आज आम आदमी पार्टी की ओर से चलाए जा रहे सदस्यता अभियान में पंचकूला विधानसभा हलका में सर्वाधिक सदस्य बनाकर आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सुरेंद्र राठी ने जिला में प्रथम और हरियाणा में 9वां स्थान हासिल किया है। सदस्यता अभियान में कार्यकर्ता भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सुरेंद्र राठी ने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि बिना उनके सहयोग के यह उपलब्धि पाना कतई संभव नहीं था। मुख्य कार्यकर्ता शहाब द्दीन,मोनू मनोचा, जंग बहादुर धारीवाल एडवोकेट सुरेंद्र दूहन, सुरेश गर्ग, मंजेश कुमार, सुमित बीडलान, दिनेश कुमार, विनोद कुमार, मुन्ना यादव, श्यामलाल जगमोहन, वीनस ढाका, अजय बाजीगर, सुरेश गिल, कमांडो रोहित मित्तल आदि अहम योगदान निभा रहे हैं।
राठी ने कहाकहा कि आम आदमी के प्रति लोगों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं, जिस दिन हरियाणा की जनता भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी गठबंधन को सत्ता से बाहर उखाड़ फेंकेगी। सुरेंद्र राठी ने कहा कि उन्होंने पंचकूला विधानसभा हलका के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया,तो लोगों में काफी नाराजगी सरकार के प्रति देखने को मिली और लोग इस सरकार को बदलने का मन बना चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में भी कोई विकासात्मक कार्य नहीं हो रहे हैं। लोगों की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं, जिन्हें हल करवाने के लिए कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह फील्ड में रहकर लोगों को आम आदमी पार्टी की नीतियों से अवगत करवाएं जिस तरह दिल्ली और पंजाब में जन कल्याण की नीतियां लागू की गई हैं उसी तरह हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर विकासात्मक नीतियां लागू होंगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230404-WA0194.jpg911633Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 14:07:062023-04-04 14:07:37आम आदमी पार्टी की ओर से चल रहा सदस्यता का अभियान
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर आज पूरे देश के साथ-साथ संस्था की चण्डीगढ़ इकाई ने भी राष्ट्रीय एकजुटता दिवस मनाते हुए राजस्थान सरकार के राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्रदर्शन किया। ये विरोध-प्रदर्शन संस्था की अध्यक्ष डॉ. रमणीक शर्मा की अगुआई में सेक्टर 35 स्थित आईएमए काम्प्लेक्स में हुआ।
डॉ. रमणीक शर्मा ने इस बिल को खतरनाक व कठोर करार देते हुए कहा कि नागरिकों के स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करना सरकारों की जिम्मेदारी है। निजी अस्पताल या क्लिनिक किसी भी सूरत में मुफ्त इलाज के सुविधा नहीं दे सकते। ऐसा करने से तो ये सभी अस्पताल बंद हो जायेंगे।
उन्होंने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन करने के आह्वान पर ये प्रोटेस्ट किया गया। डॉ. रमणीक शर्मा के मुताबिक ये बिल लागू होने पर विवाद व हिंसा की घटनाओं की बाढ़ आ जाएगी। उन्होंने कहा कि इस अव्यवहारिक बिल को राजस्थान सरकार जल्दी से जल्दी वापिस ले नहीं तो उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ेगा। इस अवसर पर डॉ. आरएस बेदी, डॉ. गुरविंदर सिंह, डॉ. विवेक मल्होत्रा, डॉ. सुशील गुप्ता, डॉ. अनिल, डॉ. मोनिका सोढ़ी, डॉ. कर्नल टीपी सिंह, डॉ. नितिन माथुर, डॉ. कर्नल आरके शर्मा, डॉ. जिंदल, डॉ. सांवरिया व डॉ. एमपी सिंह आदि मौजूद रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230404-WA0051.jpg10061512Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 13:04:282023-04-04 13:05:21आईएमए चण्डीगढ़ ने एकजुटता दिखाते हुए राजस्थान सरकार के राइट टू हेल्थ बिल का विरोध किया
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने बताया कि मॉर्निंग कंसल्ट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस द्वारा किए गए सर्वेक्षण में 77% मतों के साथ प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में काबिज हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में सर्वेक्षण में शामिल 77% लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व को सही ठहराया है। सर्वेक्षण में स्वीकार्यता का अर्थ है कि उस देश के लोग मानते हैं कि उनके देश में सभी चीजें सही दिशा में चल रही है। अस्वीकार्यता का अर्थ है सरकार गलत दिशा में बढ़ रही है। परंतु प्रधानमंत्री जी की 77% मतों के साथ लोकप्रियता का अर्थ है कि देश की जनता उनके नेतृत्व को सही ठहरा रही है, जिससे वह भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के साथ-साथ देश को विश्व में पथ प्रदर्शक के रूप में खड़ा करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र और न्याय की राह में सबसे बड़ी बाधा होती