आकाश-एनजी मिसाइल का सफल परीक्षण

ओड़ीसा/नयी दिल्ली:

डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने आकाश-एनजी (नेक्स्ट जेनरेशन) मिसाइल का सोमवार को सफल परीक्षण किया। इंडियन एयरफोर्स के लिए तैयार किए गए अगली पीढ़ी के इस मिसाइल ने टारगेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया। ओडिशा के इंडिग्रेटेड टेस्ट रेंज से एक सैन्य वाहन से इसे लॉन्च किया गया। 

DRDO ने कहा कि आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी का सरफेस-टू-एयर मिसाइल है जिसका उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा हवाई खतरों को रोकने के उद्देश्य से किया जाता है। मिसाइल ने अपने लक्ष्य को ढूंढ निकाला और सटीकता के साथ उसे ध्वस्त कर दिया। मिसाइल का परीक्षण सभी मानकों पर सफल रहा।

आकाश मिसाइल का वजन 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट है। यह 60 किलोग्राम के भार वाले हथियारों को ले जाने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 40 से 60 किलोमीटर तक की है। यह मिसाइल 4321 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरती है। यानी एक सेकेंड में 1.20 किलोमीटर। दुश्मन जब तक इसको रोकने का प्रयास करेगा तब तक यह उसे मार कर नेस्तनाबूद कर देगी। इसको एंटी मिसाइल के तौर पर भी उपयोग में लाया जा सकता है।

पिछले दिनों आकाश मिसाइल की खरीद में दक्षिण एशिया के नौ देशों एवं अफ्रीकी मित्र देशों ने रुचि दिखाई। कुछ मित्र देशों ने आकाश मिसाइल के अतिरिक्त तटीय निगरानी प्रणाली, रडार तथा एयर प्लेटफॉर्म को भी खरीदने में अपना रुझान दिखाया है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित आकाश मिसाइल की तकनीक एवं विकास 96 प्रतिशत स्वदेशी है। भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारत आकाश मिसाइल केवल उन्हीं देशों को बेचेगा जिनसे उसके बेहतर एवं मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।

Police Files Chandigarh – 25 January

‘Purnoor’ Korel, Chandigarh:

Action against Gambling/satta

Chandigarh Police arrested Dinesh Kumar @ Jain resident of Hallomajra, Chandigarh, while he was playing Satta near Kabar Market, Hallomajra, Chandigarh on 24.01.2021. Total cash Rs. 11230/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 14, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

Theft

Sanjeev Kumar R/o # 1009, Sector-41, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s bicycle from outside of his residence on the night intervening 23/24.01.2021. A case FIR No. 22, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sandeep Gupta R/o # 3219, Sector-37-D, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s bicycle from outside of his residence on 13.01.2021. A case FIR No. 23, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Manmohan Sharma R/o # 2092, Sector-37-C, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s bicycle from outside of his residence on 20.01.2021. A case FIR No. 24, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector 37C, Chandigarh reported that unknown person who stole away complainant’s bicycle from outside of his residence on 19.01.2021. A case FIR No. 25, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating/forgery

          A case FIR No. 13, U/S 419, 420, 467, 468, 471, 511 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh on the complaint Anoop Khullar R/o # 1089, Sector-51B, Chandigarh against unknown persons who made forged the documents and filed numerous complaints against complainant. Investigation of the case is in progress.

LAC पर भारत और चीनी सैनिकों की झड़प

LAC पर चल रहे भारत और चीन के विवाद के बीच एक बार फिर सिक्किम में दोनों पक्षों में झड़प हुई है। कहा जा रहा है कि तीन दिन पहले चीन ने भारत की सीमा में घुस कर यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया, लेकिन तभी भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोका और खदेड़ कर वापस उनके क्षेत्र में भेज दिया। इस दौरान ही झड़प भी हुई, जिसमें 20 चीनी सैनिक घायल हुए। वहीं भारत के भी 4 जवानों को चोटें आईं।

मीडिया खबरों के अनुसार, सिक्किम के नाकुला में यह झड़प हुई थी, जिसके कारण वहाँ हालात तनावपूर्ण हैं लेकिन स्थिति अब काबू में हैं। कहा जा रहा है कि झड़प के दौरान हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ, मगर दोनों देशों के सैनिकों को चोटें आई हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय क्षेत्र के साथ सभी प्वाइंट पर मौसम की स्थिति खराब होने के बावजूद कड़ी चौकसी बरती जा रही है।

