अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पत्र लिखकर मांगी माफी

कांग्रेस ने दावा किया था कि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कई भाजपा नेताओं ने सोनिया गांधी के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए। विवाद के तूल पकड़ने के बाद चौधरी ने बृहस्पतिवार को सफाई देते हुए कहा था कि ‘‘चूकवश” उनके मुंह से एक शब्द निकल गया, जिसे भाजपा ‘तिल का ताड़’ बना रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर माफी मांगेंगे, लेकिन इन ‘पाखंडियों’ से माफी नहीं मांग सकते। भाजपा ने चौधरी की ‘राष्ट्रपत्नी’ वाली टिप्पणी और कांग्रेस ने सोनिया के साथ लोकसभा में हुए व्यवहार को लेकर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया, जिस कारण शुक्रवार भी सदन की कार्यवाही बाधित हुई।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, नई दिल्ली :

लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर अपने बयान के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने राष्ट्रपति को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहा था। अपनी चिट्ठी में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि उनकी जुबान फिसल गई थी। उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिये भूलवश एक गलत शब्द का इस्तेमाल किया। चौधरी ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह जुबान फिसलने से कारण हुआ। मैं माफी मांगता हूं और आपसे आग्रह करता हूं कि आप इसे स्वीकार करें।’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इसी विषय को लेकर शनिवार को राष्ट्रपति से मुलाकात का समय मांगा है।

चौधरी द्वारा राष्ट्रपति ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर संबोधित किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किये और संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही भी बाधित हुई। भाजपा ने कांग्रेस को ‘आदिवासी, महिला और गरीब विरोधी’ करार देते हुए कहा था कि मुख्य विपक्षी दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने दावा किया था कि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कई भाजपा नेताओं ने सोनिया गांधी के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।

वहीं, अधीर रंजन ने इसे लेकर भाजपा को निशाने पर लिया। रंजन ने कहा- मैं इंतजार कर रहा हूं कि भाजपा मुझे आतंकवादी घोषित करे और मुझे यूएपीए के तहत गिरफ्तार कराए। वे आदिवासियों के चैंपियन बनना चाहते हैं, लेकिन छुपाते हैं कि हत्याएं कैसे हो रही हैं। सोनिया गांधी के नेतृत्व में लाए गए कानूनों में बदलाव किया जा रहा है। वे आदिवासियों के खिलाफ काम कर रहे हैं। 

अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी खत लिखा है। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी राष्ट्रपति के नाम के आगे माननीय राष्ट्रपति या मैडम के बिना बार-बार ‘द्रौपदी मुर्मू’ चिल्ला रही थीं। यह भी राष्ट्रपति पद के अपमान के बराबर है। मैं मांग करता हूं कि जिस तरह से वे राष्ट्रपति को संबोधित कर रही थीं, उन्हे हटाया जाए। स्मृति ईरानी ने सोनिया गांधी के साथ बहुत अनुचित व्यवहार किया और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। सोनिया गांधी को मौखिक हमले और शारीरिक धमकी का शिकार होना पड़ा। सत्ताधारी दल ने सदन में उनके लिए शत्रुतापूर्ण माहौल बना दिया। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि चूंकि सोनिया गांधी का इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं था, इसलिए उनके नाम का उल्लेख करने वाले पूरे प्रकरण को भी हटा दिया जाए।

बुधवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ का विरोध कर रहे थे और धरना दे रहे थे। बुधवार को धरने के दौरान ही अधीर रंजन चौधरी ने एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया था। उनके बयान पर भारी विवाद हुआ और संसद में खूब हंगामा मचा। गुरुवार को मॉनसून सत्र में कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा हुआ। अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए इस्तेमाल किए गए गलत शब्द को लेकर भाजपा नेताओं ने जमकर हंगामा किया। सत्ता पक्ष के सांसदों ने अधीर रंजन से माफी मांगने की मांग की। भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने सोनिया गांधी का नाम घसीटा और उनसे भी माफी मांगने की मांग की। काफी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी थी। 

मामला तूल पकड़ता देख अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘मैं राष्ट्रपति का अपमान करने के बारे में सोच भी नहीं सकता। यह सिर्फ एक गलती थी। अगर राष्ट्रपति को बुरा लगा तो मैं व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलूंगा और माफी मांगूंगा। वे चाहें तो मुझे फांसी दे सकते हैं। मैं सजा भुगतने को तैयार हूं लेकिन उन्हें (सोनिया गांधी) इसमें क्यों घसीटा जा रहा है? चौधरी के अनुसार, भाजपा के पास कांग्रेस के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए वह कांग्रेस के खिलाफ मसाला ढूंढ़ रही है। चौधरी ने कहा कि मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। देश की सर्वोच्च कुर्सी को नीचा दिखाने का मेरा कतई इरादा नहीं है।

अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को स्पीकर ओम बिड़ला से आग्रह किया था कि वह उन्हें सदन में स्पष्टीकरण देने का अवसर दें। इस बारे में उन्होंने स्पीकर को पत्र लिखा था। चौधरी उन पर लगे आरोप को लेकर अपना पक्ष रखना चाहते थे। 

सफाई व्यवस्था में फर्जी हाजिरी, सफाई पर पार्षद व लोग जागें

करणीदानसिंह राजपूत,  डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़  –  29 जुलाई  :

