अमन अरोड़ा द्वारा डी. ए. वी. कॉलेज में ज़ोनल यूथ एंड हेरिटेज फेस्टिवल की अध्यक्षता

  • सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री ने विजेता भंगड़ा टीमों को इनाम बांटे
  • डी. ए. वी. कॉलेज में पढ़ाई के समय की यादें की ताज़ा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब के सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री अमन अरोड़ा ने यहां डी. ए. वी. कॉलेज में करवाए गए 63वें पंजाब यूनिवर्सिटी ज़ोनल यूथ एंड हेरिटेज फेस्टिवल के भंगड़ा मुकाबलों की अध्यक्षता की।

 अरोड़ा ने कहा, ‘‘कॉलेज में विद्यार्थी जीवन ज़िंदगी का सबसे हसीन और बेहतरीन पड़ाव होता है और सभी विद्यार्थियों को यह एहसास होना चाहिए कि जीवन का यह ख़ूबसूरत और ख़ुशगवार समय फिर वापस नहीं आऐगा।’’ उन्होंने नौजवानों को अपने सपनों को साकार करने के लिए ज़िंदगी में सख़्त मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।

समागम के दौरान नौजवानों के बड़े इक्टठ को संबोधन करते हुये अमन अरोड़ा ने कहा कि देश में बेहतर बदलाव और सुधार लाने के लिए नौजवानों की सामुहिक शक्ति बहुत महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि नौजवानों में असीमित क्षमता और ऊर्जा होती है और किसी भी क्षेत्र में कामयाबी का शिखर छूने के लिए उनकी इस अपार ऊर्जा को सही दिशा देने की ज़रूरत होती है।

कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने डी. ए. वी. कॉलेज सैक्टर-10, चंडीगढ़ से पढ़ाई की है और आज कालेज पहुँचने पर प्रिंसिपल डॉ. पवन शर्मा और स्टाफ की तरफ से उनका स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया।

इन भंगड़ा मुकाबलों में पोस्ट ग्रैजुएट सरकारी कॉलेज सैक्टर-11 की टीम ने पहला इनाम हासिल किया। खालसा कॉलेज सैक्टर-26 की टीम दूसरे और डी. ए. वी. कॉलेज सैक्टर-10 की टीम तीसरे स्थान पर रही। मुकाबले में कुल आठ टीमों ने भाग लिया था। श्री अमन अरोड़ा ने विजेताओं को इनाम बाँटे और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।

कॉलेज प्रिंसिपल ने कहा कि अमन अरोड़ा को नयी बुलन्दियां छूते देखना हमारे लिए बेहद गौरवपूर्ण बात है। अमन अरोड़ा ने इस समागम में बुला कर उनकी कॉलेज के दिनों की यादों ताज़ा करने के लिए कॉलेज प्रिंसिपल और स्टाफ सदस्यों का तह-ए-दिल से धन्यवाद किया।

शिअद ने बीबी जागीर कौर को किया पार्टी से सस्पेंड

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

शिरोमणि अकाली दल ने पार्टी की वरिष्ठ नेत्री बीबी जागीर कौर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सस्पेंड कर दिया है। बीबी जागीर कौर एसजीपीसी की प्रधान भी रह चुकी हैं। इस बार वह पार्टी लाइन से अलग होकर प्रधान पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। बता दें, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान व कार्यकारी सदस्यों के लिए चुनाव 9 नवंबर को होने वाले हैं। तीन बार एसजीपीसी की प्रधान रह चुकी बीबी जागीर कौर इस बार खुद पार्टी की खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं। पार्टी नेता लगातार जागीर कौर पर चुनाव न लड़ने का दबाव बना रहे थे, लेकिन बताया जा रहा है कि जागीर तौर इसके लिए राजी नहीं हुई। 

बीबी जागीर कौर अपने तौर पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता रही थी, जबकि पार्टी की परंपरा रही है कि प्रधान जनरल हाउस में तय होता है। शिरोमणि अकाली दल उस प्रत्याशी का समर्थन करता है। जागीर कौर खुद तीन बार इसी प्रक्रिया से एसजीपीसी की प्रधान बनीं। अब वह इस प्रक्रिया को चुनौती देती नजर आ रही थी। 

चीफ़ जस्टिस ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के 10 अतिरिक्त जजों को शपथ दिलायी


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस रवि शंकर झा ने आज पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के 10 नये अतिरिक्त जजों को एक सादे और परिभावशाली समागम के दौरान पद की शपथ दिलायी।

