राहुल का खेद प्रगट करना ही काफी है

जहां अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए पीढ़ियाँ खर्च हो जातीं हैं, वहीं AJL मामले में मुख्य आरोपी 50000 के मुचलके पीआर जमानत पर बाहर रह कर चुनाव लड़ रहे राहुल को जहां चुनाव योग से यह कह कर बारी कर दिया गया की शिकायतकर्ता सिद्ध नहीं कर पाया वहीं राहुल गांधी के मात्र न्यायालय के सामने खेद प्रगट कर देने से उनका छुटकारा हो गया।

नई दिल्‍ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त किया. उन्‍होंने कहा कि चुनावी माहौल में ऐसा बयान दे दिया था जिसके लिए उन्हें खेद है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफ़ेल फ़ैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट का नाम लेकर चौकीदार चोर है बयान पर खेद जताया.

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव प्रचार के जोश मे ऐसा कह दिया था. उन्‍होंने कहा कि किसी भी तरीके से राफेल मामले को लेकर चल रही सुनवाई या फैसले के संदर्भ में गलत टिप्पणी कर अदालत की अवमानना करने की उनकी मंशा नहीं थी. उन्होंने उक्त बयान सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर भरोसा करके और उनके पास मौजूद एक्टिविस्ट व कार्यकर्ताओं की बातों पर भरोसा करते हुए कही थी.

उल्‍लेखनीय है कि कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की टिप्‍पणी के खिलाफ BJP सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की थी. राफेल मुद्दे की पुनर्विचार याचिका के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि चौकीदार चोर है. कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट की अवमानना के केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (23 अप्रैल) को होगी.  राफेल मुद्दे पर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की राहुल गांधी के खिलाफ सु्प्रीम कोर्ट की अवमानना संबंधी याचिका पर कोर्ट ने राहुल गांधी को 15 अप्रैल को नोटिस जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से 22 अप्रैल तक जवाब देने को कहा था.

मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि राफेल मामले में गोपनीय दस्तावेज को भी बहस का हिस्सा बनाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने गलत तरीके से पेश किया है. लेखी ने राहुल पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्‍होंने ‘चौकीदार चोर है’ के अपने बयान को सुप्रीम कोर्ट के बयान की तरह प्रस्तुत किया है. उन्‍होंने कहा था कि राफेल पर पुनर्विचार याचिका के मामले में SC के फैसले के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि चौकीदार चोर है!’

समृति द्वारा अमेठी में ज़रूरतमंदों की मदद से बिफरी प्रियंका

नई दिल्ली: 

लोकसभा चुनाव 2019 का सियासी रण अपने चरम पर है. इस दौरान नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का दौर भी चल निकला है. इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर अमेठी में जूते बांटने का आरोप लगाया. इस पर पलटवार करते हुए अमेठी से प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कहा कि एक्टर मैं रह चुकी हूं तो प्रियंका एक्टिंग न करें तो बेहतर है. जहां तक बात उन गरीब नागरिकों की है जिनके पहनने को जूता नही था तो कृपा कर अगर उनमें (प्रियंका गांधी) थोड़ी भी शर्म हो तो खुद जाकर देख लें कि सच क्या है.

इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि अमेठी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिये यहां लोगों को जूते बांटकर अमेठी का अपमान किया है. प्रियंका ने अमेठी में एक नुक्कड़ सभा में कहा कि स्मृति जनता से झूठ कह रही हैं कि राहुल अमेठी नहीं आते. यहां के लोगों को सच्चाई पता है. जनता यह भी जानती है कि किसके दिल में अमेठी है और किसके दिल में नहीं.

प्रियंका ने कहा कि स्मृति ईरानी ने लोगों को जूते बांटे, यह कहने के लिए कि अमेठी के लोगों के पास जूते भी नहीं हैं पहनने के लिए. वह सोच रही हैं कि ऐसा करके वह राहुल जी का अपमान कर रही हैं. सच तो यह है कि वह अमेठी का अपमान कर रही हैं. अमेठी और रायबरेली की जनता ने कभी किसी से भीख नहीं मांगी.’ प्रियंका ने कहा ‘आप इनको सिखाइये कि अमेठी और रायबरेली के लोग अपना सम्मान करते हैं, किसी के सामने भीख नहीं मांगते. भीख मांगना है तो वो लोग खुद आपसे वोटों की भीख मांगें.’