नगरपालिकाओं की सफाई व्यवस्था पर आवाजें उठती रही है और गंदगी कचरे के ढेरों की तस्वीरें छपती रही हैं।सोशल मीडिया पर सवाल उठते रहे हैं। 

अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी  दो चार बार वार्डों का निरीक्षण करते हैं और अस्थायी सी सस्पेंशन की कार्यवाही करके एवं निर्देश देकर ठंडे है जाते हैं। निरीक्षण और कार्यवाही कुछ दिन बाद हवा हो जाते हैं।

सफाई कर्मचारी कई बार तो पांच सात दिन नहीं आते और जमादार भी नहीं आए तब किसको कहा जाए? वार्ड पार्षद को कहा जाता है तो कोई ठोस जवाब नहीं मिलता बल्कि वह भी निराशा वाला जवाब देता है।

स्थानीय निकाय के निदेशालय जयपुर से स्पष्ट आदेश है कि सफाई कर्मचारी की हाजिरी वहीं लगेगी जहां उसकी फील्ड में ड्युटी होगी। यदि ऐसा नहीं होगा तो वेतन नहीं मिलेगा। एकदम स्पष्ट आदेश है। लेकिन इनका पालन भ्रष्टाचार और अनियमितता की भेंट चढा दिया जाता है।

कुछ सफाईकर्मी की हाजिरी तो फील्ड में लगती है और वे सुबह नगरपालिका कार्यालय खुलने के समय भीतर आते हैं और शाम को कार्यालय बंद होने पर बाहर निकलते हैं। नगरपालिका कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे इसके गवाह होंगे। वैसे यह अन्य कई प्रकार से भी प्रमाणित हो सकता है। जब एक सफाई कर्मचारी सुबह से शाम तक नगरपालिका कार्यालय में रहता है और सदा रहता है तो यह तो स्पष्ट है कि सरकारी आदेश के अनुसार वह फील्ड में ड्युटी पर हाजिर नहीं है। उसकी हाजिरी फर्जी लगाई जा रही है और वेतन भी गलत दिया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी किनकी है जो बिना काम के वेतन देते हैं। 

हाजिरी प्रमाणित करने वाला फील्ड में हाजिर दिखाने वाला सफाईनिरीक्षक और जमादार। इसके अलावा अधिशासी अधिकारी जो सरकार के आदेशों का पालन नहीं कर रहा। अधिशासी अधिकारी को मालुम होता है कि सफाई कर्मचारी सुबह से शाम तक और सदा नगरपालिका कार्यालय में मौजूद है। अधिशासी अधिकारी उसे कार्यालय में मौजूद क्यों रख रहा है? अधिशासी अधिकारी को यह मालुम है कि फील्ड में कार्यस्थल पर हाजिरी फर्जी लग रही है तो वेतन दिए जाने के लिए हाजिरी के दस्तावेज फर्जी तैयार होते हैं। इस फर्जकारी का जिम्मेदार और सरकारी कोष को नुकसान पहुंचाने वाले सभी दोषी होते हैं। अधिशासी अधिकारी सफाई निरीक्षक जमादार तीन तो स्पष्ट रूप में दोषी। 

अब एक और सवाल कि कर्मचारी की जगह दूसरा व्यक्ति काम करे। सफाई कर्मचारी अपने परिवार के सदस्य को भेजे जिसको जानकारी नहीं और वह कुछ देर बाद लौट जाए। सफाई कर्मचारी अपने वेतन में से आधे या और कम पर किसी को लगाए। वह भी कुछ समय फील्ड में रहे और लौट जाए। मतलब वहां सफाई नहीं हो रही। अधिशासी अधिकारी के समक्ष यह बातें रखी जाती है तो वह टालमटोल करते हैं।

इसका एक हल है कि सख्ती से कार्यवाही हो। उसकी बड़ी जिम्मेदारी स्वास्थ्य निरीक्षक की है कि वह फर्जी हाजिरी नहीं लगाए। फील्ड में ड्युटी पर हो उसी की हाजिरी लगाए।  नगरपालिका में नियुक्त कर्मचारी ही ड्युटी पर काम करे। असली कर्मचारी के अलावा किसी अन्य को काम पर नहीं लगाए।

जमादारों के पास एक डायरी हो जिसमें वे अपने प्रतिदिन का निरीक्षण लिखें। 

* गलियों व सड़कों पर कचरा फेंकने वालों पर,गोबर सड़कों के किनारे ढेर लगाने वालों पर कार्यवाही लिखित में हो और जुर्माने का प्रावधान हो।

* नालों पर अतिक्रमण व पक्के निर्माण से दुकानदारी,घरों के आगे नालों पर सड़कों के ऊपर तक बनाए रैंप से सफाई नहीं होती। स्वास्थ्य निरीक्षक एक एक सड़क और गली,बाजार की रिपोर्ट सफाई कर्मचारी व जमादार से तैयार करवाए और वह हर गली सड़क बाजार की अलग अलग फाईनल करके कार्यवाही के लिए अधिशासी अधिकारी को दे। अधिशासी अधिकारी इस पर कार्यवाही नहीं करेगा तो वह किसी भी प्रकार के नुकसान और दुर्घटना का पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। 

* इतना होने पर ही शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार हो सकता है।

