Police File

DATED 31.03.2019 :

Special drive against consuming liquor at public place was carried out at different parts of the city in which total 05 cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered.

 In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out at different parts of the city. Under this drive total 05 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 06 persons were arrested while consuming liquor at public   place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:-PS-17 = 1 case, PS-I.T Park = 1 case, PS-39 = 3 cases.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Three arrested for possessing illegal liquor

Chandigarh Police arrested Paras R/o # 672, Colony No. 4, Indst. Area, Chandigarh from near light point, EWS Colony, Part-2, Mauli Jagran, Chandigarh while illegally possessing 25 bottles of country made liquor on 30.03.2019. A case FIR No. 54, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 29 U/s 61-1-14 Excise Act has been registered in PS- 49, Chandigarh on the complaint of HC. Gurnam Singh, Traffic Staff against two persons namely Pardeep Kumar R/o village- Mugher, P.O- Boda, Tehsil- Palampur, Distt.- Kangra, Himachal Pradesh and Mohinder Pal R/o # 5271, MHC, Manimajra, Chandigarh while illegally possessing 90 boxes (1,080 bottles) of English wine and 70 boxes (840 bottles) of beer loading in Tata Ace  No. CH-01TB-7931 from near Sector- 44/51 light point, Chandigarh on 30.03.2019. Both accused have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Action against Gambling/Satta

Chandigarh Police arrested Deepak R/o # 2544, NIC, Manimajra, Chandigarh while he was gambling at Fish market, Shastri Nagar, Manimajra, Chandigargh on 30.03.2019. Total cash Rs. 1,130/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 71, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-I.T Park, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

01 arrested for Robbery

          Rahul Sharma R/o SCF No. 36, Grain Market, Sector-26, Chandigarh, Permanent Address- Village- Mannani, P.O- Muara Pranimia, Tehsil- Akhnoor, Distt.- Jammu reported that unknown person robbed away complainant’s cash Rs. 700/-, Driving License and Aadhar Card at knife point near SCF No. 01, Grain Market, Sector-26, Chandigarh on 30.03.2019. A case FIR No. 72, U/S 392 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Later on 01 accused person namely Arun R/o # 314, NIC, Manimajra, Chandigarh has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

01 arrested for attempt of Robbery

          Guru Sami R/o # 3971/A, Mauli Jagran Complex, Chandigarh reported that 02 unknown persons occupant of activa scooter tried to robbed complainant’s at knife point near his residence on 30.03.2019. Out of 02 persons 01 accused person namely Viney R/o # 1301, Rajiv Colony, Sector-17, Distt.- Panchkula, Haryana caught by complainant and his brother on the spot. A case FIR No. 55, U/S 398 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Activa scooter No. HR-03X-6389 has also taken into Police Possession. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Varinder Kumar R/o # 620, Harmilap Nagar, Baltana, Distt. Mohali, Punjab reported that unknown person stolen away complainant’s Motor cycle No. CH-01AB-1893 while parked backside of Booth No. 1086, Sector-22/B, Chandigarh on 23-03-2019. A case FIR No. 92, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sumit R/o # 2150, Sector-41/C, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s motor cycle No. HR-08Q-2163 while parked near his residence on night intervening dated 28/29-03-2019. A case FIR No. 79, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Abhinav Jassal R/o # 1030, Sector-21/B, Chandigarh reported that unknown person stolen away stolen away Copper pipes of AC from roof top of complainant’s residence in between 26.03.2019 to 29.03.2019. A case FIR No. 90, U/S 379 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

A case FIR No. 80, U/S 323, 506 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Jorawar Singh R/o # 648/1, Sector-41/A, Chandigarhwho alleged that Vishal and Lavish beaten/threatened complainant near # 712, Sector- 41, Chandigarh on 14.03.2019. Complainant’s got injured and taken to GH-16, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

बीआरआई की दूसरी बैठक का भी बहिष्कार कर सकता है भारत: सूत्र

चीन की विसतारवादी नीति का प्रमाण है ‘बीआरआई’ (Belt & Road Initiative), आज भी चीन इस परियोजना के साथ मित्र अथवा पड़ोसी राष्ट्रों की संवेदनाओं की अनदेखी करते हुए अपने अड़ियल रवैये के साथ इसे आगे बढ़ा रहा है। भारत चीन के इस अड़ियल रवैये के प्रति अपनी चिंताएँ जाहिर कर चुका है। इस बार भी भारत ने ‘बीआरआई’ की दूसरी बैठक में शामिल होने के प्रति अपनी अनिच्छा ज़हीर कर दी है।

बीजिंग: चीन के ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) की दूसरी बैठक में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इसमें करीब 40 देशों की सरकार के नेता भी शामिल हो रहे हैं.

