प्रधान मंत्री को गुस्सा क्यों आता है??

कृषि कानून को लेकर पंजाब समेत विभिन्न जगहों पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां कृषि कानून को ‘किसान विरोधी’ करार देते हुए सरकार की आलोचना कर रही हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को ट्रैक्टर जलाकर विरोध प्रदर्शित किया गया. विरोध प्रदर्शन करने वाले पंजाब यूथ कांग्रेस के बताए जा रहे हैं. पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर किसी पार्टी का नाम लिए बिना विपक्ष पर निशाना साधते हुए किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा, “आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए. जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं.” पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। ये लोग पहले सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से कृषि कानूनों के अजीबोगरीब विरोध के परिप्रेक्ष्य में कहा कि हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।

  • सरकार ने चारों दिशाओं में एक साथ काम आगे बढ़ाया : PM
  • ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे : मोदी
  • आज तक इनका कोई बड़ा नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया : प्रधानमंत्री

चंडीगढ़ – 29 सितंबर:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में नमामि गंगे प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने के बाद अपने सम्बोधन में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि क़ानूनों को लेकर कॉन्ग्रेस को आईना दिखाया और जनता को समझाया कि कैसे वो हर उस चीज का विरोध करते हैं, जिसे जनता की भलाई के लिए लाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान राम मंदिर और योग दिवस को भी याद किया, जिसका कॉन्ग्रेस ने विरोध किया था।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की पहल पर जब पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही थी, तो भारत में ही बैठे ये लोग उसका विरोध कर रहे थे। उन्होंने याद दिलाया कि जब सरदार पटेल की सबसे ऊँची प्रतिमा का अनावरण हो रहा था, तब भी ये लोग इसका विरोध कर रहे थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि आज तक इनका कोई बड़ा नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल कॉन्ग्रेस के ही नेता थे।

कॉन्ग्रेस पार्टी अक्सर योग दिवस का मजाक बनाती रही है। जिस चीज ने दुनिया भर में भारत को नई पहचान दी, पार्टी उसका विरोध करती है। राहुल गाँधी ने सेना की ‘डॉग यूनिट’ के एक कार्यक्रम की तस्वीर शेयर कर के इसे ‘न्यू इंडिया’ बताते हुए न सिर्फ योग का बल्कि सेना का भी मजाक उड़ाया था। तभी पूर्व-सांसद और अभिनेता परेश रावल ने कहा था कि ये कुत्ते राहुल गाँधी से ज़्यादा समझदार हैं। सेना के डॉग्स के योगासन का मजाक बनाने वाले राहुल गाँधी की खूब किरकिरी हुई थी।

इसी तरह कॉन्ग्रेस ने अपनी ही पार्टी के नेता सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘स्टेचू ऑफ यूनिटी’ का विरोध किया, जिसके कारण न सिर्फ भारत का मान बढ़ा बल्कि केवडिया और उसके आसपास के क्षेत्रों में विकास के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर आए। कॉन्ग्रेस पार्टी ने इस स्टेचू के निर्माण को ‘चुनावी नौटंकी’ और ‘राजद्रोह’ करार दिया था। राहुल गाँधी ने दावा कर दिया था कि सरदार पटेल के बनाए सभी संस्थाओं को मोदी सरकार बर्बाद कर रही है।

पीएम मोदी ने मंगलवार (सितम्बर 29, 2020) को कहा कि पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। ये लोग पहले सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से कृषि कानूनों के अजीबोगरीब विरोध के परिप्रेक्ष्य में कहा कि हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।

कॉन्ग्रेस पार्टी कृषि कानूनों के विरोध के लिए एक ट्रैक्टर को 20 सितम्बर को अम्बाला में जला रही है तो फिर 28 सितम्बर को उसी ट्रैक्टर को दिल्ली के इंडिया गेट के पास राजपथ पर जला कर सुर्खियाँ बटोर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह धरना दे रहे हैं। सोनिया गाँधी राज्यों को क़ानून बना कर केंद्र के क़ानूनों को बाईपास करने के ‘फर्जी’ निर्देश दे रही है। जबकि अधिकतर किसानों ने भ्रम और झूठ फैलाए जाने के बावजूद इन क़ानूनों का स्वागत किया है।

राम मंदिर मुद्दे की याद दिलाना भी आज के परिप्रेक्ष्य में सही है क्योंकि इसी कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2009 में सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट देकर कहा था कि भगवान श्रीराम का कोई अस्तित्व नहीं है। वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल तो राम मंदिर की सुनवाई टालने के लिए सारे प्रयास करते रहे। वहीं दिसंबर 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे पूछा था कि कॉन्ग्रेस बाबरी मस्जिद चाहती है या राम मंदिर?

इसी कॉन्ग्रेस ने जब राम मंदिर के शिलान्यास के बाद जनता के मूड को भाँपा तो वो राम मंदिर के खिलाफ टिप्पणी करने से बचने लगी। कोई पार्टी नेता इसके लिए राजीव गाँधी को क्रेडिट देने लगा। प्रियंका गाँधी बयान जारी कर के इसका समर्थन करने लगीं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल रामायण कॉरिडोर बनाने लगे। कमलनाथ हनुमान चालीसा पढ़ने लगे। तभी तो आज पीएम ने कहा – ये विरोध के लिए विरोध करते हैं

प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि चार साल पहले का यही तो वो समय था, जब देश के जाँबाजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था। लेकिन ये लोग अपने जाँबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँग रहे थे। सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके, ये लोग देश के सामने अपनी मंशा, साफ कर चुके हैं। देखा जाए तो एक तरह से सारे विपक्षी दलों ने सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया था।

नवम्बर 2016 में मोदी सरकार ने भारतीय सेना को सर्जिकल स्ट्राइक के लिए हरी झंडी दिखा कर इतिहास को बदल दिया। पहली बार भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाक़े में घुस कर आतंकियों को मारा लेकिन राहुल गाँधी इसे ‘खून की दलाली’ बताते हुए कहते रहे कि सरकार ‘सैनिकों के खून’ के पीछे छिप रही है। कॉन्ग्रेस पार्टी के लोग सबूत माँगने में लगे थे। कइयों ने तो पाकिस्तान वाला सुर अलापना शुरू कर दिया था।

