100 साल बाद कांग्रेस एक बार फिर “मोतीलाल” के नेतृत्व में

राहुल गांधी के कॉंग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से जो ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो रही थी जिस पर गांधी परिवार ने मोतीलाल वोहरा का नाम ला कर विराम लगा दिया। मोती लाल वोहरा गांधी परिवार के पुराने वफ़ादारों में से एक हैं। उनकी पहली प्रतिक्रिया थी की उन्हे इस बाबत कुछ नहीं पता। गांधी परिवार को यही चाहिए। मनमोहन के पश्चात यह बात सिर्फ वोहरा ही कर सकते थे। सनद रहे वोहरा, राहुल – सोनिया ओर जार्ज के साथ 5000 करोड़ के ‘ए जे एल घोटाले’ में शामिल हैं।

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के सवाल पर कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इससे पहले राहुल गांधी ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि वह अब पार्टी अध्‍यक्ष नहीं हैं और कांग्रेस को जल्‍द से जल्‍द नया अध्‍यक्ष खोजना चाहिए. 

राहुल गांधी ने संसद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘पार्टी को तुरंत नया अध्‍यक्ष चुनना चाहिए. मैं इस प्रकिया में कहीं शामिल नहीं हूं. मैं पहले ही अपना इस्‍तीफा दे चुका हूं और अब पार्टी अध्‍यक्ष नहीं हूं. कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्‍ल्‍यूसी) को जल्‍द से जल्‍द इस मसले पर मीटिंग करनी चाहिए और फैसला करना चाहिए.’

वोहरा का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित होते ही हूडा खेमे में खुशी की लहर दौड़ गयी है।

राहुल ने अपने इस्तीफे की कॉपी को सार्वजनिक की
उसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करके पहली बार अपने इस्‍तीफे की कॉपी सार्वजनिक कर दी. उन्होंने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की कॉपी सार्वजनकि कर दी.  इसके साथ ही राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपना परिचय बदल लिया.उन्होंने अपने परिचय से कांग्रेस अध्यक्ष हटा लिया है. 

गुजरात की राज्य सभा सीटों पर चुनाव से पहले कॉंग्रेस ने अपने विधायकों को भेजा माउंट आबू

नई दिल्‍ली: गुजरात में पांच जुलाई को दो सीटों के लिए होने जा रहे राज्‍यसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग की आशंका है. इसलिए पार्टी गुजरात के अपने सभी विधायकों को आज शाम बजे गुजरात से राजस्‍थान के माउंट आबू भेजने जा रही है. वर्कशॉप के नाम पर इन विधायकों को वहां रखा जाएगा. उधर पार्टी ने गुजरात राज्यसभा चुनाव की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को दी है. सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात प्रभारी राजीव सातव से चर्चा भी की है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत राजीव सातव से मिले हैं.

इस बीच कांग्रेस के बागी विधायक अल्‍पेश ठाकोर ने दावा किया है कि 18 विधायक कांग्रेस को छोड़ना चाहते हैं. अल्‍पेश ठाकोर ने इसके साथ ही कहा कि वह माउंट आबू नहीं जाएंगे.

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उल्‍लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं. भाजपा नेताओं अमित शाह और स्‍मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव जीतने और राज्‍यसभा से इस्‍तीफा देने के कारण ये सीटें खाली हुई हैं.  इन सीटों के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात के ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जुगलजी ठाकोर ने ठाकोर ने नामांकन दाखिल किया है.

ठाकोर उत्तर गुजरात के मेहसाणा जिले से हैं, जहां से नरेंद्र मोदी भी हैं. ठाकोर राज्य में ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. विदेश सचिव के रूप में सेवाएं दे चुके एस जयशंकर को पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है और उन्‍हें विदेश मंत्री बनाया गया है. राज्‍यसभा चुनावों में संख्‍याबल के लिहाज से देखा जाए तो भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है.

