नवजोत ने हमेशा सच बोला है: सिद्धू

आज दो बातें साफ हो गईं एक, सिद्धू है तो रार है। दूसरे, अमृतसर में दशहरा मेला हत्याकांड में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से डॉ॰ सिद्धू का दोष है, ऐसा डॉ॰ सिद्धू के अनुसार कांग्रेस मानती है। सिद्धू को भाजपा में रहते भाजपा से रार थी, अमृतसर सीट से जेटली को हरवाने के बावजूद भाजपा ने सिद्ध को राज्यसभा में ससम्मान बिठाया परंतु सिद्धू की आँखों में पंजाब का मुख्यमंत्री पद तैर रहा था। अब वह पंजाब में मंत्रिपद संभाले हुए हैं परंतु सीएम की कुर्सी पर बैठे कैप्टन उनकी “चोखेर बाली” (आँख की किरकिरी) बने हे हैं। उधर ममता मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती इधर सिद्ध कैप्टन को मुख्यमंत्री। उन्होने कहा भी था ’राहुल गांधी सबसे बड़े कैप्टन हैं‘

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चंडीगढ़: नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के कुछ दिन पहले दिए गए बयान का गुरुवार को यह कहते हुए समर्थन किया कि वह ‘‘कभी झूठ नहीं बोलेंगी.” नवजोत कौर सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह एवं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी पर अमृतसर से लोकसभा टिकट नहीं दिए जाने का आरोप लगा कर विवाद खड़ा कर दिया था. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से जब उनकी पत्नी के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी नैतिक रूप से इतनी मजबूत हैं कि वह कभी झूठ नहीं बोलेंगी. यही मेरा जवाब है.”

कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने 14 मई को आरोप लगाया था कि अमरिंदर सिंह एवं पार्टी के पंजाब मामलों की प्रभारी आशा कुमारी ने यह सुनिश्चित किया कि उन्हें अमृतसर संसदीय क्षेत्र से टिकट न मिले. चंडीगढ़ लोकसभा सीट से भी टिकट चाह रहीं कौर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने दावा किया है वह अपने दम पर कांग्रेस को राज्य की 13 संसदीय सीटें दिला पाने में सक्षम हैं.

उन्होंने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा था, “कैप्टन साहब और आशा कुमारी सोचते हैं कि मैडम सिद्धू (नवजोत कौर) सांसद का टिकट पाने के योग्य नहीं हैं. अमृतसर से मुझे टिकट इस आधार पर नहीं दिया गया कि अमृतसर में दशहरा के मौके पर हुए ट्रेन हादसे (पिछले साल अक्टूबर में जिसमें 60 लोग मारे गए थे) की वजह से मैं जीत नहीं पाऊंगी.

कैप्टन एवं आशा कुमारी ने कहा था कि मैडम सिद्धू जीत नहीं सकती हैं.” क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री के बीच अंदर ही अंदर सुलग रहा यह गुस्सा पूर्व में कई मौकों पर सामने आया है. 

अब ऑक्सफोर्ड ने राहुल के झूठ को किया बेनकाब

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ऑक्सफोर्ड डिक्शनरीज ने राहुल गांधी के दावे को नकार दिया है. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया था कि डिक्शनरी में एक नया शब्द जुड़ गया है.   राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर एक क्रूर प्रहार करते हुए उनके नाम को झूठ के साथ जोड़ते हुए झूठ शब्द को व्यक्तिवाच्क बनाया या मोदी के नाम का झूठ के साथ जोड़ कर से जातिवाचा बना दिया। दोनों ही सूरतें बहुत भयावह हैं। समझने के लिए “भीम सा बलशाली” यहाँ भीम जातिवाचक है। अब झूठ का वर्गिकरण किया जाना चाहता है। “modilie” मानो रहुल सभी को यह संदेशा देना चाहते हैं की यह झूठ मोदी की श्रेणी का है। राहुल ने राजनैतिक बयानबाजी का स्तर बहुत ही नीचे गिरा दिया है।

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया था कि डिक्शनरी में एक नया शब्द ‘मोदीलाई’ जुड़ गया है जो कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया है. ऑक्सफोर्ड डिक्शनरीज ने राहुल गांधी के दावे को नकारते हुए कहा कि ‘मोदीलाई’ जैसा कोई शब्द नहीं है. 