पीएम मोदी ने कहा कि देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने, जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की है। जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए थे, तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे। देश के गरीब का बैंक खाता खुल जाए, वो भी डिजिटल लेन-देन करे, इसका इन लोगों ने हमेशा विरोध किया। उन्होंने कहा कि आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं।

बकौल पीएम मोदी, ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं। बता दें कि किसानों को सरकार के साथ-साथ प्राइवेट कंपनियों को अपनी उपज बेचने के लिए मिली आज़ादी का विरोध समझ से परे है। इसके लिए सीएए विरोध जैसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।

अमित शाह बता चुके हैं कि जिस पार्टी ने अपनी सरकार रहते अनाजों की खरीद में भी अक्षमता दिखाई लेकिन मोदी सरकार ने इस मामले में रिकॉर्ड बनाया, इसके बावजूद वो किसानों को भ्रमित करने में लगे हुए हैं। एमएसपी के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है, उलटा उसे बढ़ाया गया है। बावजूद इसके किसानों को भाजपा के खिलाफ ऐसे ही भड़काया जा रहा है, जैसे लॉकडाउन में मजदूरों को भड़काया गया था।

पीएम मोदी ने ये भी याद दिलाया कि भारतीय वायुसेना के पास राफेल विमान आये और उसकी ताकत बढ़ी, ये उसका भी विरोध करते रहे। उन्होंने कहा कि वायुसेना कहती रही कि हमें आधुनिक लड़ाकू विमान चाहिए, लेकिन ये लोग उनकी बात को अनसुना करते रहे। हमारी सरकार ने सीधे फ्रांस सरकार से राफेल लड़ाकू विमान का समझौता कर लिया तो, इन्हें फिर दिक्कत हुई। आज अम्बाला से लद्दाख तक वायुसेना का परचम लहरा रहा है।

राफेल मुद्दे पर ज्यादा कुछ याद दिलाने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि पूरा 2019 का लोकसभा चुनाव ही इसी पर लड़ा गया था। जहाँ एक तरफ कॉन्ग्रेस पोषित मीडिया संस्थानों द्वारा एक के बाद एक झूठ फैलाया जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट और कैग से क्लीन-चिट मिलने के बावजूद राफेल को लेकर झूठ फैलाया गया। वही कॉन्ग्रेस अब राफेल का नाम नहीं लेती क्योंकि जब 5 राफेल की पहली खेप भारत आए तो जनता के उत्साह ने सब साफ़ कर दिया। 2019 का लोकसभा चुनाव हारे, सो अलग।

आपातकाल में पंचकूला पुलिस से नए नंबर से होगा संपर्क

  • पुलिस-जनता में विश्वास बढ़ाने के लिए बनेंगी समन्वय कमेटियां
  • विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करें, हर सेक्टर में बनेंगे बीट बॉक्स

पंचकूला़, 29 सितंबर:

आपातकाल में पंचकूला पुलिस से संपर्क करने के लिए की जाने वाली फोन कॉल चंडीगढ़ या मोहाली लगने की समस्या से छुटकारा मिलने जा रहा है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मंगलवार को पंचकूला कानून एवं व्यवस्था कमेटी की बैठक में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस भारत संचार निगम लिमिटेड के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों से मिलकर इस समस्या का निराकरण करें। बैठक में उपस्थित पंचकूला पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह ने आश्वासन दिया कि शहरवासियों को इस समस्या से जल्द निजात मिलेगी। ज्ञान चंद गुप्ता ने शहर में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने, ड्रग नेटवर्क को धराशायी करने तथा सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए पुलिस जनता समन्वय समिति गठित करने के भी निर्देश दिए।

पंचकूला जिले में कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को विधान सभा सचिवालय में कानून एवं व्यवस्था समिति की बैठक बुलाई गई। समिति के अध्यक्ष स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सतीश कुमार, राजकुमार और नुपूर बिश्नोई, समिति के संयोजक डीपी सिंघल और डीपी सोनी, इसके सदस्य एसके शर्मा, सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह, वीके कपूर और कपिल चड्ढा मौजूद रहे। बैठक में पूर्व सैनिकों के संगठन वेटर्नंस इंडिया के महासचिव अनुराग अग्रवाल और संयुक्त सचिव अनुराग लठवाल भी विशेष आमंत्रित रहे। उन्होंने बैठक में पूर्व सैनिकों के मान-सम्मान का विषय उठाते हुए यातायात पुलिस का सहयोग करने की पेशकश की।

बैठक में ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि जनता और पुलिस के बीच विश्वास बहाली के लिए जिला तथा थाना क्षेत्र के स्तर पर समन्वय समितियों का गठन किया जाना चाहिए। इस कमेटियों को समय-समय पर बैठक कर जनता की समस्याओं को समझना चाहिए। इन समितियों में नागरिकों की सहभागिता होने से पुलिस प्रशासन तक वास्तविक जानकारी पहुंच सकेगी।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा शहरवासियों द्वारा आपातकाल में पुलिस से संपर्क करने के लिए 100 नंबर पर फोन करने पर कॉल चंडीगढ़ या मोहाली लग जाती है। इससे मुसीबत में फंसे लोगों की दिक्कत और बढ़ जाती है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि भारतीय संचार निगम लिमिटेड के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों से मिलकर इस समस्या का निदान करें। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय की हिदायतों के अनुसार नियम तैयार करने को कहा। इसके साथ ही शहरवासियों की सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को लेकर भी बैठक में विस्तृत चर्चा हुई। गुप्ता ने कहा कि पुलिस का कार्य लोगों के मन डर बैठाना नहीं अपितु उन्होंने यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना है। इसके लिए पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बिना नंबर तथा जुगाड़ से बने वाहनों की रोकथाम के लिए पुलिस अफसरों को विशेष कार्रवाई को कहा गया है। गुप्ता ने कहा कि जुगाड़ वाले वाहनों से हादसों का डर रहता है तो बिना नंबर वाले वाहन चालकों से आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का डर रहता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को भी रात को सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने की अनुमति न दी जाए तथा ऐसा करने वालों पर कठोरता से शिकंजा कसा जाए। उन्होंने कहा कि ड्रग सेवन तथा इसके कारोबार को रोकने के लिए पुलिस को विशेष अभियान चलाना चाहिए। पंचकूला शहर की लोगों में आदर्श छवि है इसलिए यहां किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियां नहीं की जा सकती। इसकी रोकथाम के लिए हर सेक्टर में बीट बॉक्स स्थापित करने को भी कहा गया है।