राज्यसभा में स्थिति मजबूत करेगा एनडीए
इस बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) इस सप्ताह के अंत में चार और सदस्यों को शामिल कर राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करेगा. यह तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के चार और भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (आईएनएलडी) के एक सदस्य के शामिल होने के बाद होगा. इसके साथ, राजग के पास 115 सांसद होंगे.

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ये सदस्य बिहार, गुजरात और ओडिशा से हैं. बिहार में, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को जगह मिलेगी. गुजरात में भाजपा के खाते में दो और ओडिशा में एक सीट जुड़ जाएगी. भारतीय जनता पार्टी उच्च सदन में 75 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस 48 सदस्यों वाली सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस 13-13 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी गैर-कांग्रेस-गैर भाजपा पार्टी हैं.

24 जुलाई को तमिलनाडु से पांच सीटें खाली होंगी. ये सीपीआई के डी. राजा और अन्नाद्रमुक के के.आर. अर्जुनन, डॉ. आर. लक्ष्मणन, डॉ. वी. मैत्रेयन और टी. रथिनवेल हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के विपरीत, राजग इस बार राज्यसभा में कम बाधाओं की उम्मीद कर रहा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में अपने भाषण में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विधेयकों को मंजूरी देने में बाधा डालकर लोगों के जनादेश को नहीं दबाया जाना चाहिए.

ए जे एल मामले में सरकार ने अपना जवाब दाखिल किया

नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर दिया है. सरकार ने कहा है कि एजेएल की याचिका सुनवाई योग्य नहीं है. ऐसे में अदालत को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और इसे खारिज कर देना चाहिए. हलफनामे में केंद्रीय शहरी एवं आवास मामलों के मंत्रालय ने दिल्ली के आईटीओ स्थित हेराल्ड हाउस को खाली करने के अपने आदेश को सही बताया. 

मंत्रालय ने याचिका में दिए गए आधारों को बताया गलत, कहा पिछले दस साल से हेराल्ड हाउस में कोई प्रेस नहीं चल रही है और सार्वजनिक परिसर अधिनियम का उल्लंघन है. साथ ही लीज पर मुहैया करायी गई संपत्ति का दुरुपयोग है. जवाब में सरकार ने कहा है कि सोनिया गांधी,राहुल गांधी, मोतीलाल वोहरा और ऑस्कर फर्नाडिज द्वारा सौ फीसद शेयर को स्थानांतरित किया जाना भी एजेएल द्वारा किया गया उल्लंघन है. राजनीतिक पार्टी का बैकग्राउंड होने की वजह से भवन को खाली कराने का आदेश जारी किए जाने का आरोप गलत है. 

पांच अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एजेएल मामले में बड़ी राहत दी है. शीर्ष कोर्ट ने दिल्ली के आईटीओ स्थित हेराल्ड हाउस खाली करने के आदेश पर रोक लगा दी थी. साथ ही एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर चार हफ्तों जवाब दाखिल करने को कहा था जिस पर केंद्र ने जवाब दिया है. इससे पहले नेशनल हेराल्ड अखबार की प्रकाशक कंपनी एजेएल ने दिल्ली हाईकोर्ट के हेराल्ड हाउस खाली करने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. दिल्ली हाईकोर्ट ने 28 फरवरी को लीज की शर्तें तोड़ने का दोषी पाते हुए एजेएल को दिल्ली के आईटीओ स्थित हेराल्ड हाउस खाली करने का आदेश दिया था. मंत्रालय ने गतवर्ष ३० अक्टूबर को हाउस खाली कराने का नोटिस दिया था. 

एजेएल ने एकल न्यायाधीश के 21 दिसंबर के आदेश को खिलाफ अपील दायर की थी, जिसने शहरी विकास मंत्रालय के खिलाफ दायर एजेएल की याचिका खारिज कर दी थी. शहरी विकास मंत्रालय ने 30 अक्टूबर, 2018 को कहा था कि एजेएल की 56 साल पुरानी लीज समाप्त हो चुकी है. इसलिए उसे परिसर खाली करना होगा.

