एनआरसी असम ने खोये कुछ और नाम

साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और असम नेपाली साहित्य सभा की अध्यक्ष दुर्गा खाटीवाडा का नाम एनआरसी अधिकारियों द्वारा 26 जून को जारी निष्कासन सूची में शामिल है.

गुवाहाटी: साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता दुर्गा खाटीवाडा और असम आंदोलन की पहली महिला शहीद बैजयंती देवी के परिवार के सदस्यों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के पूर्ण मसौदे से बाहर रखा गया है. यह जानकारी रविवार को एक संगठन ने दी. संगठन ने बताया कि उनके अलावा स्वतंत्रता सेनानी छबीलाल उपाध्याय की प्रपौत्री मंजू देवी को एनआरसी की ताजा प्रक्रिया से बाहर रखा गया है.

भारतीय गोरखा परिसंघ के राष्ट्रीय सचिव नंदा किराती देवान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीनों मामले गोरखाओं से जुड़े हुए हैं और एनआरसी प्रक्रिया से उन्हें बाहर रखकर समुदाय का अपमान किया गया है और अगर इस मामले का समाधान नहीं किया गया तो इसे अदालत में ले जाया जाएगा.

देवान ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता सेनानियों और असम आंदोलन के शहीदों के परिजनों को एनआरसी से बाहर रखकर उनका अपमान किया गया है. यह न केवल गोरखाओं का अपमान है बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का भी अपमान है.’’ ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने अवैध प्रवासियों की पहचान और उन्हें वापस भेजने को लेकर 1979 से छह वर्षों तक असम आंदोलन चलाया था. इसी कारण 15 अगस्त 1985 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौजूदगी में असम समझौता हुआ था.

उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और असम नेपाली साहित्य सभा की अध्यक्ष दुर्गा खाटीवाडा का नाम एनआरसी अधिकारियों द्वारा 26 जून को जारी निष्कासन सूची में शामिल है. बैजयंती देवी के पिता अमर उपाध्याय ने कहा कि उनके प्रपौत्रों एवं उनकी मां निर्मला देवी का नाम भी निष्कासन सूची में शामिल है. देवान ने कहा, ‘‘असम में कांग्रेस के संस्थापक और स्वतंत्रता सेनानी छबीलाल उपाध्याय की प्रपौत्री मंजू देवी का नाम भी सूची से बाहर है.’’ 

बिना सबसिडी वाला सिलिंडर हुआ 100 रुपए सस्ता

अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटने और डॉलर-रुपया विनिमय दर में आये बदलाव के प्रभाव स्वरूप एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम में कमी आई है.

नई दिल्ली: बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर का दाम 100.50 रुपये प्रति सिलेंडर घट गया है. एक जुलाई से दिल्ली में घरेलू इस्तेमाल का सिलेंडर 637 रुपये में उपलब्ध होगा. तेल कंपनियों ने यह जानकारी दी है. बिना सब्सिडी वाले घरेलू सिलेंडर के बाजार मूल्य में कमी आने के साथ ही सब्सिडीयुक्त घरेलू सिलेंडर के लिये भी रिफिल लेते समय 100.50 रुपये कम देने होंगे. सब्सिडीयुक्त सिलेंडर के घरेलू उपभोक्ताओं को एक जुलाई से रिफिल प्राप्त होने पर 737.50 रुपये के बजाय 637 रुपये का भुगतान करना होगा. 

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की रविवार को जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटने और डॉलर-रुपया विनिमय दर में आये बदलाव के प्रभाव स्वरूप एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम में कमी आई है. नई दर एक जुलाई से प्रभावी होगी. 

सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर के लिये उपभोक्ताओं को रिफिल लेते समय बाजार मूल्य पर भुगतान करना होता है. उसके बाद सब्सिडी राशि उपभोक्ता के बैंक खाते में डाल दी जाती है. उपभोक्ताओं को एक साल में 12 सिलेंडर सब्सिडी पर मिलते हैं. एलपीजी सिलेंडर के मूल्य में आई ताजा गिरावट के बाद उपभोक्ता को 142.65 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी राशि मिलने पर जुलाई 2019 में सिलेंडर की प्रभावी दर 494.35 रुपये बैठेगी. 

