अजमेर: अजमेर शरीफ दरगाह के प्रमुख ने पुलवामा की घटना का विरोध किया है. जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए दरगाह दीवान सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा है कि भारत सरकार सालाना उर्स आने वाले यात्रियों का जत्थे को तत्काल रोके. क्योंकि पाकिस्तान उर्स यात्रा के बहाने अपने एजेंट को भेजकर भारत के खिलाफ जानकारियां इकट्ठा करता है.
अपने निवास पर एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, ”ये हमला पाकिस्तान ने करवाया है. पिछले 5 सालों में अन्य संगठनों के माध्यम से पाक भारत में 28 आतंकी हमले करवा चुका है. ऐसे में अब मोदी सरकार को चाहिए की भारत से पाक उच्चायोग को बंद कर पाकिस्तान लौटने के निर्देश जारी करें और साथ ही हर शहीद के परिजन को 1 करोड़ की मदद दे. साथ ही सरकारी नौकरी भी. इसी तरह राजस्थान के 5 शहीदों के परिवारजनो को भी गहलोत सरकार 50-50 लाख की मदद करें.”
उन्होंने यह भी कहा, ” भारत सरकार अब आगामी अजमेर शरीफ उर्स में किसी भी पाकिस्तानी जत्थे को आने की अनुमति ना दे.” इस दौरान अजमेर दरगाह के दीवान ने आरोप लगाया, ”पाकिस्तान हुकूमत भारत भेजने वाले जत्थे में अपने एजेंट भी भेजता है. जिससे कई गुप्त जानकारियां भारत से हासिल करता है. जो देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरनाक है.”
इस दौरान दीवान खान ने जम्मू-कश्मीर के सभी शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही घायलों की सलामती के साथ उनके परिजनों को सब्र की प्रार्थनाएं भी की.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/15-1431687600-dargah-sharif3.jpg450600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 18:19:182019-02-15 18:19:21पाकिस्तान से आने वाले सालाना उर्स के यात्रियों का जत्थे को तत्काल रोके: दरगाह दीवान
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की निंदा तो की लेकिन झूठ बोलने से बाज नहीं आया.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की निंदा तो की लेकिन झूठ बोलने से बाज नहीं आया. पाकिस्तन ने पुलवामा हमले पर प्रतिकिया देते हुए कहा कि बिना जांच के इसके तार इस्लामाबाद से जुड़े होने के भारत के आरोप ठीक नहीं.
गौरतलब है कि पुलवामा में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 37 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं. घंटों की चुप्पी के बाद आधी रात के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुआ हमला ‘गंभीर चिंता का विषय है.” उसमें कहा गया है, “हमने हमेशा घाटी में हिंसक घटनाओं की निंदा की है.”
पाकिस्तान ने इस आरोप को खारिज किया कि वह कहीं भी इस हमले से जुड़ा हुआ है. बयान में कहा गया है, “हम जांच के बगैर इस हमले से पाकिस्तान को जोड़ने की भारत सरकार के किसी भी व्यक्ति या मीडिया की कोशिशों को सिरे से खारिज करते हैं.”
चीन ने मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने की मांग को नकारा चीन ने शुक्रवार को पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा की है, लेकिन उसने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराए जाने की भारत की अपील का समर्थन करने से एक बार फिर इनकार कर दिया. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने पत्रकारों से कहा, “चीन आत्मघाती हमले की खबरों से वाकिफ है. हम इस हमले से गहरे सदमे में हैं और मृतकों तथा घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं.”
गेंग ने कहा, “हम आतंकवाद के किसी भी रूप की कड़ी निंदा और पुरजोर विरोध करते हैं. उम्मीद है कि संबंधित क्षेत्रीय देश आतंकवाद से निपटने के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे और इस क्षेत्र में शांति और स्थायित्व के लिये मिलकर काम करेंगे.”
अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जहां तक सूचीबद्ध करने की बात हैं, मैं बस यही बता सकता हूं कि सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के प्रस्ताव संख्या 1267 के तहत आतंकवादी संगठनों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया और नियम स्पष्ट हैं.”
अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी सदस्य देशों से भारत की अपील के बारे में उन्होंने कहा, “जैश-ए-मोहम्मद को सुरक्षा परिषद की आतंकवाद प्रतिबंध सूची में रखा गया है. चीन संबंधित प्रतिबंधों के मुद्दे से रचनात्मक और जिम्मेदार तरीके से निबटना जारी रखेगा.”