स्मृति ईरानी ने हाल में अमेठी के गौरीगंज क्षेत्र में एक जनसभा में कथित तौर पर कहा था कि बरौलिया गांव के प्रधान जब उनसे मिलने के लिये दिल्ली गए थे तो उनके पैरों में ठीक से चप्पल भी नहीं थी. ‘तब मैंने उसकी व्यवस्था करायी थी और गांव के विकास के लिये 16 करोड़ रुपये दिलवाये थे.’

आदमपुर में कांग्रेस को बड़ा झटका, बीरसिंह दलाल बीजेपी में शामिल

हिसार, 22 अप्रैल।
आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। क्षेत्र के कद्दावर नेता बीरसिंह दलाल ने अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला व प्रदेश प्रभारी डॉ अनिल जैन की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की। भाजपा नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत करते हुए विश्वास दिलाया कि उन्हें पूरा मान सम्मान दिया जाएगा।
विदित हो कि बीर सिंह दलाल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विश्वासपात्र और बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। उनकी क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और एक बड़ा वोट बैंक है। शुरू से ही भजनलाल परिवार के धुर विरोधी रहे बीर सिंह दलाल आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से चौधरी भजनलाल के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। बीर सिंह दलाल ने कहा कि वे बीजेपी की नीतियों से प्रभावित है। पिछले पांच वर्षों से केंद्र व प्रदेश भाजपा सरकार ने जिस तरह से कार्य किया है, उससे आमजन का विश्वास भाजपा के प्रति बढ़ा है। अब भाजपा ने हिसार लोकसभा क्षेत्र में एक पढ़े लिखे नौजवान को प्रत्याशी बनाकर एक अच्छी शुरूआत की है, जिससे इस क्षेत्र को भारी फायदा मिलेगा। उन्होनें कहा कि माननीय नरेंद्र मोदी ही देश को एकसूत्र में बांधकर उन्नति के पथ पर ले जा सकते हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से भी आह्वान किया कि वे स्वहित की बजाए राष्ट्रहित के लिए भाजपा का साथ दें और भाजपा प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को भारी बहुमत के साथ लोकसभा भेजने का काम करें।

Kudos “Const. Sombir Deshwal”

Purnoor, Chandigarh 22.04.19 :

Constable Sombir Deshwal No 1949/CP serving in Chandigarh Police has done a commendable Job by saving the life of a women who was suddenly fell down in the Dhanas lake while she was washing her hands after walking.

On 21.04.19 an anti-snatching naka from 06-11 PM was deployed at Kaccha Rasta, Dhanas and a team of officials from PS-11 Chd were deployed at this naka point. At around 06.20 PM, General public informed officials deployed at Naka, Kaccha Rasta Dhanas that one lady fall down into the lake and drowning. On this Constable Sombir Singh No 1949/CP who was deployed at Naka take a quick decision & immediately dive into the lake to save the lady who was drowning deep in the water and take her out. After that Constable Sunil 1855/CP rushed her to GH- 16 Chd in a private vehicle. Now she is totally fine and after taking treatment she was discharged from Hospital.  

The above said brave act of constable Sombir Deshwal No 1949/CP shows the professional acumen and dedication towards his duty. This kind of dedicated and honest police officer make police department proud.

