कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जयपुर में ‘युवा आक्रोश रैली’ को संबोधित किया। राहुल के भाषण का पूरा फोकस युवाओं और देश में बढ़ती बेरोजगारी पर रहा। करीब 24 मिनट की स्पीच में राहुल ने 29 बार युवा शब्द का इस्तेमाल किया। वहीं, 18 बार नरेंद्र मोदी, 6 बार बेरोजगारी, 3 बार जीडीपी और जीएसटी शब्द का जिक्र किया। सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर सिर्फ एक बार बोले।
नेशनल रजिस्टर ऑफ अनइंप्लॉयमेंट लॉन्च किया
संबोधन से पहले राहुल गांधी ने एनआरयू यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ अनइंप्लॉयमेंट लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि एक ऐसा रजिस्टर बनना चाहिए, जिसमें तमाम बेरोजगारों का नाम दर्ज हो। इसे हम पीएम के पास लेकर जाएं और बताएं कि आपने युवाओं से वादा किया था और अब तक कितने बेरोजगार घूम रहे हैं। उन्होंने युवाओं को आगे बढ़ने का विजन भी दिया।
‘मेइ इन चाइना की जगह हर जगह नजर आएगा मेड इन इंडिया’
राहुल ने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर भी युवाओं का जिक्र करते हुए हमला किया। उन्होंने कहा, ‘मैं चेलेंज देता हूं पीएम मोदी किसी भी यूनिवर्सिटी में चले जाएं। और युवाओं से सवाल पूछवाकर देख लें। और मोदी जवाब दें। वे नहीं दे सकते हैं। राहुल के भाषण में युवाओं से जुड़ी प्रमुख बातें-
‘अमेरिका के पास बड़े-बड़ हथियार हैं, एयरफोर्स है, सऊदी के पास तेल है। हमारे पास सबसे अच्छे युवा हैं। जो पूरी दुनिया को बदल सकते हैं।’
‘आज हर जगह मेड इन चाइना दिखता है। अगर देश के युवा अपनी शक्ति पहचाने तो हर जगह मेड इन इंडिया दिखाई देगा।’
‘आज हमारे युवा पीएम से सवाल करते हैं कि आप बताएं देश की इमेज क्यों खराब की? आपने युवाओं के लिए क्या किया तो युवाओं पर ही गोली चलाई जाती है।’
‘नरेंद्र मोदी ने गरीबों और युवाओं का पैसा छीनकर 15 सबसे अमीर लोगों को दे दिया।’
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/Rahul-Gandhi-Sachin-and-Ashok-Gahlot.jpg547835Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 17:26:232020-01-28 17:30:23युवा आक्रोश रैली में राहुल गांधी गरजे
राहुल गाँधी को इस प्रकार तीसरी बार लॉन्च किया जा रहा है। यही कारण है कि गहलोत सरकार अपनी तरफ से किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती। राज्य सरकार की पूरी मशीनरी ने राहुल गाँधी को बतौर युवा नेता पेश करने के लिए अपना दम-खम लगा दिया गया है। उनकी छवि निर्माण के लिए आज़ राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत एक सभा भी करने वाले हैं।
राहुल गाँधी की युवा आक्रोश रैली में भीड़ जुटाने के लिए गहलोत सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। कॉलेजों में नोटिस जारी करके छात्रों को इस रैली में शामिल होने का फरमान सुनाया गया है। रैली के दौरान कक्षाएँ नहीं होंगी
राजस्थान के जयपुर के अलबर्ट हॉल में आज ( जनवरी 28, 2020) राहुल गाँधी की युवा आक्रोश रैली के लिए पूरा इंतजाम हो चुका है। खबर है कि रैली में भीड़ जुटाने के लिए गहलोत सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। राजस्थान के कॉलेजों में नोटिस जारी करके छात्रों को इस रैली में शामिल होने का फरमान सुनाया गया है। इस नोटिस में कहा गया कि रैली के दौरान कक्षाएँ नहीं होंगी।
गौरतलब है कि अभी तक जहाँ राजनेताओं की रैलियों में इकट्ठा होने वाली भीड़ पर तरह-तरह के सवाल उठते रहे हैं, वहीं गहलोत सरकार के इस नए कारनामे का पर्दाफाश होने के बाद विपक्ष में बैठी भाजपा को नया हथियार मिल गया है। सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि आम जनता भी अपने बच्चों पर इस तरह के राजनीतिक हथकंडे थोपने को लेकर राज्य सरकार के प्रति गुस्से में है।
