राम भक्त कल्याण सिंह नहीं रहे, वह 89 वर्ष के थे

उमा जे राम चरन रज बिगत काम मद क्रोध।
निज प्रभुमय देखहिं जगत् केहि सन करहिं बिरोध॥

आज तुलसीदास कृत ‘मानस’ की वीरांजनेय पवन पुत्र हनुमान की कही पंक्ति याद आ रहीं हैं, “राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहाँ विश्राम।’ कल्‍याण सिंह के पूरे जीवन संघर्ष में राममंदिर आंदोलन की बड़ी भूमिका रही। उनके मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में बाबरी ढांचा विध्‍वंस हुआ। उन्‍हें अपनी मुख्‍यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी। हिन्‍दुत्‍ववादी नेता के तौर पर पहचाने जाने वाले कल्‍याण सिंह अक्‍सर कहते थे कि चाहे कुछ भी हो जाए उन्‍होंने कारसेवकों पर गोली नहीं चलने दी। बाबरी ढांचा विध्‍वंस के बाद पूरी दुनिया में कल्‍याण सिंह को एक कट्टर हिन्‍दुत्‍ववादी नेता के रूप में पहचाना जाने लगा था। यह संयोग ही था कि उनके मुख्‍यमंत्री रहते बाबरी ढांचा विध्‍वंस हुआ और जब राममंदिर निर्माण मार्ग प्रशस्‍त हुआ तो वह दो-दो राज्‍यों के राज्‍यपाल बन चुके थे। राममंदिर निर्माण के रूप में कल्‍याण सिंह ने अपना सपना पूरा होता देखा। और कल वह चिर निद्रा में लीन हो गए। मानों अब ऊना जीवन सार्थक हुआ।

जब इतिहास लिखा जाएगा तो उसमें 15 अगस्त, 26 जनवरी की तरह 5 अगस्त 2020 की तारीख भी अमिट हो जाएगी। इस दिन राम मंदिर के लिए भूमिपूजन हुआ। उसी पन्ने में ये भी लिखा जाएगा कि 6 दिसंबर को ढाँचा चला गया था। ढाँचे के साथ सरकार भी चली गई थी। मेरे जीवन की आकांक्षा थी कि राम मंदिर बने। मंदिर बनते ही मैं बहुत चैन के साथ दुनिया से विदा हो जाऊँगा। – कल्‍याण सिंह

कल्याण सिंह ने अगस्त 2020 में एक टीवी इंटरव्यू में यह बात कही थी। उसी कल्याण सिंह ने जो शनिवार (21 अगस्त 2021) की रात राम में विलीन हो गए। उसी कल्याण सिंह ने जिसने कहा था कि राम मंदिर बनाने की खातिर एक क्या 10 बार सरकार कुर्बान करनी पड़ेगी तो हम तैयार हैं। उसी कल्याण सिंह ने जिसने कहा कि बाबरी विध्वंस को लेकर मन में न कोई पछतावा है, न कोई शोक है, न कोई खेद है और न ही कोई पश्चाताप का भाव है। जिसने बार-बार इसे गर्व का विषय कहा। जिसने बार-बार दोहराया कि कारसेवकों पर गोली नहीं चलाऊँगा।

ऐसे वक्त में जब राष्ट्रीय राजनीति में राष्ट्रवादी विचारधारा का बोलबाला है और उसके पराभव के दूर-दूर तक निशान नहीं दिखते हैं। जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और बात मथुरा-काशी के अपने मंदिरों को वापस लेने की हो रही है, तो संभव है कि कल्याण सिंह का ये अंदाज आपको हैरान न करे। पर याद रखिएगा कि कल्याण सिंह के पहले इसी उत्तर प्रदेश के एक मुख्यमंत्री ने अयोध्या को कारसेवकों के खून से रंग दिया था। उसने सत्ता की सनक में दावा किया था कि अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। वह अपने नाम के आगे ‘मुल्ला’ जुटने से आह्लादित था। तब किसने 6 दिसंबर 1992 की कल्पना की होगी? तब किसने सोचा होगा एक दिन कारसेवक बाबर के बर्बर निशान को दफन कर देंगे? किसने सोचा होगा जब यह सब हो रहा होगा तो एक मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास में धूप सेंक रहा होगा और सूचना मिलने पर गोली चलाने का आदेश देने से स्पष्ट शब्दों में इनकार कर देगा? उसका आदेश होगा- बिना गोली चलवाए परिसर खाली करवाया जाए। किसने सोचा होगा कि कारसेवकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर वह इस्तीफा ले मुख्यमंत्री की कुर्सी को लात मारने निकल जाएगा?