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरीज ने अपने एक ट्वीट में कहा, “हम इस तथ्य की पुष्टि करते हैं कि ‘मोदीलाई’ शब्द की एंट्री दिखाने वाली तस्वीर फर्जी है और हमारी ऑक्सफोर्ड डिक्शनरीज में से किसी में भी यह शब्द मौजूद नहीं है.” 

इससे पहले, राहुल गांधी ने बुधवार को अपने ट्वीट कर कहा था, “दुनियाभर में नया शब्द ‘मोदीलाई’ लोकप्रिय हुआ है. अब तो एक वेबसाइट पर इस बारे में बेहतरीन ढंग से विवरण दिया गया है.” कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को इसी शब्द का उल्लेख करते हुए कहा था, “अंग्रेजी शब्दकोश में नया शब्द शामिल हुआ है. इससे जुड़ा स्नैपशॉट शेयर कर रहा हूं.” गांधी ने ‘मोदीलाई’ नामक जिस शब्द का उल्लेख किया उससे जुड़े स्नैपशॉट में इसके कई अर्थ भी बताए गए थे लेकिन अगर ध्यान से देखा जाए तो उनका दावा ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के हवाले से नहीं था. 

जो तस्वीर राहुल गांधी द्वारा शेयर की गई, उसका लोगो ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी से मिलता-जुलता है लेकिन ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का नहीं है. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राहुल गांधी या उनकी आईटी सेल ने इस ट्वीट को एक मजाक के तौर पर शेयर किया या इसका मतलब कुछ और था.

क्योंकि जैसे ही पहला ट्वीट किया, उसे चंद मिनट में ही हटा दिया गया. बाद में लोगो को थोड़ा एडिट करके दूसरा ट्वीट किया गया. दूसरे ट्वीट में लोगो में केवल इंग्लिश डिक्शनरी लिखा है, जबकि उसका लुक, फील और रंग बिल्कुल वही है. दूसरे ट्वीट में ऑक्सफोर्ड शब्द नहीं लिखा. 

लूट व स्नैचिंग के आरोपियो को किया गिरफ्तार

पंचकूला,(कमल कलसी):

पुलिस उपायुक्त पंचकूला कमलदीप गोयल ने जानकारी देते हुए बतलाया कि अपराध शाखा सेक्टर 26 पंचकूला की टीम द्वारा बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए स्नैचिंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, गत कुछ सप्ताह से शहर में बढ़ रही स्नेचिंग की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए इंचार्ज अपराध शाखा सेक्टर 26 पंचकूला अमन कुमार को जांच सौंपी गई जिस पर कार्रवाई करते हुए अभियोगांक संख्या 167 दिनांक 11:05 2019 धारा 379-बी, 120-बी भा.द.सं. थाना सेक्टर 5 पंचकूला में दो आरोपियों

नंबर 1. कवि बिस्ट पुत्र कुन्दन सिंह वासी रानी खेत, थाना नैनीताल, उतराखण्ड हाल # 315, गांव कांसल (मोहाली)
2. अतुल ठाकुर पुत्र ओम प्रकाश वासी # 51, सै.-4, चण्डीगढ़
को अपराध शाखा सै.-26 की टीम उ0नि0 सुरेन्द्र , स.उ.नि. विनोद प्र.सि. प्रदीप प्र.सि. अनिल तथा C-1 गोपाल द्वारा विधी पूर्वक गिरफ्तार किया गया है । जिसमें दोनो आरोपियान ने दिनांक 11.05.2019 को मुदईया रचना से सैक्टर-21 से दोपहर 3 बजे के आस-पास स्कुटी पर सवार होकर पर्स स्नैच किया था । जिसमें 7000 रूपये नकद, एक सोने की चैन व एक जोडी कानो के टोप्स थे । जिस दौरान आरोपियों से ने महिला को धक्का मारकर नीचे गिरा दिया था जिस कारण मुद्दई को काफी चोटे भी लगी थी ।

         आगे विस्तृत जानकारी देते हुए कमलदीप गोयल ह.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला ने बतलाया कि दोनो आरोपियान छीनाझपटी की अन्य वारदातो मे भी शामिल रहे है जिसमे अभियोगांक संख्या 130  दिनांक 21.04.2019 धारा 379-बी थाना सै.-5 मे सै.-7 से एक महिला से पर्स छीना, अभियोग संख्या 32 दिनांक 09.05.2019 धारा 379-A थाना MDCसै.-4 से महिला से पर्स छीना तथा दिनांक 09.05.2019 को ही सै0-15 मे दो औरतो से पर्स छीनने का प्रयास किया व इसके अलावा भी अन्य घटनाओ मे शामिल रहे है ।

