Police File Chandigarh

Purnoor, Chandigarh, 13.06.2019

Obstructing public servant while discharging govt. duty

A case FIR No. 101, U/S 279, 337, 186 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the complaint of Const. Vinod Kumar 5306/CP (Traffic Staff) who reported that unknown driver of I-20 car sped away after hitting to complainant while discharging Govt. duty at Hallo Majra Light Point, Chandigarh on 12.06.2019. Complainant got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Eve-Teasing

A lady resident of Chandigarh alleged that unknown person used abusive language with complainant from his mobile phone on her mobile on 29.05.2019. A case FIR No. 103, U/S 354-A IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Narender R/o # 152/1, Khudda Lahora, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s motor cycle No. CH-04K-0576 while parked near Ashoka Enterprises, Khudda Ali Sher, Chandigarh on 05.06.2019. A case FIR No.102, U/S 379 IPC has been registered in PS- 11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Village- Kaimbwala, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Mahindra Gusto scooter No. CH-01BJ-7266 near Bansal Store, MW Market, Phase-1, Indst. Area, Chandigarh on 08.06.2019. A case FIR No.137, U/S 379 IPC has been registered in PS- Indst. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.   

एलओसी पर बस रहे लोगों को मिलेगा आरक्षण लाभ

बँटवारे के बाद से भारत -पाक सीमा पर रह रहे भारतियों के लिए के राहत भरा पैगाम मोदी सरकार ने भेजा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे गांवों के लोगों की जुझारू जिंदगी को देखते हुए उन्हे आरक्षण का लाभ देने को मंजूरी दे दी। जो लोग बिना किसी कारण हर समय पाक द्वारा अघोषित युद्ध झेलते रहते हैं अपनी मिट्टी से जुड़ाव के कारण वह कहीं और जा कर नहीं बसते, सर्वोपरि वह भारतीय सुरक्षा के आँख कान बने रहते हैं उनके लिए बँटवारे के 70 साल बाद ही सही किसी ने तो सुध ली।

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एएलओसी) के पास रहने वालों की तरह सीधी भर्ती, पदोन्नति तथा पेशेवर पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश में आरक्षण का लाभ मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक मंत्रिमंडल ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2019 को मंजूरी दे दी. 

बयान में कहा गया कि जन कल्याणकारी पहलों तथा विशेष रूप से विकास के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को ध्यान में रखते हुए तथा प्रधानमंत्री मोदी के वायदों को पूरा करने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2019 को अपनी स्वीकृति दे दी. संसद के अगले सत्र में दोनों सदनों में इस आशय का प्रस्ताव लाया जाएगा. बयान में कहा गया, ‘‘मंत्रिमंडल का यह निर्णय सबका साथ, सबका विकास तथा सबका विश्वास के प्रति समर्पित जन कल्याणकारी सरकार के प्रधानमंत्री मोदी के विजन को दिखाता है.’’ 

इस कदम से जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को राहत मिलेगी. अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले लोग सीधी भर्ती, पदोन्नति तथा विभिन्न पेशेवर पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश में लाभ उठा सकते हैं. यह विधेयक जम्मू और कश्मीर आरक्षण अधिनियम, 2004 में संशोधन द्वारा जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) अध्यादेश, 2019 का स्थान लेगा और यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एएलओसी) से लगे क्षेत्रों में रह रहे लोगों के समान आरक्षण के दायरे में लाएगा.

जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रह रहे लोगों को जम्मू और कश्मीर आरक्षण अधिनियम, 2004 तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों के निवासियों सहित विभिन्न श्रेणियों के लिए प्रत्यक्ष भर्ती, पदोन्नति तथा विभिन्न पेशेवर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आरक्षण का प्रावधान करने वाले नियम, 2005 में शामिल नहीं किया गया था. इसलिए लंबे समय से उन्हें इसके लाभ नहीं मिल रहे थे. 