है। जांच एजेंसियों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भारत को इससे मुक्त करना है, उन्होंने कहा कि इस समय भ्रष्टाचार के जो मामले चल रहे हैं वह अधिकतर सप्रंग सरकार के समय के हैं। कांग्रेस सरकार ने अंग्रेजों से मिली भ्रष्टाचार की विरासत को आजादी के बाद भी बढ़ाने का काम किया और इसको कवर करने के लिए इकोसिस्टम खड़ा किया। भ्रष्टाचार एक और जहां प्रतिभाओं का गला घोट कर, युवाओं को आगे बढ़ने के रास्ते पर रोक देता है, वही भाई- भतीजावाद, परिवारवाद को सिस्टम पर काबिज होने का मौका देता है। जिससे देश कमजोर होता है, इसलिए 2014 में मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के पश्चात बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार के विरुद्ध मिशन मोड में काम शुरू किया और सिस्टम में भरोसे को फिर से कायम किया है।
कटारिया ने कहा कि पिछले 60 वर्षों में सीबीआई द्वारा न्याय और इंसाफ के लिए एक ब्रांड के रूप में जनता का भरोसा जीतने का काम किया है और आम जनता भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई चाहती है।
उन्होंने कहा कि देश में जब कोई केस अनसुलझा रह जाता है तो सीबीआई को सौंपी जाने की मांग होती है जो यह सिद्ध करता है कि सीबीआई देश में अपनी साख बनाने के लिए निरंतर आगे बढ़ रही है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230404-WA0025.jpg712712Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 12:13:522023-04-04 12:14:09विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता रूप में काबिज हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : कटरिया
अप्रैल शुरू होते ही देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। राजधानी दिल्ली में हर दिन संक्रमण के मामलों में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। साथ ही संक्रमण दर में भी इजाफा हो रहा है. अब राजस्थान के सीएम और पूर्व सीएम भी संक्रमण की चपेट में आ गई हैं। दोनों फिलहाल आइसोलेशन में हैं। उन्होंने दूसरे लोगों से भी सतर्कता बरतने की अपील की है।
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, राजस्थान ब्यूरो – 04 अप्रैल :
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कोरोना संक्रमित हो गई हैं, उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। वसुंधरा ने ट्वीट किया, ‘ कोविड की जांच में मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चिकित्सकों की सलाह पर मैं पूर्ण रूप से पृथक-वास में हूं।
राजे के अनुसार, ‘जो लोग मेरे संपर्क में रहे, वे अपनी जांच करवायें और सावधानी बरतें।’ राज्य में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 17 नए मामले सामने आए और कल शाम तक 189 संक्रमित उपचाराधीन थे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इसकी पुष्टि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने ट्वीटर से की। उन्होंने लिखा कि- पिछले कुछ दिनों में देशभर में कोविड के मामले बढ़े हैं। मैं स्वयं भी हल्के लक्षणों के साथ कोविड से संक्रमित हो गया हूं। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार अगले कुछ दिन निवास से ही कार्य जारी रखूंगा। आप सब सावधानी बरतें एवं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
बतादें कि सीएम अशोक गहलोत की तबीयत सुबह से ही खराब थी, जिसके बाद उन्होंने अमृतसर जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। आने वाले कुछ दिन तक सीएम अपने निवास से ही सरकारी काम काज करेंगे और वीडियो कांफ्रेस के जरिए विभागी बैठकों में शामिल होंगे।
सीएम गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कोरोना पॉजिटिव होने से सियासी गलियारों में चिताएं बढ़ गई हैं। दोनों के समर्थक और शुभचिंतक जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं। गहलोत और राजे दोनों राजनेता और पब्लिक फिगर हैं। सैकड़ों लोगों ने इनका रोजाना मिलना होता है। ऐसे में इनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना भी बहुत चुनौतीपूर्ण है।
राजे दो दिन पहले रविवार को ही प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में हुई बीजेपी विधायक दल और कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुई थीं। राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष और सतीश पूनिया को उप नेता प्रतिपक्ष घोषित किए जाने के दौरान राजे मंच पर ही मौजूद थीं। वसुंधरा राजे ने राठौड़ और पूनिया को बधाई और गुलदस्ता भी दिया था। साथ ही प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय चुनाव समिति सदस्य ओमप्रकाश माथुर, प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर समेत कई सांसद, विधायकों से राजे की मुलाकात हुई थी। विधायक दल की बैठक में बीजेपी के तमाम विधायक मौजूद रहे। इसी तरह कोर कमेटी की बैठक में भी ज्यादातर सीनियर नेता मौजूद थे।