पाकिस्तान के करीबी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो शक्ति प्राप्त चीन अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने की भारत की कोशिशों को कई बार विफल कर चुका है. उसका कहना है कि इस मुद्दे को लेकर सुरक्षा परिषद में कोई सहमति नहीं है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/08/268027-imran-khan.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 18:11:212019-02-15 18:11:23हमले की निंदा करते हुए भी झूठ बोलने से बाज़ नहीं आया पाकिस्तान
Navjot Singh Sidhu’s comment on Pulwama terror attack–Terrorism has no religion, no nation–has created a huge outrage in Twitterverse. He is not only receiving a backlash from his opponents, but also from Twitterati who are asking fans to boycott The Kapil Sharma Show and Sony TV to kick Sidhu out of the show.
“For a handful of people, can you blame the entire nation and can you blame an individual? It (the attack) is a cowardly act and I condemn it firmly. Violence is always condemnable and those who did it must be punished,” Sidhu was quoted as saying.
The comment did not go down well with the netizens who have made #BoycottKapilSharmaShow trend on Twitter. Some are asking Sidhu to apologise for his comment, while others want the channel to expel him from the comedy show.
Dear @SonyTV & @KapilSharmaK9 either remove @sherryontopp from your show or we shall pledge not to choose the Sony Package as per new TRAI rules. How dare can someone continuously speak in the favour of a nation which is responsible for many other attacks like Pulwama.
40 CRPF jawans were martyred when an explosive-laden SUV rammed into one of the buses out of a 70-vehicle CRPF convoy in Jammu and Kashmir’s Pulwama district on Thursday (February 14).
Eetired Major General GD Bakshi also attacked Sidhu for what he deemed an “inappropriate comment” and said Sidhu has not faced what the CRPF has, what men in uniform routinely do in conflict areas.
Sidhu had courted controversy earlier for visiting Pakistan for Imran Khan’s oath-taking ceremony and his controversial hug with Pakistan Army General Qamar Javed Bajwa.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/kapil-navjot.jpg418825Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 18:00:272019-02-15 18:00:29Navjot believes Pak is not terrorist supporter, he demands talks to continue no matter what
यूरोपीय यूनियन से पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. सूत्रों के मुताबिक यूरोपियन कमीशन ने सऊदी अरब, पनामा और 4 अमेरिकी टेरिटरी को डर्टी-मनी ब्लैकलिस्ट नेशंस की सूची में डाल दिया है.
ईयू एग्जीक्यूटिव का कहना है कि यह फैसला इसलिए किया गया है जिससे मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकियों की फाइनेंसिंग को रोका जा सके. ईयू के इस फैसले पर कई देशों ने विरोध भी जताया है.
अब इस मामले पर ब्रिटेन को इस बात की चिंता है कि सूची में शामिल लोगों के साथ इकोनॉमिक रिश्तों का क्या होगा. वहीं पनामा ने कहा कि उसे इस सूची से बाहर किया जाना चाहिए क्योंकि उसने मनी लॉन्ड्रिंग के मसले पर गंभीर कदम उठाए हैं.
ईयू की इस डर्टी लिस्ट में दक्षिण कोरिया, अफगानिस्तान, ईरान, इथियोपिया, पाकिस्तान, सीरिया, श्रीलंका, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, यमन और ट्यूनीशिया भी शुमार है. इसके अलावा बोत्सवाना, लीबिया, बहामास और घाना भी इसमें शामिल हैं.
इस लिस्ट में शामिल देशों के लिए यह नियम हैं कि यूरोपीय देश इनके साथ बिजनेस नहीं कर सकते और इन पर सख्त कदम उठाते हैं. ईयू के कदम से पाकिस्तानी नागरिकों को व्यापार में काफी परेशानी होगी. विशेषज्ञों के मुताबिक पाकिस्तानी व्यापारियों को आसानी से लोन भी नहीं मिलेगा.
हालांकि यह लिस्ट अभी पास नहीं हुई है क्योंकि ईयू कमिश्नर ने इसे अभी प्रस्तावित किया है. यह मेजॉरिटी वोट से रिजेक्ट भी की जा सकती है. इसके लिए उनके पास 2 महीने का समय है. यूएस ट्रेजरी ने इस लिस्ट के प्रोसेस पर नाराजगी जताई है और इसे गलत बताया है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/download-2.jpg183275Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 16:18:242019-02-15 16:18:25यूरोपीय यूनियन ने पाकिस्तान को डर्टी-मनी ब्लैकलिस्ट नेशंस की सूची में डाला
पंजाब विधानसभा ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया. बीते गुरुवार को हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं. सभी विधायकों ने सदन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा.