जिस देश में सियासी फायदे के लिए मजहब का इस्तेमाल होता हो। जिस देश में राजनीतिक रसूख हासिल करने के लिए नेता सार्वजनिक जीवन में धर्म को त्याज्य समझते हों। उस देश में धर्म के लिए सत्ता को ठुकराने की ऐसी बानगी शायद ही कोई और मिले। शायद यही कारण है कि हिंदू हृदय सम्राट की छवि कल्याण सिंह के साथ सदा-सदा के लिए अंकित हो गई और जब उन्होंने इस संसार से विदाई ली तो उन्हें लोग इन्हीं संस्मरणों के साथ नमन कर रहे हैं।

पर राम के काज आने वाले कल्याण सिंह एक ‘प्रयोग’ भी थे। ऐसा प्रयोग जो सफल नहीं होता तो शायद बीजेपी आज यहाँ नहीं होती। जो मोदी-शाह वाली भाजपा की ताकत देख रहे हैं और जिन्होंने अटल-आडवाणी वाली भाजपा के बारे में पढ़ा-सुना हो, उन्हें यह अतिशयोक्ति लग सकती है। पर राजनीति का अटल सत्य यही है कि वीपी सिंह ने जिस मंडल से हिंदुओं को खंड-खंड करने की राजनीति शुरू की थी, उसे बीजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले से ही रोका और हिंदुओं को जोड़ा। इसके केंद्र में हिंदुत्व की राजनीति के साथ-साथ ओबीसी चेहरे को आगे बढ़ाना था। इसी प्रयोग की उपज थे कल्याण सिंह। इस प्रयोग ने देश के सबसे बड़े प्रदेश में बीजेपी के लिए सत्ता का दरवाजा खोला। इसी प्रयोग ने बीजेपी को विस्तार दिया। वो मजबूती दी जिसकी वजह से वह आज अपराजेय दिखती है। सबका साथ-सबका विकास उसी प्रयोग से निकला है। वह फॉर्मूला आज भी हिट है और उसके ही सहारे बीजेपी लगातार आगे बढ़ती जा रही है।

कल्याण सिंह ने एक बार कहा था,

संघ और भारतीय जनता पार्टी के संस्कार मेरे रक्त के बूँद-बूँद में समाए हुए हैं। इसलिए मेरी इच्छा है कि जीवन भर भाजपा में रहूँ। जीवन का जब अंत होने को हो तो मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए।

हालाँकि बीच में एक वक्त ऐसा भी आया था जब कल्याण सिंह को बीजेपी छोड़नी पड़ी थी। वे मंच पर मुलायम सिंह यादव तक के साथ भी दिखे। जिस अतरौली से वे 8 बार विधायक बने, वहाँ उनकी बहू की जमानत तक जब्त हो गई। लेकिन, राम मंदिर को लेकर गर्व का भाव उनके जीवन में हमेशा बना रहा। 6 दिसंबर को लेकर कभी कोई गम, कोई पाश्चाताप नहीं दिखा। बाद में वे उसी गर्व के साथ बीजेपी में लौटे भी और भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाने का उनका स्वप्न भी पूरा हुआ।

तो प्रयोग कभी मरते नहीं। वे केवल नई यात्रा पर निकलते हैं। राम काज की शपथ लेने वाले कल्याण सिंह अब राम में विलीन होने की यात्रा पर हैं। जब-जब कोई हिन्दुओं को बाँटने की सियासत करेगा, उसके जवाब में अपने दौर का कल्याण सिंह हिंदुओं को जोड़ने के लिए खड़ा होगा। जब-जब राम की बात होगी, राजनीति और धर्म की बात होगी, तब-तब धर्म के लिए, राम के लिए सत्ता को ठुकरा देने वाले कल्याण सिंह की बात होगी और हर दौर में उनकी प्रेरणा से कल्याण सिंह खड़ा होगा।

