60 हजार पौधे 60 हजार घरों में मात्र 60 मिनट में लगाएंगे 6 हजार युवा


  • हर घर संजीवनी को मूर्त रूप देने के लिए तैयार बादली हलके के वर्कर

  • कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड की अनूठी पहल से जुड़ेगा हर घर

  • बादली में एक साथ लगेंगे 60 हजार नींबू के पौधे

  • पर्यावरण के प्रति एक मंत्री की अनूठी संजीदगी


चंडीगढ़/झज्जर:

आपने शायद ही ऐसा सुना या देखा हो कि किसी मंत्री ने पर्यावरण के प्रति संजीदगी के लिए अपने हलके में एक साथ 60 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य हासिल किया हो। अब ऐसा सच होने जा रहा है। हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड ऐसे मंत्री हैं जो अपने हलके में एक साथ 60 हजार घरों में 60 हजार पौधे 60 मिनट में लगवाएंगे। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छ: हजार युवाओं की टीम समर्पित रहेगी और ये अनूठा रिकाड्र्र 11 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे के बीच बनेगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। खास बात यह है कि इस अनूठे अभियान में पार्टी के वर्कर, ग्रवित के स्वयं सेवक, आम गा्रमीण युवा, प्रकृति प्रेमी और जिले के नेता भी शरीक हो रहे हैं। स्वेच्छा से जुड़े इन युवाओं में गजब को जोश है।
पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाने की अनूठी मिसाल हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ 11 अगस्त को प्रस्तुत करने वाले हैं। बादली हलके के लगभग सभी एक सौ गांवों में तकरीबन 60 हजार घरों में एक साथ नींबू का पौधा लगाया जाएगा। दरअसल इसके लिए 60 मिनट का समय तय किया गया है। मगर इन साठ मिनटों के काम के पीछे बड़ी मेहनत है। मानसून में पौधारोपण हर वर्ष होता है। लगाए गए पौधों का पालन कम होने से पर्यावरण को नुकसान होता है। मगर इस बार पौधों का पूरी तरह से पालन हो, इसके लिए हर घर संजीवनी अभियान चलाने का निर्णय लिया। इस अभियान की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्वयं कृषि मंत्री ने तकरीबन सभी गांवंों में पहुंच कर लोगों को इस अभियान से जोड़ा। जहां वे स्वयं नहीं पहुंच पाए वहां मंत्री के पुत्र आदित्य धनखड़ पहुंचे और लोगों को अभियान के साथ जोड़ा। लोग विशेषकर युवा आगे आए और उन्होंने इस पुनीत कार्य में हिस्सेदारी करने की बात इच्छा जताई। जिसके चलते पांच-पांच प्रकृति प्रेमी युवाओं की 1200 टीमों का गठन पूरे हलके में किया गया। यह टीमें हलके के 60 हजार घरों में पौधा पहुंचाएंगी और हर घर में परिवारवालों के साथ पौधा लगाएंगे। विशेष बात यह भी है कि प्रत्येक पचास घरों में पौधा पहुंचाने के लिए एक टीम काम करेगी। यानि प्रत्येक युवा एक घंटे के समय में अपने हिस्से के दस घरों में पौधा पहुंचाएगा और लगवाएगा। इसके लिए प्रत्येक गांव में गलीवार ये कमेटियां बनाई गई हैं।
पूरे हलके को कलस्टरों में बांटकर जिम्मेदारियां भी तय की गई हैं। एक आम वर्कर से लेकर हलके के पदाधिकारी भी इस अभियान का हिस्सा हैं। कलस्टर की बात करें तो जिला परिषद के चेयरमैन परमजीत और बंटी सलौध्ण्धा, बाढसा कलस्टर को रायसिंह और विनोद बाढसा, बादली कलस्टर को राजीव कटारिया और मंडल अध्यक्ष कृष्ण कुमार, जहांगीरपुर कलस्टर में सतपाल कादियान और जयपाल जिम्मेदारी निभाएंगे। दादरी तोए कलस्यट के लिएउ जिला परिषद के उपाध्यक्ष और भाजयुमो के उपाध्यक्ष योगेश सिलानी के साथ सुनील गुलिया कार्य देखेंगे। कासनी में पातूराम और मातूराम साहब कलस्टर में युवाओं के साथ सक्रिय रहेंगे। सुबाना में प्रेम सुबाना, आदित्य धनखड़ और सुरेंद्र छपार, माछरौली में सुभाष और जितेंद्र, पटोदा में वीरेंद्र टीनू और विनोद भटेड़ा, सिलानी में अशोक राठी और परमजीत जाहिदपुर और डावला कलस्टर में पवन छिल्लर, सोमबीर और ओमबीर की जिम्मेदारी तय की गई हैं। इस पूरे अभियान में कृषि मंत्री ने एक एक दिन में दस दस गांवों में पहुंचकर लोगों को जिस तरह से स्वेच्छा के साथ जोड़ा वह सबकी अपनी जिम्मेदारी तय करता है। इस अभियान में जुड़े 6 हजार युवा इस अभियान की ताकत हैं इसमें कोई संदेह नहीं है। स्वयं कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ कहते हैं कि ये सभी युवा इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाएंगे। जिस तरह से युवाओं ने इस अभियान को अपना मानकर तैयारी की है वह बेमिसाल है। धनखड़ कहते हैं कि नींबू के एक साथ इतने पौधे लगने से बादली की अलग बनेगी।
जिले के पदाधिकारी भी जुड़े अभियान से: इस अनूठे अभियान के बारे में जानकारी मिलने के बाद जिले भर के भाजपा नेताओं ने भी इस अभियान के जुडऩे की चाह दिखाई। स्वयं विधायक नरेश कौशिक माजरी गांव को संजीवनी गांव बनाने के लिए जुटेंगे। इसी प्रकार पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष के अलावा अनेक पदाधिकारी इस अभियान में सक्रिय रहेंगे। जिले के अनेक नेता भी एक-एक गांव में पहुंचकर अभियान में सहभागिता करने वाले हैं। बहरहाल, हर घर संजीवनी अपनी तरह का पहला और अनूठा अभियान है जिसे मूर्त रूप 11 अगस्त को मिलेगा। जिसका श्रेय युवाओं को जायेगा।