सीमा पार से लगातार तनाव, अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास रह रहे लोगों के सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षणिक पिछड़ापन तथा सीमा पार से होने वाली गोलीबारी के कारण यहां के निवासी सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए बाध्य होते रहे और इससे उनकी शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, क्योंकि शैक्षणिक संस्थान लंबे समय तक बंद रहे.

इसलिए उचित रूप से यह महसूस किया गया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की तरह ही अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए आरक्षण के लाभ का विस्तार किया जाए. राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्य विधानसभा की शक्तियां संसद में निहित होती हैं. इसलिए जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) अध्यादेश, 2019 के स्थान पर विधेयक लाने का निर्णय लिया गया है, जो संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाएगा.

मंत्रिपरिषद से मोदी की बैठक में लिए महत्वपूर्ण निर्णय

नई दिल्ली: 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी से कहा कि वे समय पर दफ्तर पहुंचे, घर से काम करने से बचें और लोगों के लिए उदाहरण पेश करें. बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि नयी सरकार के मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में प्रधानमंत्री ने वरिष्ठ मंत्रियों से कहा कि वे नए मंत्रियों को साथ लेकर चलें. राज्य मंत्रियों को बड़ी भूमिका देने की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों को उनके साथ महत्वपूर्ण फाइलें साझा करनी चाहिए. इससे उत्पादकता बढ़ेगी.

सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने कहा कि फाइलों को तेजी से निपटाने के लिए कैबिनेट मंत्री और उनके सहायक मंत्री साथ बैठकर प्रस्तावों को मंजूरी दे सकते हैं. समय पर दफ्तर पहुंचने पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सभी मंत्री वक्त पर दफ्तर पहुंचें और कुछ मिनट का वक्त निकालकर अधिकारियों के साथ मंत्रालय के कामकाज की जानकारी लें. उन्होंने कहा कि मंत्रियों को दफ्तर आना चाहिए और घर से काम करने से बचना चाहिए. साथ ही उन्हें पार्टी सांसदों और जनता से भी मिलते रहना चाहिए.

उन्होंने कहा कि वे लोग अपने-अपने राज्य के सांसदों के साथ मुलाकात के जरिए यह सिलसिला शुरू कर सकते हैं. उन्होंने इसपर भी जोर दिया कि एक मंत्री और सांसद में बहुत फर्क नहीं है. पीएम मोदी ने प्रत्येक मंत्रालय की पंचवर्षीय योजना पर भी बात की. बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सोमवार से शुरू हो रहे संसद सत्र के अधिकतम उपयोग पर प्रस्तुतिकरण दिया. तोमर पिछली सरकार में संसदीय कार्य मंत्री थे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केन्द्रीय बजट पर सलाह के लिए प्रजेंटेशन दिया. बजट पांच जुलाई को पेश होना है.

सूत्रों ने बताया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने केन्द्र सरकार के प्रत्येक मंत्रालय के लिए पंचवर्षीय दृष्टिपत्र पर प्रजेंटेशन दिया. पीएम मोदी की पिछली सरकार में भी मंत्रिपरिषद की बैठकें लगातार होती रहती थीं. वह सभी मंत्रियों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और उनके बारे में जनता को जागरूक करने के तरीके समझाते थे.

भारत ने बनाया एचएसटीडीवी

नई दिल्ली: भारतीय वैज्ञानिकों ने स्वदेशी मिसाइल प्रोग्राम को नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए बुधवार को हाइपरसोनिक रफ्तार हासिल करने के लिए टेस्ट लॉन्च किया. इस हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमोन्स्ट्रेटर व्हीकल (Hyper-sonic Technology Demonstrator Vehicle) को भविष्य में न केवल हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों बनाने में इस्तेमाल होगा बल्कि इसके ज़रिये काफ़ी कम खर्च में सैटेलाइट लॉन्चिंग भी की जा सकेगी. रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान यानी डीआरडीओ ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि ये लॉन्च क़ामयाब रहा या नहीं. डीआरडीओ ने एक प्रेस रिलीज़ में केवल ये जानकारी दी कि Technology Demonstrator Vehicle को उड़ीसा के तट से डॉ. अब्दुल कलाम आईलेंड से सफ़लतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया.