प्रस्ताव पेश कर सदन की कार्यवाही स्थगित करने का प्रस्ताव करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि अब बहुत हो गया. उन्होंने केंद्र सरकार से पाकिस्तान की इस कायरतापूर्ण हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, यह उन्हें सबक सिखाने का समय है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शांति की बात करते हैं और सेना प्रमुख युद्ध की बात करते हैं.
सिद्धू आज भी मानते हैं की आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। वह ऐसा बोलते वक्त बाजवा की गलबहियों के आनंद में झूम जाते होंगे। सिद्धू साहिब आपको खास तौर पर पता होना चाहिए की आतंकवाद का देश भी है, जाती भी और धर्म भी।
पंजाब कैबिनेट अपने पाकिस्तान से बातचीत जारी न रखने के अपने फैसले के प्रति कितने जवाबदार हैं। क्या इस फैसले में वह पाकितान के साथ व्यापारिक संबंध विच्छेद करेगा? क्या पाकिस्तान को पंजाब की बिजली की आपूर्ति होती रहेगी ? क्या पंजाब हरियाणा का पानी रोक कर पाकिस्तान के खेतों को हमारे पानी से सींचता रहेगा? क्या काठमांडू या बांग्लादेश जाने के लिए पाकिस्तान को अपना हवाई मार्ग प्रदान करेगा??
पंजाब विधानसभा में पाकिस्तान के खिलाफ प्रस्ताव पेश हुआ. पाकिस्तान से हर तरह की बातचीत बंद करने का प्रस्ताव पास हुआ है. वहीं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का न कोई धर्म होता है और न ही जाति होती है. आतंकवाद की न कोई पार्टी होती है और न ही देश होता है. जान लेना किसी समस्या का हल नहीं होता.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/amarinder-singh.jpg498885Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 09:16:092019-02-15 09:16:13क्या बिजली पानी की आपूर्ति रोके बिना बातचीत रद्द करना समझदारी है?
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में अपने 44 जवानों को खोने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में आतंकियों और उसके पनहगारों के प्रति कितनी नाराजगी है, इसका अंदाजा शुक्रवार को उसकी तरफ से आई प्रतिक्रिया से साफ जाहिर हो गया. बल ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि ‘न भूलेंगे और ना ही माफ करेंगे’.
बल ने ट्विटर पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि ‘हम न भूलेंगे, ना ही माफ करेंगे. हम पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने जवानों को सलाम करते हैं और शहीद भाईयों के परिवार के साथ खड़े हैं. इस जघन्य हमले का बदला लिया जाएगा’.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में कहा गया कि भारत, पाकिस्तान के मंसूबों को कभी भी कामयाब होने नहीं देगा.
पीएम ने कहा कि ‘पुलवामा में वीर शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दे दी गई है. हमले से पूरे देश में आक्रोश है, इस समय लोगों का खून खौल रहा है, लेकिन देश की जनता को सेना के शौर्य पर पूरा भरोसा है’.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ‘गुनहगारों को उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी. भारत आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई को और भी तेज करेगा. मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं’.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 44 जवान (रॉयटर्स के अनुसार) शहीद हो गए.
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे. इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे. जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया. श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पुलवामा के इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/52100130_414721852597336_1133641057112686592_n.png739970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 08:48:252019-02-15 08:51:02न भूलेंगे, न माफ करेंगे: सीआरपीएफ़
नई दिल्लीः पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. दुनियाभर के नेताओं और नामचीन हस्तियों ने इस हमले की निंदा करते हुए शहीद परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. भारत में भी तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं, बॉलीवुड हस्तियों और खिलाड़ियों ने हमले की निंदा करते हुए आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है. मशहूर कवि डॉ कुमार विश्वास ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों के परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए मार्मिक पंक्तियां लिखी हैं. कुमार विश्वास की इन लाइनों के पढ़ आपका भी गला रुंध जाएगा.
इसके साथ ही कुमार विश्वास ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट की प्रोफाइल पिक भी बदल दी है. उनकी नई तस्वीर में एक सैनिक सो रहे नागरिक की रक्षा करते हुए दिखाया गया. सैनिक की पीठ पर कई वार हो रहे हैं.