जल्द आ सकता है कमल नाथ का इस्तीफा

कमलनाथ प्रदेशाध्यक्ष होने के कारण ही अपने बेटे को टिकिट दिलवा पाये थे। 29 में से 28 सीटों पर हारने के बाद भी कमल नाथ ने पद से इस्तीफा नहीं दिया था, कल से जब से demokraticfront.com पर रहुल की द्विधा का खुलासा हुआ तब ही से धड़ाधड़ इस्तीफ़ों की बरसात हो रही है। इसी सूची में अगला नाम मुख्यमंत्री कमाल नाथ का हो सकता था। परांत मुख्यमंत्री का पद प्रदेशाध्यक्ष के पद से बड़ा होता है इसी लिए नए प्रदेशाध्यक्ष की खोज शुरू होने के आसार हैं। कमलनाथ ने कहा, “मैंने मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के ठीक बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी आलाकमान से कहा था कि संगठन का यह ओहदा किसी अन्य नेता को सौंप दिया जाये. तब मुझे कहा गया था कि मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बना रहूं.”

इंदौर: लोकसभा चुनावों की करारी हार के बाद देश भर में कांग्रेस संगठन में जारी उथल-पुथल के बीच मध्यप्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष जल्द बदला जा सकता है. इस बात के स्पष्ट संकेत खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार शाम दिये जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने की सुगबुगाहट के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा, “मैंने मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के ठीक बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी आलाकमान से कहा था कि संगठन का यह ओहदा किसी अन्य नेता को सौंप दिया जाये. तब मुझे कहा गया था कि मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बना रहूं.”

अप्रैल 2018 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किये गये वरिष्ठ राजनेता ने कहा, “…तो नया अध्यक्ष (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) बनेगा. हमें भाजपा की चुनावी मशीनरी से मुकाबला करना है. इस मुकाबले के लिये हमें इस विरोधी पार्टी की तरह अपनी चुनावी मशीनरी बनानी है. हमें कांग्रेस संगठन को एक नयी दृष्टि से आकार देना है.” इस बीच, कांग्रेस के मीडिया विभाग की प्रदेश इकाई की प्रमुख शोभा ओझा ने कहा, “कमलनाथ कांग्रेस आलाकमान से मिलने जा रहे हैं. मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन को नया अध्यक्ष मिलेगा.”

प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन को भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा है. राज्य के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बच्चन का नाम सुझा चुके हैं. वर्मा ने 17 जून को एक बयान में कहा था कि आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बच्चन को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने से जनजातीय वर्ग में अच्छा संदेश जायेगा.

बच्चन ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनका नाम सुझाये जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, “मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं. अब तक मैंने पार्टी की हर जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभाने की कोशिश की है. आने वाले समय में भी पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, मैं उसे बखूबी निभाऊंगा.”

लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर के कारण कांग्रेस को मध्यप्रदेश की 29 में 28 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस केवल छिंदवाड़ा सीट जीत सकी थी. यह सीट कमलनाथ का मजबूत गढ़ मानी जाती है. इस बार छिंदवाड़ा सीट से उनके बेटे नकुल नाथ विजयी होकर लोकसभा पहुंचे हैं. नवम्बर 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को नजदीकी अंतर से सत्ता से बेदखल करते हुए कांग्रेस ने 15 साल के लम्बे अंतराल के बाद सूबे में अपनी सरकार बनायी थी.