**पार्षदों और शहर की संस्थाओं और जागरूक लोगों को नगरपालिका प्रशासन को यह सब या और भी अपनी ओर से लिखित में देना चाहिए और तुरंत देना चाहिए।

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में निहार ठाकरे

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में निहार ठाकरे राजनीति में उतरने जा रहे हैं। इसलिए, ठाकरे परिवार से एक और व्यक्ति महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में प्रवेश करेगा। इसलिए देखना होगा कि आने वाले समय में महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण कितने बदलेंगे। निहार ठाकरे बिंदुमाधव ठाकरे की लंबी उम्र हैं। आज उनकी मुलाकात एकनाथ शिंदे से हुई। इस मौके पर शिंदे समूह की भारतीय कामगार सेना की पदाधिकारी किरण पावस्कर भी उनके साथ मौजूद थीं। शिंदे गुट में निहार ठाकरे के प्रवेश से एकनाथ शिंदे की बगावत और भी तेज हो सकती है। निहार ठाकरे भाजपा नेता हर्षवर्धन पाटिल के दामाद हैं। कुछ महीने पहले निहार ठाकरे और अंकिता पाटिल की शादी हुई थी। उसके बाद निहार ठाकरे राजनीति में किस्मत आजमाने जा रहे हैं।

uddhav thackeray nephew nihar-thackeray joins Eknath Shinde camp - उद्धव  ठाकरे की 'सेना' में बड़ी सेंध, भतीजे निहार की एकनाथ शिंदे कैंप में एंट्री

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ मुंबई :

शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के भतीजे और दिवंगत बिंदुमाधव ठाकरे के बेटे निहार ठाकरे ने शुक्रवार को शिवसेना के बागी नेता से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।  शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के पोते निहार मुंबई में वकील के तौर पर काम करते हैं। उनके पिता बिंदुमाधव की 1996 में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

पिछले महीने, एकनाथ शिंदे तथा शिवसेना के 39 अन्य विधायक और 10 निर्दलीय विधायकों ने ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर दिया था जिससे महाराष्ट्र की शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस के गठबंधन वाली महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी जिसका नेतृत्व उद्धव कर रहे थे। बाद में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने 30 जून को क्रमश: मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए एकनाथ शिंदे की बगावत रोज नए संकट खड़े कर रहा है। पहले एकनाथ शिंदे ने 40 शिवसेना विधायकों को अपने पाले में किया और उद्धव ठाकरे से सीएम पद छीन कर ले गए। अब ठाकरे परिवार में ही रार सामने आई है। जानकारी के अनुसार, उद्धव ठाकरे के भतीजे निहार ठाकरे ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि एकनाथ शिंदे ने निहार से मुलाकात के दौरान कहा कि उन्हें भी राजनीति में उतरना चाहिए। इस पर निहार ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही राजनीति में उतरने की बात कही।

निहार ठाकरे के पिता बिंदुमाधव ठाकरे थे, जिनकी 1996 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। बिन्दुमाधव बाला साहेब ठाकरे के तीन बेटों में सबसे बड़े थे। अन्य दो में उद्धव ठाकरे और जयदेव ठाकरे हैं। राजनीतिक रूप से देखा जाए तो निहार ठाकरे के पिता बिन्दुमाधव राजनीति में सक्रिय नहीं थे। वे एक फिल्म निर्माता रहे हैं। अब एकनाथ शिंदे का बाला साहेब ठाकरे के पोते से मुलाकात करना और अपने पाले में शामिल करना महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल का संकेत दे रहा है।

बता दें कि एक तरफ एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे की शिवसेना को लगातार झटके दे रहे हैं। दूसरी ओर उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे एकनाथ शिंदे पर लगातार हमला बोल रहे हैं। अपनी निष्ठा यात्रा के दौरान आदित्य ठाकरे दावा कर चुके हैं कि एकनाथ शिंदे की सरकार ज्यादा देर नहीं चलेगी। जल्द ही महाराष्ट्र की जनता को मध्यावति चुनाव देखने होंगे।

दृष्टिबाधितों के लिए रोटरी यूथ लीडरशिप कैंप का आयोजन

  • रोटरी क्लब चंडीगढ़ ने इंस्टिट्यूट  फॉर ब्लाइंड के छात्रों के लिए रोटरी यूथ लीडरशिप कैंप का आयोजन किया,

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 29 जुलाई :

रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव, स्वामी अनुपमानंद

रोटरी क्लब चंडीगढ़ ने नेत्रहीनों के लिए इंस्टीट्यूट फॉर द ब्लाइंड, सेक्टर 26, चंडीगढ़ में युवा नेतृत्व कार्यशाला का आयोजन किया।  
क्लब के अध्यक्ष विनोद कपूर ने बताया कि रोटरी क्लब इस इंस्टिट्यूट में रायला तीसरी बार कर रहा है ताकि इन बच्चों को भी जीवन में आगे बढ़ने का बराबर का मौका मिल सके.