चीन ने पहली बीआरआई बैठक 2017 में की थी. यह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सबसे पसंदीदा परियोजना है. इस परियोजना का मकसद दुनियाभर में चीन के निवेश से बुनियादी परियोजनाओं का विकास कर चीन के प्रभुत्व का विस्तार करना है.

भारत एक फिर बैठक का बहिष्कार कर सकता है
भारत ने पहली बीआरआई बैठक का बहिष्कार किया था. इसकी वजह चीन की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का विवादास्पद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरना है.

हाल ही में चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने इस बात की तरफ इशारा किया था कि भारत दूसरी बीआरआई बैठक का बहिष्कार कर सकता है. मिसरी ने इंटरव्यू में कहा था, ‘ईमानदारी से कहूं तो बीआरआई को लेकर हमने अपनी चिंताएं स्पष्ट तौर पर रखी हैं. हमारा विचार अब भी पहले जैसा ही है और स्थिर है. इस विचार से हम संबंधित पक्षों को अवगत करा चुके हैं.’

चीन के स्टेट काउंसलर यांग जेइची ने सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि 40 देशों की सरकारों के नेताओं समेत 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि दूसरी बीआरआई बैठक में शामिल होंगे.

धारा 370 खत्म तो कश्मीर भारत का रिश्ता खत्म: महबूबा

भारत की आज़ादी के और काश्मीर के भारत में विलय के बाद से ही काश्मीर भारत के सर का ताज बना हुआ है और काश्मीरी नेता (मुस्लिम) पाकिस्तान के। आज जब भारत कासमीर के मूल निवासी काश्मीरी पंडितों को काश्मीर में पुनर्वासित नहीं कर पा रहा तो वहाँ बसे उनके मुस्लिम भाई बहिनो से अधिक जिम्मेदार वहाँ के नेता हैं, वह चाहे अलगाव वाद का चोला पहन कर आयें या फिर लोकतन्त्र की आड़ में भारत को छलनी करने वाले बयान दे कर धमका कर। महबूबा मुफ्टी ने भी अपनी बात को धम्की ही की भांति रखा है।

श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने की वकालत करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 को यदि खत्म किया गया तो भारत संघ और राज्य के बीच संबंध समाप्त हो जाएगा.

महबूबा ने यहां अपने आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा,‘जेटली को यह समझना चाहिए. यह कहना आसान नहीं है. यदि आप (अनुच्छेद) 370 खत्म करते हैं तो जम्मू कश्मीर के साथ आपके संबंध समाप्त हो जाएंगे.’

जेटली ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने की वकालत करते हुए कहा था कि अनुच्छेद 35ए जो जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थायी निवासियों को संपत्ति खरीदने पर रोक लगाता है वह ‘संवैधानिक रूप से दोषपूर्ण’ है और राज्य के आर्थिक विकास को बाधित कर रहा है. 

महबूबा ने कहा कि अनुच्छेद 370 भारत संघ और राज्य के बीच एक सेतु है और यदि संविधान के विशेष प्रावधान को खत्म किया गया तो नयी दिल्ली को जम्मू कश्मीर के साथ अपने संबंध ‘‘फिर से बातचीत करके तय करने होंगे’’.

उन्होंने कहा,‘यदि आपने भारत के संविधान में हमें एक विशेष दर्जा दिया है और आप उस दर्जे को तोड़ते हैं तब हमें पुनर्विचार करना होगा कि क्या हम आपके साथ बिना शर्त रहना भी चाहते हैं या नहीं.’

