पंजाब में दर्दनाक हादसा, चार युवकों की डूबने से मौत

नरेश शर्मा भारद्वाज:

बलाचौर के निकट स्थित एक गांव से दिल दहला देने वाली खबर आई है। शनिवार को औलियापुर गांव में सतलुज दरिया में नहाने गए चार युवकों की डूबने से मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद लेकर चारों युवकों के शव तलाश कर लिए हैं। तलाशी के दौरान मौके पर सतलुज दरिया किनारे भारी भीड़ जुटी रही। युवकों के स्वजनों का रोकर बुरा हाल था।

भीषण गर्मी से बचने के लिए चारों युवक दोपहर करीब 3.30 बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर औलियापुर गांव के पास सतलुज नदी में नहाने गए थे।औलियापुर के समीप सतलुज नदी में नहाने के दौरान बलाचौर के वार्ड नंबर चार निवासी हरदीप कुमार उर्फ ​​मणि, संदीप उर्फ ​​दीपू व हैप्पी के नदी के किनारे से कपड़े और जूते भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने लापता युवकों की तलाश के लिए रोपड़ से गोताखोरों की टीम बुलाई थी। परिवार वालों का रो रोककर बुरा हाल था, पूरा वातावरण चीखों से गूंज रहा था।

जालंधर में हनीट्रैप : मदद के बहाने लड़की भेज की फर्जी रेड, फिर छेड़छाड़ के केस की धमकी दे 10 लाख फिरौती मांगी, ASI समेत 4 अरेस्ट

नरेश शर्मा भारद्वाज:

जालंधर में कमिश्नरेट पुलिस का ही ASI व कांस्टेबल मिलकर हनीट्रैप गैंग चला रहे थे। इसका खुलासा तब हुआ, जब उन्होंने गैंग की लड़की को मदद के बहाने एक व्यक्ति के पास भेजा और फिर फर्जी रेड कर दी। बाद में उसे छेड़छाड़ के केस में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपए मांगे। उसे शक हुआ तो सीनियर अफसरों को शिकायत कर दी। जांच के बाद पुलिस ने जंडियाला पुलिस चौकी के ASI कश्मीर लाल, कांस्टेबल परमजीत सिंह समेत 5 लोगों पर साजिश रच फिरौती मांगने, जान से मारने की धमकी व साजिश के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। इनमें कांस्टेबल परमजीत सिंह को छोड़ बाकी चार आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं।

नकोदर के हरजिंदर सिंह ने बताया कि जब वह जालंधर के बस स्टैंड पर था तो एक लड़की की कॉल आई। उसने कहा कि उसकी मां सख्त बीमार है। रुपए न होने की वजह से वो दवाई का इंतजाम नहीं कर पा रही है। अगर इस वक्त मेरी मदद कर दो तो बड़ी मेहरबानी होगी। हरजिंदर ने कहा कि वो जालंधर बस स्टैंड से नकोदर आ रहा है। लांबड़ा बस स्टैंड पहुंचकर वो मदद कर देगा।

जब वह बस स्टैंड लांबड़ा पहुंचा तो लड़की की कॉल आने पर उसने वहीं अपनी कार रोक ली। लड़की उसकी कार की अगली सीट पर बैठ गई। उसने लड़की को 2 हजार रुपए दे दिए। जैसे ही लड़की नीचे उतरने लगी तो अचानक एक कार (PB07AU-2913) उसकी कार के आगे आकर रुकी। उसमें से दो पुलिस वाले वर्दी में और एक सादे कपड़ों में बाहर निकले। इतनी देर में एक काले रंग की एक्टिवा पर औरत भी वहां आ गई।

इन सबने उसकी कार को घेर लिया। फिर उसे ड्राइवर वाली सीट से जबरन उतारकर अपनी कार में बिठा लिया। उससे कार की चाबी भी छीन ली। उससे 2 हजार रुपए लेने वाली लड़की, एक्टिवा पर आई औरत व सादे कपड़े वाला आदमी भी उसी कार में बैठ गए। सोची-समझी साजिश के तहत वो दोनों का