राहुल ने ट्विट्टर पर डाला 4 पन्नों का शिकायत पत्र

राहुल गांधी ने ट्विट्टर पर 4 पन्नों का शिकायति पत्र डाला है जिसकी शुरुआत उन्होने अपने इस्तीफे को दोहराते हुए की है। शेष पत्र में उन्होने भाजपा आरएसएस को कोसा है। एक बात और जो राहुल ने नहीं लिखी कि वह जनता के फैसले को स्वीकार नहीं कर पा रहे। राहुल की नज़र में भाजपा की जीत जनादेश नहीं अपितु वोटों की लूट खसूट है।

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को घोषणा की कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि पार्टी 542 में से केवल 52 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई. राहुल ने ट्विटर पर एक खुले पत्र में सार्वजनिक रूप से कहा कि भाजपा की व्यापक जीत ने यह साबित कर दिया है कि देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का आरएसएस का लक्ष्य अब पूरा हो गया है.

राहुल ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए कहा, “‘कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर मैं 2019 के चुनाव के नुकसान के लिए जिम्मेदार हूं. हमारी पार्टी के भविष्य के विकास के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं.”

राहुल ने चार पेज का एक पत्र भी लिखा जिसमें उन्होंने कहा, “पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए कठोर निर्णयों की आवश्यकता होती है और 2019 की विफलता के लिए कई लोगों को जवाबदेह बनाना होगा.” अपने पत्र में राहुल ने कहा, “आरएसएस भाजपा के वैचारिक माता-पिता, देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने में सफल रहे. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाने की मांग की.”

राहुल ने कहा, “हमने चुनाव किसी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं लड़ा बल्कि हमने भारतीय राज्य की पूरी मशीनरी से लड़ाई लड़ी, जिसका हर संस्थान विपक्ष के खिलाफ था. इससे अब साबित हो गया है कि हमारी संस्थागत तटस्थता अब भारत में मौजूद नहीं है.” राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की सांस नहीं रोकती है. उन्होंने कहा कि कोई भी राशि या प्रचार कभी भी सच्चाई की रोशनी को नहीं छिपा सकता है.  

राहुल ने अपनी चिट्ठी में जो लिखा, उसका टेक्स्ट कुछ इस प्रकार है:

“मेरा संघर्ष कभी भी राजनीतिक सत्ता के लिए साधारण लड़ाई नहीं रहा. मुझे भाजपा के प्रति कोई घृणा या क्रोध नहीं है, लेकिन मेरे शरीर में मौजूद रक्त की हर बून्द सहज रूप से भारत के उनके विचार का प्रतिरोध करती है. यह प्रतिरोध इसलिए पैदा होता है, क्योंकि मेरे होने की अनुमति एक भारतीय विचार से मिलती है और जो हमेशा उनके साथ सीधे टकराव में रहा है. यह कोई नई लड़ाई नहीं है; यह हजारों वर्षों से हमारी धरती पर छाई हुई है. जहां वे मतभेद देखते हैं, मैं समानता देखता हूं. जहां वे घृणा से देखते हैं, मैं प्रेम से देखता हूं. जहाँ वे डरते हैं, मैं गले लगाता हूं.

किसी भी तरह से मैं इस लड़ाई से पीछे नहीं हट रहा हूं. मैं कांग्रेस पार्टी का एक निष्ठावान सिपाही और भारत का एक समर्पित बेटा हूं और अपनी अंतिम सांस तक उनकी सेवा और सुरक्षा करता रहूंगा.

