सिसोदिया-सत्येंद्र जैन का इस्तीफा LG ने नहीं किया मंजूर

समाचार एजेंसी के ट्वीट के अनुसार, दिल्ली एलजी विनय सक्सेना ने 28 फरवरी को मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे को स्वीकार करने के लिए दिल्ली के सीएम से अनुरोध पर राष्ट्रपति से सिफारिश की है कि उनके इस्तीफे स्वीकार किए जा सकते हैं। एक लेटर के सामने आने के बाद अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि  क्या सीबीआई द्वारा पूछताछ और गिरफ्तार किए जाने से पहले उन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर किए थे? क्या सत्येंद्र जैन का सादा और हस्तलिखित इस्तीफा उसके बाद लिया गया?

LG ने स्वीकार किया मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली :

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनीष सिसोदिया का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है। उनके कारण सत्येंद्र जैन का इस्तीफा भी स्वीकृत नहीं हो सका है। उपराज्यपाल ने इस्तीफों को अस्वीकार करने के साथ ही दोनों से विभागों की जिम्मेदारी ले ली है। उपराज्यपाल के दफ्तर से इस्तीफा अस्वीकार करने की वजहें भी बताई गई हैं।

उपराज्यपाल के दफ्तर से जो वजहें बताई गईं हैं उनमें सिसोदिया के इस्तीफे पर तारीख न लिखा होना कहा जा रहा है। बताया गया कि मनीष सिसोदिया का इस्तीफा बिना डेट का है और सत्येंद्र जैन का 27 फरवरी को लिखा गया है। दोनों ही इस्तीफे एलजी को 28 फरवरी को भेजे गए।

कहा जा रहा है कि सिसोदिया ने ये इस्तीफा जेल से तो टाइप नहीं किया होगा। तो क्या उन्होंने यह सीबीआई की पूछताछ पर जाने से पहले ही लिख दिया था। क्या जैन का प्लेन और हस्तलिखित इस्तीफा उसके बाद लिया गया है?

अगर सिसोदिया ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था और जैन ने 27 को दिया तो इस्तीफे की घोषणा इतनी देर से क्यों हुई? 

खट्टर सरकार को भारी पड़ेगा सरपंचों पर अत्याचार : सुधा भारद्वाज

सरपंचों पर लाठीचार्ज की निंदा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 01 मार्च :

हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने बुधवार को पंचकूला-चंडीगढ़ सीमा पर पुलिस द्वारा सरपंचों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि आज के धरने में बहुत की महिला सरपंच भी शामिल थी, जिन्हें पुलिस ने सरकार के इशारे पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है।महिलाओं पर किया गया लाठीचार्ज खट्टर सरकार को भारी पड़ेगा। आज यहां जारी एक बयान में सुधा भारद्वाज ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार कभी किसानों पर लाठीचार्ज करवाती है तो कभी ओपीएस की मांग कर रहे कर्मचारियों को लाठियों से पीटा जाता है।

सुधा भारद्वाज ने कहा कि बुधवार को हुए घटनाक्रम के दौरान भारी संख्या में महिलाओं पर लाठीचार्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आते ही न केवल ओल्ड पेंशन योजना को लागू किया जाएगा बल्कि सरकार द्वारा जानबूझ कर लागू की गई ई-टेंडरिंग प्रणाली को खत्म किया जाएगा।

महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकार के पापों का घड़ा भर चुका है। प्रदेश में आज कर्मचारी, अधिकारी, मजदूर, किसान, सरपंच आदि को अपने अधिकारों की लड़ाई लडऩे के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है लेकिन पुलिस से लाठीचार्ज करवाकर यह सरकार जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों की आवाज को दबाना चाहती है, कांग्रेस पार्टी इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।

खाद्य आपूर्ति विभाग से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार किया जा रहा है निदान : राजेश सेठ

बीपीएल सूची अपडेट पर पात्रों को जल्द ही मिलेगा लाभ : राजेश सेठ             

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर 01 मार्च :

हरियाणा सरकार द्वारा चयनित किए एमिनेंट सिटीजन (सीएम विंडो) खाद्य आपूर्ति विभाग राजेश सेठ ने राशन डिपो से सम्बंधित आम जनता के समक्ष आ रही परेशानियों के बारे में मीडिया से बात करते हुए बताया कि भाजपा सरकार का लक्ष्य भ्रष्टाचार को जड़ मूल से समाप्त करना है जिसके अंतर्गत आए दिन राशन डिपो पर छापेमारी भी की जा रही है।

