मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीडन के केस का रहस्यमयी स्केंडल

दिनेश पाठक अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर। विधि प्रमुख विश्व हिन्दु परिषद

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीडन के केस का रहस्यमयी स्केंडल, जो प्रेस कांफ्रेंस करने पर कांग्रेस और कम्युनिस्टों की आंखों का तारा बन गया था ।

इस घटनाक्रम को समझिए और अपना मतलब निकालिए ।

  1. राहुल गांधी ने कहा – “अब तो सुप्रीमकोर्ट ने कहा है कि चौकीदार चोर है ।”
  2. मिनाक्षी लेखी ने कहा कि यह अदालत की अवमानना है, क्योंकि अदालत ने ऐसा नहीं कहा. वह इस मामले को सुप्रीमकोर्ट ले गई । कोर्ट ने राहुल गांधी को नोटिस जारी कर दिया।
  3. राहुल गांधी ने अमेठी में भरे अपने नामांकन में खुद को एम.फिल पास बताया है । एक निर्दलीय उम्मीदवार ने डीएम के सामने आवेदन दिया कि एम.फिल हैं, एम.ए की डिग्री कहां है। एक अन्य ने कहा कि एम. फिल की डिग्री पर इन का नाम राउल विन्शी लिखा है । एक आपत्ति लन्दन में राहुल गांधी के कम्पनी के डायरेक्टर होने पर उनकी नागरिकता पर उठी। इस तरह चार आपत्तियां लगी । राहुल के वकील ने जवाब के लिए 22 अप्रेल सुबह 11 बजे समय मांगा है । यह मामला अब सुप्रीमकोर्ट तक जाना है ।

इधर अचानक सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ यौन उत्पीड़ित का मामला आ जाता है ।

इस खबर को चार एजेंसियां एक साथ ब्रेक करती हैं ।
1.स्क्रॉल
2.द वायर
3.केरेवन
4.लीफलेट

मुख्य लाइन की पीटीआई, यूएनआई, एएनआई एजेंसियों
या किसी समाचार पत्र या सैंकड़ो टीवी चेनलों में से कुसी के पास भी यह खबर नहीं थी ।

ये चारों एजेंसियां वही हैं, जिन के लिए जस्टिस गोगोई उस समय लोकतंत्र के सब से बड़े हीरो थे, जब उन्होंने जस्टिस लोया का मामला उठाते हुए तत्कालीन चीफ जस्टिस मिश्र के खिलाफ प्रेसकांफ्रेंस की थी ।

1.द वायर को अमेरिकी नागरिक सिद्धार्थ वरदराजन चलाते हैं और यूपीए राज के समय उन्हें राज्यसभा चैनल से मोटी रकम मिला करती थी । यह इंटरनेट चेनल मोदी विरोध के एक सूत्रीय
कार्यक्रम पर चलता है । स्क्रॉल, केरेवन और लीफलेट भी इसी एक सूत्रीय एजेंडे पर हैं।

  1. लीफलेट को सुप्रीमकोर्ट की वकील इंदिरा जयसिंह और उन के पति आनंद ग्रोवर चलाते हैं। इंदिरा जयसिंह 10 जनपथ की करीबी हैं ।
  2. स्क्रॉल को एक अमेरिकी दम्पति चलाता है । एक अमेरिकी ई – मार्केटिंग कम्पनी का भी पैसा लगा है ।
  3. केरेवन वह ईमेग्जिन है, जो लगातार नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिए हुए है, जस्टिस लोया का मामला इसी मैग्जीन ने उठाया था, सुप्रीमकोर्ट ने जस्टिस लोया का मामला खारिज कर दिया था, केरेवन की किरकिरी हुई थी । केरेवन और उपरोक्त तीनों एजेंसियों ने सुप्रीमकोर्ट की आलोचना की थी।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर आरोप लगाने वाली महिला इंदिरा जयसिंह के एनजीओ “द लायर्स कोलकटिव” की सदस्य है ।

अब मतलब आप निकालिए ।

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