बैठक में वेटर्नंस इंडिया के महासचिव अनुराग अग्रवाल और संयुक्त सचिव अनुराग लठवाल ने पूर्व सैनिकों के मान-सम्मान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि फरीयाद लेकर थानों में जाने वाले पूर्व सैनिकों के साथ संतोषजनक व्यवहार नहीं किया जाता। इस ज्ञान चंद गुप्ता ने सख्ती दिखाई और कहा कि सैनिकों का जीवन देश के लिए काम आता है। इसलिए समाज का कर्तव्य बनता है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद भी पूरा मान-सम्मान दें। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों में अपनी समस्या लेकर आने वाले सैनिकों और पूर्व सैनिकों की बात सम्मानपूर्वक सुनी जानी चाहिए। इस पर पुलिस अधिकारियों ने सकारात्मक आश्वासन दिया।

कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए करें सामूहिक प्रयास, लिंगानुपात में लाएं सुधार: अतिरिक्त उपायुक्त अशोक बंसल।

मनोज त्यागी, करनाल – 29 सितंबर:

महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित बैठक  की एडीसी ने की अध्यक्षता, कहा बेटी बचाव-बेटी पढ़ाओ अभियान को बनाए जन आन्दोलन। अतिरिक्त उपायुक्त अशोक बंसल ने कहा कि  कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए सम्बधित विभागों के  अधिकारी सामुहिक प्रयास करें और लिंगानुपात में सुधार लाएं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को जन आन्दोलन बनाएं।   

एडीसी मंगलवार को अपने कार्यालय में महिला एवं बाल विकास की ओर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अंर्तगत आयोजित बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में समानता लाने के लिए लोगोंंं को जागरूक करें और पीएनडीटी एक्ट की दृढ़ता से पालना सुनिश्चत की जाए। उन्होंने स्वस्थ्य विभाग के  अधिकारी को निर्देश दिए की जिले में स्थित अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर रेड बढ़ाएं और जहां कमियां मिले तो सम्बधित के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए।

उन्होंने आश्वासन  दिया कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यावाही करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा और पुलिसबल की मदद मिलेगीे।  उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारियों को निर्देश दिए की वे गर्भवती महिलाओंं पर विशेष ध्यान दें कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में रजिस्ट्रड गर्भवती महिलाओं में से कितनी महिलाओं ने गर्भपात करवाया और उनके कारणों के बारे में जानकारी लें। अगली मिटिंग में ऐसी रिपोर्ट साथ लेकर आएं ताकि गर्भ में भ्रूण की हत्या करने व करवाने वालों पर कड़ा शिकंजा कसा जा सके।  

बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजबाला ने बताया कि विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत प्रत्येक खण्ड के ऐसे पांच-पांच गांव को वैरिफाई किया गया, जहां लड़कियों की संख्या कम है, उन गांव में लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए जागरूक ता कैंम्प लगाए गये। उन्होंने यह भी बताया कि 0-6 वर्ष तक की लड़कियों का वजन मॉनिटरिंग किया गया तथा उनका हैल्थ चैकप करवाया गया।  उन्होंने बताया कि 1 सितम्बर से 30 सितम्बर तक पोषण माह में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। बैठक में विभाग की ओर से वर्ष 2020-2021 के दौरान करवाई जाने वाले कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई।  

इस अवसर पर जिला न्यायवादी कुलदीप सिंह, डीएसपी नरेन्द्र सिंह, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रोहताश वर्मा, उप-सिविल सर्जन डा. नरेश करड़वाल, एआईपीओरओ रघुबीर गागट, सीडीपीओ मधु पाठक, डा. राजबाला मोर, नीलम काम्बोज, डीसीपीओ रीना कुमारी उपस्थित रही।

रक्तदान करना सुरक्षित व नेक कार्य : उपायुक्त निशांत कुमार यादव

मनोज त्यागी, करनाल – 29 सितम्बर:

सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फोरम आफ आर्टिस्टस एंड एक्टिविस्टस (निफा) द्वारा मंगलवार को पंचायत भवन में थैलीसीमिया के मरीजों के लिए आयोजित रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त निशांत यादव ने रक्त दाताओं को बैच लगाकर व रक्त दाता का प्रमाण पत्र ओर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।  उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार करोना काल में रक्तदान की संख्या में कमी आयी है क्योंकि लोग संक्रमण के डर से रक्तदान कम करते हैं, लेकिन निफा ने ऐसे समय में भी लगातार 20 दिन रक्त दान शिविर लगाने व पूरे वर्ष में दो लाख यूनिट रक्त इक_ा करने का संकल्प लेकर प्रशंसनीय कार्य किया है।

