वायरल विडियो ??? जानिए वायरल विडियो का सच
आज एक विडियो विरल हुई है जिसमें एक व्यक्ति महिला डॉक्टर के साथ मार पीट करता दिखाई पद रहा है, जो उस महिला को लातों से मार रहा है।
- यदि यह विडियो सच है तो उस व्यक्ति, तथाकथित नेता पर क्या कार्यवाई बनती है?
- और क्या उस पर वह बनती कार्यवाई होगी या फिर (compromise) दबाव में सम्झौता करवाया जाएगा?
जानिए वायरल विडियो का सच
कोरोना लॉकडाउन में लोगों की सेवा कर रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स में डॉक्टरों और स्टॉफ से बुरे व्यवहार की कई घटनाएं सामने आईं हैं। लेकिन, इन घटनाओं के बहाने फेक न्यूज भी वायरल हो रही हैं। ऐसी ही एक खबर और वीडियो तमिलनाडु का है जिसमें लुंगी पहने डीएमके पार्टी का एक नेता एक महिला की पिटाई कर रहा है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि ये आदमी महिला को थप्पड़ और लात से मार रहा है जबकि कुछ और बीचबचाव करने का प्रयास कर रही हैं। इसी वीडियो को इन दिनों वायरल किया जा रहा है और यह कहानी फैलाइ जा रही है कि पीटने वाला शख्स तमिलनाडु डीएमके नेता सेल्वाकुमार है और वह ऑन ड्यूटी डॉक्टर को पीट रहा है।
- क्या हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर कुछ नासमझ यूजर्स बिना सच जाने इस वीडियो के बहाने झूठ फैला रहे हैं। इस वीडियो को लेकर कुछ ऐसे झूठे मैसेज वायरल हो रहे।
- फैक्ट चेक पड़ताल
- जब हमने इस वीडियो को खोजना शुरू किया तो इंटरनेट पर यह घटना मई 2018 की निकली, जो सितम्बर में पहली बार वीडियो के रूप में सामने आई थी। ये सच है कि वीडियो उस समय के लिहाज से सही है और पीटने वाला व्यक्ति भी डीएमके का एक छुटभैया नेता सेल्वाकुमार ही है।
- वायरल वीडियो में www.puthiathalaimurai.com का वॉटरमार्क लगा है। इस यूट्यूब चैनल पर ये वीडियो 13 सितंबर, 2018 को अपलोड हुआ था क्योंकि उसी दिन न्यूज एजेंसी ANI ने इस खबर को वीडियो के साथ ट्वीट भी किया था।
- इस वीडियो में नजर आ रहा है कि तमिलनाडु के पेरंबलूर शहर में डीएमके पार्टी नेता सेल्वाकुमार ने एक ब्यूटीपार्लर में एक महिला से मारपीट की थी। ये नेता उस इलाके का पूर्व पार्षद था। हालांकि बाद में महिला की शिकायत पर सेल्वाकुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
- इंटरनेट पर एक दैनिक ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था। 13 सितंबर 2018 की पुरानी खबर से यह भी सामने आया कि वह महिला डॉक्टर या नर्स नहीं, बल्कि उस ब्यूटी पार्लर की मालकिन सत्या थी।
- सफेद साड़ी पहने होने के कारण सोशल मीडिया में उसे मेडिकल प्रोफेशन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है, जबकि घटनास्थल ब्यूटी पार्लर का था और वहां पर पूरे स्टॉफ ने सफेद ड्रेस पहनीं थी।
- सत्या ने सेल्वाकुमार पर पैसों के लेनदेन का आरोप लगाया था। महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर कुछ महीनों बाद सेल्वाकुमार की गिरफ्तारी हुई थी। खबरों के मुताबिक उन्हें सितंबर 2018 में पार्टी से निकाल दिया गया था और दिसंबर 2018 में वापस शामिल कर लिया गया था।
- निष्कर्ष: डीएमके नेता सेल्वाकुमार के हाथों महिला की पिटाई का पुराना वीडियो लेडी डॉक्टर से मारपीट के झूठे दावे के साथ फिर से वायरल हो रहा है। इसका लॉकडाउन या कोरोना संकटकाल से कोई लेना देना नहीं है।