सेठ ने बताया कि इसी संदर्भ में सरकार के आदेशानुसार संबंधित विभागों द्वारा बीपीएल सूची को अपडेट किया जा रहा है, जिसमें बहुत अधिक संख्या में अपात्र लोगों के बीपीएल सूची से नाम रद्द किए गए हैं। राजेश ने बताया कि एक सर्वेक्षण के अनुसार यह पाया गया कि जो लोग बीपीएल सूची के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं के असल हकदार हैं उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था लेकिन साधनसंपन्न लोग मिलीभगत से बीपीएल कार्ड का दुरुपयोग कर रहे थे।

राजेश सेठ ने बताया कि सरकार के द्वारा बीपीएल सूची को अपडेट किया जा रहा है तथा विभागीय व अन्य तकनीकी त्रुटियों को जल्दी ठीक कर के पात्र व्यक्तियों को बीपीएल कार्ड का लाभ पुनः प्राप्त होगा। राजेश सेठ ने कहा कि इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा यह कदम उठाया गया है तथा अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से निकाले गए हैं। उन्होंने राशन डिपो होल्डर पर बोलते हुए कहा कि उनके द्वारा पूरे हरियाणा में का सर्वे किया गया तथा इस दौरान बहुत अधिक संख्या के डिपो होल्डर से बात भी की गई तथा यह सुनिश्चित किया गया कि पात्र जनता को राशन सुविधाजनक ढंग से मिल सके।

राजेश सेठ ने कहा कि एनिमेन्ट सिटीजन की जिम्मेदारी होने के नाते उनके पास आम जनता की विभिन्न प्रकार की समस्याएं आती रहती है जिनका संज्ञान लेने के लिए वह समय-समय पर इस ओर गंभीरता और प्राथमिकता के आधार पर  कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आम जनता का आह्वान करते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को लेकर किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनसे संपर्क किया जा करें और भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।

सेठ ने बताया कि हरियाणा की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है जिसके चलते प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त होने की ओर निरंतर अग्रसर है। 

बढ़ती महंगाई ने यह सिद्ध कर दिया कि गरीब व्यक्ति  रोटी की जगह आंसू पी कर या भूखे सोए  : चंद्रमोहन

  • आज एल पी जी गैस सिलेंडर और कामर्शियल  गैस सिलेंडर के दामों अप्रत्याशित भारी अभिवृद्धि
  • मुम्बई में भैंस के दूध में अप्रत्याशित अभिवृद्धि करके उपभोक्ताओं को होली का उपहार दिया गया
  • गरीब लोगों को उपहार ‌के रुप में आज घरेलू गैस  सिलेंडर 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर के दामों में 50  रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 01 मार्च :

हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमन्त्री  और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य चन्द्र मोहन ने कहा कि आज एल पी जी गैस सिलेंडर और कामर्शियल  गैस सिलेंडर के दामों अप्रत्याशित भारी अभिवृद्धि के साथ ही मुम्बई में भैंस के दूध में अप्रत्याशित अभिवृद्धि करके उपभोक्ताओं को होली का उपहार दिया गया है। देश के गरीब लोगों को उपहार ‌के रुप में आज घरेलू गैस  सिलेंडर 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर के दामों में 50  रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी तथा कामर्शियल गैस सिलेंडर में 350 रुपए प्रति गैस सिलेंडर की अप्रत्याशित अभिवृद्धि करने के साथ साथ मुम्बई में भैंस के दूध के दाम में 5 रुपए प्रति किलो ग्राम बढ़ोतरी करके गरीब लोगों के मुंह से निवाला छीनने का काम किया गया है और लोगों को भूखा मरने के लिए एक सौगात दी गई है।

       चन्द्र मोहन ने कहा कि यह इस देश के गरीब का बड़ा दुर्भाग्य है कि उसको सन् 2014 में बनी केन्द्र सरकार ने गरीबों को सब्जबाग दिखाकर वोट हासिल किए थे और आज उसकी सजा देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को मिल रही है।‌उन्होने भाजपा सरकार पर तंज़ कहते हुए कहा कि  किसानों की आय  वर्ष 2022 तक दोगुना करने का वायदा तो भाजपा सरकार पूरा नहीं कर पाई, लेकिन भाजपा सरकार ने आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ा कर देश के लोगों के  साथ जो धोखा किया है उसका हिसाब जनता आने वाले 2024 के लोकसभा चुनावों में पूरा करेगी।

    अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य ने कहा कि आज मार्च महीने के पहले ही दिन  देश के लोगों को तीन नए उपहार मिलें हैं। इनमें  घरेलू गैस एल पी जी, कामर्शियल गैस और भैंस के दूध के दाम में बढ़ोतरी करके गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर उपकार करके उनकी कमर तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज से 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एल पी जी सिलेंडर के दाम 50 रुपए बढ़ गए है। दिल्ली में इसकी कीमत बढ़कर 1103 रुपए  प्रति सिलेंडर हो गई है। इससे पहले 6 जुलाई 2022 को दामों में भी इसके दामों में बदलाव किया गया था और उस समय भी  कीमतें 50 रुपए बढ़ाई गई थी। इस प्रकार से पिछले 7 महीने में 100 रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी करके यह सिद्ध कर दिया कि गरीब व्यक्ति  रोटी की जगह आंसू पी कर सोए  या भूखे सोते हैं,तो सरकार को कोई भी फर्क नहीं पड़ता है।

         उन्होंने कहा कि इसी प्रकार  19 किलो वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 350.50 रुपए की अप्रत्याशित अभिवृद्धि करके  यह संकेत दे दिया है अब रेहड़ी पटरी पर मिलने वाला गरीब का भोजन कल से ही महंगा  हो जाएगा। दिल्ली में  कामर्शियल गैस सिलेंडर अब 2119.50 रुपए का मिल रहा है और सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इस साल 2023 में दो महीने में  कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी  की गई है और यह बढ़ोतरी 22 प्रतिशत से अधिक है। इससे पहले  केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को नए वर्ष का तोहफा बढ़ोतरी के रूप में 1 जनवरी को कीमतों में 25 रुपए का इजाफा करके दिया गया था।वहीं आज से मुंबई में भैंस के दूध में भी 5 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी करके दूध से बनने वाले उत्पाद घी,दही, मक्खन और पनीर के दामों में भी अभिवृद्धि आम आदमी का स्वागत करने के लिए तैयार है।

        चन्द्र मोहन ने कहा कि महंगाई के इस कुचक्र से निकलने का एक ही रास्ता है कि सभी देशवासी एक जूट होकर ही अगले वर्ष होने वाले लोकसभा के चुनाव में भाजपा को सत्ता विहिन करने से ही महंगाई के भूत से छूटकारा मिल सकता है। इस लिए गरीब विरोधी इस सरकार से आने वाले समय में भी देश के गरीब लोगों को राहत की कोई उम्मीद नहीं है। अन्यथा वर्ष 2014 में 430 रुपए में मिलने वाला एल पी जी सिलेंडर 2000  रुपए में लेने के लिए तैयार रहना चाहिए।

भारत जोड़ों लुक के बाद नए लुक में राहुल गांधी

मीडिया फर्म ‘एफसीबी ग्रुप इंडिया’ के सीईओ रोहित ओहरी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह दाढ़ी अभी बनी रहने वाली है और इसके साथ ही इस सबसे पुरानी पार्टी को यह उम्मीद है कि यह बदलाव हमेशा के लिए है।’ ‘इमेज कंसल्टिंग बिजनेस इंस्टीट्यूट’ की सह-संस्थापक सुमन अग्रवाल के मुताबिक, गांधी ने जो नया हुलिया अपनाया है, वह छवि प्रबंधन (इमेज मैनेजमेंट) की भाषा में ‘स्ट्रेटेजिक ड्रेसिंग’ है। ओहरी ने कहा, ‘यह बुद्धिमत्ता के नए युग, राजकुमार की कड़ी मेहनत, खुद से पहले राष्ट्र और कभी हार न मानने की प्रतीक है।’

vishvasnews
कुछ दिनों का चेहरा
  • ब्रांड एक्सपर्ट बोले- कांग्रेस नेता का नया दाढ़ी वाला लुक एक संदेश भेजने के प्रयास का हिस्सा
  • मशहूर ऐड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ ने कहा- दाढ़ी के कारण उनमें कुछ हद तक गंभीरता दिखाई दी
  • एक्सपर्ट बोले गांधी के हुलिये में बड़ा बदलाव आया, उनकी खिचड़ी दाढ़ी इस बदलाव का प्रतीक

