नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी मिल्खराज चुघ को आज कार्यभार मुक्त कर जयपुर के लिए रिलीव

करणीदानसिंह राजपूत – सूरतगढ़ 5 अप्रैल 2021.

नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी मिल्खराज चुघ को आज कार्यभार मुक्त कर जयपुर के लिए रिलीव कर दिया गया। 

उनका कार्यभार कार्यवाहक सहायक अभियंता सुशील कुमार सिहाग को सौंपा गया है।

विदित रहे कि स्वायत्त शासन विभाग ने 1 अप्रैल को अधिशासी अधिकारी  को पद स्थापन प्रतीक्षा में स्थानांतरित कर जयपुर मुख्यालय पर हाजिरी देने का आदेश जारी किया था।

नगरपालिका के कार्यालय सहायक केवलकृष्ण आहुजा का स्थानांतरण पीलीबंगा कर दिया गया। आहुजा को भी आज कार्यमुक्त कर पीलीबंगा के लिए रिलीव कर दिया गया।

सेट पर 45 लोगों के कोरोना संक्रमित होने से टला अक्ष्य की फिल्म राम सेतु का छायांकन

मुंबई के मड आइलैंड में सोमवार यानी 5 अप्रैल को 100 लोगों की एक टीम फिल्म ‘राम सेतु’ के सेट पर पहुंचने वाली थी। लेकिन अक्षय कुमार और फिल्म के प्रड्यूसर विक्रम मल्होत्रा ने सभी के कोविड टेस्ट कराने का निर्णय लिया। बताया जा रहा है कि 100 लोगों में से 45 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस तरह से अक्षय कुमार और विक्रम मल्होत्रा की सावधानी ने कई लोगों को कोरोना वायरस से बचाया है।

  • राम सेतु के लिए काम कर रहे 45 जूनियर आर्टिस्ट के कोरोना की चपेट में 
  • सभी कोरोना संक्रमितों को तुरंत क्वारंटीन कर दिया गया
  • 5 अप्रैल को 100 लोग राम सेतु के सेट पर अपना काम शुरू करने वाले थे

फिल्म ‘राम सेतु’ की शूटिंग के लिए कुछ ही दिनों पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और फिर अयोध्या पहुँचे अभिनेता अक्षय कुमार कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। मुंबई के मढ द्वीप पर इस फिल्म की शूटिंग होनी थी। अभिनेत्री नुसरत भरूचा और जैकलीन फर्नांडिस भी इस फिल्म की शूटिंग कर रही थीं। अब इस फिल्म से जुड़े 45 जूनियर आर्टिस्ट कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित हो गए हैं।

सोमवार (अप्रैल 5, 2021) को 100 जूनियर कलाकारों की एक टीम शूटिंग में शामिल होने वाली थी। फिल्म के मुख्य अभिनेता अक्षय कुमार और निर्माता विक्रम मल्होत्रा ने फिल्म की शूटिंग में शामिल होने वाली सभी कलाकारों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर रखा है। एक दैनिक की खबर के अनुसार, 100 की टीम में से 45 का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला। ‘फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉईज (FWICE)’ ने इस खबर की पुष्टि की है।

संगठन के महासचिव अशोक दुबे ने कहा कि ‘राम सेतु’ की शूटिंग के दौरान पूरी सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सभी 45 कोरोना पॉजिटिव कलाकारों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। अब शूटिंग को भी रोक दिया गया है। अगले 15 दिनों में इस फिल्म की शूटिंग फिर से शायद ही शुरू हो पाए। हर दो दिन पर सावधानी के लिए सेट पर सबका कोरोना टेस्ट किया जाता है।

बताया गया है कि पॉजिटिव आने वालों को आइसोलेट करने के साथ ही उनका खर्च भी ‘राम सेतु’ की टीम ही वहन करती है। अगर किसी को कुछ तकलीफ महसूस होती है तो उसे तुरंत आइसोलेट किया जाता है। अक्षय कुमार ने खुद कई बार टेस्ट कराया है। महाराष्ट्र में पहले से ही कोरोना के रोज 50,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 1 दिन में देश में 1 लाख मामले सामने आए, जो अब तक का सर्वाधिक है।

अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आप सभी की शुभकामनाओं और प्रार्थनाओं के लिए आभार। ऐसा लग रहा है जैसे उनका असर हो रहा है। मैं ठीक हूँ, लेकिन सावधानी के तौर पर मेडिकल सलाहों को मान कर मैं अस्पताल में हूँ। मैं जल्द ही घर वापस लौटूँगा।” इससे पहले अक्षय कुमार होम क्वारंटाइन में थे। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में अपने संपर्क में आए सभी लोगों को कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी थी।

हाल ही में नुसरत ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की थीं, जिसमें वह ‘राम सेतु’ की स्क्रिाप्ट पढ़ते हुए नजर आ रही थीं। उन्होंने लिखा था, “Let’s do this!!”। इसी के साथ उन्होंने अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडीज और फिल्म के डायरेक्टर अभिषेक शर्मा को भी टैग किया था। उन्होंने इस फिल्म में मौका मिलने के लिए खुद को ‘सौभाग्यशाली’ करार दिया था। अक्षय, नुसरत और जैकलीन यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे।

विज्ञापन की जगह कर्मचारियों को समय पर वेतन देते तो कहीं ज्यादा नाम हो सकता है – दिल्ली हाईकोर्ट की केजरीवाल सरकार को कड़ी फटकार

 नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने आरटीआई द्वारा 3 जुलाई 2019 को पूछे गए सवालों के जवाबों की प्रति को शुक्रवार (2 अप्रैल, 2021) को ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ”RTI से खुलासा हुआ कि 1 अप्रैल 2015 से लेकर 31 मार्च 2019 के बीच दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने ना ही किसी हॉस्पिटल को अनुदान दिया और न ही किसी नए फ्लाईओवर का निर्माण करवाया। बस झूठे विज्ञापन दे-दे कर जनता को मूर्ख बना लिया और जनता भी इसकी बातों में आ गई।” दीगर बात है कि अरविंद केजरीवाल का रवैया भाजपा द्वारा संचालित दिल्ली निगम के साथ बेहद पक्षपातपूर्ण रहा है। दिल्ली निगम अरविंद केजरीवाल के पिछले कार्यकाल में भी फंडस की कमी से जूझती रही। यहाँ तक की सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण दिल्ली में जो गंद और बदबू का कीचड़ फैला उसका असली कारण आआपा सरकार के होने के बावजूद सारा ठीकरा भाजपा पर फोड़ा गया। और अब जब केजरीवाल की पार्टी ने दिल्ली निगम उपचुनावों में बम्पर जीत हासिल कर ली है तब भी इनका रवैया निगम के प्रति वही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पूरा ध्यान विज्ञापन के जरिए अपना चेहरा चमकाने पर है। उधर वेतन के अभाव में दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों और उनके बच्चों का चेहरा मुरझाया हुआ है। एमसीडी कर्मचारियों के वेतन को लेकर दाखिल की गई एक जनहित याचिका पर सुनावाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को कड़ी फटकार लगाई।

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

दिल्‍ली नगर निगम (MCD) के कर्मचारियों को समय से सैलरी और पेंशन नहीं मिलने को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई है। इससे जुड़ी जनहित याचिका (PIL) पर सोमवार (5 अप्रैल 2021) को सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि एक तरफ विज्ञापनों पर पैसे खर्च किए जा रहे दूसरी ओर इस मुश्किल समय में कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़े हैं।

एक राष्ट्रिय चैनल के अनुसार हाई कोर्ट ने कहा, हम देख सकते हैं कि किस तरह से सरकार राजनेताओं की तस्वीरों के साथ अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन देने पर खर्च कर रही है। लेकिन कर्मचारियों की सैलरी तक नहीं दी जाती है।

केजरीवाल सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने सवाल किया, “क्या ये अपराध नहीं है कि इतने कठिन समय में भी, आप विज्ञापन पर पैसा खर्च कर रहे हैं।” आप सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाते हुए कोर्ट ने कहा कि नगर निगमों को धन नहीं देना पड़े, इसलिए सरकार वित्तीय संकट का हवाला देती है। लेकिन, अखबारों और अन्य माध्यमों से विज्ञापन पर पैसा खर्च करने में सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।

कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को किसी भी तरह की मोहलत देने से इनकार करते हुए कर्मचारियों का मार्च तक का पूरा बकाया क्लियर करने का आदेश दिया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के संशोधित अनुमान के अनुसार, दिल्ली सरकार को ईडीएमसी को 864.8 करोड़ रुपए, एसडीएमसी को 405.2 करोड़ रुपए और उत्तरी दिल्ली नगर निगम को 764.8 करोड़ रुपए देने हैं।

आजतक की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि एमसीडी को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 400 करोड़ रुपए का फंड मिलना था, लेकिन उसे दिल्ली सरकार से केवल 109 करोड़ रुपए मिले हैं।

4 साल में कोई अस्पताल या फ्लाईओवर नहीं

हाल ही में तेजपाल सिंह द्वारा दायर एक आरटीआई से पता चला था कि AAP सरकार द्वारा किए गए विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे के लम्बे-लम्बें दावों के विपरीत, राजधानी में 2015-2019 के बीच यानी 4 सालों में न तो कोई नया अस्पताल बनाया और न ही किसी फ्लाईओवर का निर्माण किया। केजरीवाल सरकार द्वारा पिछले 5 वर्षों में स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचे के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी के लिए 2019 में RTI दायर की गई थी।

 नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने आरटीआई द्वारा 3 जुलाई 2019 को पूछे गए सवालों के जवाबों की प्रति को शुक्रवार (2 अप्रैल, 2021) को ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ”RTI से खुलासा हुआ कि 1 अप्रैल 2015 से लेकर 31 मार्च 2019 के बीच दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने ना ही किसी हॉस्पिटल को अनुदान दिया और न ही किसी नए फ्लाईओवर का निर्माण करवाया। बस झूठे विज्ञापन दे-दे कर जनता को मूर्ख बना लिया और जनता भी इसकी बातों में आ गई।”

इस बीच, खान मार्केट इलाके को सँवारने के नाम पर वहाँ एक नया सेल्फी पॉइंट बनाया गया है।

शीला दीक्षित सरकार में परिवहन मंत्री रहे हारून यूसुफ का आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में विज्ञापन और प्रचार पर 611 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों की स्थिति और बुनियादी सुविधाओं के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया है।

केजरीवाल सरकार पर पूर्व में जनता के लिए काम करने की जगह झूठे और भ्रामक प्रचारों के जरिए अपना महिमामंडन करने के आरोप भी लग चुके हैं।

आइए देखते हैं केजरीवाल सरकार किस तरह जनता के पैसे को सिर्फ प्रचार-प्रसार के लिए खर्च कर रही है, वो आंकड़ा चौंकाने वाला है।

केजरीवाल के पिछले सात साल के कार्यकाल को देखें तो आपको पता चलेगा कि सरकार का मकसद जनता के हित में काम करने से ज्यादा ढिंढोरा पीटना रहा है। इससे साफ संकेत मिलता है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार की झूठी तारीफ के लिए दिल खोलकर पैसे लूटा रहे हैं।

साल 2012-13 में आम आदमी पार्टी ने 10.11 करोड़ रुपये सरकार के विज्ञापन पर खर्च किया। यह आंकड़ा 2013-14 में बढ़कर 11.22 करोड़ हो गया। इसके बाद 2014-15 में चुनाव से ठीक पहले तक 7.37 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए गए। वहीं 2015-16 में सरकार के गठन के साथ ही पार्टी की तरफ से सरकारी कामकाज के प्रचार प्रसार के लिए किए गए विज्ञापन पर 62.03 करोड़ रुपये खर्च किए गए। साल 2016-17 में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने विज्ञापन पर 66.80 करोड़ रुपये खर्च किए तो वहीं 2017-18 में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो चुका था। इस वित्त वर्ष में अरविंद केजरीवाल सरकार ने विज्ञापन पर 120.30 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।