उन्होंने रक्तदान करने को राष्ट्र व समाजहित में बताया और कहा कि रक्त दान करना बिल्कुल सुरक्षित है।  उपायुक्त निशांत यादव जो स्वयं भी अपना प्लाज़्मा दान कर चुके हैं, ने करोना पॉजीटिव से नेगेटिव हो चुके लोगों को प्लाज़्मा भी दान करने के लिए आगे आने की अपील की ओर बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है इससे कोई कमजोरी नहीं आती। रक्त दान शिविर के परियोजना निदेशक आकर्षण उप्पल, गुरु प्रसाद व राजीव मल्होत्रा ने बताया कि आज कुल 103 यूनिट रक्त इकट्ठा  करके राष्ट्रीय रेड क्रॉस सोसायटी की दिल्ली से आयी टीम को सौंपा गया जहां हर रोज़ थैलीसीमिया के 200 मरीज रक्त चढ़वाने के लिए पहुँचते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस रक्तदान शिविर को लेकर करनाल व आसपास के गाँव से युवाओं में भारी उत्साह सुबह से ही नजर आया व नगर निगम उप निगमायुक्त धीरज कुमार, डॉक्टर राकेश दुआ, समाज सेवी नीटु मान, आरटीए निरीक्षक जोगिंदर ढुल, नटराज से संजय सिंगला, पानीपत मेयर भाई गुरमीत सिंह, एडवोकेट राजीव शर्मा, नगर निगम के जेई मनीष कुमार व निफा के फाइन आर्ट विंग के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र वर्मा ने भी रक्त दान किया। रक्त दान को मानव जीवन बचाने के लिए बेहद आवश्यक बताते हुए धीरज कुमार ने सभी को जीवन में इस नेक कार्य को करने के लिए आगे आने की अपील की। शिविर में जिला रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव कुलबीर मलिक, निफा के विशेष आजीवन सदस्य कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ, प्रोफ़ेसर सुरिंदर सिंह बरगोटा व सतिंदर कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की व सभी को एक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर निफा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने कहा कि संस्था की स्थापना के बीस वर्ष पूरे होने पर 2 लाख यूनिट रक्त दान करवाने का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसे पूरा करने के लिए देशभर में निफा शाखाएं निरंतर कार्य कर रही हैं और करनाल में लगातार 10वां रक्त दान शिविर है। उन्होंने बताया कि निफा के शिविरों में रक्तदान करने वाले हर रक्तदाता को प्रशस्ति पत्र के साथ साथ तुलसी का पौधा व गुरु नानक देव जी से सम्बंधित स्थानों की पवित्र जल व मिट्टी भी दी जा रही है। निफा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना ने मंच संचालन करते हुए कहा कि रक्तदान महादान है व हर व्यक्ति को रक्त दान के लिए आगे आना चाहिए।

कार्यक्रम में समाजसेवी आकाश भट्ट, रमन मिड्डा, 113 बार रक्त दान कर चुके रामा मदान, संदीप सचदेवा, राजेश कौशिक, रेड क्रॉस से एम सी धीमान, लक्ष्य वर्मा, निफा के सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, कार्यकारिणी सदस्य हरदीप वालिया, जिला महासचिव हितेश गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष गुरजंट सिंह, शहरी प्रधान वरुण कश्यप, युवा विंग के पूर्व प्रदेश प्रधान गौरव पुनिया, हेमंत चावला, नोनीत वर्मा, प्रमोद कुमार, सुशील बांगड़, दीपेश राजपाल, दुर्गेश बराना, पुनीत अरोड़ा व परमवीर सिंह पन्नु ने भी शामिल होकर प्रबंधन में सहयोग दिया

कृषि कानून भारतीय जनता पार्टी के गले की फांस बनने जा रहे हैं : कुलदीप बिश्नोई

पचकुलां  29 सितंबर :

कांग्रेस केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में तीन किसान विरोधी बिल काले कानून बनाए गए हैं, इनके खिलाफ देश के किसानों में जो रोष की लहर व्याप्त है और आने वाले समय में यही कानून भारतीय जनता पार्टी के गले की फांस बनने जा रही है। जिन किसान विरोधी कानूनों को लोकतंत्र की सभी स्थापित मान्यताओं को धता दिखाकर पास किया गया है, उससे किसानों के लिए गुलामी का रास्ता प्रशस्त कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि जिन किसानों को कांग्रेस पार्टी ने साहूकारों के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और जमाखोरों के खिलाफ सन् 1955 में कानून पास किया गया था। उनको समाप्त करके किसानों की बर्बादी की दास्तान की स्क्रिप्ट लिख दी गई है। उन्होंने भाजपा पर देश की मण्डियों को समाप्त करने  का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने  12 नवंबर 2019 को कहा था कि अब एपीएमसी यानी मंडियों को खत्म कर दिया जाना चाहिए।  यही कारण है कि मंण्डियों के विकास के लिए निर्धारित बजट लगातार कम किया जा रहा है। वर्ष 2018 में मण्डियों के विकास के लिए  1050 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए थे। यह 2019 में घटाकर 600 करोड़ रुपए कर दिया गया है ,जो कि आधा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विडम्बना यही है कि  भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने किसानों को तो छोडि़ए अपने नेताओं को भी विश्वास में नहीं लिया।

बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन काले कानूनों को वापिस होने तक अपना संघर्ष जारी रखेगी।  उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और किसानों के मसीहा लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर सारे देश में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा ?। आज देश का किसान अपने आप को ठगा ठगा सा महसूस कर रहा है। भाजपा नेतृत्व कारपोरेट घरानों के दबाव में आकर किसानों को दिग्भ्रमित करने का कुत्सित प्रयास कर रहा है। केन्द्र सरकार को किसानों की चिंता नहीं है, उन्हें तो चिंता है अपने कारपोरेट घरानों के हितों की। इन कानूनों के माध्यम से किसानों को बंधुआ मजदूर बना कर गुलाम बनाने की कोशिश के साथ साथ न्यायालय में जाने के अधिकार से भी वंचित किया गया है। केंद्र सरकार से मांग की है कि किसानों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए  न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के साथ-साथ  उनको कारपोरेट घरानों के खिलाफ न्यायालय में जाने के अधिकार कानून दोबारा संसद में पास किया जाए और अगर कोई न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीदता है तो उसके लिए सज़ा का प्रावधान किया जाए।

यह कृषि अध्यादेश किसानों के लिए लाभदायक साबित होगें और जल्द ही किसानों की जेबें भरने लगेगी : केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया

पंचकूला 29 सितम्बर

केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया व हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कृषि अध्यादेशों के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए संयुक्त रूप से जनसम्पर्क अभियान चलाया और जनता के बीच जाकर लोगों को इन कृषि अध्यादेशों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। उन्होंने पंचकूला के गांव मट्टांवाला व खटौली में किसानों को विपक्ष केे बहकावे में न आने का अपील करते हुए कृषि अध्यादेशों की खुबियों बारे गिनवाया। उन्होंने कहा कि यह कृषि अध्यादेश किसानों के लिए लाभदायक साबित होगें और जल्द ही किसानों की जेबें भरने लगेगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों की आमदनी 2020 तक दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसलिए किसान हित में अहम एवं एतिहासिक निर्णय लिए है। उन्होंने कहा कि वे अपने जनसम्पर्क अभियान में निकलते हैं ओर यदि किसानों की किसी बात को लेकर नाराजगी है तो उसे छिपाते नहीं बल्कि उस नाराजगी का कारण जानकर दूर करने का प्रयास करते है।