वसुंधरा राजे पॉलिटिकल लीडर और पब्लिक फिगर हैं। सैकड़ों की तादाद में रोजाना लोगों का उनसे कार्यक्रमों में मिलना होता है। ऐसे में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर पाना भी बहुत चुनौतीपूर्ण है। राजे के कोविड पॉजिटिव होने के बाद माना जा रहा है उनके निवास पर रहने और निकट सम्पर्क में रहने वाले स्टाफ के सदस्य, साथ ही वसुंधरा राजे का हाल ही में जिन लोगों से सम्पर्क हुआ है, वह भी अपनी जांच करवाएंगे। राजे ने खुद अपनी कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट का हवाला देते हुए अपने सम्पर्क में रहे लोगों को अपनी जांच करवाने और सावधानी बरतने की अपील सोशल मीडिया ट्वीटर के माध्यम से की है। जो राजे की गम्भीरता को दिखाता है। वह चाहती हैं कि यह संक्रमण और लोगों में न फैले।
राजस्थान में कोरोना संक्रमित एक्टिव केसों की संख्या 189 हो गई है। सोमवार को 17 कोविड पॉजिटिव केस मिले थे। जबकि रविवार को 42 कोविड संक्रमित केस सामने आए थे। लगातार कोविड के केस सामने आने से मेडिकल एंड हेल्थ डिपार्टमेंट भी सतर्क हो गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रण के चलते 9 लोगों की देश में मौत हुई है। इनमें पंजाब, दिल्ली और केरल में 2-2 लोगों ने जानें गवाई हैं। जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तराखण्ड में 1-1 संक्रमित ने दम तोड़ा है। देश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर तेजी देखने को मिली है। ये आंकड़े डराने वाले हैं। क्योंकि लगातार तीसरे दिन 24 घंटे के अंदर 3 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो सोमवार को कुल 1 लाख 64 हजार 740 लोगों की जांच हुई। इनमें 3,038 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसी के साथ देश में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 21 हजार से ज्यादा हो गई। मतलब अब देश में 21,179 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। ये या तो अस्पताल में भर्ती हैं या फिर घर पर रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।
शनिवार को उदयपुर जिले के कोटड़ा क्षेत्र की निचली सुबरी निवासी 62 साल के बुजुर्ग की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। शनिवार शाम को ही कोरोना संक्रमित 37 साल के एक और शख्स ने दम तोड़ दिया था। युवक जुनावास मावली का निवासी और घुमंतु जाति का था। जो डबोक के बामनिया खेत में हमाली का काम कर रहा था। महाराणा भूपाल हॉस्पिटल उदयपुर में हुई जांच में उसमें टि्पिकल निमोनिया के लक्षण मिले थे। फिर आरटी-पीसीआर जांच में वह कोरोना पोजिटिव पाया गया। शनिवार शाम करीब 6 बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.png00Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 11:48:262023-04-04 11:51:18राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कोरोना संक्रमित
रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली के सीएम की पीएम की डिग्री की जानकारी मांगने की आड़ में आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार से लोगों का भटकाना चाहते हैं, क्योंकि एक अदालत ने उनके नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। पूनावाला ने आरोप लगाया, “यह दर्जे की राजनीति मुद्दों को भटकाने का एक बहाना है… असली मंशा मनीष और केजरीवाल के भ्रष्टाचार को छिपाने की है।” उन्होंने कहा कि दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार को दिल्ली आबकारी नीति मामले में “नंबर एक” आरोपी सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी। “केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की भ्रष्टाचार की डिग्री खुल का सामने आ गई है।”
केजरीवाल को काम तो दूसरों पर आरोप लगाना फिर माफी मांगना होता है : पूनावाला
“यह दर्जे की राजनीति मुद्दों को भटकाने का एक बहाना है… असली मंशा मनीष और केजरीवाल के भ्रष्टाचार को छिपाने की है।” : पूनावाला
“केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की भ्रष्टाचार की डिग्री खुल का सामने आ गई है।” : पूनावाला
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बड़ा झटका लगा है। गुजरात हाई कोर्ट ने केजरीवाल पर 25 हजार का जुर्माना लगाया है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली का कामकाज छोड़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिग्री मांगने चले थे। केजरीवाल यह जानना चाहते थे कि प्रधानमंत्री मोदी कितने पढ़े लिखे हैं। वैसे प्रधानमंत्री मोदी कितने पढ़े-लिखे हैं इसका जिक्र उनके चुनावी शपथ पत्र में है। लेकिन केजरीवाल को काम तो दूसरों पर आरोप लगाना फिर माफी मांगना होता है। केजरीवाल अब तक अरुण जेटली और कपिल सहित कई लोगों से माफी मांग चुके हैं। गुजरात हाईकोर्ट ने डिग्री मामले की याचिका को खारिज करते हुए केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। केजरीवाल को यह रकम गुजरात राज्य विधि सेवा प्राधिकरण के पास जमा करानी होगी।