अब मोबाइल एप्प से दिखाएंगे वाहन के कागजात ओर डीएल


परिवहन विभाग ने डिजिटल व्यवस्था को प्रोत्साहित करते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विकसित डिजी-लॉकर सुविधा रखने की अधिसूचना जारी की है

बता दें कि चंडीगढ़ ओर बहुत से शहरों में यह सुविधा पहिले से ही उपलब्ध है


आई टी एक्ट और मोटर वेहिकल एक्ट,1988 के एक  प्रावधान के तहत अब आपको बतौर यात्री ड्राइविंग लाइसेंस(डीएल) और वाहन निबंधन प्रमाणपत्र (आरसी) की हार्ड कॉपी साथ रखने की जरूरत नहीं है.

सड़क परिवहन मंत्रालय ने ट्रैफिक पुलिस और राज्य परिवहन विभाग से जांच के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी होने की अनिवार्यता पर रोक लगा दी है.

मंत्रालय ने विभाग से कहा है कि वह इसकी जगह सरकार द्वारा शुरू की गई डिजी-लॉकर व्यवस्था को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने में हमारी मदद करें. परिवहन विभाग ने डिजिटल व्यवस्था को प्रोत्साहित करते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विकसित डिजी-लॉकर सुविधा रखने की अधिसूचना जारी की है.

सरकार द्वारा शुरू की गई डिजी-लॉकर या एम परिवहन एप के जरिए लोग अपने असली कागजों की इलेक्ट्रॉनिक प्रति को मूलप्रति के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे लोगों को हर जगह अपने असली कागजात कैरी करने से छुटकारा मिल जाएगा और वो आसानी से इनको एक एप में रख सकते हैं. इसका एक और फायदा यह भी होगा कि पूर्व में जैसे यात्री हर जगह अपने असली कागजात लेकर चला करते थे, तो इससे उसके खो जाने का डर भी ज्यादा रहता था. अब आप बिना किसी चिंता के अपने सारे जरूरी कागजातों को डिजी-लॉक के जरिए सेफ और सुरक्षित रख सकते हैं.

