केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय पानी को पाकिस्तान जाने से रोकने के लिय उठाए गए कदमों की बात तो की परंतु वह यह भूल गए की पुंजाब में अमरिंदर-सिद्धू की सरकार है, इनहोने पहले ही सतलुज यामिना नहर को समतल कर दिया है और हरियाणा के हिस्से मेन आने वाला सतलुज का पानी भी पाकिस्तान को ही जाने दिया है क्या इस प्रकार वह पाकिस्तान को पानी रोक पाएंगे???
नई दिल्ली; पुलवामा आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को जाने वाले अपने हिस्से के पानी को रोकने का फैसला किया है. इसके साथ ही इस पानी को जम्मू और कश्मीर और पंजाब की तरफ मोड़ने का फैसला भी केंद्र सरकार ने लिया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने पाकिस्तान के ओर जाने वाले अपने हिस्से के पानी को रोकने का फैसला किया है. हम पूर्वी नदियों के पानी का रुख जम्मू कश्मीर और पंजाब की तरफ मोड़ेंगे.’
नितिन गडकरी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, शाहपुर-कंडी में रावी नदी पर बांध बनाने का काम शुरू हो चुका है. वहीं UJH प्रोजेक्ट हमारे हिस्से के पानी को जम्मू-कश्मीर के लिए संग्रहित करेगा और शेष पानी दूसरे रावी-ब्यास लिंक के जरिए बहते हुए दूसरे बेसिन राज्यों को मिलेगा.
इससे पहले बुधवार को एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा था, ‘बंटवारे के बाद भारत और पाकिस्तान को तीन-तीन नदियों के पानी के इस्तेमाल की अनुमति मिली थी. इस समझौते के बावजूद भारत के कोटे में आई तीन नदियों का पानी अब तक पाकिस्तान में प्रवाहित हो रहा था. अब हमने इन तीनों नदियों पर प्रॉजेक्ट्स का निर्माण कराया है, जिनकी मदद से अब इन नदियों का पानी पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. एक बार जब यह काम शुरू हो जाएगा तो इससे यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि भी हो सकेगी.’
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/download-3-1.jpg183276Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-21 15:17:262019-02-21 15:17:30पाकिस्तान में जा रहा भारतीय हिस्से का पानी अब भारत ही में बहेगा: नितिन गडकरी
लोकसभा चुनाव में वामदलों को सीट देने में लालू यादव की कोई रुचि नहीं है.
कमलाकांत मिश्र ‘मधुकर’ की बेटी ने भी मोतिहारी सीट को लेकर भेंट करने की कोशिश की थी लालू नहीं मिले
कन्हैया कुमार का राजनाइटिक भविष्य तो यहीं तय हो गया की बेगूसराय सीट पर उन्हे अपने दम पर ही लड़ना होगा क्योंकि राज्य परिषद की उनकी उम्मीदवारी पर भी ग्रहण लगता दीख पड़ता है।
बिहार की भूमि पर राजनीतिक रूप से सक्रिय तीनों वाम दल क्रमशः सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन अगले महाभारत में अकेले(अपने दम खम पर) चुनाव लड़ेंगे
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की लोकप्रियता के सहारे बिहार में खुद को पुर्नजीवित करने की वामदलों, खासकर सीपीआई और सीपीएम, की रणनीति दम तोड़ती नजर आ रही है. भरोसेमंद सूत्र का कहना है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि महाभारत 2019 में सीपीआई और सीपीएम की भागीदारी की उन्हें कोई जरूरत नहीं है.
सीपीआई के एक कद्दावर नेता ने भी नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, ‘लोकसभा चुनाव में हमलोगों को सीट देने में लालू यादव की कोई रुचि नहीं है. वो नहीं चाहते हैं कि वामदल फिर से बिहार में जिंदा होकर अपने पैरों पर चल सकें.’