पीएम मोदी की डिग्री माँगने को लेकर हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके बाद भी केजरीवाल लगातार डिग्री का मुद्दा उठाते जा रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी ने अपने दिल्ली स्थित कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाए हैं। इस पोस्टर में लिखा है, “डिग्री तो बहाना है केजरीवाल को भ्रष्टाचार से ध्यान हटाना है।” ये पोस्टर भाजपा नेता आशीष सूद ने लगवाए हैं।
बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली में पोस्टर लगवाए थे। इस पोस्टर में अरविंद केजरीवाल को बेईमान बताते हुए दिल्ली की सत्ता से हटाने की अपील की की गई थी। इस पोस्टर में लिखा था, “बेईमान, रिश्वतखोर, तानाशाह अरविंद केजरीवाल को हटाओ, दिल्ली बचाओ।”
दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने RTI के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री की माँग की थी। इसको लेकर केंद्रीय सूचना आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय, गुजरात विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय को निर्देश दिया था कि वह प्रधानमंत्री की डिग्री के बारे में जानकारी दें। केंद्रीय सूचना आयोग के इस निर्देश को गुजरात विश्विद्यालय ने गुजरात हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। गुजरात हाईकोर्ट ने इस मामले में अरविंद केजरीवाल को फटकार लगाते हुए उन पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
बता दें कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार लगातार सामने आ रहे भ्रष्टाचार के मामलों में घिरी हुई। केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया अब भी जेल में बंद हैं। दोनों पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप हैं। इन आरोपों के चलते ही दोनों नेताओं को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/Kejriwal-a.jpg6751200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 09:14:502023-04-04 09:51:57‘डिग्री तो बहाना है, भ्रष्टाचार से ध्यान हटाना है’ : पूनावाला
कानूनी जानकार और सुप्रीम कोर्ट के ऐडवोकेट विकास सिंह बताते हैं कि निचली अदालत के फैसले को जब हाई कोर्ट या फिर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाती है तो उस दौरान अगर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट निचली अदालत के दोष सिद्धि पर रोक लगा देता है तो फिर उसी आदेश में अयोग्य करार दिए जाने पर भी रोक का आदेश पारित करना होगा। इस तरह अपील पेंडिंग रहने के दौरान अयोग्यता पर रोक लग जाएगी और सदस्यता बहाल हो सकती है। राहुल गांधी के वकील ने उनकी सजा को निलंबित करने की मांग की थी। इस पर कोर्ट का कहना है कि दूसरे पक्ष को सुने बिना ऐसा आदेश पारित नहीं किया जा सकता। इस मामले में शिकायतकर्ता को 10 अप्रैल तक जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया गया है। राहुल गांधी को 15 हजार के बॉन्ड पर जमानत दी गई है. सजा पर कोर्ट ने स्टे देते हुए राहुल गांधी को जमानत दी है। साथ ही इस मामले में जो शिकायतकर्ता हैं उन्हें भी अदालत ने नोटिस जारी किया है। मामले पर अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी।
राहुल ने अपनी स्पीच में जिनका नाम लिया, उनमें पूर्णेश मोदी का नाम नहीं तो मानहानि कैसी?
कर्नाटक के कोलार में स्पीच दी, केस सूरत में क्यों दर्ज हुआ?
क्या राजनीतिक बयानबाजी को अपराध के दायरे में लाया जा सकता है?
पहली बार के अपराध में अधिकतम सजा मिल जाना
यदि बड़ी कोर्ट एक दिन की सजा भी कम कर देती है तो राहुल की संसद सदस्यता बहाल हो जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर ऐडवोकेट एमएल लाहौटी बताते हैं कि इस मामले में निचली अदालत ने राहुल को जब दोषी करार दिया और दो साल कैद की सजा सुनाई तो उसी फैसले में निचली अदालत ने सजा के अमल पर एक महीने के लिए रोक लगा दी और जमानत दे दी। इस फैसले की भावना यह है कि इस दौरान राहुल चाहें तो अपील दाखिल कर सकते हैं। ऐसे में राहुल गांधी को अपील दाखिल करने के लिए कुछ वक्त देना चाहिए था। कानूनी तौर पर जो लिली थॉमस का जजमेंट है, उसके हिसाब से राहुल गांधी को अयोग्य करार दिए जाने के फैसले में कोई खामी नहीं है, लेकिन लोकतांत्रिक सिस्टम में इस मामले में उदारता रखनी चाहिए और इस तरह की परिपाटी शुरू नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी दोबारा बहाल होगी या जेल जाएंगे? इसकी सुनवाई के लिए सूरत की सेशन कोर्ट ने 13 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है। कोर्ट ने फौरी राहत देते हुए राहुल गांधी को रेगुलर जमानत दे दी है। राहुल गांधी के मानहानि मामले में अब क्या होगा, ये कोर्ट में उनकी दलीलों पर निर्भर करता है।