इस एप को ऐसे करें डाउनलोड :

– फोन में गूगल प्ले स्टोर से डिजी लॉकर मोबाइल एप को इंस्टॉल करें.

– इसे अपने आधार से लिंक करें.

– एप में ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालें

– फिर जरूरत अनुसार नाम, जन्मतिथि और पिता का नाम साझा करें.

– सिस्टम आपकी अन्य जानकारियां सर्च कर लेगा और सही जानकारी मैच होने पर आपके डॉक्यूमेंट लोड हो जाएंगे.

भाग कर शादी करने वालों को कोर्ट की निर्देशिका


पति अपनी पत्नियों के नाम से करें कम से कम 50 हजार से लेकर 3 लाख रुपए का फिक्स्ड डिपोजिट


पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने घर से भागकर शादी करने वाले जोड़ों के लिए एक खास निर्देश जारी किया है. कोर्ट ने कहा है कि ऐसे जोड़े जो अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी करते हैं, उन्हें लेकर अक्सर हमारे पास यह शिकायत आती है कि शादी के कुछ महीने या सालों बाद पति पत्नी को अकेला छोड़कर भाग जाता है. लड़की अकेली रह जाती है.

किसी किसी मामले में उसके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी होते हैं. ऐसे में महिला असहाय या लाचार ना रह जाए, यह सुनिश्चित करते हुए हाई कोर्ट ने पतियों को अपनी पत्नी के नाम से कम से कम 50 हजार से लेकर 3 लाख रुपए का फिक्स्ड डिपोजिट करने का आदेश दिया है. यह आदेश उन्हीं जोड़ो पर लागू होता है जो परिवार और समाज के खिलाफ जाकर शादी करते हैं और पुलिस सुरक्षा के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं.

 

बता दें कि औसतन हर रोज 20-30 जोड़े हाईकोर्ट का रुख करते हैं. इन मामलों में दो अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखने वाले लोग एक-दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं. फिर घर, बिरादरी और समाज के लोग जब इनकी शादी के खिलाफ हो जाते हैं तो इनके पास भागने के अलावा कोई चारा नहीं बचता. ऐसे में ये भाग तो जाते हैं पर इज्जत और प्रतिष्ठा में अंधे घर-परिवार और समाज के लोग इनकी जान के पीछे पड़ जाते हैं और कुछ इसी तरह अपनी जान को बचाने के लिए ये जोड़े पुलिस सुरक्षा के लिए कोर्ट का रुख करते हैं.

पूर्व में तो कोर्ट ऐसे मामलों में केवल पुलिस को सुरक्षा देने का आदेश दे देती थी. लेकिन इधर कुछ दिनों से वह फिक्स्ड डिपोजिट करवाने का निर्देश भी देने लगी है.

पी.बी बजनथारी ने 27 जुलाई से लेकर अब तक कुल 4 मामलों में ऐसे निर्देश दे दिए हैं.


चलते चलते: 

अरे भाई लोग कैसे भाग कर शादी कर लेते हैं, हम को तो बिस्तर से उतर कर चार्जर लेने में ही मौत आ जाती है।

 

‘खट्टर हम से सीख ले, कि सही मायनों में विकास कैसे होता है’: केजरीवाल


  • महागठबंधन में शामिल पार्टियों की  देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है: केजरीवाल

  • चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा 


महागठबंधन में शामिल पार्टियों की  देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह ऐलान किया है कि 2019 का लोकसभा चुनाव उनकी पार्टी अकेले ही लड़ेगी. वह बीजेपी के खिलाफ बनी संभावित महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी. केजरीवाल ने कहा कि जो पार्टियां संभावित महागठबंधन में शामिल हो रही हैं, उनकी देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने दिल्ली में कराए जाने वाले विकास कार्यों में रोड़े अटकाए हैं.

केजरीवाल ने गुरुवार को रोहतक में कुछ संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा की सभी सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी.

केजरीवाल ने दिल्ली के रुके हुए कामों के लिए केन्द्र की मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि उनके हर उस कदम को रोका गया जो आम जनता की भलाई के लिए कहा था. उन्होंने दावा किया, ‘हमने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम किए हैं.’