रों को एक किलोमीटर दूर लुहारा गेट तक ले गए। वहां कारें रोक उसका पर्स व मोबाइल ले लिया। पर्स में करीब 10 हजार रुपए थे।
इसके बाद उसे पुलिस वर्दी वाले व्यक्तियों ने धमकाते हुए कहा कि अगर उन्हें 10 लाख रुपए न दिए तो उस पर लड़की से छेड़छाड़ का केस दर्ज कर देंगे। इससे वो बुरी तरह से डर गया। हरजिंदर ने मिन्नतें की कि उसके पास 10 लाख रुपए नहीं हैं। किसी तरह सौदा 2.50 लाख में तय हो गया। रुपए के बदले उन्होंने 1 लाख व डेढ़ लाख के दो चैक ले लिए। इसके बाद उसे कार की चाबी व मोबाइल लौटा दिया। फिर उसे धमकाया कि अगर किसी को इसके बारे में बताया तो उसके खिलाफ केस दर्ज कर देंगे। इसके कुछ समय बाद पुलिस वाले फोन करने लगे कि उन्हें चैक नहीं बल्कि ढ़ाई लाख रुपए कैश चाहिए।

इसकी जांच हुई तो पता चला कि इस हनीट्रैप गैंग में जंडियाला पुलिस चौकी का ASI कश्मीरी लाल व हवलदार परमजीत सिंह शामिल हैं। सादे कपड़े में आया आरोपी जंडियाला में मोटर मैकेनिक का काम करने वाला रवि नाहर है। कार में बैठने वाली लड़की प्रभजोत कौर है जबकि एक्टिवा पर आई महिला गुरविंदर कौर है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ कमेटी के पंजाब दौरे से पहले ही डैमेज कंट्रोल में जुटे

नरेश शर्मा भारद्वाज:

पंजाब कांग्रेस में कलह से निपटने के लिए पार्टी हाईकमान ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी में पंजाब प्रभारी हरीश रावत, मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल को शामिल किया गया है। साथ ही हाईकमान ने शनिवार को नई दिल्ली में कमेटी की पहली बैठक भी बुला ली है। इस बीच, पंजाब के नाराज नेताओं को दिल्ली बुलाए जाने की खबरों पर विराम लगाते हुए विधायक परगट सिंह ने कहा कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को फिलहाल ऐसा कोई संदेश नहीं मिला है।

दूसरी ओर, पंजाब में कैप्टन खेमा भी सक्रिय हो गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर दी है। कमेटी की मीटिंग से पहले पंजाब कांग्रेस द्वारा दोनों पक्षों की बैठक बुलाई जा सकती है। कैप्टन भी नाराज नेताओं से वन टू वन मुलाकात कर सकते हैं। यह सारे प्रयास इसलिए किए जा रहे हैं कि हाईकमान की कमेटी अगले हफ्ते पंजाब का दौरा कर सकती है। इस दौरान चंडीगढ़ में कमेटी नाराज विधायकों और मंत्रियों से मिलेगी।पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सभी नेताओं से कहा गया है कि आपसी मतभेद की चर्चा सार्वजनिक मंचों पर न करें।नाराज नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे पर हाईकमान ने रोक दिया था। नवजोत सिद्धू द्वारा गुप्त मीटिंगों का दौर अभी भी दौर जारी है।

UT’S WEEKEND CURFEW REMAINS IN FORCE

Medhavi Sharma , Chandigarh – 29TH MAY,2021 :

Chandigarh on 28th May,2021 registered the lowest number of daily count of  Covid-19 cases in the last 10 weeks with positivity rate further receding to  7.5%. The city may have seen reduction in the cases, but the night curfew still  remains in place until further orders. The decision was taken at the Covid  review meeting chaired by UT administrator VP Singh Badnore.  

Serious concerns about the spiking number of Covid-19 cases in the city and  higher fatality rate were raised with strict guidelines to be followed.  

• Curfew timings starting from 10pm on Friday till Monday 5am. • Shops dealing with essential services allowed to operate till 2pm while  the non-essential shops continue to remain shut during the curfew. • No curbs on inter-state movement of essential and non-essential goods.  • All vaccination centers and testing labs will continue to operate.  • Manufacturing units shall be allowed to remain open. 

• ATMs, hospitals, veterinary hospitals and all medical related  establishments including their distribution centers both public and  private are allowed to function.  

• Restaurants and eateries will continue delivering food till 9 pm only.  • Marriages with prior permission allowed to take place with not more  than 20 people.  