टाइम्स नाऊ की खबर के अनुसार जयपुर के ज्ञानदीप महाविद्यालय के प्रिंसिपल द्वारा जारी किए गए नोटिस में साफ-साफ लिखा है कि महाविद्यालय के छात्र 9 बजे वहाँ इकट्ठा होंगे और उसके बाद गाड़ी उन्हें अल्बर्ट हॉल तक लेकर जाएगी।
बता दें राहुल गाँधी को इस प्रकार तीसरी बार लॉन्च किया जा रहा है। यही कारण है कि गहलोत सरकार अपनी तरफ से किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती। राज्य सरकार की पूरी मशीनरी ने राहुल गाँधी को बतौर युवा नेता पेश करने के लिए अपना दम-खम लगा दिया गया है। उनकी छवि निर्माण के लिए आज़ राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत एक सभा भी करने वाले हैं।
खबरों के अनुसार राहुल गाँधी आज अल्बर्ट हॉल में युवाओं को संबोधित करते हुए बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक मंदी को लेकर केंद्र सरकार को घेरने वाले हैं। रैली में उनका फोकस युवाओं पर ही रहेगा। यूथ कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता एनआरयू (नेशनल रजिस्टर ऑफ अनइंप्लॉयमेंट) राहुल के सामने लॉन्च करेंगे। इसके अलावा राहुल सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर भी अपनी बात रख सकते हैं।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/rahul3-m.png547835Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 17:02:302020-01-28 17:22:08राहुल गांधी को री – लॉन्च करने के लिए गहलोत सरकार ने कालेजों से जुटाई भीड़, रैली के दौरान कोई पढ़ाई नहीं
वकील अंजना प्रकाश का कहना है जीवन और व्यक्तिगत आजादी से जुड़े मसलों को गौर से देखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि माफी का अधिकार किसी की व्यक्तिगत कृपा न होकर, संविधान के तहत दोषी को मिला अधिकार है. मुकेश की वकील ने कहा, ‘गवर्नर और राष्ट्रपति दया याचिका के मामले में अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं करते हैं. लोकतांत्रिक राष्ट्र में मुकेश की दया याचिका तथ्यों पर बगैर ध्यान दिए मनमाने ढंग से खारिज की गई है.’
नई दिल्ली:
निर्भया केस (Nirbhaya Case) में दोषी मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई पूरी हो चुकी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट बुधवार को फैसला सुनाएगा. याचिका में राष्ट्रपति के दया याचिका खारिज करने के आदेश को चुनौती दी गई थी. अब इस मामले में दोषी मुकेश की वकील अंजना प्रकाश का कहना है कि राष्ट्रपति ने दया याचिका पर अपने दिमाग से काम नहीं लिया है.
वहीं तीन सदस्यीय बेंच की अगुवाई कर रही जस्टिस भानुमति ने कहा कि राष्ट्रपति के फैसले की समीक्षा का कोर्ट के पास सीमित अधिकार है. कोर्ट को केवल यह देखना है कि राष्ट्रपति के पास केस से जुड़े जरूरी दस्तावेज रखे गए थे या नहीं.
सुनवाई में पहले मुकेश की एडवोकेट अंजना प्रकाश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट गौर करे कि क्या दया याचिका के निपटारे में पूरी प्रकिया का पालन हुआ है. उन्होंने कहा, ‘मेरे मुवक्किल ने माना है कि वो बस में चल रहा था पर उसकी वजह से निर्भया की जान नहीं गई. वो रेप में शामिल नहीं था. फोरेंसिक एविडेंस भी मेरी इस दलील के पक्ष में है.’
अंजना प्रकाश ने सुप्रीम कोर्ट के पुराने फैसले का हवाला देते हुए कहा कि मानवीय फैसलों में चूक हो सकती है. जीवन और व्यक्तिगत आजादी से जुड़े मसलों को गौर से देखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि माफी का अधिकार किसी की व्यक्तिगत कृपा न होकर, संविधान के तहत दोषी को मिला अधिकार है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को मिले माफी के अधिकार का बहुत जिम्मेदारी से पालन जरूरी है. मुकेश की ओर से पेश वकील ने कहा कि हम न्यायिक फैसले की समीक्षा का अधिकार नहीं रखते, लेकिन मौत के मामले की उनको संविधान के तहत समीक्षा का अधिकार है.