उन्होंने कहा कि कृषि संबधी बिल देश के किसानों की किस्मत बदलने वाले हैं तथा भविष्य में इन्हें कृषि क्षेत्र के गेम चेंजर कानून के रूप में याद किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि इन कानूनों में एमएसपी भी रहेगा और किसानों को अपने उत्पाद को बेचने की छूट होगी। यदि किसान किसी कंट्रेक्टर से समझौता करते है ओर उसमें रेट कम हो जाता है तो कंट्रेक्टर को किसान की उपज का लागत का मूल्य तो अवश्य देना ही होगा। उन्होंने कहा कि इन अध्यादेशों से विशेषकर सब्जी, फलों के क्षेत्र में ओर भी ज्यादा आमदनी होगी।

उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। इनसे किसानों के लिए बाजार खुला है तथा ओर प्याज, आलू जैसी फसलों को मण्डी से बाहर आसानी से बेचा जा सकेगा। उन्हांेने किसानों से अनुरोध किया कि एमएसपी पर धान की खरीद शुरू होने से विपक्ष का पर्दाफास हो चुका है। इसलिए किसानों को किसी प्रकार के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्ण रूप से किसान हितैषी है और अवश्य ही किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगें।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश के किसान के नुकसान की बात सोच भी नहीं सकते। किसानों के खाते में 6 हजार रुपए की राशि देना, खाद की लाईने न लगने, फसल बीमा योजना का लाभ देने जैसे अहम निर्णय लेकर किसानों के  लिए ही कार्य किए है।

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला – 29 सितम्बर

पंचकूला 29 सितम्बर  :

पचंकुला पुलिस ने ट्रैफिक मार्शलो को ट्रैफिक बारे दिये दिशा निदेर्श ।

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्देशानुसार श्री राजकुमार ह0पु0से0 सहायक आयुक्त पचंकुला ने ट्रैफिक के मार्शल कृष्ण गोयल, नितेश गोयल, सुरेन्द्र लाडी, गगन शर्मा, रविन्द्र रावत, अन्कुर गुलाटी , राहूल वर्मा तथा रोड वैलफेयर एसोसियेशन के मैम्बर के साथ ट्रैफिक थाना सैक्टर 04 पचंकुला मे मीटिंग ली गई । मीटींग मे ट्रैफिक मार्शलो तथा रेजिडेन्ट वैलफेयर एसोसियेशन के साथ बातचीत की गई कि पचंकुला क्षेत्र मे किस अतिरिक्त चौंक पर ट्रैफिक लाईट की जरुरत है जिससे जाम की स्थिति को नियत्रित किया जा सके तथा ट्रेैफिक से सम्बन्धित किसी भी समस्या का समाधान किया जा सके ।

                              पचंकूला क्षेत्र मे कौन सी सडको पर सुधार की जरुरत है  ताकि इस प्रकार की सम्स्याओ का जल्द से समाधान किया जाये । जिन ट्रैफिक मार्शलो को चैकिग के दौरान पुलिस के डयूटी पर लगाया जाता है ताकि पुलिस के ट्रैफिक मुलाजमान तथा आमजन को कोई किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो ।

इस मीटींग मे राजकुमार ह॰पु॰ से सहायक पुलिस आयुक्त पचंकुला, ट्रैफिक इन्सपैक्टर  सुखदेव सिह , पचकुला क्षेत्र के सभी ट्रैफिक मार्शल तथा  रेजिडेन्ट वैलफेयर एसोसियेशन मौजुद रहे  ताकि ट्रैफिक से सम्बन्धित सम्स्याओ पर विचार विमर्श किया तथा उन समस्याओ पर जल्द से जल्द समाधान करने के  लिए विचार विम्रश किया गया ।

इन्दिरा कालोनी मे रात मे मार पिटाई झगडा करने व गाडीयो व कैमरो की तोडफोड करने के जुर्म मे आरोपियो को किया गिरफ्तार ।

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्देशानुसार जिला पचंकूला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । इन्ही निदेर्शो के तहत कार्य करते हुए पुलिस चौकी सैक्टर 16 पचंकुला की टीम ने अपराधो पर नकेल कसते हुए कल दिनांक 28.09.2020 को रात मे इन्दिरा कालोनी मे मार पिटाई व झगडा करने वालो के किया गिरफ्तार । गिरफ्तार किये गये आरोपीयो की पहचान मुकेश पुत्र रमेश यादव वासी इन्दिरा कालौनी , अनुषा पुत्र श्री नाथ वासी इन्दिरा कालोनी तथा कार्तिक पुत्र शिव प्रकाश वासी इन्दिरा कालौनी पचंकुला के रुप मे हुई 