रोटरी यूथ लीडरशिप अवार्ड (रायला), कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए,  स्थानीय रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव, स्वामी अनुपमानंद ने ‘लाइट इनसाइड’ के बारे में बात की और कहा कि दृष्टिबाधित लोग दोगुना धन्य हैं क्योंकि उनके पास अपने परिवेश के बारे में जानने की बहुत अधिक भावना है और वह अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण हैं।  

स्वामी जी ने छात्रों को सच्चा और ईमानदार रहने के लिए सलाह दी जो अकेले ही जीवन में विश्वसनीयता प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

हम सभी बौद्धिक रूप से चुनौतीपूर्ण हैं और हमें अपनी आंतरिक क्षमता को खोजने के लिए अपनी आंखें बंद करके अपने आंतरिक अस्तित्व से जुड़ने की आवश्यकता  है।
उन्होंने कहा कि अपने भीतर के आंतरिक प्रकाश को सक्रिय रखना होता ताकि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन से अपने आसपास के जीवन में सुधार ला सके जो कि हम सब के जीवन का लक्ष्ये है.

प्रेरक वक्ता, लेखक और पूर्व आईएएस, विवेक अत्रे ने ‘रचनात्मक सोच का उपयोग कर के अपने और दूसरों के जीवन को उत्कृष्ट बना सकते हैं।
हम जो कुछ भी करते हैं उसमें हर कोई रचनात्मक हो सकता है ताकि हमारे व्यक्तित्व निखरे और हर समस्या का समाधान खोजा जा सके।

डीपीएससी चंडीगढ़ की प्रिंसिपल रीमा दीवान व् कॉर्पोरेट ट्रेनर मंजुला सुलारिया ने बच्चों को अपने संचार और पारस्परिक कौशल को बढ़ाने के तरीके सिखाए  और जीवन में किसी भी समस्या को हल करने के लिए एक उद्यमी मानसिकता विकसित करने के लिए एक इंटरैक्टिव कार्यशाला आयोजित की।

संस्थान के प्राचार्य जे.एस. जयरा ने सर्वश्रेष्ठ होने के लिए अपने दृष्टिकोण और दृष्टिकोण को बदलने के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि मानव के पास हर चुनौती को अवसर में बदलने की बेहतर मानसिक क्षमता है।

इससे पूर्व रोटरी क्लब के अध्यक्ष विनोद कपूर ने संस्थान को आवश्यक स्टेशनरी के विभिन्न सामान सौंपे और असिस्टेंट गवर्नर अमृत पाल सिंह धीमान, जो RYLA के जिला 3080 अध्यक्ष ने इस वर्कशॉप के रोटरी के उद्देश्यों का  उल्लेख किया.

कार्यशाला में भाग लेने वाले रोटेरियनस  में शामिल थे  पी डी जी मधुकर मल्होत्रा, पूर्व अध्यक्ष विजय वधावन, चरणजीत सिंह, मन मोहन सिंह कोहली, क्लब सचिव टीना अविंदर विर्क; कर्नल आलोक बत्रा इत्यादि. 

नेहरू युवा केंद्र चंडीगढ़ की ओर से चंडीगढ़ के युवाओं को एकजुट होकर  आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ने का आह्वान

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 29 जुलाई :

डिस्ट्रिक्ट यूथ ऑफिसर नेहरू युवा केंद्र चंडीगढ़ ने  संबंधित सभी यूथ क्लब के ध्यानार्थ   जनाकारी देते हुए बताया है कि  आजादी के अमृत महोत्सव के तहत चल रहे सेलिब्रेशन में चंडीगढ़ के सभी यूथ क्लब को आह्वान किया है कि नए यूथ क्लब बनाए जाएं और अगर कोई यूथ क्लब कुछ समय से एक्टिव नहीं हैं तो उनकी मेंबरशिप को दोबारा से खोला जाए और यूथ क्लब को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लाया जाए व डिस्ट्रिक्ट लेवल पर यूथ क्लब का एक डाटाबेस तैयार किया जाए । इस के साथ  स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को  सम्मानित किया जाएगा ।  वातावरण की शुद्धि के लिए पौधे लगाने  व हर घर तिरंगा को भी जन जन तक पहुंचाने का आग्रह किया है

Police Inaction Against the Accused of Suicide

  • Demand to arrest the culprits who compelled suicide

Demokreatic Front Correspondent, Chandigarh – 29 July :

Satwinder Singh, a resident of Mauli Jangra, Chandigarh, has appealed for the immediate arrest of those who forced his father Pal Singh to commit suicide. He said in a press conference here today that even after three months of lodging the FIR, the accused are roaming free and threatening the family of the deceased.

Satwinder Singh said that his father Pal Singh had given all the money received after retirement to his brother Jeet Singh.After getting the money, Jeet Singh bought an Indica car for his son Avtar Singh Tiger. Six months ago, when Pal Singh asked for money to get the household work done, the brother not only refused to pay, but also made many false allegations.

He said that when his father went missing from the house on May 4, 2022, his family members lodged a missing complaint the next day. Later, on May 11, his body was recovered from the canal near Rajpura. He had committed suicide by jumping into the canal between Fatehgarh Sahib and Sirhind. At the same time, a suicide note was found in Latheri from his Activa scooter, in which he had written that both the brothers (Jeet Singh and Ratan Singh) harassed him a lot and made him work as a laborer. On top of that, they also accused him of selling ‘tudi’ by theft.

Satwinder has lodged a police report against Jeet Singh, Ratan Singh, Avtar Singh, and Navdeep Singh at Mauli Jagran Police Station, but even after three months, the accused were roaming freely. Their anticipatory bail application has been rejected by the lower court, yet they have not been arrested. He has requested the Chandigarh Police to arrest the accused immediately.

