्रकाश पर्व पर श्री करतारपुर साहिब का लांघा खोला जाना भी उत्तम फैसला है जिस का सारी सिख कौम स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि यह दोनों फैसले भाइचारक सांझ को मजबूत करने वाले फैसले हैं।

सिंह साहिब ने कहा कि कृषि कानून किसानों की सलाह के साथ ही लागू किए जाने चाहिए थे। हमारी यह गहरी चिता थी कि कुछ मानवता विरोधी शक्तियां इस किसान आंदोलन की आड़ में अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के साथ-साथ भाइचारक सांझ को तोड़ने की कोशिशों में लगी हुई थीं। इसका कई तरह का नुक्सान भी मानवता को उठाना पड़ना था। मैं प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट की ओर से लिए फैसले का स्वागत करता हूं। सिख कौम हमेशा ही इसके लिए यत्नशील रही है। भारत मजबूत देश है और मजबूत रहे। कृषि कानूनों की आड़ में कुछ शक्तियां हालात को खराब करके अपने राजनीतिक उद्देश्य को पूरा करने चाहते थे। अलग अलग समुदायों में नफरत पैदा करने की कोशिश की जा रही थी। इसको पहले ही भांपते हुए प्रधानमंत्री ने बढि़या फैसला लेकर कृषि कानून वापस ले लिए हैं। हम हमेशा यत्न शील रहे है कि देश की एकता बनी रहे। देश की शक्ति कायम रहे।

कृषि कानून वापस लेकर बड़ी मुसीबत को खत्म कर दिया गया है। इस आंदोलन में काफी जानें गई हैं, इसका हमें दुख है। सिखों ने इस आंदोलन में बढ़े स्तर पर हिस्सा लिया है। प्रकाश पर्व पर कृषि कानूनों को वापिस लेना सिखों के लिए भी मान वाली बात है।

कंगना रानौत को भेजो जेल या पागलखाने -मजिंदर सिंह सिरसा

कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, ‘खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी हो… लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला… केवल महिला प्रधानमंत्री ने इनको कुचल दिया था…चाहे इससे देश को कितना भी कष्ट हुआ हो…उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छर की तरह मसल दिया था लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनके निधन के दशकों बाद आजभी उसके नाम पर कांपते हैं ये…इनको वैसा ही गुरु चाहिए।’

‘पुरनूर’ कोरल, नयी दिल्ली:

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर से विवादों में हैं। कंगना रनौत ने एक कार्यक्रम के दौरान आजादी को लेकर बयान दिया जिसपर अब बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने निशाना साधा है। वरुण गांधी ने कंगना रनौत पर स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान का आरोप लगाया है और कहा है कि कंगना की सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह। दरअसल, कंगना ने बयान दिया था कि 1947 में मिली आजादी भीख थी, देश को असली आजादी तो साल 2014 में मिली। अब उनके एक ऐसे ही विवादित बयान पर दिल्ली की सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमिटी भड़क गई है। कमिटी ने शनिवार को कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कंगना ने अपनी एक इंस्टाग्राम स्टोरी में सिख समुदाय के बारे में अपमानजनक भाषा में लिखा है। कंगना के खिलाफ मंदिर मार्ग पुलिस थाने की साइबर सेल में शिकायद दर्ज कराई गई है।

कमिटी ने अपनी शिकायत में कहा है कि कंगना रनौत ने अपने हालिया पोस्ट में जानबूझकर और इरादे से किसान आंदोलन को ‘खालिस्तानी आंदोलन’ बताया है। इसके साथ ही उन्होंने सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी कहा है। शिकायत में आगे कहा गया है कि कंगना ने सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। कंगना ने जानबूझकर सिख समुदाय की भावनाएं आहत करने के लिए आपराधिक इरादे से इस पोस्ट को शेयर किया है।

बीच शिरोमणि अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमिटी के प्रेसिडेंट मनजिंदर सिंह सिरसा ने कंगना के पोस्ट पर तीखी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि या तो ऐक्ट्रेस को जेल में डाला जाए या उनको मेंटल हॉस्पिटल में भेज दिया जाए। सिरसा ने अपने एक बयान में कहा, ‘कंगना का स्टेटमेंट उनकी चीप मेंटेलिटी को दर्शाता है। यह कहना की तीनों कृषि कानून खालिस्तानी आंदोलन के कारण वापस लिए गए, यह एक तरह से किसानों का अपमान है। वह नफरत की फैक्टरी बन चुकी हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम इंस्टाग्राम पर ऐसे नफरत भरे पोस्ट करने के लिए सरकार से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग करते हैं। कंगना की सिक्यॉरिटी और पद्म श्री को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उनको या तो जेल भेजा जाए या मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए।’

कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, ‘खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी हो… लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला… केवल महिला प्रधानमंत्री ने इनको कुचल दिया था…चाहे इससे देश को कितना भी कष्ट हुआ हो…उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छर की तरह मसल दिया था लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनके निधन के दशकों बाद आजभी उसके नाम पर कांपते हैं ये…इनको वैसा ही गुरु चाहिए।’

भर्तियों में जमकर चल रहा है लखी-करोड़ी का सिक्का, हर एक भर्ती में रुपयों की अटैची में बिकती है पारदर्शिता – हुड्डा

  • एचसीएस से लेकर ग्रुप-डी तक हर नौकरी का रेट तय, हर नौकरी बिकाऊ- हुड्डा
  • सरकार एक घोटाले पर पर्दा डालती है तो दूसरा सामने आ जाता है- हुड्डा
  • सीबीआई से करवाई जाए कैश फॉर जॉब, पेपर लीक, ओएमआर शीट भर्ती घोटाले की जांच- हुड्डा

20 नवंबर, चंडीगढ़ः 

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकारी भर्तियों में एक के बाद एक सामने आ रहे घोटालों पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की सभी भर्तियों में जमकर चलता है लखी-करोड़ी का सिक्का, रुपयों की अटैची में बिकती है पारदर्शिता। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में एचसीएस से लेकर ग्रुप-डी तक हर नौकरी का रेट तय है। एचएसएससी के बाद अब एचपीएससी की भर्तियों में हुए महाघोटालों के खुलासे से स्पष्ट है कि मौजूदा सरकार में हर नौकरी बिकाऊ है। सरकार द्वारा नौकरियों के धंधे में लिप्त लोग लखी और करोड़ी बनाए जा रहे हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पिछले कई सालों से सरकार लगातार भर्तियों में जारी घोटालों को छिपाने की कोशिश कर रही है। लेकिन, घोटालों की भरमार इतनी है कि सरकार चाहकर भी उस पर पर्दा नहीं डाल पा रही। सरकार एक घोटाले को छिपाने की कोशिश करती है तो दूसरा सामने खुलकर खड़ा हो जाता है। सरकार किसी एक आरोपी को बचाने की कोशिश करती है तो दूसरा फंस जाता है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस लगातार सड़क से लेकर सदन तक प्रदेश में युवाओं के भविष्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ के खिलाफ आवाज उठा रही है। उनकी तरफ से बार-बार तमाम भर्ती, कैश फॉर जॉब, पेपर लीक, खाली ओएमआर शीट जैसे घोटालों की जांच न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई से करवाने की मांग की गई। यहां तक कि प्रदेश के गृहमंत्री ने भी विपक्ष की इस मांग का समर्थन किया। लेकिन, सरकार ने न तो विपक्ष की मांग मानी और न ही अपने गृहमंत्री की। उसका नतीजा आज प्रदेश की जनता के सामने है।

जो भर्तियां पूरी हो चुकी हैं, उनमें ताबड़तोड़ घोटालों के सबूत अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं। साथ ही, जिन भर्तियों की प्रक्रिया फिलहाल चल रही है, उसमें गड़बड़झाले के साक्ष्य भी सार्वजनिक हो चुके हैं। जाहिर है जो भर्तियां भविष्य में होंगी उसके लिए भी पहले से ही सेटिंग हो चुकी है। इतने सालों से बड़े पैमाने पर एचएसएससी और एचपीएससी के दफ्तरों में बैठे हुए लोग नौकरियों का कारोबार कर रहे हैं। लेकिन, हैरानी की बात है कि सरकार की तरफ से बार-बार इन लोगों को क्लीन चिट दे दी जाती है। क्या इससे स्पष्ट नहीं हो जाता कि भर्ती माफिया को सरकार का संरक्षण प्राप्त है? अगर ऐसा नहीं है तो सरकार असली गुनहगार का नाम सामने क्यों नहीं लाती? सरकार पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच क्यों नहीं करवाना चाहती? आखिर सरकार किसको बचाना चाहती है?