डॉ. कुमार विश्वास ने ट्वीट में लिखा, ‘ग़ुस्सा,बेबसी और आंसू हावी हैं नींद पर, कैसी बीत रही होगी उन परिवारों पर ये रात?, हर तरफ़ दुनिया सोई है पर मेरी नींद मर सी गई हैं !, आंखों में किरचें चुभ रही हैं. हम ही शायद पागल हैं जो संवेदना को इतने गहरे ले बैठते हैं. कंठ में कोई गीला गोला सा अटक रहा है बार बार, ईश्वर तू ही कुछ कर’
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/lqWeLfIN_400x400.jpg400400Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 08:41:012019-02-15 08:41:04कंठ में कोई गीला गोला सा अटक रहा है बार बार, ईश्वर तू ही कुछ कर’: डॉ. कुमार विश्वास
Curfew was imposed in Jammu city on Friday as a precautionary measure following massive protests over the terror attack in Pulwama in the Kashmir Valley in which 40 CRPF personnel were killed, officials said.
The Army has been requested to help the administration in maintaining law and order and conduct flag marches, they said.
Curfew was clamped as authorities feared a communal backlash, officials said. Protesters, particularly in the old city, refused to disperse even after loudspeakers announced that curfew was imposed.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/curefewwwww-1024x553.jpg5531024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 08:32:452019-02-15 08:32:47District Magistrate Jammu imposes curfew in Jammu city
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति (सीसीएस) की शुक्रवार को बैठक खत्म हो गई है. संभव है कि इस मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीटिंग में हुई चर्चा की जानकारी शेयर करते हुए बताया कि इसमें पाकिस्तान का सीधा संबंध है और सरकार पाकिस्तान के खिलाफ बड़े कदम उठाने के लिए तैयार है.
जेटली ने बताया कि सरकार ने इस दिशा में सबसे बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया.
जेटली ने बताया कि भारत इस हमले के मद्देनजर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए उसे अंतरराष्ट्रीय जगत पर बेनकाब करेगा और उसे आतंक के मुद्दे पर दुनिया भर में अलग-थलग करेगा. जेटली ने कहा कि जो लोग भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
आइये जानते हैं क्या है मोस्ट फेवर्ड नेशन का मतलब और इसके मायने… दरअसल, मोस्ट फेवर्ड नेशन का मतलब है सबसे ज्यादा तरजीही वाला देश. MSN का दर्जा मिलने के बाद दर्जा प्राप्त देश को इस बात का आश्वासन रहता है कि उसे कारोबार में कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के आधार पर बिजनेस में सबसे अधिक तरजीह वाले देश (एमएफएन) का दर्जा दिया जाता है. डब्ल्यूटीओ बनने के साल भर बाद भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से भारत को ऐसा कोई दर्जा नहीं दिया गया था.
यह बैठक पुलवामा की फिदायीन हमले की घटना की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसमें 40 सीआरपीएफकर्मी शहीद हुए हैं. सीसीएस की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री इसमें शामिल हैं. साथ ही इसमें एनएसए और एनएससी के सदस्य भी हिस्सा हैं. सीसीएस सुरक्षा और सामरिक मामलों पर निर्णय करती है.
इस दर्जे से किसी देश को क्या लाभ होते हैं… यह दर्जा दो देशों के मध्य कारोबार में दिया जाता है. इससे अंतर्गत दोनों मुल्क एक दूसरे को आयात और निर्यात में विशेष छूट देते हैं. विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश खुले व्यापार और बाजार के नियमों में बंधे हुए हैं, लेकिन एमएफएन के नियमों के तहत देशों को विशेष छूट दी जाती है. भारत-पाक के बीच इन चीजों का है बड़ा कारोबार भारत और पाकिस्तान के बीच सीमेंट, चीनी, रुई, सब्जियों, ऑर्गेनिक केमिकल, चुनिंद फल, ड्राई फ्रूट्स, मिनरल ऑयल, स्टील जैसी कमोडिटीज़ और वस्तुओं का कारोबार दोनों देशों के बीच होता है.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा करने भी जाने वाले हैं. हादसे की जांच के लिए शुक्रवार को NIA की टीम भी पुलवामा जाएगी. इस टीम में 12 सदस्य होंगे जिसका नेतृत्व IG रैंक के अधिकारी करेंगे.
गृहमंत्री पहले श्रीनगर जाएंगे. फिर यहां से 11 बजे के आसपास वो गवर्नर सत्यपाल मलिक और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम के साथ पुलवामा जाएंगे.
इसके पहले सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी कि गुरुवार शाम दिल्ली में CRPF के डीजी राजीव राय भटनागर और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बीच करीब 20 मिनट तक बैठक चली थी. राजीव राय ने CRPF वॉर रूम में मौजूद आला अधिकारियों से रिपोर्ट ली और उसके बाद गृहमंत्री को सारी जानकारी दी.