पंचकुला में संवेदनशीलता के पैमाने पर वोटिंग बूथों को आँका गया

पुरनूर, पंचकूला, 22 अप्रैल :

जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा 01 कालका और 02 पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की गई है। ऐसे मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध किये गये है।  उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में 21 अतिसंवेदनशील और 24 संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की गई है। इसी प्रकार पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 62 अतिसंवेदनशील और 7 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किये गये है। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में रामपुरजंगी, बाढ़, बसौदल-बसौला, पिंजौर में मतदान केंद्र 69, टीपरा में मतदान केंद्र नंबर 96, 97, 98,99,100, सूरजपुर में मतदान केंद्र नंबर 102, 103 रामपुरसियूडी में मतदान केंद्र नंबर 105, 106 गडी में मतदान केंद्र नंबर 182, 183, 184 रायपुररानी में मतदान केंद्र नंबर 177, 178, 179, 180, 181 को अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की श्रेणी में रखा गया है। इसी प्रकार नवांनगर में मतदान केंद्र नंबर 1, कालका कार्यालय नगर पालिका में स्थित मतदान केंद्र नंबर 42, 43 हिंदू कन्या सीनियर सकेंडरी स्कूल के मतदान केंद्र नंबर 48, 49, 50, 51 कालका तहसील कार्यालय स्थित मतदान केंद्र नंबर 62, एचएमटी पिंजौर स्थित मतदान कंेद्र 70 व 71, रथपुरा पिंजौर स्थित मतदान केंद्र नंबर 73, 74, 75 मानपुर देवीलाल मतदान केंद्र नंबर 80, पिंजौर एसडीओ कृषि कार्यालय स्थित मतदान केंद्र 89, 90 भोज मटौर स्थित मतदान केंद्र नंबर 133 व 134, रामपुर स्थित मतदान केंद्र नंबर 159, मानकटबरा स्थित मतदान केंद्र नंबर 155, 156 शाहपुर स्थित मतदान केंद्र 176 तथा मौली स्थित मतदान केंद्र नंबर 204, 205 को संवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची में रखा गया है। 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में सकेतड़ी स्थित मतदान केंद्र 1, 2, 3 भैसटिब्बा स्थित मतदान केंद्र 7, 8, 9, 10 खड़कमंगौली स्थित मतदान केंद्र 11, 12, 13, 14, 15 बीड़घग्गर स्थित मतदान केंद्र 16, 17, 18 माजरी स्थित मतदान केंद्र नंबर 20, बूडंनपुर स्थित मतदान केंद्र नंबर 21, 22, सेक्टर-20 राजकीय प्राथमिक विद्यालय स्थित मतदान केंद्र नंबर 48, 49, 50 ब्राईट स्कूल सेक्टर-26 स्थित मतदान केंद्र 60, ब्लूबर्ड माॅडल स्कूल सेक्टर-16 स्थित मतदान केंद्र नंबर 117, 118, 124, 125, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-17 स्थित मतदान केंद्र नंबर 119, 120, सेंट माॅडल स्कूल सेक्टर-16 स्थित मतदान केंद्र 126, 127, 128, 129 हरिपुर स्थित मतदान केंद्र 138, 139, देवीनगर स्थित मतदान केंद्र नंबर 140, मदनपुर सेक्टर-26 स्थित मतदान केंद्र नंबर 145, महेशपुर स्थित मतदान केंद्र नंबर 146, रैली सेक्टर-12ए मतदान केंद्र नंबर 147, 148 अभयपुर स्थित मतदान केंद्र नंबर 150, 151, 152, 153 फतेहपुर स्थित मतदान केंद्र नंबर 154, कूण्डी स्थित मतदान केंद्र नंबर 155, रामगढ़ स्थित मतदान केंद्र 156, 157, 158, 159 बिल्लाह स्थित मतदान केंद्र नंबर 161, 162, रत्तेवाली स्थित मतदान केंद्र नंबर 167, 168 बरवाला स्थित मतदान केंद्र नंबर 185, 186, 187, 188, 189, 190 और बतौड़ स्थित मतदान केंद्र नंबर 191, 192, 193 को अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों मे ंशामिल किया गया है। इसी विधानसभा क्षेत्र के नाडा स्थित मतदान केंद्र 141, 142, नग्गल स्थित मतदान केंद्र 176, खटौली स्थित मतदान केंद्र 180, 181, भैरेली स्थित मतदान केंद्र नंबर 195, 196 को संवेदनशील मतदान केंद्रों में रखा गया है।