मुकेश की वकील ने कहा, ‘गवर्नर और राष्ट्रपति दया याचिका के मामले में अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं करते हैं. लोकतांत्रिक राष्ट्र में मुकेश की दया याचिका तथ्यों पर बगैर ध्यान दिए मनमाने ढंग से खारिज की गई है.’
मुकेश की वकील एक केस का हवाला देते हुए कहा, ‘आंध्र प्रदेश के ईपुरु सुधाकर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह अच्छी तरह से तय है कि राष्ट्रपति या राज्यपाल द्वारा क्षमा शक्ति का अभ्यास या गैर अभ्यास, जैसा भी मामला हो, न्यायिक समीक्षा से बाहर नहीं है. अदालत ने माना कि अनुच्छेद 72 या अनुच्छेद 161 के तहत राष्ट्रपति या राज्यपाल के आदेश की न्यायिक समीक्षा, जैसा भी मामला हो, उपलब्ध है और उनके आदेश पर कई आधारों पर चुनौती दी जा सकती है.’
मुकेश की वकील ने कहा कि पहला आधार यह हो सकता है कि यह आदेश विवेक के इस्तेमाल के बिना पारित किया गया है. दूसरा आधार ये हो सकता है कि यह आदेश दुर्भावनापूर्ण है. तीसरा, यह आदेश बिना प्रासंगिक विचारों पर पारित किया गया है. चौथा, प्रासंगिक सामग्री को विचार से बाहर रखा गया है और पांचवां आधार ये हो सकता है कि यह आदेश मनमाना है.
मुकेश की वकील ने कहा कि सरकार ने दया याचिका खारिज करने की राय के साथ राष्ट्रपति कार्यालय में केस के सभी दस्तावेज पेश नहीं किए. मुकेश की वकील ने दलील दी कि दया याचिका के बिना खारिज हुए फांसी की सजा पाए अपराधियों को एकांत कारावास में रखना असंवैधानिक है, जबकि निर्भया के हत्यारों को एकांत कारावास में रखा गया.
मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने दलील दी कि दया याचिका को मनमाने ढंग से जल्दबाजी में खारिज किया गया. इस पर कोर्ट ने कहा कि आप ऐसा कैसे कह सकती है कि राष्ट्रपति ने दया याचिका पर अपने विवेक से काम नहीं लिया?
कोर्ट के इस सवाल पर मुकेश की वकील ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने विवेक से काम नहीं लिया क्योंकि उनके सामने रिकॉर्ड्स नहीं रखे गए.
दूसरी तरफ सोलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलील दी कि दया याचिका पर राष्ट्रपति के देरी से फैसला लेने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है लेकिन जल्दी फैसला लेने पर नहीं. राष्ट्रपति के सामने सारे रिकॉर्ड्स रखे गए थे.
SG तुषार मेहता ने कहा कि यह भी देखे जाने की जरूरत है कि आज जीवन के मूल्य की वकालत कौन कर रहा है और उसके लिए जीवन का मूल्य क्या था. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में राष्ट्रपति का संतुष्ट होना ही जरूरी है कि वह दया देना चाहते हैं या नहीं. इस मामले में कोर्ट के पास सीमित अधिकार हैं.
तुषार मेहता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने खुद ही कहा था कि दया याचिका को लंबित रखना अमानवीय है. सरकार ने कोर्ट की इस भावना का सम्मान किया है. राष्ट्रपति ने सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर बिना विलंब के याचिका पर फैसला किया है. यह आरोप सही नहीं है कि मनमाने ढंग से दया याचिका खारिज की गई.
तुषार मेहता ने कहा कि जेल में दुर्व्यवहार के आरोप की सुनवाई इस स्टेज में सुप्रीम कोर्ट में नहीं की जा सकती. दोषी यह आधार नहीं ले सकता कि जेल में उसका शोषण हुआ था. जिस दोषी ने एक लड़की के साथ इतनी क्रूरता की, वह जेल में खुद के साथ हुए दुर्व्यवहार की बात कर रहा है.
बता दें कि निर्भया मामले में दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका खारिज होने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. साथ ही 1 फरवरी को होने वाली फांसी के आदेश पर रोक लगाने की मांग की थी.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/mukesh_singh_1579237952.jpg360640Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 16:13:202020-01-28 16:14:29राष्ट्रपति ने दया याचिका पर अपने दिमाग से काम नहीं लिया है: वकील अंजना प्रकाश
कर्नाटक (Karnataka) के शहर बीदर (Bidar) में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ एक स्कूल में स्टूडेंट्स ने नाटक का आयोजन किया. इसके बाद राज्य पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ राजद्रोह (Sedition) का केस दर्ज किया गया है.
बेंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) के शहर बीदर (Bidar) में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ एक स्कूल में स्टूडेंट्स ने नाटक का आयोजन किया. इसके बाद राज्य पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ राजद्रोह (Sedition) का केस दर्ज किया गया है. शाहीन एजुकेशन इंस्टीट्यूट के खिलाफ आईपीसी की धारा 124(ए) (राजद्रोह), 504 (शांति व्यवस्था के खिलाफ भड़काना), 505 (2) (शत्रुता को बढ़ावा देने वाले बयान), 153ए (सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा देना) और 34 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर में आरोपियों के तौर पर स्कूल के प्रमुख और मैनेजमेंट का नाम शामिल है.
इसके अलावा मोहम्मद युसुफ रहीम पर इस नाटक का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर करने के लिए केस दर्ज किया गया है. स्कूल में हुए इस नाटक के बारे में एक सोशल वर्कर नीलेश रक्षयाल ने पुलिस में शिकायत की. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, इस नाटक को जिस तरह किया गया और बाद में इसे जैसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, उस कारण समाज की शांति व्यवस्था भंग हो सकती है.
ये दिखाया गया नाटक में शिकायत में कहा गया कि संस्थान के छोटे बच्चों को नाटक मंचित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमेज को गलत तरीके से पेश किया गया. इस नाटक ने यह भी संदेश दिया कि यदि सीएए और एनआरसी को लागू किया गया तो एक समुदाय के लोगों को देश छोड़ना होगा.
शिकायतकर्ता ने स्कूल प्रशासन और रहीम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की की मांग की है. ये स्कूल उत्तरी कर्नाटक के बीदर में गुरुनानक कॉलोनी में मोजूद है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये खबर सामने आने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन किया और राज्य के गृहमंत्री को इसके विरोध में ज्ञापन सौंपा है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/bidar.jpg223222Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 15:20:262020-01-28 17:13:00CAA के खिलाफ नाटक करने पर बीदर में स्कूल प्रमुख के प्रबंधन पर मामला दर्ज़
प्रधान सचिव माध्यमिक शिक्षा डा. महाबीर सिहं ने कहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी मिड डे मील योजना को एक मुहिम के तौर पर लें और इसे अपनत्व से जोड़ें ताकि प्रदेश के बच्चों विशेषकर लड़कियों को शारीरिक और बौद्यिक रूप से मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि हम इस योजना को सामाजिक जिम्मेवारी के साथ चलाएगंे तो सरकारी धन का पूर्ण भागीदारी के साथ इस्तेमाल होगा और इस क्रियान्वयन भी ओेर ज्यादा कारगर ढंग से होगा।
प्रधान सचिव राज्य स्तरीय फुड फोर्टिफिकेशन, सेफ्टी एण्ड न्यूट्रिशन पर इंडियन इंस्टीच्यूट आफ हैल्थ मैनेजमेंट रिसर्च जयपुर के सौजन्य से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यशाला में प्रदेशभर के 300 से अधिक जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारियों के अलावा हैफेड, वीटा, महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि मिड डे मील में बच्चों को दी जाने वाली रेसीपी में शीघ्र ही तबदीली की जाएगी ताकि बच्चों को ओर ज्यादा पोष्टिक एवं प्रोटीनयुक्त आहार मिल सके। इसमें बच्चों को लगातार 6 दिन तक दूध मुहैया करवाया जाएगा। इसके अलावा कोई सुझाव भी आएगें उन्हें भी लागू किया जाएगा ताकि कोई दिक्कतें पेश न आए।