बता दें कि गुरुवार को पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ काफिले की एक बस से विस्फोटक भरे अपनी गाड़ी को भिड़ा दिया. हाल के सालों में जम्मू-कश्मीर में हुआ यह भीषण आतंकवादी हमला है.
हालांकि पाकिस्तान हमेशा नकारता रहा है की उसका भारत के साथ मात्र 2 से 2.5 बिल्यन डॉलर्ज़ का व्यापार होता है अत: यदि MFN status वापिस भी लेता है तो उसकी अर्थव्यवस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भारत के जन मानस की तरफ से पाकिस्तान के भारत के आकाश एवं जल मार्ग अवरुद्ध करने की मांग उठ रही है। और जल संधियों पर पुन: विचार करने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/pulvama-ki-yaad-mein.jpg11862200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 08:10:142019-02-15 08:29:26पाकिस्तान से MFN दर्जा छिना
ये काश्मीर समस्या की जड़ फारूक अब्दुल्ला बोल रहे कि पाकिस्तान नहीं दोषी, काश्मीरी युवाओं से पूछो। ये वही अब्दुल्ला हैं जिनकी तीन पीढ़ियों ने काश्मीर को बर्बाद कर दिया और काश्मीर को अगला पाकिस्तान बनाने की बहाबी कट्टरपंथ की चाल चलती रही सारे काश्मीरी हिंदू सिख पलायन कर गये। और अब पाकिस्तान युद्ध की मांग कर रहा है और भारत का नैतिक अधिकार है कि पाकिस्तान को युद्ध का पुरस्कार दिया जाय। शायद मोदी जी को यह मौका है जब अनुच्छेद 370 हटा दे, बलूचिस्तान को आजाद कराये और काश्मीर में सभी भारतीयों के रहने बसने का अधिकार दे। क्या मोदी जी ऐसा करेंगे क्या मुल्क उनसे जो उम्मीदे पाल रखा है उसपर अब खरे उतरेंगे। शायद मोदीजी सरकार नहीं करेगी तो तारीख कभी माफ न करे। अभि तक की बीजेपी की केन्द्र सरकार काश्मीर मामले में कांग्रेस की पूर्व सरकार की नकल ही की है। जो गद्दार पत्थरबाजों को अपना अब्बा हजूर समझकर उनके मानवाधिकार की बात करते हैं क्या वो दोगले ये बतायेंगे कि इन आतंकियों को किसने यह सब करने का अवसर दिया। क्या अफजल और याकूब के हमदर्द नमक हराम हरामखोर यह बतायेंगे कि जो स्लीपर सेल ऐसी घिनौनी कायराना हरकत करते हैं उनके लिए जो सडकों पर उतरतै है वो भी आतंकी है और जवानों और मासूमों के खून से इनके हाथ भी सने हैं। जो मीडिया वाले जो वकील जो बदमिजाज बुद्धिजीवी इनकी सार्वजनिक और न्यायालय में पैरवी करते हैं वो भी जवानों के खून की शहादत के दोषी हैं। जेएनयू में कन्हैया जैसे गद्दार जो भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाते हैं वो भी जवानों के नाहक खून के दोषी है। यदि चीन होता तो अबतक आतंकवाद और आतंकियों और उनके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समर्थकों को दोजख भेज दिया गया होता।वैसे गद्दारी तो भारतीय लोकतंत्र की राजनीति के मुख्यधारा में भी शामिल है 😡😡😡 सडक पर खडा कर इन सभी को सीधे गोली मार दी जाती। लेकिन यह मजबूत भारत वर्ष है जहां बहुत सारे गद्दार हरामखोर दोगले जिनके खून में दोष है वो पैदा है जिनके समर्थन से आतंकी लोगो को घुसपैठ करने छिपने और कायराना हत्या करने का मौका मिलता है। भारत को एक मजबूत कठोर निर्णय लेने वाली ताकतवर बहुमत की केन्द्र सरकार और कद्दावर नेता की जरूरत है। बहुत दुखद घटना। शहीदों को नमन उनके परिवार को नमन और गद्दारों के लिए फांसी मौत की मांग करता हूं। भारत की संकल्पना ऐसे कायराना हरकत से कमजोर होने वाली नहीं है। बाहर और अंदर दोनों दुश्मनों गद्दारों का सफाया ही एकमात्र समाधान है।
जय जवान। जय हिंद के जनगण मन।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/Ashok-Kumar.jpg639639Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 04:18:022019-02-15 04:18:04आतंकियों और उनके समर्थकों सभी को सीधे गोली मारने की छूट सेना को मिलनी चाहिए।खून का बदला सिर्फ खून😡😡😡
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