प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता नवीन S/O राममेहर  इन्दिरा कालोनी सैक्टर 17  पंचकुला वा उम्र – 30 साल  ने शिकायत दर्ज करवाई की शिकायतकर्ता जो कि मेहनत मजदुरी का कार्य करता है । जो दिनांक 27/09/2020 को समय करीब 11:30 PM पर शिकायतकर्ता वा उसका दोस्त सोनु S/o शशी भूषण वासी इन्दिरा कालोनी पुल पर बैठे थे। उसी समय मुकेश, मुन्ना S/o रमेश यादव, कार्तिक S/o  शिव प्रकाश, गोल्टा S/o बृजेश, अनुषा S/o श्री नाथ, कालु S/o राजकुमार पुरानी रंजिश को लेकर हमवशवरा  होकर लाठी, डन्डे, गन्डासी, लोहा राड, चाकु लेकर शिकायतकर्ता वा उसके दोस्त सोनु पर हमला कर दिया जो मुकेश वा मुन्ना ने अपने अपने हाथ मे पकडी लोहा राड से शिकायतकर्ता के दाहिने कन्धे पर मारी वा कार्तिक ने अपने हाथ पकडे हुए चाकू का वार शिकायतकर्ता की नाक पर किया, अनुषा वा कालू ने शिकायतकर्ता को गददे मुकके मारे वा गोल्टा मेरे को कमर मे पत्थर मारा उसके बाद मौका पर रमेश S/O हंसनाथ, अरमान S/O कृष्ण मौका पर आ गये जिन्होने अपने हाथ मे पकडी हुई कांच कि बियर की बोतले सोनु के सिर मे मारी और मुकेश वा मुन्ना ने सोनु को सिर मे पत्थर मारे और उपरोक्त अन्य ने भी सोनु के साथ मारपीट की जिससे उसके शरीर पर काफी चोटे आई जो लडाई का शोर सुनकर विजय कुमार S/o शिवकुमार वा अन्य पडोसी मौका पर आ गये जो इन्हे देखकर उपरोक्त व्यक्ति मौका से हथियारो सहित भाग और जाते-2 यह कह रहे थे कि आज तो बच गये आईन्दा जान से मार देंगे और रास्ते मे जाते विजय के मकान का दरवाजा तोड दिया और बाहर खडी कार न0 CH01AF-5454 वा एक्टीवा, कैमरा वा A.C तोड दिये जो उपरोक्त मुकेश, मुन्ना, कार्तिक, गोल्टा, अनुषा, कालु, रमेश, अरमान, सोनु वा अन्य 4-5 लडको ने हमारे साथ नाजायज मारपीट की है जिस बारे प्राप्त दरखास्त पर कार्यवाही करते हुए पुलिस चौकी सैक्टर 16 पचकुला ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपीयो के खिलाफ धारा 147,149,323,427,506 भा0द0स0 के तहत अभियोग दर्ज करके आरोपीयो को गिरप्तार कर लिया गया

क्राईम ब्राच पचंकुला की टीम ने सट्टा खाईवाले को किया गिरफ्तार 

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्देशानुसार जिला पचंकूला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । इन्ही निदेर्शो के तहत कार्य करते हुए क्राईम ब्रांच सैक्टर 19 पचंकुला की टीम ने अपराधो पर नकेल कसते हुए कल दिनांक 28.09.2020 को गस्त पडताल के दौरान सट्टा खाईवाले को काबू किया । काबू किये गये आरोपी की पहंचान सतबीर सिह पुत्र गुरमेल सिह वासी पिन्जौर पचकुला के रुप मे हुई ।

               प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाक 28.09.2020 को क्राईम ब्राच सैक्टर 19 पचंकुला की टीम गस्त पडताल चरणीया T-Point पिन्जौर के पास मौजूद थी । दौरान गस्त पडताल के दौरान मुखबर खास ने सुचना दी की सतबीर सिह पुत्र गुरमेल सिह गाँव जोलुवाल के पास सट्टा खाईवाला सरेआम काम करता है जहा पर उँची उँची आवाज मे कहता आओ किस्मत आजमाओ जिस प्राप्त सुचना पर क्राईम ब्राच की टीम ने साथी मुलाजमान के साथ बताई हुए स्थान पर रेड की गई जहा पर से उपरोक्त आरोपी को सट्टा खाईवाले को गिरफ्तार किया गया , तथा आरोपी से नकद कैस 1960 रुपये भी बरामद किये गये । जिस आरोपी के खिलाफ थाना पिन्जौर मे जुआ अधिनियम के तहत अभियोग अंकित करके कार्यवाही की गई । जिस आरोपी को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

लावारिस नाश

सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि— एक नामपता नामालुम पुरूष उम्र करीब 55 साल  दिनांक 24.09.2020 को सिविल अस्पताल सेैक्टर 06 पंचकुला कि पार्किंग मे मिला था जिसकेो सेैक्टर 06 पचकुला अस्पताल मे इलाज के लिये भर्ती करवा दिया था  जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई । जिसकी अभी तक कोई शिनाख्त नही हो सकी । जिस बारे मे डी.डी नम्बर – 22, दिनांक 28-09-202020 धारा 174 Crpc थाना सैक्टर-05, पंचकुला दर्ज है । नाश को सरकारी अस्पताल सैक्टर-06, पंचकुला मोर्चरी मे रखा हुआ है । जिसका हुलिया इस प्रकार से है ।

               हुलिया मृतक व्यक्ति :-  रंग गेंहूआ, , सफेद बाल,दाडी सफेद जिसने सफेद व काले रंग की धारी वाली कमीज  उम्र करीब 55 साल व लम्बाई 5 फुट 2 ईंच है ।

               जिस किसी भी व्यक्ति को मृतक व्यक्ति के बारे मे सूचना हो तो कृप्या निम्नलिखित पते व फोन नम्बर पर सूचित करे ।                                                                                

प्रबंधक थाना सैक्टर-05, पंचकुला ।

मो0 न0 –  8146630958, 8146630014

पुलिस कंट्रोल रूम 0172-2582100, 100

विपक्ष किसानों को गुमराह करने में लगा लेकिन सरकार किसान की मदद के लिए पूरी तरहत से प्रतिबद्ध है: धनखड़

पंचकूला,29 सितंबर:

हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का कहना है कि पारित हुए तीनों कृषि विधेयकों के मामले में विपक्ष किसानों को गुमराह करने में लगा है। उन्होंने कहा कि केंद्र में और प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि सरकारें किसान की मदद के लिए पूरी तरहत से प्रतिबद्ध है। सरकार ही किसानों की उपज को खरीदती है और उसे पता है कि कहां किसान को नुक्सान हो रहा है। वह किसी भी सूरत में किसान का नुक्सान नहीं होने देगी।

उन्होंने कहा कि  सिर्फ गेहू और धान ही नहीं खरीदी जानी, किसान की कपास,मक्का,बाजरा, दालें सब्जियां, फल उसकी पोल्ट्री भी खरीदी जानी हैं। क्योंकि पैसे तो सरकार ने देने हैं, न कि विपक्ष ने, सोनियां गांधी राहुल गांधी, भूपेंद्र सिंह हुड़ा या कुमारी शैलजा ने। उन्होंने कहा कि किसानों को विपक्ष की इस सोची समझाी साजिश को समझना होगा तथा अपना भला बुरा स्वयं ही समझना होगा।