गौरतलब है कि भारत-चीन सैनिकों के बीच इस झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख के मोल्डो में भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच बैठक हुई। करीब 15 घंटे चली इस बैठक का निष्कर्ष अभी सामने नहीं आया है। लेकिन इसके जरिए तनाव को कम करने की अपील की गई। इसके अलावा यह भी खबर है कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख से अपने 10,000 सैनिकों को वापस बुला लिया है। हालाँकि कुछ सेना की तैनाती अब भी है इसलिए भारतीय जवान भी पीछे नहीं हुए हैं।

यहाँ बता दें कि साल 2017 में डोकलाम विवाद के बाद लद्दाख में पिछले साल भारत और चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने आए थे। 15 जून 2020 को गलवान घाटी पर हुई भिड़ंत के दौरान 20 भारतीय जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। वहीं 43 चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर सामने आई थी, लेकिन चीन ने मरने वाले सैनिकों की संख्या का खुलासा नहीं किया था।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल जून में LAC पर हुई हिंसा 1975 के बाद पहली ऐसी हिंसा थी जिसमें सैनिकों ने जान गॅंवाई। चीन ने भारतीय सेना पर हमला करने के लिए लाठी-ंडंडे, रॉड, हॉकी, ड्रैगन पंच, कंटीली तारों वाले हथियार आदि का इस्तेमाल किया था।

बिहारीगढ़ पुलिस ने यात्री का खोया बेग ढूंढ, किया मालिक के हवाले।

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

सहारनपुर बिहारीगढ़ दो दिन पहले कार से गायब हुआ बैग नगदी सहित पुलिस को मिल गया, काफी प्रयास के बाद पुलिस ने बैग के मालिक को ढूंढ कर बैग, नगदी, मोबाइल और जेवर उन्हें मोहण्ड चौकी पर बुलाकर सौंप दिए, पीड़ित परिजन सामान सहित अपना बैग पाकर बेहद खुश नजर आए और उन्होंने पुलिस का आभार जताया।

आपको बतादे पुलिस के मुताबिक 2 दिन पहले नरगिस, और उसकी बहन रुबीना पत्नी शाहनवाज मुजफ्फरनगर से देहरादून घूमने के लिए कार में सवार होकर पहुंची थी वापस लौटते हुए यह दंपत्ति मोहण्ड में थोड़ी देर रुके और वहां जलपान किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान इन्होंने कार से बैग बाहर निकाल कर उसकी छत पर रख लिए और उन्हें चलते समय अंदर रखना भूल गए, इस दौरान कपड़ो सहित बैग रास्ते में कही गिर गया, जो किसी राहगीर को मिला तो उसने मोहण्ड पुलिस को चौकी पहुंच कर सुरक्षित तरीक़े से सौंप दिया।

दो दिन तक मोहण्ड पुलिस चौकी इंचार्ज बैग के मालिक को तलाशने की कोशिश करता रहा, इस दौरान बैग के अंदर जिस लिफाफे में जेवर रखे हुए थे उसमें से मोबाइल नंबर लिखी एक पर्ची मिली यह मोबाइल नंबर जुलफक्कार पुत्र मन्नवर अहमद निवासी 130 नालापानी रोड देहरादून का निकला। पूछताछ के बाद पता चला कि उनके रिश्तेदार मुजफ्फरनगर से देहरादून घूमने आए थे संभवत बैग उन्हीं का होगा पुलिस ने मुजफ्फरनगर का फोन नंबर लेकर रात दिन पता लगाने में एक कर दिया।बैग के बारे में तमाम तरह की जानकारी जुटाने के बाद थानाध्यक्ष बिहारीगढ़ सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर मोहण्ड पुलिस ने मुजफ्फरनगर से शाहनवाज और देहरादून से जुल्फिकार को पुलिस चौकी मोहण्ड बुलाया और बैग में रखा हुआ मोबाइल, 8000 की नगदी, कीमती जेवरात और कपड़े उन दोनों को सौंप दिए। सामान सहित बैग मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए शाहनवाज और जुल्फिकार ने मोहण्ड पुलिस स्टाफ का आभार व्यक्त किया, मोहण्ड निवासी लोगों ने भी पुलिस की काफी सराहना की है।

सामाजिक कार्यो में अग्रणी भूमिका निभाने पर सुनील रसवंत को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित।