लड़कियां आत्मनिर्भर बनेंगी तो समाज को मिलेगी नई दिशा : मलिक

  • प्रयोग फाउंडेशन, इन्नरव्हील क्लब तथा नवचेतना ने किया तीज उत्सव का आयोजन
  • जसबीर ने ब्यूटी पार्लर तो आंचल ने मेहंदी प्रतियोगिता में हासिल किया प्रथम स्थान

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला :

जसबीर ने ब्यूटी पार्लर तो आंचल ने मेहंदी प्रतियोगिता में हासिल किया प्रथम स्थान

लड़कियां अगर आत्मनिर्भर बनेंगी तो समाज को नई दिशा प्रदान करने में सक्षम होंगी। सामाजिक संगठनों को चाहिए कि वह अपनी सेवाओं तथा योजनाओं का विस्तार करें और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अपना योगदान दें। उक्त विचार फीजियोथैरपी कौंसिल हरियाणा की रजिस्ट्रार डॉ.रजनी बत्तरा मलिक ने शुक्रवार को पंचकूला के सैक्टर-16 स्थित आशियाना चिल्ड्रन होम्स में प्रयोग फाउंडेशन, इन्नरव्हील क्लब तथा आशी नवचेतना ग्रुप द्वारा आयोजित तीज उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि महिलाएं जब आत्मनिर्भर होंगी तो एक सशक्त समाज का निर्माण करेंगी। मुख्य अतिथि ने छह माह का कोर्स पूरा करने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर नवचेतना प्रबंधक रेखा के नेतृत्व में छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमें ब्यूटी पार्लर प्रतियोगिता में जसबीर ने प्रथम, शिल्पा व आंचल ने द्वितीय तथा राखी ने तृतीय स्थान हासिल किया।मेहंदी प्रतियोगिता में आंचल ने प्रथम स्थान, सुलेखा ने द्वितीय स्थान हासिल किया। मुस्लिम दुल्हन सजाने की प्रतियोगिता में शिल्पा ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसी प्रकार पार्टी मेकअप में मनजीत ने प्रथम, पूनम ने द्वितीय स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम के दौरान आशी हरियाणा की अध्यक्ष डॉ.विभा तलूजा, उपाध्यक्ष अरूण अग्रवाल,उपाध्यक्ष प्रो.किया धर्मवीर, महासचिव डॉ.सीमा गुप्ता तथा नवचेतना की प्रभारी भूपिंदर कौर ग्रेवाल, संस्था द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी।
आशी हरियाणा से शिवांगी बंसल, प्रयोग फाउंडेशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा,जिला अंबाला की अध्यक्ष एडवोकेट रितु सिंह मान, साहित्यकार सीमा गुप्ता, महासचिव नवनीत शर्मा, इन्नरव्हील क्लब की अध्यक्ष अनु गर्ग, डॉ.अंजलि अग्रवाल समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

जब देश के 44 करोड़ हाथों के पास काम ही नहीं है तो देश आगे कैसे बढ़ेगा – दीपेंद्र हुड्डा

  •          कहां गया हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वायदा – दीपेन्द्र हुड्डा
  •          संसद में सरकार ने माना भाजपा सरकार बनने के बाद नौकरियों के लिये आये 22 करोड़ आवेदन, नौकरी मिली सिर्फ 7 लाख को जो आवेदकों का 1 प्रतिशत भी नहीं – दीपेन्द्र हुड्डा
  •          भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हुई – दीपेंद्र हुड्डा
  •          दीपेन्द्र हुड्डा ने अग्निपथ योजना पर चर्चा की मांग कर आज फिर संसद में काम रोको प्रस्ताव दिया, सभापति ने किया अस्वीकार 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, संवाददाता, चंडीगढ़, 29 जुलाई :

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमन्त्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। सरकार ने संसद में माना कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद 8 वर्षों में 22 करोड़ लोगों ने विभिन्न पदों के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनमें से करीब 7 लाख को ही नौकरी मिली, जो कुल आवेदकों का 1 प्रतिशत भी नहीं है। सांसद दीपेन्द्र ने तंज़ कसा कि कहाँ गया हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वायदा। उन्होंने कहा कि सरकार के आंकड़ों से स्पष्ट है कि हर साल 1 लाख लोगों को भी नौकरी नहीं मिल पाई, जबकि वायदा हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का था। उन्होंने कहा कि 22 करोड़ प्रार्थना पत्रों का मतलब है कि हिन्दुस्तान में 44 करोड़ हाथों के पास काम नहीं है। अगर देश के 44 करोड़ हाथों के पास काम ही नहीं है तो देश आगे कैसे बढ़ेगा!