इससे पहले नेशनल कान्फ्रेंस के नेता मोहम्मद अब्दुल्ला वानी और अवामी इंसाफ पार्टी प्रमुख गुलाम अहमद शेख सलूरा अपने समर्थकों के साथ पीडीपी में शामिल हो गए. महबूबा और पार्टी संरक्षक मुजफ्फर हुसैन बेग ने वानी और सलूरा का पार्टी में स्वागत किया.

भारत कि बढ़ती सामरिक शक्ति से परेशान पाकिस्तान

स्वयं परमाणु हथियारों कि दौड़ में अग्रणी रहने वाला और अपने क्षेत्रफल के अनुरूप परमाणु बमों के जखीरे पर बैठे पाकिस्तान को डर लग रहा है. भारत की बढती सामरिक शक्ति और उसकी वैश्विक स्वीकार्यता पाकिस्तान और उसके मित्र देश चीन को हज़म नहीं हो रही. तभी तो कल चीन के पश्चात् भयभीत पाकिस्तान ने न केवल भारत को नसीहत दी अपितु संयुक्त राष्ट्र का नाम न लेते हुए उन्हें भी अंतर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष कानूनों में बदलाव कि मांग कर डाली.

इस्लामाबाद: 

भारत द्वारा उपग्रह भेदी मिसाइल ए-सैट के सफल परीक्षण पर पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि अंतरिक्ष के सैन्यीकरण से बचा जाना चाहिए था. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया से कहा, “पाकिस्तान बाह्य अंतरिक्ष में हथियारों की दौड़ रोकने का एक मजबूत समर्थक रहा है.” फैसल ने कहा, “अंतरिक्ष मानव की सामूहिक विरासत है और प्रत्येक राष्ट्र की जिम्मेदारी है कि इस क्षेत्र का सैन्यीकरण करने वाली गतिविधियों से बचा जाए. ” उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष कानूनों में कमियों को दूर करने की जरूरत है, ताकि कोई भी देश सामाजिक आर्थिक विकास की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोगों और शांतिपूर्ण गतिविधियों के समक्ष खतरा पैदा न कर सके.

भारत के ए-सैट के सफलतापूर्वक पृथ्वी की निचली कक्षा में एक जिंदा उपग्रह को निशाना बनाए जाने के बाद उन्होंने कहा, “हमे आशा है कि जिन देशों ने अतीत में अन्य देशों द्वारा प्रदर्शित की गई इसी तरह की क्षमता की निंदा की थी, वे बाह्य अंतरिक्ष से संबंधित सैन्य खतरों को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय तंत्र विकसित करने की दिशा में काम करेंगे.”

Lack of political will, delayed our space program for a dacade: G Madhavan Nair

Hyderabad: Former Indian Space Research Organisation (ISRO) chairman G Madhavan Nair said on Wednesday that India had the anti-satellite missile capability more than a decade ago but there was no political will at the time to demonstrate it.

He said when China shot down an ageing weather satellite by launching a missile in 2007, India had the technology to undertake a similar mission. “…now (Prime Minister Narendra) Modi has taken the initiative and he had the political will and courage to say that we will do this. We have now demonstrated this to whole world,” Nair said.

He had headed the ISRO space commission and was secretary in the department of space from 2003 to 2009. Nair joined the BJP in October 2018.

Asked if India could have demonstrated the anti-satellite missile capability in 2007 itself, Nair said “certainly”, but it could not be done due to absence of “political decision” to go ahead with it at that time.

“Now, Modiji has courageously taken the decision,” he said.

The prime minister on Wednesday announced India had demonstrated the capability by shooting down a live satellite, describing it as a rare achievement that puts the country in an exclusive club of space superpowers.

India is only the fourth country to have such a specialised capability after the US, Russia and China.