आगे जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त ने बतलाया कि दोनो आरोपी नशे के आदी है तथा अपने नशे की लत को पूरा करने के लिये ही स्नैचिंग की वारदातो को अंजाम देते थे । दोनो आरोपी छीने गये पैसो से दिल्ली जाकर ड्रग्स खरीदकर अपनी नशे की लत को पूरा करते थे ।

          दोनो आरोपियो की आपस मे जान-पहचान लगभग एक साल पहले हुई थी । जिसमे आरोपी कवि बिस्ट पहले भी NDPS ACT  तथा स्नैचिंग के कुल 8 मामलो मे संलिप्त रहा है जो विचाराधीन न्यायालय है तथा वह लगभग दो माह पहले ही बुडैल जेल से जमानत पर आया था तथा आते ही अपने नये साथी अतुल ठाकुर के साथ मिलकर वारदाते करनी शुरू कर दी थी ।

         इसके अलावा पुलिस उपायुक्त ने बतलाया कि अभियोगांक संख्या 157 दिनांक 06.05.2019 धारा 392, 394 भा.द.सं. थाना सैक्टर-5, पंचकुला मे माजरी चौक के पास से नकदी लूटने के दो आरोपियो को भी इंचार्ज अपराध शाखा सै.-26 पंचकुला निरीक्षक अमन कुमार की टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है । गिरफ्तार आरोपी प्रमोद पुत्र प्रकाश वासी # 29, खडग मंगौली ओल्ड पंचकुला व निशान पुत्र रविन्द्र वासी झुग्गी, खडग मंगौली, ओल्ड पंचकुला के रहने वाले है । आरोपियान ने दिनांक 04.05.2019 की रात को रघुवंश मनी पुत्र शिवशंकर वासी गांव हरसिंगपुर, थाना रूती जिला सीता मढी, बिहार हाल शिव मंदिर ठाकुर द्वार  मनीमाजरा को चाकू मारकर घायल कर 25000 रूपये की नकदी लूट ली थी । दोनो आरोपियों को दो दिन का रिमांड लिया गया है । जिस दौरान आरोपियों से लुटी गयी नगदी वा वारदात मे प्रयोग किये गये हथियार व ऑटो बरामद किये जायेगे ।

पंजाब में चुनाव के लिए भेजी एचएपी/आईआरबी की 10 कंपनियां

पंचकूला-16 मई – हरियाणा पुलिस द्वारा पड़ोसी राज्य पंजाब में सातवें चरण में होने वाले मतदान के दौरान चुनाव ड्यूटी के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस, आईआरबी व जिला पुलिस की 10 कंपनियों की तैनाती के आदेश जारी किए गए है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री मनोज यादव ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा लोकसभा चुनाव के सुचारु संचालन हेतू पुलिस व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की सहायता के लिए पंजाब पुलिस से सुरक्षा बलों की 10 कंपनियों को एक्सचेंज आधार पर लिया गया था। डीजीपी ने कहा प्रदेश में 12 मई को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रकिया संपन्न हो चुकी है, अब हम पंजाब में अपनी 10 कंपनियों को भेज रहे है जहां अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) श्री नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि इन कंपनियों को पंजाब में होने वाले चुनाव के दौरान पंजाब पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की सहायता व अन्य लॉ एंड आर्डर डयूटी के लिए तैनात किया जा रहा है। चुनाव के लिए भेजे जाने वाली सभी कंपनियों को 16 और 17 मई को पंजाब में तैनात होने के निर्देश दे दिये गए हैं।
श्री विर्क ने कहा कि प्रत्येक कंपनी में एक इंस्पेक्टर, तीन एनजीओ, नौ हेड कांस्टेबल और 47 कांस्टेबल सहित कुल 60 कर्मी होंगे, जो एक डीएसपी रैंक के अधिकारी के नियंत्रण में कार्य करेंगी।
पंजाब में सभी कंपनी की चुनाव ड्यूटी को लेकर तैनाती के लिए आईजीपी लॉ एंड ऑर्डर डॉ0 हनीफ कुरैशी नोडल अधिकारी होंगे।
उल्लेखनीय है कि केंद्र ने शुरूआत में चुनाव ड्यूटी के लिए सीएपीएफ की 65 कंपनियां को हरियाणा को दी थी। पंजाब पुलिस से एक्सचेंज आधार पर मिली 10 अतिरिक्त कंपनी के आवंटन के बाद राज्य में चुनाव प्रक्रिया के लिए उपलब्ध कुल कंपनियों की संख्या 95 हो गई थी।