पिछले दो सप्ताह से बिहार के वामदलों के कई शीर्ष नेता लालू यादव से मिलने का अथक प्रयास कर रहे हैं. यहां तक कि सीपीआई के मूर्धन्य नेता रहे कमलाकांत मिश्र ‘मधुकर’ की बेटी ने भी मोतिहारी सीट को लेकर भेंट करने की कोशिश की थी. लेकिन आरजेडी सुप्रीमो ने उन सभी से मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है.
सीपीआई के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने बातचीत में स्वीकार किया, ‘लालू यादव से मिलने के लिए बीते दो शनिवार को हमलोगों ने अर्जी लगाई थी लेकिन सफलता नहीं मिली’.
इसी बीच सीपीआई की बेगूसराय जिला कार्यकारिणी ने 16 फरवरी को सर्वसम्मति से कन्हैया कुमार का नाम चुनाव लड़ने के लिए फाइनल करके राज्य परिषद को भेज दिया है. समझा जाता है कि इस सप्ताह कन्हैया कुमार के अलावा और 4 सीटों के लिए उम्मीदवारों का नाम राज्य परिषद अनुमोदन करके नेशनल एक्जिक्यूटिव कमेटी को अंतिम मुहर लगाने के लिए भेज देगी.
स्टेट सेक्रेटरी सत्यनारायण सिंह तथा सीपीआई राष्ट्रीय परिषद के सदस्य राम नरेश पांडेय ने बतौर पर्ववेक्षक बेगूसराय जिला परिषद की बैठक में शिरकत की थी. सत्यनाराण सिंह का कहना है कि किसी सूरत में बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई लड़ेगी. कन्हैया कुमार ही उम्मीदवार होंगे. वैसे कुछ दिन पहले बयान जारी कर जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष ने कहा है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे.
कन्हैया कुमार को बेगूसराय सीट से उम्मीदवार बनाए जाने और वामदलों को महागठबंधन में उचित स्थान देने के सवाल पर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी तथा सीपीआई नेता डी राजा भी क्रमशः जनवरी 12 और 19 को रांची जेल में लालू यादव से मुलाकात कर चुके हैं. सूत्र बताते हैं कि डी राजा ने आरजेडी सुप्रीमो से रिक्वेस्ट की कि बेगूसराय को जोड़कर कम से कम तीन सीट सीपीआई के लिए छोड़ दें. उसी तरह सीताराम येचुरी ने बिहार के राजनीतिक क्षितिज पर आईसीयू में सांस ले रही अपनी पार्टी के लिए दो लोकसभा सीटों की मांग की है.
महागंठबधन से जुड़े एक नेता का कहना है, ‘हमारे कुनबे में चुनावी जंग में भागीदारी के लिए उसी पार्टी और नेता को तरजीह दी जाती है जिसके घर में या तो ‘लक्ष्मी’ का वास हो या फिर पॉकेट में वोट का जखीरा हो. जगजाहिर है कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में बिहार में वाम दलों के पास इन दोनों संसाधनों में से कोई पर्याप्त मात्रा में मौजूद नहीं है.
हां, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन यानी माले के पीछे अच्छा खासा जन समर्थन है. इसीलिए हमारे नेता लालू यादव के दिल में इनके प्रति स्नेह का भाव है. हो सकता है कि आरा की लोकसभा सीट माले के खाते में चली जाए. 1989 चुनाव में माले के रामेश्वर प्रसाद ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. माले का अपना मजबूत आधार वोट है.’
चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव प्रत्येक शनिवार को तीन लोगों से मुलाकात करते हैं. 16 फरवरी को आरजेडी चीफ अपने छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से मिले. काफी देर तक बातचीत हुई. लेकिन अर्जी लगने के बाद भी वामदलों के नेताओं से मिलने से मना कर दिया.
कयास लग रहा है कि आरजेडी सुप्रीमो ने तेजस्वी यादव को आरजेडी कोटे से किस सीट पर कौन व्यक्ति चुनाव लड़ेगा इसकी सूची दे दी है. यह भी चर्चा में है कि जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने उत्तराधिकारी पुत्र को यह भी बता दिया है कि महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, रालोसपा, वीआईपी, बीएसपी और हम सेकुलर पार्टियों को कौन सीटें दी जाएंगी.