धनखड़ आज यहां पंचकूला जर्नालिस्ट क्लब की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज किसानों के हितों की बात करने वाली कांग्रेस जब तक सत्ता में रही स्वामीनाथन की सिफारिसों की रिपोर्ट को दबाये बैठे रही और उसे लागू नहीं किया। आज वह किसान हितैषी होने का ढोंग कर रही है।  उन्होंने कहा कि किसानों की हितैषी प्रदेश व देश की भाजपा सरकारें किसान की उपज का एक एक दाना खरीदेगी और उसको किसी प्रकार का नुक्सान न हो इसका भी ध्यान रखेगी। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में 100 करोड़ टन क्विंटल गेहूं की पैदावार होती है जिसमें से 34 करोड़ टन सरकार खरीदती है। इसी प्रकार 112 करोड़ टन  चावल की पैदावार होती है जिसमें से 44 करोड़ टन सरकार खरीदती है।

उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी तथ्यों को समझ कर उसकी सही ढंग से समीक्षा करनी चाहिए तथा सच को सामने लाना चाहिए,मगर आज काफी हद तक ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार तो एक मार्गदर्शक होता है जो समाज को आईना दिखाता है,मगर आज बदली हुई परस्थिति में अब हम पक्ष विपक्ष को आमने सामने रखते हैं जिस वजह से तथ्य खो जाते हैं।

उन्होंने कहा कि ब्यान पर ब्यान दिखाये व लिखे जाते हैं,जिसके कारण  तथ्य उजागर नहीं होते। पूर्व कृषि मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि आज वह समय आ गया है कि हम खबरें आखों से देखने की बजाये कानों से देखते हैं और उसी के आधार पर अपनी राय बनाते हैं। उन्होंने पत्रकारों का आहवान किया कि वे कृषि अर्थव्यवस्था को समझाने का प्रयास करें,क्योंकि यह भी हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को न सिर्फ इस अर्थव्यवस्था को अच्छे से समझना चाहिए बल्कि विपक्ष को भी सीधे सीधे सावाल करना चाहिए कि वे अन्नदाता को गुमराह क्यों कर रहे हैं।

इस अवसर पर हरियाणा अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण गोयल, जिला भाजपा अध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, प्रदेश महामंत्री संजय शर्मा, पूर्व जिला परिषद चेयरमैन उमेश सूद, पदमभूषण किसान कमल सिंह चौहान तथा पूर्व विधायक और करीब 1200 करोड़ की कृषि क्षेत्र में टर्नओवर लेने वाले जसमेर देखवाल भी उपस्थित थे।

Police Files, Chandigarh

Korel ‘Purnoor’, CHANDIGARH – 29.09.2020:

Action against disobeying of orders of DM, UT, Chandigarh

          A case FIR No. 86, U/S 188 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh against 30/40 workers of Congress party who were assembled near Park Mount Carmel, School, Sector-9, Chandigarh on 28.09.2020. They disobeyed the order of 144 Cr.P.C of the District Magistrate, UT, Chandigarh in the wake of Covid-19 in the city. Investigation of the case is in progress.

          A case FIR No. 77, U/S 188 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh against workers of Chandigarh Territorial Congress Committee who were assembled near Shiv Misthan Bhandar, Sector-18, Chandigarh on 28.09.2020. They disobeyed the order of 144 Cr.P.C of the District Magistrate, UT, Chandigarh in the wake of Covid-19 in the city. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 123, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh on the statement of Rajeev Kumar R/o # 1345/B, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh against driver of M/Cycle No. CH01BU-9145 namely Chanchal R/o # 1350C, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh who hit to M/Cycle No. CH01AW-5008 driven by complainant’s friend namely Ranjit Kumar R/o # 1220/A, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh near Parking, EWS Colony turn, Chandigarh on 28.09.2020. Ranjit Kumar got injured admitted in GMCH-32, Chandigarh. Alleged person arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Satish Kumar R/o # 281, Ph-1, BDC, Sector-26, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Activa Scooter No. CH01BH-9465 parked near Kandhari Beverages, Plot No. 177, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 28-09-2020. A case FIR No. 178, U/S 379 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Munish Jaggi R/o # 647, Sector-38A, Chandigarh reported that two unknown persons on motorcycle snatched away complainant’s Gold Chain from outside of his house on 28.09.2020. A case FIR No. 298, U/S 379A IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Ram Singh R/o # 744, DMC, Chandigarh reported that unknown person stole away cash Rs 40,000/- and documents from his Shop i.e. Sai Departmental Store, Shop No. 800, DMC, Chandigarh on 28.09.2020. A case FIR No. 143, U/S 380 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

कॉंग्रेस शासित प्रदेश केंद्र के कृषि बिलों को निष्क्रिय करने हेतु अपने बिल लाएँ : सोनिया गांधी

कॉंग्रेस कृषि बिलों को लेकर आर पार की लड़ाई को उतर चुकी है। देश में जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहाँ तो प्रदर्शन हो ही रहे हैं कॉंग्रेस अपनी पार्टी द्वारा शासित प्रदेशों में भी हर प्रकार से धरणे प्रदर्शन कर रही है यह, कवायद उप्चुनावों तक ही रहती है या फिर आगे भी जाएगी यह देखना होगा। दूसरी ओर ऐसा लगता है कि भाजपा ने अपने हाथों ही से किसान बिल ला कर सत्ता की चाबी कॉंग्रेस के हाथ में दे दी। अब उपचुनावों के नतीजे ही भाजपा के आगे की राह तय करेंगे जो कि आसान नहीं जान पड़ती। सनद रहे कि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कृषि और किसानों से जुड़े बिलों को मंजूरी दे दी है। मगर, विपक्ष अब भी कृषि विधेयकों को वापस लेने की मांग पर डटा हुआ हैं। इस बीच कांग्रेस ने कांगेस शासित प्रदेशों में कृषि संबंधी कानूनों को अप्रभावी बनाने के लिए एक रणनीति पर विचार किया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों से कहा है कि वे अपने यहां अनुच्छेद 254(2) के तहत बिल पास करने पर विचार करें जो केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयकों को निष्क्रिय करता हो।