दिल्ली काँग्रेस की अंतर्कलह सामने आई

हम पहले ही बात कर चुके हैं की काँग्रेस ज़िम्मेदारी डालती है उठाती नहीं। जब राजस्थान, मध्यप्रदेश ओर छत्तीसगढ़ के विधान सभा चुनाव जीते थे तो राहुल गांधी के नेतृत्व की जीत थी, लेकिन 6 महीने बाद ही जब लो सभा चुनाव हारे तब सारा दोष ‘EVM’ का था। अब दिल्ली में भी इनका(काँग्रेस) का यही हाल है। दिल्ली की राजनीति वैसे भी बहुत अंतर्कलह से भरी है, दीक्षित और चाको समेत दिल्ली कांग्रेस के नेता शुक्रवार को गांधी से मिले थे. गांधी ने उन्हें अगले साल के प्रारंभ में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एकजुट होकर काम करने की सलाह दी थी.

नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित द्वारा पार्टी की सभी 280 ब्लॉक स्तरीय समितियां भंग किये जाने के अगले ही दिन एआईसीसी में राष्ट्रीय राजधानी मामलों के प्रभारी पीसी चाको ने इस फैसले को पलट दिया. इस कदम से दोनों नेताओं के बीच मतभेद का संकेत मिलता है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के पार्टी मामलों के प्रभारी चाको ने ब्लॉक समितियां को भंग करने पर स्थगन लगा दिया और अपने आदेश की प्रतियां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं दीक्षित को भेज दीं.

दीक्षित और चाको समेत दिल्ली कांग्रेस के नेता शुक्रवार को गांधी से मिले थे. गांधी ने उन्हें अगले साल के प्रारंभ में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एकजुट होकर काम करने की सलाह दी थी. दीक्षित ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की करार हार के कारणों का पता लगाने के लिए स्वयं द्वारा बनायी गयी समिति की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए गांधी से भेंट के बाद ब्लॉक समितियां भंग कर दीं. शनिवार को कांग्रेस नेताओं का एक समूह कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल एवं चाको से मिला था और उसने ब्लॉक समितियां भंग करने के कदम का विरोध किया था.

वेणुगोपाल और चाको से भेंट करने गये चतर सिंह ने कहा, ‘‘हमने दोनों नेताओं से कहा कि ब्लॉक समितियां और उनके अध्यक्ष निर्वाचित हैं और वे विधानसभा चुनाव से पहले अचानक भंग नहीं की जा सकती हैं क्योंकि उनके बनने में ढेर सारा समय लगता है.’’ ऐसा लगता है कि कांग्रेस की दिल्ली इकाई अपने नेताओं के बीच मतभेद से उबर नहीं पायी है. दीक्षित विरोधी खेमे ने दावा किया है कि दीक्षित ने चाको से चर्चा किये बगैर ही इन समितियों को एकतरफा ढंग से भंग कर दिया. 

मोटापे से लीवर हो सकता है डैमेज: डा. अनुपम गोयल

‘भारत की शहरी आबादी के 70 प्रतिशत लोग मोटापे का शिकार’
मोटापे में भारत विश्वभर में तीसरे स्थान पर: डा. अनुपम गोयल
भारत में शुगर के 60 प्रतिशत मरीजों में मोटापे के लक्षण

लोग लंबे चलने वाले इलाज के डर से अपना इलाज शुरू ही नहीं करवाते, उन्हे बीमारी से ज़्यादा टेस्ट और नतीजों के लंबे इंतज़ार से डर लगता है। मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों की फेरहिस्त बड़ी लंबी है। कई तकनीकी बातें हैं जिनहे हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं, ‘जानबूझकर’ फिर वही चीज़ें हमें बहुत तंग करतीं हैं यहाँ तक कि वह जानलेवा साबित हो जातीं हैं । इसीलिए मोटापे पर काबू पाना बहत ज़रूरी है। यह डर नहीं, ज़रूरत है।

पंचकूला, 29 जून:

पारस अस्पताल पंचकूला के डाक्टरों व माहिरों की टीम ने लोगो में मोटापे तथा इसके नुकसान प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आज यहां पत्रकारों के साथ बातचीत की। पारस अस्पताल के बेरिएट्रिक व लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माहिर डा. अनुपम गोयल ने पत्रकारों को संबोधन करते हुए कहा कि हाल ही में हुए एक अध्यन्न से एक बात सामने आई है कि भारत की शहरी आबादी के 70 प्रतिशत लोग मोटापे का शिकार हैं। इसके साथ हमारा देश मोटापे की विकराल समस्या की तरफ बढ़ रहा है।