हमने एक मजबूत और गरिमापूर्ण चुनाव लड़ा. हमारा अभियान भारत के सभी लोगों, धर्मों और समुदायों के लिए भाईचारे, सहिष्णुता और सम्मान में से एक था. मैंने व्यक्तिगत रूप से प्रधान मंत्री, आरएसएस और उन सभी संस्थानों से लड़ाई लड़ी है, जिन पर उन्होंने कब्जा कर रखा है. मैंने संघर्ष किया क्योंकि मैं भारत से प्यार करता हूं और भारत ने जिन आदर्शों का निर्माण किया था, उनकी रक्षा के लिए मैंने संघर्ष किया. कई बार, मैं पूरी तरह से अकेला खड़ा था और मुझे इस पर बहुत गर्व है. मैंने अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी के सदस्यों, पुरुषों और महिलाओं की भावना और समर्पण से बहुत कुछ सीखा है, जिन्होंने मुझे प्यार और शालीनता के बारे में सिखाया है.

एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए किसी देश के संस्थानों की निष्पक्षता की आवश्यकता होती है; एक चुनाव बिना मध्यस्थों के निष्पक्ष नहीं हो सकता – एक स्वतंत्र प्रेस, एक स्वतंत्र न्यायपालिका और एक पारदर्शी चुनाव आयोग जो उद्देश्यपूर्ण और तटस्थ हो. न ही एक चुनाव स्वतंत्र हो सकता है, अगर एक पार्टी का वित्तीय संसाधनों पर पूर्ण एकाधिकार हो.

हमने 2019 के चुनाव में हमारी लड़ाई एक राजनीतिक पार्टी से नहीं थी. बल्कि, हमने पूरी सरकारी मशीनरी से लड़ाई लड़ी, जिसका हर संस्थान विपक्ष के खिलाफ था. अब यह स्पष्ट हो गया है कि हमारी संस्थागत तटस्थता अब अस्तित्व में नहीं है. हमारे देश की संस्थागत संरचना पर कब्जा करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के घोषित उद्देश्य अब पूरे हो गए हैं. हमारा लोकतंत्र बुनियादी रूप से कमजोर हुआ है. एक वास्तविक खतरा यह है कि अब से, चुनाव भारत के भविष्य को तय करने के बजाय औपचारिकता मात्र रह जाएंगे.

सत्ता पर कब्जा करने से भारत के लिए अकल्पनीय स्तर की हिंसा और दर्द होगा. किसानों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है. हमारी अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की प्रतिष्ठा पर प्रभाव विनाशकारी होगा. प्रधानमंत्री की जीत उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की गंभीरता को कम नहीं करती है; कोई भी धन राशि और प्रचार कभी भी सच्चाई की रोशनी को छिपा नहीं सकता है. भारतीय राष्ट्र को अपनी संस्थाओं को पुनः प्राप्त करने और पुनर्जीवित करने के लिए एकजुट होना चाहिए. इस पुनर्जीवन का माध्यम कांग्रेस पार्टी होगी.

इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, कांग्रेस पार्टी को खुद को मौलिक रूप से बदलना होगा. आज भाजपा भारतीय लोगों की आवाज को व्यवस्थित रूप से कुचल रही है. इन आवाजों का बचाव करना कांग्रेस पार्टी का कर्तव्य है. भारत कभी भी एक आवाज नहीं रहा है. यह हमेशा आवाज़ों का एक समूह रहा है. यही भारत माता का सच्चा सार है.

देश और विदेश में, उन हजारों भारतीयों को धन्यवाद, जिन्होंने मुझे पत्र और समर्थन के संदेश भेजे हैं. मैं अपनी पूरी ताकत से कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के लिए लड़ता रहूंगा. जब भी उन्हें मेरी सेवाओं या सुझाव की आवश्यकता होगी, मैं पार्टी के लिए उपलब्ध हूं. जो लोग कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करते हैं, विशेष रूप से हमारे समर्पित और प्यारे कार्यकर्ताओं के लिए, मुझे अपने भविष्य और आपके प्रति अत्यंत प्रेम पर पूर्ण विश्वास है. यह भारत में एक आदत है कि कोई भी शक्तिशाली सत्ता से चिपका रहता है, सत्ता का बलिदान नहीं करता. लेकिन हम एक गहरी वैचारिक लड़ाई और सत्ता की इच्छा का त्याग किए बिना अपने विरोधियों को परास्त नहीं कर पाएंगे. मैं एक कांग्रेसी पैदा हुआ था, यह पार्टी हमेशा मेरे साथ रही है और लहू के हर एक कतरे की तरह मेरे जीवन का अमिट हिस्सा है और हमेशा रहेगी.” 