How fast are the Mach speeds?
Mach Speed is when an object moves faster than the speed of sound. For normal and dry conditions and temperature of 68 degrees F, this is 768 mph, 343 m/s, 1,125 ft/s, 667 knots, or 1,235 km/h.Nov 15, 2017

The speed achieved by DRDO is 7410 Km/h

Hypersonic Technology Demonstrator Vehicle या एचएसटीडीवी प्रोग्राम को अपने हाइपरसोनिक मिसाइलों के निर्माण के लिए डीआरडीओ पिछले दो दशक से आगे बढ़ा रहा है. इसमें स्क्रैमजेट (SCRAMJET) इंजन का इस्तेमाल होता है जिससे रफ्तार 6 मैक तक हासिल की जा सकती है. भारत ने इंजन से एयरफ्रेम को लगाने का काम 2004 में पूरा कर लिया था.

सूत्रों के मुताबिक एक टन वज़नी और 18 फीट लंबे इस एयरव्हीकल को अग्नि 1 मिसाइल से लॉन्च किया गया. इसे एचएसटीडीवी को एक ख़ांस ऊंचाई तक पहुंचाना था जिसके बाद स्क्रैमजेट इंजन अपने आप चालू होता और वो व्हीकल को 6 मैक की रफ्तार तक पहुंचाता. लेकिन अभी ये साफ़ नहीं हो पाया कि क्या पूरा लॉन्च योजनाबद्ध ढंग से हो पाया या नहीं. इस संबंध में डीआरडीओ ने कोई और जानकारी नहीं दी है. 

हालांकि इस बात का ज्यादा महत्व नहीं है कि लॉन्च क़ामयाब हुआ या नहीं बुधवार को भारतीय वैज्ञानिकों ने एक मील का पत्थर पार कर लिया. रूस, अमेरिका औऱ चीन के बाद केवल भारत ऐसा देश है जिसने इस तकनीक को विकसित किया है. 9 जनवरी 2014 को अमेरिकी जासूसी उपग्रहों ने चीन के किसी फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को 5 मैक से 10 मैक की रफ्तार से 100 किमी ऊपर उड़ते हुए रिपोर्ट किया था. बाद में चीन स्वीकार किया कि ये उसका WU-14 एचएसटीडीवी था.

भारत ने रूस के सहयोग से सुपरसोनिक यानी आवाज़ की रफ्तार से ज्यादा तेज़ उड़ने वाली ब्रह्मोस मिसाइल बनाने और उसे शानदार ढंग से इस्तेमाल करने में क़ामयाबी पाई है. इसकी रफ्तार 2.8 मैक तक हो सकती है. लेकिन अब अगला क़दम ब्रह्मोस मार्क 2 के निर्माण का है जिसकी रफ्तार 7 मैक तक होगी. भविष्य में मिसाइलों से लेकर नागरिक इस्तेमाल के लिए लॉन्च व्हीकल बनाने के लिए हाइपरसोनिक रफ्तार हासिल करने की दौड़ होगी. 

मदरसों पर आजम खान की मोदी सरकार को नसीहत

आजम खान ने आज मोदी सरकार पर फिर से निशाना साधा है, आज उन्हे अपने वोट बैंक में सेंध लगती हुई सी मालूम हो रही है। इनकी राजनैतिक बिसात मुस्लमानों से शुरू होकर वहीं पर सिमट जाती है। कई दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद इनहोने कभी भी मुसलमानों के हक में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, उन्हे बहुसंख्यक समाज से डराते रहे ओर पढ़ाई के नाम पर सिर्फ धर्म की पढ़ाई पर ही ज़ोर दिया अत: वह समाज की मुख्य धारा से काटते चले गए, लेकिन इनका वोट बैंक दृढ़ होता गया। आज जब मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए कुछ अच्छा करने जा रही है तो यह फिर अपना पुराना राग अलापने लगे हैं। मदरसों के ‘स्टैंडर्ड’ पर खुद कभी कोई काम नहीं किया ठीक ही है ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’