उधर बीजेपी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी धर्म के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है. उसे लोगों की भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है. हरियाणा की बीजेपी सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने दिल्ली के मुकाबले हरियाणा को विकास के क्षेत्र में जहां पिछड़ा हुआ करार दिया तो वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री को सलाह भी दे डाली कि ‘वो हम से सीख ले कि सही मायनों में विकास कैसे होता है.’

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जब पूर्ण राज्य न होते हुए भी बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला सकती है तो हरियाणा में खट्टर सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती है. केजरीवाल ने अंबाला के शहीद हुए जवान के परिवार के लिए हरियाणा सरकार से एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है.

युवा हल्का प्रधान सौरव गर्ग कांग्रेस से निलंबित 


—जिला पंचकूला प्रभारियों एवं जिला अध्यक्ष से की बदसूलकी 

—युवा कांग्रेस की नीतियों के विरोध में कर रहे थे काम 


पंचकूला 9 अगस्त।
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं हरियाणा प्रभारी जगदीप कंबोज गोल्डी ने युवा कांग्रेस के हल्का प्रधान सौरव गर्ग को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह तुरंत कार्रवाई हरियाणा प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव एवं पंचकूला युवा कांग्रेस प्रभारी हरमनदीप सिंह विर्क, परमजीत सिंह राणा एवं जिला युवा अध्यक्ष मुकेश सिरसवाल की सिफारिश पर की गई है। सौरव गर्ग पिछले लंबे से पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था और जिला अध्यक्ष के आदेशों की उल्लंघना कर रहा था। हाइकमान ने भी इस बारे में सौरव गर्ग को निर्देश दिये थे, लेकिन इसके बावजूद वह पार्टी विरोधी गतिविधियां करता रहा। वीरवार को युवा कांग्रेस की एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें जिला प्रभारी हरमनदीप सिंह विर्क, परमजीत सिंह राणा बतौर अतिथि पहुंचे थे। इस बैठक में जिला प्रभारी युवा कांग्रेस की आगामी नीतियों के बारे में बताने लगे, तो सौरव गर्ग ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुये प्रभारी के साथ बैठ गया और स्वयं ही बैठक शुरु करने की कोशिश करने लगा। जब वरिष्ट युवा नेताओं ने कहा कि इस बैठक को विर्क और राणा संबोधित करने वाले हैं, तो गर्ग ने कहा कि यह बैठक मैं ही शुरु करुंगा। प्रभारी के रोकने पर सौरव गर्ग ने बदसलूकी करनी शुरु कर दी। इसी बीच सौरव गर्ग के भाई अमन गर्ग जोकि युवा कांग्रेस का सदस्य भी नहीं है, वह आ गया और पहले जिला अध्यक्ष मुकेश सिरसवाल से बदसलूकी की और जब प्रभारी ने अमन गर्ग को रोकने की कोशिश की, तो उससे भी बदसलूकी करने लगा। इसके बाद अमन गर्ग को बैठक से बाहर जाने के लिए कहा, तो वह नहीं गया। जिसके चलते बैठक सथगित कर दी गई। जिला प्रभारी हरमनदीप सिंह विर्क एवं परमजीत सिंह राणा पूरी जानकारी हाइकमान को दी, जिसके बाद हरियाणा प्रभारी जगदीप कंबोज गोल्डी ने तुरंत प्रभाव से सौरव गर्ग को निलंबित करने का आदेश दे दियां
वहीं  पंचकूला जिला अध्यक्ष मुकेश सिरसवाल ने युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह कांग्रेस को मजबूत करने एवं राहुल गांधी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए काम करें और जो लोग पार्टी विरोधी गतिविधियां करते हैं, उनका बहिष्कार करें। ताकि कांग्रेस पार्टी पंचकूला सहित पूरे देश में झंडे गाड़ सके। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने की जिम्मेदारी युवा साथियों की है।

The “Chhatra Aakrosh Rally” from Mandi House to Parliament Street by NSUI

New Delhi 8th August 2018:

“NSUI organized a national protest in Delhi today against the anti-student and anti-youth policies of the BJP Government. The “Chhatra Aakrosh Rally” from Mandi House to Parliament Street under the leadership of National President Fairoz Khan saw thousands of NSUI workers express the disappointment of crores of young people across the country” said National Media Co-ordinator Deepanshu Bansal. The national protest was followed by Vidhan Sabha/CM House Gherao in states across the country and had representation from all the states, including distant states from the NE and South. NSUI proceeded with the protest in a peaceful manner but the police force brutally attacked the students who were present there to raise their voices. Many NSUI activists including the National President Fairoz Khan and other National Office Bearers including Delhi In-charge Mr. Anushesh Sharma got injured in the protest said National Secretary Saimoon faruqi.
NSUI workers were protesting the defrauding of students and youth by the Modi Government. Young people are being systematically denied quality and affordable education with repeated fee hikes and appointment of mediocre RSS VCs and faculty. At the same time, young graduates are finding themselves excluded from productive participation in the economy due to lack of jobs. There is hatred and violence and mob justice across the country instigated by RSS and its affiliates.
NSUI representing the voice of the idealistic and free youth is committed to raising its voice against injustice everywhere. We are educated youth, we are the Future of India and will also play a constructive role in national politics. NSUI National President Fairoz Khan said, “The NSUI having raised its voice against this failed government will now launch a national campaign to draft the youth agenda for the Future of India.”

Legal notice to Majithia for “defaming” Zee News editor, seeks Rs 100 Cr as damages


Zee Media sends legal notice to Majihtia for defaming its editor, seeks Rs 100 crore as damages


Zee Media Corporation Limited (ZMCL) has sent a legal notice to Shiromani Akali Dal (SAD) leader Bikram Singh Majithia for his alleged defamatory allegation against TV channel’s Punjab, Haryana and Himachal editor Dinesh Sharma.

In the legal notice sent on behalf of the ZMCL, Supreme Court lawyer Petal Chandhok asked Majithia to tender an unconditional written apology and publicly withdraw the false allegation against his client.

While talking to mediapersons at Hoshiarpur on August 2, Majithia had reportedly alleged that Sharma had demanded Rs 20 crore from him before 2017 Punjab assembly elections for favourable reportage. However, Sharma had denied having made such an offer.

The ZMCL counsel has also sought an assurance from Majithia that he will not repeat such defamatory act in future, failing which they will seek Rs 100 crore on account of damages suffered by his client.

Killers of the cops will find their way behind bars: DGP Sandhu

 

Chandigarh, August 9, 2018:

Haryana Director General of Police, B.S. Sandhu said that those who were involved in the killing of Sub Inspector, Narender Kumar premises will not be spared. They will soon be put behind bars.

He was interacting with media persons after attending the last rites of  Narendra Kumar, who laid down his in the line of duty at Rohtak, in Karnal today. Cremation of Narendra Kumar was done with full state honour.

DGP Sandhu said that financial assistance of Rs 60 lakh would be given to the next-of-kin of deceased, of which Rs30 lakh would be given by the bank as per agreement and an equal amount of assistance will be given by the State government.

“Apart from this, Police will also send a proposal to the government regarding offering a job under special ex-gratia scheme to the son of deceased employee,” he added.

Sandhu said that police is making all efforts and culprits would be arrested soon. We will also try that the accused will be given severe punishment through the fast track court.

He said that Narender would be long remembered for his bravery and services to the Police department.

Earlier, DGP B. S. Sandhu paid floral tributes to Sub-Inspector Narendra Kumar.

On this occasion, BJP District President Jagmohan Anand paid tributes to the martyr on behalf of the Chief Minister. Karnal IG Navdeep Singh Virk and Karnal SP Surendra Singh Bhoria, Nilokhedi MLA Bhagwandas Kabirpanthi and Executive Vice President of Swachh Bharat Mission Subhash Chandra also paid floral tributes to Sub-Inspector Narendra Kumar.

‘ Guardians of Governance’ appointed

Deputy Commissioner hands over appointment letters to new Guardians of Governance

Nawanshahr, August 9, 2018:

Deputy Commissioner, Vinay Bublani, today, handed over appointment letters to as many as 10 newly recruited Guardians of Governance ( GoGs) in Nawanshahr district.