त्रेता में यदि हनुमान राम काज के लिए थे तो कलियुग में कल्याण थे। हनुमान ने रावण की लंका का दहन किया तो कल्याण सिंह ने लिबरलों/कट्टरपंथियों/वामपंथियों/तुष्टिकरण की राजनीति की लंका का। राम मनोहर लोहिया ने लिखा है- राम, कृष्ण और शिव भारत की पूर्णता के तीन महान स्वप्न हैं। 

कल्याण ने राम का स्वप्न पूरा किया। अब कृष्ण और शिव के स्वप्नों को पूरा करने की बारी हमारी और आपकी है।

Panchkula Police

पुलिस फाइलें, पंचकूला – 20 अगस्त

पंचकूला पुलिस नें सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें के मामलें दो आरोपियो को किया गिरफ्तार ।

                                           पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पंचकूला पुलिस नें सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाई की जा रही है कल दिनाक 19 अगस्त को पुलिस थाना कालका व पिन्जौर की टीम नें सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें के मामलें में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान प्रकाश चन्द पुत्र भुप सिह वासी रामपुर सियुडी पिन्जौर तथा पवन कुमार पुत्र देशराज वासी गाँव तीसा जिला चम्बा हाल गाँव कुराडी मौहल्ला कालका के रुप में हुई ।  आरोपी प्रकाश चन्द के खिलाफ पुलिस थाना पिन्जौर में व आरोपी पवन कुमार के खिलाफ पुलिस थाना कालका में जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाकर आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपियो के से 2090 जुआ राशी बरामद करके कडी कार्यवाई की गई ।

क्राईम ब्रांच पंचकूला 228000 नशीली गोलियो सहित आरोपी को लिया 5 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर ।

                                           पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकूला इन्चार्ज निरिक्षक अमन कुमार व उसकी टीम नें नशीली दवाईया सप्लाई करनें वालें आरोपी को नशीली दवाईया सहित आरोपी को किया गिरफ्तार । गिरफ्तार कियें गयें आऱोपी की पहचान कृष्ण उर्फ दीपक पुत्र बिज्र लाल वासी गाँव ललूआ जिला बदाँयु उतर  प्रदेश हाल गाँव मढावाला पंचकूला के रुप में हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कल दिनाक 19 अगस्त को क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकूला की टीम गस्त पडताल करतें हुए सैक्टर 20 पंचकूला के पास मौजूद थी । तभी एक आटो जीरकपुर की तरफ से आया जिसमें बैठी सवारियों में सें एक व्यकित अपनें साथ लियें दो बडें बैगो को सहित नीचे उतरा जिन्में काफी वजन लग रहा था । जैसें उसनें पुलिस की टीम को देखा तो वह घबरा गया और वहां से निकलनें लगा तभी पुलिस की पार्टी नें शक की बुनाह पर उस व्यकित को काबू करकें पुछताछ की जिसनें अपना नाम कृष्ण उर्फ दीपक उपरोक्त बतलाया जिस पर शक की बुनाह पर उस व्यकित के हाथो में लिय़ें दोनों बैग को खोलकर चैक किया तो उनके अन्दर भारी  मात्रा में दवाईया के पत्ते दिखे जिन्हे चैक करने पर सभी दवाईया के पत्तों के उपर LOMOTIL लिखा था । जिन पर Diphenoxylate Hydrochloride Atropine Sulphate Tablats IP का साल्ट है वा RPG Life Science Limited 3102/A G.I.D.C. Estate, Anideshwar-393002 Dist. Bharuch, Gujrat, INDIA नामक कम्पनी से बनी हुई है, तब मौका पर ड्रग कन्ट्रोल आफिसर को काल करकें दवाईया बारें पुछा जिसनें बतलाया कि यह तो नशीली दवाई है । तभी उसके हाथ में लिय दोनों बैग को चैक करनें पर 2200 पत्ते जो प्रत्येक पत्ता में 60 गोलियाँ है जो कुल 132000 गोलियां हुई वा दुसरें बैग में चैक करनें पर कुल 1600 पत्ते प्रत्येक पत्ते में 60 गोलियां है जो कुल 96000 गोलियाँ हुई जो कुल दोनो बैगों में कुल 228000 गोलियाँ बरामद हुई, काबू कियें गयें व्यकित से लाईसैन्स व प्रमिट बारें पुछा गया जिसनें अपना कोई लाईसैन्स व प्रमिट पेश ना कर सका । तो आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना सैक्टर 14 पंचकूला में धारा 22 एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया ।