सबसे पहले जानते हैं कि राहुल ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार की एक रैली में क्या शब्द इस्तेमाल किए थे-
‘…नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या, अनिल अंबानी और नरेंद्र मोदी। चोरों का ग्रुप है। आपके जेबों से पैसे लेते हैं… किसानों, छोटे दुकानदारों से पैसा छीनते हैं। और उन्हीं 15 लोगों को पैसा देते हैं। आपको लाइन में खड़ा करवाते हैं। बैंक में पैसा डलवाते हैं और ये पैसा नीरव मोदी लेकर चला जाता है। 35,000 करोड़ रुपए। मेहुल चोकसी, ललित मोदी… अच्छा एक छोटा सा सवाल है। इन सब चोरों के नाम मोदी-मोदी-मोदी कैसे हैं? नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी और अभी ढूंढेंगे तो और मोदी निकलेंगे।…’
यहां पर राहुल के खिलाफ मानहानि का केस न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, न ही नीरव मोदी, न ही ललित मोदी ने किया है। राहुल के खिलाफ मानहानि का केस सूरत से BJP विधायक पूर्णेश मोदी ने किया है।
1 सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विराग गुप्ता कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2022 में मनोज तिवारी के खिलाफ आपराधिक मानहानि के मामले को खारिज करते हुए कहा था कि धारा 499 के तहत आरोप लगाने के लिए पीड़ित व्यक्ति की स्पष्ट और सीधी मानहानि होनी चहिए।
राहुल की स्पीच में नीरव, ललित और नरेंद्र मोदी के नाम थे, इसलिए विधायक पूर्णेश मोदी की मानहानि होने और उनके दायर मुकदमे की वैधता पर भी सवाल हैं।
मानहानि के मामले में किसी खास व्यक्ति के सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप स्पष्ट होना चाहिए। आमतौर पर की गई टिप्पणी या बड़े दायरे को समेटने वाली टिप्पणी को इसमें शामिल नहीं किया जा सकता।
राहुल का ये बयान ठीक वैसा ही जैसा लोग आम बोलचाल में बोल देते हैं कि नेता तो भ्रष्ट होते हैं। ऐसे में अगर कोई नेता देश की किसी कोर्ट में जाकर मुकदमा कर दे कि इससे मेरी मानहानि हुई है, तो इसे मानहानि नहीं कहा जा सकता।
राहुल गांधी की तरफ से कोर्ट में ये सबसे मजबूत दलील दी जा सकती है।
2विराग गुप्ता कहते हैं कि CrPC की धारा 202 के तहत आपराधिक मामलों में मजिस्ट्रेट का क्षेत्राधिकार तय होता है। राहुल ने मोदी सरनेम वाली स्पीच कर्नाटक के कोलार में दी। सवाल यह है कि यह मामला फिर सूरत की सीजेएम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में कहां से आ गया?
सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रमण्यम स्वामी वर्सेज यूनियन ऑफ इंडिया मामले में आपराधिक मानहानि की संवैधानिक वैधता कायम रखते हुए कहा था कि निचली अदालत के जजों पर सभी पहलुओं से शिकायत की जांच करने का उत्तरदायित्व है।
ओबीसी की सेंट्रल लिस्ट में बिहार और गुजरात में मोदी नाम की कोई जाति नोटिफाई नही है। इसलिए राहुल के बयान को ओबीसी के खिलाफ मानना भी मुश्किल है।
करोड़ों मुकदमों का बोझ बढ़ने के साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट के मुकदमों की संख्या में पिछले तीन सालों में 40% वृद्धि हुई है।
ऐसे में राहुल मामले में नए मजिस्ट्रेट द्वारा एक महीने में मुकदमे तेज स्पीड से सुनवाई और फैसला करने पर भी बड़े सवाल हैं।
यानी अगर इस कसौटी पर केस परखा गया तो राहुल को राहत मिलने की उम्मीद है।
वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पाठक ने कहा, ” राहुल गांधी के उस बयान में कहां गया कि सारे चोर मोदी क्यों है इसलिए यह पूरे मोदी समुदाय के खिलाफ मानहानि का मामला है जिसमें पूर्णेश मोदी भी जिससे किसी की मानहानि होती हो वह बयान सामाजिक हो या राजनीतिक हो आपराधिक माना जाएगा शामिल है पूर्णेश मोदी ने उक्त बयान को सूरत में सुना था देखा था इसलिए उसका जो जूरिडिक्शन सूरत बनता है पहले अपराध में अधिकतम सजा देना गलत है हालांकि सूरत न्यायालय ने इस बारे में विस्तृत विवरण देते हुए और कहा है कि मैं जीवन सजा देना इसलिए आवश्यक है कि भविष्य में ऐसी गलतियां ना हो कोई भी न्यायालय 1 दिन की भी सजा कम कर देता है तो सदस्यता बहाली के लिए लोक सभा के सचिव को निवेदन करना होगा तथा लोकसभा अध्यक्ष इस निर्णय को लेने में सक्षम है यह पूरी कार्रवाई उपचुनाव होने से पूर्व होना आवश्यक है अगर लोकसभा अध्यक्ष इंकार कर देता है तो सुप्रीम कोर्ट में उक्त आदेश को चुनौती दी जा सकती है क्योंकि अभी न्यायालय उन्हें सजा को सस्पेंड किया है सजा को सस्पेंड करना या रोक लगाने पर सदस्यता बहाली नहीं हो सकती जब तक कि उसका फाइनल आदेश ना जाए की सजा 2 साल से कम हो गई है या बरी हो गया”
3 विराग कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने 1965 के कुलतार सिंह मामले में कहा था कि राजनीतिक बयानबाजी के मामलों को अपराध के दायरे में लाने से बचना चाहिए।