• Funerals allowed with up to 10 people.  

Any person or persons flouting the guidelines will be booked under Section 51  and 60 of the Disaster Management Act and Section 188 of the Indian Penal  Code.

Shorter Duration On The Cards For 12th Board Exams

Medhavi  Sharma  – 29  MAY, 2021 :

Central Board of Secondary Education is likely to announce the class 12 Board Exam 2021 dates for the awaited exams by 1st June, 2021 . Two possible option were contemplated to hold the board examination,  one of them being, to conduct exams for a few major subjects and  awarding marks for the rest on the basis of that. Another alternative  which was discussed was to hold exams at self-centres, meaning the  respective schools with exam pattern changing to objective type of  questions. Education Ministry had also asked the states to provide their specific feedbacks on the proposal by 25 May. However different states have  distinct situations, Most of the states are in favour of conducting the  exams in July-August, in a shorter format, only four states including  Maharashtra, Delhi, Goa and Andaman & Nicobar are disinclined towards  carrying out examination and have exacted to vaccinate students and  teachers before holding the exams.  

Mr. Rajeev Karkra

While the public is having equivocal and muddled opinions on this  decision.  Teachers have hailed the option for objective type of  examinations considering the future of the students in view. “Totally  advocating the decision of conducting class 12th Board exams, else the  equilibrium between the professional lives will be disturbed” Says Mr. Rajneesh Kumar, a teacher of Saupin’s School ,Chandigarh.  Students need to buckle up, begin to clarify their doubts and brush up  their concepts, “Exams should certainly happen, else it will take a toll on a  child’s future” was remarked by Mr. Rajeev Karkra, a commerce teacher. 

Ms. Indu  Jaspal

While most of the teachers acclaim the decision, a few of them having  distinct opinions, state that objective type of examination is not worth  taking the risk, “Objective type of exams are of little significance, as it neither solves the purpose of evaluating true knowledge of a student, nor  establishes the ground for a successful professional career” says Ms. Indu  Jaspal, a government English teacher.  

Ms. Anita Sharma

Jumbled school of thoughts were observed from the parents too, few are  not happy and in favour of the thought for conducting the exams,  considering the safety of their children. “Not denying the fact, that 12th board exams are of utmost importance for a student, but also keeping in  mind the unforeseeable and unprecedented times we are currently living  in, it is very difficult for us as parents to put lives of our children in  jeopardy” exclaims Ms. Anita Sharma

Ms. Jaswinder Kaur

Safety and lives of children and teachers are of paramount importance  considering the view of conducting exams in such an unreal situation.  “We don’t want to risk lives of our children, the world seems staggering  right now, exams can wait” exclaims Ms. Paramjeet Kaur.  Pondering on the professional lives of children, few parents extoll the  decision, “I am in utter support for the exams being held, keeping in mind  the future of my child” says Ms. Jaswinder Kaur.  

Shivom Saini

While the students have different concerns, as many of them commented  that before contemplation of board exams, there is a dire need for  physical classes to resume for being assessed and doubt solving. “We  have not had practical classes in the year- in such a situation, conducting  board exams seems superfluous” says Shivom Saini, a medical student. 

Arshjot Singh

Class 12th Board Exams are being postponed from quite a while now, few  students are now desperate to vent out their learnings, “ My future  seems under the cloud and very blurry right now, I’m not sure what the  final decision is going to be, but I’m prepared for the exams and in total  favour of them” was stated by Arshjot Singh, a commerce student.  

Navdeep Chauhan

Navdeep Chauhan pursuing humanities, takes due account on the present  Covid situation and remarks that, “offline exams should not be  conducted, because the situation of COVID-19 in our country is  worsening. Even objective type of exams will lead to huge gatherings, which can cause a massive spread of the virulent virus” 

With different opinions, there is a baffling wave amongst those who may  get affected by this decision, however there is no official confirmation  from the ministry of education as of yet.