The ex-servicemen recruited as GoGs included  Harpal Singh, Sarbjit Singh, Ranjit Singh, Yadhwinder Singh, Ashok Kumar, Gopal Singh, Paramjit Singh, Gurdip singh, Sarup Singh and Vijay Kumar.

The DC exhorted them to serve the society with the same dedication, commitment and sense of patriotism as practised them during their service in defense forces. He asked them to monitor the implementation of the various development and welfare schemes at the grass root level objectively.

“The GoGs have great responsibility on their shoulders and they should keep public interest in their mind while reporting the shortcomings so that the benefit of the different development and welfare schemes should reach at the grass root level”, added the DC.

District GoG Head, Lt. Col.(retd) Chuhar Singh, District Supervisor, Captain (retd) Gurpal Singh, Tehsil Supervisors Captain (retd) Sat Pal Singh (Nawanshahr) and Captain (retd) Ranjit Singh (Banga) were present on the occasion.

सीआईए स्टाफ में तैनात एक और पुलिस कर्मचारी पर घातक हमला

यमुनानगर।

हरियाणा की खट्टर सरकार में जब पुलिस वाले भी सुरक्षित नही है तो आम इंसान की क्या गारन्टी ली जा सकती है। बदमाशों के हौंसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि किसी पर भी गोलियां बरसाना उनके लिए बच्चों का खेल बन चुका हैं। बुधवार रोहतक में एक सब-इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या की बात अभी सुर्खियों से उतरी भी नहीं थी, कि देर रात नारायणगढ़ सीआईए स्टाफ में तैनात एक और पुलिस कर्मचारी को गोलियों से भून दिया गया। पुलिस कर्मचारी विशाल शर्मा जैसे ही यमुनानगर स्थित अपने घर पहुंचा, बदमाशों ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बुरी तरह से घायल पुलिस कर्मचारी अस्पताल के आइसीयू में जिंदगी औऱ मौत के साथ संघर्ष कर रहा हैं। हमलावर बड़ी आसानी से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए।

हरियाणा में कानून-व्यवस्था आईसीयू में सिसकियां भर रही हैं। बदमाशों के आगे कानून के रखवाले खुद की रक्षा करने में भी असमर्थ नजऱ आ रहें हैं। आखिर कारण क्या हैं कि प्रदेश में बदमाशो के हौंसले दिन-प्रतिदिन इस कदर बुंलद होते जा रहें हैं कि उन्हें ना तो खाकी का खौफ रहा हैं और ना ही कानून का डर। आईसीयू में जिंदगी और मौत के साथ संघर्ष कर रहा विशाल शर्मा हरियाणा पुलिस की नारायणगढ़ सीआईए में तैनात हैं। विशाल के दोस्त आदित्य ने बताया कि विशाल ने उसकी डोर-बेल बजाकर उसे बोला कि उसे गोलियां लगी हैं। जिसके बाद वह उसे अस्पताल ले आया और पुलिस को इस बारे सूचना दी।

आदित्य के बयानों पर पुलिस ने बदमाशों की तलाश में पूरे जिले की नाकाबंदी कर दी हैं। लेकिन ऐसे में सवाल खड़े हो रहें हैं कि कावड़ यात्रा के दौरान पहले से ही जिले के चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा हैं, और अगर इतने पहरे में बदमाश पुलिस कर्मचारी को गोली मारकर साफ निकल जाते हैं तो नाकाबंदी के क्या नतीजें निकलेंगे। इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता हैं। गौरतलब हैं कि बुधवार को रोहतक में भी बदमाशों द्वारा एक सब-इंस्पेक्टर को गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया। 24 घंटों के भीतर बदमाशों का पुलिस पर यह दूसरा गोलीकांड हैं। इस मामले को लेकर सभी अधिकारी मीडिया को फेस करने से कतरा रहें हैं। जिसके साफ सकेंत हैं कि जिस प्रदेश में खुद पुलिस सुरक्षित नहीं रही वहां आम आदमी की जान-माल की हिफाज़त राम भरोसे ही चल रही हैं।