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि देश में बेरोज़गारी के हालात विस्फोटक हैं। लेकिन सरकार बेरोज़गारी जैसे अतिमहत्त्वपूर्ण विषय पर चर्चा तक कराने को तैयार नहीं है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बिना चर्चा और विचार-विमर्श के सरकार ने अग्निपथ योजना लागू कर दी, अब सरकार संसद में इस पर चर्चा की मांग भी नहीं मान रही है। उन्होंने आज फिर राज्य सभा में नियम 267 के तहत कार्य-स्थगन प्रस्ताव दिया था, जिसे सभापति ने अस्वीकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से पूरे देश के युवाओं में अपने भविष्य को लेकर भ्रम और चिंता की स्थिति है और उनमें काफी रोष है। अग्निपथ योजना न देशहित में है, न देश सुरक्षा के, न ही युवाओं के भविष्य के हित में है। उन्होंने मांग करी कि अग्निपथ योजना तुरंत रद्द कर सरकार देश के युवाओं से माफ़ी माँगे और और सेना में खाली पड़े अधिकारी व गैर-अधिकारी वर्ग के करीब 2 लाख पदों पर 3 साल से बंद पड़ी भर्ती को खोले। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि संसद में और संसद के बाहर युवाओं के हक और अधिकार के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

Police Files, Panchkula – 29 July, 2022


हर महिला अपनें अधिकारों के प्रति हो जागरूक :- महिला थाना प्रभारी सुनीता रावत

पंचकूला 29 जुलाई :-  

महिला थाना प्रभारी सुनिता रावत

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह, के निर्देशानुसार, आज दिनांक 29 जुलाई को महिला थाना प्रभारी सुनिता रावत द्वारा गाँव बीड घग्घर में तीज त्यौहार पर महिलाओं को जागरुक हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया । जो कार्यक्रम इंडियन प्रोस्थोडॉन्टिक सोसाइटी चण्डीगढ के सहयोग से आयोजित करवाया गया । जिस कार्यक्रम में महिलाओं को उनके अधिकारो व महिला विरुद्व अपराधो बारें जागरुक किया गया । इसके साथ मौजूद सभी महिलाओं को दुर्गा शक्ति एप बारें जागरुक किया गया । और इस एप के माध्यम से कैसें महिला सहायत ले सकती है बारे जागरुक किया गया । इसके साथ ही थाना प्रभारी सुनिता रावत नें जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी महिला को किसी प्रकार की घरेलू या कानून संबधी कोई समस्या है तो तुरन्त महिला थाना पंचकूला में आकर मुझ से बेझिझक मिल सकती है और हम आपकी सेवा औऱ सुरक्षा के लिए ततपर तैयार है इसके साथ ही बताया कि अगर कोई घर पर किसी प्रकार की समस्या होती है तो वह तुरन्त डॉयल 112 पर कॉल करके भी पुलिस की मदद ले सकती है । इसके अलावा महिला हेल्पलाईन नम्बर 1091 पर भी हेल्प ले सकती है ।

इसके साथ ही थाना प्रभारी सुनीता रावत नें बताया पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए हुए है और महिला की सुरक्षा के लिए दुर्गा शक्ति एप भी बनाई गई है जो हर महिला को अपनें अधिकारो के प्रति जागरुक होना चाहिए ।

सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीनें वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई हेतु विशेष  निगरानी

पंचकूला 29 जुलाई :-  

पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह, के निर्देशानुसार, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीनें वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई हेतु विशेष अभियान चलाया गया है जिस अभियान के तहत सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीनों वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जा रही है इस संबध में पुलिस उपायुक्त नें सभी थाना व चौकी प्रभारियो द्वारा पुलिस स्टेशन या पुलिस चौकी स्तर पर टीम गठित की गई है जो टीम खासकर सिविल ड्रैस में होकर निगरानी की जायेगी और निगरानी के दौरान कोई व्यकित सार्वजनिक स्थान पर शराब पीता पाया गया या कोई व्यकित गाडी में या गाडी के बोनट पर शराब रखकर पीता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त एक्सन लिया जायेगा ।

इसके साथ पुलिस उपायुक्त के निर्देशानुसार संबधित चौकी व थाना की राईडर को भी अर्लट किया गया है जो राईडर पीसीआर द्वारा ज्यादा से ज्यादा गस्त पडताल करते हुए अवैध असामाजिक गतिविधियो पर विशेष निगरानी की जायेगी और कोई व्यकित जुआ खेलता , शराब बेचता पाया गया तो उस पर सख्त एक्सन लिया जायेगा ।

इसके अलावा पुलिस उपायुक्त नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि अगर कोई व्यकित आपके ज्ञान में अवैध शराब बेचता हे या किसी प्रकार का नशा बेचता है तो तुरन्त व्टसअप के माध्यम से 708-708-1100 पर सूचना दें और आपका नाम पता गुप्त रखा जायेगा इसके अलावा अगर कोई व्यकित किसी प्रकार से सार्वजनिक स्थान पर शराब पीता , जुआ खेलता या किसी अपराध में शामिल  पाया गया तो उस बारे तुरन्त पुलिस कन्ट्रोल रुम न. 100 और डॉयल 112 पर सूचित करें ।

एटीएम से पैसा निकालते समय किसी अन्जान व्यकित से मदद लेनें से बचें –  डीसीपी पंचकूला

पंचकूला 29 जुलाई :-  

पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह, के निर्देशानुसार पुलिस विभाग द्वारा लोगों को साइबर क्राइम से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत थाना प्रभारियो द्वारा अधिन क्षेत्र में लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है और साइबर अपराधो से बचनें हेतु सावधान रहनें बारें विस्तार से जानकारी दी जा रही है ।