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 01 मार्च :

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नया लुक सामने आया है। राहुल इन दिनों ब्रिटेन के दौरे पर हैं। यहां वो कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देंगे। इससे पहले उनके नए लुक की तस्वीर सामने आयी है। राहुल लंदन में अपनी पारंपरिक सफेद टी-शर्ट की जगह कोट-टाई में नजर आए। उनका यह लुक कॉंग्रेस के सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है।  

गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ब्रिटेन की हफ्तेभर की यात्रा पर हैं। यहां वे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में एक संबोधन देंगे और भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल’ (कैम्ब्रिज जेबीएस) में विजिटिंग फेलो के तौर पर राहुल ’21वीं सदी में सुनना-सीखना’ विषय पर व्याख्यन देंगे।

कैंब्रिज जेबीएस ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘हमारे कैम्ब्रिज एमबीए कार्यक्रम को भारत के अग्रणी विपक्षी नेता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी का स्वागत करके बहुत खुशी हुई।’’ ट्वीट में कहा गया, ‘‘वह आज ‘21वीं सदी में सुनना सीखना’ विषय पर कैम्ब्रिज जेबीएस के विजिटिंग फेलो के तौर पर बोलेंगे।’’

मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करना भाजपा के षड़यंत्र का प्रमाण : एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर

  • दिल्ली और पंजाब की उन्नति बनी भाजपा के गले की फ़ांस : कर्मवीर सिंहडेमोक्रेटिक फ्रंट              

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 28 फरवरी :

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति के निष्पादन को लेकर सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है जिसको लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में भारी रोष है।

इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर तथा पार्टी के नेता राय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार को आम आदमी पार्टी की सफलता हज़म नही हो रही है और यही कारण है कि साफ़ व स्वच्छ छवि के धनी मनीष सिसोदिया को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।

कर्मवीर सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति भाजपा सरकार के गले की फांस बन चुकी क्योंकि न केवल देश की जनता अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आम आदमी पार्टी के कार्यों की सराहना की जा रही है। बुटर ने कहा कि अभी हाल ही में द न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे एक लेख में दिल्ली में प्रदान की जा रही बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की गई थी जिसका श्रेय आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की जनकल्याणकारी नीतियों तथा मनीष सिसोदिया की कुशल कार्यशैली को जाता है।

कर्मवीर सिंह ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो व प्रवर्तन निदेशालय ने मनीष सिसोदिया का घर ढूंढ लिया लेकिन लाखों करोड़ का घोटाला करने वाले भाजपा के चहिते पूंजीपति देश की कानून व्यवस्था के साथ खेल रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार किसी भी प्रदेश की सरकार को यह अधिकार है कि वह प्रदेश के हित को ध्यान में रखकर नीतियों में परिवर्तन कर सकती है लेकिन भाजपा हाईकमान दिल्ली और पंजाब में होने वाली उन्नति हज़म नही हो रही।

राय सिंह ने कहा कि आम जनता के बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा फ्री में उपलब्ध करवाना भाजपा की नजर में गुनाह है इसलिए इसलिए यह प्रपंच रचा गया, जाँच एजेंसियों को कोई सबूत नहीं मिला तो आप बच्चों की शिक्षा के काम में बाधा डालने का प्रयास किया गया है,ये किस प्रकार की जांच है? कर्मवीर ने कहा कि देश की जनता सब देख रही है असत्य पहले भी हारा है अब फिर से हारेगा।

बुटर ने कहा कि आम आदमी पार्टी के द्वारा किए जा रहे ऐतिहासिक परिवर्तन भाजपा की कार्यशैली के प्रश्नचिन्ह बन गए और यही कारण है कि आम आदमी पार्टी व जनता की आवाज़ को दबाने का असफल प्रयास किया जा रहा है। मौके पर निशान सिंह,राय सिंह,प्रदीप,पारस,धर्मपाल सुढल,जियालाल उपस्थित रहे।

राजस्थान चुनाव से पहले वसुंधरा राजे का बड़ा दांव, क्या नेता विपक्ष का पद खोलेगा CM बनने का दरवाजा? 

गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद राजस्थान में विपक्ष के नेता के खाली पद को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच धक्का-मुक्की जारी है। उनकी पुरानी प्रतिद्वंद्वी वसुंधरा राजे ने भी इस ओर अपना पहला कदम बढ़ा दिया है। बीजेपी के लिए भी अंदरुनी कलह बड़ी बाधा है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच तकरार की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती है। ऐसे में बीजेपी के लिए राजस्थान की सत्ता को हासिल करना उतना आसान नहीं होगा और कांग्रेस को भी आपसी कलह के समस्या क्या तोड़ निकालना पड़ेगा। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 101 सीटें चाहिए। यहां पिछले 6 चुनाव से बीजेपी और कांग्रेस बारी-बारी से सत्ता में आती है। ये सिलसिला 1993 से जारी है। 1993 से यहां कोई भी पार्टी लगातार दो बार चुनाव नहीं जीत सकी है।

वसुंधरा राजे और गुलाब चंद कटारिया
वसुंधरा राजे और गुलाब चंद कटारिया
  • राजस्थान बीजेपी में भी गुटबाजी हावी है। वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, सतीश पूनिया और गुलाबचंद कटारिया खेमे के बीच आपसी खींचतान चलती रहती है
  • राजस्थान में बीजेपी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रभाव से बाहर निकालने की कोशिश में लगी है। यहीं कारण पार्टी के अंदर राजे के समर्थक और विरोधी खेमे के बीच टकराव ने पार्टी की चिंता बढ़ाई हुई है
  • पिछले दो दशक से वसुंधरा राजे बीजेपी पार्टी की एकछत्र नेता है। लेकिन पिछले पांच सालों में बीजेपी ने राज्य में नए नेताओं को उभारने की काफी कोशिश की है। हालांकि वसुंधरा राजे के सामने ये कोशिश कुछ खास असर नहीं कर पाई

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, राजस्थान – 28 फरवरी :

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने बीजेपी के सीनियर लीडर गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने पर सम्मान में जयपुर में सिविल लाइंस स्थित अपने सरकारी निवास पर टी-ब्रेकफास्ट प्रोग्राम रखा। सियासी गलियारों में इसे वसुंधरा राजे की ब्रेकफास्ट डिप्लोमेसी के तौर पर देखा जा रहा है। चुनावी साल में कटारिया के अभिनंदन के साथ ही बीजेपी विधायकों से मेलजोल करने और सबसे मुलाकात करने के लिए राजे ने यह कार्यक्रम रखा। वसुंधरा राजे ने भगवान की प्रतिमा और गुलाबी फूलों का सुंदर गुलदस्ता गुलाबचंद कटारिया को भेंट किया और शॉल ओढ़ाकर कटारिया का अभिनंदन किया। इस मौके पर राजे ने राजस्थान के सभी बीजेपी विधायकों को निवास पर नाश्ते पर आमंत्रित किया। वसुंधरा राजे ने सभी विधानसभा सदस्यों के साथ वार्ता की और कटारिया को राज्यपाल पद की जिम्मेदारी के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दीं। कई पूर्व विधायक भी कार्यक्रम में पहुंचे।

कटारिया के सम्मान में ब्रेकफास्ट कार्यक्रम में 65 विधायकों की उपस्थिति,  वसुंधरा राजे के नेतृत्व में तैयार भाजपा - News Of Rajasthan
कटारिया के सम्मान में ब्रेकफास्ट कार्यक्रम

 भारतीय जनता पार्टी में दरकिनार कर दी गईं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं। उनके समर्थकों का मानना ​​है कि राजस्थान में विपक्ष के नेता का पद (LoP) सीएम चेहरा बनने की दिशा में उनका पहला कदम है। गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद राजस्थान में विपक्ष के नेता के खाली पद को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच धक्का-मुक्की जारी है। उनकी पुरानी प्रतिद्वंद्वी वसुंधरा राजे ने भी इस ओर अपना पहला कदम बढ़ा दिया है।

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा राजे के अलावा विपक्ष के नेता पद के लिए कई दावेदार हैं। इनमें विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़, खुद सतीश पूनिया और आरएसएस के करीबी माने जाने वाले पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी भी शामिल हैं। वसुंधरा राजे गुट का मानना ​​है कि अगर उन्हें नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया जाता है तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत से उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावना काफी बढ़ जाएगी। दो बार के सीएम को हाल के दिनों में सतीश पूनिया के नेतृत्व वाले राज्य नेतृत्व द्वारा पार्टी के दिन-प्रतिदिन के कामकाज से अलग कर दिया गया है।

