राजऋषि दशरथ मेडिकल कालेज में 55 लाख की लागत से बनेगा ऑक्सिजन संयंत्र

देश में मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की फ़िलहाल किल्लत है, जिसके लिए रिलायंस से लेकर टाटा और कई अन्य कंपनियाँ सामने आई हैं। टाटा को जब नए संसद भवन के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी तो इन्हीं लोगों ने उसकी आलोचना की थी। अंबानी-अडानी को ये लोग रोज गाली देते हैं। इसी तरह अब वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। साथ ही एक वर्ग दोहरा रवैया अपनाते हुए ये भी पूछ रहा है कि 18 से कम के उम्र वालों को वैक्सीन पहले ही क्यों नहीं दी?

अब जब देश कोरोना काल में एक तरह के मेडिकल आपातकाल से गुजर रहा है, ऐसे समय में ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट देश में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए आया है। ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि वो दशरथ मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करेगा। देश में ऑक्सीजन की दिक्कत को देखते हुए ट्रस्ट ने ये बड़ा फैसला लिया है। इस ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने में 55 लाख रुपए का खर्च आएगा।

‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉक्टर अनिल मिश्र ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर से परेशान है, ऐसे में राम मंदिर की तरफ से भी जनहित में योगदान दिया जा रहा है। बता दें कि रामलला के अस्थायी मंदिर में दर्शन-पूजन पहले ही रोक दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ न जुटे। इसी तरह कुम्भ के अखाड़ों ने भी हरिद्वार में अब इसे प्रतीकात्मक रखने का फैसला किया।

इस खबर से गिरोह विशेष को ज़रूर परेशानी हो सकती है, जो लगातार मंदिर-मंदिर की रट लगाए हुए था और पूछा जा रहा था कि जिस देश में मंदिर बनवाए जाते हों, वहाँ स्वास्थ्य सिस्टम कैसे सुधरेगा? अब उन्हें आत्मचिंतन करने का समय आ गया है क्योंकि मंदिर सरकार नहीं, श्रद्धालु बनवा रहे हैं। हाँ, मंदिर की संपत्ति पर ज़रूर सरकार का कब्ज़ा है। क्या किसी अन्य मजहब में ऐसा होता है? हिसाब माँगा जाता है?

हाल ही में अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने इसी तरह का प्रोपेगंडा फैलाया था। स्वरा भास्कर को ये तो जानना ही चाहिए कि इस आपात स्थिति में राम मंदिर क्या कर रहा है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी दो और खबरें हैं, जो आजकल में ही आईं।

  1. राजस्थान के सांगनेर स्थित जामा मस्जिद में जब पुलिस लॉकडाउन का पालन कराने गई तो पुलिस पर ईंट-पत्थरों से हमला किया गया।
  2. गुजरात के कपड़वंज स्थित अली मस्जिद में भीड़ जुटाने से रोका गया तो पुलिस पर हमला हुआ।

अभी तक गिरोह विशेष के एक भी सेलेब्रिटी ने इन घटनाओं की निंदा नहीं की है। पिछले साल भी ऐसी कई घटनाएँ सामने आई थीं, ये नई नहीं हैं। कहीं ऐसा तो नहीं है कि गाँवों में स्थित छोटे मंदिरों से लेकर हजारों वर्ष पुराने भव्य मंदिर तक कोरोना काल में जिस तरह से गरीबों की सेवा कर रहे हैं, उसे छिपाने के लिए राम मंदिर के दान का मुद्दा बार-बार उठाया जाता है? साथ ही इससे इस्लामी कट्टरपंथियों की करतूतों पर भी पर्दा डाला जाता है?

असली कारण यही है। पीएम केयर्स फंड में जिस तरह से मंदिरों ने आगे आकर बढ़-चढ़ कर दान दिया, उसकी प्रशंसा इन सेलेब्रिटीज ने नहीं की। कुम्भ को सही समय पर समाप्त कर के अखाड़ों ने बिना किसी के कहे ही जनहित में निर्णय लिया, उसकी तारीफ़ इन वामपंथी पत्रकारों ने नहीं की। IIT कानपुर के उस रिसर्च पर आँख मूँद लिया गया, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि कुम्भ से कोरोना के प्रसार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

देश में मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की फ़िलहाल किल्लत है, जिसके लिए रिलायंस से लेकर टाटा और कई अन्य कंपनियाँ सामने आई हैं। टाटा को जब नए संसद भवन के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी तो इन्हीं लोगों ने उसकी आलोचना की थी। अंबानी-अडानी को ये लोग रोज गाली देते हैं। इसी तरह अब वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। साथ ही एक वर्ग दोहरा रवैया अपनाते हुए ये भी पूछ रहा है कि 18 से कम के उम्र वालों को वैक्सीन पहले ही क्यों नहीं दी?

