राजनाथ सिंह और एनएसए सहित अन्य अधिकारियों की शिखरवार्ता
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीते गुरुवार को सीआरपीएफ (CRPF) के कॉन्वॉय पर हुए फिदायीन हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे. उनकी इस शहादत से देशभर में गुस्सा फैला हुआ है. हर चरफ यही मांग की जा रही है कि जवानों की शहादत का जल्द से जल्द बदला लिया जाए. वहीं सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार इसके लिए एक्शन में भी नजर आ रही है. सूत्रों के अनुसार मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस ली है. बता दें कि शनिवार को सर्वदलीय बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर भी एक अहम मीटिंग हुई.
पुलवामा हमले का बदला लेने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजीत डोभाल, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) चीफ अनिल धस्माना और इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) के एडिशनल डायरेक्टर इस मीटिंग में मौजूद थे. सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में पुलवामा हमले का बदला लेने और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं. इस अहम मीटिंग से पहले ही महाराष्ट्र के यवतमाल में बीजेपी की एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से पुलवामा हमले का जिक्र कर करते हुए देशवासियों को आश्वस्त किया था.
आतंक के सरपरस्तों को कठोर सजा जरूर दी जाएगी
पीएम ने रैली में कहा- ‘मैंने कल यानी बीते शुक्रवार को भी कहा था और आज भी दोहरा रहा हूं कि पुलवामा के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वह चाहे जितना छिपने की कोशिश करें उन्हें कठोर सजा जरूर दी जाएगी. पीएम का ये बयान आने के कुछ देर बाद ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई गई जिसमें कई तरह के बड़े फैसले लिए गए. वहीं केंद्र सरकार ने आज दिल्ली में हमले की कार्रवाई पर एकराय बनाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसमें सभी नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई करने का प्रस्ताव रखा.
भारत की एकता-अखंडता की हर कीमत पर सुरक्षा की जाएगी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि आंतकवाद की लड़ाई में विपक्ष सरकार के साथ खड़ी है. केंद्र सरकार जो भी कदम उठाएगी विपक्ष उसका पूरा समर्थन करेगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्वदलीय बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया- आतंकवाद को सीमा पार से समर्थन मिलता है लेकिन भारतीय सुरक्षा बल इससे निपटने के लिए दृढ़ निश्चयी हैं. आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की लड़ाई में देश अपने सैनिकों के साथ खड़ा है. भारत की एकता-अखंडता की हर कीमत पर सुरक्षा की जाएगी. दूसरी तरफ हमले के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. महाराष्ट्र के नालासोपारा स्टेशन पर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोक दी. जम्मू के कई इलाकों में बीते शुक्रवार को कर्फ्यू लगाया गया था. यह शनिवार को भी जारी रहा. वहीं जम्मू-कश्मीर में हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम पुलवामा पहुंच चुकी है.