भारतीय जनता पार्टी को एक और याद दिलाने के लिए कि राज्य में किसी भी राजनीतिक युद्धाभ्यास में उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, वसुंधरा राजे ने चूरू जिले के सालासर धाम में 4 मार्च को बड़े पैमाने पर शक्ति प्रदर्शन की घोषणा की है। जाहिर तौर पर यह वसुंधरा राजे के 70 साल पूरे होने की याद में मनाया जाने वाला समारोह है। हालांकि, उनका जन्मदिन 8 मार्च को है, लेकिन इस बार होली उस दिन ही पड़ रही है, इसलिए एडवांस में ही समारोह आयोजित किया जा रहा है।

सालासर धाम राजस्थान के सबसे बड़े तीर्थ स्थलों में से एक है। चूरू सतीश पूनिया का गृह जिला भी है। पूनिया और वसुंधरा राजे प्रतिद्वंद्वी और सीएम पद के साथी दावेदार हैं। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष के रूप में पूनिया का तीन साल का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हो गया था, लेकिन वह पद पर बने हुए हैं। क्योंकि पार्टी ने अभी तक एक नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया है। दरअसल, पूनिया ने पिछले साल कहा था कि यह उनकी निजी राय है कि नेताओं को 70 साल की उम्र में रिटायर हो जाना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी ने भी साल 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए इस बार राजस्थान में गुजरात मॉडल लागू किया है। बीजेपी का मानना है कि इसी मॉडल के दम पर पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2001 से 2013 तक सत्ता में बने रहे। ऐसे में उसी मॉडल पर राजस्थान में पहली बार चुनाव लड़ने पर पार्टी को फायदा मिल सकता है। 

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम हमारा फोकस है कि इस बार सत्ता में हम संगठन के ताकत के बूते पर आएं। इस चुनाव में हमने संगठन की योजनाओं को फोकस किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की तरफ से भी हमें यही निर्देश मिला है कि हमारा बूथ सशक्त हो।

मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा – केस में हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे, सीधे नहीं सुन सकते आपकी याचिका, पहले HC जाइए

अभ‍िषेक मनु स‍िंघवी ने सीजेआई की बेंच से कहा कि अरनब गोस्वामी और विनोद दुआ को सुप्रीम कोर्ट ने सीधे राहत दी थी। बेंच ने कहा कि अरनब गोस्वामी का केस पहले हाईकोर्ट गया था। उसके बाद वो सुप्रीम कोर्ट में आया था। जबकि विनोद दुआ का मामला कुछ आलोचनात्मक खबरों को लेकर था। सिंघवी का कहना था कि मनीष सिसौदिया ने सीबीआई के सारे समन का जवाब दिया। वो जांच में शामिल भी हुए। लिहाजा उनको रिमांड पर लेना गलत है। सिंघवी का कहना था कि एजेंसी की दलील है कि सिसौदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। लेकिन ये आरोप सरासर गलत है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सिंघवी से दो टूक कहा कि ये सारी चीजें दिल्ली हाईकोर्ट को क्यों नहीं बताते। उनकी अर्जी पर विचार करने से मना कर दिया गया। सिसौदिया 4 मार्च तक सीबीआई की कस्टडी में हैं। उन्होंने भारतीय संविधान के आर्टिकल 32 के तहत सुप्रीम कोर्ट से अपने मामले में दखल देने की अपील की थी।

  • मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट जाने को कहा
  • गिरफ्तार होने के बाद सीधे सुप्रीम कोर्ट में की थी अपील
  • कोर्ट ने कहा- हाईकोर्ट समान रूप से ऐसे मामले में सुनवाई को सक्षम

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली :

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है। मनीष सिसोदिया की याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अभी इस स्टेज पर दखल नहीं दे सकते, साथ ही कोर्ट ने सिसोदिया हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने की सलाह दी है। मनीष सिसोदिया मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत ना मिलने पर आम आदमी पार्टी (आआपा) का बयान भी सामने आया है। पार्टी ने कहा है कि हम कोर्ट का सम्मान करते हैं, हम हाई कोर्ट जाएंगे।

मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने सिसोदिया के वकील एएम सिंघवी से कहा, “आपने याचिका में अर्णब गोस्वामी और विनोद दुआ के केस का हवाला दिया। दोनों केस बिलकुल अलग हैं। आपको निचली अदालत से बेल लेनी चाहिए। एफआईआर रद्द करवाने के लिए हाईकोर्ट जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “हम इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते। ये मामला दिल्ली में हुआ इसका अर्थ ये नहीं इसे सीधे सुप्रीम कोर्ट ले आया जाए।”

बता दें कि मनीष सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी को चुनौती दी थी जिसपर सीजीआई की बेंच ने सुनवाई की और मनीष सिसोदिया के वकील अभिषेक मनु सिंघवी को फटकार लगाई।

कॉन्ग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दिल्ली के डिप्टी सीएम की गिरफ्तारी और सीबीआई की कार्रवाई को चैलेंज किया था। सिंघवी ने सर्वोच्च न्यायालय से इस पर शीघ्र सुनवाई की अपील की थी। सीजेआई ने याचिका स्वीकार करते हुए मंगलवार की शाम सुनवाई की। सुनवाई के दौरान CJI जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मनीष सिसोदिया के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि आपको पहले हाईकोर्ट जाना चाहिए था। आप सीधे सुप्रीम कोर्ट से जमानत क्यों माँग रहे हैं।

कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि सीधे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की परंपरा अच्छी नहीं है। कोर्ट के फैसले पर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि हम इसका सम्मान करते हैं और जमानत लेने के लिए हाईकोर्ट में याचिका डाली जाएगी।

इसके पहले दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई (CBI) ने सोमवार (27 फरवरी, 2023) दोपहर को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान जाँच एजेंसी ने CBI के स्पेशल जज एमके नागपाल से सिसोदिया की 5 दिन की कस्टडी माँगी थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने सिसोदिया को 4 मार्च तक की रिमांड पर भेज दिया था। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को IPC की धारा 120-B (आपराधिक साजिश रचने के आरोप में) तथा 477-A (धोखाधड़ी करने की कोशिश करने के आरोप में) व भ्रष्टाचार अधिनियम निवारण की धारा-7 के तहत गिरफ्तार किया है।

जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिया इस्तीफा, मुख्यमंत्री केजरिवाल ने किया मंजूर

दिल्ली के उपमुख्यंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पहले सत्येंद्र जैन और अब मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी के 10 साल के इतिहास में अरविंद केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। सिसोदिया दिल्ली में एजुकेशन सेक्टर में आए बदलाव के पोस्टर बॉय हैं। पार्टी के कई नेता बताते हैं कि एक तरह से दिल्ली की सरकार वही चलाते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर प्रसार में भी सिसोदिया की भूमिका अहम रही है।

Delhi:उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिया इस्तीफा, मुख्यमंत्री  ने किया मंजूर - Manish Sisodia And Satyendar Jain Resign From Their Posts  Cm Arvind ...
सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ने दिया इस्तीफा, केजरिवाल ने किया मंजूर

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली :

दिल्‍ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्‍ली के मंत्री सतेंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया है। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्‍ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्‍ली के मंत्री सतेंद्र जैन का इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया है। अब दिल्ली के मुख्‍यमंत्री ये इस्‍तीफा मंजूरी के लिए उप–राज्‍यपाल के पास भेजेंगे। 

दिल्‍ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया को शनिवार को सीबीआई ने दिल्‍ली की नई आबकारी नीति घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। सिसोदिया पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर हैं। सीबीआई मनीष सिसोदिया से पूछताछ कर रही है।

इसके अलावा दिल्‍ली सरकार के मंत्री सतेंद्र जैन मनी लांड्रिंग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के कई महीने बाद भी उनको कोर्ट से जमानत नही मिल पाई है।

मनीष सिसोदिया को अदालत ने 4 मार्च तक CBI रिमांड पर भेजा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी गन्दी राजनीति का परिणाम है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा “मनीष बेक़सूर हैं। उनकी गिरफ्तारी गंदी राजनीति का परिणाम है। मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं। लोगों को सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। इस से हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा।” आम आदमी पार्टी (आआपा)  नेता संजय सिंह ने कहा,, “सिसोदिया की गिरफ़्तारी तानाशाही की इंतेहा है। आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नही किया मोदी जी। भगवान भी आपको माफ़ नही करेगा। एक दिन आपकी तानाशाही का अंत ज़रुर होगा।”

