इंजिनियरिंग विद्यार्थी ने बनाई मोड़ीफ़ाइड ईवीएम

छात्र का दावा है कि पहले से ही मौजूद EVM में इस टेक्नोलॉजी को फिंगर प्रिंट टेक्नोलॉजी के साथ मैच किया जाएगा.

कोलकाता : इलेक्‍ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कार्यप्रणाली को लेकर विभिन्‍न राजनीतिक दल हमेशा से ही निशाना साधते रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से ही इसपर सवाल उठाने वालों की संख्‍या भी बढ़ गई है. लेकिन अब कोलकाता के एक इंजीनियरिंग छात्र ने कई खूबियों वाली ईवीएम बनाने का दावा किया है. यहां के इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के छात्र राकेश शील ने दावा किया है कि उसकी बनाई मॉडीफाइड ईवीएम से किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है.

राकेश शील तृतीय वर्ष का इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग का छात्र है. इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट की तरफ से  कोलकाता के साल्ट लेक सेक्टर V में एक वर्कशॉप और प्रदर्शनी लगाई गई, जो 25 जनवरी तक चलेगी. इसी में इस मॉडीफाइड ईवीएम का प्रदर्शन किया गया है. इसे बनाने वाले राकेश का दावा है कि इससे मतदाताओं के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी नहीं हो पाएगी. लोग अपना वोट खुद दे पाएंगे. कोई भी दूसरा व्यक्ति किसी और का वोट नहीं दे पाएगा.

छात्र का दावा है कि पहले से ही मौजूद EVM में इस टेक्नोलॉजी को फिंगर प्रिंट टेक्नोलॉजी के साथ मैच किया जाएगा. यानी कि मशीन में वोट देने के पहले आपका फिंगरप्रिंट लिया जाएगा और जब आपका फिंगर प्रिंट दर्ज हो जाएगा, उसके बाद ही आप EVM का बटन दबा पाएंगे, इसके बिना ऐसा नहीं हो पाएगा. उस मशीन के पास ही नंबर या विभिन्न राजनैतिक दलों के चुनाव चिह्न भी मौजूद रहेंगे. लोग इन्‍हीं को देखकर बटन दबा सकेंगे.

एक बार वोट डालने के बाद अगर कोई व्यक्ति दोबारा वोट डालने पहुंचता है तो तुरंत पकड़ा जाएगा. क्‍योंकि उसके फिंगरप्रिंट पहले से ही उस मशीन में दर्ज हो चुके होंगे. यह प्रक्रिया आधार कार्ड के साथ भी जुड़ी रहेगी. छात्र का दावा है कि मतदाता की किसी भी तरह की निजी सूचना लीक नहीं होगी. क्‍योंकि मतगणना के ठीक पहले पूरा फिंगरप्रिंट डाटा डिलीट हो जाएगा, जिसके बाद ही मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी.

‘‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम मतपत्र के दौर में वापस लौटने नहीं जा रहे हैं.’’ सीईसी

नई दिल्ली : मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने इलेक्‍ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों और मतपत्र (बैलट पेपर) से चुनाव कराने की विभिन्न दलों की मांग को सिरे से खारिज करते हुए गुरुवार को कहा कि चुनाव आयोग मतपत्र के दौर में वापस नहीं लौटेगा. 

अरोड़ा ने आयोग द्वारा ‘चुनाव प्रक्रिया को समावेशी एवं सहज बनाने’ के विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम मतपत्र के दौर में वापस लौटने नहीं जा रहे हैं.’’ 

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को तकनीकी गड़बड़ियों से बचाने के लिए किए गए उपायों का जिक्र करते हुये अरोड़ा ने कहा, ‘‘इस मशीन को सार्वजनिक क्षेत्र की उन दो कंपनियों ने बेहद पुख्ता तकनीकी सुरक्षा उपायों से लैस करते हुए बनाया है, जो हमारे देश के रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए बहुत उल्लेखनीय काम कर रही हैं.’’

उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वालों और मतपत्र की मांग करने वाले दलों का नाम लिये बिना कहा, ‘‘हम इसे (ईवीएम) फुटबॉल क्यों बना रहे हैं और इस पर छींटाकशी क्यों कर रहे हैं.’’ अरोड़ा ने कहा कि सम्मेलन में मौजूद लोग इस आरोप-प्रत्यारोप के सही या गलत होने पर फैसला करेंगे. 

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ‘‘इसलिए एक बार फिर मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह सिर्फ मेरा ही नहीं बल्कि समूचे चुनाव आयोग का मत है कि हम मतपत्र के दौर में वापस लौटने नहीं जा रहे हैं.’’ अरोड़ा ने कहा कि उस दौर में वापस नहीं लौटा जा सकता है जबकि मतपत्र बाहुबलियों द्वारा लूटे लिये जाते थे, मतगणना में देर होती थी और मतदान कर्मियों का उत्पीड़न भी होता था. इसलिए मौजूदा व्यवस्था ही कायम रहेगी.

“उन्होंने हमारी जमीन छीनी है,वो यहां रहने के लायक नहीं है”, संजय सिंह

भारतीय राजनीति में किसानों का बहुत महत्व है उनके द्वारा उगाये गए प्याज़ हों या खुद उनकी ज़मीन। नेता किस तरह उनकी ज़मीन हड़पते हैं इसकी एक बानगी है कौसर के इंडस्ट्रियल इलाके में 65.57 एकड़ साइकल फैक्ट्री की ज़मीन को “राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट” द्वार खरीदा जाना और बाद में ज़ाहिर होने पर उस सौदे का अमान्य होना। प्रश्न उठता है जब साइकल फैक्ट्री का प्रोजेक्ट फेल कर दिया गया तब किसानों से किया गया नौकरी का वादा भी फेल हो गया।

किसान सालों से एक के बाद एक फेल होते प्रोजेक्ट्स के कारण अपनी ज़मीन, नौकरी की उम्मीद से हाथ धोते रहे। पर क्या प्रोजेक्ट के फेल होने पर अधिगृहीत ज़मीन किसानों को वापिस की गयी? क्या नौकरी का वादा किसी और प्रोजेक्ट में पूरा नहीं किया जा सकता था?

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी गए थे. इस दौरान एक तरफ जहां वो चुनाव प्रचार में लगे हुए थे तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नजर आए. दरअसल ये लोग अमेठी के किसान थे जो कांग्रेस पर उनकी जमीन हड़पने का आरोप लगा रहे थे.

बुधवार को गौरीगंज शहर में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन राजीव गांधी फाउंडेशन को दी थी. उनकी मांग है कि या तो उनकी जमीन उन्हें वापस की जाए या फिर उन्हें रोजगार दिया जाए.

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में से एक संजय सिंह ने कहा, हम राहुल गांधी से काफी निराश हैं. उन्हें इटली वापस चले जाना चाहिए. वो यहां रहने के लायक नहीं है. उन्होंने हमारी जमीन छीनी है.

किसान ये प्रदर्शन सम्राट साइकिल फैक्ट्री के पास कर रहे थे. ये वही फैक्ट्री है जिसका उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री रजीव गांधी ने किया था.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल 1980 में जैन भाईयो ने कौसर के इंडस्ट्रियल इलाके में 65.57 एकड़ की जमीन ली थी. वो यहां एक कपंनी चलाना चाहते थे लेकिन प्राजेक्ट फेल हो गया. जिसके बाद 2014 में जमीन की नीलामी हो गई. नीलामी में खरीदी गई जमीन का भुगतान 1,50,000 रुपए की स्टांप ड्यूटी पर राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से  किया गया. बाद में UPSIDC ने इस निलामी को अमान्य कर दिया, जिसके बाद गौरीगंज कोर्ट ने आदेश दिया कि इस जमीन को UPSIDC के हवाले कर दिया जाए. तब से कागजों में तो ये जमीन UPSIDC के पास है लेकिन असल में रजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के कब्जे में है.

इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी राहुल गांधी पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था.