नई दिल्ली/रामपुर: एक बार फिर से मोदी सरकार के बनने के बाद सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के नए नारे के साथ देश के अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय ने सक्रियता दिखाते हुए देश के अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए अगले पांच वर्ष का खाका खींच दिया है. सरकार ने तय किया है कि देश भर के मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, ताकि वे मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा-हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि दे सकें. सरकार के इस फैसले पर सपा नेता और रामपुर से सांसद आजम खान ने निशाना साधा है. 

सही हो मदरसो का स्टैंडर्ड
उन्होंने कहा कि दो तरह के शिक्षा होती है. मदरसों में मजहबी तालीम दी जाती है. उन्हीं मदरसो में अंग्रेजी, हिन्दी, गणित पढ़ाई जाती है. उन्होंने कहा कि अगर मदद करनी है तो मदरसों का स्टैंडर्ड सही करना होगा. उन्होंने कहा कि झूठ बोलने, ठगी करने या धोखा देने से नुकसान हिन्दुस्तान का होगा.

अल्पसंख्यकों को कहां से देंगे सहूलियत
सपा सांसद ने देश की बेसिक शिक्षा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस मुल्क में हमारी बेसिक शिक्षा अभी भी पेड़ों के नीचे बैठकर पढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि बच्चे घर से टाट-फट्टा लेकर जाते हैं. तो सवाल ये कि सरकार सिर्फ अल्पसंख्यकों को कहां से सहूलियत देगी.

सरकार पर साधा निशाना
रामपुर सांसद आजम खान ने कहा कि आधुनिक मदरसे बनवाइए, उनकी इमारते बनावाइए, तन्खवा दिलवाइए ये अच्छी बात है. लेकिन धोखा मत दीजिए. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मदरसों को आज तक मिड डे मील से महरूम रखा है और बात आधुनिक मदरसे की करते हैं. वजीफा देने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन साथ ही इंस्टीटूशन खत्म कर रह हैं. उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी का जिक्र करते हुए कहा कि ले देकर एक अल्पसंख्यक संस्थान बचा है और बीजेपी सरकार उसके पीछे पड़ी हुई है कि किस तरह उसे बर्बाद किया जाए. 

… तो इन्हें माना जाए लोकतंत्र का दुश्मन
उन्होंने इस दौरान प्रज्ञा ठाकुर और नाथूराम गोडसे के विचारों को बढ़ावा देने वालों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मदरसे में नाथूराम गोडसे की फितरत पैदा नहीं की जाती, प्रज्ञा ठाकुर जैसी शखसियत पैदा नहीं की जाती. पहले सरकार को इन्हें रोकना चाहिए. उन्होंने कहा सरकार को ऐलान करना चाहिए कि नाथूराम गोडसे के विचारों को बढ़ावा देनेवालों को लोकतंत्र का दुश्मन माना जाएगा.

क्या लिया मोदी सरकार ने फैसला
आपको बता दें कि अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में मंगलवार को दिल्ली के अंत्योदय भवन में मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 112वीं गवर्निंग बॉडी और 65वीं आम सभा की बैठक हुई. इस बैठक के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने सांप्रदायिकता और तुष्टीकरण की ‘बीमारी’ को खत्म किया है और देश में स्वस्थ समावेशी विकास का माहौल बनाया है. नकवी ने कहा कि सरकार ‘समावेशी विकास, सर्वस्पर्शी विश्वास’ के प्रति प्रतिबद्ध है.