असली दिक्कत ये नहीं है। अगर हम मंदिरों की सूची गिनाने लगें जिन्होंने कोरोना काल में गरीबों के भोजन से लेकर आमजनों में जागरूकता फैलाने का काम किया है तो कई पन्ने छोटे पड़ जाएँगे। सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि लिबरल गिरोह को ह्यूमन चेन टाइप की कोई स्टोरी आजकल मिल नहीं रही है क्योंकि तबलीगी जमात प्रकरण से लेकर अबकी रमजान में छूट की माँग तक, मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए कहानियों का उनके पास भी अभाव है।

आपको याद होगा एक युवती ने लिखा था कि जब राम मंदिर के लिए चंदा माँगने के लिए लोग उसके घर आए तो वो कई मिनटों तक गुस्से में काँपती रही। एक महिला ने तो चंदा माँगने वालों की बेइज्जती करते हुए वीडियो भी पोस्ट कर मजे लिए थे। अब यही लोग मंदिरों से हिसाब माँगते हैं, जबकि इन मंदिरों को बनाने से लेकर इनमें पूजा-पाठ तक, इनका योगदान शून्य ही होता है। अब सोशल मीडिया मंदिर के रुपयों से हिसाब का सवाल लिए भरा पड़ा है।

हाल ही में स्वामीनारायण मंदिर ने अपने परिसर में ही कोविड केयर यूनिट स्थापित किया। वजह ये है कि मोदी काल में पौने 2 लाख किलोमीटर सड़कें, 12 नए AIIMS, 7 नए IIT-IIM-IIIT और 35 एयरपोर्ट्स बने हैं; इन आँकड़ों को छिपाने के लिए ये नैरेटिव तो बनाना पड़ेगा न कि ‘मोदी सरकार मंदिर बनवाती है।’ अभी तो 3 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला गैस योजना का लाभ मिलने और 11 करोड़ टॉयलेट्स बनवाने की बात हमने की ही नहीं।

मंदिर का पैसा सरकार रखती है। लेकिन, हज के लिए सब्सिडी सरकार देती है। कई राज्यों में मौलानाओं और मस्जिद के कर्मचारियों को वेतन सरकार देती है। पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में दरगाह के लिए खजाने सरकार खोलती है। राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों में CM की तस्वीर के साथ मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए विज्ञापन सरकार देती है। हज हाउस सरकार बनवाती है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग सरकार का मंत्रालय है।

अब जब इस कोरोना काल में ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट ने अयोध्या के राजाश्री दशरथ मेडिकल कॉलेज में 55 लाख रुपए की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है, तो लिबरल गिरोह की जुबान सिल जाएगी। तबलीगी जमात के सुपर स्प्रेडर्स का बचाव करने वाले ये लोग श्रीराम मंदिर ट्रस्ट द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाने या देश के हजारों मंदिरों द्वारा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में योगदान दिए जाने पर चूँ तक न करेंगे।

पुलिस फाइलें, पंचकूला – 22 अप्रैल

पुलिस कमीश्नरेट पचंकूला – 22 अप्रैल 2021 :

पचंकूला पुलिस नें सार्वजनिक स्थान मोरनी रोड पर हगांमा करके आमजन की शान्ति भंग करनें वालें दो आरोपियो को किया गिरफ्तार ।

                पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पचंकूला पुलिस नें अपराधो की रोकथाम हेतु गस्त पडताल करते हुए अपराधो की रोकथाम हेतु नकेल कसी जा रही है जिसके तहत पुलिस थाना चण्डीमन्दिर पचंकूला की टीम नें कल दिनाक 21 अप्रैल को सार्वजनिक स्थान पर हगांमा करके आमजन की शान्ति को भंग करनें के जुर्म में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान  नितेश कुमार पुत्र नीटु कुमार वासी सुभाष नगर पिन्जौर तथा रहिश पुत्र सफिक वासी मन्सा देवी पचंकूला के रुप में हुई । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ धारा 160 भा0द0स0 के तहत पुलिस थाना चण्डीमन्दिर पंचकूला में दर्ज किया गया ।