डा. गोयल ने स्वास्थ्य संबंधी एक मैगजीन लांसे इंडिया में प्रकाशित इस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बताया कि अमरीका तथा चीन के बाद भारत में सबसे अधिक मोटे लोग रहते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे बालकों की आबादी में 3 करोड़ से अधिक लोग मोटापे की बीमारी का शिकार हैं। डा. गोयल ने कहा कि उन्होंने बताया कि दुनिया भर में मोटापे के कारण 2000 अरब डालर वाॢषक खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में 6 करोड़ 20 लाख शुगर की बीमारी के मरीज या तो बहुत ज्यादा मोटे हैं तथा या उनका वजन जरूरत से ज्यादा है। इन लोगों में चर्बी के कारण मोटापा है तथा बहुत ज्यादा बड़े पेट वाले हैं।

डा. गोयल ने यह भी बताया कि मोटापा शुगर की बीमारी के लिए भी जिम्मेदार है। इसके अलावा मोटापे के कारण हड्डियों खुर्रने की बीमारी, महावारी में बेनियमता, बांझपन तथा हर्निया, कैंसर व दिल का दौरा भी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि एक पुराना विचार है कि मोटापा अमीर लोगों की बीमारी है। उन्होंने कहा कि असल में मोटापा सिर्फ ज्यादा खाने से नहीं होता, यह अमीर, गरीब दोनों को हो सकता है।
डा. गोयल ने बताया कि बेरिएट्रिक विधि द्वारा आप्रेशन करके मोटापा घटाया जा सकता है तथा इस तरह की सजर्री के बाद 90-95 प्रतिशत लोगों को शुगर की बीमारी से निजात मिलती है। 
पारस अस्पताल के फैकलिटी डायरेक्टर आशीष चड्ढा ने कहा कि भारत में 60 प्रतिशत शुगर के मरीजों में मोटापे का लक्ष्ण सामने आए है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में मोटापे के प्रति जागरूकता पैदा करना बहुत जरूरी है। 

धारा 370 हटनी ही चाहिए: राम माधव

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी सरकार ढाई साल रही. लेकिन वहां कि समस्याएं आज की नहीं है. उन्होंने कहा कि अलगावाद की शुरूआत 1987 से शुरू हुई. अलगाववाद को प्रोत्साहन पाक देता है. आतंकी संगठन देते हैं. 

नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह के शुक्रवार को संसद में धारा 370 पर दिए बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शनिवार (29 जून) कहा है कि कश्मीर से धारा 370 को हटाया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि ये कश्मीर को एकीकृत करने में बहुत बड़ी बाधा है. उन्होंने विपक्षी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां की समस्या कांग्रेस और उनके साथियों के साथ मिलकर चली सरकार के कारण है. 

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी सरकार ढाई साल रही. लेकिन वहां कि समस्याएं आज की नहीं है. उन्होंने कहा कि अलगावाद की शुरूआत 1987 से शुरू हुई. अलगाववाद को प्रोत्साहन पाक देता है. आतंकी संगठन देते हैं. 

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Ram Madhav on Congress blaming BJP-PDP alliance for situation in Kashmir: BJP alliance was in power for 2.5 yrs, it’s Congress which through its alliances or through its proxies ruled states for decades & it was they who were responsible for every trouble you see in Kashmir today

पुरानी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि 1987 के चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुआ था. इस धांधली में कांग्रेस और फारूक शामिल थे, जिसके बाद असंतोष हुआ और फायदा पाकिस्तान ने उठाया था.