–गिरफ्तार कियें गयें आरोपी को पाँच दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

–आरोपी के पास सें LOMOTIL नाम की दवाईया के 3800 पते ( 228000 गोलिया ) बरामद की गई ।

रात भर पुलिस ने चलाया नाइट डोमिनेशन  37 नाकें व ड्रंकन ड्राईविंग के नांके लगाकर, 1313 वाहन जांचे ।

                     माननीय पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेशानुसार चलाये गये नाईटडोमिनेशन अभियान के तहत जिला पचंकूला मे श्री  सौरभ सिंह, पुलिस आयुक्त पंचकुला व श्री मोहित हाण्डा उपायुक्त पुलिस पंचकूला के दिशा निर्देशो पर जिला पचंकूला मे की गई नाकाबन्दी व चैंकिग ।

 जिला पुलिस पचंकूला के द्वारा  दिनांक (19.08.2021/20.08.2021 रात्रि 10.00  से सुबह 04.00 बजे तक नाइट डोमिनेशन अभियान चलाया गया । अभियान के दौरान सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने-अपने इलाकों में गश्त की । साथ ही विभिन्न स्थानों का चयन कर नाकेबंदी तथा पुलिस द्वारा होटल, धर्मशाला, सराये, ढाबों व अन्य ठहरने वाले स्थानों तथा बैकं ए.टी.एम को भी चैक किया गया । इस दौरान नाकों से गुजरने वाले वाहनों व व्यक्तियों की गहनता से चैंकिग की गई ।

 जिला पचंकूला के पुलिस आयुक्त पंचकूला श्री सौरभ सिह (आईपीएस) ने बताया कि पुलिस महानिदेशक हरियाणा व श्री सौरभ सिंह, पुलिस आयुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार स्पैशल नाइट डोमिनेशन अभियान चलाया गया, जिसमें जिला पुलिस को काफी सफलताएं मिलीं । डोमिनेशन के दौरान जिला में 53 स्थानों पर नाकेबंदी कर वाहनों की गहनता से जांच की गई । नाइट डोमिनेशन के दौरान महिला पुलिस ने भी गश्त व नाकेबंदी कर अभियान में शामिल थी । उपायुक्त पुलिस पंचकूला ने जिला में नाइट डोमिनेशन के लिए लगाई गई अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी को भी चैक किया ।

इस रात्रि नाइट डोमिनेशन के दौरान पुलिस ने कुल 1313 वाहनों को चैक किया गया, जिनमें से 363 टु-व्हीलर, 380 फोर-व्हीलर, 314 लाईट व्हीकल, 256 हैवी व्हीकलों को चैक किया गया तथा जिनमे 15 वाहनों के मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत चालान कियें गयें और व इसके अलावा कोविड-19 के तहत मास्क का प्रयोग ना करनें वालें 09 लोगो का चालान कियें गयें । तथा इसके साथ ही ड्रंकन ड्राईविंग का नाका लगाकर 03 लोगो का चालान किये गये  । और नाईट चैकिग के दौरान एक व्यकित को सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें के मामलें में गिरफ्तार किया गया ।

इस नाईट डोमिनेशन नाईट चैकिंग अभियान के तहत रात भर में पुलिस आयुक्त पचंकूला श्री सौरभ सिह भा0पु0से0 अन्य पुलिस अधिकारी भी  चैंकिग के दौरान रहे मौजूद ।

उपायुक्त ने अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलवाई सद्भावना दिवस की शपथ