बहरहाल, महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों की बटवारे की घोषणा इस महीने के अंतिम सप्ताह में की जानी की पूरी संभावना है. वैसे आरजेडी के एक नेता ने बताया कि एनडीए की सूची आने तक हमलोगों द्वारा इंतजार किया जा सकता है. जो भी हो, लेकिन एक बात तो लगभग क्लियर हो गई है कि वामदलों के लिए महागठबंधन में कोई जगह नहीं है.
ऐसी परिस्थति में बिहार की भूमि पर राजनीतिक रूप से सक्रिय तीनों वाम दल क्रमशः सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन अगले महाभारत में एकला तलवार भाजेंगे. कुछ सीटों पर आपसी तालमेल कर सकते हैं. वैसे जानकारी के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड में भी महागठबंधन ने वामदलों को लोकसभा की कुल 14 सीटों में से एक सीट भी नहीं दी है, जिसे लेकर वामदलों में नाराजगी है.
वामदल की नाराजगी को दूर करने के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार ने 16 फरवरी को कहा, ‘विधानसभा चुनाव में हमलोग लेफ्ट पार्टियों को उचित जगह और सम्मान देंगे.’
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/Yechury.jpg300600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-20 04:42:402019-02-20 04:42:44छतीसगढ़ की तरह बिहार में भी महागठबंधन में पीछे छूटते वामदल
पाकिस्तान में रह रहे जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की नकेल कसने में भारत को शुरुआती समर्थन मिला है. इस मामले में भारत को फ्रांस का समर्थन मिला है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि फ्रांस ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए कदम उठाने की बात कही है. फ्रांस इस बारे में संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लेकर आएगा. बताया जा रहा है कि फ्रांस अगले दो दिन में ऐसा प्रस्ताव लेकर आएगा.
पुलवामा हमले पर भारत के नजरिए का फ्रांस ने समर्थन किया है. इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है. मसूद अजहर के संगठन जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे.
यह दूसरा मौका होगा जब फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में ऐसे किसी प्रस्ताव के लिए पक्ष बनेगा. 2017 में अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति 1267 में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के प्रमुख पर प्रतिबंध की मांग की गई थी. इस प्रस्ताव पर चीन ने अड़ंगा लगा दिया था.
एक वरिष्ठ फ्रांसीसी सूत्र ने बताया, ‘फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी सूची में डालने के लिये एक प्रस्ताव का नेतृत्व करेगा. यह अगले कुछ दिनों में होगा.’
फ्रांसीसी सूत्रों ने बताया कि फ्रांस के इस फैसले पर फ्रांस के राष्ट्रपति के कूटनीतिक सलाहकार फिलिप एतिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच मंगलवार सुबह चर्चा हुई.
इस दौरान हमले को लेकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए फ्रांसीसी कूटनीतिज्ञ ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों को अपने कूटनीतिक प्रयासों में समन्वय करना चाहिए.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/images-1-3.jpg182277Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:53:252019-02-19 17:53:27‘फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी सूची में डालने के लिये एक प्रस्ताव का नेतृत्व करेगा.
पुलवामा हमले पर मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि भविष्य में पुलवामा आतंकी हमले जैसी किसी भी घटना से बचने के लिए प्रयास किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्रालय जमीनी स्तर पर और जानकारी इकट्ठा कर रहा है.
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पुलवामा हमले पर बयान जारी किया था. इमरान ने इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने से साफ इनकार किया. इमरान के बयानों पर पलटवार करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अभी कुछ कहना नहीं चाहती हैं क्योंकि उनके शब्द देश के गुस्से और आक्रोश को जताने के लिए बहुत कम होंगे.
पहले भी दे चुके हैं उन्हें सबूत, क्या किया उनका?