संसद में अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि अमित शाह ने जो कहा वो ऐतिहासिक सच है. कश्मीर की समस्या का जड़ आजादी के बाद की पहली सरकार की नीतियों में है. वहीं से अलगाववाद, अलग राज्य की मांग शुरू हुई है, इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस को लेनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाया जाना चाहिए और हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. जो तरीका होगा आवश्यक होगा वो अपना कर सही निर्णय लिया जाएगा.

आपको बता दें कि शुक्रवार को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर समस्या के लिए पंडित नेहरु को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने कश्मीर का वह हिस्सा जिसे पीओके कहा जाता है वह पाकिस्तान को दिया. आप लोग कहते हैं हम जनता को विश्वास में लिये बिना काम करते हैं, लेकिन नेहरुजी ने यह काम होम मिनिस्ट्री को भी विश्वास में लिये बिना किया, इसलिए कांग्रेस हमें इतिहास ना सिखायें. हम पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ों का खात्मा करेंगे, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक आत्मरक्षा में की गयी कार्रवाई है.

2 arrested for theft in jewellery shop

29.06.2019

                        Chandigarh Police achieved a major success by nabbing two accused namely Anil Vishavkarma S/o Sh. Ram Ashre R/o H.No.68, Partap Colony, Rajpura, Distt. Patiala, PB, Age-35 years and Rajiv S/o Late Ram Lal R/o H. no. 121, Kasturba Seva Mandir Patiala Road Rajpur, Distt-Patiala (PB) Age-23 years, who are involved in the theft incident of Reeva Jewellers at Sector-23, Chandigarh occurred on 14.06.2019. Owner of Reeva Jewellers namely Pintu Midda and Rupak Malik reported that on 13.06.2019 they closed their shop at 8.00 PM. Keys of the shop were with Pintu Midda. Next day at around 10.40 AM when he went to the shop, he found that the shutter of the shop was opened, locks of locker were also opened and gold jewellery & diamond items were missing. Accordingly on his complaint case FIR No.172 dated 14.06.2016 U/s 381 IPC, PS-17, Chandigarh has been registered.

                        During investigation CCTV footage were thoroughly checked and found that three persons came to shop in a Auto and committed theft at 5.30 AM on 14.06.19. The Auto number was not very much clear due to low picture quality of camera. However, the list of complete series of suspected numbers of Auto Rickshaw were obtained and scrutinized few numbers. Teams were sent to the addresses of all suspected scrutinized numbers of Auto Rickshaw and finally got the exact one. After cross questioning from the Auto driver it came to light that two accused persons were hired the said Auto from Sector-22/23 light point upto Zirakpur. When they sat in the Auto, they requested him to take them to Sector-23 market for a single minute work. Hence, Auto driver took them to Sector-23 market in-front of Reeva Jewellers shop. One accused went upstairs and came within few minutes with a bag. The driver dropped them to Zirakpur light point. When the Auto drive described about suspects, it apprehended that the accused might be related to the workers of Reeva Jewellers. On 27.06.19 accused has been arrested on the identification of Auto driver (one of the prime witness) and two gold type bangles affixed with Ruby type stones and numbers of diamond type stones were recovered from his possession. He also disclosed that he committed this crime with his associate Rajiv who is keeping the remaining stolen Jewellery items with him. On 27.06.19, co-accused Rajiv has also been arrested on the identification of Auto driver as well as complainant Sh. Pintu Midda and some gold ornaments recovered from his possession at the time of arrest and during further investigation today i.e. 28.06.19, accused Rajiv produced in the Hon’ble court and obtained one day police remand. During police remand remaining stolen jewellery items recovered on the disclosure of accused Rajiv. The detail of same is as under:- 

  1. 01 Gold piece (heavy) with one small piece
  2. 01 small Gold tree with small chain pieces
  3. 04 small diamonds pack
  4. 01 big gold tree
  5. 37 diamond/gold rings
  6. 02 diamonds/gold bangles
  7. 04 pieces of one gold/diamond bangles
  8. 04 silver color gold rings

Today i.e. 29.06.19, accused Rajiv produced in the Hon’ble court and sent to judicial custody for 14 days.