आज का पांचांग

Date (तारीख)24 January (जनवरी) 2019
Day (वार)Thursday (बृहस्पतिवार)
Paksha (पक्ष)Krishna Paksha (कृष्ण पक्ष)
Tithi (तिथि)Chaturthi (चतुर्थी – 4)
Nakshatra (नक्षत्र)Purva Phalguni (पूर्वा फाल्गुनी – 11)
Yog (योग)Shobhana
Karan (करण) 1Bava (बव – 1)
Karan (करण) 2Balava (बालव – 2)
Sunrise (सूर्योदय)07:15 am
Sunset (सूर्यास्त)18:29 pm
Moon Sign (राशि)Simha (सिंह राशि)
Shaka Samvat1940 Vilambi
Vikram Samvat2075
Ritu (ऋतू)Shishir (Winter)
Ayana (अयनांत)Uttarayana (उत्तरायण)

आज का राशिफल

Aries

दिन के दूसरे भाग में आप किसी प्रिय की कमी को महसूस करेंगे। इस प्रिय की आपके जीवन में वापस आने की उच्च संभावनाएं हैं और कुछ के लिए नया प्रेम भी क्षितिज पर हैं। अपनी ऊर्जा को बहाल करने और अपने आप को पुनर्जीवित करने का तरीका तलाश रहे हैं? परिवार के साथ कुछ समय व्यतीत करने का प्रयास करें।

Taurus

सकारात्मकता हवा में मौजूद है और यह आपके शारीरिक और मानसिक फिटनेस में परिलक्षित होता है। चारों ओर खुशी फैलाकर रखें और आप देखेंगे कि यह आपके पास बहुतायत में वापस आ रही है। जिम जा कर नकारात्मकता को दूर करें – यह निश्चित रूप से आपका जीवन सुहाना कर देगा। संपत्ति का मामला लंबित है? फिर, कुछ अच्छी खबर आपके लिए आ सकती है।

Gemini

यदि आप अपनी वित्तीय स्थिति सही रखना चाहते हैं तो थोड़ा मितव्ययी होने में कोई नुकसान नहीं है। पैसे के साथ थोड़ा तंग होना ठीक है, कंजूस मत बनो, लेकिन यह ध्यान रखें कि आपका का पैसा कहाँ जा रहा है। आप चाहे कितना भी बात करना और खुद को व्यक्त करना पसंद करते हैं, यह सुनने का समय है।

Cancer

यह समय है कि जब आप अपनी काल्पनिक दुनिया से बाहर आयें और अपने आस-पास होने वाली चीजों पर ध्यान दें। लोगों पर ध्यान दें और लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचें! बहुत सारे परिवर्तन हुए हैं और कुछ बदलाव किए जाने की आवश्यकता है। ज़िम्मेदारी लीजिए और हो सकता है कि आप को अपनी आय संभावनाओं को बढ़ाने के अवसर मिल सकते हैं।

Leo

आप ऊर्जा के उच्चतम स्तर पर हैं! यह ऊर्जा आपको उस स्थान पर ले जा रही है जहां आप जाना चाहते हैं। आपकी खुशहाली की भावना आपके स्वास्थ्य और वित्तीय पहलुओं में भी प्रतिबिंबित हो रही है! हालात आपके लिए बहुत अच्छे हैं। आपको क्या करना चाहिए? बस, अच्छे समय का आनंद लें।

Virgo

जब भी आप अपने लक्ष्य और इच्छाओं के बारे में सपना देख रहे हों तब अनुशासन को भूल जायें। असंभव सपने और इसे हासिल करने का प्रयास करने की हिम्मत करें। संदेह के लिए कोई जगह नहीं है। आगे बढें और सफलता आपकी होगी। कुछ रचनात्मक व्यवसायों को लें और आप एक अविश्वसनीय वित्तीय प्रगति कर सकते हैं।

आपके मन में मुक्ति और स्वतंत्रता की भावना प्रबल है। आप खुद को दूसरों के विचारों के वजन से छुटकारा दिला रहे हैं और अभी आपके लिए यह मायने रखता है कि आप कैसा महसूस करते हैं और क्या सोचते हैं! आपने अपने नियमों से अपना जीवन जीने का वचन दिया है और कोई बाहरी कारक आपकी खुशी को रोक नहीं जा सकता है। ध्यान या स्पा सत्र के लिए समय निकालें।