पुलवामा हमले की जवाबी कार्रवाई से संबंधित सवाल पर सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि सेना को पूरी आजादी दे दी गई है कि वो जब चाहे जैसे चाहे सही समय पर कार्रवाई करें.View image on Twitter
निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुंबई हमले पर न सिर्फ ये सरकार बल्कि पूर्व की सरकारें भी पाकिस्तान को डोजियर और सबूत दे चुकी हैं. इसी के साथ उन्होंने सवाल किया कि इन पर पाकिस्तान ने अब तक क्या कदम उठाया है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर भारत सबूत देगा तो वह कार्रवाई करेंगे.
सेना का मनोबल मजबूत है
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारत में कानून की उचित प्रक्रिया के बाद, अदालतों से संपर्क किया गया और मुंबई के हमलावरों को उचित प्रक्रिया के तहत दंडित भी किया गया. जबकी पाकिस्तान में निचली अदालतों ने तक अपना काम किया है. पाकिस्तान के पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है.’
सीतारमण से सुरक्षा बलों के मनोबल से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सेना के मनोबल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, वो अपना काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जिस तरीके से भारतवासियों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं उससे वो (सेना) काफी प्रोत्साहित हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/09/NIRMALA-SITARAMAN.jpg359638Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:45:562019-02-19 17:45:59पाकिस्तान ने मुंबई हमले के सबूतों का क्या किया? : निर्मला सीतारमण
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘डियर इमरान खान, जैश का चीफ मसूद अजहर आपके देश में बहावलपुर में है और ISI की मदद से कई हमलों का मास्टरमाइंड भी बना हुआ है. जाओ उसको वहां से पकड़ लो’ बस कैप्टन का ज़ोर नहीं चलता तो सिद्धू पर नहीं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पुलवामा हमले पर आए बयान पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार किया है. अमरिंदर सिंह ने इमरान को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि अगर आप से कुछ नहीं हो रहा है तो हमें बताएं हम खुद कर लेंगे. इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान को चुनौती देते हुए कहा कि अब बातों का समय नहीं है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘डियर इमरान खान, जैश का चीफ मसूद अजहर आपके देश में बहावलपुर में है और ISI की मदद से कई हमलों का मास्टरमाइंड भी बना हुआ है. जाओ उसको वहां से पकड़ लो. अगर आप नहीं कर सकते तो हमें बताओ, हम कर लेंगे.’ इसी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री ने तंज भरे अंदाज में कहा, ‘वैसे आपने मुंबई 26/11 हमले के सबूतों का क्या किया. अब समय बातचीत का नहीं है.’View image on Twitter
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर एक वीडियो जारी किया था. इसमें उन्होंने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. साथ ही उन्होंने भारत से सबूतों की मांग की और कहा कि सबूत मिलने पर वह कार्रवाई जरूर करेगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/sidhu-imran.png583875Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:36:472019-02-19 17:36:49पंजाब के मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री को लताड़ा
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के जीओसी लेफ्टिनेंट कर्नल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने आतंकियों को सख्त पैगाम देते हुए कहा, ‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ सनद रहे यह वही बयान है जिसके बाद पाकिस्तानी वज़ीर ने पाँच दिन बाद कैमरे का सामना किया था
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारतीय सेना ने सख्त चेतावनी दी है. सेना ने बेहद सख्त लहजे में साफ किया कि आतंकियों के पास दो ही विकल्प हैं, या तो वो सरेंडर कर दें या फिर गोलियों के लिए तैयार रहें.
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के जीओसी लेफ्टिनेंट कर्नल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने आतंकियों को सख्त पैगाम देते हुए कहा, ‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ ढिल्लन ने आतंकियों के मां-बाप को सलाह देते हुए कहा कि उनके मां-बाप आतंक की राह पकड़ चुके अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें, क्योंकि जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा.