Police File Chandigarh

Purnoor, Chandigarh – 29.06.2019

Four arrested for consuming liquor at public place

        Four different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-Manimajra, PS-I.T Park & PS-49, Chandigarh against four persons who were arrested while consuming liquor at public place on 28.06.2019.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Two arrested for Theft

A case FIR No. 142, U/S 379 added 411 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh on the complaint of Phool Chand R/o # 1780, Sector- 52, Chandigarh against unknown person who stolen away complainant’s motor cycle No. CH-01AS-8863 from near his residence on 27.06.2019. Later on two accused person namely Raj @ lalli R/o # 2072, Sector- 52, Chandigarh and Amit @ DC R/o # 2543, Sector- 52, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

V.B Samaria R/o # 248, Sector- 44/A, Chandigarh reported that unknown person who stolen away 02 tyres of complainant’s car No. CH-01AV-1497 while parked near his residence on night intervening 27/28.06.2019. A case FIR No. 163, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Varun Sharma R/o # 2199/B, Block No. 15, Sector- 63, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s M/Cycle No. CH-03T-1468 while parked near his house on night intervening 25/26.06.2019. A case FIR No. 68, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Ajay Sharma R/o # 2306/B, Block No. 31, Sector- 63, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s activa scooter No. CH-01BC-4433 while parked near his residence on 27.06.2019. A case FIR No. 69, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Harjinder Singh R/o # 2900/3, Sector- 49, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s motor cycle No. PB-03AX-9343 while parked near his residence on night intervening 25/26.06.2019. A case FIR No. 70, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Dowry

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband resident of Chandigarh harassed complainant to bring more dowry. A case FIR No. 83, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband & others resident of Ropar, Punjab harassed complainant to bring more dowry. A case FIR No. 84, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Missing/Abduction

A person resident of Mauli Complex, Chandigarh reported that her daughter age about 14 years has been missing from his residence since 27.06.2019. A case FIR No. 111, U/S 363 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Later missing girl traced out. Investigation of the case is in progress. 

Accident

        A case FIR No. 189, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the statement of Anuj Tegta R/o BF Savitri Enclave, Zirakpur, Distt.- Mohali, Punjab who alleged that driver of car No. CH-01AJ-2787 namely Aditya Chabra R/o # 9/B, Amolok Enclave, Zirakpur, Distt.- Mohali, Punjab who hit to complainant’s motor cycle No. CH-03W-8133 near Hallo Majra Light Point, Chandigarh on 28.06.2019. Complainant got injured and admitted in GMCH- 32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

कांग्रेस के आचरण से देवेगौड़ा आहात

काँग्रेस की विडम्बना विनम्रता है। पार्टी के छोटे से बड़े नेता तक में इसकी कमी है। विनम्रता से ही पात्रता का भान होता है ओर विनम्रता ही से मित्र बनते हैं। अहंकार और धृष्टता अलगाव पैदा करते हैं। दूसरी सबसे बड़ी कमी है ज़िम्मेदारी लेने कि, काँग्रेस में सभी प्यादे से लेकर वज़ीर तक ज़िम्मेदारी डालते हैं निभाते नहीं। पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के लिए उनकी पार्टी के साथ गठबंधन को जिम्मेदार ठहराने की कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी से उन्हें ‘दुख’ पहुंचा है. देवगौड़ा ने कहा, ‘मुझे दुख हुआ जब एक बैठक में उनके (कांग्रेस के) राष्ट्रीय महासचिव की मौजूदगी में किसी ने(कांग्रस नेता ने) कहा कि पार्टी जद (एस) के साथ गठजोड़ की वजह से मुश्किल में थी.’