PU Senate, by-election

Purnoor, Chandigarh April 22, 2019

Panjab University Senate, by-election of the constituency of Heads of Affiliated Arts Colleges which got vacant by the demise of Principal Dr. Hardaljit Singh Gosal, Govind National College, Narangwal, Ludhiana was
held, here today. 
      Two candidates namely  Principal Dr. Paramjit Singh, Government College, Hoshiarpur and Principal Dr. Sunil Khosla, PU Constituent College, Balachaur contested for the same. Dr. Paramjit Singh won the same by getting 31  votes against 27 by Dr. Khosla.

The seat is valid till 31.10.20 

Police File

Purnoor, Chndigrh 22.04.2019 :

Special drive against consuming liquor at public place was carried out at different parts of the city in which total 04 cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered.

In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out at different parts of the city. Under this drive total 04 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 04 persons were arrested while consuming liquor at public   place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:-PS-03 = 3 cases, PS-I.T Park = 1 case.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Deterred Public servant

A case FIR No. 41, U/S 341, 332, 353, 506, 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh on the complaint of Satish Kumar (Driver of CTU Bus No. CH-01GA-5322) R/o Ward No. 14, Tulsi Colony, Barwala rural, Distt.- Hisar, Haryana who alleged that 1) Chottu R/o # P-478, Tin Colony, Sector- 52, Chandigarh 2) Rohit R/o # 375, Village- Mauli Jagran, Chandigarh 3) Dhavender R/o # 297, Part-2, Village- Mauli Jagran, Chandigarh 4) Amit R/o # P-805, Tin Colony, Sector- 52, Chandigarh all quarreled/manhandled and threatened complainant at Sector- 51/52 light point, Chandigarh on 21.04.2019. All 04 accused persons namely Chottu (age- 23 yrs), Rohit (age- 22 yrs), Dhavender (age- 25 yrs) and Amit (age- 23 yrs) have been arrested in this case. 02 motor cycles bearing registration No. CH-01BM-2155, CH-01BV-3611 make splendor also taken into Police possession. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 59, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh on the complaint of Suresh Kumar R/o # 645, Janta Colony, Naya Gaon, Punjab who alleged that driver of unknown car sped away after hitting to complainant’s rickshaw near Church, Sector- 18, Chandigarh on 21.04.2019. Complainant’s got injured and was admitted in GMSH-16, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Johny R/o # 343, Part-2, Village- Mauli Jagran, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s activa scooter No. CH-01BY-8062 while parked near his residence on night intervening 17/18.04.2019. A case FIR No. 75, U/S 379 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Aman Sood R/o # 1009/A, Sector- 41/B, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s black Pulsar motor cycle No. CH-03U-9464 while parked near his residence on night intervening 02/03.04.2019. A case FIR No. 106, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Vinod Khurana R/o # 1153, Sector- 15, Distt.- Panchkula, Haryana alleged that 03 unknown persons occupant of motor cycle snatched away his Mahindra Gusto scooter No. HR-03Y-6056 containing cash Rs. 80,000/- in dickey near TPT Light Point, Chandigarh towards Kalagram side on 20.04.2019. A case FIR No. 101, U/S 379, 356, 341, 34 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.  

राहुल का अमेठी का नामांकन नहीं हुआ रद्द

लोकसभा चुनावों के आरंभ होने से देश में कानून व्यवस्था भी डांवाडोल है। चुनाव आयोग निष्पक्षता के मुद्दे को ले कर मतिभ्रम की स्थिति में है। आम आदमी की बात करें तो कानून के समक्ष व्यक्ति एक बार झूठ बोलता है तो उसके दूसरे बयानों को रद्द कर उनकी भी जांच की जाती है, परंतु जब व्यक्ति AJL मामले में मुख्य आरोपी हो, 50,000 के मुचलके की जमानत पर कैद से रिहाई पाया हो और चुनाव लड़ रहा हो, सर्वोपरि उसने अपने हलफनामे में विवादित सूचनाएँ दीं हों तो उसके लिए नियम आम जन से अलग होंगे। यहाँ सत्यापन के साथ शिकायत करने वाले का कर्तव्य है की वह आरोपों को सिद्ध करे, न की आरोपी का कर्तव्य है की वह अपने को निर्दोष साबित करे। प्रथम दृष्ट्या राहुल गांधी के खिलाफ शिकायाओं को नज़रअंदाज़ किया गया है।