2020 के मार्च महीन में कोरोना ने देश में दस्तक दी तब भी अरविंद केजरीवाल की सरकार विज्ञापन पर रोक नहीं लगा पाई। अभी तक 2020-21 के आंकड़े सही तरीके से मौजूद नहीं हैं। लेकिन जिस तरह से कोरोना काल में अरविंद केजरीवाल सरकार ने विज्ञापन के जरिए अपनी उपलब्धियों को जाहिर करने की कोशिश की उससे साफ पता चलता है कि यह आंकड़ा साल 2019-20 के मुकाबले कई गुणा बड़ा होगा। हालांकि 2020-21 के लिए जनवरी तक का अनुमानित आंकड़ा 177.18 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है।

गौरतलब है कि लगभग 2 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश की सरकार ने 500 करोड़ से ज्यादा की रकम केवल अपने काम के विज्ञापन के लिए खर्च कर दिए। इतनी रकम के जरिए दिल्ली की जनता को विकास का एक और मानक तैयार करके दिया जा सकता था। लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार जनता के बीच अपने स्कीमों को लेकर विज्ञापने के जरिए पहुंचने का रास्ता ही सही मानती रही। यही वजह है कि राष्ट्रीय राजधानी की जनता के टैक्स के पैसे को केजरीवाल एंड कंपनी विज्ञापनों पर लूटा रही है।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 05 अप्रैल

कमिश्नरेट पचंकूला – 05 अप्रैल 2021

पचंकूला पुलिस नें होम गार्ड व बैंक में नौकरी लगवानें के नाम पर धोखाधडी करनें वाले के खिलाफ किया मामला दर्ज ।

                पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि दिनाक 17 मार्च 2021 को शिकायतकर्ता कुलदीप कौर पत्नि सतनाम सिह वासी परागपुर ,डेरा बस्सी नें शिकायत दर्ज करवाई कि प्रिन्स गुप्ता नाम के व्यकित नें उस से पजांब नैशनल बैक में चपडासी के पद पर भर्ती करवानें के नाम पर 2 लाख रुपये लिये थे । तथा कुछ अन्य लडको से होमगार्ड में लगवानें के नाम पर 6 लाख रुपये लिये है जो प्रिसं गुप्ता खुद को श्री ज्ञान चन्द गुप्ता स्पीकर , हरियाणा विधानसभा के साथ परिवारिक सम्बन्ध बताता था व नौकरी लगवानें का झाँसा देता था । शिकायत की प्रारम्भिक जाँच से सामनें आया कि प्रिंस गुप्ता ने बेरोजगार व्यकियो को झुठा झाँसा देकर नौकरी दिलवानें के नाम पर ठगी करके धोखाध़डी की है मामलें में गहराई जाँच करके सच्चाई सामनें लानें हेतु पुलिस थाना चण्डीमन्दिर में अभियोग दर्ज करके जाँच शुरु कर गई है जो सबुतो के आधार पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ।

कमिश्नरेट पचंकूला – 05 अप्रैल 2021

क्राईम ब्रांच पचंकूला नें नशीला पदार्थ 5 किलो 445 ग्राम भुक्की (चुरा पोस्त) के मामलें सलिप्त आरोपी द्वारा नशीले पदार्थ की समंगलिग करनें वालो को लिया एक दिन के पुलिस रिमाण्ड पर

                   पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पचंकूला पुलिस नें नशीला पदार्थो की तशकरी व नशे पर रोकथाम हेतु नकेल कसते हुए दिनाक 30 मार्च 2021 को क्राईम ब्रांच पचंकूला सैक्टर 26 की टीम नें एच.एम.टी पिन्जौर नाकाबन्दी करते हुए आरोपी जसवीर सिह पुत्र अजमेंर सिह वासी पपलोहा कालका पचंकूला को 5 किलो 445 ग्राम भुक्की (चुरा पोस्त) बरामद करके पुलिस थाना पिन्जौर में 15-61-85 एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आऱोपी गिरफ्तार करके पेश अदालत 8 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया था ।

 जो मामले में आगामी तफतीश करते हुए मामलें में धारा 29-61-85 एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत ईजाद करके चुरा पोस्त की तशकरी करनें वाले आरोपी को दिनाक 04 अप्रैल 2021 को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान भुपेन्द्र् सिह उर्फ पिन्दा पुत्र सतनाम सिह वासी भौपर जिला कैथल हाल समाना पटियाला के रुप में हुई । जो आरोपी को आज पेश अदालत करके एक दिन का पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया । जो मामले का अनुसधान अभी जारी है ।