बेंगलुरु: लोकसभा चुनाव में कारारी हार के बाद कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी खुद कुर्सी छोड़ने पर आमदा हैं. पार्टी मीटिंग में वे कह चुके हैं कि इस हार की जिम्मेदारी पार्टी में कोई लेने को तैयार नहीं है. वहीं पार्टी के दूसरे नेता हार पर चुप्पी साधे हुए हैं. कर्नाटक में कांग्रेस ने हार के लिए सहयोगी जेडीएस को जिम्मेदार ठहराया है. इस बात से जेडीएस के वरिष्ठ नेता एचडी देवेगौड़ा काफी आहत हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के लिए उनकी पार्टी के साथ गठबंधन को जिम्मेदार ठहराने की कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी से उन्हें ‘दुख’ पहुंचा है. देवगौड़ा ने कहा, ‘मुझे दुख हुआ जब एक बैठक में उनके (कांग्रेस) गठजोड़ की वजह से मुश्किल में थी.’

यहां पत्रकारों से देवगौड़ा ने कहा कि मई 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेता ही इस इच्छा के साथ उनके पास आए थे कि एचडी कुमारस्वामी गठबंधन सरकार की अगुवाई करें. उन्होंने कहा, ‘हमने कभी नहीं कहा कि कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए.’

देवगौड़ा ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो क्या 37 सीटों के आधार पर (मुख्यमंत्री पद) के लिए कहना धर्म है? वे (कांग्रेस नेता) दिल्ली के आला कमान के आदेश पर आए थे और कहा था कि कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए.’ पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए मलिक्कार्जुन खड़गे, मौजूदा उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर या वरिष्ठ कांग्रेस नेता के एच मुनियप्पा का नाम सुझाया था.

केरल में भाजपा का सूर्योदय

केरल में पिछले वर्ष हुए कई छात्र संघ के चुनावों में भाजपा की छात्रसंघ इकाई ने मोर्चा मार लिया था, इस बार केरल के निकाय चुनावों में मिली अप्रत्याशित जीत से भाजपा अभिभूत है। बंगाल में लोक सभा निकाय चुनावों में विजय प्राप्ति के पश्चात यह दूसरा राज्य है जहां से भाजपा के लिए सुहानी खबर आई है।

तिरुअनंतपुरम: लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ ने स्थानीय निकाय के उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है. स्थानीय निकाय की 44 सीटों पर हुए उपचुनाव में एलडीएफ ने 22 सीटें अपनी झोली में डाली हैं. एलडीएफ ने छह सीटों को कांग्रेस नीत यूडीएफ से छीन लिया लेकिन वह सात सीटें यूडीएफ के हाथों हार भी गया. ये उपचुनाव गुरुवार को हुए थे.

इस उपचुनाव में बीजेपी के लिए भी खुशखबरी है. पार्टी ने पांच सीटों पर कब्जा जमाया है. यूडीएफ को 17 सीटें मिली हैं. राज्य में सत्तारूढ़ एलडीएफ का लोकसभा चुनाव में सफाया हो गया था और उसे 20 संसदीय सीटों में से एक सीट मिली थी. यूडीएफ ने 19 सीटें जीती थी. 

ये चुनाव 33 पंचायत वार्ड, छह ब्लॉक पंचायत वार्ड और पांच नगर पालिका वार्ड में हुए थे. 2015 में, एलडीएफ ने 591 में से 549 ग्राम पंचायत वार्ड, 152 ब्लॉक पंचायत वार्ड में से 90 में जीत हासिल की थी. इतना ही नहीं एलडीएफ ने 14 जिला पंचायतों में से 7 पर कब्जा जमाया था. नगरपालिका की बात करें तो पार्टी ने 87 नगरपालिकाओं में 44 पर फतह हासिल की थी.  

इस जीत से उत्साहित सीपीआई के राज्य सचिव कानम राजेंद्रन ने कहा हमारी पार्टी ने साबित कर दिया है कि केवल एक चुनाव में मिली हार से हमें खारिज नहीं किया जा सकता. इसी बीच, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने कहा कि कई क्षेत्रों में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ा है. यह दिखाता है कि राज्य के लोगों में पार्टी की स्वीकार्यता बढ़ रही है. पिल्लई ने आगे कहा, “बीजेपी की जीत दिखाती है कि केरल के लोगों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी की स्वीकार्यता बढ़ी है और लोग उनसे प्रभावित हैं.”