सतीश बंसल,  सिरसा, 20 अगस्त:
जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय लघु सचिवालय भवन के प्रांगण में सद्भावना दिवस मनाया गया। उपायुक्त अनीश यादव ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को सद्भावना दिवस की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर एसडीएम जयवीर यादव, नगराधीश गौरव गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
उपायुक्त ने जाति, संप्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करने तथा हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाने की शपथ दिलवाई। उन्होंने शपथ के माध्यम से संदेश दिया कि राष्ट्रीय एकता के लिए सभी धर्मों, भाषाओं एवं क्षेत्रों के लोगों में सांप्रदायिक सौहार्द की भावना बहुत जरूरी है। यह संदेश देश में जन-जन तक पहुंचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में अनेक धर्मों, समुदायों, जाति व संस्कृति के लोग रहते हैं फिर भी भारत राष्ट्रीय एकता की ओर बढ़ रहा है। देश में अनेकता होते हुए भी भारत एक है।

पब्लिक हैल्थ विभाग से रामकिशन चुने गए प्रधान

सतीश बंसल, सिरसा:  

हाथी पार्क स्थित महासंघ कार्यालय में हरियाणा कर्मचारी महासंघ, सिरसा ब्लॉक के चुनाव जिला प्रधान आत्माराम सहारण व जिला सचिव देवीलाल बिरड़ा की अध्यक्षता में करवाए गए। इस मौके पर पब्लिक हैल्थ विभाग से रामकिशन को प्रधान चुना गया, जबकि सुरेंद्र मजोका को ब्लॉक सचिव, बिजली निगम से सीताराम को कैशियर व रवि छापोला को ओग्रेनाइजर बनाया गया। सभी चुने हुए पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर मुख्य सलाहकार राजमंदिर शर्मा, राजू कसवां, यूनिट सचिव श्यामलाल खोड, यूनिट प्रधान मनोज कुमार, रायसाहब, विजय सैनी, विनोद कुमार, हेतराम, बलजीत, राजकुमार, मोहनलाल सहित अन्य

दसवीं के सचिन का मॉडल रहा प्रथम, रूपावास स्कूल में विद्यालय स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित


सतीश बंसल, सिरसा:
 

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रुपावास में आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 6 से 10वीं तक के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। विद्यार्थियों ने विज्ञान और गणित विषय पर आधारित विभिन्न मॉडल प्रस्तुत किए तथा उनके वैज्ञानिक तथ्यों के बारे में अवगत करवाया। विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजनकर्ता डा. कृष्ण कुमार ढाका प्रवक्ता रसायन विज्ञान ने बताया कि विज्ञान पर आधारित इस प्रकार की गतिविधियों से विद्यार्थियों में विज्ञान विषय के प्रति रुचि पैदा  होती है। विषय को समझने में मदद मिलती हैं तथा वैज्ञानिक तथ्यों को जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है। डा. धर्मवीर भाटिया प्रवक्ता भौतिक विज्ञान, सीताराम शर्मा प्रवक्ता जीव विज्ञान, परवीन मंडल व सुरजीत सिंह प्रवक्ता गणित ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया व निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। इस अवसर पर ब्लॉक ऑफिस नाथूसरी चोपटा से बी आर पी शंकर शर्मा व हनुमान सिंह विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन करने स्कूल पहुंचे व विद्यार्थियों को विज्ञान विषय बारे प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी में सचिन कक्षा दसवीं का मॉडल प्रथम स्थान पर, कुणाल व प्रतिक कक्षा दसवीं द्वितीय स्थान पर तथा अंतिम, दीपिका, दिव्या, अदिति कक्षा 9वीं व काजल कक्षा दसवीं का मॉडल तृतीय स्थान पर रहा। विद्यालय के कार्यकारी प्रिंसिपल प्रताप सिंह ढुकिया ने विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर समानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता सतबीर सिंह, संतलाल वर्मा, पंकज शर्मा, पूजा देवी, शारदा देवी, योगेश कुमार, मिडिल हेड सोम प्रकाश, अध्यापक राधेश्याम, नीरज, भूप सिंह, विकास शर्मा, सतीश गर्ग, बलवंत सिंह व अन्य स्टाफ  सदस्य मौजूद रहे व विज्ञान प्रदर्शनी के सफल संचालन में अपना प्रमुख योगदान दिया।

सद्भावना दिवस के रूप में मनाई स्व. राजीव गांधी की जयंति

सतीश बंसल, सिरसा: 