जानकारी के मुताबिक पुलिस थाना चण्डीमन्दिर पुलिस की टीम अपराधो की रोकथाम हेतु टी-पुआण्ट मोरनी रोड पर मौजुद थी । तभी नजदीक अग्रेजी शराब मोरनी रोड पचंकूला के पास देखा तो वहा पर दो व्यकित सरेआम शराब पीकर लडाई-झगडा हाथापाई कर रहें थें । जिस से आमजन की शान्ति भंग हो रही थी । जो पुलिस की पार्टी नें मौका पर जाकर दोनो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये आरोपियो के खिलाफ धारा 160 भा0द0स0 के तहत पुलिस थाना चण्डीमन्दिर में मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाई करते हुए उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार किया गया ।

पुलिस कमीश्नरेट पचंकूला – 22 अप्रैल 2021 :

अपने फेसबुक अकाउंट को क्लोनिंग से कैसे बचाएं- डी.सी.पी. पचंकूला

               पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री मोहित हांडा (IPS) पुलिस उपायुक्त पचंकूला के दिशा निर्देशो पर साइबर अपराध धोखाधडी से बचनें के लिए और सर्तक होनें की जरुरत है जैसे आजकल फेसबुक के फ्राड बढ रहें है

अपने Facebook अकाउंट को ऐसे रखें प्राइवेट और करें सिक्यॉर

1.      सबसे पहले तो आप अपने फेसबुक अकाउंट पर लॉग-इन करें और देखें कि आपने किन-किन ऐप्स पर फेसबुक के ज़रिए लॉग-इन किया हुआ है । इसके बाद उन सभी ऐप्स को फेसबुक से अनलिंक कर दें ।

इसके लिए Facebook पर Settings में जाएं और फिर Apps and websites आइकन पर क्लिक करें । यहां आपको वे ऐप्स और वेबसाइट्स नज़र आएंगी, जिन्हें आपने अपने फेसबुक अकाउंट के ज़रिए लॉग-इन किया है । उन ऐप्स को लिस्ट से रिमूव कर दें ।

2.       फेसबुक पर कई ऐसे ऐप्स भी मौजूद होते हैं, जो कई तरह के क्विज कराते हैं। ऐसे क्विज में हिस्सा लेने से बचें क्योंकि ऐसा करते वक्त हो सकता है कि आप अनजाने में ही अपनी निजी जानकारी और अन्य डेटा शेयर कर दें ।

3.      आमतौर पर फेसबुक यूजर्स की सभी पोस्ट को सार्वजनिक रखता है। ऐसे में जब भी आप अपने फेसबुक अकाउंट पर कुछ भी पोस्ट करें तो ध्यान रखें कि आप अपने ऑडियंस को स्पेसिफाइ कर लें यानी तय कर लें कि आप फेसबुक पर किन लोगों के साथ अपना डेटा या फोटो शेयर करना चाहते हैं। बेहतर होगा कि अपनी कोई पोस्ट या फोटो शेयर करने के लिए आप ‘Only friends’ पर क्लिक करें ।

4.      अपने फेसबुक अकाउंट की Settings में जाकर लॉग-इन अलर्ट सेट कर लें, ताकि जब भी किसी अनजान सोर्स से आपके अकाउंट पर लॉग-इन हो तो आपको नोटिफिकेशन मिल जाए और आप सचेत हो जाएं। लॉग-इन अलर्ट सेट करने के लिए Security and Login Settings में जाएं। इसके बाद Settings में Get alerts पर क्लिक करें ।

जानिए कैसे ठगी करते है साईबर क्रिमनल :-

आज कल फेसबुक के जरिये ऑनलाइन फ्रॉड के हजारों मामले सामने आये हैं. लेकिन समझने की जरूरत है कि आखिर ये ऑनलाइन फ्रॉड होता कैसे है. पैसों की ठगी या ऑनलाइन फ्रॉड सिर्फ फेसबुक तक सीमित नहीं है. व्हाट्सऐप और ओलेक्स के जरिये भी ऑनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आये हैं ।