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहे हरियाणा जैसे प्रदेश के युवाओं लिए भर्तियों में घोटाला बेहद गंभीर मुद्दा है। क्योंकि, इस सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश में रोजगार और काम धंधे खत्म हो रहे हैं। साथ ही सरकारी नौकरियों को भी लगातार खत्म किया जा रहा है। 2014 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में लगभग 4 लाख सरकारी कर्मचारी थे। जो इस सरकार के दौरान घटते-घटते महज 2 लाख 80 हजार रह गए हैं। सरकार इतनी भर्तियां भी नहीं कर पा रही, जितने कर्मचारी हर साल रिटायर हो जाते हैं। इस सरकार में जो इक्का-दुक्का भर्तियां हुई हैं उनमें भी सिर्फ घोटाले, लखी, करोड़ी की डील और रुपयों की अटैची चलती है।

अरुण सूद ने धनास में कार्यकर्ताओं के साथ की बैठक

चंडीगढ़:

 आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने शनिवार को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। ये बैठक वार्ड नंबर-14 जिला शहीद भगत सिंह नगर के मंडल-12 में हुई। बैठक का आयोजन धनास में कुलजीत संधू के निवास पर हुई जिसमें सूद ने सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बैठक में जिला प्रभारी तेजिंदर सिंह सरां, जिला अध्यक्ष सतिंदर  सिद्धू,  मंडल अध्यक्ष दीपक उनियाल, मंडल प्रभारी स्वराज उपाध्याय, मंडल वाइस प्रेसिडेंट पीसी डोगरा, अंग्रेज संधू, सुरजीत राणा, सुनील सूद सहित महासचिव बद्रीनारायण द्विवेदी भी मौजूद रहे। इस मौके पर अरुण सूद ने कार्यकर्ताओं को आने वाले नगर निगम चुनाव के लिए कमर कस लेने को कहासूद ने कहा कि चुनाव में पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता को बढ़-चढ़कर काम करना होगा व हर वार्ड में पार्टी की गतिविधियों में शामिल होना होगा। सूद ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को हमेशा सम्मान दिया है और कार्यकर्ता की बदौलत ही पार्टी इस बार भी नगर निगम चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी।

Hosting Santosh Trophy will improve Chandigarh football: President CFA KP Singh

Chandigarh, November 20, 2021.
AIFF’s North Zone Santosh Trophy will start in Chandigarh from November 21, at the Sector 7 Sports Complex. On the opening day,  two matches will be played. This is for the first time that Chandigarh has been entrusted with hosting this big tournament and the Chandigarh Football Association (CFA) has completed its preparations. Along with host Chandigarh, team of Services, Jammu and Kashmir, Himachal Pradesh and Uttar Pradesh will vie to win the top position.All the matches will be played at the ground of Sports Complex Sector-7.CFA President KP Singh said this is one of the biggest tournament hosted by Chandigarh Football Association. He further said that it will take Chandigarh football a level further. The President said that the CFA have tried their best to make it a success and have also tried to keep everyone safe from Covid. “We have kept the players in a safe environment and everyone’s Covid test has also been done. This is necessary and we have also sanitized every place including the ground, the staff and officials have also underwent testing,” said Singh.Along with President KP Singh, other officials of the association were also present.President KP Singh thanked All India Football Federation (AIFF) who have considered Chandigarh as capable for the event. ” AIFF President Praful Patel and Secretary Kushal Das have entrusted this hosting to us, we will make it a success in any case. We would also like to thank the Chandigarh Administration and the Sports Department for providing us with excellent infrastructure. The entire team of Chandigarh Football Association has contributed in this because everyone has worked together for it. I thank everyone for this. Paras Hospital will also be with us as a health partner,” said Singh.Former India captain Harjinder Singh will take over as the chief coach of the Chandigarh football team. He will be accompanied by senior coach Muzammil and former international footballer Sanjeev Madiya as coaches. AFC Instructor Sajid has been made Technical Director. Harjinder Singh said that till now this city has contributed significantly in junior football and now Chandigarh will contribute in senior football as well. We have worked very hard with the host Chandigarh team and will continue to strive to take Chandigarh football higher. I will be available for football whenever I need it.l, said Harjinder.