विद्यार्थियों के साथ कानून के पहलुओं को सांझा करेंगे न्यायदंडाधिकारी ओर एडवोकेट

पुरनूर, पंचकूला, 16 मई:

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 20 और 23 मई को कानूनी साक्षरता शिविर आयोजित करके विद्यार्थियों को कानूनी पहलुओं की जानकारी दी जायेगी।  यह जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन शिविरों में मुख्य न्यायदंडाधिकारी विवेक गोयल और एडवोकेट योग्यदत्त शर्मा कानूनी पहलुओं की जानकारी देंगे।

उन्होंने बताया कि 20 मई को प्रातः 10 बजे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टिक्कर में इस तरह का शिविर लगाया जायेगा, जिसमें एडवोकेट योग्यदत्त शर्मा कानूनी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इसी प्रकार 23 मई को प्रातः 11 बजे ब्लूबर्ड स्कूल सेक्टर-16 पंचकूला में आयोजित होने वाले शिविरों में मुख्य दंडाधिकारी विवेक गोयल और बाल संरक्षण के राज्य समन्वयक पुनीत शर्मा बच्चों के अधिकारों से जुड़े कानूनी पहलुओं की जानकारी देंगे। 

EMBO awarded to PU Research Fellow

Chandigarh May 15, 2019
      Shiyana, a UGC –  Research Fellowship in Sciences for meritorious students (RFSMS) fellow pursuing PhD under the supervision of Prof. Kanwaljit Chopra, Chairperson, University Institute Pharmaceutical Sciences (UIPS), and Professor, Pharmacology Division, UIPS, Panjab University has brought laurels to the name of the University. She was awarded the prestigious European Molecular Biology Organization (EMBO) Short Term Fellowship (€ 6252.00) for a period of 3 months from 15 January to 15 April 2019 to conduct circadian research at the Department of Neurohumoral Regulations, Czech Academy of Sciences, Prague, Czech Republic. The fellowship included subsistence and travel allowance.
She studied the impact of constant artificial light and food intake in the night time on our biological clock in rat brain and ileum. Her research work elucidated the importance of minimizing the exposure to artificial light in the night time and restricting the food intake during the daytime for our good health.

पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी के रवैये के चलते मोदी को 300 पार ले जाएगा: मोदी

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कल की अमित शाह की रैली पर हुए हमले के बाद भाजपा का रुख ममता के प्रति कड़ा हो गया है। अमित शाह ने आज पत्रकार वार्ता में अपने बंगाल से जान बचाने की बात कह कर एक सियासी भूचाल ला दिया है। भाजपा के दिग्गज नेताओं ने आज दिल्ली में मौन रह कर धारणा किया तो जवाब में ममता ने भी कोलकाता में पैदल मार्च निकाला। लेकिन प्रधान मंत्री ने आज ममता को उनके रवैये के प्रति चेताते हुए कहा की पश्चिम बंगाल ही मोदी को 300 पार ले जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, दीदी, सत्ता तो सेवा का माध्यम होती हैं. आप सत्ता और जनता को अपना गुलाम समझने की भूल कर रही हो.’

नई दिल्ली/कोलकोता: पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को आपातकाल के दौर में ले आई हैं. 

पीएम मोदी ने कहा, दीदी, सत्ता तो सेवा का माध्यम होती हैं. आप सत्ता और जनता को अपना गुलाम समझने की भूल कर रही हो.’ उन्होंने कहा, ‘दीदी, जनता को धोखा आप दो, चिटफंड के नाम पर गरीबों का पैसा आप लूटों, भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर आप बैठों और जब पश्चिम बंगाल की जनता आपसे हिसाब मांगे तो आप गालियां देने पर उतर आईं, हिंसा और आगजनी करने लगीं.

ममता मोदी की जनसभाओं में उमड़ी भीड़ को लेकर त्रस्त है

पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं भाजपा के और पश्चिम बंगाल के उन साथियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिनकी पिछले कुछ दिनों में टीएमसी के गुंडों ने हत्या की है। जो घायल हैं, उनके मैं जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोकतंत्र के लिए आपका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पश्चिम बंगाल में गणतंत्र को फिर से स्थापित करने के लिए आपका होंसला और इच्छशक्ति पूरा देश बड़े आदर के साथ देख रहा है.’  