फेसबुक मैसेंजर के पर्सनल चैट में अगर आपका कोई करीबी दोस्त या रिश्तेदार आपको मैसेज करे कि उसे तत्काल कुछ पैसों की जरूरत है, वो आज कल में आपको लौटा देगा तो आपका रिसपॉन्स क्या होगा ? अगर उसने बहुत ज्यादा पैसे नहीं मांगे हैं तो बहुत संभावना है कि आप उसे तुरंत वो पैसे ट्रांसफर कर दें. लेकिन ट्रांसफर करने के बाद जब आप अपने दोस्त से कॉल करके पैसे मांगे तो आपको पता चले कि आप ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गये हैं ।

ऐसी कुछ घटनायें पिछले 6 महीने में बहुत तेजी से बढ़ी हैं. ऑनलाइन ठगों ने पहले तो अकाउंट हैक करने की कोशिश की और फिर उसकी फ्रेंड लिस्ट में जाकर दोस्तों से पैसे मांगे. ये मामले इतने तेजी से बढ़े कि अब लोग खुद भी थोड़ा जागरुक होने लगे. लेकिन ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों ने अब एक और नया तरीका निकाला है. अब वो किसी बड़े सेलिब्रिटी, बड़े राजनेता, बड़े सरकारी अधिकारी या पुलिस अधिकारी की फर्जी आईडी बनाकर, उनकी तस्वीरें और पोस्ट इस्तेमाल करके फेसबुक पर किसी जरूरी काम या सार्वजनिक काम के नाम पर पैसे मांगते हैं. लोग ऑफिशियल अकाउंट समझकर पैसे ट्रांसफर भी कर देते हैं :-

आनलाईन धोखाधडी से बचनें के लिए कुछ जरुरी सुझाव :-

·        OLX या अन्य Online Shopping App पर सामान खरीदते व बेचते समय Request Money Link का इस्तेमाल न करे

·        Google पर सर्च किये गये कस्टमर केयर नम्बर का इस्तेमाल न करे, धोखा हो सकता हैं ।

·        Olx.in साईट से कुछ भी खरीदते समय किसी अन्जान फौजी की ड्रैस में भेजी गई फोटो की पहचान पत्र पर विश्वास ना करें ना  ही कोई        कस्टम फीस आनलाईन ट्रांसफर करे । किसी भी प्रकार की फीस अन्जान व्यकित के गुगल अकाऊंट व पे अकाऊण्ट में ट्रांसफर ना करें । नही तो    आपके साथ साईबर धोखाधडी का शिकार हो सकतें हों ।

·        Facebook/Messenger/WhatsApp आदि सोशल अकाउण्ट के माध्यम से पैसो की मांग पर भरोसा ना करे, फोन करके या मिलकर कन्फर्म अवश्य करे ।

·        फोन काल/SMS या अन्य किसी माध्यम से OTP(Verification Code), UPI MPIN,ATM PIN & CVV किसी के साथ शेयर न करे ।

·        KYC के लिये SMS पर ध्यान ना दे और ना ही SMS में दिये गये मोबाईल नम्बर पर काल करे ।

रेलगाड़ियां बन्द करने की बजाय फेरे कम करने का अग्रिम सुझाव

पिछले महीने तक लग रहा था कि महामारी से तबाह हुई भारत की अर्थव्यवस्था संभल रही है। इस रिकवरी को देखते हुए कई अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की विकास दर 10 से 13 प्रतिशत के बीच बढ़ने की भविष्वाणी की थी। लेकिन अप्रैल में कोरोना वायरस की दूसरी भयावह लहर के कारण न केवल इस रिकवरी पर ब्रेक लगा है बल्कि पिछले छह महीने में हुए उछाल पर पानी फिरता नज़र आता है। रेटिंग एजेंसियों ने अपनी भविष्यवाणी में बदलाव करते हुए भारत की विकास दर को दो प्रतिशत घटा दिया है। अब जबकि राज्य सरकारें लगभग रोज़ नए प्रतिबंधों की घोषणाएं कर रही हैं तो अर्थव्यवस्था के विकास में बाधाएं आना स्वाभाविक है। बेरोज़गारी बढ़ रही है, महंगाई के बढ़ने के पूरे संकेत मिल रहे हैं और मज़दूरों का बड़े शहरों से पलायन भी शुरू हो चुका है।