Scorpio

अपने तनाव के स्तर को नियंत्रित करना आपके हाथों में है। कम चिंता करें,अधिक ध्यान करें। जितना संभव हो उतना काम करें और परिवार के साथ समय व्यतीत करें। तनाव दूर करने वाली गतिविधियाँ करें, इससे पहले कि तनाव आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करे। अपनी आय के बारे में ज्यादा चिंता न करें; चीजें जल्द ही आपके पक्ष में होंगी।

Sagittarius

आपकी निजी ज़िंदगी में भी सद्भाव का स्तर ऊंचा है। आपके आस-पास के सभी चीजें हंसमुख और खुश हैं वित्तीय स्थिति डगमगाने से आपको थोड़ा चिंता हो सकती है लेकिन आप आशावादी हैं और यह जानते हैं कि यह अस्थायी है और आप जल्द ही अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करेंगे।

Capricorn

आप जो कहते हैं वह आपको अनचाहे किसी मुसीबत में पहुंचा सकता है। अपने शब्दों से थोड़ा सा सावधान रहें, क्योंकि आप के शब्द दूसरों को अपमान जनक लग सकते हैं, भले ही आपका ऐसा मंतव्य न हो। आपके करीबी अभी आपके विरुद्ध हो सकते हैं । उन्हें ऐसा ही रहने दें और सब कुछ ठीक होने के लिए समय का इंतजार करें। तनाव और चिंता को हराने के लिए योग का सहारा लें।

Aquarius

जीवन के हर पहलू में आगे बढ़ना आपके लिए आसान है क्योंकि चीजें आपके पक्ष में हैं । बाहर की दुनिया अपनी गति से काम कर रही है और आप जितना अपेक्षा कर सकते हैं उससे अधिक हासिल करने जा रहे हैं। निजी जीवन में कुछ समस्याएं हो सकती हैं जो दिन की सफलता को आप से दूर ले सकती हैं। इसके लिए तैयार रहें!

Pisces

यह सब धारणाएं और दृष्टिकोण के बारे में है! चीजें आपके अनुसार नहीं चल रही हैं? अपने विचार करने के तरीके में बदलाव करें और आप नहीं जानते कि आपको क्या मिलेगा। क्या आपकी टीम पसंद नहीं है? उन्हें अपनी धारणाएं बदल दें और जीवन स्वतः ही बेहतर हो जाएगा। जीवन में कुछ सकारात्मकता लायें और आपको चारों तरफ सकारात्मकता मिलेगी।

अंतरिम बजट से ठीक पहले पीयूष गोयल को मिला वित्त मंत्रालय का जिम्मा

पीयूष गोयल को यह जिम्मेदारी अस्थायी तौर पर दी गई है क्योंकि अरुण जेटली अमेरिका गए हैं

नई दिल्ली: अंतरिम बजट पेश करने से नौ दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल को बुधवार को वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया. अरुण जेटली अस्वस्थ हैं और इलाज के लिए विदेश में हैं, इस वजह से उनके मंत्रालयों का प्रभार गोयल को दिया गया है. 

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अस्थायी रूप से गोयल को सौंपा गया है. गोयल के पास पहले से जो मंत्रालय हैं वह उसका कामकाज भी देखते रहेंगे. बीजेपीकी अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को एक फरवरी को अपने मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करना है. 

जेटली को बनाया गया बिना पोर्टफोलियो वाला मंत्री 
इसके अलावा अरुण जेटली को उनके इलाज तक बिना पोर्टफोलियो वाला मंत्री बनाया गया है. स्वस्थ होने के बाद जेटली फिर से वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे. 

इससे पहले पिछले साल मई में भी गोयल को दोनों मंत्रालयों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. उस समय जेटली का गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ था. गोयल ने 100 दिन तक जेटली की अनुपस्थिति में इन मंत्रालयों का प्रभार संभाला था. जेटली पिछले साल 23 अगस्त को काम पर लौट आए थे और उन्होंने वित्त और कॉरपोरेट मंत्रालयों की जिम्मेदारी फिर संभाल ली थी. 