डीसीपी ने कहा कि साइबर अपराधी ठगी करने की नियत से अलग-अलग तरह के तरीके अपनाते रहते हैं । साइबर अपराधी द्वारा किसी व्यक्ति को झांसा देते हुए पैसा प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं । ऐसे में हम जागरूक रहकर ही इस प्रकार की ठगी से बच सकते हैं । उन्होंने बताया कि किसी से जानकारी प्राप्त करने हेतु शातिर ठगों द्वारा तरह-तरह के तरीके अपनाए जाते हैं । साइबर अपराधी विभिन्न तरीकों से पीडि़त व्यक्ति से बैँकिंग लेनदेन से संबंधित गोपनीय जानकारी जैसे एटीएम नंबर, यूपीआई पिन, पासवर्ड इत्यादि हासिल कर लेते हैं । यह गोपनीय जानकारी हासिल कर साइबर ठग द्वारा पीडि़त व्यक्ति के खाते से पैसों की अवैध निकासी कर ली जाती है । डीसीपी ने कहा कि साइबर क्राइम अथवा किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक उपयोगकर्ता इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय फर्जी ऐप्स/लिंक्स के प्रति सतर्क रहे और गोपनीय बैँकिंग जानकारी कभी भी प्रकार से किसी से सांझा ना करें ।

इसके साथ ही डीसीपी नें आमजन से कहा कि अगर किसी व्यकित के साथ कोई साइबर अपराध घटित हो जाता है तो तुरन्त 1930 डॉयल करके शिकायत दर्ज करवाएं और इसके अलावा किसी भी संबधित थाना में जाकर साइबर हेल्प डैस्क की मदद लें ।

इसके अलावा पुलिस उपायुक्त नें बताया कि एटीएंम से पैसा निकलवाते समय किसी अन्जान व्यकित से बिल्कूल भी मदद नें लें । क्योकि कुछ क्रिमनल जो एटीएम के पास मोजूद होते है जब कोई महिला या कोई बुर्जुग आता है तो वह साथ -2 एटीएम में चले जाते है फिर आप उन व्यक्तियो से मदद लेते है तो उस समय वह आपकी मदद करते समय आपका पासवर्ड जानकर आपके एटीएम कार्ड बदल लेते है फिर वह कही अलग-2 स्थानों पर जाकर आपके एटीएम का प्रयोग करके आपके खाते से पैसा निकलवा लेते है ऐसे अगर आपको शक हो तो तुरन्त बैंक में कॉल करके अपना एटीएम बंद करवा दे नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करवाएं ।

डिटेक्टिव स्टाफ नें चेन स्नैचर को किया काबू

  • आरोपी 3 दिन के पुलिस रिमांड  पर

पंचकूला 29 जुलाई :-  

इन्चार्ज डिटेक्टिव स्टाफ सतबीर सिंह व टीम

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, इन्चार्ज डिटेक्टिव स्टाफ सतबीर सिंह व उसकी टीम द्वारा चेन स्नैंचिग के मामलें में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सतनाम सिंह उर्फ तोता पुत्र बच्चन सिह वासी ताजपुरा जिला रुप नगर पजांब उम्र 31 वर्ष के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक पीडिता रजनी वासी आँचल बिहार पिन्जोर नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 17 मई 2022 को जब शाम के अपनें घर के सामनें घूम रही थी उसी समय वहां पर तीन व्यकित मोटरसाईकिल पर सवार होकर आएं और पीछे से गले से सोनें की चेन छिन्नकर ले गये । जिस बारे थाना में दर्ज शिकायत पर धारा 379-ए, भा.द.स. के तहत थाना पिन्जोर में मामला दर्ज किया गया मामलें में आगामी तफतीश डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला कार्रवाई करते हुए उपरोक्त चेन स्नैंचिग की वारदात को अन्जाम देनें वालें मुख्य आरोपी उपरोक्त सतनाम सिंह को कल दिनांक 28 जुलाई को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपी को पेश अदालत 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । इस मामलें में पहले 1 महिला सहित दो आरोपियो को गिरफ्तार किया जा चुका है ।

अफसरो की निगरानी में नशीले पदार्थो को किया भट्टी के हवालें

                 पंचकूला – 29 जुलाई :-      

Ess kay Hygienic

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज दिनांक 29 जुलाई 2022 को  पचंकूला पुलिस की ओर से पकड़े गए नशीले पदार्थों की खेप को नारकोटिक्स डिस्पोजल कमेटी के चेयरमैन डॉ हनीफ कुरैशी भा.पु.से. पुलिस आयुक्त पचंकूला,  सुरेन्द्र पाल सिंह भा.पु.से पुलिस उपायुक्त पचंकूला,  जशनदीप सिंह भा.पु.से. पुलिस अधीक्षक अम्बाला,  राजकुमार ह.पु.से. सहायक पुलिस आयुक्त पचंकूला, की देखरेख में तथा समाज व ग्राम पचांयत के गणमान्य व्यकितियो की उपस्थिति में नष्ट किया गया । जो नशीले पदार्थो को नियमानुसार जाँच उपरान्त गाँव बागवाला पचंकूला की Ess kay Hygienic गांव बागवाला पचंकूला (फैक्टरी) की भट्ठी में डाल कर नष्ट किया गया । जो कुल 16 अभियोगो मे बरामद नशीला पदार्थ जिसमें 57 ग्राम 84 मिली ग्राम हैरोईन, 07 किलो 115 ग्राम गान्जा, 29  किलो 450 ग्राम चुरा पोस्त, 420 ग्राम चरस, 07 किलो 914  ग्राम अफीम तथा 15 इन्जेक्शन, 580 कैप्सुल तथा 25 बोतलो नशीले पदार्थो को नष्ट किया गया । इस अवसह पर पचंकूला पुलिस कमिस्नरेट की से डॉ हनीफ कुरैशी भा.पु.से. पुलिस आयुक्त पचंकूला सदेंश दिया कि नशा समाज का सबसे बडा दुश्मन है और युवा पीढी को नशे से दुर रहकर समाज व देश निर्माण मे लगना होगा ।