‘दीदी के गुंडे विनाश पर उतर आए हैं’  
पीएम ने कहा, ममता दीदी के गुंडे, गोलियां और बम लेकर विनाश करने पर उतर गए हैं, लेकिन लोकतंत्र के प्रति श्रद्धा को लेकर बंगाल के मेरे भाई-बहन डटकर खड़े हैं. आपका यही हौसला, आपका यही जोश ममता दीदी की इस अत्याचारी सत्ता को एक न एक दिन जड़ से उखाड़ देगा. 

‘ममता दीदी मत भूलिए कि ये 21वीं सदी का भारत है’ 
पीएम मोदी ने कहा कि दीदी आपकी बौखलाहट और बंगाल का जनसमर्थन देख कर मैं आपसे कह रहा हूं कि अब बंगाल हमें पूर्ण बहुमत से आगे 300 सीटें पार करवा कर रहेगा. उन्होंने कहा, ‘ममता दीदी मत भूलिए कि ये 21वीं सदी का भारत है अगर पश्चिम बंगाल की जनता आपको सातवें आसमान पर बिठा सकती है तो यही जनता आपको वापस जमीन पर भी गिरा सकती है.’

एक नौकरशाह जो नाश्ते में नेताओं को खाता था : टी एन शेषन

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भारत के चुनाव आयोग द्वारा अस्थायी रूप से चार नेताओं पर रोक लगाने के एक दिन बाद – यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, बसपा प्रमुख मायावती और सपा नेता आज़म खान – आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए अभियान चलाने से, उस व्यक्ति पर ध्यान केन्द्रित होता है जिसने वाकई भारत में चुनावी प्रक्रिया को दोषमुक्त किया अपितु नेताओं को भी जता दिया क संविधान प्रदत पदों ओर ईमानदारी में कितनी ताकत है, यह नाम है टी एन शेषन

तिरुनेलई नारायण अय्यर शेषन तमिलनाडु कैडर के 1955 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं, जिन्हें भारत में चुनावों में सफाई करने वाले व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है। वह भारत के 10 वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे, जिन्होंने देश में बड़े पैमाने पर व्याप्त दुर्भावनाओं को समाप्त करके चुनावों में सुधार किया

पुराने दौर में मतदान के दिन पोलिंग बूथों के आस पास मजमा लगा रहता था।शोर-शराबा हुआ करता था। कोई वोट देने जाता तो अपने पक्ष में मतदान करने तक की अपील भी होती थी। इसे लेकर विवाद की भी स्थिति बनी रहती थी। 

 मतदाताओं को पर्ची बनाकर देते थे
 लोकसभा अथवा विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों और प्रत्याशियों के शामियाने पोलिंग बूथ पर होते थे। वहां कुर्सी मेज होती थी। पार्टी के कार्यकर्ता एवं प्रत्याशी के समर्थक मतदाता सूची लेकर बैठते थे और मतदाताओं को पर्ची बनाकर देते थे। समर्थक और कार्यकर्ता, मतदाताओं पर अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिए दबाव तक बनाने थे। कई बार हंगामा तक हो जाता था। वहीं 30 वर्ष पहले निर्वाचन आयोग ने सख्ती की। टीएन शेषन के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद बूथों के बाहरी हिस्से की रौनक एक तरह से गायब हो गई। वर्ष 1996 तक बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन ने चुनाव प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए।

 मतदान केंद्रों के बाहर राजनीतिक पार्टियों व प्रत्याशी के टेंट लगते थे

देश की आजादी के बाद 1952 से लेकर 1989 तक लोकसभा के जितने भी चुनाव हुए, सभी में मतदान के दिन मतदान केंद्रों के बाहर राजनीतिक पार्टियों और प्रत्याशी के टेंट लगाते थे। यहां कुर्सी, मेज लगाकर बस्ते के साथ कार्यकर्ता और समर्थक बैठते थे। यह मतदाता सूची में नाम देखकर मतदाताओं को पर्ची बनाकर देते थे। टेंट में प्रत्याशियों के बैनर, होर्डिंग्स भी लगे होते थे। कार्यकर्ता और समर्थक प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिए मतदाताओं पर दबाव भी बनाने थे। कई बार पर्ची बनाकर देने के साथ वह मतदाताओं के साथ पोलिंग बूथ के अंदर तक भी चले जाते थे। 