जेटली का अमेरिका में आपरेशन हुआ, दो सप्ताह आराम की सलाह
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का मंगलवार को न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में आपरेशन हुआ। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि चिकित्सकों ने जेटली को दो सप्ताह आराम करने की सलाह दी है।

अरुण जेटली 13 जनवरी को अमेरिका गए थे। सूत्रों ने कहा कि इस सप्ताह ही उनकी ‘सॉफ्ट टिश्यू’ कैंसर के लिए जांच की गई थी। इस दौरान भी जेटली सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। फेसबुक पर पोस्ट लिखने के अलावा उन्होंने मौजूदा मुद्दों पर ट्वीट भी किए। इससे पहले पिछले साल 14 मई को जेटली का एम्स में गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ था। उसके बाद से वह विदेश नहीं गए थे। 

रेलवे कुल चार लाख पदों पर नियुक्तियां करेगा: पीयूष गोयल

नई दिल्ली : केंद्र सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए नई योजनाओं के साथ ही अलग-अलग विभागों में रिक्तियों की घोषणा कर रही है. पिछले करीब एक साल में सरकार ने रेलवे में ग्रुप सी और डी के करीब डेढ़ लाख पदों पर रिक्तियां घोषित की है. इन पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया जारी है. 22 जनवरी को ग्रुप सी के लिए दूसरे चरण के कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट का आयोजन देश के अलग-अलग शहरों में किया गया है. इन पदों के लिए करीब दो करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था.

युवाओं को रोजगार देने का बड़ा फैसला
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का बड़ा फैसला किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष करीब डेढ़ लाख पदों के लिए रिक्तियां घोषित की थी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले दो साल में ढाई लाख और पदों पर रिक्तियां घोषित कर युवाओं की नियुक्ति की जाएगी. इस तरह रेलवे कुल चार लाख पदों पर नियुक्तियां करेगा.

दो साल में एक लाख कर्मचारी होंगे रिटायर
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे में आने वाले समय में रेलवे में करीब ढाई लाख पदों पर और नियुक्तियां की जाएंगी. भारतीय रेलवे में अभी करीब 1 लाख 32 हजार पद खाली हैं. अगले दो सालों में एक लाख कर्मचारी रिटायर होने वाले हैं. ऐसे में करीब ढाई पदों पर और नियुक्तियां करने की योजना है. मौजूदा नियुक्ति प्रक्रिया को जोड़ दें तो कुल चार लाख पदों पर रेलवे में नियुक्तियां की जाएंगी. उन्होंने बताया कि 12 लाख कर्मचारियों के साथ रेलवे सबसे बड़ा नियोक्ता है.

https://youtu.be/qGB4EkhEH5I

दो से ढाई महीने में पूरी होगी प्रक्रिया
उन्होंने यह भी बताया कि अभी सवा से डेढ़ लाख पदों के लिए चल रही नियुक्ति प्रक्रिया अगले दो से ढाई महीने में पूरी हो जाएगी. आपको बता दें कि ढाई लाख पदों पर होने पर भर्ती में आर्थिक रूप से कमजोर उम्मीदवारों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. यह प्रकिया भी दो चरणों में पूरी होगी. पहले चरण में एक लाख 31 हजार 428 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा. यह नोटिफिकेशन फरवरी या मार्च में जारी होने की उम्मीद है.

वहीं दूसरे चरण में 99 हजार पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. गोयल ने कहा कि युवा जोश के साथ भारतीय रेल की सेवा में आए. भर्तियों की घोषणा के अलावा रेल मंत्री ने पिछली सरकारों को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि यदि पिछ्ली सरकारों ने आज की तरह रेलवे में निवेश किया होता तो आज जो परेशानी हो रही है वह नहीं होती

Priyanka Gandhi Vadra appointed AICC general secretary of Uttar Pradesh East

This is the first time that Ms. Vadra will be occupying any official post in All India Congress Committee.

The Congress has appointed Priyanka Gandhi Vadra as a general secretary months before the Lok Sabha elections. She will take charge in February first week.

A communique released by the Congress on Wednesday says party president Rahul Gandhi has appointed Ms. Vadra — his sister — as All India Congress Committee (AICC) general secretary of Uttar Pradesh East. Jyotiraditya Scindia has been appointed as general secretary of Uttar Pradesh West.