नई दिल्ली: 

लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर अब कोई संशय नहीं है. अमेठी के रिटर्निंग अधिकारी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन को वैध ठहराया है.  बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की अमेठी और केरल की वायनाड सीटों से उम्मीदवार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए एक निर्दलीय उम्मीदवार ने उनके हलफनामे को चुनौती दी थी. यूपी की अमेठी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार ध्रुवलाल के वकील रवि प्रकाश ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष राहुल गांधी की नागरिकता और शैक्षिक योग्यता को लेकर सवाल उठाया था और उनकी उम्मीदवारी को रद्द करने की मांग की थी. उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की थी कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश नागरिकता ली थी इसलिए उनका नामांकन रद्द किया जाए. 

इस शिकायत का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी से मामले पर सफाई देने को कहा है. रवि प्रकाश ने ब्रिटेन में पंजीकृत एक कंपनी के कागजात के आधार पर यह दावा किया है. अमेठी के निर्वाचन अधिकारी राम मनोहर मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि राहुल गांधी के वकील ने जवाब दायर करने के लिये वक्त मांगा है और उन्हें इसके लिये सोमवार तक का वक्त दिया गया है. राहुल गांधी के वकील राहुल कौशिक ने शिकायत में व्यक्त आपत्तियों पर जवाब के लिए समय मांगा. निर्वाचन अधिकारी ने जवाब देने के लिये 22 अप्रैल सोमवार सुबह साढ़े दस बजे का समय तय किया है.

क्या है शिकायत:

रवि प्रकाश ने दावा किया था कि ब्रिटिश कंपनी पांच साल तक अस्तित्व में रही और उसने कुछ लाभ कमाया लेकिन हलफनामे में इसका खुलासा नहीं किया गया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि निर्वाचन अधिकारी से इस पहलू पर गौर करने का अनुरोध किया गया है. इस बीच कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा ने शनिवार को कहा, ‘जो भी आपत्तियां दाखिल की गयी हैं, उनका निर्धारित तारीख पर कानूनी रूप से जवाब दिया जाएगा.’

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने कहा था कि उन्होंने शिकायत पर जिला निर्वाचन अधिकारी से जानकारी मांगी है. इस बीच नयी दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने संवाददाताओं को बताया कि यह “चौंकाने” वाला है कि राहुल गांधी के वकील ने इन आपत्तियों पर जवाब देने के लिये वक्त मांगा है.

उन्होंने कहा, “यह गंभीर आरोप हैं. राहुल गांधी भारतीय नागरिक हैं या नही? क्या वह कभी ब्रिटिश नागरिक बने थे? उन्हें वास्तविक कहानी के साथ सामने आना चाहिए.” निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि ऐसे मामलों में निर्वाचन अधिकारी अंतिम प्राधिकार है, लेकिन वह चुनावी हलफनामे में जो लिखा है उसकी प्रमाणिकता की जांच नहीं कर सकता. अगर किसी को भी हलफनामे में दी गई जानकारी पर कोई भी आपत्ति है तो उस व्यक्ति को अदालत से संपर्क करना चाहिए. 