Review of the Targets and Action plan of Sports Deptt, U.T.

Chandigarh, 3rd July 2019:


Being passionate for Sports and enthusiastic for befitting Sports Development in U.T., Chandigarh, Sh. V.P. Singh Badnore, Administrator, U.T., Chandigarh convened a meeting of Officers of Sports Department, U.T., Chandigarh and other Senior Officers of Chandigarh Administration to take a stock of the status of the varied target and action plan of Sports Department, U.T, Chandigarh in this fiscal year. 

The following issues were discussed, resolved and approved by the Administrator in the meeting:-
1.       Accreditation of Academies :- It was shared that Chandigarh Hockey Academy for Boys under the operation & management of Chandigarh Sports Council has been accredited by Ministry of Youth Affairs & Sports (MYAS / Sports Authority of India (SAI), GOI under Khelo India Scheme of MYAS / SAI, GOI and the requisite MOU has been signed and the selected hockey talent from across India will be professionally groomed at this academy by Mr. Deepak Thakur, Hockey Olympian who has been taken on board to Coach the said Hockey incumbents.

Expression of Interest / Application for Accreditation of Chandigarh Football Academy for Boys on the pattern of Chandigarh Hockey Academy has been sent to the concerned quarters of MYAS / SAI, GOI under Khelo India Scheme and will be accredited soon.  

The Administrator directed concerned Officers of Sports Department, U.T., Chandigarh to follow up the matter with Concerned MYAS / SAI, GOI’s Department pertaining to Khelo India Scheme for expeditious outcome. 

2.     Construction of Synthetic Athletic Tracks at Sports Complexes, Sectors – 7, Chandigarh :- The said Athletic track has been duly approved by the Administrator and rough cost estimate for the same is being prepared by the concerned Engineering Department, U.T., Chandigarh on war footing and has also directed that there is no need of approval of Heritage Committee.  The Administrator has also directed Chief Architecture Department for accomplishment of the modalities immediately. 

3.       Proposal for water sports development at Lake Sports Complex :- 
The Administrator has approved water sports development at Lake Sports Complex and prior to that the requisite wet dredging for removal of silt to pave the way for requisite 2 km clear water course before the onset of monsoon was duly approved l.  The Concerned Engineering Department was given the necessary instructions regarding the same.

4.       Construction of World Class Shooting Range at Sarangpur, Chandigarh:- Since the Administrator has already approved the said shooting project and the modalities are being worked out for the same but during this interim stage, It has been directed to organize a shooting camp as well as a Shooting Competition at the existing shooting range, Sector – 25, Chandigarh in November, 2019 with collaboration of Police Department, U.T., Chandigarh. 

5.       Sports Gradation:- The process of sports gradation certificates to the players for their academic fulfilment was concluded on 30.06.2019 and a total 520 players were issued sports gradation certificates by the Sports Department, U.T., Chandigarh in tandem with its Sports Gradation policy. 

6.       Sports Scholarship:-Scholarship to the first, second and third positions holders of bonafide players of Chandigarh to the tune of Rs. 78,88,600/- has been disbursed for the year 2017-18 and Cash Award for the year 2018-19 will be disbursed as early as possible. 

7       Cash Award:- Cash Award for the achievement of Chandigarh players at International for the year 2017-18 will be disbursed by the Chandigarh Sports Council before August, 2019 after following due process. 

8      Summer Coaching Camp:-  ummer Coaching Camp of all the sports disciplines was organized by the Sports Department, U.T., Chandigarh at all its Coaching Centres from 12th to 28th June, 2019 which was attended by numerous players with zeal and commitment and Sports Department Chandigarh distributed nourishing refreshment / diet free of cost to the campers. 