लावारिस अस्थियों को 5 जून को हरिद्वार में विसर्जित करेगा श्री नीलकंठ समाजसेवा ट्रस्ट

सतीश बंसल सिरसा:

 श्री नीलकंठ समाजसेवा ट्रस्ट की एक बैठक भादरा बाजार स्थित संस्था के पंजीकृत कार्यालय में हुई जिसमें ट्रस्ट के आगामी कार्यों को लेकर चर्चा की गई। संस्था के लंगर प्रधान एवं ट्रस्टी जनक दाबड़ा ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा लंबे अरसे से लावारिस अस्थियों का विर्सजन हरिद्वार में किया जाता है। चूंकि अब कोरोना काल चल रहा है, इसलिए ट्रस्ट ने इस बार असमर्थ व कोरोना से प्रभावित अस्थियों का विर्सजन श्री गंगा जी में करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में 5 जून को ट्रस्ट के पदाधिकारियों व सदस्यों का जत्था हरिद्वार के लिए रवाना होगा। असमर्थ व कोरोना से प्रभावित परिवार 98122-72173, 94162-52457, 94161-24704 पर सपंर्क कर सकते है ताकि अस्थियों का विर्सजन हो पाए। बता दें कि ट्रस्ट की ओर से नववर्ष पर श्री नीलकंठ में भंडारा, जबकि दोनो शिवरात्रि के अवसर पर शिवपुरी सिरसा में भंडारे लगाए जाते है। इसके अतिरिक्त अन्य समाजहित कार्य भी किए जाते है। इस बैठक में शुभकरण रातुसरिया, सुरेंद्र ग्रोवर, काली बाबा, राजेश फुटेला, अशोक सलूजा, रवि सेठी, आकाश मुंजाल, लक्की मेहता, सुरेंद्र बब्बर, जगदीश साहुवाला व अतुल गोयल भी मौजूद थे।

सात दिनों में पूरा करें परिवार पहचान पत्र में इनकम वेरिफिकेशन के कार्य : उपायुक्त प्रदीप कुमार

– परिवार पहचान पत्र इनकम वैरिफिकेशन में सराहनीय कार्य करने वाले टीम लीडर व ऑपरेटर को किया जाएगा सम्मानित
– उपायुक्त ने पीपीपी इंकम वैरिफिकेशन कार्य को लेकर ली अधिकारियों की बैठक, दिए आवश्यक दिशा निर्देश

सतीश बंसल सिरसा, 29 मई।

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के इंकम वैरिफिकेशन का कार्य बड़ा ही महत्वपूर्ण है। परिवार पहचान पत्र में दर्ज सही जानकारी के आधार पर ही पात्र नागरिकों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा, इसलिए अधिकारी वेरिफिकेशन कार्य में गंभीरता से अपना दायित्व निभाएं। जिला में इनकम वेरिफिकेशन कार्य 51 प्रतिशत पूरा हो चुका है और शेष बचे कार्य को अधिकारी सात दिनों के अंदर-अंदर अपना कार्य पूरा करना सुनिश्चित करें। इंकम वैरिफिकेशन कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम लीडर व ऑपरेटर को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
उपायुक्त शुक्रवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला में परिवार पहचान पत्र में इनकम वैरिफिकेशन कार्य की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम ऐलनाबाद दिलबाग सिंह, डीआईओ रमेश शर्मा, बीडीपीओ व नगर पालिका सचिव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि सभी टीमें तेजी से कार्य करें और आगामी सात दिनों के अंदर-अंदर परिवार पहचान पत्र में इनकम वेरिफिकेशन के कार्य को पूरा करें, जिन परिवारों का वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है, उसकी डिटेल पोर्टल पर भी दर्ज करें। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र इंकम वैरिफिकेशन का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है, जिसके आधार पर जरूरतमंद पात्र परिवार को सरकार की कल्याणकारी योजना व सुविधाओं का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं परिवार पहचान पत्र में इनकम वैरिफिकेशन कार्य की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी बीडीपीओ अपने – अपने ब्लॉक में इनकम वैरिफिकेशन का कार्य करवाना सुनिश्चित करें और अगर किसी प्रकार की समस्या आती है तो संबंधित एसडीएम के संज्ञान में लाएं ताकि तुरंत समस्या का समाधान किया जा सके।
उन्होंने कहा कि वैरिफिकेशन कार्य में कोई तकनीकी या अन्य दिक्कत या समस्या आती है, तो उसके लिए डीआईओ एनआईसी से मिलकर उसका समाधान करवाएं। उन्होंने जिलावासियों से आह्वान किया है कि वे परिवार पहचान पत्र में इनकम वेरिफिकेशन कार्य में टीमों का सहयोग करें और अपने परिवार की सही इनकम की जानकारी टीम को दें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि यह कार्य को प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा करवाएं। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से जरूरतमंद पात्र लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा। पहले जहां अलग-अलग योजनाओं एवं सेवाओं के लिए नागरिकों को अलग-अलग स्थानों एवं कार्यालयों में जाकर कागजात जमा करवाने पड़ते थे, परंतु अब परिवार पहचान पत्र के लागू हो जाने के बाद एक ही स्थान पर सभी कार्य होंगे और बार-बार कागजात जमा करवाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की अधिकतर सेवाओं व योजनाओं को परिवार पहचान पत्र द्वारा दी गई फैमिली आईडी से जोड़ा गया है। इनकम वेरिफिकेशन कार्य में लगी टीमें भी परिवार पहचान पत्र में आय का सत्यापन करते समय पूरे विवेक से कार्य करें और वास्तविक जानकारी को ही दर्ज करें। उन्होंने कहा कि आय सत्यापन का कार्य सभी कर्मचारियों की सूझबूझ पर ही निर्भर करता है, इसलिए सभी कर्मचारी जिम्मेवारी के साथ इस कार्य को पूर्ण करें।