इसके साथ पुलिस कमीश्रर नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि पंचकूला पुलिस की तरफ से ड्रग इन्फो लाईन न. 708-708-1100 जारी किया हुआ । जिस नम्बर पर किसी प्रकार की नशे से संबधी सूचना व्टसअप के माध्यम से दें ताकि नशा तस्करो गिरफ्तार करके नशे पर रोकथाम की जा सके । इसके साथ ही सूचना देनें वालें व्यकित का नाम पता गुप्त रखा जायेगा और नशे सबंधी उचित सूचना प्राप्त पर इनाम भी दिया जायेगा ।    

6 राज्यों में सीबीआई से जांच के लिए 221 सहमति अनुरोध लंबित, 30,912 करोड़ रुपये शामिल: डॉ जितेंद्र सिंह

पंजाब सहित 9 राज्यों ने सीबीआई को जांच के लिए अनुमति देने से मना कर दिया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि पंजाब ,पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मिजोरम ,केरल, झारखंड, महाराष्ट्र और मेघालय ने अपने राज्यों में सीबीआई को जांच करने की अनुमति ना देने का निर्णय लिया है। राज्यों में आपराधिक मामलों जांच करने के लिए केंद्र को सीबीआई जांच के लिए संबंधित राज्य से अनुमति लेना अनिवार्य है। आपको बता दें कि इन सभी 9 राज्यों में गैर भाजपा सरकारें हैं। हालांकि यदि जांच आदेश उच्चत्तम या उच्च न्यायालय जारी किए जाते हैं स्थिति में केंद्र राज्यों से अनुमति लेने के लिए बाध्य नहीं है।

फ़ाइल फोटो

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि छह राज्यों द्वारा सहमति ना दिए जाने के कारण केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच की मांग करने वाले 221 अनुरोध लंबित हैं, जिनमें सर्वाधिक 168 अनुरोध महाराष्ट्र से हैं और इनमें सन्निहित राशि 29,000 करोड़ रुपये हैं।राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मत्रालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने दी।उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग करने वाले कुल अनुरोधों में 30, 912,.28 करोड़ रुपये के मामले हैं। इनमें 27 अनुरोध पश्चिम बंगाल से हैं जिनमें 1,193.80 करोड़ रुपये के मामले हैं।

उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग करने वाले कुल अनुरोधों में 30, 912,.28 करोड़ रुपये के मामले हैं। इनमें 27 अनुरोध पश्चिम बंगाल से हैं जिनमें 1,193.80 करोड़ रुपये के मामले हैं, नौ अनुरोध पंजाब से हैं और इनमें 255.32 करोड़ रुपये के मामले हैं।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार सात अनुरोध छत्तीसगढ़ से हैं, जिनमें 80.35 करोड़ रुपये और चार राजस्थान से हैं, जिनमें 12.06 करोड़ रुपये की राशि सन्निहित हैं। सिंह ने बताया कि 30 जून 2022 की स्थिति के अनुसार सबसे अधिक 168 अनुरोध महाराष्ट्र से हैं, जिनमें 29,040.18 करोड़ रुपये की राशि शामिल है।

महाराष्ट्र में भी, इस साल जून तक विपक्षी सरकार थी। अब वहां भाजपा गठबंधन की सरकार है। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में भाजपा सदस्य सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि राज्य सरकार की सहमति के अभाव में सीबीआइ द्वारा जांच के लिए लंबित मामलों की कुल संख्या इस वर्ष 30 जून तक 221 है। इनमें 40 मामले एक वर्ष से अधिक समय से लंबित हैं। 48 मामले ऐसे हैं जो छह महीने से एक वर्ष के बीच की अवधि के हैं। इसके अलावा 133 मामले छह महीने से कम समय से लंबित हैं।

इन मामलों में शामिल कुल राशि 30,912 करोड़ रुपये है।मंत्री द्वारा दिए गए जवाब के अनुसार, महाराष्ट्र में कुल 168 मामले लंबित हैं। इनमें से 39 एक वर्ष से अधिक, 38 छह माह से एक वर्ष और 91 छह माह से कम समय से लंबित हैं। बंगाल में 27 लंबित मामले हैं। इनमें से एक मामला एक वर्ष से लंबित है। एक मामला छह महीने से एक वर्ष के बीच का है जबकि 25 केस छह महीने से कम समय से लंबित हैं।महाराष्ट्र और बंगाल में लंबित मामलों में शामिल राशि क्रमश: 29,040 करोड़ और 1,194 करोड़ रुपये है। पंजाब, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल मिलाकर 26 मामले लंबित हैं, जिनमें कुल राशि 678 करोड़ रुपये है।