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • सामाजिक कार्यो में अग्रणी भूमिका निभाने पर सुनील रसवंत को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित।
  • नवजीवन सेवा केन्द्र संस्था के माध्यम से कर रहे है जरूरतमंदो की सेवा।

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर नारी सशक्तिकरण के लिए कार्य करने वाले नवजीवन सेवा केंद्र के संस्थापक सुनील रसवंत को आज जनमंच सभागार में जिलाधिकारी अखिलेश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ. एस. चंन्नप्पा, भाजपा विधायक देवेंद्र निम, जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह द्वारा व अन्य सहारनपुर मंडल के अधिकारियों के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया।

बता दें कि सुनील रसवंत लम्बे समय से सामाजिक कार्यो में अपनी मुख्य भूमिका अदा कर रहे है। नवजीवन सेवा केंद्र के नाम से एक सामाजिक संगठन का सफल संचालन भी पिछले करीब 7 वर्ष से निरंतर कर रहे है। काबिल-ए-गौर पहलू यह है कि उक्त संस्था के पदाधिकारी बिना किसी अवकाश के सहारनपुर के जिला अस्पताल में लावारिस मरीजों की सेवा करते चले आ रहे है। सामाजिक कार्याे की श्रृंखला में जिला अस्पताल में लावारिस मरीजों की सेवा उनकी प्राथमिकता में शामिल है। लावारिस मरीजों के जैसे कपड़े बदलना,उनके फिजिकल समस्त कार्य, उनको रोज सुबह नाश्ता करवाना यह कार्य बिना किसी अवकाश के जारी है। जिसकी भूरी भूरी सराहना की गई। 

सुनील रसवंत द्वारा जैन्डर चैम्पियन उत्तर प्रदेश में महिलाओं व बच्चों के की सुरक्षा सम्मान व स्वालंबन हेतु मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्ट व्यवहार विभाग द्वारा विशेष जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है, इस अभियान के दौरान सुनील रसवंत संस्थापक, नवजीवन सेवा केंद्र एक सामाजिक संस्था को जेंडर चैंपियन के रूप में विशेष योगदान दिया है, इस उपलक्ष में राष्ट्रीय बालिका दिवस व उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर सुनील रसवंत को जनपद के आला अधिकारियों ने मिलकर सम्मानित किया।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकरी बी.एस. सोढ़ी, नगरायुक्त ज्ञानेन्द सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित जनपद के गणमान्य लोग मौजूद रहे। वह इसी कार्य में लगे काफी महान विभूतियों को इस मंच पर सम्मानित किया गया।

जम्मू कश्मीर में शाहिद हुए सहारनपुर के निशांत की अंतिम विदाई में उमड़ा जन सैलाब

राहुल भारद्वाज सहारनपुर।:


उत्तर प्रदेश का सहारनपुर के शारदा नगर क्षेत्र में आज जन सैलाब उमड़ पडा लोग सहारनपुर के गौरव शहीद निशांत शर्मा को उनकी अंतिम यात्रा में विदाई देने. सड़कों पर उतर गए साथ ही  भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाते हुए दिलों में दर्द है और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा भी जाहिर किया।


आपको बतादे, दरअसल लोग भावुक हैं शारदा नगर क्षेत्र के लाल निशांत शर्मा की शहादत पर.लोग नाराज़ हैं पाकिस्तान की कायराना हरकत पर, जिसकी आतंवादी गतिविधियों के चलते महज़ 30 साल की उम्र में सहारनपुर ने अपना जाबांज़ बेटा खो दिया, शहीद निशांत शर्मा का पार्थिव शरीर रविवार देर शाम उनके आवास पर पहुंचा. क्षेत्र के लोग अपने लाल के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ पडे हैं. जिले के सभी छोटे बड़े राजनेतिक लोगो ने मौके पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत तमाम आला अधिकारी ने भावुक होकर शहीद की शहादत को सलाम किया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर परिवार के साथ शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिवार जनों को 50 लाख ओर एक सदस्य को सरकारी नोकरी देने की भी घोषणा की।
सहारनपुर के निशांत शर्मा जम्मू कश्मीर में तैनात थे. सोमवार को उधमपुर में पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों द्वारा बिछाई गई लैंडमाइन की चपेट में आने से निशांत शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे।जम्मू के आर्मी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था जहां रविवार की सुबह इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी थी खबर मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गयी। निशांत की अंतिम यात्रा पर सड़क के दोनों ओर लोग भारी संख्या में उमड़े छतों पर खड़े होकर हाथों में तिरंगा लेकर लोग अपने लाल को अंतिम सलामी दी जिस रास्ते से यात्रा निकली वहां लोगों के चेहरे पर भाव, दिलों में गुस्सा और आंखों में पानी साफ नजर आ रहा था “जब तक सूरज चांद रहेगा, निशांत शर्मा तुम्हारा नाम रहेगा.” लोगो द्वारा नारे लगने के साथ निशांत का अंतिम संस्कार शिवपुरी शमशान भूमि मे किया गया। मौके पर भारी पुलिस बल,राजनेता, अधिकारी परिवार के लोग और क्षेत्र के लोग शामिल रहे।