आज सर्वोच्च न्यायालय में राहुल गांधी ने हलफनामा दे कर माफी मांगी।

राव ने दावा किया कि एक ब्रिटिश कंपनी ने अधिकारियों के समक्ष अपने प्रतिवेदन में गांधी को एक ब्रिटिश नागरिक बताया। राहुल गांधी ने 2004 में कहा था कि उन्होंने इस कंपनी में निवेश किया था. शिकायत का हवाला देते हुए, भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि 2004 से 2014 के दौरान विभिन्न चुनावों में गांधी द्वारा दिये गए हलफनामे में “विसंगतियां हैं और तथ्यों को दबाने का प्रयास किया गया.’ राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि कैंब्रिज विश्वविद्यालय से विकास अर्थशास्त्र में एम. फिल किया था लेकिन बाद में दावा किया कि यह विकास अध्ययन में था.

भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि जांच में यह पता चलता है कि उस वर्ष किसी राहुल विंसी को डिग्री मिली थी न कि राहुल गांधी को. राव ने कहा, “हम यह जानना चाहेंगे कि क्या राहुल गांधी विभिन्न देशों में कई नामों से जाने जाते हैं.” उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि क्या गांधी की योग्यता भी कांग्रेस के घोषणा-पत्र की तरह है जो हर पांच साल पर बदल जाती है

सड़कों की ख़ैर – ख़बर : खेड़ा बागड़ा रोड, मोरनी

Purnoor & Sarika Tiwari

लगभग  सवा तीन सौ करोड़ की लागत से बनी यह सड़क सवा तीन किलोमीटर  लंबी है। जब www.demokratikfront.com की टीम ने इस सड़क के बनाने में दिखी कमियों के बारे में कनिष्ठ अभियंता (J.E.) से मौके पर ही उनके फोन. न. 9466229021 पर बात की तो उन्होने बताया कि वह शहर से बाहर हैं और किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करने की सथिति में नहीं हैं। उन्होने XEN हरपाल सिंह और ठेकेदार सुखाविंदर सिंह से बात करने के लिए कहा।

     हमारे संवाददाताओं ने 16 अप्रैल को 12:30 दोपहर से शाम 4:30 तक कई फोन मिलाये जिसमें से दोनों नंबरों पर( XEN हरपाल सिंह no 9416248121 और ठेकेदार सुखाविंदर सिंह ‘बिट्टू’ फोन न॰78378 78294 ; 93177 33675 ) केवल एक-एक बार ही बात हो पाई, और दोनों ने जवाब दिया कि अभी बात नहीं हो पाएगी। इसके बाद बार – बार फोन करने पर न ही उन्होने फोन उठाया न ही ठेकेदार सुख्विंदर सिंह ने। यह खस्ता हाल सड़कें जगह जगह से धंस रहीं हैं, निर्माण अधिकारी निम्न स्तर की निर्माण सामग्री का प्रयोग करवा रहे हैं और जनता एवं सरकार को सर-ए-आम चपत लगा रहे हैं।

      विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रावधान है कि लुक, बजरी, रेत और अन्य सड़क निर्माण सामग्री कि मनकता कि विशेष जांच कारवाई जाती है और निर्माण कार्य के पूरा होने पर पुन: जांच करवायी जाति है। जांच में तय मानकों से 2 या 3 प्रतिशत कि कमी को मानी कर दिया जाता है परंतु यदि इसके अधिक कमी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाता और ठेकेदार को अदा की जाने वाली राशि विभाग द्वारा रोक ली जाती है।

  • अब प्रश्न यह है कि संबन्धित अधिकारियों का कर्तव्य ठेकेदार कि रकम रोक देने मात्र से पूरा हो जाता है????
    • क्या जनता के प्रति इनकी कोई जवाबदेही नहीं???
    • क्या मात्र भुगतान रोक देने से खस्ता हाल सड़क मजबूत होजाएगी और किसी भी संभावित दुर्घटना को रोका जा सकता है???
    • क्या सवाल पूछे जाने पर संबन्धित अधिकारी या ठेकेदार फोन न उठा कर अपने कर्तव्यों के प्रति जवाबदेही से पालायन कर सकता है???