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देशभर में बने बड़ी संख्या में मदरसों को औपचारिक शिक्षा और मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जाएगा, ताकि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी समाज के विकास में योगदान दे सकें. उन्होंने अल्पसंख्यकों को मिलने वाली स्कॉलरशिप पर कहा है कि केंद्र सरकार पांच करोड़ से ज्यादा गरीब अल्पसंख्यक वर्गों के गरीब छात्र छात्राओं को वजीफा देगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अल्पसंख्यक वर्गों के सशक्तिकरण के साथ शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है.

लड़कियों की मायके की संपत्ति में हिस्सेदारी की प्रवृत्ति के कारण उनका अब मायके में पहले जैसा सम्मान भी नहीं रहा है: शंकराचार्य

हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम 2005 यूं ही लागू नहीं किया गया था, आज जो दूसरों को सूट बूट की सरकार का ताना देते हैं उनही के राजयकाल में एक बड़े औद्योगिक घराने का संपत्ति विवाद सुलझाने के लिए यूपीए सरकार ने इस अधिनियम में आमूल चूल परिवर्तन ला दिया था। आज हमारे देश में शादी के समय दहेज एक अपराध है परंतु शादी के उपरांत माता पिता की संपत्ति पर बेटियों का बराबर का अधिकार है। गोया की अब लड़के सिर्फ उस लड़की से शादी करें जिसके माता पिता के पास खूब संपत्ति हो, ओर वह उसका हिसाब भी रखेंगे। इस अधिनियम से भारत के सामजिक ताने बाने में आमूल चूल परिवर्तन आया है। आज शंकराचार्य के बयान को सामाजिक तौर पर नहीं आपितु वैधानिक तौर पर देखा जा रहा है, समाज कानून की इस कुरीति का शिकार है ओर इसी लिए शंकराचार्य का बयान विवादित कहा जा रहा है।

हरिद्वार: हरिद्वार में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने बेटियों द्वारा माता-पिता के दाह संस्कार और पिंडदान को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने बेटियों द्वारा माता पिता का दाह संस्कार और पिंडदान को धार्मिक शास्त्रों के खिलाफ बताया है. शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के मुताबिक, पितरों को तृप्ति तब मिलती है. जब बेटा उनका अंतिम संस्कार और पिंडदान करता है. उन्होंने कहा कि बेटियों के अंतिम संस्कार और पिंडदान करने से पितरों को तृप्ति नहीं और न ही पितरों को मोक्ष मिलता है.

शंकराचार्य ने कहा कि ऐसा हिंदू धर्म ग्रंथों में उल्लेख पितरों को तृप्ति तब मिलती है जब उनका पुत्र या पौत्र अथवा पुत्री का बेटा उनका दाह संस्कार और तर्पण करता है, जो पुत्रियां अपने माता पिता का अंतिम संस्कार करती है उनके माता-पिता को तृप्ति नहीं मिलती है.  

उन्होंने कहा कि लड़कियां अपने माता-पिता की संपत्ति पर अपना हक जताने के लिए भी उनका दाह संस्कार और पिंड करती है. उन्होंने कहा बेटियों की इस प्रवृत्ति के चलते परिवारों में कलेश बहुत बढ़ रहे हैं. जब लड़कियां अपने मायके जाती हैं तो उनके भाइयों और भाभियों को यह लगता है कि वे संपत्ति का बंटवारा करने अपने मायके आ गई है. लड़कियों की इस प्रवृत्ति के कारण उनका अब मायके में पहले जैसा सम्मान भी नहीं रहा है. ज्योतिष एवं शारदा द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि इस कारण परिवारों में कटुता बड़ी है.

“कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व, दूरदृष्टि, अच्छे प्रदर्शन के अभाव में कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया” आबिद रसूल

यदि काँग्रेस की बात करें तो एक बात साफ होती जा रही है, ‘बिखराव जारी है’, “कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व, दूरदृष्टि, अच्छे प्रदर्शन के अभाव में कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया” आबिद रसूल। वहीं कुछ अन्य का तर्क है कि विपक्ष संख्याबल में कम हो सकता है लेकिन उसकी ताकत पहले की तरह मजबूत है.