चीन सीमा पर सेना की आवश्यकता नहीं: राहुल गांधी , अनुवादक बेहोश

चीन के लिए राहुल गांधी का दर्द एक बार फिर छलक पड़ा। तमिल नाडु के इरोड में एक जन सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने चीन सीमा पर सेना की तैनाती को ले कर एक तरह से प्रश्न खड़े कर दिये। सनद रहे इनके पूर्वज और पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू भी चीन प्रेम से अटे पड़े थे। राहुल गांधी ने कहा है,”मोदी सरकार चीन से भारत को सुरक्षित रखने के लिए (जल, थल और वायु)सेना आ इस्तेमाल कर रही है। अगर वह श्रमिकों, कामगारों औरकिसानों का इस्तेमाल करेगी तब उसे सेनाओं को वहाँ खड़े करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी चीन की भारत में घुसने की हिम्मत नहीं होगी। मतलब हमें अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से अपने अच्छी तरह से प्रशिक्षित सैनिकों को हटा कर वहाँ कामगारों मजदूरों या फिर किसानों को खड़ा करना चाहिए।

चेन्नई /नईदिल्ली :

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी फिलहाल तमिलनाडु दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन राहुल गाँधी तमिलनाडु के इरोड पहुँचे। यहाँ पर उनके भाषण के दौरान एक अजीब घटना घटी। राहुल गाँधी के अंग्रेजी भाषण का तमिल में अनुवाद करने वाले प्रोफेसर मंच पर ही बेहोश होकर गिर पड़े।

रिपोर्टों के अनुसार, 35 वर्षीय प्रोफेसर मोहम्मद इमरान रविवार (जनवरी 24, 2021) को राहुल गाँधी द्वारा दिए गए भाषणों का उत्साहपूर्वक अनुवाद कर रहे थे। राहुल गाँधी के भाषण को अभी कुछ ही मिनट हुआ था कि वह अचानक से बेहोश हो गए। जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि किस कारण से कॉन्ग्रेस की रैली में प्रोफेसर बेहोश हो गए।

राहुल गाँधी ने इरोड में भाषण भी ‘जबरदस्त’ दिया। उन्होंने सुझाव दिया था कि अगर भारत के किसान, श्रमिक और मजदूर मजबूत होते, तो भारत को सीमाओं पर सेना, नौसेना और वायु सेना को तैनात करने की आवश्यकता नहीं होती, खासकर इंडो-चाइना बॉर्डर पर। उन्होंने दावा किया था कि अगर किसानों और मजदूरों को सुरक्षा और अधिकार दिया गया तो चीन भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ करने की हिम्मत नहीं करेगा।

दिनाकरन की रिपोर्ट में कहा गया है कि राहुल गाँधी द्वारा दिए गए भाषण का अनुवाद करने के बाद, अनुवादक इमरान ने अपना होश खो दिया और घटनास्थल पर बेहोश हो गए। घटना के बाद उन्हें

राहुल ने यहाँ पर रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह यहाँ पर ‘मन की बात’ बताने नहीं आए हैं, बल्कि तमिलनाडु के लोगों की समस्याएँ सुनने आए हैं। राहुल गाँधी ने रोड शो के दौरान कहा, “मैं यहाँ आपको ये बताने नहीं आया हूँ कि क्या करना चाहिए या अपने मन की बात करने नहीं आया हूँ। मैं यहाँ आपको सुनने आया हूँ, आपकी समस्याओं को सुनकर उन्हें सुलझाने में मदद करने आया हूँ।”