करणीदान सिंह, श्रीगंगानगर:

भारत एक बार फिर कोरोना संक्रमण की गिरफ़्त में आ गया। कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर बहुत ज़्यादा ख़तरनाक साबित हो रही है और इसने भारत के शहरों को बुरी तरह जकड़ लिया है। कोरोना की इस दूसरी लहर में मध्य अप्रैल तक हर दिन संक्रमण के लगभग एक लाख मामले आने लगे। रविवार को भारत में कोरोना संक्रमण के 2,70,000 केस दर्ज किए गए थे और 1600 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी. एक दिन में यह संक्रमण और मौतों का सबसे बड़ा रिकॉर्ड था।

ऐसे में रेल परिवहन पर बड़ा असर पड़ रहा है। प्रवासी श्रमिकों की घर वापीसी ने यह मुश्किलें और भी बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेलवे ने कई रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद करने के सुझाव/ निर्देश दिये हैं।

कोरोना की दूसरी लहर का रेल यात्रीभार पर काफी असर महसूस किया जा रहा हैं। जेडआरयूसीसी सदस्य भीम शर्मा ने रेलवे अधिकारियों को अग्रिम सुझाव भेजा हैं कि किसी भी ट्रेन को पूर्णतः बंद करने की बजाय उसके फेरों में कमी करके संचालन जारी रखा जाना चाहिये। अगर किसी दैनिक ट्रैन का यात्रीभार कम आंका जा रहा हैं तो उसे त्रि-साप्ताहिक या द्वि साप्ताहिक के रूप में चलाया जाना चाहिये। किसी भी ट्रेन का संचालन पूरी तरह से बन्द करना उचित नही होगा।

कोरोना के चलते चंडीगढ़ में लंबे लॉकडाउन की कवायद

चंडीगढ़ – 22 अप्रैल:

इन दिनों कोरोना वायरस विस्फोटक रूप में है, जो फटता ही जा रहा है| रोजाना न जाने कितने लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं और एक बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। अब कोरोना से बदहाल हुए हालातों पर काबू पाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही हैं। कोरोना को लेकर अगर चंडीगढ़ पर एक नजर डालें तो यहां भी हर रोज दर्ज किये जाने वाले मामलों में काफी उछाल देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों जहां यहां रोज कोरोना मामले 400 के आसपास दर्ज किये जा रहे थे, वहीँ अब यह संख्या 600 रोजाना के आसपास पहुंच गई है। फिलहाल, शहर में कोरोना संकट को देखते हुए शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रशासन की एक बड़ी बैठक होने वाली है। प्रशासन ने ही यह जानकारी दी है। कहा गया है कि शहर में वीकेंड लॉकडाउन या एक लंबा लॉकडाउन लगाने को लेकर बैठक में फैसला लिया जायेगा। इसके साथ ही आज रात का कर्फ्यू 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा। बतादें कि, प्रशासन शहर में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का ऐलान पहले ही कर चुका है।

हरियाणा में शुक्रवार शाम से कोरोना कर्फ्यू

हरियाणा में शुक्रवार शाम छह बजे से सभी बाजार बंद हो जाएंगे। गृहमंत्री अनिल विज ने यह आदेश जारी किया है। इसके अलावा सभी गैर-जरूरी समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विज ने कहा है कि निर्धारित सीमा के भीतर किसी भी काम को यदि करना है तो आयोजनकर्ता को इसके लिए संबंधित एसडीएम से अनुमति लेनी होगी।

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच हरियाणा सरकार धरने पर बैठे किसानों को कोरोना से बचाने की तैयारी में जुट गई है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरियाणा की सीमा पर बैठे किसानों के साथ एक बैठक करेंगे। इसमें उन्हें कोविड की जांच और वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी दी जाएगी। किसान नेताओं की सहमति के बाद विभाग अपना काम शुरू करेगा।