अब आमजन भी जुड़ेगा किसान आंदोलन से, मैं भी किसान के साथ मुहिम शुरू

  • अब आमजन भी जुड़ेगा किसान आंदोलन से, मैं भी किसान के साथ मुहिम शुरू
  • पत्रकार वार्ता में सांझा की मुहिम से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारियां

सतीश बंसल सिरसा:

कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में अब लोगों को जोडऩे केलिए एक नई मुहिम का शुभारंभ युवा किसान मैक्स साहुवाला की ओर से किया गया है। आज सुबह जाट धर्मशाला के प्रांगण में पत्रकारों से रूबरू होकर किसान नेताओं ने इसकी विस्तृत जानकारी दी।

किसान नेता लखविंद्र सिंह औलख ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का चल रहा आंदोलन अब आम व्यक्ति का आंदोलन बन चुका है, क्योंकि कृषि क्षेत्र के प्रभावित होने से आमजन सबसे अधिक प्रभावित होगा। मैक्स साहुवाला ने बताया कि इस मुहिम का नाम ‘मैं भी किसान के साथ’ रखा गया है। इस मुहिम में हम हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। शुरूआत सिरसा से की गई है लेकिन इसका संचालन धीरे धीरे राष्ट्रीय स्तर पर होगा। हस्ताक्षरों का एक पुलिंदा संयुक्त किसान मोर्चा को सौंपा जाएगा, जो देश के राष्ट्रपति के आगे इसेे रखेंगे। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि धन्ना भगत के राजस्थान में गृह जिले से मिट्टी लाकर पूरे प्रदेश में दर्शन करवाने के बाद 20 अप्रैल को उसी मिट्टी के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी।

इस पत्रकार वार्ता में गुरप्रीत सिंह गिल, गुरी सेखों, दर्शन कौर, बलजिंद्र सिंह, गुरमीत सिंह ढिल्लों, अरविंद सिंह रोडी, बलजिंद्र सिंह वैदवाला भी मौजूद थे।

पद्मावती धाम में हुआ अद्र्धरात्रि जागरण, मां की भक्ति में झूमे श्रद्धालु

सतीश बंसल सिरसा:

डबवाली  रोड पर एयरफोर्स स्टेशन के नजदीक स्थित माता श्री पद्मावती धाम के प्रांगण में गत दिवस धाम के संचालक दीप सागर जी महाराज के सानिध्य में विश्व शांति महायज्ञ एवं अर्धरात्रि जागरण संपन्न हुआ, जिसमें बतौर मुख्यातिथि वरिष्ठ नेता एवं प्रमुख समाजसेवी भूपेश मेहता ने शिरकत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. राजेंद्र प्रसाद, आदिश जैन सुनामवालों ने की। दीप सागर सेवा समिति शिमला वालों ने बतौर मुख्य यजमान महायज्ञ में आहुति डाली। प्रवक्ता मानकचंद जैन ने बताया कि हर वर्ष की भांति दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व कर्नाटक तक से श्रद्धालुओं ने पधार कर अपनी भावना व्यक्त की। बाहर से पधारे सुप्रसिद्ध गायक मयूर जैन इंदौर वाले, वासुजैन, सौरभ जैन, अनू जैन दिल्ली व गाजियाबाद से, जबकि मनोज कुमार मुरैना मध्यप्रदेश से पधारे थे। ‘कभी भक्तों के घर भी मैया आया करो, खाली पड़ा है दिल मेरा इसमें रहा करो’, ‘मेरी मैया तेरी हो रही जय जयकार जगत में डंका बाजरेहया’, ‘भीड़ लगी रहती है मां तुम्हारे द्वारे’, ‘जब मैं खिड़की खोलू तेरा दरबार नजर आए’ इत्यादि भेंटे मां के चरणों में गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मानकचंद जैन ने इस धार्मिक कार्यक्रम का मंच संचालन बखूबी किया। सुबह माता के 16 श्रृंगार का सौभाग्य सुप्रसिद्ध समाजसेवी कैलाशचंद सिंघाची को प्राप्त हुआ। सभी बाहर से पधारे मेहमानों को महाराज ने पटका व टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया। शहर की जानी मानी शख्सियत मिसेज इंडिया 2019 कंचन कटारिया नेे अपने विचार रखें व धाम के प्रति श्रद्धा व्यक्त की। कार्यक्रम को तीर्थकरं चैनल पर टेलीकास्ट भी किया गया। इस मौके पर प्रधान कृष्ण गुप्ता फैंशन कैंप वाले, उप प्रधान विपिन बांसल, उप कोषाध्यक्ष रवि गर्ग, डॉ. राजकुमार निजात, एडवोकेट दीपिका जैन, विमल वैद्य, प्रवक्ता मानकचंद जैन, तरसेम अरोड़ा, सुभाष वर्मा, डॉ. आरके जैन, डॉ. महेेश जिंदल, डॉ. सुभाषिनी, अविनाश फुटेला, डॉ. रविंद्र भारद्वाज, नरसिंह बांसल, रमेश साहुवाला, प्रेम सैनी, तजिंद्र मित्तल, रमेश मंहानी, सुरजीत चौधरी भी मौजूद थे।