प्रधान सचिव ने कहा कि हमें इस तरह के प्रयास करने चाहिए जिससे लोगोे को स्कीम की समझ हो सके और बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार उपयोगी भी समझा जा सके। उन्होंने कहा कि बारीकि से स्कीम के कर्तव्यों के बारे लोगों को बताएगें तो धरातल पर स्कीम का सही लाभ मिल सकेगा। आर्थिक रूप से सम्पन्न हरियाणा, पंजाब जैसे प्रान्तों में 40 से 42 प्रतिशत तक बच्चों का कुपोषण से ग्रस्त होना वास्तव में चिंता का विषय है। जिसके कारण बच्चे अनिमिया से ग्रस्त हो रहे है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार हम रोजमर्रा की दौड़धूप से पीछे रह जाएगें और सही समय पर पर्याप्त मात्रा में पोष्टिक आहार नही मिलेगा तो महिलाओं की दर मे ंभी कमी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील एवं श्रमदान के क्षेत्र में अग्रणीय प्रदेश में इस तरह की स्कीमों का क्रियान्वयन ओर अधिक रूचिकर बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए ताकि स्कूलों में बच्चों की संख्या बढे और ड्राप आउट कम हो तथा बच्चांें का लगातार आना भी बना रहे। इस प्रकार स्कीम में रूझान बढने से शिक्षा में भी सुधार होगा और बच्चों का स्वास्थ्य भी तंदरूस्त होगा।
डा. महाबीर ने कहा कि मिड डे मील योजना 371 करोड़ रुपए की लागत से क्रियान्वित की जा रही है जो सबसे बड़ी स्कीम है। इस स्कीम में प्रदेश के साढे 14 लाख बच्चों को कवर किया जा रहा है। प्रदेश के स्कूलों में लागू इस योजना के तहत सभी बच्चों को प्रोटीन, कैल्शियम, कैलोरी, मिनरल्स, विटामिन से भरपूर स्वादिष्ट भोजन मिले इसके लिए सभी जिला स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों को समय समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए ताकि इसकी गुणवता में ओर ज्यादा सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि खाने में फोर्टिफिकेशन बढाने के साथ पेट के कीड़े मारने की एलबेंडाजोल टेबलेट दी जा रही है। इसके अलावा आयरण की कमी दूर करने के लिए बच्चों को फोलिक एसिड टेबलेट दी जा रही है ताकि बच्चों में कुपोषण में कमी लाई जा सके।
प्रधान सचिव ने मिड डे मील योजना में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया।
निदेशक माध्यमिक स्कूल शिक्षा प्रदीप डागर ने कहा कि मिड डे मील योजना के तहत 6 जिलों में फोर्टिफिकेशन युक्त आटा मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा डबल टोंड युक्त नमक एवं दूध भी दिया जा रहा है ताकि बच्चों को थायराईड जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जिम्मेवारी के साथ इस योजना में कार्य करना चाहिए। मौलिक शिक्षा ही बच्चों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। यदि प्राथमिक शिक्षा सही होगी तो बुनियाद मजबूत होगी और बच्चों का जीवन ओर ज्यादा बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 14400 स्कूलो में 11000 से अधिक माध्यमिक स्कूल है। इन स्कूलों में खाने की कमी को दूर करने का प्रयास करेगें तो शिक्षा के क्षेत्र में अतुल्यनीय सुधार होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों विशेषकर डीईईओ, बीईओ को इस यज्ञ में पूर्ण आहूति डालनी चाहिए और इसे समाज सेवा के रुप में सेवा समझकर करनी चाहिए।
अतिरिक्त निदेशक डा. वन्दना दिसोदिया ने कहा कि प्रदेश के 2381 स्कूलों में किचन गार्डन स्थापित किए गए है तथा शीघ्र ही सभी स्कूलो में स्थापित किए जाएगें। उन्होंने कहा कि मिड डे मील को शिखर तक ले जाने के लिए विभाग प्रयासरत है। कार्यशाला में फोर्टिफाईट खाद्य सामग्री के प्रयेाग पर पूरा बल दिया गया। फोर्टिफिकेशन के अनेक लाभ है तथा इस पर ज्यादा खर्च भी नहीं आता। कार्यशाला को प्रोजेक्ट डायरेक्टर डा. पी आर सुडानी, संजीव कुमार, रूचि गोयल, डा. गिरीश, कीर्ति अग्रवाल, सधीश जैन,के के यादव, वाई पी सिंह, योगेन्द्र सिहं, सपना ने अलग अलग विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/IMG-20200128-WA0025.jpg8471280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 12:58:542020-01-28 12:59:14मिड डे मील योजना को एक मुहिम के तौर पर लें और इसे अपनत्व से जोड़ें : डा. महाबीर सिहं
भड़काऊ भाषण देने के मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र शरजील इमाम के खिलाफ छह राज्यों में केस दर्ज किए गए हैं. कहा जा रहा है कि शरजील इमाम (Sharjeel Imam) शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन का मुख्य आयोजक था. वो सोशल मीडिया पर लोगों को लगातार इस धरने में शामिल होने की अपील करता था.