चंडीगढ़ (ब्यूरो):

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी शासित राज्यों को इस कानून को निष्प्रभावी बनाने के लिए कानूनी उपाय ढूंढने के लिए कहा है। वहीं केरल से कांग्रेस के एक सांसद ने नये किसान कानून के तमाम प्रावधानों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुये सोमवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेता इसे लेकर केंद्र पर निशाना साध रहे हैं।

देश के अलग अलग हिस्सों में कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता जहां प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं पार्टी के बड़े नेता मुखर हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे किसानों के लिए मौत का फरमान बताया है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐलान किया कि हम केंद्र सरकार के नए कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। कृषि एक राज्य का विषय है। कृषि बिल हमें बिना पूछे पारित कर दिया गया है। यह पूरी तरह असंवैधानिक है।

उधर, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कृषि कानून को लेकर जब आप अपनी मंत्री को नहीं समझा पाए तो किसानों को क्या समझाएंगे। सचिन पायलट ने सवालिया लहजे में कहा, इस कानून की मांग किसने की थी? या तो किसान कहते कि हमारी ये मांग है तो आप उसकी मांग को पूरा करते। जब आप अकाली दल की कैबिनेट मंत्री को समझा नहीं पाए। आप किसानों को क्या समझा पाएंगे।

‘कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाने के लिए खोजें उपाय’

एक तरफ जहां विरोध प्रदर्शन जारी है वहीं कानूनी तोड़ ढूंढने की कवायद भी जारी है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों की सरकारों से कहा कि वे केंद्र सरकार के ‘कृषि विरोधी’ कानून को निष्प्रभावी करने के लिए अपने यहां कानून पारित करने की संभावना पर विचार करें। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार, सोनिया ने कांग्रेस शासित प्रदेशों को नसीहत दी है कि वे संविधान के अनुच्छेद 254 (ए) के तहत कानून पारित करने के संदर्भ में गौर करें।

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वेणुगोपाल ने कहा कि यह अनुच्छेद इन ‘कृषि विरोधी एवं राज्यों के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप करने वाले’ केंद्रीय कानूनों को निष्प्रभावी करने के लिए राज्य विधानसभाओं को कानून पारित करने का हक देता है।

वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘‘राज्य के इस कदम से कृषि संबंधी तीन कानूनों के अस्वीकार्य एवं किसान विरोधी प्रावधानों को दरकिनार किया जा सकेगा। इन प्रावधानों में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को समाप्त करने और कृषि उपज विपणन समितियों (एपीएमसी) को बाधित करने का प्रावधान शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस शासित प्रदेशों की ओर से कानून पास करने के बाद वहां किसानों को उस घोर अन्याय से मुक्ति मिलेगी जो मोदी सरकार और बीजेपी ने उनके साथ किया है।” गौरतलब है कि वर्तमान में पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकारें हैं। जबकि महाराष्ट्र और झारखंड में वह गठबंधन सरकार का हिस्सा है।

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केरल से कांग्रेस के सांसद ने नये किसान कानून को न्यायालय में दी चुनौती

वहीं केरल से कांग्रेस के सांसद ने नये किसान कानून के तमाम प्रावधानों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुये सोमवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की। त्रिशूर संसदीय क्षेत्र से सांसद टीएन प्रथपन ने याचिका में आरोप लगाया है कि कृषक (सशक् तिकरण व संरक्षण) कीमत आश् वासन और कृषि सेवा पर करार , कानून, 2020, संविधान के अनुच्छेद 14 (समता) 15 (भेदभाव निषेध) और अनुच्छेद 21 (जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार) का उल्लंघन करता है।

याचिका में इस कानून को निरस्त करने का अनुरोध करते हुये कहा गया है कि यह असंवैधानिक, गैरकानूनी और शून्य है। इस कानून को रविवार को ही राष्ट्रपति ने अपनी संस्तुति प्रदान की है। प्रतापन ने अधिवक्ता जेम्स पी थॉमस के माध्यम से दायर याचिका में कहा है कि भारतीय कृषि का स्वरूप टुकड़ों वाला है जिसमें छोटी छोटी जोत वाले किसान है। यही नहीं, भारतीय कृषि की कुछ अपनी अंतर्निहित कमजोरियां हैं जिन पर किसी का वश नहीं है। इन कमजोरियों में भारतीय खेती का मौसम पर निर्भर रहना, उत्पादन को लेकर अनिश्चित्ता और बाजार की अस्थिरता है। इन समस्याओं की वजह से खेती निवेश और उपज के प्रबंधन दोनों ही मामलों में बहुत ही जोखिम भरी है। याचिका में कहा गया है कि भारतीय किसान की खेती मौसम पर निर्भर रहती है और वह अपनी आमदनी बढ़ाने के लिये अपनी उपज के मुद्रीकरण के बारे में नहीं सोच सकता है। इसमें कहा गया है कि इसकी बजाये, कृषि उपज विपणन समिति प्रणाली को सुदृढ़ करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य के प्रबंधन को प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए।

बता दें कि हाल ही में संपन्न मानसून सत्र में संसद ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को इन विधेयकों को स्वीकृति प्रदान कर दी, जिसके बाद ये कानून बन गए।

सरकार का दावा है कि नये कानून में कृषि करारों पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क का प्रावधान किया गया है। इसके माध्यम से कृषि उत् पादों की बिक्री, फार्म सेवाओं, कृषि का कारोबार करने वाली फर्म, प्रोसेसर्स, थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा विक्रेताओं और निर्यातकों के साथ किसानों को जुड़ने के लिए सशक्त करता है। यही नहीं, यह कानून करार करने वाले किसानों को गुणवत्ता वाले बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करना, तकनीकी सहायता और फसल स्वास्थ्य की निगरानी, ऋण की सुविधा और फसल बीमा की सुविधा सुनिश्चित करता है।