भारत से अन्तरिक्ष में शांति की आशा रखता है चीन

भारत की बात करें तो यहाँ हिंदोस्तानी बोली जाती है। इसे भाषा कहें या ज़ुबान, इसमें बात करनी या समझानी बहुत आसान होती है। चीन को भी शायद हिंदुस्तानी समझ आने लग पड़ी है। हिंदुस्तानी कहावत है कि,‘ कमजोर कभी माफ नहीं कर सकता’ बस यही कहावत शायद मौजूदा हिंदुस्तानी हुक्मरानों को समझ आ गयी तभी अपने शासन काल में चुनावों और नतीजों के ठीक 2 महीने पहले अपने इस कार्यकाल के समाप्त होने से ठीक पहले “मिशन शक्ति” को सरंजाम दिया गया। एक “balance of power (terror, चीन के संदर्भ में)” वाली बात चीन के समझ आ गयी।

बीजिंग: 

चीन ने भारत के उपग्रह रोधी मिसाइल परीक्षण पर बुधवार को चीन ने प्रतिक्रिया व्यक्त की और आशा जताई कि नई दिल्ली गंभीरतापूर्वक बाह्य अंतरिक्ष में शांति बनाए रखेगी. चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हम प्रस्तुत रिपोर्ट से अवगत हैं और हमें आशा है कि सभी देश गंभीरतापूर्वक बाह्य अंतरिक्ष में स्थायी शांति की रक्षा करेंगे.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत ‘एक अंतरिक्ष महाशक्ति’ बन गया है, क्योंकि उसकी उपग्रह-भेदी मिसाइल ने मात्र तीन मिनटों में पृथ्वी की निचली कक्षा में एक उपग्रह को सफलतापूर्वक भेदा है. इसके साथ ही भारत, अमेरिका, रूस और चीन के क्लब में शामिल हो गया है. 

इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन के पास यह क्षमता थी. चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत द्वारा उपग्रह रोधी मिसाइल के सफल परीक्षण को लेकर पीटीआई के एक सवाल पर लिखित जवाब में कहा, ‘‘हमने खबरें देखी हैं और उम्मीद करते हैं कि प्रत्येक देश बाहरी अंतरिक्ष में शांति बनाये रखेंगे. ’’

चीन ने ऐसा एक परीक्षण जनवरी 2007 में किया था जब उसके उपग्रह रोधी मिसाइल ने एक निष्क्रिय मौसम उपग्रह को नष्ट कर दिया था. मोदी ने कहा कि हमने जो नई क्षमता हासिल की है, यह किसी के विरूद्ध नहीं था.  उपग्रह 300 किमी की ऊंचाई पर एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था.

मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति का उद्देश्य भारत की समग्र सुरक्षा को मजबूती प्रदान करना था और इस मिशन का नेतृत्व डीआरडीओ ने किया. विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि भारत का बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की किसी होड़ में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है

Students and teachers from Jammu Univ shared their experiences

Chandigarh March 27, 2019

            Department of Hindi, Panjab University today hosted a delegation of two teachers and 16 students from Dept. of Hindi, Jammu Central University. Dr.Gurmeet Singh, Chairperson, Dept of Hindi, informed that, ” An open mic event was organized at the Department in which students from both universities exchanged their experiences and recited poems and songs.” The students later visited the Department Library and also interacted with faculty members Prof. NeerjaSood, Prof. Baijnath Prasad, Prof. SatyapalSehgal, Dr. Ashok Kumar. The Department gifted books to all members of the delegation from their book bank.

 Later the delegation met DUI, Prof. Shankar JiJha, SVC, Prof. Devinder Singh and Chief of University Security, Professor AshwaniKoul. The delegation also visited A.C. Joshi Library, Gandhi Bhawan and Students Center. The delegation of students was accompanied by Dr.Vandana Sharma and Dr.ArvindYadav, faculty of Dept. Of Hindi Jammu Central University.

भारत के “मिशन शक्ति” ने अन्तरिक्ष किया सुरक्षित

नई दिल्‍ली :

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कुछ समय पूर्व भारत ने अभूतपूर्व सिद्धि हासिल कर ली है. स्‍पेस पावर के रूप में भारत ने अपना नाम दर्ज करा लिया है. अब तक दुनिया के तीन देश अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि हासिल थी अब भारत चौथा देश है, जिसने आज यह सिद्धि प्राप्‍त की है. यह हर भारतवासी के लिए गर्व का विषय है. हमारे वैज्ञानिकों ने स्‍पेस में 300 किमी दूर एलईओ ऑरबिट को मार गिराया है. यह एक पूर्व निर्धारित लक्ष्‍य था. इसे ए सेट मिसाइल द्वारा तीन मिनट में मार गिराया गया. मिशन शक्ति अत्‍यंत कठिन ऑपरेशन था. पीएम ने साफ किया कि भारत हमेशा अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के खिलाफ रहा है. 