168 पेज के गुजराती में दिए फैसले में सुप्रीम कोर्ट के पुराने फैसलों का जिक्र तो है, लेकिन फिर भी राहुल गांधी के मामले को अपराध के दायरे में लाया गया।
मानहानि के मामले में आपराधिक मुकदमा चलाने के लिए, जैसा कि इस केस में हुआ है, बदनीयती और द्वेष की भावना सिद्ध करना जरूरी है।
कांग्रेस प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी कहते हैं कि राहुल गांधी का कर्नाटक के कोलार में दिया भाषण जनहित के बारे में था, राजनीति के बारे में था, महंगाई-बेरोजगारी के बारे में था।
लिहाजा, इस भाषण के किसी वाक्य को अगर आपत्तिजनक माना गया है, (जिसे हम ऊपरी अदालत में चुनौती देंगे) तो भी ये नहीं कह सकते कि उसके पीछे कोई द्वेष की भावना या बदनीयती शामिल है। लिहाजा, ये आपराधिक मामला नहीं बन सकता।
4 राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि के 10 और मामले चल रहे हैं। हालांकि, किसी और मामले में उन्हें अभी तक सजा नहीं हुई है।
इसलिए पहले अपराध में अधिकतम 2 साल की सजा दिए जाने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में यदि बड़ी कोर्ट एक दिन की सजा भी कम कर देती है तो राहुल की संसद सदस्यता बहाल हो जाएगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/maxresdefault.jpg7201280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 08:25:462023-04-04 08:51:52राहुल गांधी के मामले में अब क्या होगा सांसदी दोबारा बहाल होगी या जेल जाएंगे?
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा जिला यमुनानगर की ओनलाइन वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सभी प्रदेश/जिला/मंडल पदाधिकारी, मोर्चों के जिला/मंडल पदाधिकारी, विभाग/प्रकोष्ठ के जिला प्रमुख/संयोजक, सभी शक्तिकेंद्र प्रमुख/पालक ने ओनलाइन शामिल हुए ,भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने भाजपा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि आगामी 6 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी अपना स्थापना दिवस पूरे देश में पूरे जोर-शोर से मनाने जा रही है इसी कड़ी के अंतर्गत जिला यमुनानगर में भारतीय जनता पार्टी चारों विधानसभा क्षेत्रों के 13 भाजपा मंडलो में 10,000 से ज्यादा घरो पर भाजपा का झंडा लहराएगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने 6 अप्रैल के आगामी कार्यक्रम को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए कि पार्टी का झंडा बूथ स्तर पर हर पन्ना प्रमुख के घर पर लहराया जाए व वहाँ यह व्यवस्था की जाए कि उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लाइव संदेश देंगे उसके सुनने की व्यवस्था की जाए जिसमें भाजपा कार्यकर्ता व आसपास के नागरिक भी शामिल हो।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने बताया कि 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक भाजपा जिला यमुनानगर में सामाजिक न्याय सप्ताह के रूप में मनाएगा जिसमें प्रतिदिन समाज के लोगों की भलाई के लिए कार्य किए जाएंगे जिसमें स्वच्छता, चिकित्सा, सामाजिक समरसता ,आत्मनिर्भर भारत,प्राकृतिक खेती को बढ़ावा, तलाबों की सफाई,डाक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती को भव्य स्तर पर मनाना आदि शामिल है।
भाजपा जिला प्रभारी सरस्वती हैरिटेज बोर्ड डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमिच ने बताया कि बूथ अध्यक्ष ,त्रिदेव के साथ मिलकर पन्ना प्रमुख के घर जाकर भाजपा का झंडा फहराएगें वह इसके उपरांत इसकी फोटो लेकर उसको अपनी सोशल मीडिया के अकाउंट पर व नमोएप पर अपलोड भी करनी हैं ,सभी बूथ प्रमुख अपने-अपने पन्ना प्रमुखों के यहाँ पार्टी का झंडा लहराने की व्यवस्था देखेंगे, भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, पार्टी का स्थापना दिवस सभी कार्यकर्ता जोर-शोर से मनाएं ,पार्टी के कार्यकर्ता झंडा लहराते वक्त ढोल बजाकर व मिठाई बांटकर अपनी खुशियों का इजहार कर सकते हैं, पार्टी के स्थापना दिवस पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को झंडा लहराने के कार्यक्रम में शामिल किया जाए।
भाजपा की ऑनलाइन वर्चुअल बैठक में भाजपा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा व पूर्व मंत्री ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष करण देव कंबोज ने भी अपने विचार कार्यकर्ताओं के साथ साझा किए गए।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230404-WA0013.jpg7361600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-04 07:39:542023-04-04 07:40:136 अप्रैल भाजपा स्थापना दिवस पर जिला यमुनानगर में 10,000 से ज्यादा घरो पर लहराया जाएगा भाजपा का झंडा : सपरा