CBI Court Sent Manish Sisodia On Remand Till March 4 In Liquor Policy Case

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 27 फरवरी :

शराब घोटाला मामले में दिल्ली की एक अदालत ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को सीबीआई की 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है। अदालत ने अब खत्म की जा चुकी आबकारी नीति 2021-22 को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में सिसोदिया को रविवार को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. राउज एवेन्यू अदालत परिसर के अंदर और बाहर भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था।

आम आदमी पार्टी के थिंक टैंक और राष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ा चेहरा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही हैं। आपा में नंबर वन चेहरे के बाद दूसरे नंबर का सबसे बड़ा चेहरा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया माने जाते रहे हैं। सीबीआई की गिरफ्तारी के बाद अब सियासी गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा इसी बात की हो रही है कि आम आदमी पार्टी में अब नंबर दो चेहरा कौन होगा? चर्चाओं में जो दो नाम सबसे आगे हैं उसमें अरविंद केजरीवाल के शुरुआती दौर से संघर्ष के साथी रहे सांसद संजय सिंह और राज्यसभा में पार्टी के सबसे युवा सांसद राघव चड्ढा का नाम शामिल है। लेकिन सवाल यही है क्या आम आदमी पार्टी में यही दो नाम दूसरे नंबर के चेहरे के तौर पर आगे हैं या फिर कोई तीसरा और भी है, जो दूसरे नंबर का चेहरा बन सकता है।

CBI: वकील ने कोर्ट में कहा, “यह पूरा केस प्रॉफिट का है। इसी पर हमारी आगे की इन्वेस्टिगेशन होनी है। सिसोदिया एक्साइज मिनिस्टर हैं और वो मंत्रियों के एक ग्रुप को लीड कर रहे थे। शराब नीति के मॉडल को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई।”

सिसोदिया: वकील दयान कृष्णन ने कहा, “LG ने मई 2021 में पॉलिसी को हरी झंडी दी थी। प्रॉफिट मार्जिन के बारे में सारी बहस हो रही है, उसकी LG ने मंजूरी दी थी। उन्हें ही बदलावों को रजामंदी दी थी। पहले ही दिन CBI ने फोन के बारे में बात की थी। कहा कि सिसोदिया ने 4 फोन इस्तेमाल किए, 3 को नष्ट कर दिया। क्या सिसोदिया अपना फोन सेकेंड हैंड शॉप पर नहीं दे सकते हैं। वो क्या अपने फोन रखे रहते, क्या उन्हें पता था कि CBI आएगी और उन्हें गिरफ्तार करेगी इसलिए वो फोन रखे रहते?”

सिसोदिया: दयान कृष्णन ने कहा, “CBI कह रही है कि जिस तरह वो चाहती है, सिसोदिया उस तरह जवाब नहीं दे रहे हैं। जहां तक जांच में सहयोग की बात है तो सिसोदिया ने सहयोग किया है। उनके घर पर छापा मारा गया। उनके फोन एजेंसी के पास हैं। अब एजेंसी कह रही है कि सिसोदिया गोलमोल जवाब दे रहे हैं। उनके पास यह अधिकार है। एक व्यक्ति के संवैधानिक अधिकार होते हैं।”


जुलाई 2022 में दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ CBI जांच की सिफारिश की थी। सक्सेना ने सिसोदिया पर नियमों को नजरअंदाज कर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद ED और CBI ने सिसोदिया के खिलाफ जांच शुरू की। इस मामले में भाजपा ने नए टेंडर के बाद गलत तरीके से शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ माफ करने के आरोप लगाए हैं।

CBI Court Grants Custody Of Manish Sisodia Till March 4, In Delhi Liquor  Case - शराब नीति केस में मनीष सिसोदिया को CBI कोर्ट ने 4 मार्च तक रिमांड पर  भेजा | India In Hindi


सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (आपा) दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदर्शन कर रही है। नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। 

  • दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। सुरक्षा बलों से उनकी झड़प भी हुई। महिला कार्यकर्ताओं और महिला पुलिसबल के बीच हाथापाई भी हुई।
  • पुलिस ने AAP कार्यकर्ताओं को हटने की चेतावनी दी। कई नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस AAP के दफ्तर में भी दाखिल हुई।
  • आम आदमी पार्टी पूरे देश में प्रदर्शन कर रही है। पंजाब, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कई जगहों पर कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए हैं।