नई दिल्ली:
आजकल अफजल प्रेमी गैंग के नए-नए अवतार में सामने आ रहा है. नए-नए POSTER BOY और POSTER GIRL बड़ी शान से देश के टुकड़े-टुकड़े करने की कसमें खा रहे हैं. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ने तो कई मौकों पर ये साबित कर दिया है कि जिन्ना वहां के कुछ छात्रों के आदर्श हैं. कुछ दिनों पहले JNU के छात्र और टुकड़े-टुकड़े गैंग के नए सदस्य शरजील इमाम ने भी देश को तोड़ने वाले बयान दिए थे. जिसके बाद दिल्ली के शाहीनबाग में भड़काऊ भाषण देने के मामले में शरजील इमाम को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
क्राइम ब्रांच ने शरजील इमाम को जहानबाद के काको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. शरजील इमाम के ऊपर देशद्रोह और दंगा भड़काने का आरोप लगा है. वहीं, दिल्ली में भी यूपी पुलिस ने शरजील की तलाश में कई जगह छापेमारी की थी. उसके ऊपर असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में उनके खिलाफ मामले दर्ज हैं.
बिहार के जहानाबाद जिले का रहने वाला है शरजील इमाम
शरजील इमाम मूल रूप से बिहार के जहानाबाद का रहनेवाला है. उसपर भड़काऊ भाषण के लिए देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक, आइआइटी बॉम्बे (IIT Bombay) से कंप्यूटर साइंस (Computer science) में एमटेक (M Tech)की डिग्री हासिल करने के बाद शरजील भारत से विदेश चला गया था. वहां नौकरी करने के बाद फिर वापस भारत लौट आया. यहां उसने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में पीएचडी करने के लिए दाखिला ले लिया.
शरजील शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन का मुख्य आयोजक
कहा जा रहा है कि शरजील शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन का मुख्य आयोजक था. वो सोशल मीडिया पर लोगों को लगातार इस धरने में शामिल होने की अपील करता था. एक फेसबुक पोस्ट में शरजील ने लिखा है, ‘शाहीन बाग का मॉडल चक्का जाम का है, बाक़ी सब सेकेंडरी हैं, चक्का जाम और धरने में फ़र्क समझिए, हर शहर में धरने कीजिए, उसमे लोगों को चक्का जाम के बारे में बताइए, और फिर तैयारी करके हाईवेज पर बैठ जाइए.’
शरजील इमाम नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के कारण अचानक चर्चा में आए. सोशल मीडिया पर जारी उनके वीडियो में कथित तौर पर देशविरोधी भड़काऊ बयान देने का आरोप लगा था. जिसमें उन्हें पूर्वोत्तर राज्यों खासकर असम को शेष भारत से अलग (कम से कम एक महीने के लिए)करने की बात करते हुए सुना जा सकता है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/40udvtr_jnu-sharjeel-imam_625x300_28_January_20.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 12:46:212020-01-28 12:46:45जानिए भारत को तोड़ने का ब्यान देने वाले शरजील को
भारत ने ना’पाक’ पड़ोसियों से निपटने की तैयारी कर ली है. महायुद्ध’ के लिए हथियारों का जखीरा जुटाने की तैयारी की जा रही है. भारत के साथ यदि कोई जंग 40 दिनों के लिए चलती है तो ‘महायुद्ध’ के लिए ‘महाप्लान’ तैयार कर लिया गया है. इंडियन आर्मी रॉकेट्स, मिसाइल से लेकर हाई-कैलिबर वाले टैंक और आर्टिलरी शेल्स का जखीरा जमा कर रही है. 10 दिन तक चलने वाले किसी भी युद्ध के लिए सप्लाई पूरी रखने की तैयारी कर ली गई है. इसके बाद 40 दिन की सप्लाई पूरी करने लक्ष्य तय किया जाएगा. हालांकि, ऐसा किसी आने वाले खतरे के चलते नहीं बल्कि 2022-23 तक सेना को और मजबूत बनाने के लिहाज से किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि देश के करीब 15 लाख सशक्त सैन्य बल को फिर से संगठित किया जा सकेगा. सेना के पास आधुनिकीकरण के लिए फंड की कमी है. रक्षा बजट का बड़ा हिस्सा वेतन और भत्तों पर खर्च हो जाता है. तीनों सेनाओं के संसाधनों के सही इस्तेमाल से फंड की कमी दूर होगी.
हथियारों की सप्लाई के लिए सेना ने कई देशों के साथ अनुबंध किया है. इस सिलसिले में सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने एक जनवरी को कहा था कि किसी भी चुनौती के लिए इंडियन आर्मी तैयार है.
