चुनावों की तारीखों की घोषणा से पहिले राजीब बनर्जी ने छोड़ा ममता का साथ
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब वन मंत्री राजीब बनर्जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
- ममता सरकार में एक और मंत्री का इस्तीफा
- राजीव बनर्जी ने अपना पद छोड़ दिया है
- राज्यपाल धनखड़ ने स्वीकार किया इस्तीफा
कोलकतता/नईदिल्ली:
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग कभी भी कर सकता है. चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफों की रफ्तार भी बढ़ती जा रही है. ममता सरकार में वन राज्यमंत्री राजीव बनर्जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे की चिट्ठी में राजीव बनर्जी ने लिखा कि पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना उनके लिए एक गर्वदायी अनुभव रहा . उन्होंने इसके लिए सभी लोगों को धन्यवाद भी दिया. इससे पहले शुभेंदु अधिकारी भी तृणमूल से इस्तीफा दे चुके हैं. लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने भी अपना मंत्री पद छोड़ा है.
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक अरिंदम भट्टाचार्य बुधवार को भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे. भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल में नदिया जिले में शांतीपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं. भाजपा में शामिल होते हुए भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि उन्हें तृणमूल कांग्रेस में आजादी से काम नहीं करने दिया जा रहा था और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी के पास ‘‘पश्चिम बंगाल और राज्य के युवाओं के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है.”
एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा था कि जो भाजपा में शामिल होना चाहते हैं वो जा सकते हैं लेकिन उनकी पार्टी, भगवा दल के सामने नहीं झुकेंगी.
इससे पहले हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले गुरुवार को एक नया राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) बनाने की घोषणा की थी. पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है.
वाम-कांग्रेस गठबंधन का कर सकते हैं रुख
उन्होंने यह भी कहा कि वाम-कांग्रेस गठबंधन के साथ उनके संगठन के गठजोड़ की संभावना है. राजनीतिक संगठन की शुरूआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें.’