अदालत ने गांधी की याचिका को स्वीकार कर लिया और 13 अप्रैल को सुनवाई के लिए निर्धारित किया। हालांकि, उन्हें 22 अप्रैल तक नई दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास को खाली करने की एक और समय सीमा का सामना करना पड़ रहा है। राहुल गांधी को आधिकारिक आवास एक सांसद के रूप में आवंटित किया गया था। राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के उपनाम पर टिप्पणी की थी कि “सभी चोरों का नाम मोदी है। जैसे- ललित मोदी और नीरव मोदी आदि।”
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट चंडीगढ़/ सूरत :
सूरत सेशन कोर्ट ने ‘सभी चोर मोदी सरनेम वाले क्यों होते हैं’ टिप्पणी के मानहानि मामले में राहुल गांधी को जमानत दे दी। मामले की अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी। गांधी की दोषसिद्धि पर आज कोर्ट ने रोक नहीं लगाई। हालांकि, दोषसिद्धि पर रोक लगाने की मांग वाली राहुल गांधी की याचिका पर शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी को नोटिस जारी किया गया है। शिकायतकर्ता को 10 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा गया है। इससे पहले आज, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी सजा को चुनौती देते हुए सूरत सत्र न्यायालय में अपील दायर की। अपील दो आवेदनों के साथ की गई- पहला सजा के निलंबन के लिए आवेदन, जो अनिवार्य रूप से नियमित जमानत के लिए एक आवेदन है, और दूसरा, सजा के निलंबन के लिए एक आवेदन है।
इससे पहले सूरत के चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट की अदालत ने राहुल गांधी को 23 मार्च के दिन ‘मोदी सरनेम’ मामले में 2 साल की सज़ा का ऐलान किया था। साथ ही कुछ देर बाद अदालत की तरफ से उन्हें जमानत भी दे दी गई थी और उनकी सजा पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी थी, ताकि वो इस मामले को ऊपरी अदालत में ले जा सकें। हालांकि इस सज़ा के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता को भी खत्म कर दिया गया था।
अदालत की तरफ से राहुल गांधी का 23 अप्रैल को सज़ा सुनाई गई थी, वहीं अगले ही दिन यानी 24 अप्रैल को लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया और उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया। बड़ी बात यह है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अगले 8 वर्षों तक चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। अगर उनकी किसी भी उच्च अदालत की तरफ से निर्दोष ठहरा दिया जाता है तो फिर राहुल गांधी की सदस्यता भी वापस मिलेगी और वो चुनाव भी लड़ पाएंगे।
क्या कहा था राहुल गांधी ने:
मामला साल 2019 का है जब राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भगोड़े कारोबारियों के साथ जोड़ा था। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के उपनाम को दो भगोड़े कारोबारियों ललित मोदी, नीरव मोदे के साथ जोड़ा था। उन्होंने कहा था कि ‘चोरों’ का उपनाम यही कैसे होता है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/58e02c69-1ad1-4016-9ba4-b2b4d73b50ca_Rahul-Gandhi.jpg9001200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-03 16:48:452023-04-03 16:49:22राहुल गांधी ने अपनी सजा को चुनौती देते हुए सूरत सत्र न्यायालय में अपील दायर की, 13 अप्रैल तक जमानत मिली
दिल्ली में एजुकेशन सिस्टम की हवा निकल गई है। जिन स्कूलों की पढ़ाई को टॉप वन क्वालिटी का बताया जा रहा था, वहां 9वीं से 11वीं के 96 प्रतिशत विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हो गए हैं। इसके बाद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधने के लिए बीजेपी के हाथ बड़ा मौका लग गया है। बीजेपी ने शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना पर गंभीर आरोप लगाया है। दावा है कि शिक्षा मंत्री ने सभी टीचर्स को खुद कॉपी लिखकर छात्रों को पास करने को कहा गया है। आम आदमी पार्टी ने बताया छात्रों के लिए कोविड संकट बनकर आया। इसकी वजह के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। सूत्रों के मुताबिक शिक्षकों की ओर से खुद बच्चों को पास कराने के लिए कुछ कॉपिया भी लिखी गई हैं। शिक्षक रिजल्ट सुधारने के लिए काम कर रहे हैं।
नेता विपक्ष का दावा- 80 में छात्र 10 नंबर भी नहीं ला सके
अब टीचर्स से कहा जा रहा कि वे खुद उत्तर लिखकर छात्रों को पास करें
10 वीं और 12वीं के परीक्षा में भी नकल के आरोप
निदेशक ने क्लास में छात्रों से कहा था… जवाब न आए तो सवाल लिख आ जाना: रामवीर सिंह
भाजपा ने शिक्षा मंत्री आतिशी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अब टीचर्स से कहा जा रहा कि वे खुद उत्तर लिखकर छात्रों को पास करें।
दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दावा किया कि नतीजे वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं, मगर टीचर्स से कहा गया कि खुद जवाब लिखकर छात्रों को पास करें और रिवाइज्ड रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें।