उन्‍होंने कहा कि भारत ने मिशन शक्ति को तीन मिनट में पूरा किया. एंटी सैटेलाइट ए सेट मिसाइल भारत की विकास यात्रा की दृष्टि से देश को नई दिशा देगा. यह किसी देश के विरुद्ध नहीं था. यह किसी भी अंतरराष्‍ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्‍लंघन नहीं करता है. हम आधुनिक तकनीक का उपयोग देश के 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा के लिए किया है. एक मजबूत भारत का होना बेहद जरूरी है. हमारा मकसद युद्ध का माहौल बनाना नहीं है. 

उन्‍होंने कहा कि हमारा उद्देश्‍य शांति बनाए रखना है. हम निसंदेह एकजुट होकर एक शक्तिशाली और सुरक्षित भारत का निर्माण करेंगे. मैं ऐसे भारत की परिकल्‍पना करता हूं जो अपने समय से दो कदम आगे की सोच सके और चलने की हिम्‍मत भी जुटा सके. सभी देशवासियों को आज की इस महान उपलब्धि के बहुत बधाई. इस पराक्रम को करने वाले मेरे साथियों को बहुत धन्‍यवाद.

हालांकि तय समय में पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन सामने न आने के बाद न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने दोपहर 12.16 बजे ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी अगले 8 मिनट के भीतर राष्‍ट्र को संबोधित करेंगे.

इससे पहले सुबह 11.23 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कहा था, मेरे प्यारे देशवासियों, आज सवेरे लगभग 11.45 – 12.00 बजे मैं राष्‍ट्र के नाम एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊंगा. टेलीविजन, रेडियो या सोशल मीडिया पर मेरा संदेश सुनें.

मेरे प्यारे देशवासियों,

आज सवेरे लगभग 11.45 – 12.00 बजे मैं एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊँगा।

I would be addressing the nation at around 11:45 AM – 12.00 noon with an important message.

Do watch the address on television, radio or social media.99.2K11:23 AM – Mar 27, 2019Twitter Ads info and privacy47.6K people are talking about this

जेएनयू: यूजीसी के नियमों के विरोध में कुलपति की पत्नी को बंधक बनाया

अभी कांग्रेस वांदल सत्ता में नहीं है तो इन लोगों का हौसला इतना खुला है यदि वामपंथी कांग्रेस सत्ता में आ जाते हैं तो शिक्षण संस्थाओं का क्या होगा? नाम ना छापने की शर्त पर जेएनयू के एक कर्मचारी का। भारत तेरे टुकड़े होंगे इनशालाह इनशालाह के नारे देने वाले जेएनयू के वामपंथी छात्र संगठन ने एक बार फिर अपना असली चेहरा दिखाया। यूजीसी के नियमों को लागू करने के विरोध में इस वारदात को अंजाम दिया गया।

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में सोमवार को वामपंथी विचार धारा से जुड़े हुए छात्रों की भीड़ ने कुलपति एम. जगदीश कुमार के आवास का घेराव किया. साथ ही छात्रों ने उनके आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया और वामपंथी जमकर उत्पात मचाया. जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने आरोप लगाया है कि छात्रों ने उनके आवास में जबरन घुसने की कोशिश की और उनके द्वारा तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों से धक्का-मुक्की की और  पत्नी को बंधक बना लिया.

बताया जा रहा है कि करीब 500 छात्र-छात्राओं ने कुलपति के घर मे घुसने की कोशिश की. सुरक्षाकर्मियों ने जब छात्रों को रोका तो उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के साथ हाथापाई भी की. दरअसल, ये छात्र पिछले 5-6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे. इनकी मांग थी कि कुलपति जिन यूजीसी के नियमों को जेएनयू में लागू करने की कोशिश कर रहे है उसे लागू ना किया जाए. लिहाजा, काफी संख्या में छात्र पहले वीसी के ऑफिस गए वहां उनके न होने की वजह से सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की.