2020 में नहीं सुधरेंगे भारत-पाक रिश्ते
इस बीच पाकिस्तानी थिंक टैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में विदेशी मामले पाकिस्तान के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होगी. पाकिस्तान को भारत के विरोध का सामना करना पड़ेगा. भारत से तनाव की वजह से पाकिस्तान को रणनीतिक-कूटनीतिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा. इस थिंक टैंक की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को भारत की मोदी सरकार से खतरा है. भारत को अमेरिका का पूरा समर्थन हासिल है. चीन से दोस्ती की वजह से अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव आएगा.
थिएटर कमांड के चक्रव्यूह से कांपेगा दुश्मन
भारत की सैन्य रणनीति के संबंध में चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत ने पिछले 31 दिसंबर को कहा था कि मुझे लगता है कि थियेटराइजेशन के कई तरीके हैं. हम अब तक पश्चिम को कॉपी करते थे कि उन्होंने क्या किया? हमारे पास अपना अलग सिस्टम है. हम एक दूसरे को समझते हुए उस पर काम करेंगे. मुझे लगता है ये काम करेगा.
थिएटर कमांड?
एक भौगोलिक क्षेत्र में एक ही ऑपरेशनल कमांडर के नीचे तीनों सेनाओं को मिलाकर थिएटर कमांड का निर्माण किया जाएगा. इंटिग्रेटिड थियेटर कमांड का निर्माण भौगोलिक आधार पर किया जाएगा. हिमालय के पहाड़, राजस्थान के रेगिस्तान और गुजरात के कच्छ में अलग-अलग युद्ध क्षेत्र होंगे. थियेटर कमांड से समान भूगोल वाले युद्ध क्षेत्र को हैंडल करना होता है. थिएटर कमांड से जल, थल और वायु में सामंजस्य बनाकर युद्ध अभियानों का संचालन किया जाता है. थियेटर कमांड बनाना किफायती, जिससे संसाधनों की बचत और उसका बेहतर इस्तेमाल हो सके.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/BBYz2HB.jpg350624Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 10:13:532020-01-28 10:14:59‘महायुद्ध’ के लिए ‘महाप्लान’ तैयार कर लिया गया है
JNU Student Sharjeel Imam has been arrested from Jahanabad, Bihar by Delhi Police. Imam had been booked for sedition by Police. More details awaited.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/01/ae37edc4d38bd6c96b4cf94282e2d75f.jpg4001054Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 10:02:592020-01-28 10:03:01Sharjeel Imam has been arrested from Jahanabad
Chandigarh Police arrested Ram Kumar Thapa Chattri R/o # Manhari, Nepal and recovered 3 KG Charas from his possession near slip road, Lake, Sector-42, Chandigarh on 27.01.2020. A case FIR No. 14, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Theft
Rajesh Kumar R/o # 1011/A, Sector 35, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s bag/ purse containing Mangalsutra, 2 gold chain, 4 pairs of gold ear ring, 4 gold finger rings, silver anklets and cash RS. 3.50 lac to 4 lacs from his residence on 27.01.2020 by breaking the lock. A case FIR No. 13, U/S 380, 454 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of case is in progress.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Chandigarh-Police-Coaching-in-Chandigarh.jpg319889Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 09:41:362020-01-28 09:41:39Police Files, Chandigarh
28 जनवरी 2020: आप आसानी से हर उस चीज़ को प्राप्त करने में सक्षम होने जा रहे हैं जिसे आप चाहते हैं. हालांकि, इस क्षमता का गलत तरीके से उपयोग न करें बल्कि अपना रास्ता पाने के लिए इसका उपयोग करें.
28 जनवरी 2020: आपको आज खुद को प्रेरित करना चाहिए. पिछले कुछ दिन आपके पक्ष में रहे हैं और अब आपको वह सब कुछ प्राप्त होने की आदत है जो आप छूते हैं. हालांकि, आज आप जो चाहते हैं उसके लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है. सुनिश्चित करें कि आप दिन के लिए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने कार्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित हैं.
28 जनवरी 2020: आज आपके लिए सही निर्णय लेना आसान होगा. आप सीधे सोच रहे हैं और आप बहुत स्पष्ट स्थिति में हैं. यदि कोई बड़ा निर्णय लेना है, तो आज उसे करने का एक अच्छा समय है. यदि कोई ऐसा व्यक्ति है जो जानता है कि दुविधा में हो सकता है, तो आप उनकी मदद कर सकते हैं.