अनिल विज ने कहा कि धरने पर बैठै किसानों को वैक्सीन लगवानी चाहिए। आंदोलन अपनी जगह है और सुरक्षा अपनी जगह है। सरकार की तरफ से डीसी व एसपी उनसे मिलने गए थे, लेकिन बात नहीं हो पाई। फिर से अधिकारी किसान नेताओं से मिलेंगे और बात करेंगे कि किसानों को वैक्सीन भी लग सके और उनका कोरोना टेस्ट भी हो सके।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि बहुत संख्या में लोग कोरोना के लक्षण आने के बावजूद जांच न करवाकर इधर-उधर से दवा लेकर खा रहे हैं। इस कारण संक्रमण ज्यादा फैल रहा है। सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि जिसको भी कोरोना के लक्षण हैं, अगर वह किसी प्राइवेट डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर इलाज करने से पहले उसकी कोरोना जांच करवाएं। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही इलाज करें। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो मरीज को कोरोना अस्पताल भेजें।  

इसी संदर्भ में आम जन आक्रोश भी झलका है। एक सोशल मीडिया यूसर मनोज कुमार ने ट्वीट कर कहा

“कमाल की सरकार है और कमाल के इनके मंत्री, जो काम का टाइम होता है उसी टाइम दुकान बन्द। पहले नोकरी से निकाल दिया अब छोटी सी दुकानदारी शुरू की थी उसकी भी ऐसी तैसी कर दो। मार दो आम आदमी को , कोरोना से नही मरेंगे तो तुम मार दोगे। हद हो गई तुम्हारी तो सीधे यही बोल दो ना के जहर खा लो”

DGP releases Haryana Police Journal

Panchkula, April 22:

                     Director General of Police (DGP), Haryana, Sh. Manoj Yadava today released the Haryana Police Journal-2020 (Vol.3) in the presence of senior police officers and subject experts at Police headquarters.

          Appreciating the efforts of all members of the editorial and advisory board of the journal, the DGP said that various topics of the journal were enlightening and a source of information for the readers as well as the researchers in policing across the country. It has direct connection in day-to-day events in the policing and criminal justice system.

           “Being patron of the Haryana Police Journal, I am delighted that someone which was launched three years back, sustained and continued.” The first volume of the HPJ was launched in 2018 followed by Vol.2 in 2019.

          Congratulating the IGP, Dr. Hanif Qureshi for coming out with this publication, the DGP said that this is a unique initiative which would further enrich the subjects related to police services, besides connecting police leaders, researchers, analysts and planners. The important topics documented in the journal would herald a new era in the criminal justice system and new scientific approach to age old problems of policing in India.

           Speaking on the occasion, IGP and Editor of the journal Dr. Hanif Qureshi informed that Haryana Police has been publishing its journal on the pattern of Indian Police Journal since 2018. The objective of publication is compilation of good police practices that can be shared for the knowledge and benefit of all. All research articles compiled by policing practitioners, academic researchers, judicial officers, lawyers, students and citizens had undergone peer review by anonymous experts.

          The silent features of the journal are critical analysis and commentary on topics ranging from current law enforcement policies, police issues, police investigations, accountability, human rights and related criminal justice issues.  It also draws on examples of good practice from Haryana and all over the country and examines current academic research and its application to the improvement of policing in India.

          The event was attended by the ADGP Modernisation and Welfare Sh. Alok Kumar Roy, ADGP Admin & IT Sh. A.S. Chawla, ADGP Law and Order, Sh. Navdeep Singh Virk, ADGP CAW Smt. Kala Ramchandran, IGP Law and Order, Sh. Rakesh Arya and other senior Police Officers, while Judicial Magistrate, Punjab Smt. Aashia Jindal, ADJ Sonipat Dr. Parminder Kaur and Director, Centre for Mental Health, Delhi, Dr. Sarika Boora attended through virtual conference.

EOM

Caption – DGP Haryana Sh. Manoj Yadava releases the Haryana Police Journal-2020 (Vol.3) in the presence of senior police officers and other subject experts at Police headquarters on April 22, 2021.