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों का धरना

 सतीश बंसल सिरसा 5 अप्रैल:

भारतीय खाद्य निगम के कंगनपुर रोड स्थित कार्यालय के सामने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जिले के विभिन्न किसान संगठनों की ओर से आज धरना आयोजित किया गया व केन्द्रीय खाद्य मंत्री को एफ.सी.आई. के प्रबन्धक के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। यह जानकारी देते हुए हरियाणा किसान सभा के जिला कन्वीनर डॉ० सुखदेव सिंह जम्मू ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई थी कि किसानों की फसल खरीदने के लिए एफ.सी.आई. का बजट बढ़ाया जाए ताकि किसानों की फसल समय पर खरीदने के लिए अधिक-से-अधिक मंडियां चालू रखी जा सकें, फसलों को एम.एस.पी. या इससे ऊपर रेट पर खरीदने की गारन्टी हो।

इस अवसर पर किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा एफ.सी.आई. का बजट कम करके एफ.सी.आई. को लगातार कमजोर किया जा रहा है। यदि एफ.सी.आई. कमजोर होती है तो सारी खाद्य वितरण प्रणाली ही समाप्त हो जाएगी, साथ ही किसान की फसल की खरीद भी एम.एस.पी. न होने के चलते औने-पौने दामों पर बिकेगी। इसलिए कृषि विरोधी तीनों कानूनों को रद्द करके एफ.सी.आई. को बचाया जाए व मजबूत किया जाए ताकि खाद्य वितरण प्रणाली मजबूत हो और किसानों को भी एम.एस.पी. की गारन्टी हो। इसके अलावा ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि किसान की फसल खरीद व रकम अदायगी में कई पेचीदगियां हैं, अत: इस प्रणाली को सरल बनाया जाए।

इस अवसर पर हरियाणा किसान सभा के प्रबुद्ध वक्ता का० स्वर्ण सिंह विर्क, तिलकराज विनायक, बलराज सिंह बणी, रघुबीर सिंह नकौड़ा, मजदूर किसान संगठन की ओर से भूपेन्द्र नम्बरदार, गुरविन्दर सिंह गिल, गुरप्रीत सिंह गिल, लखविन्द्र सिंह लक्खा आदि ने भी धरनारत किसानों को सम्बोधित किया।

बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद देशमुख का इस्तीफा, दिलीप वलसे पाटिल के नए गृह मंत्री होने कयास तेज़

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की तरफ से दायर पीआईएल पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अनिल देशमुख के खिलाफ सोमवार को सीबीआई जांच के आदेश दिए। बॉम्बे हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री पद से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप दिया। सूत्रों के मुताबिक, अब राज्य का अगला गृहमंत्री पद का चार्ज एनसीपी ही के दिलीप वलसे पाटिल को सौंपा गया। इसके साथ ही, दिलीप वलसे पाटिल के पास जो एक्साइज मिनिस्ट्री थी वह अजित पवार को दी जाएगी।

मुंबई:

महाराष्ट्र में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद यह इस्तीफा दिया है। हालांकि अभी तक सीएम उद्धव ठाकरे ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। देशमुख ने बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ से सीबीआई जांच के आदेश के बाद यह कदम उठाया है।

आज (5 अप्रैल 2021) ही बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के जरिए मुंबई के प्रतिष्ठानों से प्रति महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली के आरोप मामले में CBI को प्रारंभिक जाँच करने को कहा है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे को लेकर ट्विटर पर अपनी बात रखी थी। उनका कहना था कि बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद अनिल देशमुख को स्वयं ही इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर खुद मुख्यमंत्री ठाकरे को उनसे ऐसा करने को कहना चाहिए।

बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला

बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि 15 दिनों के भीतर CBI अपनी प्रारंभिक जाँच ख़त्म कर सकती है। प्रारंभिक जाँच के बाद ये CBI के निदेशक के ऊपर होगा कि वो इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करना चाहते हैं। कोर्ट ने कहा:

“हम जानते हैं कि अनिल देशमुख राज्य के गृह मंत्री हैं, जो पुलिस के ऊपर होते हैं। एक स्वतंत्र जाँच होनी चाहिए। जाँच कानून के हिसाब से होनी चाहिए।”

योगी आदित्यनाथ ने बंगाल के प्रशासनिक अधिकारियों को निष्पक्ष होकर काम करने की नसीहत दी

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने पश्चिम बंगाल में ऐलान किया कि दो मई को भाजपा सरकार आ रही है और प्रशासन के लोग वह काम न करें, जिससे आगे चल कर उनको पछतावा हो, ये टीएमसी की विदाई की बेला है, शानदार तरीके से इनको विदा कीजिए। प्रशासन चुनाव सम्‍पन्‍न कराने में ईमानदारी से अपना काम करे। मैं हेलीकाॅप्टर से देख रहा था कि जगह-जगह पर भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा। लोकतंत्र में यह अच्छा नहीं है।

कोलकत्ता:

पश्चिम बंगाल में चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने टीएमसी नेताओं के साथ ही वहां के प्रशासनिक अफसरों को भी चेताया। उन्होंने कहा कि दो मई को दीदी की विदाई तय हैं और भाजपा की सरकार बनने जा रही है। इसलिए अधिकारी चुनाव में निष्पक्ष होकर काम करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी कोई भी ऐसा काम न करें, जिसकी वजह से उन्हें आगे चलकर पछतावा हो। उन्होंने कहा कि जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है। प्रशासन के लोग ऐसा न करें। टीएमसी सरकार की विदाई की बेला है, इसलिए शानदार तरीके से विदा करें।

मुख्यमंत्री ने रविवार को हुगली, चंदन नगर, खानाकुल और जंगीपाड़ा में चुनावी संबोधित करते हुए टीएमसी सरकार पर जमकर निशाना साधा। खानाकुल जनसभा में उन्होंने कहा कि दशकों से टीएमसी और वामपंथी अराजकता फैला रहे हैं। इन दलों के भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से सिर्फ  भाजपा ही मुक्ति दिला सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती पर जन्मी विभूतियों ने राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत देश को दिया है। ये वही धरती है जिसने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को आगे बढ़ाया, वीरांगनाओं को जन्म दिया। आज यहां के लोग वामपंथियों और टीएमसी की अराजकता से परेशान हैं।

उन्होंने ममता बनर्जी से सवाल करते हुए कहा कि जिस धरती ने 10 साल तक मुख्यमंत्री बनाए रखा, उसी धरती पर देश की शान का प्रतीक तिरंगे को लहराने वाले कार्यकर्ताओं की हत्या पर क्यों मौन हैं? टीएमसी के भ्रष्ट कृत्यों को उजागर करने वाले भाजपा कार्यकर्ता सुदर्शन प्रामाणिक की हत्या का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी हत्या टीएमसी के गुंडों ने की है। लेकिन प्रामाणिक का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अब गुंडागर्दी के शेष 28 दिन ही बचे हैं। दो मई के बाद तो टीएमसी के गुंडों की आने वाली पीढ़ियां भी गुंडागर्दी करना भूल जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने 30 से 40 साल कांग्रेस को 30 साल वामदलों और 10 साल टीएमसी को दिए हैं,  लेकिन विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा नहीं कर सकते हैं। होली खेलने से रोका जाता है। ऐसा ही काम पहले यूपी में भी होता था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद यूपी में कांवड़ यात्रा निकलती है, दुर्गा पूजा और होली खेली जाती है। सभी गुंडे यूपी से गायब हो चुके हैं और सिर्फ  विकास का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले दुर्गा पूजा और रमजान एक साथ पड़ा था तो ममता दीदी ने दुर्गा पूजा पर रोक लगा दी थी। ममता दीदी का पूरा ध्यान दुर्गा पूजा के बजाय रोजा इफ्तार कराने में लगा रहता है।