=========-:   क्रमश:   :-=========

इन सड़कों कि ख़ैर – ख़बर के साथ आप जल्द ही रु-ब-रु होंगे P.W.D. Minister Rao Narbir Singh के साथ www.demokratikfront.com पर।

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीडन के केस का रहस्यमयी स्केंडल

दिनेश पाठक अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर। विधि प्रमुख विश्व हिन्दु परिषद

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीडन के केस का रहस्यमयी स्केंडल, जो प्रेस कांफ्रेंस करने पर कांग्रेस और कम्युनिस्टों की आंखों का तारा बन गया था ।

इस घटनाक्रम को समझिए और अपना मतलब निकालिए ।

  1. राहुल गांधी ने कहा – “अब तो सुप्रीमकोर्ट ने कहा है कि चौकीदार चोर है ।”
  2. मिनाक्षी लेखी ने कहा कि यह अदालत की अवमानना है, क्योंकि अदालत ने ऐसा नहीं कहा. वह इस मामले को सुप्रीमकोर्ट ले गई । कोर्ट ने राहुल गांधी को नोटिस जारी कर दिया।
  3. राहुल गांधी ने अमेठी में भरे अपने नामांकन में खुद को एम.फिल पास बताया है । एक निर्दलीय उम्मीदवार ने डीएम के सामने आवेदन दिया कि एम.फिल हैं, एम.ए की डिग्री कहां है। एक अन्य ने कहा कि एम. फिल की डिग्री पर इन का नाम राउल विन्शी लिखा है । एक आपत्ति लन्दन में राहुल गांधी के कम्पनी के डायरेक्टर होने पर उनकी नागरिकता पर उठी। इस तरह चार आपत्तियां लगी । राहुल के वकील ने जवाब के लिए 22 अप्रेल सुबह 11 बजे समय मांगा है । यह मामला अब सुप्रीमकोर्ट तक जाना है ।

इधर अचानक सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ यौन उत्पीड़ित का मामला आ जाता है ।

इस खबर को चार एजेंसियां एक साथ ब्रेक करती हैं ।
1.स्क्रॉल
2.द वायर
3.केरेवन
4.लीफलेट

मुख्य लाइन की पीटीआई, यूएनआई, एएनआई एजेंसियों
या किसी समाचार पत्र या सैंकड़ो टीवी चेनलों में से कुसी के पास भी यह खबर नहीं थी ।

ये चारों एजेंसियां वही हैं, जिन के लिए जस्टिस गोगोई उस समय लोकतंत्र के सब से बड़े हीरो थे, जब उन्होंने जस्टिस लोया का मामला उठाते हुए तत्कालीन चीफ जस्टिस मिश्र के खिलाफ प्रेसकांफ्रेंस की थी ।

1.द वायर को अमेरिकी नागरिक सिद्धार्थ वरदराजन चलाते हैं और यूपीए राज के समय उन्हें राज्यसभा चैनल से मोटी रकम मिला करती थी । यह इंटरनेट चेनल मोदी विरोध के एक सूत्रीय
कार्यक्रम पर चलता है । स्क्रॉल, केरेवन और लीफलेट भी इसी एक सूत्रीय एजेंडे पर हैं।

  1. लीफलेट को सुप्रीमकोर्ट की वकील इंदिरा जयसिंह और उन के पति आनंद ग्रोवर चलाते हैं। इंदिरा जयसिंह 10 जनपथ की करीबी हैं ।
  2. स्क्रॉल को एक अमेरिकी दम्पति चलाता है । एक अमेरिकी ई – मार्केटिंग कम्पनी का भी पैसा लगा है ।
  3. केरेवन वह ईमेग्जिन है, जो लगातार नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिए हुए है, जस्टिस लोया का मामला इसी मैग्जीन ने उठाया था, सुप्रीमकोर्ट ने जस्टिस लोया का मामला खारिज कर दिया था, केरेवन की किरकिरी हुई थी । केरेवन और उपरोक्त तीनों एजेंसियों ने सुप्रीमकोर्ट की आलोचना की थी।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर आरोप लगाने वाली महिला इंदिरा जयसिंह के एनजीओ “द लायर्स कोलकटिव” की सदस्य है ।

अब मतलब आप निकालिए ।