तमिलनाडु में कॉन्ग्रेस की अस्तित्व की लड़ाई

1967 में तमिलनाडु की सत्ता से बाहर होने के बाद कॉन्ग्रेस कभी वापसी नहीं कर पाई। 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस के हिस्से में सिर्फ 8 सीटें आई थीं। अभी राज्य में AIADMK की सरकार है। इस बार कॉन्ग्रेस के DMK के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।

आप झंडे उठाकर खालिस्तान के नारे लगाओ फिर भी हम भागने वाले नहीं है, पहले भी शहादत दी है: बिट्टू

‘आप झंडे उठाकर खालिस्तान के नारे लगाओ, फिर भी हम भागने वाले नहीं है। पहले भी शहादत दी है. हम पर बड़ी प्लानिंग के तहत हमला किया गया है, मारने की प्लानिंग थी। हम लोगों पर कातिलाना हमला किया गया है. हमारी पगड़ी पर हमला किया गया. लाठी से हमला हुआ। हम जाने वाले नहीं है. कुछ लोग हैं, इनसे सरकार और एजेंसी निपट लेंगी. 26 जनवरी को जो होना था वो आज ही एक्सपोज हो गया. उनके हाथ में झंडे थे, वो किसानों के झंडे नहीं थे.’ यह शब्द सिंघू बार्डर पर पहुंचे स्वर्गीय पूर्व मुख्य मंत्री सरदार बेअंत सिंह ए पौत्र और वर्तमान में लुधियाना से कॉंग्रेस पार्टी के सांसद रावनीत सिंह बिट्टू के हैं। सनद रहे सरदार बेअंत सिंह आतंक ग्रस्त पंजाब के वह मुख्य मंत्री थे जिनहोने पंजाब से आतंकवाद को नष्ट करने में काफी हद तक सफलता पा ली थी,उन्हे खलिस्तान समर्थक आतंकियों ने कार बंब से मार दिया था। रावनीत सिंह बिट्टू ने अपने लिए भी इसी संदर्भ में यह बात कही है। हो भी सकता है कि स्व॰ बेअंत सिंह के बाद अब उनही के पौत्र पर भी हमला हुआ हो। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, हम खालिस्तानी झंडे और नारे लगाने वालों से भयभीत नहीं होंगे। वे (हमला करने वाले) तथाकथित नक्सली, खालिस्तानी या 2020 के लोग (रेफरेंडम 2020) हैं।” उन्होंने आगे दावा किया कि
उपद्रवी लोगों को किसान आंदोलन स्थल पर खालिस्तानी झंडा लहराने और फहराने के लिए 1 करोड़ 80 लाख रुपए ऑफर किए जा रहे हैं।

नयी दिल्ली/चंडीगढ़ :

दिल्ली में पिछले दो महीने से किसानों की ओर से केंद्र सरकार के जरिए लाए गए कृषि कानूनों को विरोध किया जा रहा है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. इस बीच सांसद रवनीत सिंह बिट्टू सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे, जहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही उन पर हमला किए जाने की बात भी सामने आई है.

किसानों की ओर से पिछेल 60 दिनों से बॉर्डर पर कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस ले. इस बीच पंजाब के लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर विरोध का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही बिट्टू को कथित रूप से अपमानित करने की बात भी सामने आई है। बित्त को यान माँ बहन की गालियां देते हुए भी सुना जा सकता है।

‘मारने की प्लानिंग’

बिट्टू ने कहा, ‘आप झंडे उठाकर खालिस्तान के नारे लगाओ, फिर भी हम भागने वाले नहीं है. पहले भी शहादत दी है. ।हम पर बड़ी प्लानिंग के तहत हमला किया गया है, मारने की प्लानिंग थी. हम लोगों पर कातिलाना हमला किया गया है. हमारी पगड़ी पर हमला किया गया. लाठी से हमला हुआ. हम जाने वाले नहीं है. कुछ लोग हैं, इनसे सरकार और एजेंसी निपट लेंगी. 26 जनवरी को जो होना था वो आज ही एक्सपोज हो गया. उनके हाथ में झंडे थे, वो किसानों के झंडे नहीं थे।’

कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि हम किसान नेताओं की बैठक में भाग लेने गए थे. वहां कुछ लोग हम पर घात लगाए बैठे थे, लोग लाठी और अन्य हथियारों से लैस थे. हम अब कोई कदम नहीं उठाने जा रहे हैं क्योंकि किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. ऐसे तत्वों को झंडे लहराने के लिए 1 करोड़ से लेकर 80 लाख रुपये तक दिए जाते हैं और मैं वैसे भी एक टारगेट हूं।