उसके बाद सारे छात्र कुलपति के घर पहुंच गए. यह बताने पर कि वीसी घर पर नहीं हैं, बावजूद इसके भी छात्र मानने को तैयार नही थे. घर मे वीसी की पत्नी अकेली थी जिन्हें छात्रों ने घंटों तक घर मे बंधक बनाए रखा. काफी मशक्कत के बाद जेएनयू प्रशासन के लोगों ने उन्हें बाहर निकाला और हॉस्पिटल में भर्ती कराया. घटना की जानकारी पुलिस मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया. जिसके बाद छात्र अपने-अपने हॉस्टल चले गए. फिलहाल पुलिस को अभी तक कोई शिकायत नहीं दी गई है. जेएनयू से बाहर गए हुए वीसी वापस अपने घर पहुंच रहे हैं.

वहीं, कुलपति ने ट्वीट कर लिखा कि आज शाम कुछ सौ छात्रों ने जबरन मेरे जेएनयू आवास में तोड़फोड़ की और पत्नी को कई घंटों तक घर के अंदर कैद रखा. मैं एक बैठक में था. घर में अकेली महिला को डराना, क्या यह विरोध का तरीका है.

जेकेएलएफ़ के प्रतिबंध पर महबूबा की रूदाली

अपनी बहिन रोबिया मुफ़्ती को अगुआ करने वाले और घाटी में अमन केसबसे बड़े दुश्मन यासीन मालिक जिसके सर पर हजारों बेगुनाहों के कत्ल की साजिश रचने के अरूप हैं, जिसने 4 वायु सेना के अधिकारियों को सर-ए-आम मारा था और घाटी में हिन्दू पलायन के मुख्य कारक यासीन के आतंकवादी संगठन पर जब केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया तब महबूबा मुफ़्ती बिलबिला गईं उनकी भाषा देख लगता है कि जब उनके पिता भारत के गृह मंत्री थे तब उनकी बहिन का अपहरण मात्र एक ढकोसला था नाटक था, वह घाटी के हुक्मरानों का भारत के खिलाफ खूनी षड्यंत्र आरंभ करने का खेल मात्र था।

श्रीनगर: 

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि यासीन मलिक के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट पर प्रतिबंध एक “हानिकारक कदम” है जो कश्मीर को एक खुली जेल में बदल देगा. अधिकारियों ने नई दिल्ली में बताया कि संगठन पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है. महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट में कहा, “ऐसे हानिकारक कदमों से कश्मीर सिर्फ खुली जेल में तब्दील होगा.”

उन्होंने बताया कि सुरक्षा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद संगठन को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित किया गया है और केंद्र की राय है कि जेकेएलए‍फ “आतंकी संगठनों के संपर्क में है” तथा जम्मू-कश्मीर व अन्य जगहों पर उग्रवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है.

मुफ्ती ने कहा, “जम्मू कश्मीर मुद्दे के हल के लिये यासीन मलिक ने काफी समय पहले हिंसा की आलोचना की थी. तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी जी की वार्ता पहल में उन्हें एक पक्षकार के तौर पर देखा गया था. उनके संगठन पर प्रतिबंध से क्या हासिल होगा?”

जेकेएलएफ पर आतंकवाद रोधी कानून के तहत प्रतिबंध लगाया गया
बता दें कि केंद्र सरकार ने यासीन मलिक के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) को शुक्रवार को आतंकवाद विरोधी कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि संगठन पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है.

उन्होंने बताया कि संगठन को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित किया गया है. इसके प्रमुख यासीन मलिक गिरफ्तार हैं और फिलहाल वह जम्मू की कोट बलवल जेल में बंद हैं. यह जम्मू-कश्मीर में दूसरा संगठन है जिसे इस महीने प्रतिबंधित किया गया है. इससे पहले, केंद्र ने जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया था.