हाई कोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि आज जिनको शपथ दिलायी गई उनमें अतिरिक्त जज  कुलदीप तिवारी,  गुरबीर सिंह, दीपक गुप्ता,  अमरजोत भट्टी,  रितु टैगोर, मनीषा बत्रा,  हरप्रीत कौर जीवन,  सुखविन्दर कौर,  संजीव बेरी और श्री विक्रम अग्रवाल शामिल हैं। इस मौके पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जज और वकील भी शामिल थे।


प्रवक्ता ने बताया कि अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जजों की संख्या 56 से बढ़ कर 66 हो गई है।

लक्की ने 35 ब्लॉक अध्यक्षों को सौंपे नियुक्ति पत्र

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

                  चंडीगढ़ के 35 ब्लाक काग्रेंस अध्यक्षों के चुनाव को अखिल भारतीय काग्रेंस कमेटी की  मंजूरी मिलने के बाद आज चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एच.एस. लक्की  ने चंडीगढ़ कांग्रेस भवन में आयोजित एक सादे समारोह में उन्हें नियुक्ति पत्र जारी किया।

                   जिन 35 ब्लाक काग्रेंस के अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है, उनमें गुरमिंदर सिंह, ईश शर्मा, मोहम्मद सुलेमान, सुशांत भट, मतलूब खान, संजीव गाबा, राम कुमार, हरभजन सिंह, हरिंदर सिंह, सुखविंदर सिंह, सुनील वालिया, विक्की कनौजिया, उमेश सेठ, गुलशन कुमार वर्मा, उमाशंकर यादव, अनिल कुमार चड्ढा, अमरदीप सिंह, विनोद कुमार, सोनिया चंद्रवाल, दिनेश झा, नवनीत कुमार, बलविंदर कौर, संजीव दुआ, राजकुमार शर्मा, देव राज, हरजिंदर सिंह प्रिंस, राकेश बरोटिया, विजय यादव, राजिंदर सिंह राजू, पंकज जून, पवन कुमार, नीरज धोत, धर्म सिंह, मनमोहन सिंह और संजीव शर्मा शामिल हैं ।

                  सभी नवनिर्वाचित अध्यक्षों ने पार्टी का संदेश शहर की जनता तक पहुंचाने और उनकी सेवा में कार्य करने की शपथ ली।

                  ये सभी ब्लाक काग्रेंस अध्यक्ष अगले कुछ दिनों में पार्टी के सक्रिय सदस्यों में से अपना पदाधिकारी मनोनीत करेंगे जो पार्टी के कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करने में उनके साथ सम्मलित रहेंगे।

खेलो इंडिया महिला वेटलिफ्टिंग टूर्नामैंट में कई जूनियर और युवा राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो,2 नवम्बर  :

युवा मामले व खेल मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मोदीनगर, उत्तर प्रदेश में आज समाप्त हुए खेलो इंडिया महिला वेटलिफ्टिंग टूर्नामैंट के दूसरे चरण में कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए गए हैं।  टूर्नामैंट सीनियर, जूनियर और युवा आयु वर्ग में हुआ।यह भारतीय वेटलिफ्टिंग महासंघ द्वारा आयोजित किया गया था और खेल विभाग, युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा समर्थित था।रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) ने सीनियर महिला वर्ग में विजेता टीम ट्रॉफी जीती, जबकि महाराष्ट्र ने जूनियर महिला और युवा लड़कियों की श्रेणी में विजेता टीम की ट्रॉफी जीती। टूर्नामैंट में वेटलिफ्टिंग की भागीदारी देखी गई जो लक्ष्य ओलंपिक का हिस्सा हैं।पोडियम योजना के साथ-साथ खेलो इंडिया छात्रवृत्ति योजना।

आकांक्षा व्यावरे, भावना, मार्टिना देवी, योगिता खेड़कर और कल्पना यादव ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए।

 अंक के आधार पर टूर्नामैंट में तीन सर्वश्रेष्ठ  वेटलिफ्टिंग निम्नलिखित थे: कोमल जौहर (वरिष्ठ महिला), संजू देवी (जूनियर महिला) और आकांक्षा व्यवहारारे (युवा लड़कियां)। भारत सरकार द्वारा समर्थन की कुल राशि  सभी संस्करणों में खेलो इंडिया लीग का संचालन 1.88 करोड़ रुपए है,

 सभी आयु समूहों में 10 भार श्रेणियों में शीर्ष 8 रैंक वाले वेटलिफ्टिंग को कुल 48.3 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।एनआर बनाए गए:

 युवा: 40 किग्रा – आकांक्षा व्यवहारे (स्नैच: 60 किग्रा, सी एंड जे: 71 किग्रा, कुल: 131 किग्रा);  64 किग्रा – भावना (स्नैच: 88 किग्रा, सी एंड जे: 113 किग्रा, कुल: 201 किग्रा);  +81 किग्रा – मार्टिना देवी (स्नैच: 83 किग्रा, कुल: 191 किग्रा);  जूनियर: 64 किग्रा – भावना (स्नैच: 88 किग्रा, सी एंड जे: 113 किग्रा, कुल: 201 किग्रा);  81 किग्रा – कल्पना यादव (स्नैच: 90 किग्रा, कुल: 201 किग्रा);  87 किग्रा – योगिता खेड़कर (स्नैच: 78 किग्रा, सी एंड जे: 105 किग्रा, कुल: 183 किग्रा);  +87 किग्रा – मार्टिना देवी (कुल: 191 किग्रा)

पक्के न होने से खफा हाॅरट्रोन आईटी प्रोफेशनल, पंचायती राज और आदमपुर में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में दिखाएंगे नाराजगी

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –  02 नवंबर :

            हारट्रोन आईटी प्रोफेशनल ने अबकी बार हरियाणा में पंचायती राज चुनाव और आदमपुर में होने वाले विधानसभा उप चुनाव में नाराजगी जताने का फैसला किया है। उनका कहना है कि पक्की नौकरी ना होने के कारण उनका वेतन आज भी कम है जिस कारण उन्हें बहुत ज्यादा आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है।

            आईटी प्रोफेशनल रजनी शर्मा व नरेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2019 के चुनाव में कहा था कि सभी कच्चे कर्मचारियों को समान वेतन मिलेगा जबकि आज तक आईटी प्रोफेशनल इससे वंचित हैं। इसी के साथ उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला ने सत्ता में आने से पहले 2018 में कहा था कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे, परंतु वह भी अपना वायदा भूल गए। 

            उन्होंने बताया कि हरियाणा में पक्की नौकरी न होने के कारण हाॅरट्रोन आईटी प्रोफेशनल के आधार पर एक डाटा एंट्री ऑपरेटर का वेतन बहुत ही कम है। उन्हें न्यूनतम वेतन से भी कम वेतन मिलता है और इसीलिए 10 साल से सेवाएं दे रहे डाटा एंट्री ऑपरेटर को उतना वेतन नहीं मिल पा रहा जितना कि उचित माध्यम से मिलना चाहिए। इस कारण सभी आईटी प्रोफेशनल ने सरकार से आगामी चुनाव में नाराजगी जताने का फैसला किया है। 

बुकचोर का ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ 4 नवंबर से

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ –  02 नवंबर :

            किताबों के ऑनलाइन बुक स्टोर- बुकचोर द्वारा ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ का आयोजन किया जा रहा है, जो किताबों की एक अनूठी सेल ईवेंट है जहां अलग-अलग पुस्तकों के लिए भुगतान नहीं करना पड़ता है; इसके बजाय, एक बॉक्स के लिए भुगतान करना होता है और जितनी किताबें बॉक्स में फिट हो सकती हैं, उतनी किताबें घर लाई जा सकती हैं। 

            लाजपत राय भवन, मध्य मार्ग, पेट्रोल पंप के पास, सेक्टर 15बी, चंडीगढ़ में 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 तक चलने वाले इस आयोजन में बच्चों के लिए किताबें, फिक्शन, नॉन-फिक्शन, क्राइम, रोमांस, रोमांच, विज्ञान कथा जैसी शैलियों में से चुनने के लिए 10 लाख से अधिक किताबें होंगी।

            किताबें तीन तरह के बॉक्स में मिलेंगी, जिनके नाम ग्रीक पौराणिक कथा नायकों पर रखे गए हैं। अलग-अलग आकार के ये बॉक्स रहेंगे – ओडीसियस बॉक्स, पर्सियस बॉक्स, और हरक्यूलिस बॉक्स। पाठक बॉक्स में अपनी पसंद की अधिक से अधिक पुस्तकें रख सकते हैं। 

            बुकचोर के संस्थापक विद्युत शर्मा ने कहा, “चंडीगढ़ में ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ की मेजबानी करके हम रोमांचित हैं। हमें बंगलौर, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे, इंदौर जैसे अन्य शहरों में जबरदस्त रेस्पोंस मिला है और हम चंडीगढ़ में भी इसी तरह की प्रतिक्रिया प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं। हम प्रतिदिन पुस्तकों की सप्लाई जारी रखेंगे ताकि पाठकों को बाजार में उपलब्ध सर्वोत्तम किताबें मिल सकें।”