उस समय चुनाव आयोग की ओर से नहीं होती थी रोक-टोक

चुनाव आयोग की ओर से किसी तरह की रोक-टोक नहीं होती थी। कई बार अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशियों के समर्थकों में झगड़े तक की नौबत आ जाती थी। मतदान के दौरान माहौल काफी गरम भी हो जाता था। निर्वाचन आयोग ने 1989 के लोकसभा चुनाव में सख्ती की और मतदान केंद्र के दो सौ मीटर के दायरे में टेंट, कुर्सी, मेज आदि लगाने पर रोक लगा दी। फिर भी कुछ हद तक पुराना रवैया जारी रहा। 

प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर, पार्टी के झंडे लगाने पर भी रोक लगी

वर्ष 1990 में टीएन शेषन के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद पूरी व्यवस्था ही बदल गई। मतदान केंद्र से दूर एक छतरी के नीचे एक कुर्सी-मेज लगाकर बस्ता रखने का आदेश दिया गया। इतना ही नहीं प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर, पार्टी के झंडे लगाने पर भी रोक लग गई। इससे आम मतदाताओं को राहत मिली अलबत्ता दलों के कार्यकर्ताओं को माहौल नीरस समझ में आने लगा।

मतदाताओं को अपने पक्ष में करने को लेकर झगड़ा भी होता था

इलाहाबाद (अब प्रयागराज) संसदीय सीट के सेंट एंथोनी स्कूल केंद्र पर 1973 से मतदान देख रहे समाजवादी नेता केके श्रीवास्तव बताते हैैं तब मतदान केंद्र के  ठीक सामने टेंट आदि लगाकर बैठने वाले विभिन्न पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों में मतदाताओं को अपने पक्ष में करने को लेकर झगड़ा और थाना-पुलिस तक हो जाता था।

‘बुढ़ापे में अक्सर लोग सठिया जाते हैं’: पायल रोहतगी

बिग बॉस एक्स कंटेस्टेंट और एक्ट्रेस पायल रोहतगी का विवादों में रहना कोई नई बात नहीं है। वह अक्सर अपने ट्वीट्स को लेकर खबरों में रहती हैं। कभी गौहर खान से कहासुनी कभी उर्मिला मातोंडकर के धर्म पर सवाल तो कभी सोनी राजदान को देश छोड़ने के लिए कहना। अब स्वरा भास्कर के बाद पायल रोहतगी के निशाने पर आये हैं कमल हस्सन। कमल हासन के पहला आतंकवादी ‘हिंदू’ था वाले बयान पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है. इसी कड़ी में पायल रोहतगी ने भी कमल हासन को बुड्ढा बताते हुए कहा है कि साठ साल के बाद इंसान का दिमाग काम करना बंद कर देता है. 

नई दिल्ली : पायल रोहतगी का बॉलीवुड करियर तो ज्यादा चला नहीं लेकिन सोशल मीडिया पर पायल इन दिनों काफी एक्टिव हैं. पिछले दिनों से पायल अपनी बयानबाजी को लेकर खबरों में बनी हुई हैं. मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन(Kamal Haasan) के पहला आतंकवादी ‘हिंदू’ था वाले बयान पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है. इसी कड़ी में पायल रोहतगी ने भी कमल हासन को बुड्ढा बताते हुए कहा है कि साठ साल के बाद इंसान का दिमाग काम करना बंद कर देता है. 

पायल रोहतगी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि एक हिंदू ने दूसरे हिंदू को मारा. इसे आप क़त्ल कह सकते हैं, आतंकवाद कैसे? आतंकवादी वो होते हैं जो अपने से अलग धर्म के लोगों को मारते हैं क्योंकि उनको वो दूसरे धर्म से नफ़रत होती है. बुढ़ापे में अक्सर लोग सठिया जाते हैं. कमल हासन अपना राजनीति करियर शुरू करने के लिए नाथूराम गोडसे को को भारत का पहला आतंकवादी कहते हैं. 

बता दें कि कमल हासन के अलावा पायल कई बॉलीवुड सेलेब्स को भी अपने निशाने पर लिए हुए हैं. पायल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘स्वरा आंटी खुद को फेमिनिज्म की समर्थक कहती हैं. साथ ही कांग्रेस, AAP और CPI उम्मीदवार कन्हैया कुमार को सपोर्ट कर रही हैं. गजब का समर्थन है. पायल ट्विटर पर खुलकर बीजेपी को सपोर्ट करती हैं और कांग्रेस पर हमले करने से पीछे भी नहीं हटती हैं. 