Ghulam Nabi Azad, who was AICC general secretary of Uttar Pradesh, will now be in charge of Haryana.

K.C. Venugopal will take over the post of AICC general secretary (Organisation), which was held by Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot. Mr. Venugopal will continue as AICC general secretary in charge of Karnataka, says the communique.

This is the first time Ms. Vadra will be occupying any official post in the AICC, although she has been a regular at Congress strategy headquarters at 15, Gurdwara Rakam Singh Road office. She has campaigned for her mother Sonia Gandhi and brother Rahul Gandhi in Rae Bareli and Amethi respectively in elections.

Speculations had been rife for a long time on Ms. Vadra’s political entry. During the 2016 Uttar Pradesh Assembly elections, there was a wide speculation that she would be projected as the chief ministerial face of the party.  Ms. Vadra had earlier rejected such suggestions  as “conjecture” and “baseless rumours.”

The Congress now has only seven MLAs in Uttar Pradesh and won just two seats from the State in the 2014 Lok Sabha elections.

Congress will play on the front foot: Rahul

Welcoming his sister into the party’s leadership, Mr. Gandhi said Congress was fighting a battle of ideologies in the coming elections.

Talking to reporters at his Lok Sabha constituency, Amethi, he said: “The Congress is fighting a battle of ideologies. And the Congress party is not going to play on the back foot anywhere, it will play on the front foot… Be it Priyanka or Jyotiraditya; they are powerful leaders of the Congress and through these two young leaders, we want to alter the politics of Uttar Pradesh.”

Child from marriage of Muslim man and Hindu woman legitimate, entitled to father’s property: SC

The top court said this upholding the plea by one Mohammed Salim. He was born to Mohammed Ilias and Valliamma, and court described him as their legitimate child.

NEW DELHI: 

HIGHLIGHTS

  1. Islam considers marriage between a Hindu and Muslim as “irregular”
  2. But a child born to such a couple is “legitimate”, rules Supreme Court
  3. Top court also said that the child has a claim on the father’s property

The Supreme Court on Tuesday said that although the marriage between a Muslim man and Hindu woman is an irregular marriage, described as “fasid” in Mohamadan law, the children born out this wedlock are legitimate and have claim over the property of the father.

“The marriage of a Muslim man with an idolater or fire­worshipper is neither a valid (sahih) nor a void (batil) marriage, but is merely an irregular (fasid) marriage. Any child born out of such wedlock (fasid marriage) is entitled to claim a share in his father’s property,” observed the bench of Justice N.V. Ramana and Justice Mohan M. Shantanagoudar in their judgment.

Upholding an order of the trial court and that of the Kerala High Court, Justice Shantanagoudar speaking for the bench said: “It would not be out of place to emphasise at this juncture that since Hindus are idol worshippers, which includes worship of physical images/ statues through offering of flowers, adornment, etc., it is clear that the marriage of a Hindu female with a Muslim male is not a regular or valid (sahih) marriage, but merely an irregular (fasid) marriage.”

The top court said this upholding the plea by one Mohammed Salim. He was born to Mohammed Ilias and Valliamma, and court described him as their legitimate child.

Having held that a child born out of Hindu mother and Muslim father is legitimate and has claim over the property of father, the court said: “The position that a marriage between a Hindu woman and Muslim man is merely irregular and the issue from such wedlock is legitimate has also been affirmed by various high courts.”

We are open to alliance with any party sharing common ideology on Punjab

Chandigarh, January 23

Aam Aadmi Party (AAP) senior leader and Sangrur Member of Parliament (MP) Bhagwant Singh Mann on Wednesday said that there was no issue joining hands with any political outfit to oust the erstwhile SAD-BJP alliance government or the ruling Congress government under the leadership of Captain Amarinder Singh from the corridor of power.

In a press statement, Mann said that all possibilities of an alliance were being explored so that the alliance could put up a bold united face on the issues and concerns surrounding Punjab and the Punjabis, thereby showing these traditional political parties, knee-deep in corruption muck, were shown the doors.

Mann further said that all-out efforts were afoot to possible alliance with the Shiromani Akali Dal (Taksali) and Bahujan Samaji Party (BSP) were underway.