– रोगियों की टेस्टिंग व उपचार के साथ-साथ बढ़ाया जाता है उनका मनोबल : उपायुक्त

पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ में अबतक कोरोना से ठीक हुए 40 लोगों की हो चुकी है काउसलिंग : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सतीश बंसल सिरसा, 29 मई।

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार कोरोना से ठीक हुए लोगों की टेस्टिंग, उपचार व मानसिक मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से सिरसा के नागरिक अस्पताल में पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ सेंटर स्थापित किया गया है। नागरिक अस्पताल के कमरा नंबर 32 व 33 में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया है, इसमें अबतक कोरोना से ठीक हुए 40 व्यक्तियों की जांच, उपचार, काउंसलिंग की गई है और उन्हें खानपान के लिए भी परामर्श दिए गए है।
उपायुक्त ने बताया कि पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ कोरोना को मात देकर ठीक हुए मरीजों में एक नई ऊर्जा लाने व उनका मनोबल बढ़ाने का काम करेगा। पिछले दिनों हुई वर्चुअल बैठक के दौरान हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना से ठीक हुए लोगों के लिए विशेष केंद्र शुरू करने के निर्देश दिए थे, उसी कड़ी में सोमवार से स्थानीय नागरिक अस्पताल में कोविड केयर सेंटर उमंग स्थापित किया गया है। इस सेंटर की प्रभारी डा. श्वेता डूडी को बनाया गया है। उमंग सेंटर में अनुभवी चिकित्सकों को तैनात किया गया है जिनमें दो मेडिकल ऑफिसर, चार आयुष चिकित्सक, एक दंत रोग विशेषज्ञ, एक मनोचिकित्सक, एक फिजियोथेरेपिस्ट शामिल है, जो एक टीम के रुप में काम कर रही है। नागरिक अस्पताल में स्थापित उमंग सेंटर में सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन प्रात: आठ बजे से दोपहर दो बजे तक चिकित्सकों की टीम द्वारा अपनी सेवाएं दी जा रही हैं।
सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल ने बताया कि कोरोना से रिकवर हुए ऐसे लोग जिन्हें किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी या तनाव जैसी कोई परेशानी है तो उनकी समस्याओं के समाधान के लिए यह उमंग सेंटर स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि उमंग सेंटर में अबतक 40 लोगों को चिकित्सा सुविधा व खानपान संबंधी सुझाव दिए गए हैं। सेंटर में चिकित्सकों की टीम द्वारा न केवल लोगों की टेस्टिंग व उपचार किया जाता है बल्कि उनका मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ उचित खानपान की भी जानकारी दी जाती है।

शहर को स्वच्छ बनाने तथा कोविड-19 की हिदायतों की पालना में सहयोग करें नागरिक : जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल

– नगर परिषद की टीम ने हुड्डïा कॉलोनी, एडीसी कॉलोनी, डीसी कॉलोनी, चत्तरगढ़ पट्टïी, अजय विहार मार्केट, सिविल अस्पताल, अनाजमंडी, बस स्टैंड सब्जी मंडी व बाजार ऐरिया को किया सैनिटाइज