अमेरिका – चीन में व्यापार युद्ध कोई भी झुकने को नहीं तैयार

चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि वे व्यापार युद्ध में उसे ‘कमजोर न समझे’ क्यों की वह यह लड़ाई अंत तक लड़ने में समर्थ है. यह मामला तब आगे बढ़ा जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी कि अगर चीन ने व्यापार समझौता नहीं किया तो वह बुरी तरह प्रभावित होगा. वहीं अब चीन भी समझौते के मूड में नहीं है, उसने भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर बदले में आयात शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया है.

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चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि वे व्यापार युद्ध में उसे ‘कमजोर न समझे’ क्यों की वह यह लड़ाई अंत तक लड़ने में समर्थ है. चीन ने यह रुख ऐसे समय दिखाया है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन से आने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ा कर 25 प्रतिशत कर दिया . उन्होंने चीन से आयात होने वाले बाकी सामान पर भी शुल्क बढ़ाने की धमकी दी है. चीन ने भी जबाव में 50 अरब डॉलर के अमेरिकी सामान पर प्रशुल्क की दरें बढ़ा दी हैं. अमेरिका ने पिछले साल चीन से 539 अरब डॉलर के सामान का आयात किया था जबकि चीन को अमेरिका का निर्यात महज 120 अरब डॉलर ही था.

दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब करीब 200 अमेरिकी कंपनियां अपना प्लांट चीन से हटाकर भारत में लगाने की चर्चा कर रही हैं. ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, ‘मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अपने अन्य सभी दोस्तों से खुलेआम कहना चाहता हूं कि अगर आपने व्यापार समझौता नहीं किया तो चीन बुरी तरह प्रभावित होगा, क्योंकि कंपनियां चीन को छोड़ अन्य देश में जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी.’ 

अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकी से बिदके चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने मंगलवार को कहा, ‘चीन बार बार कहता आ रहा है कि प्रशुल्क ऊंचा करने से समस्या हल नहीं होगी. व्यापार युद्ध शुरू करने से स्वयं और अन्य के लिए नुकसान ही होता है.’ चीन के प्रवक्ता ने यह भी कहा, ‘चीन व्यापार युद्ध की इच्छा या कामना नहीं करता पर उसे इससे किसी तरह का भय भी नहीं है.

चीन ने सोमवार को कहा कि वह 1 जून से वह 60 अरब डॉलर की वैल्यू के अमेरिकी गुड्स पर शुल्क लगाएगा, चीन के कैबिनेट टैरिफ पॉलिसी कमीशन ऑफ द स्टेट काउंसिल के एक बयान में कहा, ‘चीन अमेरिकी सामानों पर 5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक शुल्क लगाएगा. चीन 5,140 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाएगा.’

यदि किसी ने हमारे ऊपर युद्ध थोपा तो हम उसको अंत तक लड़ेंगे. हम किसी बाहरी दबाव में झुकने वाले नहीं है. हम अपने न्यायोचित अधिकारों की रक्षा का संकल्प और सामर्थ्य रखते हैं. दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध भड़कने के बाद यह चीन की सबसे कड़ी प्रतिक्रिया है .व्यापार वार्ता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , ‘11वें दौर की वार्ता के बाद मैं समझता हूं कि दोनों पक्ष बातचीत जारी रखने पर राजी हैं.’

ट्रंप ने अपने ट्वीट में चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया. ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने के अपने फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘हम सही हैं, हमें चीन के साथ जहां होना चाहिए हम वहीं हैं. याद रखिए, चीन ने हमारे साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत को तोड़ा है और फिर से बातचीत की कोशिश की.’ 

इससे पहले ट्रंप ने चीन के खिलाफ प्रशुल्क बढ़ाने के लिए कहा था कि हमने शुक्रवार तक शुल्क काफी ऊंचा कर दिया है . 200 अरब डॉलर के सामान पर यह 25 प्रतिशत हो गया है . इस तरह कुल 250 डॉलर पर 25 प्रतिशत शुल्क हो गया है . इसके अलावा हमारे पास 325 अरब डॉलर और बचा है जिस पर हम यदि चाहेंगे तो कार्रवाई कर सकते है.