हैदराबाद: तेलंगाना में कुछ लोगों का मानना है कि कांग्रेस के दो तिहाई विधायकों के सत्तारूढ़ टीआरएस में शामिल होने से एक तरह से विपक्ष मुक्त विधानसभा की स्थिति बन गई है. कुछ अन्य का तर्क है कि विपक्ष संख्याबल में कम हो सकता है लेकिन उसकी ताकत पहले की तरह मजबूत है.

टीआरएस ने गत दिसंबर में हुए चुनाव में 119 सदस्यीय विधानसभा में 88 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस ने 19 और एआईएमआईएम ने सात, टीडीपी ने दो और बीजेपी ने एक सीट जीती थी. एक निर्दलीय विधायक, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के टिकट पर विजयी एक उम्मीदवार और तेदेपा सांसद टीआरएस में शामिल हो गए थे.

12 कांग्रेस विधायकों ने छोड़ी पार्टी 

इसके बाद मार्च की शुरुआत में कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ और गत सप्ताह उसके 12वें विधायक ने पार्टी छोड़ दी. अध्यक्ष ने 12 विधायकों के टीआरएस में शामिल होने के अनुरोध को मंजूर कर लिया.

इसके साथ ही सदन में टीआरएस सदस्य की संख्या 103 हो गई. सदन में सदस्यों की संख्या भी 118 रह गई क्योंकि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख एन उत्तम कुमार रेड्डी ने लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया.

विपक्ष के नेता पद के लिए दावा पेश करेंगे:एआईएमआईएम

कांग्रेस के विधायकों की संख्या छह तक सिमटने के बाद एआईएमआईएम ने कहा कि वह विपक्ष के नेता पद के लिए दावा पेश करेगी क्योंकि उसके पास सात विधायक हैं.लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या एआईएमआईएम सही मायने में विपक्षी दल है?  टीआरएस और एमआईएमआईएम अपने आप को मित्र बताती हैं और उन्होंने विधानसभा तथा लोकसभा दोनों में आपसी सहमति से चुनाव लड़ा था.

टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) के प्रवक्ता आबिद रसूल खान ने कहा,‘हम शुरुआत से कह रहे हैं कि हम किसी विपक्ष मुक्त विधानसभा के लिए काम नहीं कर रहे हैं.’ उन्होंने दावा किया कि इन विधायकों ने ‘‘नेतृत्व, दूरदृष्टि, अच्छे प्रदर्शन के अभाव’’ में कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ कुछ भी नहीं कर रहे हैं. अगर वे (कांग्रेस) खुद अलग हो रहे है तो हम पार्टी को खड़ा नहीं कर सकते.’’ 

कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के प्रमुख प्रो. एम कोडंडरम ने इससे असहमति जताई. उन्होंने दावा किया, ‘‘इस दल-बदल का परिणाम निरंकुशता और एक पार्टी का प्रभुत्व होगा जो लोगों के हितों के खिलाफ है. लोग नाखुश हैं. दल-बदल के खिलाफ काफी नाराजगी है.’’ 

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के तेलंगाना के प्रभारी आर सी खुंटिया ने कहा कि जब सत्तारूढ़ पार्टी के पास आसान बहुमत है तो उसे दूसरी पार्टियों से विधायक ‘‘खरीदने’’ की जरुरत नहीं है.