गांधी खानदान द्वारा करोना महामारी की आड़ में लगातार मोदी जी पर दोषारोपण करना, उनके मानसिक दिवालियापन का जीता जागता उदाहरण है

पंचकूला, 22 अप्रैल:

 केंद्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस, सेक्टर-1 पंचकूला में चल रहे वैक्सीनेशन कैंप में शिरकत की और बताया की गांधी खानदान द्वारा करोना महामारी की आड़ में लगातार मोदी जी पर दोषारोपण करना, उनके मानसिक दिवालियापन का जीता जागता उदाहरण है।

 कटारिया ने आज सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पर करारा व तेज प्रहार करते हुए कहा की जिन जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और जहां जहां कांग्रेस समर्थित सरकार है, उन राज्यों में कोविड-19 के मामले दिन रात बढ़ रहे हैं, अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर दोषारोपण कर रही है, जबकि महाराष्ट्र ने जैसी  असंवेदनशीलता दिखाई है उसका नतीजा है कि आज लगभग 40 से 50 प्रतिशत मामले एक ही राज्य में आ रहे हैं क्या यह हकीकत नहीं है कि पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सरकार ने प्रेस रिलीज जारी कहा था कि हम कोरोना वैक्सीन नहीं लेंगे।

कटारिया ने कहा कि मोदी जी जितना देश के संघात्मक ढांचे को महत्व देते हुए कोऑपरेटिव फेडरेलिज्म की ओर ध्यान देते हैं, परिणामस्वरूप राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ 1 वर्ष में प्रधानमंत्री कई बैठक बुला चुके हैं, प्रधानमंत्री राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई,  वेंटिलेटर सप्लाई,  मास्क सप्लाई व दवाइयां सप्लाई करने को लेकर खुद समीक्षा कर रहे हैं, यह दर्शाता है की प्रधानमंत्री इस महामारी से कितनी कढ़ाई के साथ मुकाबला कर रहे हैं।

कटारिया ने कहा आईसीएमआर के मुताबिक जो लोग कोविड वैक्सीन की डोज ले रहे हैं, उनमें संक्रमण की दर बहुत कम है। इसलिए अधिक से अधिक लोग करोना कि वैक्सीन लगवाए और इस महामारी को दूर भगाने के लिए सरकार का साथ दें। अभी तक भारत में 13,01,19,310 लोगों को वैक्सिंग की डोज दी जा चुकी है।

वीटा बूथ आवंटन में हो रही धांधली, चेहतों को आवंटित किए जा रहे हैं वीटा बूथ : चंद्रमोहन

पंचकूला 22 अप्रैल:

हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि वीटा बूथ आवंटन में बड़ी धांधली हो रही है। भाजपा के कार्यकर्ताओं को यह बूथ आवंटित किए जा रहे हैं, जबकि पॉलिसी के मुताबिक आवंटन प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही। पिछले कुछ दिनों में देखने में आया है कि भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को शहर की बेहतरीन जगहों पर वीटा बूथ आवंटित कर दिये गए। जबकि बूथ जरूरतमंद लोगों को दिए जाने  चाहिए थे। इन बूथों का उद्घाटन भी स्वयं हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने ही किया है, जिससे स्पष्ट है कि यह बूथ भाजपा के कार्यकर्ताओं के हैं और मिलीभगत के साथ बूथ आवंटित हो रहे हैं।

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने आरोप लगाया है कि कई परीवार ऐसे है उनमै ऐक ही परीवार मैं दो दो सदस्यों को विटा बुथ आवंटित किए गए हैं उन बुथो का किराया मात्र 1100/ लगभग है जब की कई बुथ मालिकों ने तो आगे ज़्यादा किराए पर (Sublet) उप किरायेदारों को दे दिये है जब के उसी मार्केट मैं अगर हम बुथ किराये पर लै तो उस का किराया 30000/ से कम पर नही  मिलेगा मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहै है उनकी सरकार पारदर्शी तरीक़े से काम कर रही है जब की यहाँ तो कानुन की धजीआं उड़ाई जा रहीं है 
 चंद्रमोहन ने कहा कि माता मनसा देवी कॉम्प्लेक्स स्वासतीक विहार सेक्टर 5,सेक्टर 2,4,7, 8, 9, 10, 11-15 चौक, सेक्टर 19, सेकटर 20,सेक्टर 28 सहित इत्यादि इत्यादि  अन्य जगहों पर बने वीटा बूथों में अधिकतर भाजपा कार्यकर्ताओं के हैं। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा कि वीटा बूथ आवंटित करने से पहले समाचार पत्रों में विज्ञापन देना होता है और उसके बाद अन्य फॉर्मेलिटी पूरी करनी होती हैं।