9    High Altitude Summer Coaching Camp:- Chandigarh Sports Council organized High Altitude Summer Coaching Camp at High Altitude Training Centre, SAI at Shillaroo, HP for its Chandigarh Football and Hockey Academy players from 3rd June to 4th July, 2019 which benefited the players for their physical & physiological fitness development. 

10.    Sports Events / Tournaments:- Chandigarh Sports Department has planned to organize Inter School Tournaments for U-14 and U-19 in August, 2019 and October, 2019 respectively, whereas, Sports Department, U.T., Chandigarh has planned to celebrate National Sports Day 2019 in August, 2019 to commemorate the birth Anniversary of Hockey legend Major Dhyan Chand. 

Manoj Kumar Parida, IAS, Adviser to the Administrator, J.M Balamurugan, IAS, Principal Secretary to Governor Punjab , Sanjay Baniwal, IPS, DGP, U.T., Chandigarh, Ajoy Kumar Sinha, IAS, Finance Secretary, U.T., Chandigarh, B.L Sharma, IAS, Secretary Education & Personnel, U.T., Chandigarh, Jitender Yadav, IAS, Secretary Sports, U.T., Chandigarh, Kapil Setia, Chief Architect, U.T., Chandigarh, Tejdeep Singh Saini, PCS, Director Sports, U.T., Chandigarh were also present during the meeting.

Board of Directors of CSCL given nod to various projects


Chandigarh, 3rd July 2019: 10th Meeting of Board of Director’s of Chandigarh Smart City Ltd. was held today under the Chairmanship of Sh. Manoj Kumar Parida, Advisor to the Administrator, U.T., Chandigarh. 

Commissioner, Municipal Corporation, Chandigarh who is also Chief Executive Officer (CEO) of Chandigarh Smart City Ltd. presented that as per SWM Rules, 2016, Municipal Corporation, Chandigarh and Chandigarh Smart City Ltd. will be setting up material recovery facilities and transfer stations at three locations near Public Health store, Industrial Area, Phase-I, Chandigarh, inside the Sewerage Treatment Plant at 3 BRD and adjoining the Solid Waste Treatment Plant in Sector-25 (West), Chandigarh at the cost of Rs. 32.27 Crores approximately.  These stations will serve to collect and compact the biodegradable or wet waste and for segregation of dry waste by door to door collectors.  

He further explained that the aim is to make the city bin free in a phased manner and to reduce the number of trips of small vehicles which are presently being used for transportation of all kind of waste to the plant site.  Municipal Corporation, Chandigarh will involve existing waste pickers in functioning of material recovery facilities in collection and recovery of reusable and recyclable solid waste for sale to recyclers directly to earn their livelihood.  The Board after detailed deliberations approved the DPR to comply with the SWM Rules, 2016 and Swachh Bharat Mission.  

The CEO, CSCL apprised the Board that due to revision of norms for treatment of Sewerage by the NGT on 30.04.2019 in which it was ordered by NGT to reduce the phosphors level in the effluent to less than 1mg/ltr. before it is discharged into the streams.  The cost of up-gradation of STP’s which has earlier been approved as Rs. 810.00 Crore has been enhanced to Rs. 854.00 Crore.  The Board approved the revised cost of DPR for argumentation and up-gradation of STP’s to meet the requirement of latest norms for discharge of treated effluent.

The Board also approved Digital advertisement for Public Bike sharing Project in Chandigarh.  The project aims to become country’s largest public bike sharing project with 5000 bikes located at 617 locations across the city.  CSCL Board also approved provision of E-Bikes as part of the project.  The decision has been taken, keeping in view, making cycling possible in all weathers including summers season.  Project will be implemented on PPP mode.  

The Board also approved construction of state of art building proposed in Citizen Facilitation Centre, Sector-17, Chandigarh to house.  Integrated Command and Control Central (ICCC), Police, Command and Control room and SCADA for Municipal Services.  ICCC will also integrate all the Command control centers of Utilities, ITMS and City Surveillance.  ICCC will provide a single point of contact for citizen services, supervision and administration of Utility Management and Governance framework for the Chandigarh city.  The buildings including the interiors and furnishings will have all the latest security features like CCTV and Building management services and will be constructed at an estimated cost of Rs. 46.00 Crores. The DPR will be placed in the Technical Committee meeting for its vetting before floating the tenders.

