‘जनता कर्फ़्यू’ से ऐन पहले राजस्थान लॉक डाउन

अशोक गहलोत वाकई जादूगर हैं, प्रियंका सोनिया की पहली पसंद यूं ह नहीं थे। गहलोत एक तीर से तीन निशाने लगाने जानते हैं। मध्य प्रदेश के स्पीकर ने एन मौके पर करोना का सहारा लिया और मुंह की खाई, लेकिन गहलोत एक पंथ 3 काज कर गए। पहला तो वह मोदी की अपील का असर भाँपते हुए ‘जनता कर्फ़्यू’ का असर राजस्थान में नहीं होने देना चाहते थे, तो लॉक डाउन करवा दिया। दूसरे राज्यसभा चुनाव, यदि सूत्रों की मानें तो राज्यसभा चुनावों में राजस्थान कॉंग्रेस की फूट खुल कर सामने आ रही थी, उसे भी ठिकाने लगाया और तीसरा सबसे अहम जनता के स्वास्थ्य की चिंता। इसीलिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर आगामी 31 मार्च तक पूरा राजस्थान लॉक डाउन रहेगा.

जयपर: 

कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश अलर्ट मोड पर है. इसी कड़ी में राजस्थान में सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बड़ा फैसला लिया है. खबर के मुताबिक, आवश्यक सेवाओं को छोड़कर संपूर्ण राजस्थान 31 मार्च तक बंद रहेगा. 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह फैसला लिय गया है. सभी बाजार और अन्य प्रतिष्ठानों के साथ ही सरकारी दफ्तर भी बंद होंगे. वहीं, राजस्व से जुड़े कुछ महकमों में काम संचालित किया जा सकता है. यहां तक कि, रोडवेज समेत सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहन भी बंद रहेंगे. हालांकि, इस मामले से जुड़ी विस्तृत आदेश कुछ ही देर में गृह विभाग की तरफ से जारी किए जाएंगे. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है.

रात 9 बजे  इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई. कोराना वायरस को लेकर लॉक डाउन होने वाला देश का पहला राज्य है.

पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है

राजस्थान में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है. शनिवार को ही प्रदेश में आधा दर्जन नए पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. इन केस समेत राजस्थान में पॉजिटिव पीड़ितों की संख्या 23 हो चुकी है. शनिवार को सामने आए पॉजिटिव केस में 5 भीलवाड़ा में और 1 जयपुर से है. राजस्थान में पॉजिटिव पाए गए 3 मरीजों को ठीक किया जा चुका है. प्रदेश में अब तक 658 सैंपल जांच के लिए आये हैं. इनमें से 593 सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव है. जबकि 42 सैंपल अभी अंडर प्रोसेस हैं.

आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है

कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है. वहीं सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं. कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार तमाम तरह के कदम उठा रही है. राज्य के तमाम बड़े मंदिरों और दरगाह बंद कर दिए गए हैं. वहां पूजा पाठ के लिए कुछ लोगों को ही जाने की अनुमति है. सीएम अशोक गहलोत लगातार इस मामले को लेकर समीक्षा बैठकें कर रहे हैं. जिला अस्पतालों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं भीलवाड़ा में बड़ी संख्या में  संदिग्ध मरीजों के मिलने के बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है.

जीतू पटवारी चुनाव से पहले और सत्ता खोने के बाद

जीतू पटवारी जो अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर हैं आज कल सत्ता सुख से दूर हो गए हैं, अचानक मिले इस आघात को वह अपने टिवीट्टर पर ब्यान कर रहे हैं और कॉंग्रेस पार्टी के लिए दुह माना रहे हैं, जबकि चुनावों में वह इसी पार्टी के बारे में कहते थे ‘आप मेरा ध्यान रखना, आपको मेरी इज्जत रखनी है पार्टी जाए तेल लेने.’ दरअसल वो मॉर्निंग वॉक के दौरान इंदौर की राऊ विधानसभा में प्रचार कर रहे थे.

चुनाव से पहले जीतू पटवारी

भोपाल: 

मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिरने के बाद राज्य के कांग्रेसी नेता बहुत गुस्से में हैं. खासकर ज्योतिरादित्य सिंधिया से. दिग्विजय सिंह तो पहले ही इशारों-इशारों में ही सही सिंधिया पर जमकर निशाना साध चुके हैं. लेकिन जीतू पटवारी खुलकर सिंधिया पर कटाक्ष कर रहे हैं और भला बुरा कह रहे ​हैं. कभी वह सिंधिया को ‘विभीषण’ कह रहे तो कभी उनकी तुलना ऐसी नागिन से कर रहे जो अपने ही सपोलों को खा जाती है.

सिंधिया का आदर्श वाक्य ‘सत्ता मेव जयते’: पटवारी

कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया. उन्होंने कमलनाथ की सरकार गिरने को मध्य प्रदेश की जनता की जीत बताई. इस पर जीतू पटवारी ने भी ट्वीट कर सिंधिया को जवाब दिया. उन्होंने लिखा, ”मिस्टर विभीषण, ‘सत्य मेव जयते’ राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है, आप इसे बदनाम मत करो. ‘सत्ता मेव जयते’ आपका आदर्श वाक्य देश हमेशा याद रखेगा.”

जीतू पटवारी मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए एक वीडियो संदेश ​जारी किया. इस वीडियो संदेश में जीतू पटवारी ने कहा, ‘आज सरकार नहीं है. हमारे मन में वेदना है. जिन्होंने हमारी पीठ मे छुरा भोंका, उनसे अब नफरत नहीं करना बल्कि हराना है.’