लेफ्टिनेंट कर्नल केजेएस ढिल्लन ने जानकारी दी कि सेना ने 100 घंटे से कम समय में पुलवामा आतंकी हमले का बदला ले लिया है. सेना के मुताबिक कश्मीर में जैश का सफाया हो चुका है. पुलवामा में सोमवार को हुई मुठभेड़ में 2 पाकिस्तानी और एक कश्मीरी आतंकी मार गिराए गए हैं. इस साल जैश के 31 आतंकी मार गिराए गए हैं. सेना ने आगे कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है.
ढिल्लन ने कहा, ‘इस हमले में ISI के हाथ होने की आशंका से इनकार नहीं करते हैं. जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान आर्मी का ही बच्चा है. इस हमले में पाकिस्तानी सेना का 100 फीसदी इनवॉल्वमेंट हैं. इसमें हमें और आपको कोई शक नहीं है.’
गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. पाकिस्तानी संगठन की तरफ से हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/download-5.jpg145348Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:23:312019-02-19 17:26:44‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ कनवलजीत सिंह ढिललों
पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में पुलवामा में शहीद सैनिकों को
श्रद्धाञ्जलि के रूप में 2 मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान सामूहिक प्रार्थना की
गयी कि देश के हर कोने में शान्ति व सद्भाव हमेशा बना रहे और दोबारा इस प्रकार की
घटना न घटे। इस विषय में संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र कुमार अलंकार
तथा छात्रों ने भारतीय जवानों की देशसेवा के अनेक पक्षों को याद किया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/Press-note-2-photo.jpg16663173Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-18 11:00:442019-02-18 11:00:46पुलवामा शहीदों को नमन व श्रद्धाञ्जलि
बद्दी। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए जवानों की मौत की साजिश रचने वाले पाक आंतकी की तारीफ करने वाले एक युवा छात्र को बददी जिला पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूलिस ने इस मामले को पूरी तरह गुप्त रखा क्योंकि जहां पुलवामा हमले से पूरा देश आक्रोशित है वहीं बीबीएन के युवा भी बहुत ज्यादा आक्रोशित है। गौरतलब है कि वेलेंनटाईन वाले दिन पुलवामा में सेना की गाडी में एक कार ने घुसकर विस्फोट कर कर दिया जिससे सेना के काफिले में शामिल 42 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में आरडीएक्स लाकर मानव बम बना फियादीन हमला करने वाला जैश का कमांडो 22 साल का आदिल अहमद डार उर्फ बकास भी मारा गया था। जो कि पिछले साल आंतकी संगठन जैश-ए- मोहमद में शामिल हुआ था। उसने सीमा पार कर पाकिस्तान में कमांडो ट्रेनिंग ली थी। गुरुवार को वह 350 किलो आरडीएक्स से भरी एसयूवी को सीआरपीएफ की बस से जा भिड़ा था। इस भयानक हमले में 42 जवान शहीद हुए थे। जैसे ही इस विस्फोट से भारतीय जवान शहीद हुए बरोटीवाला के निजी विवि के मुस्लिम छात्र ने अपनी फेसबुक प्रोफाईल को अपडेट कर दिया और सरेआम आंतकी आदिल की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा आमीन, अल्लाह आपको जन्नत नसीब करे। किसी ने इस पोस्ट की शिकायत तुरंत पुलिस को करी और बरोटीवाला पुलिस ने भी तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष के छात्र को तुरंत हिरासत में ले लिया। पुलिस ने इसको एंटी नेशनल गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफतार कर लिया है और तहसीन गुल्ल को किसी सुरक्षित स्थान पर रखा है। बीबीएन का पूरा प्रशासन, सीआईडी, जिला प्रशासन और आईबी सहित तमाम विभाग इस मामले को खंगालने में जुट गए हैं।