28 जनवरी 2020: आप अपने जीवन को अपने हाथों में लेना पसंद करेंगे और यह एक अच्छी बात है. अपनी सारी ऊर्जा लगाएं और उसे प्राप्त करें जो आप किसी को पता लगाए बिना करने की कोशिश कर रहे हैं. अपने आप से उद्यमी करें और आप महसूस करें कि आप कितना कुछ कर सकते हैं, और आपको वास्तव में किसी की ज़रूरत नहीं है.
28 जनवरी 2020: आपके दिमाग में बहुत कुछ है लेकिन आज चिंतना करने की बिलकुल जरूरत नहीं है. आप सोच सकते हैं कि चीजें आपके लिए काम नहीं कर रही हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्हें बस जगह गिरने में समय लग रहा है जितना आप सोचते हैं, उतनी ही जल्दी सब कुछ घटने वाला है. कोशिश करें कि आज ज्यादा तनाव न लें.
28 जनवरी 2020: आज किसी भी जानकारी को वापस न रखें. यदि आपको कुछ ऐसा पता चलता है जो आपको लगता है कि आपके आसपास के अन्य लोगों को पता होना चाहिए, तो इसे साझा करें. यह आपके और आपके आसपास के लोगों के लिए फायदेमंद होगा. आज स्वयं निर्णय लेने के बजाय निर्णय लेते समय मदद मांगना सबसे अच्छा है.
28 जनवरी 2020: यात्रा आज आपके कार्ड में है. वहां कोई है जिसे आपने कुछ समय में नहीं देखा है और आप उन्हें देखने के लिए जाने की सोच रहे हैं. सोचना बंद करो और जाओ इसे करो. स्थान बदलने से आपके तनाव से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी और आप एक पुराने दोस्त को भी देख पाएंगे. यह आपके लिए अच्छा है क्योंकि यह आपके दिमाग को साफ कर देगा और आप अपने लक्ष्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे
28 जनवरी 2020: आप अपने से छोटे किसी से सलाह लेना चाह सकते हैं. मानो या न मानो, वे इन दिनों बहुत कुछ जानते हैं. आपको किसी ऐसी चीज़ का सामना करना पड़ेगा जिसमें आपको किसी ऐसे व्यक्ति की मदद की ज़रूरत है जो हर नई चीज़ पर पेट होता है. जितना आप नई दुनिया के साथ बने रहने का प्रयास करते हैं, आप अभी भी एक पुरानी आत्मा हैं.
28 जनवरी 2020: आज जोखिम न लें. पेशावर बनें और पारंपरिक मार्ग को हर चीज की ओर ले जाएं. नई चीजों की कोशिश करने और जोखिम उठाने के लिए यह एक अच्छा दिन नहीं है. जो आप जानते हैं उससे चिपके रहें और यह आपके लिए एक अच्छा दिन होगा. आपको किसी अनपेक्षित रूप से किसी का समर्थन प्राप्त होगा. चौंकिए तम.
28 जनवरी 2020: आपकी संचार शक्तियाँ आज मजबूत हैं. लोगों को आमतौर पर आपको समझने में कठिन समय लगता है, लेकिन आज वह बिल्कुल भी समस्या नहीं है. आप आज खुले और खुश लग रहे हैं कप. चीजें आपके रास्ते पर चलेंगी और लोग चीजों के प्रति आपके सनकी दृष्टिकोण को समझेंगे.
28 जनवरी 2020: आज आप अपने शत्रुों से सावधान रहें. ऐसे लोग हैं जो आपके सामाजिक जीवन में आपकी जगह लेने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि चिंतना तम करो, आपके असली दोस्त कभी भी आपके साथ ऐसा कुछ नहीं होने देंगे. आप प्यार करते हैं और लोग आपके बारे में परवाह करते हैं, इसलिए बहुत ज्यादा तनाव न करें क्योंकि यह सिर्फ एक गुजरता हुआ चरण है.
28 जनवरी 2020: आपको ऐसा लगता है कि आप अपने आसपास की चीज़ों से बचे हुए हैं, और यह सच हो सकता है. जानकारी प्राप्त करने के नए तरीके खोजें जो आप नहीं जानते. हो सकता है कि लोग आपको लूं से बाहर रख रहे हों, क्योंकि वे आपकी रक्षा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें याद दिलाएं कि आप खुद को चीजों को संभालने के लिए काफी मजबूत हैं, इसलिए अगर सच को आपके सामने रखा जाए तो बेहतर है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.png00Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-01-28 02:55:542020-01-28 02:56:36आज का राशिफल
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