देश में सूचना प्रौद्योगिकी एवं दूरसंचार क्रांति के जनक स्व. राजीव गांधी की 77वीं जयंति भारतीय किसान कांग्रेस ब्रिगेड कमेटी ने पार्टी कार्यालय में सद्भावना दिवस के रूप में मनाई। कोरोना महामारी के चलते कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्र्यापण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर भारतीय किसान कांग्रेस ब्रिगेट कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखविंद्र शर्मा ने बताया कि उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को ब्रिटिशकालीन भारत के बांबे में हुआ था। जन्म के समय उनका नाम राजीव रत्न गांधी रखा गया था, लेकिन बाद में उनकी पहचान राजीव गांधी के रूप में की गई। उनके जन्म के समय उनका परिवार आजादी की लड़ाई में शामिल था। उनके नाना पं. जवाहर लाल नेहरू, मां इंदिरा गांधी और पिता फिरोज गांधी देश की आजादी की डलड़ाई लड़ रहे थे। उनकी स्कूली शिक्षा हिमालय की तलहटियों में स्थित दून स्कूल में हुई। राजीव गांधी का पूरा परिवार राजनीति में था, लेकिन वे बचपन से ही विज्ञान व इंजीनियरिंग में रूचि लेते थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे भारत लौटे और यहां दिल्ली फ्लाइंग क्लब में उन्होंने कमर्शिलय पायलट का लाइसेंस लिया और इंडियन एयरलाइंस के पायलट बन गए। राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में देश ने कई बोल्ड फैसले लिए, जैसे मालदीव और श्रीलंका सरकार की सहायता करने के लिए सैन्य मदद भेजना, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को आतंकियों से मुक्त करवाना। उन्हें भारत में कंप्यूटर लाने का भी श्रेय दिया जाता है। वह अक्सर आम जनता की भलाई के लिए प्रयास करते थे। उन्होंने देश की जनता को भी राहत पहुंचाने के लिए कई कड़े फैसले लिए, जिनके कारण जनता में उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी। इस मौके पर हरियाणा उपाध्यक्ष धर्मवीर फ्रंड, प्रदेश महासचिव भूपेंद्र शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अशोक कुमार, दीपक शर्मा, सूरज सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

महामारी में गरीबों के लिए सहारा बनी है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना: प्रदीप रातुसरिया

सतीश बंसल, सिरसा:  

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा शहर के नोहरिया बाजार स्थित दफ्तरियों वाली गली में सैकड़ों गरीब व जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य प्रदीप रातुसरिया ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की और गरीब व जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया। इस दौरान उनके साथ डीएफएससी सुरेंद्र सैनी भी मौजूद थे। इस मौके पर प्रदीप रातुसरिया ने बताया कि कोविड महामारी के कारण जिन लोगों का काम छिन गया था। ऐसे गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना सहारा बनी हैं। अन्नपूर्णा उत्सव के दौरान सभी राशन डिपूओं के माध्यम से एएवाई व बीपीएल लाभार्थियों को नियमित राशन के साथ 5 किलोग्राम गेहूं के थैले नि:शुल्क वितरित किए जा रहे हैं। योजना के तहत लाभार्थी किसी भी डिपू से राशन ले सकता है। प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में यह योजना शुरू कर गरीब परिवारों को बड़ी राहत देने का काम किया। देश के लाखों परिवारों को नि:शुल्क अनाज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी लाभार्थी राशन लेने से वंचित न रहे, इसके लिए सरकार ने वन नेशन, वन राशन की योजना लागू की। योजना के तहत लाभार्थी किसी भी डिपू से राशन ले सकता है। रातुसरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सही मायने में गरीब व जरूरमंद लोगों की तकलीफ को भली भांति समझते हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पीएम व सीएम की इसी सोच का परिचायक है। इस मौके पर राकेश वत्स, राजू लाडवाल, संजीव रातुसरिया, अनिल बंसल, आशा सैनी, कौशल्या वर्मा, डिपू होल्डर गुलशन सोनी व प्रताप सिंह उपस्थित थे।

ऊषा मेहता बनी इन्नरव्हील क्लब सिरसा मेन की अध्यक्ष

पूर्व प्रधान इंदिरा खुराना ने पहनाया कॉलर

सतीश बंसल, सिरसा:

इन्नरव्हील क्लब सिरसा मेन की शुक्रवार को एक निजी रेस्तरां में इंस्टालेशन सेरेमनी हुई जिसमें क्लब की नई अध्यक्ष ऊषा मेहता को क्लब की पूर्व प्रधान इंदिरा खुराना ने कॉलर पहनाकर विधिवत तरीके से क्लब का अध्यक्ष पद ग्रहण करवाया। इस अवसर पर क्लब की वरिष्ठ पदाधिकारी निशा राठौड़, मधु मेहता, किरण तनेजा, क्लब की कोषाध्यक्ष मधु अरोड़ा, आईएसओ वंदना कंबोज, ऑडिटर सुशीला धमीजा के साथ अन्य क्लब सदस्य मौजूद थी जिन्होंने ऊषा मेहता को उनके पदग्रहण करने पर बधाई दी। इस दौरान एक वर्ष के लिए चयनित क्लब की नई अध्यक्ष ऊषा मेहता ने क्लब की तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि अकेला अध्यक्ष क्लब की सामाजिक गतिविधियों को पूरी तरह से संचालित नहीं कर सकता, इसलिए सभी का सहयोग अनिवार्य है। उन्होंने इस अवसर पर क्लब के आगामी कार्यक्रमों के लिए बेहतर सुझाव भी आमंत्रित किए। इस पर क्लब की तमाम पदाधिकारियों व सदस्यों ने सबके बेहतर स्वास्थ्य की कामना के साथ आगामी 27 अगस्त को जीआरजी स्कूल में चिकित्सा शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया। कार्यक्रम के दौरान ही शपथ ग्रहण भी हुआ जिसमें नीलू दुआ को क्लब के नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया। इस अवसर पर सुशीला गुप्ता, स्वाति गुप्ता, मीनाक्षी मदान, शिंपी गर्ग, रिंकी गर्ग, अल्का डूमरा, वीणा महेश्वरी, किरण बजाज, ऊषा फुटेला एवं विनोद कालड़ा आदि क्लब सदस्य मौजूद थी।

पुरानी याद : राजस्थान मैं अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार ने आपातकाल लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन बंद कर दी

जिस आपातकाल ने भारतीय लोकतन्त्र को दुनियाभर में शर्मिंदा किया था और हजारों लाखों को सलाहों के पीछे दाल दिया था अनेकों अनेक प्राताड़नाएं दीं थीं। इसे सामान्य नागरिक एमेर्जेंसी के नाम से जानते हैं। भाजपा नीट सरकारों ने माना कि वह उस दौर की इन्दिरा -संजय नीत कॉंग्रेस सरार की प्राताड़नाओं को दूर नहीं कर सकती लेकिन भाजपा सरकारों ने उन्हे स्वतन्त्रता सेनानियों के समकक्ष लोकतन्त्र प्रहरियों का नाम दिया और उन्हें मासिक सम्मान राशि भी प्रदान की। प्रदेश में जब तक भाजपा सरकार थी तब तक यह राशि लोकतन्त्र प्रहरियों के खाते में आतिर रही। ज्यों ही कॉंग्रेस सरकार आई तो समय बीतने के साथ यह सम्मान राशि बंद कर दी गयी।

राजस्थान के एक कॉंग्रेसी नेता ने इस बाबत पूछे जाने पर नाम न बताने की शर्त पर कहा कि “यह लोग स्वयं को इतना ही चौकीदार(प्रहरी) मानते हैं तो इंदिरा जी को क्यों सत्ता सौंपी? एमेर्जेंसी के पश्चात दशकों तक क्यों कॉंग्रेस को चुनते आए?” वह यहीं पर नहीं रुके यह तक बोल गए कि “हमसे पैसे ले कर हमीं को गरियाएंगे तो कहाँ तक सहे जाएँगे?”