The CEO, CSCL, Chandigarh further approved the proposal of latest status of various works as the tenders for Rs. 256 Crores already stands uploaded to be received on 15.07.2019.  The Chairman directed to speed up the works.  The meeting ended with thanks to the Chair. 

 The other members who attended the meeting including Sh. Manoj Kumar Parida, IAS, Sh. Arun Kumar Gupta, IAS, Home Secretary,  Sh. Ajoy Kumar Sinha, IAS, Finance Secretary,  Sh. Jitender Yadav, Deputy Commissioner, Chandigarh, Sh. Mukesh Anand, Chief Engineer-cum-Special Secretary, U.T., Chandigarh, Sh. Manoj Kumar Bansal, Chief Engineer, MC, Chd., Sh. Kapil Setia, Chief Architect, UT, Chandigarh, Sh. Anil Kumar Garg, Additional Commission, MCC-cum-Additional CEO, CSCL and Sh. N.P. Sharma, General Manager (T&E), CSCL, Chandigarh.

इनेलो के 4 कार्यकर्ताओं ने इनेलो का दामन छोड़ बीजेपी का भगवा ओढ़ा

कमल कलसी, चंडीगढ़:

हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां नेताओं में तेज हलचल देखने को मिल रही है|जहां इस क्रम में बुधवार को इनेलो के पंचकूला से विधानसभा प्रत्याशी रहे कुलभूषण गोयल, इनेलो के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे व युवा इनेलो नेता अनुराग खटकड़ और विकास धनखड़ी ने हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला, सीएम के मीडिया एडवाइजर राजीव जैन और बीजेपी नेता जवाहर यादव की मौजूदगी में कमल के फूल के साए में भगवा धारण कर बीजेपी का दामन थाम लिया। इस अवसर पर सुभाष बराला ने कहा कि प्रवीण अत्रे, कुलभूषण गोयल औऱ राजेन्द्र शर्मा समेत तमाम लोग जो बीजेपी में आएं है उनका स्वागत करता हूँ। बराला ने कहा बीजेपी की स्वीकार्यता प्रदेश में बढ़ी है और यही वजह है तमाम बड़े नेता बीजेपी से जुड़ रहें हैं|

बराला ने कहा बीजेपी की स्वीकार्यता प्रदेश में बढ़ी है और यही वजह है तमाम बड़े नेता बीजेपी से जुड़ रहें हैं

जिस तरह मोदी जी की लोकप्रियता थी उनके साथ तमाम बड़े नेता बीजेपी में जुड़े उस वक्त विपक्षी कहते थे देश के चुनाव में मोदी के साथ लोग जा रहें है और उसी तर्ज पर अब प्रदेश बीजेपी में लोग आ रहें है इससे साफ है अब सीएम मनोहर लाल की स्वीकार्यता हैं – बराला

इनेलो से बीजेपी में आएं प्रवीण अत्रे ने कहा जो सम्मान पार्टी के नेताओं का पहले था वो आज भी है लेकिन लोगों की सेवा के लिए भाजपा बेहतर विकल्प हैं। प्रदेश सरकार ने सबका साथ सबका विकास ,नौकरियों में ईमानदारी और किसानों के लिए योजनाओं को देखकर मैं बीजेपी में शामिल हुए – प्रवीण अत्रे

अत्रे ने कहा बतौर विपक्ष में जब सरकार की योजनाओं की समीक्षा करता था तो नेगेटिव ढूंढने से भी नही मिलता था यानि योजनाएं सही है इसलिए मैं विकास के साथ आकर अपना योगदान देना चाहता हूं।