डॉ. संगीता चौधरी की नई किताब का विमोचन 21 को

चण्डीगढ़ :

स्वर सप्तक सोसाइटी, चण्डीगढ़ – कोलकाता द्वारा डॉ. संगीता लाहा चौधरी की नई किताब “रबीन्द्रनाथ टैगोर एंड क़ाज़ी नज़रूल इस्लाम इन सेम इरा” ( लाइफ एंड वर्क्स ऑफ़ टू जीनियसिज़) का विमोचन 21 नवंबर को सुबह 11 बजे किया जाएगा। से. 16 स्थित गाँधी स्मारक भवन में आयोजित किये जा रहे इस पुस्तक वितरण समारोह में वरिष्ठ लेखक व चण्डीगढ़ संगीत नाटक एकेडमी के वाईस चेयरमैन बलकार सिद्धू मुख्य अतिथि होंगे जबकि वरिष्ठ साहित्यकार व संवाद साहित्य मंच के अध्यक्ष प्रेम विज एवं गाँधी स्मारक भवन के निदेशक डॉ. देवराज त्यागी विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। डॉ. संगीता लाहा चौधरी प्रसिद्ध गायिका, संगीतकार, संगीत शिक्षक, लेखिका व शोधकर्ता होने के साथ-साथ स्वर सप्तक सोसाइटी, चण्डीगढ़ – कोलकाता की संचालक भी हैं।

चण्डीगढ़ में बिखरे हिमाचल की प्रतिभा और संस्कृति के रंग, कई हस्तियां भी हुई सम्मानित राजेंद्र राणा के प्रयासों से एकजुट हुई हिमाचली संस्थाएं

चण्डीगढ़ : ट्राइसिटी आज हिमाचल की प्रतिभा और संस्कृति के रंगों का संगम बनी नजर आई और लोक गीतों व लोक नृत्य की धड़कन में चण्डीगढ़वासी भी शामिल हो गए। सर्व कल्याणकारी संस्था (पंजीकृत) द्वारा ट्राई सिटी स्थित हिमाचल की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शनिवार को सेक्टर 41 बी स्थित रामलीला ग्राउंड में अपने 17वें वार्षिक समारोह का आयोजन  किया गया। यह पहला अवसर था जब संस्था के चेयरमैन व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा की पहल पर चंडीगढ़ में हिमाचल की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं एक साथ एक मंच पर एकजुट होकर आई और यह कार्यक्रम हिमाचली भाईचारे व गौरवपूर्ण संस्कृति का प्रतिबिंब बन गया।

इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट प्रतिभाओं को शान-ए -हिमाचल और शान-ए-हिंद अवार्ड से भी अलंकृत किया गया। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध लोक व पार्श्व गायक धीरज शर्मा सहित अनेक कलाकारों ने अपनी जीवंत प्रस्तुतियों के माध्यम से हिमाचली संस्कृति के रंग  बिखेरे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में चंडीगढ़ के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि चण्डीगढ़ के नवनिर्माण में हिमाचल प्रदेश के लोगों का योगदान भी छिपा हुआ नहीं है और चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचलियों की मेहनत, ईमानदारी, प्रतिभा और ऊर्जा की महक यहां की फिजाओं में भी घुली हुई है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचल के लोगों ने अपनी गौरवपूर्ण परंपराओं को सहेज कर रखा है और हिमाचल के संस्थाएं हमेशा जरूरतमंदों की सेवा में बढ़-चढ़कर अग्रणी भूमिका निभाती आई हैं। उन्होंने चण्डीगढ़ में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को एक साथ एक मंच पर लाने के लिए सुजानपुर के विधायक व सर्व कल्याणकारी संस्था के चेयरमैन राजेंद्र राणा को साधुवाद दिया ।

इस अवसर पर अपने संबोधन में सर्व कल्याणकारी संस्था के चेयरमैन व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग दुनिया में जहां जहां गए हैं वहां अपनी ईमानदारी, मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति का लोहा मनवाया है । उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश के मेहनती लोगों की बदौलत ही आज हिमाचल देश के पहाड़ी राज्यों में विकास के मामले में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है । उन्होंने कहा इसी साल हिमाचल प्रदेश अपने पूर्ण राजयत्व के 50 वर्ष पूरे कर चुका है और वर्ष 2021 के साल को “स्वर्ण जयंती समारोह” के रूप में मनाया जा रहा है।

राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर हम इतिहास के पन्ने पलट कर देखें तो 15 अगस्त 1947 को हमारा देश गुलामी की बेड़ियों से आजाद हुआ था और स्वाधीनता के 8 महीने के बाद 30 पहाड़ी रियासतों को मिलाकर 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल प्रदेश एक केंद्र शासित “चीफ कमिश्नर प्रोविंस” के रूप में अस्तित्व में आया था। 25 जनवरी 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने शिमला के रिज मैदान में आकर बर्फबारी के बीच हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान करने की घोषणा की। और तब से हिमाचल प्रदेश के लोगों ने कतई पीछे मुड़कर नहीं देखा है।