रामवीर सिंह के मुताबिक, इसके लिए उन्हें 5 अप्रैल तक का समय दिया गया है। उन्होंने LG वीके सक्सेना से जांच की मांग की है। नेता विपक्ष ने दावा किया कि इस सत्र में 9वीं और 11वीं कक्षा में केवल 4% छात्र ही पास हो पाए।
रामवीर सिंह ने कहा कि कक्षा के 60 में 55 छात्रों के नंबर पास होने लायक भी नहीं थे। उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर छात्र कुल 80 अंकों में से 10 एंक भी नहीं ला सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा के इस घोटाले की भी जांच होनी चाहिए, क्योंकि जालसाजी से रिजल्ट बदले जा रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों की वर्ल्ड क्लास एजुकेशन मॉडल की हवा निकल गई है। केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता शिक्षा मॉडल पर दिन-रात झूठ बोलते हैं कि शिक्षा का स्तर बहुत सुधर गया, जबकि इस साल के नतीजों ने पोल खोल दी है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं बोर्ड के परीक्षा में भी छात्रों को नकल कराने का आरोप है। सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा CBSE द्वारा आयोजित कराई गई थी। CBSE के परीक्षा कंट्रोलर भारद्वाज को शिकायत मिली, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता को पत्र भी लिखा था।
शिक्षा निदेशक से कहा गया कि वह सुनिश्चित करें कि परीक्षा सुचारू रूप से और निष्पक्ष रूप से आयोजित हो। शिकायत में कहा गया कि परीक्षा के समय सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक CCTV कैमरे बंद कर दिए जाते।
तर्क यह दिया गया कि पेरेंट्स के पास भी CCTV देखने का एक्सेस है। सरकारी स्कूलों के स्कूल प्रमुखों द्वारा TGT/PGT शिक्षकों को एक फेसिलिटेटर के तौर पर नियुक्त किया गया। इनका काम छात्रों को प्रोत्साहित करना था, लेकिन इन पर छात्रों को नकल करने में मदद का आरोप लगा, जिससे रिजल्ट सुधारे जा सकें।
शिक्षा के इस खस्ताहाल मॉडल की जानकारी शिक्षा मंत्री और शिक्षा निदेशक को भी है। लेकिन टीचर्स को 5 अप्रैल तक नतीजे सुधारने को कहा गया है। इससे पहले भी ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं, जिसमें खुद शिक्षा निदेशक क्लास में बच्चों को कह रहे कि अगर उन्हें कुछ नहीं आता, तो प्रश्न ही लिख आएं, शिक्षक उन्हें पास कर देंगे।
पब्लिक स्कूलों में इस हफ्ते से क्लास शुरू होने वाली हैं, मगर दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों ने पेरेंट्स की चिंता बढ़ा दी है। उनका स्कूल मैनेजमेंट से कहना है कि प्रबंधन खुद स्थिति का संज्ञान लें और कुछ दिन कक्षाएं ऑनलाइन कर दें। उधर, स्कूल मैनेजमेंट ने स्कूल खोलने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्कूलों ने रिस्क नहीं लेते हुए मास्क के बिना प्रवेश नहीं देने का फैसला लिया है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/fail.jpg464710Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-03 16:14:442023-04-03 16:16:29दिल्ली में एजुकेशन सिस्टम की हवा निकल गई है, यहाँ 9वीं से 11वीं के 96 प्रतिशत विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हो गए हैं : रामवीर सिंह बिधूड़ी
यमुनानगर में मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने एवं पोस्टर लगाने पर यमुनानगर शहर पुलिस ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस स्टेशन से बाहर आते ही आप नेताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और नारेबाज़ी की।
इस बारे में जानकारी देते हुए आप वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर ने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा जिला में अलग अलग चौकों पर मोदी हटाओ देश बचाओ स्लोगन लिखे हुए पोस्टर लेकर के प्रदर्शन किया गया तथा पोस्टर लगाए गए।
बुटर ने बताया कि इस दौरान शहर पुलिस द्वारा पार्टी की वरिष्ठ नेत्री चित्रा सरावारा, योगेश्वर शर्मा,कर्मवीर बुटर,आदर्शपाल,योगेन्द्र चौहान,ललित त्यागी,लक्ष्मण विनायक ,गगनदीप ,प्रदीप, विशाल, अदित्य गोयल, मोहित त्यागी,अवनीश त्यागी,गौरव गोयल को गिरफ्तार करके थाने में ले जाया गया।
बुटर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपने तानाशाही रवैये की सभी हदे पार कर चुकी है तथा अभिव्यक्ति की आज़ादी को छीनने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार दिया गया है लेकिन भाजपा अपनी गलत नीतियों को छुपाने के लिए यह अधिकार भी छीन रही है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230402-WA0018.jpg5711016Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-04-03 13:38:062023-04-03 13:38:42लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विपरीत कार्य कर रही है भाजपा : कर्मवीर बुटर
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