कुलभूषण गोयल ने कहा मेरी मोदी जी के प्रति पूरी आस्था है।

हरियाणा में सीएम मनोहर लाल और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने बेहतर काम किया है खासतौर पर नौकरियां पारदर्शिता के साथ दी गई है। व्यापारियों को सहूलियत देने समेत अनेक काम मोदी जी की सरकार ने किया है – कुलभूषण गोयल

Special Lecture at DDNSS, PU

Korel, Chandigarh July 3, 2019

            The Department of Defence and National Security Studies, Panjab University, Chandigarh organised a special lecture on the topic “Intra State conflict resolution and peace building – Role of the Armed Forces Special Power Act” by BRIG D S SARAO (Retd.) here today. Brig D.S. Saraois a military and strategic affairs analyst. He has done his bachelor and master degrees in the legal studies. His prowess with the legal studies enabled him to give insight into the legal provision of the Armed Forces Special Power Act (AFSPA).

            He broadly covered all the aspects of the AFSPA including its genesis, meaning and its various legal provisions, requirements and areas currently and in past that fell under this provision. The AFSPA was firstly implemented in the seven sisters of the North-East India including Assam, Manipur, Tripura, Meghalaya, Arunachal Pradesh, Mizoram and Nagaland on September 1, 1958 to quell the secessionist movement in the region. Punjab and Chandigarh also fell under the preview of this Act during militancy in Panjab state but was later withdrawn in 1997. AFSPA was applied in the state of Jammu and Kashmir in 1990 and has been in the force since then.

            He stressed that Armed Forces is the last resort in the hand of the central government to resolve the intra state conflict and build peace. The primary purposes and missions of the Indian Armed Forces are national security, territorial integrity and safeguard our countries from the external threats. They are only deployed in intra state conflicts when State police and para military forces are not able to control the situation and the area is declared disturbed by the State or the Central Govt. AFSPA has the special provisions to assist the Armed forces conducting its operations and missions. Without the AFSPA, they would be handicapped to perform their duties assigned in the extraordinary situations.

            He called for the faith in the Indian Armed Forces, who are well trained, disciplined, organised, educated and having robust command and control system in place. They have shown their capacity and capabilities to operate effectively under the ambit of the AFSPA. Any dilution in the act would result into the compromise with their operational capabilities to deal with danger against the national security. This could result into the dangerous consequences to the nation. 

            The lecture was attended by faculty members, serving and retired armed forces officers pursuing various courses in the department, research scholars and students. The lecture was followed by a questions and answers session with the audience.           

PU Results

               It is for the information of the general public and students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following examination has been declared:-

  1. B.Sc (Hons.) Microbiology, 6th Sem.,  Semester,May-2019
  2. B.A.(Hons.) Economics, 6th Sem., May- 2019
  3. B.Com (Hons.) 6th Sem., May 2019

                        The students are advised to see their result in their respective Departments/Colleges/University website.

PU VC meets Post-Doctoral Fellows(PDFs)

Korel, Chandigarh July 3, 2019

            Prof Raj Kumar Vice-Chancellor Panjab University held a meeting with Post-Doctoral Fellows (PDF) from various departments of PU, here today. He proposed for organizing the technical session-cum-group discussion on the New Economic Policy.  

            He suggested the PDFs to get involved in feedback exercise on the draft of National Policies of various domains. Further, he advised the forum to conduct an exercise to compile the opinions on New Economic Policy. 

            He also appreciated the work done by Academic Forum of Post-Docs for the Orientation Seminar organised by them for 103 PhD students to guide them and help them apply for Post-Doctoral Fellowships.  

            He urged PDFs to help in the admission process to take application numbers to greater heights and also to get involved in mentorship of hostel students this year to streamline things further for students.  

            Further, it was suggested by the Dr. Sukhwinder Singh, Director, Computer Centre, that all research work conducted by the PDFs till date shall be soon updated on the Panjab University website (in a fixed format) so that there is global access to the work being done in this University. 

            Panjab University Post-Doctoral Fellows Academic Forum was recently incepted and has been regularly organising research and academic related activities.