सत्ता में आते ही लागू करेंगे आटा-दाल-चीनी योजना: सुरजेवाला
-एक साल के भीतर ही भरेंगे दलितों की 60 हजार नौकरियों का बैकलॉग
-सुरजेवाला ने गरीबों के लिए जारी किया 10 सुत्री रोड मैप
जींद:
कांग्रेस सरकार बनने पर पार्टी का गरीबों व दलितों के लिए 10 सुत्रीय रोड मैप की घोषणा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर गरीब व दलितों के लिए आटा-दाल-चीनी स्कीम को लागू किया जाएगा। जिसमें दलितों को कम दामों में आटा,दाल व चीनी मुहैया करवाई जाएगी और सरकार आते ही इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत सभी दलित परिवारों के पानी के बिल एक कलम से माफ कर दिए जाएंगे।
श्री सुरजेवाला रविवार को जींद में आयोजित गरीब अधिकार रैली में उमड़े जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। हजारों तादाद में उपस्थित लोगों ने सुरजेवाला का नारों के बीच जोरदार स्वागत किया। रैली में सुबह से ही लोग आने शुरू हो गए थे और बाद में रैली ने एक बड़े जनसैलाब का रुप ले लिया। सुबह 10 बजे आरंभ हुई यह रैली शाम को साढ़े 4 बजे तक चलती रही।
सुरजेवाला ने कांग्रेस सरकार आने पर दलितों के लिए अपने 10 सुत्री रोड मैप के बारे में बताया कि आटा दाल चीनी स्कीम के तहत परिवार के 4 सदस्यों को 20 किलोग्राम अनाज 2 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से दिया जाएगा। इन परिवारों को 20 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से 2 किलोग्राम दाल व 12 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से एक किलोग्राम चीनी मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हर मौहल्ले में दलित चौपाल व धर्मशाला खोली जाएगी और उसकी मरम्मत का पैसा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के होनहार जो बच्चे आईएएस व आईपीएस की तैयारी करेंगे उनके लिए स्पेशल कोचिंग सैंटर खोले जाएंगे और उनको फीस में 50 फीसदी की छूट दी जाएगी।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही सफाई कर्मचारियों के लिए ठेका प्रथा को समाप्त किया जाएगा और उनको महीने की पहली तारीख को वेतन मिलेगा। दलितों के कल्याण के लिए अनुसूचित जाति कल्याण आयोग का गठन किया जाएगा। बीए, बीएससी, बीकाम, एमए, एमकाम करने वाले विद्यार्थियों को 1500 रुपये प्रति माह, एमबीबीएस को 5 हजार, इंजीनियरिंंग करने वालों को 2500 व आईटीआई व आईआईएम करने वालों को 5 हजार रुपये प्रति माह वजीफा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के बाद सभी एससी मौहल्लों में हर घर में शौचालय बनाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एचपीएससी, एसएस बोर्ड व सभी प्रकार के बोर्ड व निगमों में दलित समुदाय के एक व्यक्ति को सदस्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने आज तक बैगलॉग की 60 हजार नौकरियों के पद नहीं भरे हैं। कांग्रेस सरकार आते ही एक साल के भीतर बैगलॉग की सभी 60 हजार नौकरियों पर भर्ती होगी।
सुरजेवाला ने कहा कि आज देश व प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। मोदी व खट्टर सरकार ने दलितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा है। यह सरकारें दलित अधिकारों पर लगातार आक्रमण कर रही हैं, उनका सामाजिक शोषण किया जा रहा है। दलित आज आर्थिक अनदेखी का शिकार हो रहे हैं और सरकारी भेदभाव का दंश झेल रहे हैं। दलितों को संविधान आरक्षण का जो लाभ मिल रहा था उस पर भी लगातार हमले किए जा रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस द्वारा 2010 में दलितोत्थान के लिए जो स्कीम बनाई गई थी उसे भी समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि देश के 2018-19 के बजट में दलितों के लिए सरकार ने मात्र 5.58 फीसदी का प्रावधान किया, जबकि पूरे देश में दलितों की जनसंख्या 16 फीसदी है। सरकार ने दलितों के लिए चलाई की स्कीमों को भी कम कर दिया। देश में दलित कल्याण के लिए 294 योजनाएं चल रही थी, लेकिन मोदी सरकार ने इनमें 38 योजनाओं पर कैंची चला दी और अब यह योजनाएं 256 रह गई हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि सरकार ने दलित प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप में 86 फीसदी की कमी कर दी। कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2013-14 में स्कॉलरशिप के लिए 882 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था, लेकिन इस मोदी सरकर ने इसे घटाकर 2018-19 के बजट में 125 करोड़ कर दिया। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के आज भी 12 हजार करोड़ रुपये बकाया पड़े हैं, जो दलित विद्यार्थियों को दिए ही नहीं गए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में मैला साफ करने वालों को ना रोटी नसीब हो रही है और ना ही मकान। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दलितों के लिए क्रेडिट गारंटी योजना लाकर तमाशा किया है, लेकिन अभी तक 5 लोगों को ही इससे मदद मिल सकी है।