सतीश बंसल सिरसा, 29 मई।

जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजेशन एक अहम उपाय है, इसी को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद द्वारा शहर में वार्ड अनुसार जहां गली मोहल्लों में सैनिटाइज किया जा रहा है वहीं कूड़ा उठाने वाले वाहनों के माध्यम से आमजन को स्वच्छता बनाए रखने व कोविड नियमों की पालना के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, कोविड-19 के नियमों जैसे सामाजिक दूरी को अपना कर, मास्क के प्रयोग से कोरोना को हराया जा सकता है। हर नागरिक जिम्मेवारी से संक्रमण से बचाव उपायों की पालना करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
उन्होंने बताया कि नगर परिषद / नगर पालिका द्वारा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शहर के रिहायशी इलाकों, सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, चौक-चौराहों और कंटेनमेंट जोन में प्रतिदिन सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में शनिवार को नगर परिषद सिरसा की टीमों द्वारा शहर में हुड्डïा कॉलोनी पार्ट एक, एडीसी कॉलोनी, डीसी कॉलोनी, चत्तरगढ़ पट्टïी, अजय विहार मार्केट, सिविल अस्पताल, अनाजमंडी, बस स्टैंड, सब्जी मंडी व बाजार ऐरिया आदि क्षेत्रों को सैनिटाइज किया गया।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में स्वच्छता का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है, इसलिए जिलावासी स्वयं की स्वच्छता के साथ-साथ शहर की स्वच्छता बनाए रखने में अपना पूर्ण सहयोग करें। आमजन गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग एकत्रित करे और नगर परिषद के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों में डालें। अपने आसपास गंदगी न जमा होने दें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन की हिदायतों व बचाव नियमों की पालना करें

ऑक्सीजन सिलेंडर सुविधा के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर डाल सकते हैं रिक्वेस्ट : उपायुक्त प्रदीप कुमार

जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने शनिवार को 17 जरूरतमंद रोगियों को उपलब्ध करवाएं ऑक्सीजन सिलेंडर, अबतक 381 को मिला ऑक्सीजन सिलेंडर सुविधा का लाभ

सतीश बंसल सिरसा, 29 मई।

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। नागरिक सुविधा का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल  पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक जिला में 381 रोगियों को इस सुविधा का लाभ मिल चुका हैं। शनिवार को 17 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए।
शनिवार को 17 व्यक्तियों को उपलब्ध करवाए ऑक्सीजन सिलेंडर :
इसी कड़ी में शनिवार को जिला रेडक्रॉस द्वारा 17 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए जिनमें सिरसा में चोपड़ा वाली गली निवासी राजेंद्र वधवा, कंगनपुर रोड़ निवासी धर्मवीर सिंह, रानियां रोड़ सिरसा निवासी नीलम रानी, रोड़ी बाजार सिरसा निवासी बृज नंदन, आर्य समाज रोड सिरसा निवासी बृजमोहन, मोहंता गार्डन सिरसा निवासी विनोद बंसल, कोर्ट कालोनी सिरसा निवासी रोशन लाल, मंडी डबवाली निवासी लाजवंती व गुलशन कुमार, गांव नुहियांवाली निवासी महेंद्र सिंह, गांव बुढाभाणा निवासी कौशल्या देवी, गांव बनसुधार निवासी पृथ्वी सिंह, ढाणी प्रताप सिंह निवासी हाकम देवी, गांव सुखचैन सिंह जगदीप सिंह, गांव बकरियांवाली निवासी अजय कुमार, गांव संतनगर निवासी लखबीर कौर, गांव मानक दीवान निवासी सावित्री देवी शामिल है।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए समस्या का सामना न करना पड़े, इसे लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन रोगियों के परिजनों को विभिन्न माध्यमों के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यदि कोई होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगी के परिजन यह सुविधा प्राप्त करना चाहते हैं तो वे ऑनलाइन माध्यम से अपनी मांग भेज सकते हैं। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए रोगी के परिजन  ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया जारी है, होम आइसोलेट के परिजन ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पर रजिस्ट्रेशन करके इस सुविधा का लाभ उठाएं।