दो घंटे बूथ पर बैठकर हार स्वीकार कर चुकीं हैं दीदी
चंदननगर की जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि वामपंथी, टीएमसी और कांग्रेस ने युवा, किसान और गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। यहां कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया गया। जबकि यूपी में कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। नंदीग्राम में दो घंटे एक बूथ पर ममता दीदी का बैठना यह बताता है कि टीएमसी अपनी हार स्वीकार कर चुकी है।

दीदी सिर्फ अपने भतीजे के विकास में लगीं

श्रीरामपुर विधानसभा के जंगीपाड़ा की सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां का विख्यात हैंडलूम उद्योग दम तोड़ रहा है। फूड प्रोसेसिंग का कोई अच्छा केन्द्र न होने से यहां के आलू उत्पादन में लगे किसानों को  उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। 10 साल से पश्चिम बंगाल में कोई उद्योग नहीं लगा। दीदी सिर्फ अपने भतीजे के ही विकास में लगी रहीं।

7th Soft Skills Development Programme by PU

Chandigarh April 5, 2021

            Panjab University, Chandigarh, in collaboration with Heartful Campus of Heartfulness  Institute, Hyderabad initiated its 7th International online Self Development  Programme (SDP) on 9th January 2021 which is  offering a unique opportunity to participants for  shaping their personalities as it  focuses on character formation and inculcation of core values to strengthen Inner-Self. The programme is uniquely designed by integrating the knowledge of the ancient Indian philosophical wisdom of Yoga with Heart centric approach of meditation.

            In the series of online session, the 18th session was held on 4th April,  on Soft Skills Development by using the approach of Self Exploration by guest speaker Ms. Rikita Swaroop, Master Trainer for MEPSC –National skills Development Corporation India from Ranchi, Jharkhand. She used Mentimeter to reach out to participants while making them think by asking probing existential questions for which they were forced to peep within to find answers. This was followed by anecdotes and sharing of lived experiences. The dilemmas which we face in our day to day living were highlighted beautifully by her. Values need to be discussed through jurisprudence and clarification approach was the message she gave to teachers. Teachers themselves have to practice those virtues about which they talk about in their class room.

            Earlier, the session began with yogic technique of body relaxation  followed by discussions on how a simple meditation practice can not only relieve the heaviness of the mind but takes on to create a new version of yourself, full of unlimited potential and excellence. 

            The programme was coordinated By Prof. Latika Sharma and Prof O. P.  Katare. The event witnessed an audience of over 100 enthusiastic participants including faculty and students from across the country.

            The talk concluded by reminiscing the beauty of the spring flower which begins again, the day you begin is a journey in its own. Overall, the session had a magical effect opening a new dimension and perspective in order to transform the personality.

            During the various sessions eminent experts from various fields deliberated on various themes including emotional strength, will power development, intuitional intelligence, stress moderation, time management and holistic health by sharing their valuable knowledge and experience with participants. 

            Ms. Rikita Swaroop is a Master Trainer for MEPSC –National skills Development Corporation India; Trainer for Soft Skills & Business Communication, Facilitator for Brighter Minds and Career Development. She has been consulting, delivering and facilitating trainings in Corporate, Government and Education sector for last 20 years both independent as well in association with 45 organizations. In addition she is an active member and trainer for heartfulness Meditation. Sister is presently presiding as Joint Secretary IYA- Jharkhand Chapter and is state Coordinator for heartfulness campus.