करणीदान सिंह, सूरतगढ़:

भारत सरकार, हमारी सरकार ने अभी तक न सम्मान दिया न पेंशन शुरू की।

वसुंधरा सरकार ने लोकतंत्र सेनानी दिया था नाम

प्रदेश की पिछली वसुंधरा राजे सरकार ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सलाह पर आपातकाल के दौरान जेल गए 1120 मीसा और डीआरआई बंदियों को लोकतंत्र सेनानी नाम दिया था। वसुंधरा राजे सरकार ने इन 1120 लोगों को 20 हजार रुपये मासिक पेंशन, यात्रा भत्ता एवं नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा देने का निर्णय लिया था। मीसा और डीआरआई बंदियों को पेंशन और अन्य सुविधाएं देने के लिए वसुंधरा राजे सरकार ने लोकतंत्र रक्षक सम्मान निधि योजना लागू की थी। अशोक गहलोत सरकार ने सत्ता में आते ही इस योजना को बंद करने पर विचार करने की बात कही थी।

हो सकता है राजस्थान में अशोक गहलोत की कांग्रेसी सरकार द्वारा आज 20 अगस्त से शुरू की गई इंदिरा गांधी रसोई योजना के तहत 8 रुपए में भोजन करने वालों में लोकतंत्र सेनानी भी मजबूरी में भोजन ग्रहण करने लगे।

जिस कांग्रेस ने आपातकाल लगाया उसी कांग्रेस के राज में ₹8 की थाली भोजन करना पड़े।

हमारी भारत सरकार अगर लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान करें और पेंशन सुविधाएं दे तो कांग्रेस राज की ओर कोई देखना भी नहीं चाहेगा। लोकतंत्र सेनानियों में अनेक लोग संपन्न है उनको यह वाक्य अच्छे भी नहीं लगेंगे लेकिन अनेक लोग आज रोजी रोटी के मोहताज भी हैं। उम्र काफी होने के कारण वे कोई काम नहीं कर सकते। आखिर वे भूख मिटाने पेट पालने के लिए जाते हैं तो यह भाजपा नेताओं के लिए शर्मनाक स्थिति है।

यह हालत हमारी भारत सरकार और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी के काल में देखने को मिले तो बहुत बुरा लगता है। लोकतंत्र सेनानी संगठन चलाने वाले पदाधिकारीगण और जनप्रतिनिधियों सांसदों विधायकों सोचो।

20-8-2020.( एक साल पहले इसी तारीख पर फेसबुक पर लगाया था। आज फेसबुक ने याद कराया)

YSRTP पार्टी की वरिष्ठ नेता इंदिरा शोभन ने इस्तीफा दिया, वह कांग्रेस में वापसी के लिए पीसीसी नेता के संपर्क में हैं

तेलंगाना/ नयी दिल्ली :

तेलंगाना में वाईएसआरटीपी पार्टी की वरिष्ठ नेता इंदिरा शोभन ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस आशय का एक महत्वपूर्ण बयान दिया और पार्टी अध्यक्ष शर्मिला को अपना इस्तीफा भेज दिया। इंदिरा शोभन ने साफ कर दिया है कि वह जल्द ही अपनी भविष्य की गतिविधियों की घोषणा करेंगी और सार्वजनिक जीवन में रहकर ही लोगों के लिए आगे बढ़ेंगी।

उन्होंने उम्मीद जताई कि तेलंगाना के लोग उन्हें उसी तरह समर्थन देना जारी रखेंगे जैसे उन्होंने पहले किया था। इंदिरा शोभन के इस्तीफे से शर्मिला सदमे में थीं। उन्होंने YSRTP की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और एक साल से अधिक समय से शर्मिला के साथ चल रही हैं। खबर है कि रेवंत रेड्डी के टीपीसीसी प्रमुख के रूप में घोषित होने के बाद वह कांग्रेस में वापसी के लिए पीसीसी नेता के संपर्क में हैं।

हालांकि इंदिरा शोभन ने यह नहीं बताया कि वह किस पार्टी में शामिल होंगी। इस बीच, वाईएस शर्मिला, जिन्होंने पहले ही 8 जुलाई को वाईएसआरटीपी पार्टी की स्थापना कर ली थी, प्रत्येक जिले में हर मंगलवार को बेरोजगारी के समर्थन में भूख हड़ताल करने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के साथ सार्वजनिक हो रही है। हालाँकि, इससे पहले कि उनकी पार्टी सार्वजनिक हो पाती, उन्हें दो नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पिछले महीने, प्रताप रेड्डी, जो तत्कालीन महबूबनगर जिले के वाईएसआरटीपी प्रभारी थे, ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, यह कहते हुए कि कोंडा राघव रेड्डी उनके बाहर निकलने का कारण थे।