आईटीआई कालका में 14 जून को लगेगा जाॅब फेयर

पुरनूर, पंचकूला, 12 जून:

रोजगार विभाग द्वारा 14 जून को प्रातः 9.30 बजे राजकीय ओद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान कालका में जाॅब फेयर लगाया जा रहा है। इस जाॅब फेयर में विभिन्न कंपनियां व संस्थान रोजगार के लिये मौके पर ही योग्य युवकों का चयन करेगी।

रोजगार विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस जाॅब फेयर में एक्सेस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मारूती लिमिटिड, बैकओन सर्विसिज, अर्विन केयर, डीएचएफएल इत्यादि कंपनियां युवाओं से रोजगार का अनुबंध करेंगी। इसके अलावा रिलांईस निप्पन कंपनी कालका निवासी 30 वर्ष से अधिक आयु की स्नात्तक महिला प्रार्थियों को नौकरी प्रदान करने की इच्छुक है, वह भी इस जाॅब फेयर में भाग ले रही है। इसी प्रकार रमानी प्रिसीजन मशीन तथा स्काई वी कंपनियों में टर्नर, फीटर, मशीरिस्ट, वैल्डर तथा कारपेंटर आदि ट्रेड के आईटीआई पास प्रार्थियों के लिये अनेक रिक्तियां है।

  उन्होंने बताया कि कालका स्थित कुछ विद्यालय भी शिक्षक, वाहन चालक व चैकीदार इत्यादि की रिक्तियां भरने के लिये इस रोजगार मेले में शामिल है। उन्होंने कहा कि 12वीं, स्नातक व आईटीआई पास ऐसे युवक युवतियां जो रोजगार मेले में भाग लेने के इच्छुक है, उन्हें रोजगार हरियाणा की वेबसाईट www.hrex.gov.in पर पंजीकरण करना होगा। प्रार्थी जाॅब फेयर में अपने मूल प्रमाण पत्र, रोजगार विभाग का पंजीकरण कार्ड, दो फोटो तथा अपना बायोडाटा लेकर आये। उन्होंने बताया कि इस मौके पर विभिन्न बैंकों द्वारा युवाओं के लिये स्वरोजगार की योजनाओं की जानकारी दी जायेगी और मौके पर ऋण स्वीकृत किये जायेंगे। 

नगर निगम के 6 वार्डों के लिये 20.59 करोड़ की राशि स्वीकृत- लतिका

विधायक लतिका शर्मा ने नगर निगम कार्यालय का दौरा कर विकास कार्यों पर की चर्चा-कालका विधानसभा क्षेत्र के नगर निगम के 6 वार्डों के लिये 20.59 करोड़ की राशि स्वीकृत- लतिका शर्मा

पुरनूर, पंचकूला, 12 जून:

कालका की विधायक श्रीमती लतिका शर्मा ने आज सेक्टर-14 स्थित नगर निगम कार्यालय का दौरा करके अधिकारियों के साथ अपने क्षेत्र के 6 वार्डों की विकास परियोजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल द्वारा इन वार्डों में विभिन्न सुविधाओं के लिये 20.59 करोड़ रुपये की राशि की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इसमें से 224.99 लाख रुपये के 13 विकास कार्यो के टेंडर जारी किये जा चुके है, जिनका शीघ्र ही शिलांयास किया जायेगा। इसके अलावा 560.91 लाख रुपये के 15 विकास कार्यों के टेंडर आमंत्रित किये गये है जबकि 1272.66 लाख रुपये के 34 विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया जारी है।

श्रीमती शर्मा ने इस अवसर पर निगम अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इन सभी 6 वार्डों में पार्क और युवाओं के व्यायाम के लिये जिम की सुविधा के भी प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने सभी 6 वार्डों में स्ट्रीट लाईट की सुविधा के लिये भी अधिकारियों से चर्चा की। नगर निगम के आयुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि निगम द्वारा पंचकूला निगम क्षेत्र में ऐसे सभी क्षेत्र जहां नई स्ट्रीट लाईट लगाई जानी है, के लिये ईएसएल कंपनी से अनुबंध किया है, जो शीघ्र अपना सर्वें आरंभ कर देगी। उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र में आने वाली ऐसी ढाणियां या क्षेत्र जहां बिजली आपूर्ति के माध्यम से स्ट्रीट लाईट संभव नहीं हो पायेगी, वहां सोलर लाईट लगाई जायेंगी। निगम क्षेत्र में सिवरेज सुविधा से वंचित क्षेत्रों की डीपीआर बनाने के लिये भी टेंडर किये जा चुके है। विधायक ने बताया कि निगम क्षेत्र में जल आपूर्ति से संबंधित कुछ परियोजनाओं का कार्य आरंभ किया जा चुका है, जिनका उद्घाटन शीघ्र किया जायेगा।