सिविल इंजीनिरिंग का छात्र है : वीसी इस संदर्भ में चितकारा विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर वीरेंद्र कंवर से बात की गई तो उन्होने कहा कि हमारे एक सिविल इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के छात्र तहसीन गुल्ल निवासी जमू कश्मीर हरवर्द को पुलिस पूछ ताछ के लिए ले गई है। उन्होने कहा कि मुझे मामले के बारे में ज्यादा नहीं पता लेकिन यह पता चला कि उसने किसी देश विरोधी पोस्ट को लाईक किया था। हमने उसको तुरंत प्रभाव से विश्वविद्यालय से निकाल दिया है। वहीं दूसरी ओर बददी एसपी बददी रोहित मालपानी ने बताया कि हमारे ध्यान में जैसे ही यह मामला आया तो हमने तुरंत विवि प्रशासन से इस बाबत संपूर्ण जानकारी लिखकर ली और छात्र का पूरा पता व इतिहास खंगाला तो राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढावा देने व उसमें संलिप्त पाए जाने पर तहसीन गुल्ल को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी इस मामले में जांच जारी है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल लिया कब्जे मेंं एएसपी नरेश शर्मा ने बताया कि आज तहसीन गुल्ल को कसौली की अदालत में पेश किया जहां से उसको 11 दिन की न्यायिक हिरासत मिली है। अब उसको 28 फरवरी को दोबारा पेश किया जाएगा। उन्होने बताया कि आरोपी का मोबाईल कब्जे में ले लिया है और उसके कमरे की तलाशी के दौरान कुछ संदिग्ध नहीं मिला है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/69.gif551413Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-18 03:23:472019-02-18 03:23:49आतंकी की तारीफ करने वाला काश्मीरी विद्यार्थी शिकंजे में
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी द्वारा पुलवामा में लगाई आग का आक्रोश संपूरण भारत में फैल चुका है, हम रोज़ कहीं न कहीं किसी न किसी जगह से आक्रोश की लहर देखते हैं, सभी भारतीय यह बताने में नहीं चूक रहे की भारत भूमि का हर पत्थर ज्वालामुखी है और हर कनकर एक शोला है, इसी कड़ी में पाकिस्तान के लिए आतंक का पर्याय सूरजपुर से भी पुलवामा विरोध की आवाज़ें उठीं हैं, पाकिस्तान 1971 में सूरजपुर का नाम सुन कर कांप जाता था, आज वहाँ से छोटे छोटे बच्चों ने और बुज़ुर्गों ने पाकिस्तान को ललकारा है। पाकिस्तान याद रखे काश्मीर हमारा है।
राज कुमार, पंचकूला: पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद 44 जवानों के सम्मान मैं सूरजपुर गाँव वार्ड नंबर -6 में कैंडल मार्च निकला गया …
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए कायराना आतंकी हमले के खिलाफ देश में हर तरफ आक्रोश का माहौल है। इस बीच देशभर में तमाम जगहों के साथ सूरजपुर गाँव वार्ड नंबर -6 से आतंकी हमले में राष्ट्र के प्रति सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारत मां के वीर सपूतों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए आज कैंडल मार्च निकला गया.
बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने कैंडल मार्च में हिस्सा लेकर शहीद जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और बाद में 2 मिनट का मौन रखकर पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/pulvama-anger1.jpg9601280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-17 20:31:472019-02-17 20:31:50पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद 44 जवानों के सम्मान में सूरजपुर गाँव वार्ड नंबर -6 में कैंडल मार्च निकला गया
नयी दिल्ली:पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए व्यापारियों ने सोमवार यानी 18 फरवरी को देश भर में भारत व्यापार बंद की घोषणा की है। बंद का आह्वान व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है। कैट ने बयान में कहा कि बंद के दौरान सभी थोक एवं खुदरा बाजार बंद रहेंगे।
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली के घंटाघर, चांदनी चौक पर दोपहर को व्यापारियों की एक श्रद्धांजलि सभा होगी जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ साथ पाकिस्तान और चीनी सामान का पुतला जलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी शहीदों के
परिवारों को मदद के लिए धन भी जुटाएंगे जो सीधे शहीदों के परिजनों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल के बंद में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के व्यापारी शामिल होंगे।
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