चंद्रमोहन ने आरोप लगाया कि कुछ ही वीटा बूथों की जानकारी ही विज्ञापन के माध्यम से दी जाती है और पता चला है कि भाजपा के चहेते हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में अधिकारियों से मिलीभगत करके शहर के नामी जगहों पर जगह अलाट करवा लेते हैं और उसके बाद वीटा विभाग में जाकर उस जगह पर अपना बूथ अलॉट करवा लेते हैं, जो कि एक बड़ा घोटाला है। जो वीटा बूथ आम आदमी को मिलने चाहिए, वह भाजपा द्वारा अपने चहेतों को बांटे जा रहे हैं । चन्द्रमोहन ने आरोप लगाया है के पचकुलां के मास्टर प्लान (हुड्डा विभाग) मैं ईतने बुथ खोलने का कोई प्रावधान नहीं है जब की विटा बुथ , हैंडी केप, व बेरोज़गारों, के देने चाहिए थे चंद्रमोहन ने हरीयाणा सरकार से मांग की है कि अब तक शहर में अलोट किए गए बूथों की निष्पक्ष ऐजंसी से जांच करवाई जाए , ताकि पता चले कि कितने वीटा बूथों का विज्ञापन दिया गया और कितने बिना विज्ञापन अलॉट कर दिए गए।

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UIFT & VD, PANJAB UNIVERSITY organizes Webinar

Chandigarh April 22, 2021

University Institute of Fashion Technology & Vocational Development, (UIFT & VD), Panjab University, Chandigarh, organized a webinar titled “Sewing Threads: Technicalities in Selection and Usage on Fashion Products” ,today.

Mr Uday Narayan Bammanwadi, Technical Service Manager with M/s. Guetermann India Private Limited, Gurgaon in his address, talked about the sewing threads – how these are manufactured, what are the types of sewing threads used in the apparel and textile industry and technicalities related to sewing and sewing threads. He differentiated between the spun and core spun sewing threads and elaborated Micro Core Technology (MCT) in thread manufacturing. There are various types of raw material or fibers used in manufacturing of yarn. He also illustrated how PET bottles are recycled to prepare sewing yarn contributing towards sustainable practices.

Puckering is a very common problem encountered during stitching operations on the production floor. He discussed various kinds of Puckering and technical reasons for the problem and showed samples of how correct selection of needle and yarn can lead to no pucker situation. Adjusting feed dog for pucker free situation was also demonstrated. 

Ticket number or yarn thickness and its selection for different fabrics were discussed at length. While stitching, a needle thread is continuously under pressure and has friction with the needle hole and the fabric. Needle temperature is also raised while high speed sewing and lubrication of sewing thread protect it from these extreme temperatures. Lubrication of thread can be during the dyeing stage or it can be done once the thread is manufactured. Mr Uday stressed that dyebath lubrication is better and lend the yarn with such qualities that thread remains intact and can withstand so many pressures and abrasions. 

Earlier, Anu H. Gupta, Chairperson of UIFT & VD welcomed and introduced the key speaker who has more than 26 years of technical experience in the field of Apparel and sewing technology. She said that

correct choice of sewing thread is very important as the selection of needle and thread can immensely reduce the rejects in a garment factory . 

Around 100 participants including Research scholars, students of Fashion Technology and faculty members from various colleges within and outside the city attended the webinar. 

The speaker answered queries of lot of students like sewing on stretchable fabrics, how GSM of fabric is related to the selection of sewing thread, the needle and machine etc.  Overall, the webinar was very interesting and informative for the researchers and students who will be joining industry in future. 

PUAA plants Trees on World Earth Day

Chandigarh April 22, 2021



Panjab University Alumni Association organized a plantation drive at PU alumni house to celebrate World Earth Day ,here today.


Prof. Jagat Bhushan, Controller of Examinations planted trees in the presence of Prof Anupama Sharma, Dean Alumni Relations, Ms. Renuka Salwan, Director Public Relations, Mr. Amandeep Singla, AE Horticulture along with staff of PU alumni association.


Dr. Jagat Bhushan said that tree plantation is very important step for the community, especially in the testing times of COVID19 and this initiative will go a long way in inculcating awareness about environment amongst students, faculty and staff.

Over 150 saplings of Neem and Gulmohar trees and Sangunya, schefflera, fern and euphorbia plants were planted in the entire premises of alumni house. 


Everyone took a pledge to take care of the plants and to make the environs beautiful and green.