            बुकचोर डॉट कॉम 6 साल पुराना एक स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना युवाओं को कम कीमत पर किताबें उपलब्ध कराने के लिए की गई है। लॉक द बॉक्स की शुरुआत 2018 में दिल्ली में हुई थी और चंडीगढ़ में यह इसका तीसरा संस्करण होगा।

तेल व तिलहन के  भंडारण सीमा आदेश में प्रमुख संशोधन तत्काल प्रभाव से भंडारण सीमा आदेश से छूट 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो,2 नवम्बर  :

            भारत सरकार ने देश में खाद्य तेलों की घरेलू कीमतों को कम और स्थिर बनाये रखने के सतत प्रयास में एक ऐतिहासिक आदेश जारी किया था। लाइसेंसिंग आवश्यकताओं, भंडारण सीमा तथा आवाजाही प्रतिबंधों को हटाने के माध्यम से तेल एवं तिलहन पर स्टॉक सीमा लगाने के लिए यह आदेश लाया गया है। निर्दिष्ट खाद्य पदार्थ (संशोधन) आदेश  8 अक्तूबर 2021 से प्रभावी था। इस आदेश के तहत संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा तेल एवं तिलहन के उपलब्ध स्टॉक और संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के खपत पैटर्न के आधार पर इन्हें भंडारण सीमा तय करने के लिए छोड़ दिया गया था। इसके बाद, सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए खाद्य तेलों तथा तिलहनों पर स्टॉक सीमा मात्रा समान रूप से निर्धारित की गई थी और इस आदेश को 3 फरवरी, 2022 के आर्डर द्वारा 30 जून, 2022 तक बढ़ा दिया गया था।

            भंडारण सीमा आदेश देश में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह के बाजारों में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों के कारण लगाया गया था। इसकी उच्च अस्थिरता उस समय जमाखोरी, मुनाफाखोरी और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही थी। सरकार द्वारा समय रहते हस्तक्षेप करने से आसमान छूती कीमतों में भारी गिरावट आई थी और जमाखोरी, विशेषकर सोयाबीन के बीजों पर नियंत्रण रखने में बड़ी सहायता मिली थी।इस तथ्य का उल्लेख किया जा सकता है कि थोक विक्रेताओं और विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं के लिए स्टॉक की लिमिट वर्ष 2008 में लगाए गए भंडारण के दायरे में निर्दिष्ट सीमा पर आधारित थी और मात्रा सीमित रखने का यह एक समझदारी भरा निर्णय था। इसके अलावा, उस समय विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेता मौजूद नहीं थे या वर्तमान की तुलना में उनकी कोई बड़ी भूमिका भी नहीं थी।इस समय प्रमुख खाद्य तेलों की कीमत की स्थिति में अब धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ घरेलू उपलब्धता के लिए भी खाद्य तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है, इसके लिए खाद्य विभाग द्वारा स्टॉक सीमा आदेश की समीक्षा की गई थी। विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं और थोक व्यापारियों को स्टॉक नियंत्रण आदेश से छूट देने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी क्योंकि इस तरह की खबरें आ रही थीं कि नियंत्रण आदेश के कारण थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा दुकानों को उनकी बिक्री में समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इसकी प्रमुख वजह यह थी कि उनके लिए निर्दिष्ट सीमा बहुत कम थी और शहर की सीमा में उनके शेल्फ स्टॉक को प्रतिदिन के आधार पर बदलना संभव नहीं है।

            इसलिए, सरकार ने आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक निर्बाध बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को थोक विक्रेताओं तथा विस्तृत श्रृंखला खुदरा विक्रेताओं की श्रेणी को वर्तमान स्टॉक सीमा आदेश से छूट देने के लिए अधिसूचना जारी की है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।थोक विक्रेताओं व बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं को भंडारण सीमा आदेश से हटाने से उन्हें खाद्य तेलों की विभिन्न किस्मों और ब्रांडों को रखने की अनुमति मिल जाएगी, जिन्हें वे वर्तमान में स्टॉक नियंत्रण आदेश के कारण रखने में असमर्थ हैं।अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में पर्याप्त आपूर्ति बहाल होने तथा खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार गिरावट को देखते हुए,यह थोक विक्रेताओं एवं थोक उपभोक्ताओं (बड़ी श्रृंखला खुदरा दुकानों) को स्टॉक सीमा नियंत्रण आदेश से छूट देने का‌ एक उपयुक्त समय था। इस आदेश के प्रभाव से तिलहन की कीमतों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि इससे तिलहन की खरीद को बढ़ावा मिलेगा,जिससे घरेलू तिलहन उगाने वाले किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