सत्ता जाने के बाद जीतू पटवारी

जीतू पटवारी ने सिंधिया को इशारों में बताया नागिन

उन्होंने बागी विधायकों पर बिकने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘विधायक 30 से 50 करोड़ तक की बोली मे बिक गए.’ उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा, ‘जिसे हमने मुखिया बनाया, जैसे नागिन अपने बच्चों को खा जाती है, ऐसे ही मुखिया ने हमे धोखा दिया.  सरकार गिरी है, हौसले अभी भी जिंदा हैं. फिर लड़ेंगे फिर जीतेंगे.’

मध्य प्रदेश सियासी उलटफेर के बाद होगा सचिवालय में होंगे बड़े बदलाव

सियासी गलियारों में नई सरकार के साथ ही भावी प्रशासनिक बदलावों की चर्चा भी तेज है. सरकार के निशाने पर वो अफसर हो सकते हैं जो हनीट्रैप और माफिया राज के नाम पर पार्टी विशेष के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चा में रहे हैं.

भोपाल. 

प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विदा होते ही सियासी गलियारों के साथ ही अब प्रशासनिक गलियारों में भी बदलाव की चर्चा तेज हो गई है. सरकार के जाते ही नई सरकार के निशाने पर वो आईएएस और आईपीएस होंगे, जो बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. हनीट्रैप से लेकर माफिया राज के बहाने पार्टी विशेष और नेताओं को निशाना बनाने वाले अफसर नई सरकार के रडार पर होंगे.

नए मुख्य सचिव के लिए चर्चा में हैं ये नाम

सियासी उथलपुथल के बीच आनन फानन में पदभार संभालने वाले मुख्य सचिव से लेकर कई अफसरों की बदली होना तय है. मुख्य सचिव पद के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गये दीपक खांडेकर, राधेश्याम जुलानिया और इकबाल सिंह बैंस का नाम चर्चा में हैं, वहीं बीजेपी सरकार में सबसे चर्चित रहने वाले अफसर फिर से कमान संभालेंगे. मंत्रालय से लेकर मैदानी अफसरों को बदला जाएगा. गुना, ग्वालियर में हाल ही में हटाये गये कलेक्टरों को दोबारा उन जिलों की कमान मिल सकती है. सिंधिया के बीजेपी में जाते ही कांग्रेस सरकार ने इन जिलों के कलेक्टरों की बदली कर नई पदस्थापना की थी.

मध्यप्रदेश में सर्वाधिक विरोध प्रदर्शन का सामना करने वाले आईएएस राधेश्याम जुलानिया अब डेप्यूटेशन पर जा रहे हैं। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष व 1982 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी एसआर मोहंती का मप्र का नया मुख्य सचिव बनना लगभग तय हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को इसकी मंजूरी दे दी। सोमवार को इसके आदेश जारी हो सकते हैं। 

राजगढ़ कलेक्टर सबसे पहले ‘निशाने’ पर

सीएए के समर्थन में रैली के दौरान राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता से बीजेपी नेताओं का विवाद सबसे ज्यादा चर्चा में आया था, इसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ सकता है. सीएम हाउस से मुख्य सचिव दफ्तर तक नए सिरे से होगी अफसरों की तैनाती होगी. मंत्रालय में सीएम और मुख्य सचिव कार्यालय से लेकर प्रमुख विभागों में अधिकारी नए सिरे से तैनात होंगे. 1985 बैच के अधिकारी एम गोपाल रेड्डी की जगह नये मुख्य सचिव की तैनाती होगी.

पुलिस महकमें में भी होगा बदलाव

कांग्रेस सरकार में पुलिस विभाग में अहम जिम्मेदारी संभालने वाले अफसरों को बदला जाएगा. सीएम के ओएसडी से लेकर आधा दर्जन जिलों केएसपी बदले जाएंगे. सबसे ज्यादा चर्चा में हनीट्रैप मामला रहा है. इसकी जांच के लिए बनी एसआईटी के चीफ को भी बदला जा सकता है. एसआईटी चीफ राजेंद्र कुमार समेत एडीजी इंटेलीजेंस एसडब्ल्यू नकवी, पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के संजय माने, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, राजगढ़ में तैनात पुलिस अफसरों को बदला जा सकता है.

काँग्रेस के बागी 22 ने थामा कमल

कांग्रेस के सभी बागी पूर्व विधायक शनिवार को विधिवत बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई.

नई दिल्ली. 

कांग्रेस के बागी और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 पूर्व विधायक शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके निवास पर मिले. नड्डा ने इस सभी पूर्व विधायकों को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और अनिल जैन भी मौजूद थे.

नड्डा ने पूर्व विधायकों से की चर्चा

नड्डा ने इन सभी पूर्व विधायकों से मध्य प्रदेश के मसले पर चर्चा भी की. इसके बाद ये सभी पूर्व विधायक एक बस में बैठकर वहां से रवाना हो गए. केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी नेता अनिल जैन और नरोत्तम मिश्रा पूर्व विधायकों तो बस तक छोड़ने आए थे.

सिंधिया ने कहा- सभी को बीजेपी परिवार में उचित सम्मान मिलेगा

बैठक के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी जेपी नड्डा के आवास से निकले. मीडिया से बात करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जो भी पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता BJP में आज औपचारिक तौर पर शामिल हुए हैं, उनको BJP परिवार में उचित सम्मान मिलेगा. उन्होंने कहा कि आज अध्यक्षजी की तरफ से इन तमाम नेताओं का स्वागत किया गया. इस बीच दो निर्दलीय विधायक भी जेपी नड्डा के आवास पर पहुंचे थे.