  मीडिया से बातचीत के दौरान श्रीमती शर्मा ने कहा कि निगम क्षेत्र में 2 वर्षों से विकास कार्यों में तेजी आई है और जो समस्याएं लंबित है, उन्हें भी तीव्र गति से पूरा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत इन 6 वार्डों के लिये लगभग 250 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम किया गया है, जिनमें से 50 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य पूरे भी किये जा चुके है। उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों से न केवल भाजपा के कार्यकर्ता संतुष्ट है बल्कि क्षेत्र की जनता भी संतुष्ट है और जनता ने इसका प्रमाण लोकसभा चुनाव में भाजपा को भारी अंतर से जीत दिलवाकर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सरकारों के कार्यकाल में इस क्षेत्र की विकास के मामले में पूरी तरह अनदेखी की गई है।

  इस मौके पर नगर निगम के आयुक्त राजेश जोगपाल व अन्य अधिकारी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजीव कौशल, पूर्व पार्षद कृष्ण लाल लंबा, मंडलाध्यक्ष सुनील धीमान व इंद्र कुमार, युवा मोर्चा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशोरी शर्मा, सुरेंद्र छिंदा, मंडल उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, मंडल सचिव हरीश मोंगा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।  

पुलिस फ़ाइल पंचकुला

पुरनूर, पंचकुला, 12 जून :

1. अवैध हथियार रखने के आरोप में एक गिरफ्तार ।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बतलाया कि पुलिस उपायुक्त श्री कमलदीप गोयल, ह0पु0से0 के कुशल नेतृत्व में अवैध हथियारों के खिलाफ चलाए जा रहे स्पेशल अभियान के तहत पुलिस चौकी सै0-16, पंचकुला की टीम द्वारा गश्त व चेकिंग के दौरान विजय पुत्र अनिल वासी मौली जागरा, चण्डीगढ़ के कब्जे से एक कमानीदार चाकू बरामद किया गया तथा आरोपी को नजदीक शिव मन्दिर, राजीव कॉलोनी, सैक्टर-17, पंचकुला से गिरफ्तार किया गया है जिसके खिलाफ 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत थाना सैक्टर-14, पंचकुला मे मुकदमा दर्ज किया गया है । आरोपी को पेश माननीय न्यायालय करके न्यायिक हिरासत मे भेजा गया ।

2. हथियार के बल पर मारपीट की घटना मे संलिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया ।

          जिले की थाना चण्डीमंदिर की टीम द्वारा हथियार के बल पर मारपीट करने की घटना मे संलिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है । गिरफ्तार आरोपी अमित पुत्र दयानंद सैक्टर-19, पंचकुला का रहने वाला है । इस प्रकरण की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि गत 15 अप्रैल को आरोपी तथा उसके दोस्तो द्वारा चन्दन पुत्र श्याम सुन्दर वासी सैक्टर-10, पंचकुला तथा उसके दोस्तो के साथ ग्रीन विला कैफे, मोरनी रोड़ पर पुरानी रंजीश के चलते बन्दूक की नोक पर मारपीट करके व जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गये थे ।

          इस घटना का उक्त चन्दन कुमार के कथनानुसार कथन अंकित कर 25-54-59 शस्त्र-अधिनियम व विभिन्न धाराओं 147, 148, 323, 506 भारतीय दण्ड संहिता के अन्तर्गत थाना चण्डीमंदिर मे अभियोग दर्ज किया गया था ।