आई.ए.एस.संजीव चोपड़ा ने केंद्रीय खाद्य सचिव का कार्यभार संभाला 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो,2 नवम्बर  :

            उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि संजीव चोपड़ा ने उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप  में पदभार ग्रहण किया है। वह 1990 बैच के ओडिशा कैडर के आई.ए.एस. हैं।संजीव चोपड़ा ने एफ.एम.एस., दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम ऑनर्स और एम.बी.ए. किया है।  इसके बाद उन्होंने एल.एल.बी.किया।  उत्कल विश्वविद्यालय भुवनेश्वर से और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से एम.एस.सी. किया ।

            उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बारीपदा (ओडिशा) में एक उप कलेक्टर के रूप में की थी। उन्होंने 1995 से 1997 तक कोरापुट, ओडिशा में जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। 1999-2000 के दौरान तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग में निदेशक / उप सचिव के रूप में कार्य किया। वर्ष 2000-2004 के दौरान प्रबंध निदेशक की क्षमता में राज्य सहकारी बैंकों को संभाला।

            2007-2014 से उन्होंने लबसाना, मसूरी में वरिष्ठ उप निदेशक/जेटी के रूप में कार्य किया। वर्ष 2015 से अक्तूबर 2022 तक उन्होंने ओडिशा सरकार के तहत औद्योगिक संवर्धन और निवेश निगम लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। संजीव चोपड़ा ने उद्योग, सामान्य प्रशासन, कृषि और गृह जैसे विभागों में सरकार के सचिव के रूप में भी काम किया है। उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 और 2021 में डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया पुन: इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

तीन महीने बाद नूरपुर रोड- बैजनाथ पपरोला के बीच 2 जोड़ी ट्रेनें बहाल

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो,2 नवम्बर  :

            उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में काँगड़ा घाटी (नैरो गेज) रेलवे जो पंजाब के पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के जोगिन्दर नगर के बीच रेल संपर्क उपलब्ध कराती है। इस मानसून सत्र में आकस्मिक बाढ़ एवं पुल संख्या 32 के क्षतिग्रस्त होने के कारण इस रेल लाइन पर रेलगाड़ियों का परिचालन लगभग 3 माह से स्थगित है। रेल उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए इस रेलपथ के नूरपुर रोड और बैजनाथ पपरोला रेलवे स्टेशनों के बीच आज बुधवार से पुनः रेल सेवा बहाल कर दी गई हैं। नूरपुर रोड और बैजनाथ पपरोला रेलवे स्टेशनों के बीच 2 जोड़ी रेलगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा।

            रेलगाड़ी संख्या 04699 नूरपुर रोड से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 12 बजे बैजनाथ पपरोला पहुँचेगी तथा दूसरी रेलगाड़ी संख्या 04685 नूरपुर रोड से दोपहर 2:30 बजे चलकर रात्रि 8:20 बजे बैजनाथ पपरोला पहुँचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04700 बैजनाथ पपरोला से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 12 बजे नूरपुर रोड पहुँचेगी तथा दूसरी रेलगाड़ी संख्या 04686 बैजनाथ पपरोला से दोपहर 3:00 बजे चलकर रात्रि 9:25 बजे नूरपुर रोड पहुँचेगी।

            मार्ग में ये रेलगाड़ियाँ तलाडा, बल्ले दा पीर लारथ हाल्ट, भरमार, जवांवाला शहर, हरसर डेहरी, मेघराजपुरा हाल्ट, नगरोटा सुरियां, बरियाल हिमाचल हाल्ट, नंदपुर भटौली, गुलेर, लुंसु हाल्ट, त्रिपाल हाल्ट, ज्वालामुखी रोड, कोपर लहर, काँगड़ा, काँगड़ा मंदिर, समप्लोती, नगरोटा, चमुंडा मार्ग हाल्ट, परोर हाल्ट, सुलह हिमाचल हाल्ट, पालमपुर हिमाचल हाल्ट, पट्टी राजपुरा हाल्ट, पंच रुखी तथा मझेहरा हिमाचल हाल्ट स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।