राजेंद्र राणा ने कहा कि चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचल प्रदेश के शांतिप्रिय , ईमानदार, बहादुर, मेहनती और उत्सव प्रेमी लोग राष्ट्र के नवनिर्माण के साथ-साथ चण्डीगढ़ के विकास में भी हमेशा अग्रणी रहकर अपना योगदान देते आए हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि चण्डीगढ़ के निर्माण व विकास में क्योंकि हिमाचलियों का भी पूरा योगदान रहा है इसलिए पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर इस केंद्र शासित राज्य में हिमाचल प्रदेश को भी वाजिब हिस्सा मिलना चाहिए।
इस समारोह में साथ ही चंडीगढ़ में रहकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वाली 8 शख्सियतों को “शान-ए-हिमाचल” और 3 शख्सियतों को शान-ए-हिंद अवार्ड से अलंकृत किया गया .
शान-ए-हिंद अवार्ड प्राप्त करने वाली हस्तियों में पीजीआईएमईआर, चण्डीगढ़ में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग    के प्रोफेसर डॉक्टर बलजिंदर सिंह, एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआईएमईआर, चण्डीगढ़ के प्रमुख डॉ. सुरेंद्र सिंह पांडव और आईटी क्षेत्र के लिए श्री छोटू शर्मा शामिल रहे।

इसी तरह शान-ए-हिमाचल अवार्ड गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल चण्डीगढ़ में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉक्टर जीत राम, पीजीआई चंडीगढ़ में वर्ष 2017 से एनेस्थीसिया विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. राजीव चौहान, श्री लाल बहादुर शास्त्री शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक मण्डी में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत डॉक्टर अक्षय मिन्हास, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज टांडा में प्रोफेसर और कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. मुकुल कुमार, भारतीय योग संस्थान के प्रांतीय प्रधान गोपाल दास, सामाजिक कार्यों के लिए श्री होशियार सिंह व पंडित ओम प्रकाश शर्मा तथा शिक्षा क्षेत्र के लिए डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल आलमपुर जिला कांगड़ा के प्रिंसिपल श्री विक्रम सिंह को दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन जाने-माने साहित्यकार व हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर गुरमीत बेदी ने किया।

इस अवसर पर ट्राई सिटी स्थित हिमाचल प्रदेश की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाया । हिमाचल के जाने-माने लोक गायक धीरज शर्मा ने अपने स्वर लहरियों से उपस्थित जनसमूह को झूमने पर मजबूर कर दिया।

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा, चण्डीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला, परवाणू नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सचिव देवेंद्र भुट्टो सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

बापूधाम में निकली जगन्नाथ यात्रा, हजारों भक्तों ने लिया आर्शीवाद

चंडीगढ़।

वार्ड नंबर-3 बापूधाम में शनिवार को भगवान जगन्नाथ यात्रा निकाली गई। ये यात्रा भाजपा के  स्थानीय पार्षद दिलीप शर्मा की अगुवाई में निकाली गई जिसमें हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे और भगवान जगन्नाथ का आर्शीवाद लिया। यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ के प्रवचन हुए। यात्रा का आरंभ पार्षद दिलीप शर्मा के घर से हुआ जिसके बाद यात्रा शीतला माता मंदिर, तमिल मंदिर, ट्रांसपोर्ट एरिया होते हुए वाल्मीकि मंदिर, जयमाता मंदिर, संतोषी माता मंदिर, शिव पार्क मंदिर, हरि सनातन धर्म मंदिर होते हुए पार्षद के घर पर ही समाप्त हुई। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कैलाश जैन ने बताया कि भाजपा पार्षद व कार्यकर्ताओं ने भगवान जगन्नाथ का आर्शीवाद लिया और समस्त देशवासियों की सुख-स्मृद्धि की कामना की।पार्षद दिलीप शर्मा ने कहा कि भगवान जगन्नाथ का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। वे लगातार दूसरे साल भगवान जगन्नाथ यात्रा का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बापूधाम के लोगों को पिछले साल कोरोना जैसी महामारी का सामना करना पड़ा था। वह साल लोगों के लिए कष्टों भरा रहा। अब दोबारा इस महामारी का प्रकोप किसी पर न पड़े, इसी कामना के साथ इस जगन्नाथ यात्रा का आयोजन किया गया। पार्षद दिलीप शर्मा ने कहा कि वे भगवान से कामना करते हैं कि शहर ही नहीं, बल्कि पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से मुक्त हो जाए और हर देशवासी के घर में सुख-स्मृद्धि बनी रहे।