सुरजेवाला ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार आज देश में हर 12 मिनट में एक दलित पर अत्याचार होता है, प्रतिदिन 6 दलित महिलाएं ब्लात्कार का शिकार हो रही हैं। उन्होंने बताया कि आंकड़े बताते हैं कि देश में 2015 में दलितों पर अत्याचार के 38 हजार 670 व 2016 में बढ़कर 40 लाख 801 केस सामने आए। वहीं हरियाणा में 2014 में जहां दलितों पर अत्याचार के 474 केस सामने आए थे, वहीं 2015 में 510 तथा 2016 में 639 केस सामने आए। हैदराबाद में रोहित वेमला केस हो या फिर सोपार जैसे मामले, पूरे देश में दलितों पर अत्याचार को रोकने के बजाए इस मोदी सरकार ने इसे बढ़ावा देने का काम किया। यही नहीं दलितों की आवाज दबाने के लिए एससी एसटी कानून को ही समाप्त करने का प्रयास किया है।
सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में तो स्थिति और भी बुरी है। फरीदाबाद में एक दलित को बच्चों सहित जिंदा जला दिया गया। 14 जनवरी 2018 को 12वीं कक्षा की दलित छात्रा से गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई। खट्टर सरकार के मंत्री अनिल विज ने 28 नवंबर 2015 को आईपीएस संगीता कालिया को प्रताडि़त किया और उनका फतेहाबाद से ट्रांसफर करवा दिया। संगीता कालिया की गलती यह थी कि उन्होंने सच का साथ दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी खट्टर सरकार दलितों के जख्मों पर मरहम लगान की बजाए उसे और बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में खट्टर की बीजेपी सरकार के अलावा एक और लूटेरा दल है, जो दलितों की बैसाखियों पर खड़ा होना चाहता है। यह दल दलित साथियों को सत्ता का मोहरा बनाकर दलितों के कंधे पर सवार होकर सत्ता में लौटने के सपने देख रहा है। उन्होंने कहा कि दलितों के लिए यह कोई लड़ाई नहीं लड़ रहे बल्कि सत्ता व लूट के माल के लिए दलितों का नाम लेकर अपनी रोटी सेंकना चाहते हैं और आपस में ही लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक कहता है कि छोटा भाई और दूसरा कहता है बड़ा भाई लेकिन फिर भी पार्टी की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जननायक चौधरी देवीलाल ने इनेलो को सींचकर खड़ा किया था आज इस पार्टी की बागडोर किन हाथों में आ गई है, जनता के सामने है, जो आपस में ही लड़ रहे हैं। यह लोग कभी प्रदेश का भला नहीं कर सकते, केवल अपने भले ही लड़ाई लड़ रहे हैं।
इनेलो का बिना नाम लिए हुए उनकी अंदरूनी कलह पर चुटकी लेते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इस पार्टी के बच्चे अब बीजेपी के हाथ में खेल रहे हैं, जिसके हाथ में पिछले साढ़े 4 साल से उनका चाचा खेल रहा था। ना चाचा बीजेपी के खिलाफ है और ना ही भतीजा बीजेपी के खिलाफ। सांसद दुष्यंत चौटाला ने तो सदन में हमेशा बीजेपी का साथ दिया, भले ही वह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की बात हो या फिर राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के चुनाव की। जिन लोगों की आपस में नहीं बनती, वह दलितों का भला कैसे कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस रैली के साथ आज एक नए सूर्य का उदय प्रदेश में होगा। हम दलितों के हैं और दलित हमारे। इसलिए अपने अधिकारों के लिए आगे आना होगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक बच्चन सिंह आर्य, राजकुमार वाल्मीकि, अनिल धंतौड़ी, फूल सिंह वाल्मीकि, सुमित्रा चौहान, सुलतान जडौला,शिव शंकर भारद्वाज,सुधीर गौतम,रमेश गुप्ता,सतबीर भाना, विद्या रानी दनौदा, सतबीर दबलैन, बृजलाल,ईश्वर नैन,भूपेन्द्र फौगाट,शालिका अटवाल, निर्मल सिंह मलाड़ी, वीरेन्द्र जागलान,शेर सिंह नीलोखेड़ी, पवन वाल्मीकि, नरेश वाल्मीकि, सचिन मंडल, सुरेश ओड, सुखबीर नागर, वकील रंगा, सुभाष वाल्मीकि, डा.राजेन्द्र सुरा, संजीव भारद्वाज, दिलबाग ढांडा, सुरेश युनिसपुर, रंजीता मैहता, सतपाल वुलडिया, आनन्द जाखड़, कृष्ण सातरोड, भजनलाल, कर्मबीर मायना, रणधीर मोलक, राजेश संदलाना, धर्मबीर कोलेखां, बिल्लू चांदना, दीपक देशवाल, बिजेन्द्र माजरा, सरदार नछत्तर सिंह, भूपेश मैहता, वीना देशवाल, मूर्ति मलिक, अमित, प्रो.महेन्द्र नैन, नरेश भनवाला, होशियार सिंह लाठर, रणबीर पहलवान, मुकेश चहल, संदीप सांगवान, दिलबाग थूआ, मनोज नचार, सतीश काली, दिनेश मिनी, सुनील चहल, जगत सिंह रेडू, डा.डीपी जैन, सुबेदार राय सिंह, पूर्व पार्षद रामपाल झील, दिनेश डूमरखा, रामनिवास ढिल्लो, नरेन्द्र खर्ब, शालू गर्ग, प्रवीन ढिल्लों व रणधीर सिंह खटखड़ सहित अनेक कांग्रेसी नेता मौजूद थे।